Friday, May 23
  • मैंने कर दिया नाम ऊंचा हरियाणा का की प्रस्तुति ने मोह लिया मन
  • वार्षिक उत्सव में दिखी छात्रों की प्रतिभा

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 12        दिसंबर :

हिंदू पब्लिक स्कूल जगाधरी का वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि रमा राकेश सिंगल द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम में पहुंची मुख्य अतिथि राम राकेश का स्वागत, स्वागत भाषण से किया गया। कक्षा नर्सरी के बच्चों ने बम बम गीत की शानदार प्रस्तुति दी। पंजाब की पहचान गिद्दा कक्षा आठवीं तथा नवमी की बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। आज के समय में अधिकतर युवा नशे की गिरफ्त में फंसे हुए हैं। नशे की प्रवृत्ति से युवाओं को दूर रखने के लिए स्क्रिप्ट के माध्यम से समझाया गया ताकि बच्चों को नशे से दुष्प्रभाव की जानकारी मिल सके। कार्यक्रम के दौरान कक्षा 10 की छात्रों द्वारा गुजराती नृत्य घूमर प्रस्तुत किया गया। राजस्थानी परिधान में किया गया यह नृत्य सभी दर्शकों को लुभा रहा था। कक्षा यूकेजी के नन्हे मुन्ने बच्चों बच्चों द्वारा शिक्षा का संदेश देता नृत्य प्रस्तुत किया गया और संदेश दिया गया कि हम मेहनत और लगन से क्या नहीं कर सकते। हरियाणा की पहचान हरियाणवी नृत्य कक्षा 6 से 8 तक की बालिकाओं ने करते हुए समा बांध दिया। रंग-बिरंगे कुर्ता दमन में चमकीले चुंदड  ओढ़ कर मैंने कर दिया ऊंचा नाम मेरे हरियाणे का। कक्षा 6 से 9 तक कि छात्रों द्वारा बहुत ही शानदार शब्द गुरबाणी की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए रानी लक्ष्मीबाई की वीरता को नाट्य मंचन द्वारा दर्शाया गया तथा यह प्रस्तुति कक्षा 2 से 6 के बच्चों द्वारा दी गई। सिख परंपरागत का एक पारंपरिक मार्शल आर्ट है जिसे सिखों ने मुगल आक्रमणो से बचने के लिए किया था। कक्षा 2 से 10 कक्षा तक के लड़के तथा लड़कियों ने गतका की प्रस्तुति दी। इसलिए पक्ष कक्षा 4 से 7 के बच्चों ने शिव अघोरी नृत्य प्रस्तुत किया। नन्ही बालिका हिताक्षी ने अकाल हरियाणवी नृत्य हरियाणा में आई है बिजली करके सबका मन मोह लिया। पंजाब की शान तथा फसल उत्सव बैसाखी से संबंधित भांगड़ा कक्षा 10 तथा 12 के बच्चों ने बहुत ही शानदार तरीके से प्रस्तुत किया। इस मौके पर सभी को संबोधित करते हुए मुख्य अध्यापिका रक्षा गर्ग ने अपना संबोधन दिया और छात्रों का उत्साहवर्धन किया। रक्षा ने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों समय-समय पर होती रहनी चाहिए ताकि बच्चों की छुपी प्रतिभा को एक मंच मिल सके। इस मौके पर सभी स्टाफ सदस्य  तथा अभिभावक भी उपस्थित रहे।