सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘अयोध्या के साथ अन्याय हुआ था. जब मैं अन्याय की बात करता हूं तो 5 हजार साल पुरानी बात याद आती है। उस समय पांडवों के साथ अन्याय हुआ था। जब भगवान कृष्ण, कौरवों के पास गए और उन्होंने पांडवों के लिए पांच गांव मांगे तो दुर्योधन ने वह भी नहीं दिए थे। इतना ही नहीं दुर्योधन ने भगवान कृष्ण को बंधक बनाने का प्रयास भी किया था।’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लिया और राज्यपाल को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को चुन-चुन का निशाना बनाया, तो हिंदुओं की आस्था से जुड़े तीन स्थलों को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष समेत तमाम दलों से सवाल पूछा कि सनातन धर्म की आस्था के तीन प्रमुख स्थलों अयोध्या, काशी और मथुरा का विकास आखिर किस मंशा से रोका गया था?
योगी ने कहा कि महाभारत रचने वाले वेदव्यास की एक पीड़ा थी कि मैं बाहें उठाकर लोगों को समझा रहा हूं कि धर्म से ही अर्थ और काम की प्राप्ति होती है इसलिए क्यों नहीं धर्म के मार्ग पर चलते हो। ये केवल वेदव्यास की ही पीड़ा नहीं थी, 2014 के पहले पूरे देश की और 2017 के पहले पूरे प्रदेश की भी यही पीड़ा थी। 2017 के पहले उत्तर प्रदेश को जिन लोगों ने चार-चार बार प्रदेश में शासन किया, लंबे समय तक सत्ता पर विराजमान रहे उन्होंने यूपी के लोगों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया। यहां का नौजवान पहचान छिपाने के लिए मजबूर था। उसे यूपी से बाहर हेय दष्टि से देखा जाता था।
योगी ने कहा कि यहां तो नौकरी नहीं थी, यूपी से बाहर भी नहीं मिलती थी। किराये के कमरे तो दूर होटल और धर्मशालाओं में भी जगह नहीं मिलती थी। आज उत्तर प्रदेश में 22 जनवरी 2024 की घटना को भी देखा है। पूरा देश अभिभूत था। पूरी दुनिया के अंदर हर वह व्यक्ति जो न्याय का पक्षधर है, गौरवान्वित था। हर धर्मावलंबी की आंखों में आंसू थे।
योगी ने कहा कि अयोध्या को लेकर हर किसी के मन में संतोष था कि जो हुआ है अच्छा हुआ है। अविस्मरणीय क्षण था वो और हर व्यक्ति गौरव की अनुभूति कर रहा था। क्योंकि 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद सर्वानुमति के साथ उसके समाधान का रास्ता निकला और आज रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण न सिर्फ प्रशस्त हुआ बल्कि रामलला वहां स्थापित हुए। दुनिया के अंदर यह पहली घटना थी जहां प्रभु को अपने स्वयं के अस्तित्व के लिए स्वयं प्रमाण जुटाने पड़े थे लेकिन राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है। हमें प्रसन्नता इस बात की थी, कि हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया। केवल बोलते नहीं हैं। करते भी हैं। जो कहा करके दिखाया। संकल्प की सिद्धि की।
योगी ने कहा कि भारत के अंदर लोकआस्था का अपमान हो और बहुसंख्यक समुदाय गिड़गिड़ाए। ऐसा दुनिया में कहीं नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जो काम हो रहा है वह काम आजाद भारत में पहले पहल होना चाहिए था। 1947 में ही हो जाना चाहिए था। अयोध्या-काशी और मथुरा की ओर इशारा करते हुए योगी ने कहा, ‘हमने तो केवल तीन जगह मांगी है। अन्य जगहों के बारे में कोई मुद्दा नहीं था। अयोध्या का उत्सव लोगों ने देखा तो नंदी बाबा ने कहा कि भाई हम काहे इंतजार करें। इंतजार किए बगैर रात में बैरिकेड तोड़वा डाले। अब हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं?’
उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने केवल इस देश के अंदर धन दौलत ही नहीं लूटा था। इस देश की आस्था भी रौदने का काम किया था। आजादी के बाद उन आक्रांताओं को महिमामंडित करने का कुत्सित कार्य किया गया। अपने वोटबैंक के लिए। योगी ने कहा कि दुर्योधन ने कहा था कि सुई की नोक बराबर भूमि भी नहीं दूंगा। फिर तो महाभारत होना ही था। फिर क्या हुआ? कौरव पक्ष समाप्त हो गया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/02/yan1.jpg536950adminhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngadmin2024-02-07 14:33:482024-02-07 14:39:14पांडवों ने माँगे 5 गाँव, हिंदुओं ने 3 स्थान : योगी आदित्यनाथ
6 महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद, चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विवाद का निपटारा किया और अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में फैसला सुनाया। चुनाव आयोग ने अपने नए राजनीतिक गठन के लिए एक नाम का दावा करने और आयोग को तीन प्राथमिकताएं देने का एक बार का विकल्प प्रदान किया है। रियायत का इस्तेमाल 7 फरवरी, 2024 को दोपहर 3 बजे तक किया जा सकता है। 10 से अधिक सुनवाई के बाद अजीत पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का नाम और चिह्न मिला।
महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। ‘असली’ शिवसेना के बाद अब ‘असली’ राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) भी एनडीए गठबंधन का हिस्सा बन गई। चुनाव आयोग ने NCP को लेकर चल रही लड़ाई पर विराम लगा दिया है। आयोग ने अजित पवार की अगुवाई वाले एनसीपी के धड़े को ही असली माना है। एनसीपी का चुनाव निशान घड़ी अब अजित पवार वाला गुट इस्तेमाल करेगा।
चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को कुछ समय दिया है कि वो अपने नए नाम के चुनाव के लिए तीन नाम दें, ताकि अगले राज्यसभा चुनाव में उसका इस्तेमाल किया जा सके। हालाँकि, इसके लिए 7 फरवरी 2024 के दोपहर तीन बजे तक का ही समय है। इस तरह 7 माह से चल रहा विवाद खत्म हो गया है। 10 से ज्यादा सुनवाई के बाद चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुनाया। इस दौरान दोनों पक्षों ने दलीलें दीं।
चुनाव आयोग ने अजीत पवार के गुट को ‘असली’ एनसीपी घोषित किया था। जिसके बाद शरद पवार एनसीपी गुट ने बुधवार को चुनाव आयोग को तीन नाम और सिंबल सौंपे. सूत्रों की मानें तो शरद गुट ने पार्टी के लिए बरगद का पेड़ चुनाव चिन्ह और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदराव पवार तीन नाम के ऑप्शन दिए थे।
इससे पहले सूत्रों के हवाले से ही खबर आई थी कि शरद पवार गुट ने पार्टी के लिए शरद पवार कांग्रेस, एमआई राष्ट्रवादी, शरद स्वाभिमानी नाम सुझाए थे. चुनाव चिन्ह के लिए ‘चाय का कप’, ‘सूरजमुखी’ और ‘उगता सूरज’ के ऑप्शन दिए थे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/02/SP.jpg432768adminhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngadmin2024-02-07 13:48:022024-02-07 13:49:53भतीजे से NCP की जंग हारे शरद पवार
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को मूर्त रूप देकर धामी सरकार ने इतिहास रच दिया। बुधवार को उत्तराखंड विधानसभा में समान नागरिक संहिता बिल पास हो गया। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन में इस विधेयक को पेश किया था। इसमें 392 धाराएं हैं जिनमें से केवल उत्तराधिकार से संबंधित धाराओं की संख्या 328 है।
पुष्कर धामी सरकार ने विधानसभा में पेश किया था UCC का प्रस्ताव
उत्तराखंड विधानसभा में पारित हुआ समान नागरिक संहिता बिल
उत्तराखंड UCC लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है
उत्तराखंड विधानसभा में लंबी चर्चा के बाद बुधवार को यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) बिल को बहुमत से पारित कर दिया गया। मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी बिल को पेश किया था और फिर इसपर चर्चा शुरू हुई। यूसीसी बिल पर दो दिन चर्चा होने के बाद आज इसे पारित कर दिया गया है। विधानसभा से पास होने के बाद यूसीसी बिल अब कानून बन गया है। बता दें कि यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बना है।
धामी ने कानून से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं को सदन के सामने रखा। उन्होंने कगा कि इस कानून का उद्देश्य तुष्टीकरण नहीं बल्कि समाज में समानता लाना है। धामी ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले हमने उत्तराखंड की जनता के सामने प्रस्ताव रखा था कि हम यूसीसी कानून बनाएंगे और उसके लिए एक ड्राफ्ट कमेटी बनाएंगे। उत्तराखंड में रहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक समान कानून होना चाहिए।
समान नागरिक संहिता के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बोलते हुए धामी ने कहा कि नए कानून के लागू होने के बाद पति या पत्नी के जीवित होने पर दूसरा विवाह करना पूर्णतः प्रतिबंधित होगा। जन्म और मृत्यु के पंजीकरण की तरह विवाह और विवाह विच्छेद का पंजीकरण कराया जा सकेगा। ये पंजीकरण वेब पोर्टल के माध्यम से किया जा सकेगा। कोई पहला विवाह छिपाकर दूसरा विवाह करेगा तो पंजीकरण के जरिए इसका पता लग जाएगा। इससे माताओं और बहनों में सुरक्षा का भाव आएगा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/02/UK.jpg392696adminhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngadmin2024-02-07 13:28:362024-02-07 13:33:27उत्तराखंड ने रचा इतिहास, विधानसभा में सर्वसम्मति से पास हुआ समान नागरिक संहिता बिल
पीएम मोदी ने 5 फरवरी को लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने कहा, “एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। इसी के आधार पर मैं कहता हूं कि कांग्रेस आरक्षण की जन्मजात विरोधी है।” पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा था कि मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया है कि विपक्ष ने लंबे समय तक वहीं रहने का संकल्प लिया है।
“…उन्होंने अपने ‘युवराज’ के लिए एक स्टार्ट-अप बनाया है लेकिन वह एक नॉन-स्टार्टर है, वह न तो लिफ्ट कर पा रहे हैं और न ही लॉन्च कर पा रहे हैं…”
“नेहरू जी ने जो कहा… वो कांग्रेस के लिए हमेशा से पत्थर की लकीर होता है. दिखावे के लिए आप कुछ भी कहें, लेकिन आपकी सोच ऐसे कई उदाहरणों से सिद्ध होती है. कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के SC/ST, OBC को सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा.”
हमने देश को संकट के दौर से बाहर निकाला है। विपक्ष मेरी आवाज नहीं दबा सकता, देश की जनता ने मुझे मजबूत दी है। ‘सबका साथ सबका विकास’यह नारा नहीं है, यह मोदी की गारंटी है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में जवाब दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का विशेष आभार जताया। पीएम ने कहा कि खड़गे जी को चौके-छक्के मारने पर मजा आ रहा था। उन्होंने एनडीए को 400 सीटों को आशीर्वाद दिया। उनका आशीर्वाद सिर आंखों पर है। पीएम ने कहा कि मैं उन्हें ध्यान से सुन रहा था। मैं सोच रहा था कि आजादी मिली कैसे, इतना बोलने की आजादी मिली कैसे। दो स्पेशल कमांडर उस दिन नहीं थे, इसलिए भरपूर फायदा हुआ. इससे पहले पीएम मोदी ने 5 फरवरी को लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा था कि मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया है कि विपक्ष ने लंबे समय तक वहीं रहने का संकल्प लिया है। पीएम ने कहा था कि बीजेपी को 370 सीट और एनडीए को 400 सीटें मिलेंगी।
राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण को लेकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को घेरा। उन्होंने नेहरू की आरक्षण विरोधी चिट्ठी का जिक्र किया, जो उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्री को लिखे थे। इस चिट्ठी में नेहरू ने लिखा था, “मैं आरक्षण के खिलाफ हूँ। नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ तो पूरी तरह।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज की काॅन्ग्रेस ही नहीं, बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू भी आरक्षण के खिलाफ थे। अगर बाबा साहब आंबेडकर नहीं होते तो देश के वंचित वर्गों को काॅन्ग्रेस कभी आरक्षण नहीं देती। पीएम मोदी ने कहा, “मैं आदरपूर्वक नेहरू जी को बहुत याद करता हूँ। एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने लिखा कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई ही नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूँ जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की ओर ले जाएँ।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने आरक्षण से लोगों को वंचित रखा। पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर का उदाहरण देते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस ने बीते सात दशकों तक जम्मू-कश्मीर में ओबीसी, एसटी और एससी आरक्षण से वहाँ के लोगों को वंचित रखा। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर की ऐसी हालत कर दी थी कि वहाँ तमाम लोग सात दशक से रह रहे थे, लेकिन उनको डोमिसाइल का अधिकार नहीं दिया गया। हमारी सरकार ने पूरे देश की तरह जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी समान अधिकार दिए।
राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने बाबा साहब के विचारों को खत्म करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। इन्हें भारत रत्न देने की भी तैयारी नहीं थी। बीजेपी के समर्थन से बनी सरकार में बाबा साहब को भारत रत्न मिला। पीएम मोदी ने कहा कि अति पिछड़ी समुदाय से आने वाले सीताराम केसरी को उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया, वो वीडियो भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है और पूरे देश ने उसे देखा है।
पीएम मोदी ने सैम पित्रोदा पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके एक मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हैं, जो पिछले चुनाव में ‘हुआ तो हुआ’ के लिए फेमस हो गए थे। कॉन्ग्रेस के परिवार के काफी करीबी हैं। उन्होंने अभी-अभी बाबा साहब के योगदान को छोटा करने का भरपूर प्रयास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गाँधी को ‘युवराज’ और ‘नॉन स्टार्टर’ करार दिया। पीएम मोदी ने कहा, “अब इन्होंने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बनाकर दिया है। अभी वो नॉन-स्टार्टर है। न तो वो लिफ्ट हो रहा है और न ही लॉन्च हो रहा है।”
इस दौरान पीएम मोदी ने विभाजन की राजनीति पर भी जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान के किसी भी कोने में दर्द हो तो पीड़ा सबको होना चाहिए। अगर शरीर का एक अंग काम नहीं करता है तो पूरा शरीर अपंग माना जाता है। देश का कोई अंग विकास से वंचित रह जाएगा तो भारत विकसित नहीं हो पाएगा। राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश को तोड़ने वाली भाषाएँ बोली जा रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मोदी 3.0 विकसित भारत की नींव मजबूत करने के लिए पूरी शक्ति लगा देगी। उन्होंने कहा, “अगले 5 साल में डॉक्टरों की संख्या कई गुना बढ़ेगी। मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ेगी। इलाज सस्ता और सुलभ हो जाएगा। अगले 5 साल में हर गरीब के घर नल से जल का कनेक्शन होगा। गरीबों को पीएम आवास दिया जाएगा, कोई वंचित नहीं रहेगा। अगले 5 साल में सोलर पॉवर से बिजली बिल जीरो किया जाएगा। अगर ठीक से काम करेंगे, तो बिजली बनाकर लोग कमाई भी करेंगे। अगले पाँच साल में देश में पाइप से गैस कनेक्शन का नेटवर्क बनाने का काम किया जाएगा। हमारे युवा स्टार्टअप, यूनिकॉर्न की संख्या लाखों में होने वाली है। कई टियर-2, टियर-3 शहर उभरेंगे। रिसर्च फंडिंग जो सरकार ने जारी की है, अगले पाँच साल में रिकॉर्ड पेटेंट जारी होंगे।”
युवाओं को विदेश भेजने की जगह भारत में ही उच्च शिक्षा के स्तर को उठाया जाएगा। अगले पाँच साल में हर इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्टिशन में भारत का तिरंगा लहराएगा। पीएम मोदी ने कहा कि अगले 5 साल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बदल जाएगा। देश वंदे भारत का विस्तार भी देखेगा और बुलेट ट्रेन भी देखेगा। देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता नजर आएगा। अगले पाँच साल में भारत का सेमीकंडक्टर पूरी दुनिया में होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि अपनी उर्जा जरूरतों के लिए लाखों-करोड़ों डॉलर का तेल मँगाता है, हम अगले पाँच सालों में दूसरों पर निर्भरता कम करने की कोशिश करेंगे। इसके लिए हम ग्रीन हाईड्रोजन अभियान चलाएँगे, जिससे उर्जा जरूरतें पूरी होंगी। हम 20 प्रतिशत इथेनॉल का इस्तेमाल करेंगे, जिससे किसानों को फायदा होगा। हम एडिबल ऑयल यानी खाने के तेल मँगाते हैं, उसे कम करेंगे। हम नेचुरल फार्मिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।
पीएम ने मोदी 3.0 को लेकर तमाम योजनाओं को भी सामने रखा। पीएम मोदी ने कहा कि एआई से लेकर डिजिटल इंडिया तेजी से आगे बढ़ेगा। भारत में तेजी से तकनीक का इस्तेमाल होगा। स्पेस के क्षेत्र में अगले पाँच साल में हम नई ऊँचाइयों को छुएँगे। पीएम मोदी ने कहा कि ग्रास-रूट इकोनॉमी में तेजी से बदलाव होगा। तीन करोड़ लखपति दीदी और 10 करोड़ महिलाएँ जो स्वयंसेवी समूहों से जुड़ी हैं, वो भारत को बदल देंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत हमारी कमिटमेंट है। हमारी हर साँस विकसित भारत के लिए समर्पित है। उसी विश्वास के साथ हम चलते रहे हैं, चल रहे हैं और चलते रहेंगे। ये समय देश के स्वर्णकाल के रूप में सदियों तक जाना जाएगा। देश तेज गति से बदल रहा है। जीवन के हर क्षेत्र में भारतीय नई ऊँचाई पर पहुँच रहे हैं।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/02/मोदी-1.jpg421750adminhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngadmin2024-02-07 13:03:032024-02-07 13:18:20‘आरक्षण विरोधी’ नेहरू, ‘नाॅनस्टार्टर’ युवराज पर PM मोदी ने काॅन्ग्रेस को धोया
दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शिकायत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया। दरअसल, ईडी दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है, लेकिन वह समन का पालन नहीं कर रहे हैं। राउज़ एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा ने सीएम केजरीवाल को समन जारी करते हुए 17 फरवरी को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया.आज ही पहले दिल्ली शराब घोटाला केस को लेकर जांच की जद में आए अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली। सुबह उन्हें कोर्ट में पेश नहीं होना होगा। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यूट्यूबर ध्रुव राठी के यूट्यूब वीडियो को दोबारा ट्वीट किया था, जिसे लेकर उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला चल रहा है। इसी मामले में सीएम केजरीवाल को व्यक्तिगत पेशी से छूट मिल गई थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राउज ऐवन्यू कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी, जिस पर कोर्ट ने पेशी से छूट की राहत दे दी थी।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट शाम 4 बजे सुनाया सीएम केजरीवाल पर फैसला
कोर्ट ने 17 फरवरी को पेश होने को कहा
ईडी ने 5 समन का जवाब न देने पर दिल्ली की अदालत में की थी शिकायत
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बुधवार को दिल्ली की अदालत से बड़ा झटका लगा है। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया है। उन्हें ईडी की अर्जी पर 17 फरवरी को कोर्ट के सामने पेश होने को कहा गया है। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी ने दिल्ली की अदालत में दर्जी दाखिल की थी। ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट से शिकायत की है कि केजरीवाल 5 बार समन भेजने के बाद भी उपस्थित नहीं हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय की इस अर्जी पर बुधवार यानी आज शाम 4 बजे फैसला सुनाया है। बता दें कि ईडी ने दिल्ली के सीएम को शराब घोटाले से जुड़े मामले के लिए समन भेजा था। सीएम केजरीवाल ने समन को गैरकानूनी बताया था। केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी राजनीतिक द्वेष के कारण यह सब कर रही है। बता दें कि आज आआपा(आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह की जमानत याचिका पर भी फैसला आना है। दिल्ली हाई कोर्ट जमानत पर फैसला लेगा।
दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े केस में ईडी सीएम केजरीवाल को 5 बार समन भेज चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को पहला समन पिछले साल 2 नवंबर, 21 दिसंबर और इस साल 3 जनवरी, 18 जनवरी और 31 जनवरी को समन भेजा था। केजरीवाल ने इन पांचों समन का कोई जवाब नहीं दिया था और कहा था कि गैरकानूनी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल के जवाब न देने और समन के लिए उपस्थित न होने पर दिल्ली की अदालत का दरवाजा खटखटाया है। आज शाम इस पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट फैसला सुनाया और ईडी को 17 फरवरी को पेश होने को कहा है। बता दें कि ईडी ने अपनी शिकायत एडिशनल मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा के सामने दर्ज कराई थी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/02/अक्जUntitled.jpg7201280adminhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngadmin2024-02-07 12:03:262024-02-07 12:18:52ED की शिकायत पर 17 फरवरी को पेश होने का कोर्ट का आदेश
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
आपका ऊर्जा-स्तर ऊँचा रहेगा। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। कुछ समय आप अपने शौक़ और अपने परिवार वालों की मदद में भी ख़र्च कर सकते हैं। विवादित मुद्दों को उठाने से बचें, अगर आप आज ‘डेट’ पर जा रहे हैं तो। व्यावसायिक साझीदार सहयोग करेंगे और आप साथ मिलकर टलते आ रहे कामों को पूरा कर सकते हैं। छात्रोंं के दिमाग में आज प्यार का बुखार छा सकता है और इस वजह से उनका काफी समय बर्बाद हो सकता है। आपका वैवाहिक जीवन आपके परिवार के चलते नकारात्मकर रूप से प्रभावित हो सकता है, लेकिन आप दोनों होशियारी से चीज़ें संभाल सकते हैं।
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