कमलानंद जी महाराज ने श्रद्धालुओं को दीन-दुखियों की मदद कर नववर्ष का आगाज करने की दी प्रेरणा

  • देवभूमि हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज ने श्रद्धालुओं को दीन-दुखियों की मदद कर नववर्ष का आगाज करने की दी प्रेरणा
  • श्रद्धालुओं  को दी नववर्ष की शुभकामनाएं 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 01 जनवरी   :

श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर सत्संग समिति की ओर से रोज एनक्लेव स्थित श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में देवभूमि हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज की अध्यक्षता में 31 दिसंबर की शाम श्री राधा माधव के नाम कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें देर रात तक श्रद्धालु भजनों की गंगा में मंत्रमुग्ध होकर डुबकियां लगाते रहे और झूमते रहे। उत्सव दौरान जहां महाराज श्री ने श्रद्धालुओं को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए इस माह की शुरुआत गरीबों व दीन-दुखियों की मदद करने की प्रेरणा दी।

स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज ने भी श्रद्धालुओं को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। महाराज जी द्वारा ये नववर्ष सभी श्रद्धालुओं और धर्म प्रेमियों के लिए धन्य-धान्य से भरपूर होने और खुशहाली भरा बीतने का आशीर्वाद दिया गया। ये कार्यक्रम स्वर्गीय श्रीमती सुमन बजाज (धर्मपत्नी मदन गोपाल बजाज, बजाज सीमेंट वाले) की मधुर स्मृति में आयोजित किया गया। जिसमें पटियाला से विशेष रुप से पहुंची भजन गायिका कमला बजाज, संतोष शर्मा एंव उनकी भजन मंडली ने श्रद्धालुओं को देर रात तक भजनों की गंगा में डबुकियां लगवाईं। कमला बजाज ने श्रद्धालुओं को जग में देव बड़े दो महान, एक है श्याम प्रभु दूसरे वीर हनुमान… भजन पर जहां भाव-विभोर कर दिया। वहीं भजन नी मैं दुध काहे नाल रिड़का, झाटी चोँ मधानी ले गया… भजन पर श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया।

रात करीब साढ़े बारह बजे तक श्रद्धालु भजनों की गंगा में मंत्रमुग्ध होकर झूमते नजर आ रहे थे। प्रवचनों की अमृतवर्षा दौरान स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने इस वर्ष और इस माह की शुरुआत जरुरतमंदों की मदद जैसे नेक कार्यों के साथ करें। गरीबों और दीन-दुखियों की मदद करो, ताकि उनका भी नया साल अच्छा आए। जो जितना दिल खोलकर जरुरतमंदों की मदद करेगा उसे परमात्मा उससे कहीं ज्यादा दोगुणा वापिस देंगे। उत्सव दौरान समिति द्वारा स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज एवं स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज को आदर की चादर भेंट करते हुए सम्मानित किया गया। वहीं आए मेहमानों और सहयोगियों को सम्मानित भी किया गया।

इस मौके मंदिर के पुजारी पंडित अर्जुन शर्मा, सुमन मोंगा, राकेश मोंगा, रमेश रेहान, दर्शन लाल चुघ, राजकुमार बांसल, हंसराज शर्मा, जितेश मोंगा, विकास मोंगा, अशोक चानना, टिंकू मोंगा, टेक बहादुर, ओम प्रकाश अग्रवाल, सुभाष मित्तल, विक्रम नंदा, चंदन शर्मा, जतिंदर शर्मा, राकेश कक्कड़, हरीश बांसल समेत बड़ी गिनती में श्रद्धालु मौजूद थे। 

गुरु जी महाराज अपनी शिष्य मंडली सहित 03 जनवरी को फिरोजपुर के लिए प्रस्थान कर जाएंगे और करीब एक सप्ताह वहां आयोजित होने वाले कार्यक्रम दौरान श्रद्धालुओं को प्रवचनों की अमृतवर्षा में स्नान करवाएंगे।

हरियाणा बना विकास की मनोहर मिसाल : ओमप्रकाश देवीनगर

  • परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकारी सेवाओं का लाभ लोगो को घर-द्वार पर ही मिल रहा : ओमप्रकाश देवीनगर

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  – 01 जनवरी   :

हरियाणा शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश देवीनगर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समावेशी विकास की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, महिला सशक्तिकरण, युवाआंे के उत्थान और अंत्योदय को हासिल करने के लिए कई अनूठी स्कीमंे शुरू की हैं और ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।

श्री ओमप्रकाश देवीनगर आज विकसित भारत संकल्प यात्रा जनसंवाद के मोरनी के गांव भूढी पंहुचने पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। 

विकसित भारत संकल्प यात्रा का गांव भूढी पंहुचने पर सरपंच कमला देवी  व अन्य मौजूज व्यक्तियों ने भव्य स्वागत किया। 

उन्होंने कहा कि आईटी का बड़े पैमाने पर प्रयोग करके व्यवस्था परिवर्तन का काम किया है, जिससे भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार व क्षेत्रवाद पर अंकुश लगा है। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकारी सेवाओं और योजनाआंे को आॅनलाइन कर देने से इनका लाभ लोगांे को घर-द्वार पर ही मिल रहा है। अब गरीब का हक कोई छिन नहीं सकता। 

उन्होंने कहा कि पहले उन परिवारों को बी.पी.एल. मंे शामिल किया गया था जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रुपये से कम थी। सरकार ने यह आय सीमा बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक कर दी। इससे 20 लाख नए परिवार बी.पी.एल. मंे आ गए हैं। गरीब लोग धन के अभाव मंे उपचार से वंचित न रहंे, इसके लिए आयुष्मान भारत-चिरायु योजना चलाई जा रही है। इसमंे अंत्योदय परिवार को 5 लाख रुपये तक का सालाना मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है। 

इस अवसर पर उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्कूली बच्चों और योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

इसके पश्चात विकसित भारत संकल्प यात्रा जनसंवाद मोरनी खंड के गांव भोज ढारती में प्रवेश कर गई।

Panjab University unveils a captivating Table Calendar for  2024

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh  – 01 January:

Panjab University unveils a captivating Table Calendar for  2024 based on Sustainability Development Goals (SDGs)

A Table Calendar, integrating environment with societal insights, was released today by the Hon’ble Vice Chancellor, Prof. Renu Vig alongwith  Prof Rumina Sethi, Dean of University Instructions (DUI). It has  designed on the theme on United Nation’s Sustainable Development Goals (SDGs). It is a collaborative effort of Dr Jaspreet Kaur, Assistant Professor, Department of Botany and Dr Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work. “This innovative calendar represents a harmonious blend of scientific insights and societal perception, demonstrating the interconnected nature of sciences with social dynamics” said the Vice-Chancellor. This showcases the progressive perspectives from the realm of life sciences, delving into critical aspects of sustainable development and ensuring a holistic understanding of the theme. She said that this calendar is a visual delight with breathtaking photographs shot using a mobile camera by Dr Gaurav Gaur.

While appreciating the efforts Prof Rumina Sethi said that “Dr Gaur has remarkably applied his photographic proficiency and creative mind to raise awareness about the SDGs to inspire a collective commitment to a sustainable future”. With engaging design and a call to action, this calendar invites individuals to contribute to sustainable practices in their daily lives. Such interdisciplinary collaborations create a unique and impactful platform to foster a deeper understanding of the SDGs and drive a positive change. Prof. Prof. Anju Suri, Dean, Faculty of Arts, was also present during the release. The dignitaries appreciated the celebration of the fusion of science and societal consciousness to propel us toward a more sustainable and equitable world. The calendar is prepared under the Environment Education Program of Ministry of Environment, Forest & Climate Change funded by Punjab State Council for Science and Technology, Chandigarh, the state nodal agency.

सेक्टर 14 में नव वर्ष का आगाज हवन के साथ

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  01जनवरी   :

 श्रीगणेश प्रभात मंडल के तत्वाधान में आज प्रात: नव वर्ष के उपलक्ष्य में सेक्टर 14 के मुख्य सुभाष पार्क में हवन-यज्ञ व भजन-संकीर्तन का आयोजन किया गया। हवन से पूर्व प्रतिदिन की भांति योग, प्राणायाम एवं भजन कीर्तन किया गया।

जी.सी.नारंग ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से मंडल द्वारा सुबह गणेश वंदना करके संकीर्तन किया जाता है। अब 8 वर्षों से नये साल के पहले दिन हवन-यज्ञ हो रहा है। उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। जी.सी.नारंग ने ज्योत प्रज्जवलन करके हवन की शुरुआत की।

मुख्य यजमान के रुप में चंद्र सिंह एसडीओ व उनकी घर्मपत्नी नीलम, डॉ. कलवंत जांगड़ा व उनकी धर्मपत्नी जांगड़ा समाज की महिला प्रधान मैना जांगड़ा, गोकल चंद नारंग व उनकी धर्मपत्नी सरोज नारंग आदि उपस्थित रहे। हवन में सेक्टर के अनेक प्रमुख लोगों ने हवन में आहुति डालकर अपनी हाजिरी लगवाई।

इस अवसर पर विशेष रुप से डॉ. प्रेम यादव, अशोक मेहता, विजय आनंद, लेखक सुदर्शन गुप्ता, सूरज बेरवाल, शिव कुमार गोयल, नरेन्द्र गोयल, राजकुमार एडवोकेट, डॉ. दीक्षित, जयबीर सांगवान, नवदीप, जयदीप, माईलाल बिंदल, बिमला बिंदल सहित सेक्टर के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।    

भारत 2047 तक ‘विकसित भारत’ : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने में विश्वविद्यालयों की अहम भूमिका रहेगी- प्रो. नरसी राम बिश्नोई

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  01 जनवरी   :

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार इस वर्ष कई नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ करने जा रहा है।  ये सभी एकेडमिक प्रोग्राम्स वर्तमान समय की मांग के अनुरूप और रोजगारपरक होंगे।  एकेडमिक प्रोग्राम्स नियमित तथा दूरस्थ शिक्षा दोनों ही माध्यमों से आरंभ किए जाएंगे।  विद्यार्थियों की संख्या बढऩे को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के आधारभूत ढांचे को भी और अधिक मजबूत किया जाएगा।  नववर्ष के उपलक्ष्य पर विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के कमेटी हॉल में हुई पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी।  

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने में विश्वविद्यालयों की अहम भूमिका रहेगी।  ऐसे में विश्वविद्यालयों को वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करना व मजबूत करना आवश्यक है।  विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख एकेडमिक प्रोग्रामस उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास को बेहतर करना भी विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है।  गुरु जम्भेश्वर जी भगवान के नाम पर स्थापित यह विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।  विश्वविद्यालय ने नए कोर्स आरंभ करने तथा आधारभूत ढांचा मजबूत करने की एक विस्तृत योजना तैयार की है।  

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर सहित डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेन्द्र कुमार, तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, निदेशक आउटरीच प्रो. दलबीर सिंह, निदेशक दूरस्थ शिक्षा प्रो. खुजान सिंह, उपनिदेशक जनसम्पर्क डा. बिजेन्द्र दहिया, सहायक कुलसचिव अशोक कौशिक व कंसल्टेंट विमल झा इस अवसर पर उपस्थित रहे।

ये शुरु किए जाएंगे नियमित एकेडमिक प्रोग्राम्स

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आगामी सत्र से पांच वर्षीय बीकॉम-एमकॉम इंटेग्रेटिड, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीए इंटेग्रेटिड, बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस, बीएएलएलबी, बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, एमएससी जियोग्राफी, पांच वर्षीय बीए-एमएससी जियोग्राफी इंटेग्रेटिड, डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीक्स तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जाएंगे।  कुछ शैक्षणिक कार्यक्रमों की कक्षाएं सायंकालीन सत्र में लगेंगी।  विश्वविद्यालय के समबद्ध महाविद्यालयों  के शैक्षणिक कार्यक्रम भी नई शिक्षा नीति के तहत शुरु किए जाएंगे।  पार्ट-टाइम पीएचडी कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा।  इससे सेवारत आवेदकों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा।  इस अवसर पर कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने डिजिटल केलेंडर का विमोचन भी किया।  इस माहवार केलेंडर के क्यूआर कोड को स्कैन करके माह से संबंधित जानकारियां उपलब्ध होंगी।   

दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ये ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स शुरु होंगे

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई नए ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जा रहे हैं।  इनमें एमबीए जनरल, एमकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमसीए, बीसीए, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस, एमए हिंदी तथा डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस शामिल हैं।  

नए भवनों का होगा निर्माण

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में नए भवनों का निर्माण भी इस वर्ष में किया जाएगा।  विश्वविद्यालय में शिक्षण खंड-8 का निर्माण होगा तथा शिक्षण खंड-7 की तीसरी मंजिल बनाई जाएगी।  सिविल इंजीनियरिंग विभाग की इमारत तथा एक मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण भी किया जाएगा।  लड़कियों के लिए नए छात्रावास नम्बर-5 तथा लडक़ों के लिए एक और नए छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।  अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए एक अलग से छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा।  विश्वविद्यालय परिसर में नए ए-टाइप, सी-टाइप, सुपर सी-टाइप तथा डी-टाइप मकानों का निर्माण भी में किया जाएगा। 

नववर्ष के उपलक्ष्य में हुआ हवन यज्ञ तथा विश्वविद्यालय परिवार मिलन समारोह

विश्वविद्यालय परिसर में नववर्ष के उपलक्ष्य में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान के सौजन्य से हुए इस हवन यज्ञ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे।  हवन यज्ञ की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने की।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी भगवान की वेदमयी वाणी तथा वेद मंत्रों के माध्यम से किए गए हवन यज्ञ में विश्वविद्यालय की सुख समृद्धि की प्रार्थना की गई।  हवन यज्ञ की व्यवस्थाओं का संचालन अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई तथा पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. किशनाराम बिश्नोई की देख-रेख में किया गया।  

विश्वविद्यालय के फ्रेगरेंस गार्डन में परिवार मिलन समारोह का आयोजन किया गया।  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने व्यक्तिगत रूप से मिलकर शिक्षकों व कर्मचारियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी तथा उनके परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर भी उपस्थित रहे।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार के लिए जलपान का आयोजन किया गया। 

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ आयोजित

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -01 जनवरी   :

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन संत पुरा यमुनानगर में 1जनवरी 2024को  नव-वर्ष के उपलक्ष्य  पर कॉलेज के प्रांगण में श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जीएनजी कॉलेज की निर्देशिका डॉ वीरेंद्र गांधी , कॉलेज प्राचार्या  डॉ. इंदु शर्मा  , समूह  शिक्षकगण एवं बीएड और डी एड की छात्राए उपस्थित रही । पाठ पूर्ण तन्मयता एवं धार्मिक तरीके से किया  गया । पाठ 12.30 बजे आरंभ किया गया और 2.00 बजे पाठ की सम्पूर्णता के बाद  अरदास की गई एवं प्रसाद वितरण भी हुआ।  तदुपरांत  कॉलेज प्रचारिया ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।

बालकुंज छछरौली में बच्चों ने धूमधाम से मनाया नववर्ष 

नववर्ष पर निर्धारित करे लक्ष्य : बलजीत कौर 

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 01 जनवरी   :

छछरौली बाल कुंज में नववर्ष 2024 के आगमन पर बच्चों ने अरदास के साथ नव वर्ष की शुरुआत की साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से नव वर्ष के कार्यक्रम का आयोजन किया गया बच्चों ने बालकुंज के प्रांगण को सजाया और सभी ने नया कैलेंडर लगाया नव वर्ष की ऊर्जा बच्चों में बनी रही जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास बलजीत कौर ने बताया की बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे बच्चों ने केक काटा सभी बच्चों को कंबल और उपहार भी दिए गए।बच्चों को नववर्ष पर ऊर्जा के साथ नए लक्ष्य निर्धारित करने स्वास्थ्य, शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा वर्ष की शुरुआत में अपने कार्यों को सही समय पर करने अनुशासन का पालन करे। मौके पर महिलाओं में बाल विकास परियोजना अधिकारी कुसुम लता और कार्यवाहक जिला बाल संरक्षण अधिकारी रंजन शर्मा बाल कुंज स्टाफ मौजूद रहे।

डॉ अशोक गुप्ता और डॉ अनुरागिनी गुप्ता को राइनोकॉन – 2023 अवॉर्ड से सम्मानित

डॉ. अशोक गुप्ता को ‘टीचर ऑफ टीचर्स’ अवॉर्ड से तथा डॉ. अनुरागिनी गुप्ता को ‘कंसलटेंट पेपर’ अवॉर्ड श्रेणी के तहत गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया –

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 01जनवरी   :

डॉ. अशोक गुप्ता, डायरेक्टर, ईएनटी और हेड एंड नेक सर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली को हाल ही में बीकानेर, राजस्थान में आयोजित ऑल इंडिया राइनोलॉजी सोसाइटी – राइनोकॉन 2023 की 34वीं वार्षिक बैठक के दौरान टीचर ऑफ टीचर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया।

राइनोलॉजी और स्कल बेस सर्जरी के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करने के लिए हर साल आयोजित होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में लगभग 500 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. गुप्ता ने सात लाइव सर्जरी का प्रदर्शन किया। इसमें प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय वक्ताओं, अपने-अपने क्षेत्रों के अधिकारियों की एक श्रृंखला ने भी अतिथि व्याख्यान दिए।

डॉ. अनुरागिनी गुप्ता, एसोसिएट कंसल्टेंट, ईएनटी विभाग, फोर्टिस मोहाली ने भी डायथायरॉइड ऑर्बिटोपैथी पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसके लिए उन्हें ‘कंसल्टेंट पेपर’ अवॉर्ड श्रेणी के तहत गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के ईएनटी विभाग ने दुनिया के सबसे उन्नत चौथी पीढ़ी के रोबोट – दा विंची इस आई के माध्यम से जटिल कान, नाक और गले (ईएनटी) विकारों से पीड़ित कई रोगियों का इलाज करके उल्लेखनीय प्रगति की है। ऐसे जटिल मामलों में रोबोट-सहायक सर्जरी को गोल्ड स्टैण्डर्ड उपचार माना जाता है। आम ईएनटी समस्याओं में कान में संक्रमण, स्ट्रेप थ्रोट, साइनसाइटिस और स्लीप एप्निया शामिल हैं। यदि इन विकारों का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह आगे गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।

आयुर्वेद का अर्थ है जीवन का विज्ञान : डॉ अभिमन्यू आर. भार्गव

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 01 जनवरी   :

डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स के प्रांगण में फैकल्टी डेवलपमेंट सेल की ओर से आयुर्वेद से स्वास्थ्य रक्षा एवं बचाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। एफडीपी सेल कन्वीनर डॉ सुरेंद्र कौर ने कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाई। भार्गव आयुर्वेद संस्थान के संस्थापक व सीईओ, नाड़ी विशेषज्ञ व वेलनेस कोच डॉ अभिमन्यू आर. भार्गव कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे । कार्यक्रम का संचालन योग विभागाध्यक्षा डॉ रंजना द्वारा किया गया।

आयुर्वेद के बारे में बताते हुए डॉ भार्गव ने कहा कि आयुर्वेद प्राचीन भारतीय प्राकृतिक और समग्र वैद्य शास्त्र चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेद का अर्थ है जीवन का विज्ञान और इसके अनुसार तन- मन और आत्मा के बीच आप संतुलन स्थापित करके अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं आयुर्वेद में न केवल उपचार है बल्कि यह जीवन जीने का ऐसा तरीका सीखाता है जिससे आपका जीवन लंबा और खुशहाल हो जाता है उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति के शरीर में वात, पित्त और कफ जैसे तीनों मूल तत्वों के संतुलन से कोई भी बीमारी नहीं हो सकती यदि संतुलन बिगड़ा है तो बीमारी शरीर पर हावी होने लगती है अतः इन तीनों तत्वों के मध्य संतुलन स्थापित किया जाता है इसके अलावा आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने पर भी बल दिया जाता है ताकि व्यक्ति सभी प्रकार के रोगों से मुक्त हो। साथ ही उन्होंने बताया कि एलोपैथी औषधि रोग के प्रबंधन पर केंद्रित होती है जबकि आयुर्वेद रोग की रोकथाम और रोग को उत्पन्न करने वाले मूल कारण को देखकर उसका निदान करता है। 

डॉ मीनू जैन ने सभी स्टाफ सदस्यों को नव वर्ष की बधाई दी और कहा कि इस नए वर्ष में सभी अपने स्वास्थ्य और आहार पर ध्यान दें क्योंकि खानपान का असर सीधा हमारी हेल्थ पर पड़ता है और हेल्थ अच्छी होगी तो हमारे कार्य के प्रति कुशलता बढ़ेगी और उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। और उत्पादकता ही सफलता की कुंजी है। 

नववर्ष का महान तोहफा है : मैडिटेशन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01जनवरी   :

विश्वास फाउंडेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विश्वास मैडिटेशन रिट्रीट की अंतिम बैठक में आज यहां विश्वास मैडिटेशन सेंटर, सेक्टर 9 के मैडिटेशन हाल में परम पूज्य गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी के रिकॉर्डेड प्रवचनों में कहा गया कि नया साल सभी के लिए महान तोहफा है और इस नए साल का स्वागत अंतस ध्यान से करना चाहिए ताकि आने वाले साल के लिए ऊर्जा व पाजीटिव वाइब्रेशंस मिलें। स्वस्थ जीवन जीने के लिए अंतस की यात्रा ही एकमात्र माध्यम है जो सीधे परमात्मा से भी जोड़ती है।

इस विशेष सत्र में सैकड़ों अनुयायियों, साधक-साध्वियों व श्रद्धालुजनों को विश्वास मैडिटेशन की महान गहराईयों में उतरते हुए गुरुदेव श्री के वचनों का आनंद लिया।

पूज्य गुरूदेव श्री जी ने पुनः फरमाया – नव वर्ष की नवप्रभात में मैडिटेशन अन्तस ध्यान में उतर कर जीवन को नव जागरण के प्रकाश से जगमगा लेना। अन्तस ध्यान ही जीवन जागरण है। जागरण का अर्थ है – भीतर देखो। उल्टी यात्रा है। भीतर देखने से सब जागरण रूप हो जाता है, सब बदल जाता है। बाहर की दोनो आंखों से बहुत जागे हैं, परन्तु अपने भीतर की आंख, अपने शिवनेत्र से अन्जान हैं। जीवन भीतर के जागरण में है, बाहर नहीं। बाहर की आंखों के साथ साथ भीतर की आंख का भी सदुपयोग करना।

जीवन के बाहर-भीतर जागरण का प्रकाश हो ऐसा समन्वित जीवन ही स्वयं में स्थित हो स्वस्थपूर्ण, प्रेमपूर्ण, आनन्दपूर्ण जीता है। यही मैडिटेशन का जगमगाता रूप है जहां जीवन की अनूठी, संतुलित, सरस, सुमधुर धारा बह उठती है। जीवन जागरण ही एकमात्र जीवन शिखर है जिसे उपलब्ध होना प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है – इसी एक कर्तव्य की ओर बढ़ते हुए नव वर्ष का स्वागत करना।