भगवान को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का लगाया भोग

  • अभिमान रखने वालों का भगवान अभिमान तोड़ते हैंः कथा व्यास
  • कथा व्यास ने सुंदर भजन गाकर श्रद्धालुओं का समां बांधा
  • गोकुल वासियों ने भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया सर्वप्रथम देवताओं में भगवान शिव भगवान के दर्शन के लिए गए लेकिन जोगी बनकर। 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 01 दिसम्बर  :

सेक्टर 40 डी के मैदान में सुंदरकाण्ड महिला मंडली द्वारा आयोजित साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस की कथा में कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने  श्रद्धालुओं को श्री गोवर्धन लीला का प्रसंग भी श्रद्धालुओं को सुनाया और उसी परम्परा के अनुसार कथा स्थल पर गिरिराज पूजन हुआ। भगवान गोवर्धन का अभिषेक विधि विधान के साथ किया गया और उन्हें 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया। इस अवसर पर कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने सुंदर भजन गाये जिसे सुन कर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गये।

इस कथा को श्रवण करने के बाद कथा व्यास ने सार बताया एक छोटी सी उंगली पर पूरे गिरिराज को ठाकुर जी ने धारण किया हम सबको भी किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए छोटा व्यक्ति बहुत बड़े से बड़ा काम समझ से कर सकता है यदि उसके ऊपर प्रभु की कृपा है और उसका भाव पवित्र है। उन्होंने बताया कि इंद्र का अभिमान अत्यधिक बढ़ाने के कारण भगवान ने सारे गोकुल वासियों की रक्षा की और इस कथा का अभिप्राय भी यही है कि अभिमान वाले का भगवान अभिमान तोड़ते हैं भगवान पर आस्था रखने वाले गोकुल वासियों के श्रद्धा को भगवान श्रेष्ठ बताते हैं जो भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा आस्था रखते हैं भगवान उनकी रक्षा के लिए हमेशा छत्र छाया बनकर सदैव खड़े रहते हैं।

इससे पूर्व कथा में कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने नंद बाबा के घर में सभी गोकुल वासियों ने भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया सर्वप्रथम देवताओं में भगवान शिव भगवान के दर्शन के लिए गए लेकिन जोगी बनकर। कभी भी भगवान से अगर मिलना है तो हमें अपने अपने पद को त्याग कर एक सच्चे भक्त की तरह भगवान की कथा में भगवान के दर्शन के लिए जाना चाहिए। भगवान शिव त्रिलोकी नाथ महादेव होते हुए भी जब भगवान के दर्शन के लिए गए तो बिल्कुल खाली यानी कि जोगी बनकर। हम सभी को भी भगवान के प्रति अपनी पद और अभिमान, कपट भाव को त्याग कर कथा एवं मंदिर या सत्संग में जाना चाहिए।

अनेकता में एकता का अद्भुत संगम है कलाग्राम का 13वां शिल्प मेला

भारत की विविधताओं को दर्शाते क्राफ्ट मेले का यूटी प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित  ने किया उद्घाटन

देश की विभिन्न संस्कृतियों की झलक पाने के लिए पहुंचे कलाग्राम

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 01 दिसम्बर  :

13वें चंडीगढ़ शिल्प मेले का कलाग्राम में शुक्रवार को भव्य शुभारंभ हुआ। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचकर मेले का  उद्घाटन किया। वहीं चंडीगढ़ मेयर अनूप गुप्ता विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद हुए। इस बार शिल्प मेले में बहुत सी नई चीजें देखने को मिल रही हैं । उद्घाटन के अवसर पर सौरभ भट्ट द्वारा लिखित पुस्तक “जयपुर का लोक नाट्य तमाशा” का विमोचन हुआ और चार राज्यों के चार  लोक कलाकारों  को ‘लोक कला साधक सम्मान’ से सम्मानित भी किया गया । पारंपरिक उद्घाटन  के पश्चात मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई । वहीं म्यूजिकल नाइट में मशहूर सूफी गायिका सुल्ताना नूरां ने अपनी सुरमई आवाज का जादू बिखेरा और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस दौरान मुख्य अतिथि प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि हमारा देश पूरे विश्व में विविधताओं में एकता का प्रतीक है। इस तरह के क्राफ्ट मेले के जरिये देश की कलाकृतियों व संगीत लहरियों के माध्यम से भारत के पुरातन  कला व  संस्कारों को नया जीवन मिलता है। वहीं चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने कहा कि आजकल युवा पीढ़ी अपनी पुरातन संस्कृति को भूलती जा रही है। ऐसे में इस तरह के शिल्प मेले के जरिये युवाओं को विभिन्न राज्यों की संस्कृति और शिल्पकारी को करीब से जानने का मौका मिलता है। कलाग्राम का क्राफ्ट मेले का हर साल लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन इस बार यहां बहुत कुछ नया देखने को मिल रहा है। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि चंडीगढ़ मोहाली और पंचकूला के दर्शकों की संभावित रुचि का ध्यान रखते हुए कलाकारों को आमंत्रित किया गया है । उनका ये भी मानना था कि केंद्र का उद्देश्य ना केवल स्वस्थ मनोरंजन के अवसर सुलभ करवाना है बल्कि अपनी महान संस्कृति विरासत से भी दर्शकों को रूबरू करवाना है ।

मेले के पहले दिन यानी 1 दिसंबर को नागालैंड स्थापना दिवस होने के कारण नागालैंड से आमंत्रित गायक फेसाओ और उनकी टीम की   दो गीतों की प्रस्तुति के साथ सुरमयी शाम का आगाज हुआ। इसमें एक गाना नागा भाषा में और एक दूसरा हिंदी भाषा में था। मेले   का सुंदर  प्रवेश द्वार भी नागालैंड  थीम पर ही बनाया गया है । मुख्य मंच को भी नया आकार देकर  बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया है । संपूर्ण मेले की साज सज्जा पारंपरिक प्रतीकों के माध्यम से की गई है । वहीं इस मेले में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान, वेस्ट बंगाल, झारखंड, नागालैंड, उड़ीसा और गुजरात आदि राज्यों से कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। ये कलाकार 1 से 10 दिसंबर तक प्रस्तुति देंगे। यह आयोजन उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला  पटियाला  और चंडीगढ़ प्रशासन  के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिवर्ष होता   है। 10 दिन तक रोजाना शाम 7 बजे से स्टार नाइट होगी।

टिक्कर हिल्स में मनाया गया विश्व एड्स दिवस

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01 दिसम्बर  :

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टिक्कर हिल्स में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की विद्यार्थियों ने रेड रिबन लगाए।
विद्यालय के छात्र छात्राओं ने विश्व एड्स दिवस पर मानव श्रृंखला बनाई । कार्यक्रम में स्कूल के सभी छात्र एवं छात्राओं , विद्यालय प्रबंधन समिति प्रधान पुष्पेंद्र एवं स्टाफ सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में सभी को एड्स के कारण, लक्षण एवं इसके बचाव से संबंधित जानकारी दी गई।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल उर्मिला रंगा ने विद्यार्थियों को बताया कि एक्वायर इम्यूनो डेफिसिएंसी सिंड्रोम (एड्स) साइलेंट किलर बीमारी है, जिसका पता प्रारंभिक चरण में चलने पर उपचार संभव है। यह रोगी के प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।

इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल सुभाष शर्मा ने विद्यार्थियों को बताया कि प्रतिवर्ष 1 दिसंबर के दिन वर्ल्ड एड्स डे एचआईवी के कारण उत्पन्न वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए मनाया जाता है। 1988 में अपनी स्थापना के बाद से प्रतिवर्ष यह दिन मनाया जा रहा है। यह दिन जागरूकता बढ़ाने, एड्स से संबंधित बीमारियों से जाने वाली मौतों को कम करने, एचआईवी के खिलाफ लड़ाई में दुनिया भर के लोगों को एकजुट करने के लिए मनाया है। आज के समय में एड्स एक बहुत ही गंभीर समस्या है। इसके बारे में जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए।

विवेक हाई मोहाली के एनुअल प्रोडक्शन ‘हाए – 5’

विवेक हाई मोहाली के एनुअल प्रोडक्शन ‘हाए – 5’ आयोजन में छोटे बच्चों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 01 दिसम्बर  :

विवेक हाई स्कूल (वीएचएस), मोहाली  के ‘मोंटेसरी टॉडलर्स’ , जिसमें प्री-नर्सरी के छोटे बच्चे शामिल थे और ‘एनवायरमेंटस’ जिसमें नर्सरी से यूकेजी तक के बच्चे शामिल थे, ने अपना बहुप्रतीक्षित एनुअल प्रोडक्शन ‘हाए  – 5’ प्रस्तुत किया। मंच प्रतिभाशाली बच्चों की  जीवंत ऊर्जा के साथ ऊर्जावान हो गया।

 वीएचएस, मोहाली,मोंटेसरी की डायरेक्टर श्रीमती मीनू साही ने कहा, “मोंटेसरी एजुकेशन  शिक्षा की एक वैज्ञानिक पद्धति है जो बच्चे के प्राकृतिक मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक विकास पर जोर  देती है। वीएचएस, मोहाली में हम अपने छात्रों के लिए सीखने का सही माहौल बनाते हैं, ताकि ऐसी शिक्षा हासिल की जा सके जो हाथों से सीखने और सहयोगात्मक खेल पर आधारित हो, जो मोंटेसरी पद्धति का मूल आधार  है।”

वीएचएस, मोहाली की प्रिंसिपल श्रीमती हरबीना रंधावा ने पूरे प्रोडक्शन को त्रुटिहीन ढंग से पूरा करने के लिए छात्रों के आत्मविश्वास की सराहना करते हुए कहा, “मोंटेसरी द्वारा समर्थित व्यावहारिक शिक्षण से निर्देशित बच्चों ने एक लुभावनी एनुअल प्रोडक्शन के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रोडक्शन का विषय प्रकृति के उन पांच तत्वों की सराहना पर केंद्रित था जिनसे धरती माता बनी है, और जो पृथ्वी पर मौजूद भूमि और जल रूपों पर केंद्रित है। बच्चों ने पृथ्वी की रूपरेखा की जटिलताओं का खुलासा किया और इसकी सतह को आकार देने वाले तत्वों के बारे में दिलचस्प जानकारी दी।”

जूनियर विंग की हेड मीनाक्षी मदान ने कहा कि मोंटेसरी  एनवायरमेंटस के बच्चों ने विभिन्न भूमि और जल संरचनाओं का अध्ययन करके, भविष्य के लिए पृथ्वी को संरक्षित करने में अपनी जिम्मेदारी को समझने, सांस्कृतिक विविधता को अपनाने और भूगोल और संस्कृति के बीच घनिष्ठ संबंध को समझते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया । ये बच्चों और शिक्षकों दोनों के सहयोगात्मक प्रयासों से हासिल किया गया।

नाटक का निर्देशन बहुप्रतिभाशाली व्यक्तित्व श्रीमती मुग्धा ने किया, जो ट्राइसिटी के थिएटर जगत में सक्रिय हैं।

अपने उत्साह और ज्ञान से प्रेरित होकर, बच्चों ने स्थलीय और जलीय परिदृश्यों से प्रेरित मनमोहक ध्वनि ट्रैक पर विश्व के विभिन्न कोनों से नृत्य पेश करते हुए एक मनोरम संगीत प्रदर्शन शुरू किया। यह प्रदर्शन थिरकाने वाले डांस और मधुर गीतों का एक सहज मिश्रण था, ये पृथ्वी ग्रह  के विविध परिदृश्यों पर जटिल रूप से आधारित था। रंगीन और जटिल वेशभूषा के साथ अपनी लाइव कोरियोग्राफी के माध्यम से, छात्रों ने मानवता की सांस्कृतिक समृद्धि और भौगोलिक विविधता को स्पष्ट रूप से चित्रित किया।

युवा कलाकारों द्वारा प्रदर्शित आत्मविश्वास और कौशल ने दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी, प्रबंधन और माता-पिता दोनों से समान रूप से प्रशंसा अर्जित की।

‘हाए – 5’ प्रोडक्शन ने न केवल इन नन्हे बच्चों की प्रतिभा को प्रदर्शित किया, बल्कि हम सभी को घेरने वाले प्राकृतिक आश्चर्यों का जश्न मनाने और उन्हें संरक्षित करने के महत्व को भी रेखांकित किया।

भारत का फोकस अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने वाले अवसंरचना पर : गोयल

  • लचीला ऋण पूंजी बाजार नवोन्‍मेषण, उद्यमिता और अवसंरचना के विकास के लिए उत्प्रेरक होगा: तीसरे भारत ऋण पूंजी बाजार शिखर सम्मेलन 2023 में श्री गोयल
  • भारत 7.6 प्रतिशत की तीव्र गति से बढ़ रहा है, जो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच विश्‍व में सबसे तेज है: श्री गोयल

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 01 दिसम्बर  :

केन्‍द्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्‍त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने तीसरे भारत ऋण पूंजी बाजार शिखर सम्मेलन 2023 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अवसंरचना पर भारत का ध्यान अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रहा है तथा इसे और अधिक गति प्रदान कर रहा है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अवसंरचना की दिशा में सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों से व्‍यापक स्‍तर पर निवेश देश की ढांचागत क्षमताओं को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि वित्तपोषण का प्रतिस्पर्धी स्रोत उन लोगों से निवेश आकर्षित कर रहा है जो अधिक सुरक्षा की खोज में हैं। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार भी पहली बार 4 ट्रिलियन का आंकड़ा छू रहा है और शीर्ष पांच वैश्विक बाजारों में से एक होने के कारण भारत के पास बड़े अवसर हैं। उन्होंने बताया कि देश विश्‍व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और इस तिमाही में 7.6 प्रतिशत की दर से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। श्री गोयल ने यह उल्‍लेख करते हुए कि भारत दुनिया के एक विश्वसनीय भागीदार और एक जीवंत लोकतंत्र के रूप में बहुत उज्ज्वल भविष्य के शिखर पर खड़ा है जहां लोग कानून के शासन को स्‍वीकार करते हैं और उसका सम्मान करते हैं, कहा, “विश्‍व आज भारत पर भरोसा करता है।”श्री गोयल ने कहा कि अमृत काल में हम एक विकसित भारत का स्‍वप्‍न देखते हैं जहां हम विकसित और समृद्ध भारत की दिशा में अपनी यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक अपने 3.7 ट्रिलियन डॉलर में 30 ट्रिलियन डॉलर और जोड़ लेगा।श्री गोयल ने कहा कि एक लचीला ऋण पूंजी बाजार नवोन्‍मेषण, उद्यमिता और अवसंरचना के विकास के लिए उत्प्रेरक होगा। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दशकों में व्‍यापक स्‍तर पर शहरीकरण होगा, जबकि श्रेणी 2 शहर भी महानगर बनने जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की आय बढ़ रही है, जिससे देश भर में व्‍यय करने की शक्ति बढ़ रही है। एआई, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन जैसे भविष्य के सेक्‍टर हमारे भविष्य को शक्ति प्रदान करेंगे। हरित और टिकाऊ ऊर्जा ही भविष्‍य का रास्ता होगी और पूंजी बाजार तथा ऋण बाजार हमारी ऊर्जा को निम्न कार्बन अर्थव्यवस्था में रूपान्‍तरित करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। श्री गोयल ने कॉर्पोरेट जगत से खोने के डर के बिना भारत में निवेश करने का आग्रह किया।श्री गोयल ने कहा कि 2010 और 2013 के बीच, निर्बल आर्थिक बुनियादी सिद्धांत थे, 2013 में विदेशी मुद्रा संकट और एफसीएनआर बांड विदेशी मुद्रा उधार पर काफी अधिक ब्याज दर का भुगतान करते हुए जुटाए गए थे, मुद्रास्फीति 10 प्रतिशत से 12 प्रतिशत के ऊंचे स्तर पर बनी रहती थी, बैंक ऋण अतार्किक रूप से बढ़ रहे थे, राजकोषीय घाटा अधिक था। तभी 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने सत्ता संभाली। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का अधिक ध्‍यान व्यापार करने में सुगमता और अनुपालन बोझ को कम करने, कई कानूनों को अपराधमुक्त करने, कुछ अनावश्यक कानूनों को सांविधिक पुस्‍तकों से हटाने पर रहा है। उन्होंने कहा, “यह एक समग्र योजना थी, जिसने भारत को पिछले 10 वर्षों में अपने विदेशी मुद्रा भंडार को दोगुना करने में मदद की।” यह उस तरह का संकट है जैसा 2013 में देखा गया था।श्री गोयल ने कहा कि भारत वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात को 2021 के 500 बिलियन से लगभग 55 प्रतिशत बढ़ाकर पिछले वर्ष 776 बिलियन करने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि विश्‍व भर में दो संघर्ष चल रहे हैं और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंका है। उन्होंने कहा कि फिर भी उन्हें चालू वर्ष में निर्यात संख्या में वृद्धि का भरोसा है।

महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि जी महाराज को श्रद्धालुओं ने दी नम आंखों के बीच भावुक क्षणों में विदाई 

  • करीब एक सप्ताह राजस्थान पीलीबंगा के श्रद्धालुओँ को प्रवचनों की अमृतवर्षा में स्नान कर कृतार्थ करेंगे महाराज जी 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 01 दिसम्बर  :

श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज को शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने नम आंखों के बीच भावुक क्षणों में भाव-भीनी विदाई दी। श्री राम भवन में आयोजित विदाई समारोह में बड़ी गिनती में श्रद्धालु उमड़े हुए नजर आए और स्वामी जी महाराज का तिलक पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर प्रांगण सद्गुरु देव महाराज के जयकारों से गूंज उठा। महाराज जी शिष्य मंडली सहित मुक्तसर से पीलीबंगा स्थित श्री मनोकामना सिद्ध सालासर धाम के लिए रवाना हो गए हैं। जहां करीब एक सप्ताह वहां के श्रद्धालुओं को प्रवचनों की अमृतवर्षा में स्नान करवा पुण्य-लाभ कराएंगे। इसके बाद महाराज जी 9 दिसंबर को फरीदकोट पधारेंगे और नववर्ष तक फरदीकोट स्थित श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में ही श्रद्धालुओं को प्रवचनों की अमृतवर्षा में स्नान करवाएंगे। इस बार नववर्ष फरीदकोट में ही मनाया जाएगा। प्रवक्ता रमन जैन ने सभी का आभार जताया।

जीवन को स्वर्णमयी बना देता है सत्संगः स्वामी श्री कमलानंद जी 

विदाई समारोह में प्रवचनों की अमृतवर्षा दौरान स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने सत्संग की महिमा सुनाते हुए कहा कि सत्संग भगवान से मिलाने का कार्य करता हैं। मानव शरीर का मुख्य उद्देश्य सत्संग के जरिए भगवान को पाना ही है। मगर मनुष्य इस जगत में आकर अपना उद्देश्य भूल गया है। सत्संग श्रवण करने से कुसंग का नाश होता है। सत्संग का असर धीरे-धीरे चढ़ता है और जिस पर सत्संग का रंग चढ़ जाता है उस व्यक्ति का जीवन ही सफल हो जाता है। महाराज जी ने कहा कि पारस में ऐसी शक्ति होती है कि जो लोहे को सोना बना देता है। ऐसे ही सत्संग है जो जीवन को स्वर्णमयी बना देता है। सत्संग श्रवण करने से मनुष्य का जीवन पवित्र होता है। सत्संग जीवन में बेहद जरुरी है। सत्संग मनुष्य को जगाता है। जैसे हम अलार्म लगाते हैं तो अलार्म हमें सैट किए गए समय अनुसार जगाता है। ऐसा तो नहीं है कि अगर हम सुबह साढ़े तीन बजे का अलार्म लगाएं और अलार्म अभी बज जाए। वो तो निर्धारित समय आने पर ही बजेगा। इसी तरह सत्संग, भगवान का भजन सिमरन करने से व्यक्ति की जागृति होती है। सत्संग ही मनुष्य को हर दुविधा से निकालता है। ये सत्संग की महिमा है। संतों का संग करने से जीवन का कल्याण होता है। इस मौके बड़ी गिनती में श्रद्धालु पहुंचे। जिन्होंने महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।कैप्शनः श्री राम भवन में विदाई समारोह दौरान स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते श्रद्धालु।कैप्शनः श्री राम भवन में विदाई समारोह दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज।(छायाः)

खालिस्तानी मुहिम को आतंकवादी मुहिम घोषित करे केंद्र सरकार : वीरेश शांडिल्य 

  • खालिस्तान का प्रचार करने वालों के खिलाफ टाडा जैसा कानून लेकर आएं गृहमंत्री अमित शाह: वीरेश शांडिल्य 
  • केंद्र सरकार खालिस्तानी मुहिम व भिंडरावाला के प्रचार को हल्के में ले रही है : शांडिल्य 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01 दिसम्बर  :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि केंद्र सरकार खालिस्तान व आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाला के प्रचार को हल्के में ले रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र को खालिस्तान मुहिम के खिलाफ सख्त होना होगा अन्यथा पंजाब व हरियाणा हिमाचल चंडीगढ़ दिल्ली का माहौल खराब करने की खालिस्तानी व भिंडरावाला समर्थक विदेशों में बैठकर साजिश रच रहे हैं। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य आज अपने निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उन्होंने आज देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा कि देश को खंडित करने वाली ताकतों व देश में दहशत फैलाने वाले खालिस्तानियों के खिलाफ देश की संसद में टाडा जैसा कानून लेकर आए तब जाकर खालिस्तानी व जरनैल सिंह भिंडरावाला पर नकेल कसी जा सकती है। 

 शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह को जेल में बंद करने से खालिस्तानी मुहिम नहीं रूक सकती क्योंकि खालिस्तानी मुहिम के पीछे विदेशी ताकतें, पाकिस्तान की आईएसआई, पाकिस्तान की आतंकी संगठनों सहित बब्बर खालसा आतंकी संगठन के साथ-साथ जरनैल सिंह भिंडरावाला के कट्टर पंथी इस मुहिम को चला रहे हैं। अगर समय रहते यह मुहिम न रूकी तो पंजाब ही नहीं पूरे देश में हर जगह भिंडरवाला तैयार हो जाएगा। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जो उन्होंने भिंडरावाला का विरोध किया था उन्हीं पर मुकदमा दर्ज किया गया जबकि खालिस्तानी व भिंडरवाला समर्थक संविधान विरोधी, तिरंगा विरोधी व राष्ट्र विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि खालिस्तानी मुहिम को आतंकवादी मुहिम घोषित किया जाए।

अगले 2 साल में पूरी पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा को बाड़ लगाकर सुरक्षित कर लिया जाएगा: अमित शाह 

सीमा बल के 59वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि शामिल 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 01 दिसम्बर  :

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज झारखंड के हज़ारीबाग में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 59वें स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। श्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल की वार्षिक पत्रिका ‘बॉर्डरमैन’ का भी विमोचन किया। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि जीवनपर्यन्त कर्तव्य बीएसएफ का सिर्फ घोषवाक्य नहीं है बल्कि आज तक 1900 से अधिक सीमा प्रहरियों ने अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देकर इस वाक्य को चरितार्थ भी किया है। उन्होंने कहा कि लाखों सीमा प्रहरियों ने अपने जीवन का स्वर्णिम काल कठिनतम परिस्थितियों में परिवार से दूर रहकर बिताया है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति के रूप में बीएसएफ ने जिस तरह से देश की दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा की है, उससे पूरा देश सीमा सुरक्षा बल के इन वीर जवानों पर गर्व करता है।केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया था, एक सीमा पर एक ही सुरक्षा बल की तैनाती। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के तहत पाकिस्तान और बांग्लादेश की सबसे दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल को मिली, जिसे बीएसएफ ने बखूबी निभाया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बर्फीले इलाके, पूर्वोत्तर के पहाड़, गुजरात और राजस्थान के रेगिस्तान हों, गुजरात का दलदली इलाका हो या फिर सुंदरवन और झारखंड के घने जंगल हों, बीएसएफ ने हमेशा मुस्तैद रहते हुए दुश्मन के नापाक इरादों को विफल किया है। सीमा सुरक्षा बल ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेवा और वीरता के नए मानांक स्थापित किए हैं। श्री शाह ने कहा कि जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होतीं, वो देश कभी विकसित और समृद्ध नहीं हो सकता।श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में प्रगति की है और ये तभी संभव है जब हमारे वीर जवानों के त्याग, तपस्या, बलिदान और शौर्य से हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने वाले वीर जवान देश के विकास की नींव हैं। श्री शाह ने कहा कि बीएसएफ के जवानों का जीवन सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ देश के युवाओं को अनुशासन का संदेश भी देता है। उन्होंने कहा कि आज यहां कुल 23 जवानों को बहादुरी पदक दिए गए हैं और 5 जवानों को मरणोपरांत पदक दिए गए हैं। इन 23 में से 11 जवानों को पुलिस मैडल फार शौर्य , 1 जवान को जीवनरक्षक पदक और 11 जवानों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक दिए गए हैं। श्री शाह ने मरणोपरांत पदक प्राप्त करने वाले 5 शहीदों के परिजनों से कहा कि उनके नुकसान की भरपाई कोई नहीं कर सकता लेकिन देश की 130 करोड़ जनता इन शहीदों के बलिदान पर हमेशा गर्व करेगी। उन्होंने कहा कि  बीएसएफ ने 1 महावीर चक्र, 4 कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र और 13 शौर्य चक्र सहित अनेक पदक और पुरस्कार प्राप्त किए हैं।केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सीमा सुरक्षा को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में सीमाओं की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सुरक्षा, विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रिया- तीनों को तवज्जो दी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में हजारों करोड़ रूपये के बजट के साथ मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की शुरुआत की। इसके साथ ही मोदी जी ने सीमावर्ती गांवों में अनेक कल्याणकारी योजनाओं के साथ सीमा सुरक्षा बल और अन्य सभी बलों को जोड़करबल द्वारा सुरक्षा के साथ-साथ जनकल्याण के एक नए कांसेप्ट को भी शुरू किया। श्री शाह ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में अच्छी रेल, रोड वाटर-वे कनेक्टिविटी और दूरसंचार सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं। उन्होंने कहा कि भू सीमा व्यापार के साथ-साथ पीपल टू पीपल कनेक्ट को भी बढ़ाया गया है।श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में सीमाओं पर लगभग 560 किलोमीटर बाड़ लगाकर घुसपैठ और स्मगलिंग पर लगाम कसने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले 2 साल में पूरी पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा को बाड़ लगाकर सुरक्षित कर लिया जाएगा। श्री शाह ने कहा कि सीमा पर 1100 किलोमीटर क्षेत्र में फ्लडलाइट्स लगाई गई हैं, 542 नए बॉर्डर आउटपोस्ट और 510 ऑब्जरवेशन पोस्ट टावर बनाए गए हैं, पहली बार हरामी नाला क्षेत्र में ऑब्जरवेशन टावर बनाए गए हैं, 637 आउटपोस्ट पर बिजली और लगभग 500 स्थानों पर पानी कनेक्शन दिए गए हैं। इसके अलावा 472 जगह पर सोलर प्लांट लगाकर सीमा की सुरक्षा करने वाले जवानों की सहूलियत को सुनिश्चित किया गया है।केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की  पब्लिक समावेशी सीमा प्रबंधन नीति ने सीमा प्रहरियों के काम के बोझ़ को बहुत कम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में बीएसएफ ने 30 हज़ार किलोग्राम से ज्यादा नारकोटिक्स पकड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स न केवल देश की भावी पीढ़ी को खोखला करता है बल्कि इससे उत्पन्न पैसा आतंकवाद का वित्त पोषण भी करता है और बॉर्डर पर बने इस ट्रेड लिंक के ज़रिए हथियारों की आवाजाही भी होती है। श्री शाह ने कहा कि इसीलिए इन तीनों कारणों से ये बहुत ज़रूरी है कि पूरी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर नारकोटिक्स के व्यापार के प्रति हमारी कठोर, जीरो टॉलरेंस वाली और संवेदनशील नीति हो और बीएसएफ ने ये काम बहुत अच्छे तरीके से किया है।श्री अमित शाह ने कहा कि बीएसएफ ने 2500 से ज्यादा हथियार पकड़े हैं और एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसी विकसित हो रही प्रोद्योगिकी के साथ बीएसएफ ने बहुत अच्छे प्रयोग किए हैं। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने अब तक 90 से ज्यादा विदेशी ड्रोन मार गिराए हैं और इसके रूट की पहचान करने के लिए नई दिल्ली में बीएसएफ ड्रोन और साइबर फॉरेंसिक लैब स्थापित कर R&D के क्षेत्र में भी बहुत अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने एरिया डोमिनेशन के लिए फील्ड फॉर्मेशन के साथ 100 ड्रोन उपलब्ध कराए हैं जिसका बहुत अच्छा उपयोग बीएसएफ के जवान कर रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि 5 साल में 5 करोड़ पौधे लगाने का एक नारा दिया गया था और हमारे सेंट्रल आर्म्ड फोर्स अब तक 5 करोड़ पौधे लगा चुके हैं और हर पौधे के साथ एक जवान को चिन्हित कर अपने बच्चों की तरह वृक्ष को पालने की व्यवस्था भी बना रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि इन 5 करोड़ पौधों में से 92 लाख पौधे सीमा सुरक्षा बल के सीमा प्रहरियों ने लगाए हैं और आने वाले समय में ये बड़े वृक्ष बनकर इन्हें लगाने वाले जवानों की स्मृति को संजोकर रखेंगे।केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं है जब देश वामपंथी उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त हो जाएगा और इस दिशा में विगत 10 सालों में मोदी सरकार ने सातत्‍यपूर्ण प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप हिंसा की घटनाओं में 52 प्रतिशत, मृत्यु की घटनाओं में 70% की कमी आई है और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिले 96 से घटकर 45 रह गए हैं। श्री शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद अब सिमटता जा रहा है और अब इस पर एक नए हौंसले और जोश के साथ अंतिम प्रहार करने के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी तैयार है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने वाले दिनों में देश को वामपंथी उग्रवाद से मुक्त कराने के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में सुरक्षा वैक्यूम को भरने के लिए 2019 से लेकर अब तक 199 नए शिविर खोले गए हैं। श्री शाह ने कहा कि नए कैंप लगाने और गश्‍त बढ़ने से वामपंथी उग्रवादियों के सभी संसाधनों पर नियंत्रण पाया जा सका है और इसी का परिणाम है कि बूढ़ा पहाड़ और चकरबंदा जैसे दुर्गम क्षेत्रों को आज पूरी तरह से वामपंथी उग्रवाद से मुक्त कराने में हमें सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि कोल्हान और झारखंड के कुछ क्षेत्रों में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ अभी अंतिम लड़ाई जारी है और यह लड़ाई भी हम ज़रूर जीतेंगे।श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सभी सीएपीएस के साथ मिलकर 40 लाख से ज्यादा आयुष्मान सीएपीएफ कार्ड देशभर में बांटे गए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 13000 जवानों को घर देने का काम भी मोदी जी ने किया है, 113 नए बैरक बनाए हैं और जल्द ही 11000 और मकान जवानों को दे दिए जाएंगे और 108 बैरक भी बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक पिछले 5 सालों में लगभग 24000 से ज्यादा जवानों को मकान देने का काम हो जाएगा। इसके अलावा सीएपीएफ ई-आवास पोर्टल से 70 हज़ार से ज्यादा जवानों को खाली पड़े मकान अलॉट कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हवाई कोरियर सेवाएं, एक्स गरेटिया में समानता लाने और केंद्रीय अनुग्रह राशि में बढ़ोतरी करने जैसे कई काम नरेन्द्र मोदी सरकार ने किए हैं। श्री शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के 10 सालों के शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र और पूर्वोत्तर के तीनों हॉटस्पॉट में हमने लड़ाई जीतने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि आज कश्मीर में आतंकवाद पर सुरक्षाबलों का संपूर्ण वर्चस्व स्थापित हुआ है, नॉर्थईस्ट में भी हिंसा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है और वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई को हम जीतने की कगार पर खड़े हैं और इन सभी मोर्चों पर लड़ाई में बीएसएफ के जवानों का बहुत बड़ा योगदान है।

एलआईसी ने  पेश की जीवन उत्सव योजना   

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 01 दिसम्बर  :

एलआईसी ने जीवन बीमा क्षेत्र में जीवन उत्सव नामक एक नई योजना शुरू की है। वरिष्ठ मंडल प्रबंधक एसके आनंद, एलआईसी चंडीगढ़, मार्केटिंग मैनेजर और जेके रैना, मैनेजर सेल्ज ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एलआईसी की यह जीवन उत्सव योजना व्यक्तिगत, बचत, संपूर्ण जीवन बीमा योजना है। इस योजना के लिए यह प्लान 90 दिन से लेकर 65 साल तक की उम्र के लिए उपलब्ध है। यह प्लान गारंटीशुदा जीवन भर आय और जीवन भर जोखिम कवर देता है।न ्यूनतम प्रीमियम भुगतान अवधि 5 वर्ष है, और अधिकतम प्रीमियम भुगतान अवधि 16 वर्ष है। पॉलिसी वर्ष जिसके लिए प्रीमियम का भुगतान किया गया है।  प्रीमियम भुगतान अवधि के बाद बीमित व्यक्ति के जीवित रहने पर, पॉलिसीधारक नियमित आय लाभ जो मूल बीमा राशि का 10% है,प्रत्येक पॉलिसी वर्ष के अंत में देय, स्थगन के 3 से 6 वर्षों के बाद शुरू होता है। पॉलिसीधारक को पूरे जीवन के लिए जीवन कवर की पेशकश की जाती है, मृत्यु लाभ देय होगा। जोखिम शुरू होने की तारीख के बाद बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर, मृत्यु लाभ,अर्जित गारंटी के साथ “मृत्यु पर बीमा राशि” के बराबर देय है , बशर्ते पॉलिसी चालू हो।  मृत्यु लाभ इससे कम नहीं होगा।  यह उत्पाद कम और लचीले प्रीमियम भुगतान की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करता है।  इस योजना के तहत पांच वैकल्पिक राइडर्स उपलब्ध हैं। पॉलिसीधारक इनमें से कोई भी विकल्प चुन सकता है। एलआईसी का दुर्घटना मृत्यु और विकलांगता लाभ राइडर या एलआईसी का दुर्घटना लाभ राइडर और/या शेष तीन राइडर्स, यानी एलआईसी का नया टर्म इंश्योरेंस राइडर, एलआईसी का नया क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट राइडर और एलआईसी का प्रीमियम वेवर बेनिफिट राइडर भी हैं। यह योजना एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग योजना है। इस योजना को लाइसेंस प्राप्त एजेंटों, कॉर्पोरेट एजेंटों, दलालों के माध्यम से ऑफ़लाइन खरीदा जा सकता है। 

अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने दादू गांव में आयोजित कार्यक्रम का किया निरीक्षण

विकसित भारत संकल्प यात्रा के दूसरे दिन ओढां खंड के दादू व धर्मपुरा गांवों में आयोजित हुआ जनसंवाद कार्यक्रम

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 01     दिसम्बर  :

देश के सभी नागरिकों को मिलकर अलग अलग स्तर पर सहयोग के साथ भारत देश को 2047 तक विकसित राष्टï्र की श्रेणी में शामिल करना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर से विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत एक बेहतरीन पहल है। इस यात्रा को उद्देश्य ना केवल लोगों को विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए जागरूक करना है बल्कि इसके माध्यम से लोगों की विभिन्न सरकारी योजनाओं को लेकर शिकायतों एवं त्रुटियों का भी मौके पर ही समाधान का प्रयास करना है।

अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने गांव दादू व धर्मपुरा में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने विकसित भारत की संकल्पना के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत से बेहतरीन पहल की है। देश को विकसित राष्टï की श्रेणी में लाने के लिए सभी लोगों को सहयोग करना होगा। विकसित भारत के इस प्रयास में सभी लोग अपने स्तर के अनुसार सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के तहत प्रत्येक गांव को कवर करने व्यवस्था की गई है। गांव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की खास बात ये है कि यहां पर केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर नए आवेदन किए जा सकते हैं और साथ अगर आवेदन करने के बाद उसमें कोई गलती या कमी रह गई है तो उसके ठीक करवाने के लिए भी संबंधित दस्तावेज जमा करवाए जा सकते हैं। एक तरह से यात्रा के दौरान पूरी की पूरी सरकार गांव में ही लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए मौजूद होगी। इससे लोगों की समस्याओं के समाधान के साथ उन्हें कहीं दूसरी जगह चक्कर भी ना लगाने पड़ेंगे। कार्यक्रम में ग्रामीणों को वीडियो वैन के माध्यम से केंद्र व प्रदेश सरकार की विकासात्मक योजनाओं पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई।

कार्यक्रम में उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना सहित अनेक योजनाओं के लाभार्थियों ने मेरी कहानी – मेरी जुबानी कार्यक्रम के तहत मंच के माध्यम से उपस्थित ग्रामीणों के समक्ष अपने अनुभव सांझा किए। इसके बाद कार्यक्रम अनेक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडली ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी और ग्रामीणों को गीतों व भजनों के माध्यम से सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। दो दिसंबर शनिवार को यह यात्रा ओढां खंड के गांव सिंहपुरा में प्रात: 10 बजे व गांव केवल में दोपहर दो बजे पहुंचेगी।

इस दौरान एसीयूटी शाश्वत सांगवान, बीडीपीओ समिता, पूर्व विधायक बलकौर सिंह, सागर केहरवाला, नंबरदार रुलदु सिंह, मंडल प्रधान राजेंद्र सोनी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।