एक करोड़ रुपये की खिताबी  राशि वाला हरियाणा ओपन हुआ शुरु

ओम प्रकाश चौहान, राशिद खान, राहिल गंगजी, उद्यन माने, खलिन जोशी, युवराज सिंह संधू, विराज मदप्पा आदि दिग्गज ले रहें हैं भाग 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला (राकेश शाह) :  भारत में पुरुषों के प्रोफेशनल गोल्फर्स की संस्था टाटा स्टील प्रोफेशनल गोल्फ टूर आफ इंडिया पीजीटीआई 25 से 28 अक्टूबर 2023 तक पंचकुला गोल्फ क्लब में वंडर सीमेंट हरियाणा ओपन 2023 का आयोजन किया जा रहा है। टूर्नामेंट में एक करोड़ रुपये की ईनामी राशि है जो कि पंचकुला में किसी भी आयोजन के लिये सबसे अधिक है। प्रो-एम इवेंट 29 अक्तूबर को खेला जायेगा। 

हरियाणा ओपन 12 साल बाद पीजीटीआई शेडयूल पर लौटा है। आयोजन के पांचवे संस्करण को हरियाणा सरकार द्वारा समर्थन प्राप्त है। इस टूर्नामेंट में 121 प्रोफेशनल और तीन एम्योचोर गोल्फर्स भाग ले रहे हैं। इनमें टाप इंडियन प्रोफेशनल जैसे टाटा स्टील पीजीटीआई रैंकिंग लीडर और इंटरनैश्नल विनर ओम प्रकाश चौहान, अन्य इंटरनैश्नल चैंपियन राशिद खान, राहिल गंगजी, खलिन जोशी, चंडीगढ़ ट्राईसिटी के युवराज सिंह संधू और विराज मडप्पा के साथ साथ ओलंपियन उद्यन माने और अन्य प्रमुख नाम अमन राज और हनी बैसोया जैसे अन्य नामी प्लेयर्स शामिल हैं। गत चैंपियन श्रीलंका के मिथुन परेरा, जिन्होंने 2011 संस्करण जीता था, भी भाग ले रहे हैं। 

चंडीगढ़ के युवराज सिंह संधू के अलावा इस टूर्नामेंट में ट्राईसिटी का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य उल्लेखनीय नाम चंडीगढ़ के अभिजीत सिंह चड्ढा, अक्षय शर्मा, हरेन्द्र गुप्ता, अंगद चीमा, अमृत लाल, रणजीत सिंह, अमनजीत जोहल, हरमीत काहलों, गुरबाज मान, अमृतिंदर सिंह हैं। अन्य नामों में राजीव कुमार जातिवाल के साथ साथ पंचकुला के आदिल बेदी और चंडीमंदिर के रवि कुमार शामिल हैं। श्रीलंका के मिथुन परेरा के अलावा इस टूर्नामेंट में विदेशी नामों में श्रीलंका के एन थंगराजा और के प्रभाकरन, बांग्लादेश के जमाल हुसैन, बादल हुसैन, मोहम्मद अकबर हुसैन, अमेरिकी वरुण चोपड़ा, नेपाल के सुकरा बहादुर राय, कनाडा के सुखराज सिंह गिल और अंडोरा के केविन एस्टेव रिगैल शामिल हैं। भाग लेने वाले तीन अन्य एम्योच्योर प्लेयर्स में से दो अभिषेक कुमार और अंकुश सरोहा, पंचकुला गोल्फ क्लब से हैं। 

इस अवसर पर पीजीटीआई के सीईओ उत्तम सिंह मुंडी ने कहा कि वे आर्कषक मैदान और व्यापक ईनामी राशि के साथ पंचकुला में गोल्फिंग एक्शन का एक रोमांचकारी सप्ताह देखने की उम्मीद कर सकते हैं। वंडर सीमेंट के निदेशक विवेक पाटनी ने कहा कि इस साझेदारी के साथ इंडियन प्रोफेशनल गोल्फ को बढ़ावा देने के लिये एक बेहतरीन मौका है। पंचकुला गोल्फ क्लब के जीएम कर्नल ए एस ढिल्लों ने कहा कि एक लंबे अंतराल के बाद पीजीटीआई के साथ ऐसा भव्य आयोजन पंचकुला गोल्फ क्लब में लौट रहा है जिसकी मेजबानी करने के लिये वे बहुत उत्सुक हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा लोगों को राज्य में सांप्रदायिक सदभावना, भाईचारक सांझ और अमन-शांति की जड़ें मज़बूत करने के लिए सौहार्द के साथ काम करने का न्योता

पंजाब की उपजाऊ धरती पर कुछ भी उग सकता परन्तु नफ़रत का बीज नहीं फूटेगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज लोगों को राज्य में सांप्रदायिक सदभावना, भाईचारक सांझ और अमन-शांति की जड़ों को मज़बूत करने के लिए सौहृर्द होकर काम करने का न्योता दिया। 

आज यहाँ श्री राधा गोपीनाथ मंदिर का उद्घाटन करने के बाद इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक मौका है क्योंकि यह नया बना मंदिर लोगों को मानवता की निष्काम सेवा के लिए प्रेरणा देने के लिए समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज समय की ज़रूरत है कि हर व्यक्ति को अपने आप को लोक भलाई के लिए समर्पित करना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज की यह सभा लोगों की भलाई के मकसद के साथ उपस्थित हुई है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सामाजिक सांझ इतनी मज़बूत है कि पंजाब की उपजाऊ धरती पर कोई भी बीज उग सकता है परन्तु यहाँ नफ़रत का बीज किसी भी कीमत पर नहीं फूटेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब महान गुरूओं, संतों और पीरों-पैगंबरों की पवित्र धरती है, जिन्होंने हमें आपसी प्यार और सहनशीलता का मार्ग दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा प्रेम-प्यार और सदभावना की जड़ों को मज़बूत करके जबर, ज़ुल्म और बेइन्साफ़ी का विरोध किया है। 

समाज में आध्यात्मिक ज्ञान के प्रसार के लिए इसकोन सोसायटी के प्रयासों की सराहना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे एकता, शांति और सदभावना के मूल्यों पर पहरा देने और जीवन के असंतुलन को रोकने के लिए आध्यात्मक तकनीकों को अपनाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि भारत ख़ास कर पंजाब मेलों और त्योहारों की धरती है जोकि ‘अनेकता में एकता’ के गुणों के साथ-साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार विरासत का प्रतीक है। भगवंत सिंह मान ने लोगों को जाति, रंग, नस्ल और धर्म के भेदभाव से ऊप उठ कर लोगों में प्यार, शांति और भाईचारक सांझ का संदेश देने का न्योता दिया। 

दशहरे के त्योहार पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने उनको इस त्योहार के संदेश की भावना के साथ सामाजिक बुराईयों के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद करने का न्योता दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह त्योहार बुराई पर नेकी की जीत का प्रतीक है, जोकि भारतीय मूल्यों और भावनाओं का मूल केंद्र है। उन्होंने कहा कि इस त्योहार के मद्देनज़र राज्य में से भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी, नशों आदि जैसी बुराईयों का सफाया करने के लिए पंजाब सरकार अपना फ़र्ज़ समझती है। 

मुख्यमंत्री द्वारा दशहरे के अवसर पर लोगों से अपील; राज्य में से सामाजिक बुराईयों को ख़त्म करने का संकल्प लो

होशियारपुर में दशहरा प्रोग्राम में 1.5 लाख लोगों ने की शिरकत

आने वाले समय में यह त्योहार और भी बड़े स्तर पर मनाए जाने को यकीनी बनाने के लिए प्रशासन को पुख़्ता प्रबंध करने के लिए कहा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लोगों को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरे पर राज्य में से सामाजिक बुराईयों को जड़ से खोदने का संकल्प लेने का न्योता दिया। 

यहाँ श्री राम लीला कमेटी की तरफ से मनाए गए दशहरे के त्योहार के दौरान इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि इस त्योहार को मनाने के लिए यहाँ डेढ़ लाख से अधिक लोग इक्ठ्ठा हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने प्रशासन को कहा कि आने वाले समय में इस त्योहार को और बड़े स्तर पर मनाने को यकीनी बनाने के लिए पुख़्ता प्रबंध किये जाएँ। उन्होंने कहा कि दशहरा ग्राउंड के तौर पर जाने जाते स्थान को आने वाले समय में और बड़ा बनाना चाहिए, जिसके लिए ज़रुरी कदम उठाए जाने चाहिएं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को मैडीकल शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभारने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर में निर्माणाधीन मैडीकल कालेज आने वाले साल से चालू हो जायेगा, जिससे लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तरह होशियारपुर में और विकास कार्य शुरू किये जाएंगे, जिससे शहर की नुहार बदलेगी। 

अपने पिछले दिनों को याद करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दशहरे का त्योहार मनाने के लिए सुनाम जाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह इस समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर नहीं, बल्कि भगवान श्री राम के विनम्र श्रद्धालु के तौर पर शिरकत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समागम के असली मुख्य मेहमान भगवान राम हैं, जिन्होंने युगों से समूची मानवता को आशीर्वाद दिया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में मशहूर होशियारपुर के दशहरे का हिस्सा बनना बहुत ख़ुशी और मान की बात है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उत्तरी भारत के सबसे बड़े दशहरे का हिस्सा बन कर वह ख़ुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि होशियारपुर शहर में एकजुट होकर लोगों की तरफ से एक ही दशहरा मनाया जा रहा है जबकि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी एकजुटता अन्य शहरों में कम ही देखने को मिलती है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरे का त्योहार हमें अचल रहने, अपने गुस्से पर काबू रखने और नफ़रत से दूर रहने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि यह तीनों ही कारक सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के लिए भी पतन का कारण बनते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि त्योहार हमें आपसी भाईचारक सांझ रखने का उपदेश भी देते हैं और उन्होंने लोगों को राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए सामाजिक बुराईयों को जड़ से ख़त्म करने का न्योता दिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ नेकी की बुराई’ पर जीत का प्रतीक यह त्योहार हमें हमारे अमीर सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे देश में इस त्योहार को मनाने की परंपरा सदियों पुरानी है, जो समाज में सदभावना, शान्ति और भाईचारक सांझ को प्रफुलित करने के साथ-साथ समान समाज की सृजना करके आदर्श जीवन जीना के लिए सीख देने संबंधी अग्रणी भूमिका निभाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस ख़ुशी के अवसर पर को राज्य में शान्ति, सदभावना और भाईचारक सांझ को बढ़ाने के लिए ख़ुद को समर्पित करके सौहार्द के साथ त्योहार मनाएं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को इस त्योहार को जाति-पाति, नस्ल और रंग के भेदभाव से ऊपर उठ कर पूरे धार्मिक उत्साह के साथ मनाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह त्योहार हमें एकता और भाईचारक सांझ का संदेश देते हैं और इस दिन हमें सभी सामाजिक बुराईयों से छुटकारा पाकर अपने राज्य को देश का अग्रणी बनाने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दशहरे का असली महत्व प्यार और धर्म निरपक्षता के साथ-साथ अन्याय, बुराई और अहंकार के विरुद्ध लड़ने में है।

पराली की समस्या से निपटने में खट्टर सरकार अव्वल, अब पराली से बनेगी बायोगैस

प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है।अधिकारियों ने बताया कि रविवार तक पराली जलाने के 714 मामले सामने आए हैं। सोमवार को यहां एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि राज्य सरकार पराली प्रबंधन के लिए सक्रिय रूप से ठोस कदम उठा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे रहे हैं। बयान के मुताबिक, “पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष राज्य में पराली जलाने के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। अब तक पराली जलाने के केवल 714 मामले सामने आए हैं जबकि 2022 में इसी अवधि के दौरान 893 मामले सामने आए थे।” वहीं वर्ष 2021 में इनकी संख्या 1508 थी। पड़ोसी राज्य पंजाब में इस साल अब तक पराली जलाने की 1794 घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 25 अक्टूबर :

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में किसानों में जागरूकता के साथ सरकार से सहयोग से पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्णतया रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा पराली प्रबंधन को लेकर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। 

जानकारी के अनुसार, खट्टर सरकार पूरे प्रदेश में 120 कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाएगी। एक प्लांट अपने आसपास के लगभग 10 किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगा। किसान खेत में बची पराली को इकट्ठा करके इन प्लांट तक लाएँगे।

सबसे पहले खेतों में बची हुई इस पराली की गाँठे बनाई जाएँगी और फिर प्लांट पर लाकर इससे कम्प्रेस्ड बायोगैस बनेगी। पराली लाने वाले किसानों को इससे अतिरिक्त आय होगी और प्रदेश में प्रदूषण की समस्या भी हल हो जाएगी। पराली से ईंधन के अतिरिक्त डीएपी खाद बनाने की भी योजना है।

प्लांट लगने के पहले ही हरियाणा में खट्टर सरकार की मुस्तैदी के कारण पराली जलाने की घटनाओं में कमी आना शुरू हो गई है। इस वर्ष अभी तक पूरे हरियाणा से मात्र 714 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएँ सामने आई हैं, जबकि 2022 में यह संख्या 893 तथा 2021 में 1508 थी।

हरियाणा सरकार किसानों को पराली ना जलाने के एवज में 1,000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दे रही है। हरियाणा के गुरुग्राम, चरखी-दादरी, महेंद्रगढ़, मेवात और रेवाड़ी जिलों से पराली जलाने की एक भी घटना सामने नहीं आई है। हरियाणा के उलट पंजाब में पराली जलाने की घटनाएँ नहीं रोकी जा सकी हैं।

इस साल पंजाब से अब तक 1,794 जगहों से पराली जलाने की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। राज्य का कृषि विभाग किसानों को ऐसे उपकरण भी मुहैया करवा रहा है, जिससे पराली को निस्तारित किया जा सके।

प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं की मॉनिटरिंग के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। जहाँ पराली ना जलाने वाले किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, वहीं नियम तोड़ने वाले व्यक्तियों पर कार्रवाई भी हो रही है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा सरकार के प्रयासों के कारण पराली जलाने की समस्या से निजात मिलने के साथ ही अब किसानों को 4-6 हजार रुपए प्रति एकड़ का अतिरिक्त लाभ भी हो रहा है। इस पराली को पशुओं को चारा बनाने वाली और गत्ते आदि बनाने वाली फर्में खरीद रही हैं।

इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार और PMO भी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अगले दो से तीन साल में पंजाब और हरियाणा में बायागैस प्लांट लगा दिए जाएँगे। पंजाब में 200 और हरियाणा में 120 प्लांट लगाए जाएँगे। वहीं, बेलर मशीनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। सरकार को उम्मीद है अगले दो वर्षों में पराली जलाने की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।

नगर निगम ने 4400 एलईडी स्ट्रीट लाइट्स खरीदने के लिए दिया आर्डर : कुलभूषण गोयल

  • सूर्या रोशनी बहादुरगढ़ से नगर निगम 2.17 करोड़ रुपये में खरीदेगा अलग-अलग वाट्स की एलईडी स्ट्रीट लाइट्स

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 25 अक्टूबर :

नगर निगम द्वारा शहर की ए और बी सडक़ों पर एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए सूर्या रोशनी लिमिटेड बहादुरगढ़ को सप्लाई करने के लिए आर्डर जारी कर दिया है। एक महीने के अंदर सूर्या रोशनी द्वारा नगर निगम को 4400 एलइडी स्ट्रीट लाइट सप्लाई करनी पड़ेगी। इन एलईडी लाइट्स पर 2 करोड़ 17 लाख 29455 रुपये खर्च होंगे। पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल ने बताया कि अलग-अलग वाट की एलइडी लाइट्स शहर की मुख्य ए और बी सडक़ों पर लगाई जाएगी। इन स्ट्रीट लाइटों की वारंटी 5 वर्ष होगी। कुलभूषण गोयल ने बताया कि 45 वाट की 1500 एलइडी लाइट्स, 60 वाट की 500, 90 वाट की 1050, 120 वाट की 1100 और 120 वाट फ्लड लाइट 250 सप्लाई करने के लिए आर्डर जारी कर दिया गया है। शहर की ए और बी सडक़ों पर एलइडी लाइट्स लगने के के बाद रात को कहीं पर भी अंधेरा नहीं होगा और शहर जगमगाने लगेगा। कुलभूषण गोयल ने बताया कि सूर्या रोशनी द्वारा लाइट सप्लाई करने के बाद नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा इन्हें इंस्टॉल किया जाएगा।


कुलभूषण गोयल ने बताया कि शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय ने पंचकूला में मौजूदा पारंपरिक स्ट्रीट लाइट को ऊर्जा कुशल एलईडी स्ट्रीट लाइट से बदलने और स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम के लिए सीसीएमएस पैनलों की स्थापना के कार्य के लिए मंजूरी दे दी थी। दिव्य नगर योजना के तहत तकनीकी मंजूरी और बजट आवंटन, स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम की निगरानी के लिए आईटी बुनियादी ढांचे के लिए कमांड और कंट्रोल सेंटर की स्थापना के लिए नगर निगम, पंचकूला को 9.90 करोड़ रुपये की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी थी।

पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल ने बताया कि पिछले दिनों नगर निगम फाइनेंस एवं कांट्रेक्ट कमेटी की बैठक में शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों को एलइडी में बदलने को मंजूरी दे दी थी। इस कार्य पर 9 करोड़ 90 लाख रुपये की राशि खर्च की जानी है। महापौर कुलभूषण गोयल ने बताया कि दिव्य नगर योजना के तहत सभी स्ट्रीट लाइटों को एलइडी में बदला जाएगा। इसके अंतर्गत आधी राशि शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा वहन की जानी है। एलइडी लगने के बाद शहर जगमगा उठेगा। एलइडी खरीदने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कंपनी का चयन पहले ही किया जा चुका है। इसमें कमांड एंड कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम पैनल लगे होंगे। एक ही स्थान से सभी स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम आपरेट होगा। आइटी इंफ्रास्ट्रक्चर होगा। बता दें कि इससे पहले ईईएसएल ने एमसी एरिया में लगी सोडियम और सीएफएल लाइट्स की जगह एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगानी थी। स्ट्रीट लाइट लगाने से पहले एजेंसी शहर में कुल स्ट्रीट लाइटिंग और डार्क स्पॉट्स का सर्वे भी किया था। इस सर्वे के आधार पर पंचकूला में कुल 18,500 के आसपास एलईडी लाइट्स लगाई जानी है। यूएलबी ने निगम को अपने स्तर पर एलईडी लाइट्स लगाने से रोक दिया था। यूएलबी के अफसरों का तर्क था कि हरियाणा गवर्नमेंट की पूरे राज्य में एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाने की योजना है।

NCERT के पैनल ने की बदलावों की सिफारिश

G20 समिट 2023 के समय देश का नाम बदलने की खूब चर्चा हुई। कहा गया कि India की जगह ‘भारत’ लिखा जाएगा। राष्ट्रपति ने G20 के न्‍योते में India की जगह भारत लिखकर भेजा। फिर G20 के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्‍लेट पर भी ‘भारत’ लिखा गया। उसके बाद संसद का विशेष सत्र बुलाया गया तो फिर उस चर्चा ने जोर पकड़ लिया। हालांकि, ऐसा कुछ हुआ नहीं। अब स्कूली किताबों में देश का नाम बदलने की सिफारिश की गई है। नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की हाई लेवल कमिटी ने यही सिफारिश की है। कमिटी के चेयरपर्सन सीआई आइजैक ने कहा कि स्‍कूली करिकुलम में India को हटाकर ‘Bharat’ किया जाना चाहिए। एक और सिफारिश की गई है कि करिकुलम से एंश‍ियंट हिस्ट्री को बाहर कर उसकी जगह ‘क्‍लासिकल हिस्ट्री’ पढ़ाई जाए।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 25 अक्टूबर :

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, यानी एनसीईआरटी की किताबों में जल्द ही एक बदलाव देखने को मिल सकता है। दरअसल, एनसीईआरटी द्वारा गठित एक समिति ने किताबों में ‘INDIA’ को बदलकर ‘Bharat’ करने की सिफारिश की थी।

पैनल के सदस्यों में से एक सीआई इस्साक के मुताबिक, NCERT की नई किताबों के नाम में बदलाव होगा। इस्साक ने कहा, यह प्रस्ताव कुछ महीने पहले रखा गया था और अब इसे स्वीकार कर लिया गया है।

इस्साक ने कहा कि इंडिया शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी और 1757 के प्लासी युद्ध के बाद होना शुरू हुआ था। वहीं, भारत का जिक्र विष्णु पुराण जैसे ग्रंथों में हैं, जो सात हजार साल से भी पुराने हैं।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब केंद्र को आधिकारिक दस्तावेजों में इंडिया की जगह ‘भारत’ लिखने पर विपक्ष की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है। पहली बार इस तरह से नाम बदलने का काम ASEAN Program के निमंत्रण में किया गया था, जिसमें पीएम मोदी को ‘भारत के प्रधानमंत्री’ लिखा गया था।

हालांकि, इंडिया बनाम भारत विवाद में तेजी तब आई जब राष्ट्रपति भवन ने ‘भारत के राष्ट्रपति’ की ओर से 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए निमंत्रण भेजा। इन सबके बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि ‘भारत’ शब्द का अर्थ संविधान में परिलक्षित होता है।

एनसीआईआरटी की कमेटी ने शैक्षणिक किताबों में ‘एंशि‍एंट हिस्ट्री’ की जगह ‘क्लासिकल हिस्ट्री’ को शामिल करने की सिफारिश की है. ऐसे में ये मांग मान ली गई तो इतिहास को अब प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में विभाजित नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे यह पता चलता है कि भारत एक पुराना और ब्रिटिश साम्राज्यवाद से अनजान राष्ट्र है। अंग्रेजों ने भारतीय इतिहास को प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में बांटा है। अब चूंकि एंशिएंट का मतलब प्राचीन होता है। वो यह दिखाता है कि देश अंधेरे में था, जैसे कि उसमें कोई वैज्ञानिक जागरूकता थी ही नहीं। इस सिलसिले में सौर मंडल पर आर्यभट्ट के काम समेत ऐसे कई उदाहरण भी दिए गए हैं। इन बदलावों के अमल में आने के बात इसे देश के एजुकेशन सिस्टम में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।

करुणा सदन सेक्टर 11बी चंडीगढ़ में किया 31 युवायों ने रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 25 अक्टूबर :

डेंगू की वजह से अस्पतालों में आई रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन पंचकूला, रेडक्रॉस यूटी चंडीगढ़ व एचडीएफसी बैंक द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर करुणा सदन सेक्टर-11बी चंडीगढ़ में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर सुबह 11:00 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 2:00 बजे तक चला। शिविर में 50 लोगों ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया। 19 को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से डाक्टरों द्वारा रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया। ब्लड बैंक जीएमएसएच सेक्टर 16 चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर सिमरजीत कौर गिल की देखरेख में 31 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया।

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर में रेडक्रॉस से के.के. राणा, पूनम मालिक व कोऑर्डनैटर मोहिन्दर कौर ने शिरकत करके रक्तदाताओं के हौंसला अफजाई कर आये हुए लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित भी किया। इस मौके पर उनके साथ रेडक्रॉस यूटी से ट्रैनिंग सूपर्वाइज़र सुशील कुमार टाँक भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है। रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं किया जा सकता।

सुशील कुमार टाँक ने बताया कि रक्तदान महादान है। किसी जरुरतमन्द व्यक्ति को रक्त देकर उसकी जान बचाई जा सकती है। आमतौर पर लोगों की मानसिकता है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। ये भ्रामक जानकारी है। रक्तदान से कोई कमजोरी नहीं आती और सप्ताहभर में दिए गए खून कि आपूर्ति हो जाती है और नया खून शरीर में संचार हो जाता है। उन्होंने युवायों से अपील की है कि वो रक्तदान का संकल्प लें और जीवन में जरूर रक्तदान करें।

इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से वरीन्द्र कुमार गांधी, विकास कुँवर, साध्वी प्रीति विश्वास, मधु खन्ना, जनक मुंजाल व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।  

ब्रेस्ट सेविंग सर्जरी और सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों के लिए वरदान : डॉ. नवल बंसल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 25 अक्टूबर :

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को प्रभावित करने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर है और दुनिया भर में कई लोगों की जान ले लेता है। ब्रेस्ट कैंसर और उससे जुड़ी जटिलताओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल अक्टूबर में वर्ल्ड ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनेस माह मनाया जाता है। बेहतर उपचार परिणामों के लिए रोग के शीघ्र निदान पर जोर दिया जाता है। इस वर्ष के आयोजन का विषय डीआई वाई  (डिटेक्ट इट योरसेल्फ) है।

फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में ब्रेस्ट-ओन्को सर्जरी विभाग ने रिकंस्ट्रक्शन और सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी के साथ स्तन संरक्षण की सबसे उन्नत सर्जिकल तकनीकों का उपयोग करके स्तन कैंसर से पीड़ित कई रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है।

फोर्टिस अस्पताल,  के एंडोक्राइन और ब्रैस्ट कैंसर सर्जन डॉ. नवल बंसलने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में अपनी राय के साथ  स्तन कैंसर से जुड़े  लक्षणों, चेतावनी वाले संकेतों और उपचार के विकल्पों पर प्रकाश डाला और बताया कि महिलाओं को कुछ लक्षणों को पहचानने में सावधानी बरतनी चाहिए जैसे कि स्तन या अंडरआर्म (बगल) में एक नई गांठ, स्तन का मोटा होना या सूजन, स्तन की त्वचा में गड्ढा पड़ना, स्तन में बदलाव। स्तन पर एरिओला का रंग या परतदार त्वचा, निपल का अंदर खींचना या निपल क्षेत्र में दर्द। ये लक्षण चिकित्सकीय जांच की और इशारा करते हैं।

यह कहते हुए कि स्तन कैंसर तब होता है जब कुछ स्तन कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, डॉ. बंसल ने कहा, “सभी आयु वर्ग की महिलाओं को स्तन कैंसर के लक्षणों के बारे में सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह किसी को भी प्रभावित कर सकता है, जिसका इलाज़ में देरी नही करनी चाहिए।

डॉ. बंसल ने आगे कहा कि उन्होंने हाल ही में फोर्टिस मोहाली में एक 21 वर्षीय स्तन कैंसर रोगी का इलाज किया था। “रोगी के स्तन में एक गांठ थी, जिसे उसकी उम्र के कारण सामान्य गांठ समझ लिया गया था, और उचित मूल्यांकन के बिना स्थानीय अस्पताल में हटा दिया गया था। हालाँकि, उन्हें आश्चर्य हुआ जब पंजाब के जालंधर में एक डायग्नोस्टिक सेंटर में की गई बायोप्सी में कैंसर का पता चला। इसके बाद, मरीज ने फोर्टिस मोहाली में उनसे संपर्क किया और गहन विश्लेषण के बाद, ट्यूमर बोर्ड ने इलाज का फैसला किया क्योंकि मरीज की पहले भी एक सर्जरी हो चुकी थी, लेकिन कैंसर दोबारा हो गया था।”

उन्होंने बताया कि सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी को प्रारंभिक स्तन कैंसर के लिए गोल्ड स्टैण्डर्ड माना जाता है क्योंकि इसमें एक्सिलरी स्टेजिंग के लिए गेट कीपर नोड्स का पता लगाना शामिल है। 

खेल युवाओं को नशे व रोगों से बचाने में निभाते हैं महत्वपूर्ण भूमिका : कर्मवीर बुटर 

हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर खेल नीति में होगा सुधार,उपलब्ध होंगे रोजगार के अवसर : कर्मवीर सिंह बुटर

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 25 अक्टूबर :

हल्का रादौर के गांव बैंडी में कब्बड्डी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि के रूप में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा कुरुक्षेत्र के उपाध्यक्ष अधिवक्ता कर्मवीर सिंह बुटर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पहुँचने पर ग्राम पंचायत द्वारा बुटर का अभिनन्दन किया गया। उन्होंने कबड्डी कप का आयोजन करने पर गांव बैंडी के युवाओं एवं पंचायत को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में जहाँ बड़ी संख्या में युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आकर अपना जीवन खराब कर रहे हैं वंही इस प्रकार के खेलों का आयोजन करना जरूरी हो जाता है। बुटर ने बताया कि खेल मानसिक व शारिरिक रूप से मजबूत बनाने में सहायक होते हैं तथा नशे जैसी बुराई से दूर रहने के लिए हर युवा को खेलों में भाग लेना चाहिए।

कर्मवीर बुटर ने बताया कि कबड्डी कप में जहां आस पास के कई गांवों के युवाओं ने हिस्सा लिया वहीं अन्य जिलों से भी टीमों ने हिस्सा लिया ।बुटर ने बताया कि खेल आपसी भाईचारे को मजबूत करने का काम करते हैं तथा युवाओं को रोगों से दूर रखते हैं। बुटर ने कहा कि खेलों से जहाँ युवाओं का स्वंम का सर्वांगीण विकास होता है वंही देश प्रेम की भावना को जागृत होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण खेलों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार को भी आगे आना चाहिए एवं खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने चाहिए।  बुटर ने कहा की हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर खिलाड़ियों को अधिक से अधिक रोजगार प्रदान किए जाएंगे। इस कबड्डी टूर्नामेंट में प्रथम स्थान पर शिला बैंडी की टीम व दूसरे स्थान पर कैथल व तिसरे स्थान पर मुजफ्फरनगर की टीम रही । कर्मवीर बुटर ने विजय टीमों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने विजयी टीमों को ट्राफी व प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। मौके पर परमिंदर सैणी मनडेबर, डाँ तोष कुमार ,रमेश कुमार, हरप्रीत सिंह, हर्षपरीत , अंकुश ,गौरव कश्यप ,राहुल कश्यप , सुशील कुमार  , मनीष, सोनु बैंडी,आदी मौजुद रहे।

यूनिवर्सिटी कॉलेज जैतो ने ‘खेडां वतन पंजाब की 2023’ में ब्लाक, जिला व राज्य स्तर पर जीते 46 पदक

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतों – 25 अक्टूबर :

‘खेडां वतन पंजाब की 2023’ के तहत यूनिवर्सिटी कॉलेज जैतो के खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। खेल उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए यूनिवर्सिटी कालेज क के वरिष्ठ  प्रोफेसर डाॅ.परमिंदर सिंह तग्गर ने बताया कि कॉलेज प्रभारी प्रो.शिल्पा कंसल के योग्य नेतृत्व एवं शारीरिक शिक्षा विभाग डाॅ.नवप्रीत सिंह की प्रेरणा से इस वर्ष वतन पंजाब के खेलों में यूनिवर्सिटी कॉलेज जैतो के खिलाड़ियों द्वारा ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर जीते गए पदकों की संख्या 46 तक पहुंच गई है। जिला स्तर पर जीते गए सत्रह पदकों में आठ स्वर्ण पदक, छह रजत और तीन कांस्य पदक जीते गए हैं। खेल छात्रा रीना ने 100 मीटर, 200 मीटर और लंबी कूद में स्वर्ण पदक जीते हैं।  लखवीर सिंह ने 1500 मीटर में, बेअंत सिंह ने वेटलिफ्टिंग में, सुनील कुमार ने 10 किमी में, रितेश कुमार ने बैडमिंटन में और कुशलदीप कौर ने गतके में स्वर्ण पदक जीता। कुशलदीप कौर ने अमृतसर में राज्य स्तरीय गतका प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल कर स्वर्ण पदक जीता था। जिला स्तर पर रजत पदक जीतने वालों में सुनील कुमार ने 800 मीटर और 1500 मीटर में रजत पदक हासिल किया।  संदीप कौर ने 800 मीटर, हरप्रीत सिंह ने 10 किमी,आकाशदीप सिंह ने गोला फेंक में दूसरा स्थान, वरिषभ ने लंबी कूद में रजत पदक जीते। इसके अलावा आकाशदीप सिंह 400 मीटर, लखवीर सिंह 800 मीटर और लवदीप कौर ने लंबी कूद स्पर्धाओं में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीते। कालेज  प्रभारी एवं स्टाफ ने सभी खिलाड़ियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी।