डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 20 मई :
शांडिल्य ने एसपी को दी शिकायत – हरपाल सिंह पाली गुरुद्वारा परिसर में उन पर तलवारों व गोलियों से हमला करवा सकता है
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हरपाल सिंह पाली जैसे कट्टर पंथी सिख समाज को गुमराह करने के लिए उनके खिलाफ भडकाऊ बयानबाजी कर रहे हैं और आतंकवादियों को बंदी सिख बता रहे हैं जबकि आतंकवादियों का कोई जाति या धर्म नहीं होता। वह तो राष्ट्र को खंडित करने व लोगों में दहशत फैलाने और निर्दोषों की हत्या करना ही उनका मिशन होता है। शांडिल्य आज कालका चौंक पर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के समर्थकों के साथ एकत्रित हुए और उन्होंने हाथ में तिरंगे उठाकर भारत माता की जयघोष, पाकिस्तान मुर्दाबाद, खालिस्तान मुर्दाबाद सहित आतंकवादी जगतार सिंह हवारा, आतंकवादी परमजीत सिंह भयौरा, आतंकवादी बलवंत सिंह राजोआना, आतंकवादी जगतार सिंह तारा और आतंकवादी देवेंद्र सिंह भुल्लर को राष्ट्र के लिए खतरा बताया और कहा कि यह आतंकवादी है और इन्हें बंदी सिख कहना भारतीय तिरंगे के साथ, भारतीय संविधान के साथ, भारतीय कानून का अपमान होगा।
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जब तक उनके शरीर में खून की अंतिम बूंद दौड़ रही है, वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ते रहेंगे। चाहे उस आतंकवाद में पाकिस्तानी हो, खालिस्तानी हो, बब्बर खालसा के आतंकवादी हो, जरनैल सिंह भिंडरावाला टाइगर फोर्स के आतंकवादी हो। उनका विरोध सड़कों से लेकर हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक ऐसे ही करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई आम बंदी सिख जेल में सजा पूरी कर चुका है, वह उसकी कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है। लेकिन मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह के हत्यारे व बब्बर खालसा के आतंकवादी जगतार सिंह हवारा व उसके साथियों को व दिल्ली के रायसीना रोड पर निर्दोष पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले देवेंद्र सिंह भुल्लर को कभी जेल से बाहर नहीं आने देंगे और यदि इन आतंकवादियों को हरपाल सिंह पाली जैसे लोग बंदी सिख समझते हैं तो हरपाल सिंह पाली देश की शांति, देश के तिरंगे, देश के संविधान देश के कानून का सबसे बड़ा दुश्मन है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हरपाल सिंह पाली ने कहा कि अम्बाला की सिख संगत ने फैसला लिया है कि वीरेश शांडिल्य किसी गुरुद्वारे में बोलेगा नहीं और उसे कोई सिरोपा नहीं देगा और इसको लेकर पाली ने कहा कि अकाल तख्त को भी पत्र लिखा है। शांडिल्य ने पाली से अकाल तख्त को लिखे पत्र व सिख बंदियों के फैसले को सार्वजनिक करने को कहा।
उन्होंने कहा कि हरपाल सिंह पाली उस जरनैल सिंह भिंडरावाला का समर्थक है जिसने श्री दरबार साहिब की पवित्रता को भंग किया व भारतीय सेना के 90 जवानों व पंजाब पुलिस के अफसरों को शहीद किया। वह भिंडरावाला का विरोध करते रहेंगे लेकिन भिंडरावाला के नाम पर हरपाल सिंह पाली व उसके समर्थकों ने उनका दफ्तर जलाया जिस पर हरपाल सिंह पाली व उसके दो दर्जन समर्थकों पर अम्बाला सीजेएम कोर्ट में केस चल रहा है। यही नहीं हरपाल सिंह पाली ने अम्बाला शहर के मीरी पीरी चौंक पर अपनी फोटो के साथ खालिस्तान की मुहिम चलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो लगाई और उसे शहीद बताया जिस पर हरपाल सिंह पाली व उसके समर्थकों पर केस दर्ज हुआ। वह केस भी कोर्ट में चल रहा है और हरपाल सिंह पाली सिखो को भड़काकर उनकी हत्या करना चाहता है और हरपाल सिंह पाली के बयान के बाद उन्होंने एसपी को शिकायत दी कि गुरुद्वारा परिसर में उन पर तलवारों व गोलियों से हमला हो सकता है।
फ्रंट के सदस्यों ने कालका चौंक पर भगत सिंह, भारत माता, सरदार बेअंत सिंह, केपीएस गिल, जरनल अरूण वैद्य के चित्र उठाए हुए थे। कालका चौंक से तिरंगा यात्रा एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट के कार्यालय तक आई। इस अवसर पर अजय, मोहित, रोबिन, गौरव, करन, विकास सहित भारी तादाद में फ्रंट के सदस्य थे।वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हरपाल सिंह पाली कट्टरपंथी है और आतंकवादियों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के खिलाफ है और हरियाणा पंजाब के सिखों व कट्टरपंथियों को भड़काकर उनकी हत्या चाहता है। अगर पुलिस ने हरपाल सिंह पाली के खिलाफ उनकी 13 मई की शिकायत पर एफआईआर दर्ज न की तो वह हाईकोर्ट जाएंगे।