त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा को फिर बहुमत, मेघालय में NPP आगे

त्रिपुरा-नगालैंड में पीएम मोदी ने चुनावी नतीजों के बाद ट्वीट कर लोगों का धन्यावाद जताया है और कहा कि  त्रिपुरा का दिल से शुक्रिया। त्रिपुरा-नगालैंड में बीजेपी की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा का दिल से शुक्रिया। ये स्थिरता और विकास के लिए वोट है। त्रिपुरा में बीजेपी विकास के लिए आगे भी काम करती रहेगी। सभी कार्यकर्ताओं पर मुझे गर्व है।

Assembly Elections 2023 Result LIVE: त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में किसे मिलेगा सिंहासन, थोड़ी देर में वोटों की गिनती होगी शुरू

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/असम – 02 मार्च :

तीन उत्तर-पूर्वी राज्यों – त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के विधानसभा चुनाव नतीजों की तैयारी पूरी हो चुकी है और आज यानी गुरुवार को चुनाव नतीजे घोषित होने वाले हैं। इन राज्यों में 16 और 27 फरवरी को मतदान हुआ था। दो मार्च को कड़ी सुरक्षा के बीच इस चुनावी जंग के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। चुनावी भविष्यवाणी करने वालों ने नागालैंड और त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके गठबंधन के लिए आसानी बहुमत हासिल करने की भविष्यवाणी की है, जबकि मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना जताई गई है। त्रिपुरा बीजेपी और उसके गठबंधन सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) त्रिपुरा में लगातार दूसरे कार्यकाल की मांग कर रहे हैं। 2018 में, इसी गठबंधन ने CPI (M) से सत्ता छीन ली थी, जो राज्य में तीस से ज्यादा सालों से राज करती आ रही थी। 60 सदस्य वाले सदन के लिए वोटों की गिनती सुबह सात बजे से होगी, जिसमें 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य में 89.95 प्रतिशत मतदान हुआ है।

त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत

नतीजों से पहले, चुनाव आयोग 3,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों में शांति बैठकें आयोजित कर रहा है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि वोटों की गिनती के दौरान कोई हिंसा न हो। इस साल, मतदान के दिन हिंसा की कुछ “छुटपुट घटनाओं” को छोड़कर, राज्य में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं, जहां चुनावों के दौरान अपेक्षाकृत हिंसा देखी गई है। BJP-IPFT को वामपंथी और कांग्रेस के गठबंधन से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वाम मोर्चा 47 सीटों पर और कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ी है। तृणमूल कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ी और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। मेघालय चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को 59 सीटों के लिए चुनाव कराया था। HDR लिंगदोह सीट से यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) के उम्मीदवार के निधन के बाद सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र का मतदान स्थगित कर दिया गया था।

मेघालय में NPP सबसे ज्यादा सीटों पर आगे

राज्य के 60 निर्वाचन क्षेत्रों में से 36 निर्वाचन क्षेत्र खासी, जयंतिया हिल्स क्षेत्र में आते हैं, जबकि 24 निर्वाचन क्षेत्र गारो हिल्स क्षेत्र में हैं। मेघालय विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 15 मार्च को खत्म होगा। राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का निशान 31 है। कई एजेंसियों के एग्जिट पोल से पता चला है कि मेघालय में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ त्रिशंकु विधानसभा देखने को मिल सकती है।

नगालैंड में भी भाजपा को बहुमत

ऐसा अनुमान है कि NPP की राज्य में सबसे ज्यादा सीटें जीतने का अनुमान है, लेकिन ये आधे आंकड़े को भी नहीं छू पाएगी। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस एक गेम चेंजर के रूप में उभर सकती है, क्योंकि इसके राज्य में दूसरी सबसे बड़ी सीटें जीतने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने मेघालय में सुचारू मतदान प्रक्रिया के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 119 कंपनियों को तैनात किया है। चुनाव आयोग के अनुसार, 60 विधानसभा सीटों के लिए 375 उम्मीदवार मैदान में हैं। 233 उम्मीदवार राष्ट्रीय दलों से हैं, 69 क्षेत्रीय दलों से हैं और 44 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। राज्य में 76.27 प्रतिशत मतदान हुआ। नागालैंड नागालैंड में 85 प्रतिशत मतदान हुआ है और 60 सदस्य वाली विधानसभा के लिए 183 उम्मीदवार मैदान में हैं।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) ने गठबंधन किया है और राज्य में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। बीजेपी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि NDPP 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस बीच, नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) और कांग्रेस क्रमश: 22 और 23 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 183 183 उम्मीदवारों में से केवल चार महिलाएं हैं। 1963 में राज्य की स्थापना के बाद से, नागालैंड ने 14 विधानसभा चुनाव देखे हैं, लेकिन एक महिला कभी विधायक नहीं चुनी गई है। ये पहली बार होगा, अगर महिला उम्मीदवार सत्ता में चुनी जाती हैं।

पंजाब के हालात – अमृतपाल और पाकिस्तान पर भगवंत मान और अमित शाह में हुई चर्चा

पंजाब की आम आदमी पार्टी (आआपा) सरकार राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर है। एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में राज्यपाल शासन लागू करने की मांग की है। वहीं, दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस ने अजनाला में पुलिस कर्मियों पर हमला करने के लिए अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों की गिरफ्तारी की मांग की है। अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक अजनाला थाने में पुलिसकर्मियों के साथ उलझ गए थे। इन प्रदर्शनकारियों के हाथों में तलवार और बंदूक थीं। इस झड़प में एक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए थे। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीमा पर ड्रोन और ड्रग्स के मुद्दे पर चर्चा की। सीमा पर कंटीले तार शिफ्ट करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। पंजाब का रूका हुआ ग्रामीण विकास कोष जल्द जारी करने को कहा।

punjab CM bhagwant Mann and governer banwari lal purohit face off - मैं 3  करोड़ पंजाबियों का जवाबदेह, राज्यपाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान आमने-सामने

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 02 मार्च :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक में ड्रोन घुसपैठ, बॉर्डर सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर चर्चा हुई। अजनाला में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक तलवार और बंदूकें लेकर अपने एक सहयोगी की रिहाई के लिए पुलिस से भिड़ने की घटना के बाद सीएम और गृहमंत्री की पहली मुलाकात है।  

CM मान ने गृह मंत्री अमित शाह से पाकिस्तान द्वारा ड्रग माफियाओं को संरक्षण दिए जाने की बात कही। साथ ही भारत-पाक बॉर्डर पर ड्रग्स और ड्रोन के आने को लेकर मंथन किया गया। इस दौरान CM मान ने पंजाब और केंद्र सरकार के बीच कानून व्यवस्था के मामले पर समन्वय पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा उन्होंने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए गैंगस्टरों के संबंध में भी चर्चा की।

CM भगवंत मान ने गृह मंत्री अमित शाह से चंडीगढ़ में साल 2022 से पंजाब कैडर के SSP के रिक्त पद पर जल्द नियुक्ति करने पर भी चर्चा की। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर कंटीली तार के पास की जमीनों के संबंध में भी चर्चा की गई।

CM भगवंत मान ने अमित शाह के समक्ष रोके गए ग्रामीण विकास फंड का मामला भी रखा। लंबे समय से पंजाब को यह फंड नहीं मिल पा रहा है। मान ने शाह से इस फंड को रिलीज करने की मांग की।

दरअसल, पंजाब गवर्नर बीएल पुरोहित ने भी बीती 1 मार्च को अमित शाह से मुलाकात की। उनके और पंजाब CM भगवंत मान के बीच लंबे समय से नोकझोंक जारी है। यहां तक कि दोनों के बीच के विवाद के कारण ही पंजाब विधानसभा के बजट सेशन की मंजूरी का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही कल, 3 मार्च को विधानसभा का बजट सेशन शुरू हो रहा है।

112 प्रतिभागियों ने ली अंग दान करने की शपथमोहन फाउंडेशन ने किया अंगदान पर कार्यक्रम आयोजित

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट – 02 मार्च :

प यमुनानगर – अंगदान के क्षेत्र में काम कर रहे देश की सबसे बड़ी समाज सेवी संस्था मोहन फाउंडेशन द्वारा गुरुवार को एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

डॉक्टर जेपी शर्मा मेमोरियल स्कूल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नर्सिंग स्टूडेंट, नर्सेज तथा पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। मौके पर ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ मीनाक्षी शर्मा ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। प्रोग्राम अधिकारी नेहा एस कटोच तथा सुधीर दीवान डायरेक्टर नॉर्थ द्वारा इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान कई अन्य विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हुई लेकिन मुख्य रूप से शरीर के अंग दान करने को लेकर ही विशेष रूप से चर्चा हुई।

इस शिविर में एडवोकेट तथा मोहन फाउंडेशन से जुड़ी डॉ शालिनी शर्मा ने भी अंगदान के ऊपर अपना वक्तव्य रखा। कार्यक्रम में लगभग 112 प्रतिभागियों ने भाग लेते हुए अंगदान करने की शपथ ली। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि अंगदान समाज के लिए एक चमत्कार साबित हुआ है। प्रत्यारोपण के उद्देश्य के लिए गुर्दे, हृदय, आंख, लीवर, छोटी आंत, हड्डियों के टिशू, त्वचा के टीशू और नसों जैसे अंग दान किए जाते हैं।

वक्ताओं ने कहा कि अंगदान करने वाला व्यक्ति इस महान कार्य के माध्यम से अंग प्राप्तकर्ता को एक नया जीवन देता है।

फेडरल बैंक ने हिमाचल प्रदेश में अपनी मौजूदगी बढ़ाई, सोलन में एटीएम सह सीडीएम और लॉकर से लैस शाखा की शुरुआत

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, सोलन – 02 मार्च  : 

फेडरल बैंक ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक शाखा खोली है. सोलन की डिप्टी कमिश्नर कृतिका कुल्हारी ने नए परिसर का उद्धाटन किया. उन्होंने आईसीआई-डायरेक्टरेट ऑफ मशरूम रिसर्च के डायरेक्टर वी पी शर्मा, फेडरल बैंक के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और नई दिल्ली के जोनल हेड रवि रंजीत और बैंक के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट और एरिया हेड सन्नी दहूजा, अन्य आमंत्रित लोगों और ग्राहकों की मौजूदगी में शाखा की शुरुआत की.

रवि रंजीत ने इस मौके पर कहा, “हम इस बात को लेकर काफी रोमांचित हैं कि हमने हिमाचल प्रदेश के सोलन में नई शाखा की शुरुआत की है. कार्यक्रम में उपस्थित स्थानीय लोगों और गणमान्य लोगों ने जिस तरह से हमारा गर्मजोशी से स्वागत किया, उसके लिए हम उनके आभारी है. फेडरल बैंक के पास आपकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए हर तरह के प्रोडक्ट और सर्विसेज मौजूद हैं. इनमें रुपये और विदेशी मुद्रा में उच्च ब्याज देने वाली सेविंग डिपोजिट स्कीम, फिक्स्ड डिपोजिट, हाउसिंग लोन, कार लोन, बिजनेस लोन, वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज और काफी कुछ शामिल हैं. हमारी टीम सबसे बेहतरीन बैंकिंग सर्विसेज के जरिए हिमाचल प्रदेश के लोगों को अपनी सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है.”

12 मार्च को होगा ऐतिहासिक प्रतिभा सम्मान समारोह

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च : 

बरवाला शहर 12 मार्च को एक ऐतिहासिक प्रतिभा समारोह का गवाह बनने जा रहा है। यह समारोह बरवाला के इतिहास का सबसे बड़ा प्रतिभा सम्मान समारोह होगा। इस प्रतिभा सम्मान का आयोजन करेगा श्री रिसाल सिंह धर्मार्थ ट्रस्ट।

इस समारोह को सफल बनाने के लिए तैयारियां पूरे जोरशोर से चल रही हैं।समारोह के संयोजक एवं पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह धीरू ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में 12 मार्च को प्रात: 10 बजे स्थानीय नई अनाज मंडी में मधुर मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि समारोह में शिक्षा, खेल, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों, खिलाडिय़ों, सामाजिक संस्थाओं व अन्य लोगों को सम्मानित किया जाएगा।उन्होंने यह भी बताया कि समारोह को लेकर बरवाला क्षेत्र में लगातार संपर्क अभियान चलाया हुआ है और लोगों को इस समारोह में भाग लेने के  लिए निमंत्रण दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि लोगों में इस समारोह में भाग लेने को लेकर भारी जोश व उत्साह है और सभी इस आयोजन का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के जोश व उत्साह से साफ है कि यह समारोह ऐतिहासिक रहेगा।

आपसी प्रेम और विश्वास जितना अधिक होगा परिवार का आधार उतना ही सुदृढ़ होगा: क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,चंडीगढ़ – 02 मार्च :

परम पूज्य श्रमण अनगाराचार्य श्री विनिश्चयसागर जी गुरुदेव के शिष्य परम पूज्य जिनवाणी पुत्र क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव ने चौंषठ ऋद्धि विधान के पावन अवसर पर कहा — परिवार माला के समान है जिसके सभी मनके (मोती) परिवार में एक दूसरे से जुड़े रहते हैं और इनको जोड़ने का कार्य आपस में वात्सल्य भाव और विश्वास करता है आपसी प्रेम और विश्वास जितना अधिक होगा परिवार का आधार उतना ही सुदृढ़ होगा। सप्ताह में सात बार होते हैं अगर सवाल किया जाए कि सबसे अच्छा बार कौन सा होता है तो मेरा जवाब होगा कि सबसे अच्छा बार होता है परिवार। परिवार यदि जुड़ा रहता है किसी व्यक्ति की ताकत नहीं कि वह आपके परिवार को तोड़ सके और यदि परिवार का एक ही व्यक्ति इधर-उधर हो जाए तो परिवार का विनाश होने में देरी नहीं लगती। पांडव पांच भाई थे एक साथ रहे सारे युद्ध को जीत लिया परन्तु रावण ने अपने सगे भाई को घर से निकाल दिया सारा परिवार नष्ट हो गया और युद्ध को भी हार गया। परिवार में एकता बहुत जरूरी है।

आज परिवार तो है परन्तु परिवार में एकता नहीं है। जो कि वर्तमान में सबसे ज्यादा जरुरत इसकी ही है। आज हम भगवान से शिकायत करते हैं कि हमको यह नहीं मिला, वह नहीं मिला लेकिन कभी हम यह नहीं सोचते हैं कि — हमें जो मिला, जैसा मिला इसके लिए बहुत से लोग तरसते हैं..। हम भाग्यशाली हैं जो हमें यह सब वस्तुएं उपलब्ध हो रही है। हमारे पूर्व पुण्य का उदय है जो हमें सुख-सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं लेकिन यदि हम पुण्य के उदय से प्राप्त वस्तुओं पर अभिमान करते हैं, गुमान करते हैं, अहंकार करते हैं तो समझ लीजिए हमारा उल्टा समय प्रारम्भ होने वाला है। और यदि आप हर घटना को प्रभु का प्रसाद मानकर स्वीकार करते हैं उसका सदुपयोग करते हैं तो जो चीज आपको आज उपलब्ध हैं उससे अधिक निश्चित रूप से आपको कल प्राप्त होने वाली हैं।

यदि आप गर्व करते हैं, अहंकार करते हैं तो निश्चित रूप से समझ लीजिए आपको जो प्राप्त हुआ है वह भी आपके हाथ से जाने वाला है। हमारे पास पौराणिक उदाहरण भी हैं रावण के पास सोने की लंका थी और साथ में अहंकार था। राम वनवासी थे लेकिन उनके साथ विनम्रता थी तो जिसके पास सोने की लंका थी वह रंक बन गया और जो वन में विचरण करने वाले थे वे परमेश्वर बन गए। यदि आप भी अपने जीवन में उन्नति-उत्थान करना चाहते हैं पतित से पावन बनना चाहते हैं भक्त से भगवान बनना चाहते हैं तो अभिमान, अहंकार, काम, क्रोध आदि विकारों को अपने आप से दूर रखें क्योंकि जब तक यह आपके पास रहेंगे आपको आगे बढ़ने से, आपको ऊपर उठने से रोकते रहेंगे और जैसे ही आप इनको अपने से अलग करते हो आप भी परमात्म प्रभु महावीर के पास पहुंच सकते हैं।

चंडीगढ़ के इतिहास में प्रथम बार पूज्य क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव के मुखारविंद से श्रीमज्जिनेन्द्र अष्टोत्तर शत (108) महामन्त्र शान्तिधारा कराई गई। जिसमें विधान करता परिवार श्रीमान धर्म बहादुर जैन एवं जैन समाज के प्रतिष्ठित वयोवृद्ध साधर्मी श्रीमान नवरत्न जैन, श्रीमान संत कुमार जैन आदि ने मिलकर खूब हर्षोल्लास के साथ भाग लिया।

बाल ब्रह्मचारी पुष्पेंद्र भैया दिल्ली के निर्देशन में सिद्धचक्र महामंडल विधान में आज चौषठ ऋद्धि विधान की स्वर लहरियां गूंजी जिसमें बहुत भारी संख्या में लोगों ने सम्मिलित होकर धर्म लाभ लिया और आज का कार्यक्रम सानंद संपन्न हुआ।

पंजाब सरकार से अपील: सिंथेटिक ड्रग्स के खतरे से निपटने के लिए नशे के आदी लोगों को अफीम और पोस्त चूरा दी जाए

  • कंट्रोल्ड तरीके से पोस्त चूरा दिया जाए तो उनके स्वास्थ्य को अधिक जोखिम नहीं होगा
  • सरकार को दवाओं पर खर्च कम करना पड़ेगा और सरकार राजस्व भी कमा सकती है 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,चंडीगढ़ – 02 मार्च : 

राज्य में बढ़ते सिंथेटिक ड्रग्स से लोगों का दूर करने के लिए उनको नियंत्रित तरीके से अफीम या पोस्त चूरा आदि दिया जाए। एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व वाले एक एनजीओ और कुछ अन्य लोगों ने पंजाब के राज्यपाल को पत्र लिखकर यह बात कही है। इस पत्र के माध्यम से पंजाब सरकार से आग्रह किया गया है कि अगर विभिन्न नशे के आदी लोगों को अफीम या पोस्त चूरा (भुक्की) को नियंत्रित तरीके से दिया जाए तो, राज्य में नशे की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक ड्रग्स के कारण बड़ी संख्या में नशेड़ी नपुंसक हो रहे हैं, साथ ही अपराध भी बढ़ रहे हैं और विवाहितों के तलाक के मामले भी बढ़ रहे हैं।

पत्र में ये भी कहा गया है कि पंजाब कैबिनेट को एनडीपीएस अधिनियम में संशोधन करना चाहिए और 5 ग्राम अफीम और 500 ग्राम (आधा किलोग्राम) पोस्त चूरा रखने वालों के खिलाफ कोई पुलिस मामला नहीं होना चाहिए।

इकबाल सिंह गिल (सेवानिवृत्त) आईपीएस अधिकारी और महासचिव और डॉ.द्वारका नाथ कोटनिस हेल्थ एंड एजुकेशन सेंटर (चेरिटेबल एक्यूपंक्चर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर), लुधियाना के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ.इंद्रजीत सिंह, जसवंत सिंह छापा, सदस्य, द्वारा पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री पंजाब, मंत्रियों और सभी विधायकों को लिखा गया पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि ‘‘आपकी जानकारी के लिए हम ये बताना चाहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सिंथेटिक ड्रग्स लेता है, तो यह शारीरिक और मानसिक रूप से हानिकारक है। लेकिन यह देखा गया है कि यदि कोई अफीम या पोस्त की भूसी लेता है तो उसके कोई शारीरिक या मानसिक दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। साथ ही, सिंथेटिक ड्रग्स लेने वाले लोग कोई भी अपराध करने से पहले नहीं सोचते हैं क्योंकि उस अवस्था में वे अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं। इस के चलते पंजाब भर में बलात्कार, चोरी, डकैती, झपटमारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इनके अलावा तलाक के मामले भी बढ़े हैं।’’

पत्र में यह भी कहा गया है कि सिंथेटिक ड्रग्स का उपयोग कम होने से राज्य सरकार को नशा करने वालों के लिए दवाओं पर कम खर्च करना होगा और अगर अफीम की भूसी को कानूनी रूप से बेचा जाता है तो सरकार अधिक राजस्व भी कमा सकती है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संबंंधिक लोगों से विचार-विमर्श और सलाह के बाद, सरकार को एक अधिसूचना जारी करनी चाहिए और राज्य के युवाओं को बचाने और अपराध दर को कम करने के लिए राज्य नियंत्रित केंद्रों से अपने साथ पंजीकृत नशा करने वालों को अफीम की भूसी की बिक्री की अनुमति देनी चाहिए। डॉ. द्वारका नाथ कोटनिस हेल्थ एंड एजुकेशन सेंटर लुधियाना द्वारा साल 1995 से राज्यभर के युवाओं को नशामुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है और समय-समय पर पंजाब सरकार द्वारा संस्थान को सम्मानित किया गया है।

उन्होंन कहा कि ‘‘यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि सरकारों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के संबंध में बहुत कुछ नहीं किया है और आपके द्वारा उठाए गए कदम युवाओं को इस नशे की लत से बाहर निकालने के आपके इरादे को दर्शाते हैं।’’

पत्र में आगे कहा गया है कि गरीब परिवारों के सैकड़ों युवा नशे की लत के शिकार हो रहे हैं जिससे उनका जीवन बर्बाद हो गया है जो राज्य में गंभीर चिंता का विषय है। बताया जा रहा है कि राज्य में युवा लड़कियां भी तेजी से इसकी शिकार हो रही थीं।

पिछली सरकार के दौरान कई युवाओं ने चिट्टा (‘चिट्टा’ या डायसेटाइलमॉर्फिन हेरोइन का मिलावटी रूप है) से अपनी जान गंवाई थी, जिसके बाद सरकार ने सीरिंज और कुछ दवाओं के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार को अवगत कराया गया था कि इससे एचआईवी संक्रमण में वृद्धि हो सकती है और गरीबों का महंगा इलाज होगा और यह आदेश वापस ले लिया गया था।

एनजीओ ने पंजाब सरकार को कुछ सिफारिशें भेजी हैं, सिफारिशों के अनुसार, यह कहा गया है कि दो शराब की बोतलों पर आबकारी अधिनियम लागू नहीं है, वहीं 5 ग्राम अफीम या आधा किलो पोस्ता की भूसी पर एनडीपीएस अधिनियम लागू होता है। जबकि इन दोनों के नियंत्रित उपयोग से स्वास्थ्य को कोई खास जोखिम नहीं है।

एनजीओ ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस मुद्दे को पंजाब कैबिनेट में उठाया जाए और इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की जाए। अधिसूचना में सिंथेटिक ड्रग्स का सेवन करने वाले युवाओं को 5 ग्राम अफीम और आधा किलोग्राम पोस्त की भूसी का सेवन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। पत्र में कहा गया है कि ‘‘इससे पड़ोसी देशों से तस्करी पर भी रोक लगेगी और अपराध पर भी अंकुश लगेगा। इसके अलावा यह निश्चित रूप से अदालतों में मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों को कम करेगा।’’

यह भी कहा गया है कि अगर इस संबंध में निर्णय लिया जाता है तो पंजाब राज्य प्रगति करेगा क्योंकि इससे राज्य में नशा करने वालों को संख्या कम करने में मदद मिलेगी।
इकबाल सिंह और इंद्रजीत सिंह ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पंजाब सरकार ने नशामुक्ति केंद्र स्थापित करने के लिए एक लाइसेंस प्रणाली शुरू की थी और एक मनोचिकित्सक का होना अनिवार्य कर दिया था, यह न समझते हुए कि नशा एक सामाजिक बुराई है न कि मानसिक समस्या। उन्होंने कहा कि 1995 में नशामुक्ति केंद्रों में बुजुर्ग ही आते थे लेकिन अब बच्चे और महिलाएं भी नशे के शिकार हो रहे हैं। हालांकि महिलाओं और किशोरों के लिए कोई नशामुक्ति केंद्र नहीं हैं, जिन्हें नशामुक्ति केंद्रों में नहीं भेजा जा सकता है और उनकी केवल काउंसलिंग की जाती है। उन्होंने कहा कि ‘‘जो आवश्यक था वह संशोधन है और ऐसे केंद्रों की स्थापना के लिए आसान शर्तें निर्धारित की जानी चाहिए। ये बताना उल्लेखनीय है कि करीब 35 साल पहले अफीम को डीटॉक्सीफिकेशन की दिशा में एक कदम के रूप में निर्धारित किया गया था। उस प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि अगर सरकार पंजाब से इस नशे की समस्या को खत्म करना चाहती है तो उसे तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि पंजाब नशामुक्त हो सके।
एनजीओ के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मांग करते हुए पंजाब सरकार को सुझाव दिया कि इस बीच एक या दो जिलों में एक पायलट प्रोजेक्ट ले सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप वे पारंपरिक एक्यूपंक्चर, आयुर्वेद आदि जैसी मेडिसन सिस्टम के साथ-साथ ‘नशा मुक्त पंजाब के लिए यह अच्छा कदम उठाने का फैसला कर सकते हैं। 

ग्लोबल लीडर इन ऑफिस सॉल्यूशंस रीजस, अब जीरकपुर में लांच

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, ज़ीरकपुर, 02 मार्च : 

रीजस, हाइब्रिड वर्क सॉल्यूशंस और वर्कस्पेस ब्रांडों में ग्लोबल लीडर, ने आज चंडीगढ़-अंबाला राजमार्ग पर द समिट बिल्डिंग में अपना ऑफिस स्पेस खोलने की घोषणा की।

आदित्य गुप्ता, मैनेजिंग डायरेक्टर, हैंड ग्रुप, जो आईडब्ल्यूजी के साथ फ्रैंचाइजी पार्टनर भी हैं, ने कहा, “पहले सेंटर के उद्घाटन के साथ, हैंड ग्रुप फ्यूचरिस्टिक ऑफिस स्पेस में निवेश करता है और आईडब्ल्यूजी जैसे ब्रांड के साथ सहयोग करता है, जो एक विजन के साथ रिजस, स्पेस और एचक्यू ब्रांड को लेकर चलता है। और 2027 तक पंजाब क्षेत्र में मास्टर क्लस्टर फ्रेंचाइजी के रूप में 5 सेंटर (अनुमानित क्षेत्र 1 लाख वर्ग फीट) खोलने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जीरकपुर सेंटर में, 11 को-वर्किंग स्पेस और 30 प्राइवेट  ओफ्फिसेस उपलब्ध होंगे।

उन्होंने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की “जब आप ज़ीरकपुर में अपने बिज़नेस के लिए घर बना रहे हैं, तो आप विभिन्न प्रकार के ओफ्फिसेस किराये के विकल्पों में से चुन सकते हैं। हमारे पूरी तरह से सुसज्जित डे ओफ्फिसेस, स्मॉल ओफ्फिसेस, कस्टम ओफ्फिसेस या लार्ज सुट्स में से चुनें, जो सभी पूरी तरह से सुसज्जित हैं और हाई-स्पीड वाई-फाई के साथ उपयोग के लिए तैयार हैं।“

उन्होंने कहा, “हमारे पूरी तरह से सुसज्जित कार्यालय स्थान में वह सब कुछ है जो आपको अपने तरीके से काम करने के लिए चाहिए। प्रत्येक ऑफिस में एर्गोनोमिक फर्नीचर और ब्रेक-आउट एरिया तक पहुंच शामिल है। प्रोफेशनल इन-हाउस टीमों के साथ फलते-फूलते बिज़नेस सेंटरों में स्थित, हम हर चीज़ का ध्यान रखेंगे – उपयोगिताओं और सफाई सहित – ताकि आप अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर सकें। साथ ही, आपके पास कई अन्य स्थानों और सेवाओं तक पहुंच होगी, जैसे कि बुक करने योग्य मीटिंग रूम्स, कॉन्फ्रेंस रूम्स कोवर्किंग स्पेस और एडमिन सर्विसेज।

हैंड ग्रुप की डायरेक्टर अंजलि जिंदल ने कहा, “जीरकपुर में हमारे इंस्पायरिंग ऑफिस समाधानों की खोज करें। कीमतें उचित और किफायती हैं। वास्तविक कीमत लोगों की संख्या, टर्म अग्रीमेंट, स्पेसिफिक रूम और उपलब्धता के अनुसार अलग-अलग होगी। उदाहरण के लिए, हर व्यक्ति के लिए प्रीमियम एग्जेक्यूटिव ऑफिस कार्यालय, सिंगल पर्सन ऑफिस वाले कमरे या बेहतर दृश्य वाले कमरे अधिक महंगे हैं। पूर्ण फ्लेक्सिबल के लिए डिज़ाइन किया गया, हमारे प्राइवेट ऑफिस किसी भी आकार के बिज़नेस के लिए अच्छी तरह से अनुकूल हैं, जब आपको इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है, तब इसे बढ़ाने का विकल्प होता है।

वैकल्पिक रूप से, आप किसी भी आकार के व्यक्तियों और टीमों के लिए एक ऑफिस मेम्बरशिप खरीद सकते हैं जो आपको प्रति माह 5, 10, या असीमित दिनों तक पहुंच के साथ ऑफिस, सहकर्मियों और लाउंज तक पहुंच प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि चाहे आप जीरकपुर में रहते हों या बस बिज़नेस के लिए गुजर रहे हों, आप घंटे और दिन के हिसाब से उपलब्धता के साथ एरिया में हमारे डे ऑफिस स्पेसेस तक पहुंच सकते हैं।

समाजसेवी प्रियंका पुनिया नारी सम्मान समारोह में सम्मानित

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 02 मार्च :

आज पाई अकैडमी की फाउंडर,शिक्षाविद् तथा समाजसेवी प्रियंका पुनिया को एक निजी वेब चैनल द्वारा आयोजित नारी सम्मान समारोह में सर्वश्रेष्ठ नारी 2023 के खिताब से पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर श्रीमती प्रियंका पुनिया ने कहा कि समाज द्वारा दिया गया ईनाम व खिताब हमें जिम्मेदारी के रूप में ग्रहण करना चाहिए और इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाने के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण सामाजिक परिदृश्य बदल चुका है और अब डिजिटल स्पेस डिजिटल मार्केटिंग और डिजिटल एजुकेशन का ज़माना आ गया है जिससे महिलाओं के द्वारा व्यापार,पाठ्यक्रम व बिजनेस तथा पूरे परिवार संबंधी सारी सामग्री व जानकारी आज वेब के माध्यम से उपलब्ध है।

उन्होंने महिलाओं की निजता व सुरक्षा के संबंधी जरूरतों के बारे में भी विषय उठाएं और महिलाओं को अधिक सशक्त व जागरूक करने के संसाधनों की आवश्यकता के बारे में बताया कि किस प्रकार महिलाओं को सजग रहकर साइबरक्राइम व साइबर फ्रॉड से बचाया जा सकता है।

उन्होंने हरियाणा व हरियाणवी संस्कृति का भी आभार जताया जिसमें अब महिलाओं को पुरुषों के बराबर दर्जा दिया जा रहा है और सामाजिक स्तर पर उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों को सराहा व पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर पंचकूला के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे जिनमें पंचकूला एसीपी ममता सौदा,भाजपा नेत्री रंजीता मेहता,आयोजक राजेश शर्मा, संजय शर्मा, के सी भारद्वाज व जजपा जिला अध्यक्ष ओपी सिहाग मौजूद थे।

“C V Raman and the 1930 Nobel Prize in Physics”, Prof. Arun K. Grover

Chandigarh March 2, 2023

To commemorate the National Science Day, the Society for Promotion of Science and Technology in India (SPSTI) organized a Popular Lecture at Central Instrumentation  Lab, Panjab University, Chandigarh. The lecture was delivered by Prof. Arun K. Grover, Former Vice-Chancellor, Panjab University, Chandigarh & Vice President of SPSTI, and the subject was “C V Raman and the 1930 Nobel Prize in Physics”. The lecture was organized in hybrid mode and the recorded version can be accessed at https://fb.watch/i-2Khjp43X/. The Department of Physics and Centre for Forensic  Science and Criminology, Panjab University, were Co-hosts of the event and the  Chairmen of these two departments, Prof. Rajiv Puri and Dr. Vishal Sharma were  present along with a large number of their students.

Prof. Grover brought to fore many interesting lesser known facts about the way to Nobel Prize for Sir C. V. Raman. What emerged was that Raman was not only a very talented Physicist, on the top rungs of Science of his time, but also had unflinching support from his compatriots and patrons in Calcutta University. He was also very confident of the quality of his work and was not shy of approaching European and American scientists for nomination to the Nobel Prize. We celebrate National Science day to commemorate the announcement (Feb. 29, 1928) of the observation and confirmation of the phenomenon known as Raman Effect, which fetched for India its only Nobel Prize in a Scientific discipline.