डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम व एटीएफआई सुप्रीमो वीरेश शांडिल्य को मौत के घाट उतारने की धमकी

धमकी देने वाले के खिलाफ अम्बाला शहर थाना में 504, 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, अंबाला – 08 फरवरी :

                         डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य को फोन पर मौत के घाट उतारने की धमकी दी जिसकी सूचना वीरेश शांडिल्य ने पुलिस को दी। मामले को गंभीरता से देखते हुए अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने एसएचओ अम्बाला सिटी राम कुमार को तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए और थाना अम्बाला शहर में वीरेश शांडिल्य की शिकायत पर आईपीसी की धारा 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शांडिल्य आज अपने पालिका विहार स्थित कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके मोबाइल पर धमकी मिली और धमकी देने वाले की प्रोफाइल फोटो पर खालिस्तान का झंडा लगा हुआ था। शांडिल्य ने बताया कि धमकी देने वाले ने संत गुरमीत राम रहीम व उन्हें गालियां व अपशब्द कहे और संत गुरमीत राम रहीम को सुधीर सूरी की तरह मौत के घाट उतारने की धमकी दी और धमकी देने वाले ने वीरेश शांडिल्य को कहा कि जिस दिन जगतार सिंह हवारा बाहर आ गया, उस दिन तू भी नहीं बचेगा।

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उनके दफ्तर पर 4 फरवरी 2023 को भी उनकी हत्या के लिए नकाबपोश हमलावरों ने हमला किया, जिस पर 4 फरवरी को ही अम्बाला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। लेकिन आज 5 दिन बीत जाने के बाद भी नकाबपोश हमलावर और गाड़ी चलाने वाला सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी गिरफ्तार नहीं हुए। शांडिल्य ने कहा कि अभी उनकी हत्या की साजिश के तहत हमला हुए को 48 घंटे नहीं हुए थे कि उन्हें फिर धमकी मिली कि जिस दिन हवारा बाहर आ गया, तू बचेगा नहीं और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम भी सुधीर सूरी की तरह मौत के घाट उतार दिया जाएगा। शांडिल्य ने कहा कि वह व उनका परिवार सुरक्षित नहीं है। अभी भी पुलिस उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है और उनके निवास और दफ्तर पर कोई सुरक्षा नहीं है। जो उनकी हत्या होने के संकेत दे रहा है। यहां तो अपराधी सुरक्षा में लोगों को मार देते हैं। उसके बावजूद भी स्थानीय पुलिस उनकी सुरक्षा में चूक कर रही है और उनकी सुरक्षा में हाईकोर्ट ने 2018 में आदेश दिए थे, उस पर भी पुलिस चूक कर रही है। वहीं शांडिल्य ने कहा वैसे तो ना तो वह खुद और ना डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इन गीदडभकियों से डरने वाले है ना डरेंगे पर पुलिस को इस बारे चूक नहीं बरतनी चाहिए । शांडिल्य ने कहा पुलिस की चूक के कारण कोई अप्रिय घटना ना हो इसको पुलिस सुनिश्चित करें

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उनकी हत्या खालिस्तानी समर्थक, भिंडरावाला समर्थक, हवारा समर्थक, गैंगस्टर तो कर ही सकते हैं बल्कि इनकी आड़ में भूमाफिया भी उनकी हत्या की साजिश रच सकते हैं। शांडिल्य ने एक बार फिर दोहराया कि 4 फरवरी को उनकी हत्या की मंशा रखते हुए हमला हुआ, पुलिस उस पर इस बात को लेकर जांच करें कि वीरेश शांडिल्य की हत्या से किसको फायदा पहुंचना था और क्या कारण है कि आरोपियों की पहचान होने के बाद भी गृह मंत्री अनिल विज के जिला में आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है। शांडिल्य ने कहा कि आज उन्होंने अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, गृह सचिव भारत, मुख्यमंत्री हरियाणा, गृह मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव, गृह सचिव हरियाणा, डीजीपी हरियाणा, आईजी अम्बाला, एसपी अम्बाला, डीएसपी मुख्यालय अम्बाला, एसएचओ अम्बाला सिटी को पत्र लिखकर मांग की है कि उनकी सुरक्षा को लेकर उनकी सुरक्षा की कैटेगिरी निर्धारित की जाएं ।

                        चंडीगढ़ में प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर हमला: बैरिकेड तोड़े; तलवार-डंडों से पीटा

                        चंडीगढ़ में प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर हमला:बैरिकेड तोड़े; तलवार-डंडों से पीटा; सिख कैदियों की रिहाई की कर रहे थे मांग पंजाब के मोहाली में सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बुधवार को उग्र हो गए। चंडीगढ़ में घुसने को लेकर उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान जमकर पथराव हुआ।

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 08 फरवरी :

                        सिख कैदियों की रिहाई के लिए मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर मटौर बैरियर के पास बैठे प्रदर्शनकारियों ने बुधवार शाम बैरीकेड्स तोड़कर चंडीगढ़ में प्रवेश करने का प्रयास किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन से पानी की बौछार और आंसू गैंस छोड़े। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने तलवार और डंडे लेकर पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस की गाडय़िों के शीशे तोड़ दिए। पुलिस जवानों ने जान बचाने के लिए गाडय़िां पीछे की तो प्रदर्शनकारी पीछा करते हुए सैक्टर-51/52 विभाजित सड़क तक आ गए। मौका संभालने के लिए अतिरिक्त फोर्स मंगवाई गई। रिजर्व फोर्स आने के बाद प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने काबू पाया और एक दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। प्रदर्शनकारियों पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। महिला पुलिसकर्मियों समेत 52 से ज्यादा जवान घायल हुए, जिन्हें सैक्टर-16 अस्पताल में दाखिल करवाया गया।

                        मोहाली के वाईपीएस चौक के पास एक महीने से प्रदर्शन चल रहा है। कौमी इंसाफ मोर्चा के समर्थक मांगों को लेकर तीन दिन से प्रदर्शनकारी पंजाब के मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते थे। बुधवार को भी कई लोगों के जत्थे ने चंडीगढ़ में दाखिल होने की कोशिश की। इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की। देखते ही देखते चंडीगढ़-मोहाली सीमा हिंसा का मैदान बन गई और पुलिस के साथ झड़प हुई।

                        पुलिसकर्मियों ने डंडे चलाए तो प्रदर्शनकारी भी उन्हें पीटने लगे। वाटर कैनन के साथ समर्थकों को रोकने की कोशिश भी हुई। ऐसे में भीड़ ने गुस्सा दिखते हुए तलवारें और डंडे तक निकाल लिए। प्रदर्शन के दौरान पथराव भी किया गया। इस बीच पुलिस का सुरक्षा कवच प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया और चंडीगढ़ की सीमा में घुस गए। यह देखकर पुलिसकर्मी गाड़ियों को मौके पर छोड़ पीछे हट गए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों को तोड़ दिया।

                        चंडीगढ़-पंजाब बार्डर पर मोहाली गुरुद्वारा अंब साहिब के पास सैकड़ों सिख प्रदर्शनकारी सात जनवरी से कौमी इंसाफ मोर्चा के तहत धरना और रोष मार्च कर रहे हैं। चंडीगढ़ में एंट्री की कोशिश में इनका पुलिस से टकराव भी हो रहा है। वहीं मोर्चा को पंजाब के साथ साथ यूपी के किसानों यूनियन द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए और कुछ निहंगों को एक गिरे हुए पुलिसकर्मी पर हमला करते देखा गया। उधर, पुलिस द्वारा पानी की बौछार और पथराव के बाद आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों के शीशे तोड़ दिए और एक बार बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ गए लेकिन मोर्चे के नेतृत्व ने उनसे लौटने की अपील की इसलिए वे वापस मोर्चे पर लौट आए। घटना के बाद चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

                        कौमी इंसाफ मोर्चा के नेताओं ने यह भी कहा गया कि बाहर से आए कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस और जत्थे पर पथराव किया।

इससे माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। वहीं बुधवार को सिद्धू मूसेवाला की माता के आने से भी कुछ युवाओं में जोश आया था। इसके चलते कुछ ऐसे नारे भी लगाए गए जो पक्के मोर्चा के हक में नहीं थे।

 
                        जानकारी के अनुसार, झड़प में कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। जीएमएसएच-16 में करीब 15 पुलिसकर्मियों को भर्ती किया गया है, जिसमें से दो-तीन को गंभीर चोटें भी आई हैं। अधिकतर को खरोंचें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार देकर बुधवार को घर भेज दिया गया। घायलों में आरएएफ के जवान भी हैं, जिनके सिर, हाथ, पैर और शरीर पर चोट के निशान हैं। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने चंडीगढ़ पुलिस की गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसमें पुलिस की वज्र व वरुण वाहन, जिप्सी, स्कॉर्पियो आदि शामिल हैं।

                        मौके पर चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीन रंजन भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि जो हुआ है, पंजाब के इलाके में है। इसलिए इतने सारे लोग इन हथियारों के साथ यहां तक कैसे पहुंचे। ये सोचने का विषय है। कहा कि वह पंजाब पुलिस के साथ संपर्क में हैं। बताया कि तीन दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की थी कि वह सीएम आवास की तरफ जाना चाहते हैं। पुलिस की तरफ से उन्हें बताया गया कि चंडीगढ़ में धारा-144 लगी हुई है। सीएम आवास का इलाका हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। इसलिए वहां पर किसी भी तरह के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जा सकती है। इसके बावजूद बुधवार को दोपहर 12-एक बजे के आसपास करीब 1000 व्यक्ति बैरिकेड के पास आए। शुरू में थोड़ी देर तक उन्होंने बातचीत की। इसके बाद अचानक उग्र हो गए और उन्होंने बैरिकेट्ड को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की।

 
                        डीजीपी प्रवीर रंजन ने कहा कि बुधवार को जो लोग थे उनमें से कईयों के पास हथियार थे जिनमें डंडे, तलवार व अन्य कई खतरनाक हथियार थे। जब पुलिस ने रोका तो अचानक उन्होंने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया जिसमें कई पुलिसकर्मियों को चोट आई। पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और रोकने की कोशिश की लेकिन पीछे से एक और जत्था आया। उस जत्थे में घोड़े भी थे, जिनके पास हथियार थे और उन्होंने सीधे आकर तलवारों से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि आज जो हुआ उसके लिए कौमी इंसाफ मोर्चा पूरी तरह से जिम्मेदार है, क्योंकि उन्होंने पंजाब के साथ चंडीगढ़ को भी आश्वासन दिया था। कहा कि इस मामले में उन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होंगे, जो इसमें शामिल थे। चंडीगढ़ पुलिस के पास बहुत सारी वीडियो और फोटोग्राफ हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

राहुल, कांग्रेस, यूपीए को पीएम मोदी ने खूब सुनाई खरी-खरी, जानें खास बातें

                        पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि भारत में नई संभावनाएं हैं। कइयों को यह बात समझने में देर लग जाएगी लेकिन भारत सप्लाई चेन के मामले में आगे बढ़ गया है। भारत मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है। निराशा में डूबे हुए कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे। 140 करोड़ देशवासियों के पुरुषार्थ और परिश्रम उपलब्धि उन्हें नजर नहीं आ रही। पिछले नौ वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप आए हैं। आज स्टार्टअप के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। बहुत बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश की टियर-3 शहरों तक पहुंच चुका है। इतने कम समय में और कोरोना के विकट कालखंड में 108 यूनिकॉर्न बने। एक यूनिकॉर्न यानी छह-सात हजार करोड़ से ज्यादा का मूल्य। आज भारत दुनिया में मोबाइल बनाने में दूसरा बड़ा देश बन गया है। घरेलू विमान यात्रियों के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं।

काका हाथरसी की पंक्तियां, दुष्यंत के शेर, जंगल की कहानी…

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/दिल्ली – 08 फरवरी :

                   पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को हार्वर्ड स्टडी का बड़ा शौक है। कोरोना काल में ऐसा ही कहा गया था। उन्होंन कहा कि कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में केस स्टडी होगी। कल फिर सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की बात हुई। बीते सालों में हार्वर्ड में एक बहुत अच्छी स्टडी हुई है और वो स्डटी है। स्टडी है ‘द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडिया कांग्रेस पार्टी’ ये स्टडी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर सिर्फ हार्वर्ड ही नहीं बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में स्टडी होनी ही होनी है। मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ-साथ कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी स्टडी होनी है। कवि दुष्यंत कुमार की एक कविता की पंक्तियों का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए दुष्यंत कुमार ने कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। 

                        प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही अपने साथ बरकरार जनसमर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘इनकी गालियों को 140 करोड़ देशवासियों से गुजरना होगा. जनता के आशीर्वाद के सुरक्षा कवच को झूठ के शस्त्र से तुम कभी भेद नहीं सकोगे। तुम परिवार के लिए जीते हो, मोदी 140 करोड़ लोगों के लिए जीता है।’

लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

                        पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘एक नेता के भाषण पर पूरा इकोसिस्टम उछल रहा था। कुछ लोग तो कह रहे थे कि ये हुई न बात. कुछ लोगों को नींद भी नहीं आई तो कुछ अभी तक सो रहे होंगे. ये कह कहकर हम दिल को बहला रहे हैं… वो अब चल चुके हैं… वो अब आ रहे हैं।’

                        पीएम मोदी ने कहा, ‘यहां चर्चा में हर किसी ने अपने-अपने आकड़ें और तर्क दिए… अपनी रूचि, प्रवृति और प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखी और जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो यह भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता और इरादा है. देश इन सभी का मूल्यांकन करता है। यहां सबने अपनी रूची प्रवृत्ति के अनुसार यहा विचार रखे. सुनने पर पता चलता है किसकी कितनी समझ है और किसका क्या इरादा है

                        पीएम मोदी ने अपने अभिभाषण में पाकिस्तान का नाम लिए उसके हालात का जिक्र करते हुए कहा, ‘जब दुनिया में युद्ध से संकट है।  अड़ोस पड़ोस में भी अर्थव्यवस्था का संकट है। ऐसे में भारत 5वें स्थान पर है। ऐसे में कौन हिंदुस्तानी गर्व नहीं करेगा।  G20 की अध्यक्षता मिली, सभी भारतीयो को गर्व होगा. लेकिन मुझे अब लगता है कि 140 करोड़ लोगों में से ऐसे कौन लोग होंगे, जिन्हें इसका भी गर्व की जगह दुख है।’

                        पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत ने मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाई और यही नहीं 150 देशो को जहां जरूरत थी, वहां पहुचाई जब विश्व वैश्विक महामारी से जूझ रहा था। देश बड़ी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा हैं, पहले सर्टिफिकेट नहीं ले पाते थे आज मोबाइल पर वैक्सीन का सर्टिफिकेट मिल जाता हैं। भारत आज एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा हैं। निराशा में डूबे हुए लोग इस देश की प्रगति से उभर नहीं पा रहे हैं।’

                        पीएम मोदी ने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा, ‘ये निराशा भी ऐसे नहीं आई है, इसके पीछे कारण है एक तो जनता का हुक्म, बार-बार हुक्म लेकिन साथ-साथ इस निराशा के पीछे जो अंर्तमन में पड़ी हुई चीज है। जो चैन से सोने नहीं देती है, क्या है? पिछले 10 साल में 2014 के पहले 2004- 14 में भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई थी। 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही, इसलिए कुछ अगर अच्छा होता तो निराशा और उभरकर आती है।’

                        पीएम मोदी ने 2जी, कोल स्कैम का भी जिक्र किया और कहा कि घोटालों के कारण दुनिया में देश बदनाम हुआ उन्होंने कहा कि ‘2004 से 2014 के दशक में देश का बहुत नुकसान हुआ. 2030 का दशक भारत का है. इनमें आतंक पर पलटवार करने का साहस नहीं था. देश के नागरिकों का 10 साल तक खून बहा ।’

                        पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र हमारी रगों में है। आलोचना होनी चाहिए, लेकिन इन्होंने नौ साल आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाएं तो ईवीएम को दोष, भ्रष्टाचार की जांच हो तो एजेंसियों को गाली। इन्हें ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि उसने इन लोगों को एक मंच पर ला दिया है। जो काम देश के मतदाता नहीं कर पाए वह ईडी ने कर दिया।’

                        पीएम मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैंने कई बार सुना है। यहां कुछ लोगों को हारवर्ड का बड़ा क्रेज है। कोरोनाकाल में ऐसा ही कहा गया था कि भारत की बर्बादी पर हारवर्ड में केस स्टडी होगी। और फिर कल सदन में हारवर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी की बात हुई, लेकिन बीते वर्षों में वहां एक बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण स्टडी हुई। उसका विषय था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हारवर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही होना है… और कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी अध्ययन होने वाला है।’

                        पीएम मोदी ने विपक्षी द्वारा लगाए गए आरापों पर पलटवार करते हुए कहा, ‘इनकी गालियों को 140 करोड़ देशवासियों से गुजरना होगा। जनता के आशीर्वाद के सुरक्षा कवच को झूठ के शस्त्र से तुम कभी भेद नहीं सकोगे. तुम परिवार के लिए जीते हो, मोदी 140 करोड़ लोगों के लिए जीता है। कुछ लोग परिवार तबाह करने पर लगे हैं। समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम चल रहे हैं।’

                        पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग हाल ही में लाल चौक पर तिरंगा फहराकर आए हैं, उन्होंने देखा होगा कि आज आप किस तरह बिना किसी बाधा के घूम-फिर सकते हैं। उन्होंने 90 के दशक को याद करते हुए कहा था कि मैं भी गया था। लाल चौक पर झंडा फहराने का संकल्प लेकर निकला था तब आतंकियों ने विरोध में पोस्टर लगाए थे। तब हमने कहा था कि हम भी देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पिया है जो हमें रोकेगा। हम बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के आएंगे और तिरंगा फहराएंगे। फैसला लाल चौक पर होगा।’

डिप्टी स्पीकर के आवास पर सरपंचों का धरना, प्रदर्शन जारी


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :

                        पंचायतों को पूरे अधिकार देने, राइट टू रिकॉल व ई टेंडरिंग के खिलाफ आंदोलन कर रहे  सरपंचों का धरना डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास के समक्ष दूसरे दिन भी जारी रहा। सरपंचों ने धरने के 23वें दिन डिप्टी स्पीकर के आवास पर नारेबाजी करते हुए इस बात पर रोष जताया कि गांवों में जाने पर जनता से आदर सत्कार करवाने वाले डिप्टी स्पीकर के आवास पर दो दिनों से छोटी सरकार बैठी है लेकिन उनके आवास से किसी ने छोटी सरकार के नुमाइंदों को पानी तक नहीं पिलाया।

                        सरपंचों ने सवाल उठाया कि क्या सामाजिक परिवेश में रणबीर गंगवा ने यही आदर सत्कार करना सीखा है। इसी बीच काम करवाने के लिए सरपंचों पर अधिकारियों के बढ़ते दबाव के चलते सभी सरपंचों ने अपने कार्रवाई रजिस्टर सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक प्रधानों के पास जमा करवा दिए हैं। धरने की अध्यक्षता करते हुए हिसार सरपंच एसोसिएशन के जिला कोषाध्यक्ष आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि किसी के घर कोई जाए तो सामाजिक कर्तव्य निभाते हुए जलपान का अवश्य पूछा जाता है। इसके बावजूद डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा व उनके परिवार की ओर से किसी ने सरपंचों को जलपान के लिए नहीं पूछा जो डिप्टी स्पीकर व उनके परिवार के अहंकार का प्रतीक है।

                        इस अवसर पर किसान सभा से सतबीर रुहिल, सूबे सिंह बुरा, कामरेड बलराज मलिक, बीडीसी प्रदीप बेनीवाल सहित अनेक संगठनों के नेता व कार्यकर्ता धरनास्थल पर पहुंचे और सरपंचों के आंदोलन को समर्थन दिया।

जयंती पर पंजाबी कल्याण मंच ने शहीद मदनलाल ढींगड़ा को दी श्रद्धांजलि


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :

                        पंजाबी कल्याण मंच के बैनर तले शहीद मदन लाल ढींगड़ा की जयंती आज रेड स्केयर मार्केट स्थित शहीद मदन लाल ढींगड़ा चौक पर धूमधाम से मनाई गई। मंच के प्रचार मंत्री मदन पपनेजा ने बताया कि मंच के संरक्षक वेद रावल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता में उपस्थित लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की।

                        मनोहर मोर्चा के प्रधान सुभाष ढींगड़ा ने मंच संचालन कर शहीद मदनलाल ढींगड़ा की जीवनी पर प्रकाश डाला।  

                        इस अवसर पर मंच संयोजक आर.डी. अरोड़ा, पार्षद अमित ग्रोवर, पूर्व पार्षद पंकज दिवान, पतंजलि योग समिति प्रभारी जी.सी.नारंग, कर्मचारी नेता वी.एल.शर्मा, जगदीश नागपाल, रामचंद ढींगड़ा, जितेन्द्र भारती, ओ.पी.बजाज, कृष्ण मेहता, ओ.पी.मलिक, अजीत ग्रोवर, बी.सी.मलिक, हरीश चौधरी, डॉ. हेमंत आहुजा, राज पराशर, गगन ओबरॉय, गुलशन कथूरिया, अशोक गांधी, के.सी गांधी, सीताराम आर्य नगर, शुभम वलेचा, भगवान दास कक्कड़, अमीर चंद ढींगड़ा, महेन्द्र पाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।  

जिला परिषद अध्यक्ष सोनू व उपाध्यक्ष रीना ने ली पद की शपथ

डीसी उत्तम सिंह ने दिलाई पद एवं कर्तव्यनिष्ठा की शपथ


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :

                        जिला परिषद के नव-निर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित जिला सभागार में आयोजित किया गया। उपायुक्त उत्तम सिंह ने नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को पद एवं कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई।

                        इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नीरज, सीईओ जिला परिषद प्रीतपाल सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सुभाष चंद्र, भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण पोपली, नरेश नैन, सीमा गैबीपुर, हेंमत शर्मा, संदीप यादव, अनिल कैरो सहित जिला परिषद सदस्य, विभिन्न गांवों के सरपंच, ग्रामवासी तथा संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। हिसार जिला परिषद चुनाव में वार्ड नंबर-22 से पार्षद सोनू सिहाग डाटा को अध्यक्ष तथा वार्ड नंबर-21 की पार्षद रीना बधावड़ उपाध्यक्ष पद के लिए चुनी गई थी।

                        उन्होंने नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विकास से संबंधित सभी कार्यों में प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा। सरकार द्वारा विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए गांवों में ग्राम दर्शन पोर्टल बनाया गया है। इसके माध्यम से आम आदमी को भी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अपनी बात रखने व उसके समाधान करवाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इन पोर्टल पर आम लोग अपनी मांग, शिकायत और सुझाव भी दे सकेंगे।

                        अपने संबोधन में जिला परिषद के नव-निर्वाचित अध्यक्ष सोनू डाटा व नव-निर्वाचित उपाध्यक्ष रीना बधावड ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता सभी गांवों में एक समान विकास कार्य करवाना है और इसी दृष्टि से ही सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निवारण किया जाएगा। इस दौरान बैठक में उपस्थित पार्षदों व गणमान्य व्यक्तियों के सुझाव भी लिए गए।

मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों से देश आर्थिक रूप से हो रहा मजबूत : कैप्टन अभिमन्यु


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :


                        वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कंगाली के कगार पर है, दुनिया के बड़े—बड़े देश आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं लेकिन विश्व बैंक, आईएमएफ व दुनिया की सभी रेटिंग एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में एक चमकते हुए सूर्य व आशा की किरण के समान हैं।

                        कैप्टन अभिमन्यु आज नारनौंद हलके के गांवों में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान नारनौंद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने आजादी के अमृतकाल का पहला ऐसा बजट पेश किया है, जो हर वर्ग को भाया है। पत्रकारों द्वारा खेड़ी चौपटा के किसानों द्वारा मुआवजे की मांग पर दिए जा रहे धरने बारे पूछे जाने पर कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हो सकता है।

                         इस मामले में अधिकारी स्तर पर कोई कमी रही हो। जब वे खुद मंत्री थे तो उस समय किसानों को मुआवजा देने में किसी तरह की देरी नहीं की गई लेकिन अब देरी क्यों हो रही है, सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

सरकार के संकल्प के अनुसार काम करें नवनिर्वाचित चेयरमैन : कैप्टन भूपेन्द्र

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :

                        जिले की बरवाला पंचायत समिति चेयरमैन पद के लिए मंगलवार को चुनाव हुआ। इसमें भाजपा—जजपा गठबंधन की उम्मीदवार सुदेश बधावड़ चेयरमैन चुनी गई। चुनाव के बाद सुदेश बधावड़ ने सभी सदस्यों का आभार जताया।

                        चुनाव के समय भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, वीरचक्र, सीमा गैबीपुर, नरेश नैन, पूर्व विधायक वेद नारंग, हेमंत शर्मा उपस्थित रहे जबकि जजपा की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह, राजेंद्र लितानी, रमेश गोदारा और दलबीर धीरनवास उपस्थित रहे। भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, वीरचक्र ने नवनिर्वाचित चेयरमैन सुदेश बधावड़ को बधाई दी और कहा कि सभी सदस्यों ने उन्हें नई जिम्मेवारी दी है। चेयरमैन व सभी सदस्यों को चाहिए कि वे प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के तहत क्षेत्र का विकास करवाएं ताकि जनता का सरकार की नीतियों में विश्वास बढ़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिना किसी भेदभाव सबका साथ, सबका विकास के आधार पर काम कर रही है। ऐसे में चेयरमैन व सभी सदस्य भी इसी सरकार के संकल्प के अनुसार काम करें।

                        नवनिर्वाचित चेयरमैन सुदेश बधावड़ ने उनके चयन के लिए सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि जिस विश्वास के साथ उन्हें चेयरमैन बनाया गया है, वे सभी के सहयोग से उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी।

इनकाऊंटर के बाद सीआईए ने दबोचा ‘खलनायक

  •   नोहरिया बाजार में गोलीबारी मामले में वांछित था अमन खलनायक
  •    हाऊसिंग बोर्ड फ्लैट पर तड़के सीआईए सिरसा प्रभारी प्रदीप कुमार ने दी दबिश
  •    पुलिस से बचने को टीम पर की गोलीबारी, जिंदा कारतूस सहित दो असले बरामद
  •   पुलिस के लिए चुनौती बने अमन पर एनडीपीएस सहित डेढ़ दर्जन मामले है दर्ज

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सिरसा – 08 फरवरी :

                        सिरसा में भय और आतंक का पर्याय बने अमन उर्फ खलनायक को सीआईए सिरसा ने बुधवार तड़के इनकाऊंटर के बाद धर दबोचा। गोलीबारी में अमन घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। नोहरिया बाजार में बीती 5 जनवरी को सरेआम गोलीबारी के मामले में पुलिस को अमन उर्फ खलनायक की तलाश थी। 

                        जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने अमन उर्फ खलनायक को धर दबोचने के लिए विभिन्न टीमें गठित की हुई थी। चूंकि अमन सिरसा पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को किसी विश्वस्त सूत्र से इस बारे सूचना मिलीं। जिसके बाद पुलिस पार्टी ने बुधवार सुबह 4 बजे ही हुडा स्थित हाऊसिंग बोर्ड के फ्लैट की घेराबंदी कर दी। पुलिस द्वारा दबिश दिए जाने पर अमन उर्फ खलनायक ने भागने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस पार्टी ने उसे ललकारा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में अमन उर्फ खलनायक के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोचकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।

                        जानकारी के अनुसार पुलिस ने अमन उर्फ खलनायक के पास से दो असले के साथ ही कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। बताया जाता है कि अमन न केवल 5 जनवरी को नोहरिया बाजार में गोलीबारी मामले में वांछित है, बल्कि एनडीपीएस के दो मामलों में भी पुलिस को उसकी तलाश थी। बताया जाता है कि उसके खिलाफ लगभग डेढ़ दर्जन अपराधिक मामले दर्ज है। वह नशा तस्करी के कारोबार से जुड़ा हुआ है।

  • नाक का सवाल बना था खलनायक

                        अमन उर्फ खलनायक की गिरफ्तारी सिरसा पुलिस के नाक का सवाल बन गई थी। चूंकि 25 जनवरी को रानियां गेट निवासी महेंद्र व उसके साथी को गोली मारकर घायल कर दिया था। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सर्व समाज की ओर से 28 जनवरी को रानियां गेट पर जाम लगाया गया। साथ ही 30 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया गया था। पुलिस की ओर से अमन उर्फ खलनायक की धरपकड़ के लिए लगातार दबिश दी गई लेकिन वह ठिकाने बदलकर बचता रहा। सर्व समाज की ओर से 31 जनवरी को सुबह से दोपहर तक सिरसा बंद का आह्वान किया गया। जिसकी वजह से सिरसा पुलिस के लिए अमन को धर दबोचना नाक का सवाल बन गया। 

  • क्या था मामला

                        दरअसल, 25 जनवरी को नोहरिया बाजार की गली मस्जिद वाली में महेंद्र नामक व्यक्ति को गोली मार दी गई थी। घायल की शिकायत पर अमन खलनायक व उसके दोस्त के खिलाफ  भादंसं की धारा 307 व आर्म एक्ट के मामला दर्ज किया था। अपनी शिकायत में महेंद्र ने बताया था कि वह 25 जनवरी की सांय को अपने दोस्त के साथ प्रकाश भार्गव के निधन पर शोक जताकर अपने घर आ रहा था। गली मस्जिद वाली से अपने घर रानियां गेट की ओर जाते वक्त अचानक पीछे से बाइक पर आए 3 लोगों ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसमें वे दोनों घायल हो गए। 

  • सीआईए सिरसा का जवाब नहीं

                        सीआईए सिरसा हर कसौटी पर खरी उतरी है। जब-जब पुलिस के सामने चुनौती आई, तब-तब सीआईए ने उस चुनौती का सामना किया। सीआईए प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार अपने अनुभव, कौशल व अपने मुखबीरों के बलबूते अनेक ब्लाइंड गुत्थियों को सुलझाने का कारनामा कर दिखाया है। हाल ही में हिसार रोड पर अंडा कारोबारी से हुई लूट की गुत्थी को भी सीआईए ने सुलझाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया। सीआईए सिरसा प्रभारी प्रदीप कुमार वर्तमान में पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन की मजबूत एवं विश्वस्त टीम के ‘हीरोÓ है।

New order of Pharmacy Council of India, New Delhi stirs up 4000 pharmacy colleges in the country

Demokaretic Front, Chandigarh – 8th Feb :

About 4000 pharmacy colleges in the country are in a tizzy after the Pharmacy Council of India, New Delhi increased the professional regulatory charge by 4 to 5 times and asked for 1 to 5 crore security deposit per college

Dr. Anshu Kataria, President, Federation of Self Financing Technical Institutions, All India (FSFTI) and Punjab Unaided Colleges Association (PUCA) said that this year the Pharmacy Council of India has asked for a security deposit of around 1 to 5 crores from each pharma college , which is very surprising because the Medical Council of India; Dental Council of India, India; All India Council for Technical Education (AICTE); Indian Nursing Council (INC); too don’t ask for such high security deposit . Even  the National Council for Teacher Education (NCTE) also don’t ask for such hefty security.

Kataria further said that all these colleges were earlier established by depositing Rs 15 lakh to AICTE, New Delhi and that amount is also returned by AICTE on completion of 10 years. But according to the new rules of PCI, not only new but also existing colleges will have to deposit Rs 1 to 5 crore. This will put the entire burden on the students and pharma education will be out of reach of the students.

Jaipal Reddy, President, Telangana Pharmacy Association said that PCI has revised the fees for B.Pharma from 1.00 lakh to 4.00 lakh and for D.Pharma from 0.5 lakh to 2.00 lakh. Now the colleges will have to pay around Rs 25 to 26 lakhs, which was only Rs 3.5 lakhs earlier.

KVK Rao, Secretary General, FSFTI, said that the delegation of FSFTI led by Dr. Anshu Kataria had a meeting with Mansukh Mandaviya, Minister of Health & Family Welfare and Chemicals & Fertilizers, Government of India last month and the delegation met him and requested to intervene at the earliest and take up the matter.

Dr. CP Gupta, President, Pharmacy Colleges Association of Haryana and Dr. Sachindra, General Secretary, Karnataka Pharmacy Colleges Association said that if we do not get justice, we will have to approach the Hon’ble High Court as neither the colleges can pay such a huge amount Nor will the students be able to bear its burden.