वीरेश शांडिल्य की हत्या करने आएं नकाबपोश कौन, किसे होता शांडिल्य की हत्या का फायदा : शिव सेना हिंदुस्तान

  • दुःख की बात पुलिस 4 दिन तक नही लगा पाई शांडिल्य की हत्या की नीयत से आएं नकाबपोश हमलावरों का सुराग : शिव सेना हिंदुस्तान
  • वीरेश शांडिल्य के दफ्तर पर हुए हमले में एसपी अंबाला ने की एसआईटी गठित

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, अंबाला  – 07 फरवरी :

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य की हत्या करने आये नकबपोशों कौन थे, उनकी रेकी कब से हो रही थी और उनकी हत्या का किसको फायदा होता इस बात की जांच सरकार करेउपरोक्त शब्द शिव सेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहे।

                        पवन गुप्ता भारी सुरक्षा के बीच शांडिल्य के पालिका विहार दफ्तर आये और उनसे हमले की जानकारी ली। इस मौके पर आज डीएसपी जोगिंदर शर्मा,सिटी इंस्पेक्टर राम कुमार सहित सब इंस्पेक्टर रोहताश सहित पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

                        शांडिल्य के दफ्तर पर हुए हमले में एसपी अंबाला ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी अंबाला , सीआईए इंचार्ज एवं एसएचओ थाना अंबाला शहर के नेतृत्व में एसआईटी भी गठित कर दी है । शिव सेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने सरकार व पुलिस  से मांग की नकाबपोश हमलवारों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और हमलावर खलिस्तानी आतंकवादी थे या फिर बब्बर खालसा आतकवादी हवारा के समर्थक थे या फिर गैंगस्टर या फिर स्थानीय अपराधी किसी के इशारे पर वीरेश शांडिल्य की हत्या करने आये थे ।

                        पवन गुप्ता ने कहा हरियाणा जो भगवान कृष्ण की धरती हैं उस धरती से शांडिल्य आतंकवादियो के खिलाफ व भारतीय तिरंगे व संविधान का विरोध करने वाले  देशद्रोहियों को ललकार रहे । शांडिल्य सनातन धर्म को मजूबत कर रहे और खालिस्तानियों को मुह तोड़ जवाब दे रहे ओर उन्होंने दिसम्बर माह में चंडीगढ़ की सेशन अदालत में जगतार सिह हवारा को दिल्ली तिहाड़ जेल से न लाने  की मांग की जो उनकी मांग को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।

                        अब हवारा तिहाड़ जेल से वीसी से ही कोर्ट  में पेश होगा जिसके बाद बब्बर खालसा के भारत प्रमुख जगतार हवारा व उनके समर्थक बौखला गए वो भी उनकी हत्या की साजिश रच सकते हैं यह जांच पुलिस करे क्योंकि गायक मूसेवाले कि हत्या भी हरियाणा के गैंगस्टरों ने की। उन्होंने कहा दिन दहाड़े वीरेश शांडिल्य को मौत के घाट उतारने की साजिश दहशत फैलाने के लिए की शांडिल्य को मौत के घाट उतार दो कोई दूसरा कोई खालिस्तान के खिलाफ बोलेगा  न लिखेगा और न   किसी माफिया के खिलाफ लिखेगा या बोलेगा।

                        शिव सेना हिंदुस्तान के सुप्रीमो ने कहा कि वह वीरेश शांडिल्य के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और उन्होंने खट्टर सरकार, गृह मंत्री अमित शाह व गृहमंत्री अनिल विज से मांग की है कि  शांडिल्य व उनके परिजनों की सुरक्षा बढ़ाई जाए और नकबपोशों को बेनकाब किया जाए वो कौन थे, किसके इशारे पर रेकी कर वीरेश शांडिल्य की हत्या करने आये उन्होंने कहा शांडिल्य व उनका बेटा चंडीगढ़ में राज्यपाल को मिलने न गए होते तो उनकी व बेटे की हत्या तय थी लेकिन दुख है कि आज घटना को हुए 4 दिन हो गए पुलिस कोई सुराग नही लगा पाई और पालिका विहार व शहर में डर का मोहौल व सहित हिन्दू समाज को डराने की साजिश रची।

                        पवन गुप्ता जो खुद भी आतंकवादियो की हिट लिस्ट में हैं उन्होने एलान किया उनका संगठन शांडिल्य के साथ खड़ा है और उन्होंने पुलिस व गृह मंत्री अमित शाह, अनिल विज से भी मुलाकत करेंगे। ओर जल्द ही हिंदू संगठन शांडिल्य पर हमले को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा को भी मिलेंगे। इस मौके शिव सेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय सलाहकार हेमराज गोयल व पवनजीत शर्मा सहित भारी तादाद में फ्रंट व शिव सेना हिंदुस्तान के सदस्य मौजूद थे।

चेतन भारत लर्निंग का हरियाणा पब्लिक सर्विस की परीक्षा में धमाल

                        कमल परिवार में दूसरे नंबर पर हैं। उसने तमिलनाडु से बीटेक की पढ़ाई की हुई है। पिता के कहने पर उन्होंने दिल्ली स्थित एक निजी संस्थान से सिविल सर्विसेज की तैयारी की थी। पहली बार में ही उन्होंने पूरे हरियाणा में पहला स्थान हासिल किया है। पूरे गांव पर हमेशा ही माता जयंती देवी का आशीर्वाद रहा है। वहीं कमल के पिता ने बताया कि उनके घर पर गांव के लोग बधाई देने के लिए आ रहे हैं। बेटे की सफलता में गांव के सभी लोग एवं उसकी शिक्षकों का पूरा सहयोग रहा है श। पूरे गांव में मिठाई बांटकर इसकी खुशी मनाई जा रही है।

कमल के HCS बनने के बाद मुंह मीठा कराता परिवार। - Dainik Bhaskar
कमल के HCS बनने के बाद मुंह मीठा कराता परिवार
  • हाल ही में हुए एचसीएस, डीएसपी, ईटीओ और डीएफएससी के 156 पदों में सीबीएल के 80 परीक्षार्थियों का चयन 
  • मुफ्त शिक्षा का प्रावधान करता है सीबीएल :  रैंक 1 कमल चौधरी ने भी सीबीएल से ली है कोचिंग 

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 07 फरवरी :

                        चेतन भारत लर्निंग (सीबीएल ) ने हरियाणा पब्लिक सर्विस के हाल ही में 156 पदों के लिए हुए चयन में 80 परीक्षार्थी उत्तीर्ण कर धमाल कर दिया। पहले 10 रैंक में सीबीएल के 5 बच्चों का चयन हुआ। सीबीएल के कमल चौधरी ने पहला रैंक हासिल किया। चेतन भारत लर्निंग ने इससे पहले पीसीएस और आईएएस में भी क्रमशः 48 और 4 बच्चों का चयन करवा चुके हैं।  सीबीएल ने इनके लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान किया।

                        प्राप्त जानकारी के अनुसार देशराज चौधरी हरियाणा ट्रांसपोर्ट विभाग में सहायक के पद पर कार्यरत हैं। वह अपने दफ्तर में अधिकारियों को आते-जाते देख अपने बच्चों को भी इसी पद पर पहुंचाना चाहते थे। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी उनकी बेटी कामिनी ने भी हरियाणा न्यायिक सेवा की परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन लेकिन साक्षात्कार में उन्हें सफलता नहीं मिली। वह आजकल पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत के साथ आगे की तैयारी कर रही हैं।

                   कमल परिवार में दूसरे नंबर पर हैं। उसने तमिलनाडु से बीटेक की पढ़ाई की हुई है। पिता के कहने पर उन्होंने दिल्ली स्थित एक निजी संस्थान से सिविल सर्विसेज की तैयारी की थी। पहली बार में ही उन्होंने पूरे हरियाणा में पहला स्थान हासिल किया है।

                        कमल का छोटा भाई अभी ग्रेजुएशन कर रहा है। वह भी इसी साल 26 जनवरी की परेड में नेशनल कैडेट कोर एनसीसी की तरफ से शामिल हुआ था। उसकी टीम को पूरे देश में तीसरा स्थान हासिल हुआ था। कमल की मां एक ग्रहणी है। कमल की मां संतोष का कहना है कि उनके बेटे को मिली सफलता माता जयंती देवी का आशीर्वाद है।

                        पूरे गांव पर हमेशा ही माता जयंती देवी का आशीर्वाद रहा है। वहीं कमल के पिता ने बताया कि उनके घर पर गांव के लोग बधाई देने के लिए आ रहे हैं। बेटे की सफलता में गांव के सभी लोग एवं उसकी शिक्षकों का पूरा सहयोग रहा है श। पूरे गांव में मिठाई बांटकर इसकी खुशी मनाई जा रही है।

नियमित स्वास्थ्य जांच और प्रारंभिक निदान कैंसर के उपचार में महत्वपूर्ण : डॉ राजीव बेदी

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ –  7 फरवरी :

                   कैंसर शरीर के किसी भी अंग या टिश्यू में पनप सकता है। यह विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है और दुनिया भर में व्यक्तियों, परिवारों, समुदायों और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अत्यधिक शारीरिक, भावनात्मक और वित्तीय तनाव डालता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमारे देश में हर साल 13 लाख से अधिक कैंसर के मामले सामने आते हैं, जबकि इसी अवधि के दौरान यह बीमारी 8.5 लाख से अधिक लोगों की जान ले लेती है। यह बात एक विशेष सत्र के दौरान डॉ. राजीव बेदी, डायरेक्टर, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली ने एडवाइजरी जारी करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने कैंसर बीमारी के लक्षणों और डायग्नोसिस पर प्रकाश भी डाला।


                        डॉ राजीव बेदी ने कहा कैंसर से जुड़े लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कौन सा हिस्सा प्रभावित हुआ है, सबसे आम संकेतों में अत्यधिक थकान, त्वचा के नीचे गांठ या त्वचा का मोटा होना, वजन कम होना जैसे कि अनपेक्षित हानि या लाभ, शरीर में परिवर्तन, त्वचा का पीलापन, कालापन या त्वचा का लाल होना, घाव जो ठीक नहीं होते, या मौजूदा तिल में परिवर्तन, आंत्र या मूत्राशय की आदतों में परिवर्तन, लगातार खांसी या सांस लेने में परेशानी, निगलने में कठिनाई, स्वर बैठना, लगातार अपच या खाने के बाद बेचैनी, लगातार, अस्पष्टीकृत मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, अस्पष्टीकृत बुखार या रात को पसीना, अस्पष्टीकृत रक्तस्राव या खरोंच शामिल हैं।

 
                        नियमित स्क्रीनिंग क्यों महत्वपूर्ण है, पर बात करते हुए डॉ राजीव बेदी ने बताया कि स्क्रीनिंग का मतलब उन लोगों की पहचान करने के लिए सरल परीक्षणों के उपयोग से है, जिन्हें यह बीमारी हो सकती है, लेकिन कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं कर रहे हैं। इनमें रक्त, मूत्र, डीएनए और मेडिकल इमेजिंग आधारित जांच शामिल हैं। स्क्रीनिंग का उद्देश्य उन लोगों की संख्या को कम करना है जो बीमारी से विकसित हो सकते हैं या मर सकते हैं, या कैंसर से होने वाली मौतों को पूरी तरह से रोक सकते हैं।


                        डॉ. बेदी ने कहा कि जांच और निदान से बीमारी का जल्द पता लगाने में मदद मिल सकती है। स्तन कैंसर के रोगी मैमोग्राफी या क्लिीनकल ब्रेस्ट कैंसर जांच, सेल्फ ब्रेस्ट जांच और मैग्नेटिक रीसोनेंन्स इमेजिंग से गुजरते हैं, जबकि सर्वाइकल कैंसर की जांच में पैप स्मीयर, हृयूमन पेपिलोमावायरस टेस्ट या एसिटिक एसिड के साथ विजुअल इंस्पेक्शन शामिल हैं। कोलोरेक्टल (कोलन) स्क्रीनिंग में कोलोनोस्कोपी, सिग्मायोडोस्कोपी, फेकल ऑकल्ट ब्लड टेस्ट (एफओबीटी), डबल कंट्रास्ट बेरियम एनीमा और स्टूल डीएनए टेस्ट शामिल हैं। प्रोस्टेट स्क्रीनिंग में डिजिटल रेक्टल परीक्षा (डीआरई) और प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (पीएसए) टेस्ट शामिल हैं। कैंसर की जांच, पुष्टि और निगरानी के तरीकों में अल्ट्रासाउंड, डिजिटल मैमोग्राफी, ट्रू-कट बायोप्सी, एमआरआई, सीटी-स्कैन और पीईटी-स्कैन और एमआर-स्पेक्ट्रोस्कोपी जैसी उन्नत तकनीकें शामिल हैं।

                        इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री (आईएचसी), इन सीटू हाइब्रिडाइजेशन (आईएसएच, सीएसएच), आरटी-पीसीआर (रियल टाइम- पीसीआर), फ्लो साइटोमेट्री, माइक्रोएरे, नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग (एनजीएस) और लिक्विड बायोप्सी जैसी अन्य तकनीकें शामिल हैं।


                        डॉ बेदी ने कहा कि एक बार कैंसर का निदान हो जाने के बाद, ट्यूमर बोर्ड में एक सर्जन, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट और अन्य प्रमुख विशेषज्ञ शामिल होते हैं, जो उपचार की रेखा पर निर्णय लेते हैं। सबसे आम दृष्टिकोण सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन हैं। आजकल, बेहतर कॉस्मेसिस के साथ सर्जरी न्यूनतम इंवेसिव, कम दर्दनाक हो गई है। उ नए विकल्पों में टार्गेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी/चेक-प्वाइंट इनहिबिटर शामिल हैं। प्रेसिजन मेडिसिन एक मरीज की व्यक्तिगत विशेषताओं पर आधारित है। रेडिएशन तकनीकों ने भी पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा में OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा केंद्र द्वारा निर्धारित 8 लाख करने की मांग का नोटिस दिया

  •         अपनी ही पार्टी की केंद्र सरकार की बात भी न मान कर पिछड़ा वर्ग से कौन सी दुश्मनी निकाल रही है हरियाणा सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने पर OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा को बढ़ाकर 10 लाख करेंगे – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         दीपेन्द्र हुड्डा ने पिछड़ा वर्ग के लिए सकल वार्षिक आय की गणना में वेतन और कृषि आय को बाहर करने की मांग की

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ –  7 फरवरी :

                        सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज राज्य सभा में हरियाणा में OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा केंद्र द्वारा निर्धारित आय सीमा के बराबर कम से कम 8 लाख करने की मांग का नोटिस दिया। अपने नोटिस में उन्होंने कहा कि हरियाणा में मौजूदा सरकार ने नॉन-क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा केंद्र द्वारा निर्धारित 8 लाख की बजाय 6 लाख रुपये कर रखी है। जिसमें वेतन और कृषि आय समेत सभी स्रोतों से प्राप्त आय को सकल वार्षिक आय की गणना में जोड़ा जा रहा है। यह विसंगति केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का भी खुला उल्लंघन है। दीपेन्द्र हुड्डा ने सवाल किया कि अपनी ही पार्टी की केंद्र सरकार की बात भी न मान कर पिछड़ा वर्ग से कौन सी दुश्मनी निकाल रही है हरियाणा सरकार। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करी कि केंद्र द्वारा क्रीमी लेयर की मौजूदा परिभाषा एवं आय सीमा को हरियाणा में भी लागू किया जाए ताकि एकरूपता बनी रहे और पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने पर OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा को बढ़ाकर 10 लाख करेंगे।

                        उन्होंने हरियाणा में क्रीमी लेयर के लिए सकल वार्षिक आय की गणना में वेतन और कृषि आय को बाहर करने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 14 अक्टूबर, 2004 को जारी स्पष्टीकरण के अनुसार क्रीमी लेयर को तय करते समय वेतन और कृषि से हुई आय को नहीं जोड़ा जाता। क्रीमी लेयर की मौजूदा परिभाषा वही है जो कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने 8 सितंबर 1993 के नोटिफिकेशन और 14 अक्टूबर 2004 के स्पष्टीकरण में जारी किया था।

            इसके अलावा उन्होंने आय सीमा बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के अधीन कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) हर तीन साल में आय सीमा को लेकर बदलाव करता है। जैसे 8 सितंबर 1993 को यह 1 लाख रुपए सालाना थी जिसे बढ़ाते हुए सितंबर 2017 में 8 लाख किया गया था। लेकिन अब 6 वर्ष बीत गए आय सीमा की समीक्षा नहीं हुई। इतना ही नहीं, हरियाणा में आय सीमा बढ़ाना तो दूर, इसके विपरीत केंद्र द्वारा निर्धारित 8 लाख की आय सीमा को घटाकर 6 लाख रुपये कर दिया है जिससे पिछड़ा वर्ग में भारी रोष है। 6 लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय होने पर हरियाणा में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण नहीं मिलता, जो पिछड़ा वर्ग के साथ घोर अन्याय है।

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में जातिगत उत्पीड़न आम बात, विभाग ने मूंद रखी हैं आँखे

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 7 फरवरी :

                        अभी हाल ही में सेक्टर 18 के सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका के साथ हुए जातिगत उत्पीड़न का मामला ज़ोर पकड़े हुए है । कई शिक्षक तथा सामाजिक संगठन इसमें उत्पीड़न करने वाली प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग के साथ सामने आए हैं। परंतु चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग में जातिगत उत्पीड़न का यह एकमात्र मामला नहीं है । ऐसे कई मामले विभाग की अलमारियों में लंबे समय से धूल खा रहे हैं।

                        ऐसा ही एक मामला मनीमाजरा टाउन के सरकारी स्कूल में सितंबर महीने से चल रहा है जिसमें अनामिका नाम की एक शिक्षिका को एक अन्य शिक्षिका सरिता (जो की हरियाणा से डेपुटेशन पर है) ने जाति सूचक शब्दों के साथ भरी कक्षा में अपमानित किया । यह घटना 08/09/2022 की दोपहर की है। जब सरिता  मोर ने अनामिका को टांगो  पर छूकर गंदे कॉमेंट किए । विरोध करने पर सरिता ने अनामिका पर चिल्लाना शुरू कर दिया । उसके बाद अनामिका को कक्षा में जाकर उसे जातिसूचक शब्द कहे और भला बुरा बोल कर अपमानित किया । प्रिंसिपल तब तक जा चुकी थी । अगले दिन 09/09/2022 को अनामिका प्रिंसिपल सपना सूद को लिखित शिकायत देने गई तो प्रिंसिपल ने शिकायत लेने से मना कर दिया । जिसके चलते 10/09/2022 को शिकायत निदेशक विद्यालय शिक्षा तथा जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी गई ।

                        प्रिंसिपल सपना सूद ने जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में मामले को दबवाने का भरपूर प्रयास किया । जिसके चलते मामले पर एक महीने बाद सुनवाई के लिए जिला शिक्षा कार्यालय बुलाया गया, स्टेटमेंट भी ली गई परंतु कार्यवाही आजतक नहीं हुई । इसी बीच प्रीसिपल से आरटीआई के माध्यम से जातिगत उत्पीड़न तथा संबंधित घटनाओं की सीसीटीवी फुटेज मांगी गई । प्रिंसिपल ने जानबूझकर मामले में देरी की और बाद में देने से मना कर दिया । फर्स्ट अपील पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कोई जवाब भी देना उचित नहीं समझा ।

                        नियमित न होने के कारण मामला हल्के में लिया गया है पीड़ित शिक्षिका विभाग में नियमित तौर पर कार्यरत नहीं है। शिक्षिका सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत है । इसलिए जातिगत उत्पीड़न जैसा गंभीर मामला भी धूल फांक रहा है । सरिता मोर का पति चंडीगढ़ पुलिस में कार्यरत है । जिसके चलते पुलिस ने आजतक कोई कार्यवाही नहीं की ।

                        विभाग और प्रशासन यह रवैया देखते हुए शिकायत एजुकेशन सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी, एडवाइजर चंडीगढ़, तथा अनुसूचित जाति राष्ट्रीय आयोग को भेजी गई। मामले का संज्ञान लेते हुए आयोग ने एजुकेशन सेक्रेटरी से पंद्रह दिन के भीतर विभाग द्वारा की गई कार्यवाही पर रिपोर्ट मांगी है।

तथास्तु चैरिटेबल सोसायटी ने मीत संधू को विशेष अतिथि के रुप में सम्मानित किया

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 7 फरवरी :

                        आज तथास्तु चैरिटेबल सोसायटी ने हर साल की तरह एक नई कोशिश की जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को जिनका अपने-अपने प्रोफेशनलिज्म पर पकड़ है उन्हें अपने साथ जोड़ा जाए ताकि तथास्तु चैरिटेबल सोसायटी एक नए मुकाम पर पहुंच सके। इसके तहत सोसाइटी ने अपने दो नए विंग्स की शुरुआत की है जिसमें 12 चैरिटेबल पब्लिक स्कूल और तथास्तु महिला सशक्तिकरण विंग बनाया जिसमें 51 ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया गया जोकि अपने अपने क्षेत्र की दिग्गज हस्तियां है।

                        इनमें मुख्यतः डॉक्टर, ऑफिसर, समाजसेवी, अध्यापिका,बिजनेस एंटरप्रेन्योर,खिलाड़ियों व पुलिस आदि शामिल थी। इन सभी ने तथास्तु चैरिटेबल सोसाइटी का शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि परम पूजनीय गुरु जी श्री पंचानंद गिरी जी महाराज मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान थे। उन्होंने ज्योति प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

                         इस अवसर पर पंजाबी संगीतकार व अभिनेता,डायरेक्टर मीत संधू को उनके समाज के प्रति किए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर मीत संधू ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के अतिरिक्त कला, गायन,वादन व अभिनय आदि क्षेत्र में निपुण होना चाहिए ताकि उनका चहुमुखी विकास हो और देश को उन पर गर्व कर सके।

दो दिवसीय जे.वाई.टी.ए टेनिस लीग का हुआ आयोजन 

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –  07 फरवरी :

                        जगाधरी यमुनानगर टेनिस एसोसिएशन द्वारा तेजली खेल परिसर के टेनिस कोर्ट्स पर दो दिवसीय जे.वाई.टी.ए टेनिस लीग का आयोजन किया गया। एसोसिएशन के प्रधान कपिल गुप्ता ने बताया कि इस टूर्नामेंट को आईपीएल की तर्ज़ पर कराया गया है। उन्होंने कहा कि जे.वाई.टी.ए के सदस्यों में से 6 लोगों ने 6 टीम ख़रीदी और प्रति टीम पाँच खिलाड़ियों को नीलामी द्वारा ख़रीदा गया। कपिल ने बताया कि यह नीलामी पैसों से नहीं बल्कि खिलाड़ियों की रैंकिंग और पॉइंट सिस्टम से की गई।

                        जिन छह टीमों ने इस टूर्नामेंट में भाग लिया वह इस प्रकार रही- जेएसवी ओबरॉय टाइगर्स, पॉलीप्लास्टिक पैंथर्स, ओरिएंटल आर्सेनल, हाईवे टाइटंस, ऊषा मेटल वॉरियर्स, और मेटल कास्ट किंग्स।

                        कोषाध्यक्ष सुमीत गुप्ता ने बताया कि इस टूर्नामेंट में पूरे ज़िले से 30 खिलाड़ियों ने युगल मुक़ाबलों में भाग लिया। उन्होंने बताया कि जगाधरी यमुनानगर टेनिस एसोसिएशन समय समय पर ऐसे टूर्नामेंट करवाती रहती है जिससे टैनिस को बढ़ावा मिलता है और नए खिलाड़ियों को आगे आने का मौक़ा मिलता है।

                        उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट में मुख्य रेफ़री आदित्य चावला रहे जिन्होंने पूरी निष्ठा और निष्पक्ष तरीक़े से मैच करवाये। सुमीत ने बताया कि टूर्नामेंट में फ़ाइनल मुक़ाबला उषा मेटल वॉरियर्स और जेएसवी ओबरॉय टाइगर्स के बीच हुआ।

                         इस मुक़ाबले में बड़े ही रोमांचकारी पाँच मैच खेले गए और बड़े ही कड़े मुक़ाबले में ऊषा मेटल वॉरियर्स ने जेएसवी ओबरॉय टाइगर्स को 3-2 से पराजित किया। मौक़े पर रमन सलूजा, नमेश मित्तल, ललित टंडन, राहुल विज, डीएसओ राजेंद्र गुप्ता, करण बिन्दलिश, संदीप गुप्ता, सुमीत गुप्ता, आदित्य चावला, जगमीत सिंह, दीपक सोन्धी, आशीष गर्ग, विशाल गुप्ता, रमन पहुजा, डॉक्टर अनुपम चौपाल, अदीप सिंह, कमल मोहन, गौरव ओबराय, शिवम सिंगला, आशुतोष टंडन, आदर्श विज, दर्शन लाल मढ़िया, डॉक्टर राजेश मग्गो, हरप्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, शिखर गढ़, पवन तलुजा, वरुण गर्ग, विनीत चौपाल, अभिनव आनंद, प्रभव राणा, प्रणव राणा, डॉक्टर संदीप कम्बोज, कोच विशाल शर्मा, गगनदीप मौजूद रहे।

सांसद रतनलाल कटारिया ने लोकसभा में नियम 377 के तहत रोजगार सृजन करने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया 

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –  07 फरवरी :

                        पूर्व केन्द्रीय मंत्री भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आज उन्होंने लोकसभा में नियम 377 के तहत आजादी के 75 वें अमृत-महोत्सव रोजगार सृजन के लिए रोजगार मंत्री से मांग की,सांसद कटारिया ने कहा कि भारतवर्ष में एक स्वावलंबी भारत अभियान चलाया जाए l जिसके अंतर्गत रोजगार सृजन हेतु त्रिस्तरीय योजना बनाई जाए, प्रथम स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के प्रयत्नों को प्रोत्साहन व सहयोग दिया जाए, दूसरा जिला रोजगार सृजन की स्थापना की जाए, तीसरा मानसिकता परिवर्तन हेतु उधमिता पर देशव्यापी जनजागरण अभियान चलाया जाए और इसमें आर्थिक, सामाजिक व क्षेत्रीय संगठनों की पहल हो l

                        पीएम नरेंद्र मोदी भारत के युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं, कि वह जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बने lसरकार की मजबूत आर्थिक नीतियां सालाना रोजगार के लाखों नए अवसर पैदा कर रही हैं, यही कारण है कि वर्ष 2021-22 में 420 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ, 1.34 लाख युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया, ताकि देश में रोजगार के नए अवसर बढ़े l आज भारत में प्रतिदिन 600 कंपनियों का पंजीकरण हो रहा है और 100 यूनिकॉर्न कंपनियां भारत में बन चुकी हैं और 70 हजार से ऊपर स्टार्टअप शुरू हो चुके हैं l

                        भारत को 2030 तक पूर्ण रोजगार युक्त देश बनाने के लिए और 2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए भारत का रोजगार के क्षेत्र में अग्रिणी पंक्ति में होना आवश्यक हैं l इसी सदन ने केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधयेक 2022 को पास किया हैं, जिसके माध्यम से परिवहन के क्षेत्र में लगातार विकास व अनुसंधान हेतु युवाओं को प्रशिक्षित कर रोज़गार के नये अवसर पैदा किए जा सके l मैं, माननीय अध्यक्ष महोदय से मांग करता हूं, कि भारत के इस महान सदन को इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान करना चाहिए l

                        इस दौरान भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बंतो कटारिया,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

देसी गाय की खरीद पर मिलेगा किसानों को 25 हजार रुपये का अनुदान : शिक्षा मंत्री 

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –  07 फरवरी :

                        जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जगाधरी शहर की शिवपुरी सोसायटी कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे हरियाणा भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि हरियाणा भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रुपए तक अनुदान देने और जीवामृत का घोल तैयार करने के लिए चार बड़े ड्रम किसानों को नि:शुल्क उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।

                        हरियाणा भाजपा सरकार की इस योजना से किसानों को प्राकृतिक खेती के साथ-साथ स्वदेशी गाय खरीदने में मदद मिलेगी। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में हरियाणा पहला राज्य होगा, जहां प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की पहल की गई है। प्राकृतिक खेती का मूल उद्देश्य खान-पान को बदलना है। प्राकृतिक खेती का प्रदर्शन प्लांट लगाने वाले किसानों के लिए पोर्टल बनाया जाएगा। इस पर जमीन की पूरी जानकारी देने के साथ-साथ किसान स्वेच्छा से फसल विविधीकरण अपनाने के बारे में जानकारी देंगे।

                        इस प्रकार विभाग के पास पूरी जानकारी होगी तो उसकी आसानी से मॉनिटरिंग की जा सकेगी। प्राकृतिक खेती के तहत किसी भी तरीके के कृषि रसायन या उर्वरक का प्रयोग नहीं किया जाता है, बल्कि इसकी पूरी प्रक्रिया प्राकृतिक संसाधनों पर ही निर्भर करती है। हरियाणा भाजपा सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को प्रदेशभर में प्रोत्साहित किया जा रहा है।

                        इस दौरान भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

क्यूए आटोमेसन एक उभरती हुई तकनीक : गीतिका

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर –  07 फरवरी :

            डीएवी गल्र्स काॅलेज के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग की ओर से क्यू ए आटोमेसन विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें पंचकूला स्थित स्किल स्टोन, ग्रेजीटी इंटरेक्टिव के एचआर हेड महक, क्यूए विशेषज्ञ गीतिका व मानिक गर्ग मुख्य वक्ता रहे। काॅलेज पिं्रसिपल डाॅ मीनू जैन व कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष डाॅ रचना सोनी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में बीएससी कंप्यूटर साइंस व बीसीए कंप्यूटर साइंस के द्वितिय व तृतीय वर्ष तथा एमएससी कंप्यूटर साइंस द्वितिय वर्ष की छात्राओं ने भाग लिया। 

                        गीतिका ने कहा कि क्यूए आटोमेसन एक उभरती हुई तकनीक है। जिसके जरिए साॅफ्टवेयर इत्यादि की जांच की जा सकती है। उन्होंने इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। महक ने छात्राओं को सेल्स फोर्स व डेवआॅप्स तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस तकनीक प्रयोग ज्यादा बढेगा। जिस कारण क्यूए आटोमेसन तकनीक में महाराथ हासिल युवाओं के लिए नौकरियों के अवसर प्रदान होंगे। उन्होंने कहा कि उपरोक्त तकनीक को समझने से पूर्व एचटीएमएल व सीएसएस की जानकारी अनिवार्य है। 

                        डाॅ रचना सोनी ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे नई तकनीक के बारे में ज्यादा से ज्यादा सीखें। कंप्यूटर के क्षेत्र में हर रोज नई चीजें सामने आती रहती है। विद्यार्थियों को उनके मुताबिक अपग्रेड होना बेहद जरूरी है। ताकि वे तकनीक के साथ कदम ताल मिलाकर चल सकें। मंच संचालक विभाग की प्राध्यापिका विनिता गुलाटी ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विभाग की प्राध्यापिका रूपाली व पायल ने सहयोग दिया।