सोनू को मिली हिसार जिला परिषद की चेयरमैनी

दो वोटों के अंतर से दी मातरीना बनी वाईस चेयरमैन

डेमोक्रेटिक फ्रंट पवन सैनी/हिसार

हिसार जिला परिषद चुनाव में वार्ड नंबर-22 से पार्षद सोनू कुमार को चेयरमैन चुना गया है। उन्होंने वार्ड नंबर-12 के अपने प्रतिद्वंद्वी सुनील कुमार को 2 वोटो से शिकस्त दी। सोनू को 16 तथा सुनील कुमार को 14 वोट मिले। इसी प्रकार से वार्ड नंबर-21 की पार्षद रीना उप-प्रधान पद के लिए चुनी गई। उन्होंने भी वार्ड नंबर-17 के अपने प्रतिद्वंद्वी मोहित को दो वोटो से शिकस्त दी। रीना को 16 तथा मोहित को 14 वोट मिले। अतिरिक्त उपायुक्त नीरज कुमार की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाई गई। उन्होंने नव-निर्वाचित चेयरमैन व वॉइस चेयरमैन को प्रमाण पत्र वितरित किए। चुनाव के संपन्न होने के बाद हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, पूर्व वित्त मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता कैप्टन अभिमन्यु, हांसी के विधायक विनोद भयाना, मेयर गौतम सरदाना, भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष अजय सिंधु ने नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी। हिसार जिला परिषद में 30 जिला पार्षद है। भाजपा और जजपा ने हिसार में पार्टी चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन दोनों ने ही अपना-अपना चेयरमैन बनाने के लिए जोर लगाया हुआ था।फोटो 1 : संबंधित समाचार के साथ।

ENACTUS TEAM OF PU BREAKS NEW GROUND FOR ITS PROJECTS: PUTS UP A STALL AT INSTITUTE OF HOME ECONOMICS, DELHI

Chandigarh January 20, 2023

Enactus team of Panjab University with 30 members made a visit to the Institute of Home Economics (IHE), New Delhi today for putting up a stall during the annual fest of IHE to showcase products made by underprivileged communities working under its projects, conveyed Prof. Seema Kapoor, Faculty advisor of Enactus team. The team displayed various pottery products under project Dhra and eco-friendly reusable cloth based sanitary napkins made under Project Uday to spread the message on menstrual health and hygiene far and wide. Visitors of the stall were awed by the pottery products and were made aware of the benefits of using cloth based sanitary napkins.

A workshop on Menstrual Health & Hygiene was also organized by the Enactus team in collaboration with Prof. Bela Kapoor, faculty at IHE and Ms. Seema Malhotra, Founder SCOPE Plus, New Delhi, for about 40 girls and ladies with meagre means at Chirag, Delhi, a densely-populated urban village in South Delhi, said Preet Kanwal, president of Enactus team. SCOPE Plus a volunteer based NGO which stands for Society for Creating Opportunities for People’s Empowerment has been working with Inmates of Tihar Jail, Police personnel, Educational institutes, Corporates and Communities since 1996, averred Ms. Kapoor. In the last decade, the founder Seema has committed herself to train children and women on Safety, Cervical & Breast Cancer, Hygiene and other pertinent issues. Also since 2008, SCOPE has been serving on Internal Committee of Prevention Prohibition and Redressal of Sexual harassment at work place.

During the workshop, the girls and ladies were made aware of the harmful effects of using plastic based sanitary napkins and were educated on the importance of safe menstrual practices and the benefits of cloth based sanitary napkins. The Enactus team distributed the cloth based sanitary napkins made under Project Uday by a community of ladies in Nayagaon among these ladies, which were sponsored by an alumnus of Dr. SSB University Institute of Chemical Engineering & Technology, Panjab University.

On behalf of Enactus team, Vice President, Ainesh, acknowledged the invaluable support and guidance of Prof. Jagtar Singh, Dean Student Welfare, Panjab University and also expressed sincere gratitude towards Enactus India and Panjab University administration for the constant support and motivation that has always been provided to the team for its societal endeavours.

केंद्रीय गुरु सिंह सभा, युवसत्ता व चण्डीगढ़ स्टेट एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सहयोग से डेंटल चैकअप और एचआईवी जांच कैम्प लगाया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ – 20 जनवरी :

                        केंद्रीय गुरु सिंह सभा, चण्डीगढ़ द्वारा समाजसेवी संस्था युवसत्ता व चंडीगढ़ स्टेट एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सहयोग से एक डेंटल चैकअप कैम्प और एचआईवी जांच कैम्प श्री शीतला माता मंदिर, बापू धाम कॉलोनी, फेस-2, सैक्टर 26 में लगाया गया जिसमें डॉ. पुर्नित कौर व डॉ. जीसापुरी ने कॉलोनी के लोगों के दातों का चैकअप किया। इस अवसर पर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन , बापधाम  के प्रधान कृष्ण लाल व महासचिव जेपी चौधरी भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे।

                        कृष्ण लाल ने कॉलोनी के लोगों को बताया कि अपने दातों को हमेशा साफ सुथरा रखें और इनकी नियमित रूप से समय-समय पर जांच करवाते रहना चाहिए। अगर दातों में कोई परेशानी हो तो समय पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए जिससे दातों को ज्यादा समय तक सही सलामत रखा जा सके।

                        कैम्प में युवसत्ता के अध्यक्ष प्रमोद शर्मा व प्रोजेक्ट मैनेजर पिंकी रानी व केंद्रीय गुरु सिंह सभा, चण्डीगढ़ के महासचिव कर्नल जतर सिंह मुलतानी व असिस्टेंट सिक्योरिटी जनरल केपी सिंह भी मौजूद थे।

ई टेंडरिंग के विरोध स्वरूप सरपंचों ने बड़ागुढ़ा बीडीपीओ कार्यालय में गेट पर ताला लगा कर दिया धरना, 

आल सरपंच एसोसिएशन ब्लाक बड़ागुढ़ा की कार्यकारिणी का किया गठन

  1. प्रधान            :                  सुखविंद्र 
  2. उप प्रधान       :                  लखविंद्र 
  3. कैशियर         :                  बलवीर सिंह मनोनित 

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 20 जनवरी :

                        खंड बड़ागुढ़ा के सरपंचों ने शुक्रवार को बड़ागुढ़ा खंड कार्यालय में जमा होकर ई टेंडरिंग व अपनी मांगों को लेकर खंड कार्यालय के अन्दर वाले गेट को ताला लगाकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी की । धरना प्रदर्शन में शामिल स्टेट सरपंच एसोसिएशन की उपप्रधान व खंड नाथूसरी चौपटा की सरपंच एसोसिएशन प्रधान संतोष बैनीवाल ने उपस्थित सरपंचों से कहा ग्राम पंचायत को गांव की सरकार माना गया है ।

                        पंचायत का चुनाव भी विधानसभा चुनाव की तरह होता है और विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के बाद राज्य सरकार को जो अधिकार मिले हैं , उसी तर्ज पर छोटी सरकार को भी अधिकार मिले है । दुखद बात यह है कि बड़ी सरकार तो अपने अधिकार सलामत रखना चाहती है लेकिन छोटी सरकार के अधिकारों पर कैंची चला रही है । जो सहन करने योग्य नहीं है । उन्होंने कहा कि यदि ई टेंडरिंग ज्यादा फायदेमंद है तो 2 साल पहले जब गांवों का काम सरकार के अधीन आया तब सरकार सारे काम ई टेंडरिंग से करवाकर इसका प्रयोग कर लेती । लेकिन तब अपने चहेतों को ठेके देने से लाभ पहुंचाने के लिए लाखों के काम टुकड़ों में मैनुअल तरीके से करवाए गए और गांवों में छोटी सरकार का गठन होते ही सरकारी ई टेंडरिंग ले आई । सरपंच दड़बा संतोष बेनीवाल सहित उपस्थित सरपंचों ने ऐलान किया कि जब तक सरकार ई टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल जैसे मनमाने फैसले वापस नहीं लेती और पंचायत एक्ट 1994 के तहत सभी अधिकार देने व सरपंच को पावर की कोई लिमिट हटाने की मांग नहीं मानती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा ।

                        सूचना पाकर बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी निरीक्षक बिक्रम सिंह पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचा और उपस्थित सभी को समझा बुझाकर शांत किया । धरना प्रदर्शन में शामिल  सभी को अपने संबोधन में स्टेट सरपंच एसोसिएशन की उप प्रधान सरपंच संतोष बेनीवाल ने कहा कि समस्त सरपंच एकजूट होकर रहें। उन्होंने सर्वसम्मति से आल सरपंच एसोसिएशन ब्लाक बड़ागुढ़ा की कार्यकारिणी बनाने के लिए कहा। तत्पश्चात उपस्थित सभी सरपंचों में से प्रधान सरपंच सुखविंद्र सिंह बीरु वाला गुढ़ा, महासचिव सरपंच जसमीत कौर पत्नी प्रगट सिंह थिराज , उप प्रधान सरपंच लखविंद्र सिंह झिड़ी,  सरपंच बलवीर सिंह पक्का शहीदां कैशियर , उप प्रधान सरपंच सुनीता रानी पत्नी  राकेश ढिढारिया फतेहपुरिया नियामत खां मनोनीत किया और उन्होंने अपने हकों को लेकर संघर्ष करते हुए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। नवनियुक्त पदाधिकारियों ने उपस्थित सभी का आभार जताया और उन्हें हकों को लेकर संघर्ष करते हुए कार्यकारिणी सदस्यों को हर संभव सहयोग करते रहने का आश्वासन दिया ।

                        इस दौरान बड़ागुढ़ा ब्लाक के सरपंचों द्वारा ई टेंडरिंग व अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन में शामिल सरपंच पृथ्वी सिंह दौलतपुर खेड़ा,

सरपंच कर्मजीत सिंह रंगा, सरपंच अश्वनी मैहता किराड़कोट,  बंसी लाल बप्पां सरपंच प्रतिनिधि , सुखविंद्र कौर सरपंच बड़ागुढ़ा, सरपंच मनजीत सिंह भादड़ा, सरपंच जगजीत सिंह कमाल, सरपंच मक्खन सिंह लहंगेवाला, सरपंच अजायब सिंह मत्तड़, सरपंच आर पी सिंह फग्गू, सरपंच दर्शन सिंह मुंशी रोड़ी, सरपंच सुखपाल सिंह सूरतिया, सरपंच नरेश कुमार शेखूपुरिया , सरपंच राहुल खाई शेरगढ़ , सरपंच मुख्तयार सिंह भागसर , सरपंच कपिल कुमार ढाबां, सरपंच मनोज कुमार बुर्ज कर्मगढ़, सरपंच सतपाल सहारणी, भगवंत सिंह  ,गुरमीत सिंह  आदि सहित  अनेक गांवों के सरपंच व प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 20 January, 2023

जुआ खेलनें के मामलें में 2 आरोपी गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 20 जनवरी : 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में जिला पंचकूला में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें वालो के खिलाफ कडी कार्रवाई करते हुए कल दिनांक 19 जनवरी को जुआ खेलनें के मामलें में दो आरोपियान को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान कुमार पुत्र स्व. विजय कुमार वासी रामबाग रोड कालका तथा गगन पुत्र विनोद कुमार वासी शाहाबाद कुरुक्षेत्रा हाल प्रीत नगर कालका के रुप में हुई । दोनो आरोपियान को अलग-2 स्थान से जुआ खेलनें के मामलें में गिरफ्तार किया गया और दोनो आरोपियान के खिलाफ अलग-2 थाना में जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया । दोनो आरोपियान से कुल 6220/- रुपये बरामद किए गये । 

पालतू कुत्ते को लापरवाही से खुला छोडनें पर व्यकित को काटने के मामलें में आरोपी गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 20 जनवरी :  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुमेर प्रताप सिंह के निर्देशानुसार इन्चार्ज पुलिस चौकी अमरावती अकिंत ढांडा के नेतृत्व मे पालतू कुते को लापरवाही से रखनें से व्यकित को काटनें के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।  गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सोमवीर पुत्र दयांनद वासी अमरावती इन्कलेव पिन्जोर के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक पीडित वासी अमरावती इन्कलेव नें शिकायत दर्ज करवाई कि उपरोक्त व्यकित नें लैब्राडोर डॉग पालतू रखा हुआ है जो अब पागल हो रखा है जो पागल की स्थिति में खुला छोडा हुआ है दिनांक 25.11.2022 को जब पीडीत सुबह के समय घर से बाहर आया तो वहा पर पास मे यही पालतू कूत्ता सरेआम घूम रहा है जिसनें पीडित को काट लिया जिसकी वजह से आमजन को भी समस्या आ रही है जिस बारे पीडित नें पुलिस चौकी अमरावती में शिकायत दर्ज करवाई जिसकी शिकायत पर धारा 289 भा.द.स. के तहत थाना पिन्जोर में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आरोपी उपरोक्त को कल दिनांक 19 जनवरी को गिरफ्तार करके कार्रवाई की गई ।


पुलिस ने सड़क सुरक्षा को लेकर किया जागरूक, चालकों को मुफ्त हेलमेट बांटकर दिया सन्देश

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 20 जनवरी :  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में एसीपी ट्रैफिक ममता सौदा के नेतृत्व में जिला में 18 से 25 जनवरी तक सडक सुरक्षा के तहत विशेष अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत अलग -2 कार्यक्रम आयोजित करके लोगो को उनकी सुरक्षा हेतु ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुक किया जा रहा है जिस अभियान के तहत आज ट्रैफिक पुलिस द्वारा अनोखी पहल करते हुए डीसीपी पंचकूला नें सेक्टर 11/15 के चौंक पर बिना हेलमेट पहने मिले बाइक चालकों का चालान ना करके बल्कि उनको निशुल्क हेलमेट भी वितरित करके सन्देश दिया कि किसी भी दुर्घटना के दौरान हेलमेट वाहन चालक को गंभीर चोट से बचाव करता है ऐसे में सिर्फ चालान से बचने के लिए ही नहीं बल्कि खुद के जीवन की रक्षा के लिए भी वाहन चालकों को हेलमेट पहनना चाहिए और पिछली सवारी को भी हेल्मेट का प्रयोग करके ही घर से निकलें । इसके साथ ही डीसीपी नें कहा कि यातायात में सडक हादसों में ज्यादातर मौत सिर पर चोट लगनें के कारण होती है जो हेल्मेट ना पहननें की वजह से वाहन चालक की एक छोटी सी गल्ती के कारण वह अपनी जिन्दगी को समाप्त कर देता है इसके साथ – 2 वह दुखो का पहाड अपनें पीछे अपनें परिवार के लिए छोड जाता है इसलिए मेरी आप सभी से अपील है कि दो पहिया वाहन पर हेल्मेट का प्रयोग करें, और अन्य ट्रैफिक नियमों की पालना करके पुलिस का सहयोग करें ।   

इसके अलावा एसीपी ट्रैफिक ममता सौदा नें कहा कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक विशेष अभियान चलाकर अलग-2 कार्यक्रम आयोजित करके लोगो को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुक किया जा रहा है क्योकि सडको पर हादसों हमारी कमी के कारण ही होते है हमारे द्वारा किसी ना किसी ट्रैफिक नियम की उल्लंघना करनें पर सडक हादसो का शिकार होते है । जिस कारण सडक हादसो में मौते हो जाती है क्योकि वाहन चालक लापरवाह होकर गाडी या मोटरसाईकिल चलाते है और ट्रैफिक नियमों के प्रति लापरवाह होते है इसलिए एक गलती से आपकी जिन्दगी खतरे में पड जाती है इसलिए ट्रैफिक नियमों को एक जिम्मेवारी समझकर निभाएं ।

कालांवाली डबल मर्डर मामले में तीन आरोपी 

दो महिलाओं सहित अब तक  पांच आरोपी काबू 

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 20 जनवरी :

                        बीती 16 जनवरी को मंडी कालांवाली के देसू मलकाना रोड पर हुए डबल मर्डर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के तीन आरोपियों को काबू कर लिया है । इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया कि काबू किए गए आरोपियों की पहचान गगनदीप उर्फ गगी पुत्र जगतार सिंह निवासी ओढां , सुनील उर्फ मंगा पुत्र जसवीर सिंह निवासी सलेमगढ़ मसानी, राजस्थान तथा सुरेंद्र पाल पुत्र बलवीर कुमार निवासी मौजगढ़, जिला सिरसा के रूप में हुई है। मीडिया से रूबरू होते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया कि इस वारदात को समझाने के लिए जिला की सीआईए सिरसा, सीआईए डबवाली, सीआईए कालांवाली, थाना कालांवाली तथा साइबर सेल सहित 5 टीमों  का गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीमों ने आरोपियों के छुपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश देकर तीनों आरोपियों को काबू किया  है ।

                        उन्होंने बताया कि इस घटना में एक अन्य आरोपी बलकार उर्फ जगतार पुत्र बूटा सिंह जोकि घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है, उसे भी इस मामले में शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा । पुलिस अधीक्षक डॉ.अर्पित जैन ने बताया कि इस वारदात में संलिप्त लोगों को शरण देने के मामले में पुलिस ने दो महिलाऐ औंढा निवासी रमनदीप कौर तथा गांव जगमाल वाली निवासी कर्मजीत कौर को भी गिरफ्तार किया है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना के अन्य आरोपियों जग्गा तख्तमल सहित सभी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है, और उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा ।

                        उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर घटना का मुआयना कर आरोपियों को शीघ्र अति शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस की संयुक्त टीमों की सराहना कर उनकी पीठ थपथपाई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में अमनदीप पुत्र दर्शन सिंह निवासी कालांवाली की शिकायत पर विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत थाना कालांवाली में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी । गौरतलब है कि इस घटना में मंडी कालांवाली निवासी दीपक उर्फ दीपू पुत्र सीताराम तथा देवेंद्र उर्फ दीपू पुत्र इकबाल सिंह की मृत्यु हो गई थी । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, तथा इनके खिलाफ विभिन्न थानों में अनेक मामले दर्ज है ।

                        उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान हत्या में प्रयुक्त वाहन तथा हथियार बरामद किए जाएंगे तथा अन्य आरोपियों के पते ठिकाने मालूम कर उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार जाएगा । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस घटना में जो भी संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। के देसू मलकाना रोड पर हुए डबल मर्डर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के तीन आरोपियों को काबू कर लिया है ।

                        इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया कि काबू किए गए आरोपियों की पहचान गगनदीप उर्फ गगी पुत्र जगतार सिंह निवासी ओढां , सुनील उर्फ मंगा पुत्र जसवीर सिंह निवासी सलेमगढ़ मसानी, राजस्थान तथा सुरेंद्र पाल पुत्र बलवीर कुमार निवासी मौजगढ़, जिला सिरसा के रूप में हुई है। मीडिया से रूबरू होते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया कि इस वारदात को समझाने के लिए जिला की सीआईए सिरसा, सीआईए डबवाली, सीआईए कालांवाली, थाना कालांवाली तथा साइबर सेल सहित 5 टीमों  का गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीमों ने आरोपियों के छुपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश देकर तीनों आरोपियों को काबू किया  है । उन्होंने बताया कि इस घटना में एक अन्य आरोपी बलकार उर्फ जगतार पुत्र बूटा सिंह जोकि घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है, उसे भी इस मामले में शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा ।

                        पुलिस अधीक्षक डॉ.अर्पित जैन ने बताया कि इस वारदात में संलिप्त लोगों को शरण देने के मामले में पुलिस ने दो महिलाऐ औंढा निवासी रमनदीप कौर तथा गांव जगमाल वाली निवासी कर्मजीत कौर को भी गिरफ्तार किया है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना के अन्य आरोपियों जग्गा तख्तमल सहित सभी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है, और उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा । उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर घटना का मुआयना कर आरोपियों को शीघ्र अति शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस की संयुक्त टीमों की सराहना कर उनकी पीठ थपथपाई।

                         पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में अमनदीप पुत्र दर्शन सिंह निवासी कालांवाली की शिकायत पर विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत थाना कालांवाली में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी । गौरतलब है कि इस घटना में मंडी कालांवाली निवासी दीपक उर्फ दीपू पुत्र सीताराम तथा देवेंद्र उर्फ दीपू पुत्र इकबाल सिंह की मृत्यु हो गई थी । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, तथा इनके खिलाफ विभिन्न थानों में अनेक मामले दर्ज है ।

                         उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान हत्या में प्रयुक्त वाहन तथा हथियार बरामद किए जाएंगे तथा अन्य आरोपियों के पते ठिकाने मालूम कर उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार जाएगा । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस घटना में जो भी संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।

सरकार ई-टेंडरिंग के नाम पर पंचायतों के अधिकार छीनकर अफसरों को देना चाहती है – दीपेंद्र हुड्डा

  •     सरपंचों की मांग जायज है हम उनका पूर्ण समर्थन करते हैं – दीपेंद्र हुड्डा
  •     अगर पंचायतों को अधिकार ही नहीं देने थे तो चुनाव की क्या जरुरत थी – दीपेंद्र हुड्डा
  •     सरकार के फैसले से गांवों में विकास पूरी तरह ठप हो जायेगा और भ्रष्टाचार बढ़ेगा- दीपेंद्र हुड्डा
  •     सरपंचों से गांव में विकास कार्य करवाने का अधिकार छीनना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला है – दीपेंद्र हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  – 20 जनवरी  :  

                   सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज जींद मिनी सचिवालय पर ई-टेंडरिंग के विरोध में चल रहे सरपंचों के धरने पर पहुंचे। उन्होंने ई-टेंडरिंग के नाम पर पंचायतों से अधिकार छीनकर अफसरों के हवाले करने के कदम का विरोध करते हुए सरपंचों की मांग का पूर्ण समर्थन किया है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर पंचायतों को अधिकार ही नहीं देने थे तो चुनाव कराने की क्या जरुरत थी। सरकार के इस फैसले से न सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ेगा बल्कि पंचायतें अपने स्तर पर गली-नाली तक नहीं बनवा पायेंगीए जिससे गांव का विकास पूरी तरह ठप हो जायेगा। दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा सरकार से यह फैसला अविलम्ब रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार पंचायतों को अफसरशाही का गुलाम बनाना चाहती है। सरपंचों से गांव में विकास कार्य करवाने का अधिकार छीनना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला है।

                   दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार गांवों में विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। मात्र दो लाख की धनराशि से गांव का विकास नहीं हो सकता है। क्योंकि जमीनी स्तर पर पंचायतें ही गांव के विकास को गति देती हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार अफसरों के माध्यम से चुने हुए सरपंचों से गांव में विकास कार्य करवाने का अधिकार छीनकर लोकतांत्रिक व्यवस्था को तार-तार कर रही है। ई-टेंडरिंग व्यवस्था गांव को विकास से वंचित करने और भ्रष्टाचार का केंद्रीकरण करने का सीधा जरिया है। यही कारण है कि प्रदेश भर में सरपंच धरना प्रदर्शन कर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।

                   उन्होंने आगे कहा कि नगर निगम, नगर पालिकाएं, बी एंड आर, खनन आदि समेत सभी सरकारी विभागों में ई-टेंडरिंग लागू है। लेकिन मौजूदा सरकार में कोई ऐसा विभाग नहीं बचा जिसमें भ्रष्टाचार चरम पर न हो। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी भाजपा-जजपा सरकार सरपंचों को ईमानदारी व पारदर्शिता का पाठ न पढ़ाए। शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, खनन घोटाला, भर्ती घोटाला, धान घोटाला, सफाई घोटाला समेत दर्जनों घोटालों की लंबी लिस्ट है। जिसमें आज तक किसी भी जिम्मेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।

LUNCH TIME DEMONSTRATION BY UNITED FORUM OF BANK UNIONS

Demokratic Front Correspondent, Chandigarh – 20 January :

                        On the call of the United Forum of Bank Unions (UFBU), the apex body of 9 trade unions of Bank Employees and Officers, lunch time demonstration was held today at three places in the tricity i.e. in front of Bank of India, Main Branch, Bank Square, Sector 17, Chandigarh, in front of SBI AO Building in Sector 68, Mohali and SBI AO Building, Sector 5, Panchkula against the following issues:

  1. Introduction of 5-day work week for Bankers.
  2. Updation of Pension for past retirees.
  3. Resolution of residual issues.
  4. Adequate recruitment in all cadres to ensure better customer service.
  5. Scrap New Pension Scheme and restore Old Pension Scheme.
  6. Immediate commencement of negotiations on Charter of Demands for wage revision.

                        More than 1000 members affiliated to UFBU participated in the lunch time massive demonstration at the three centres in Tricity.  A two day strike has also been planned by the UFBU for 30 & 31st January 2023. The loud sloganeering by the participants including large number of lady members showed the anger of the members against the approach of the IBA in resolving the pending issues and wage settlement.

                        Jagdish Rai, Shri T S Saggu, Shri B S Gill, Vipin Kumar Handa, Shri Harmeet Singh, Shri Ashok Goyal and other leaders from various constituents of UFBU shared their views. 

                        Jagdish Rai from AIBEA, said that all these months UFBU had displayed patience with a hope that IBA will come forward, discuss our demands and resolve the same amicably by way of mutual discussion and negotiations.  He said that as the talks did not materialize due to the non-serious approach of IBA, hence UFBU decided to come out on streets and express our resentment through strike action. 

                        Priyvrat from AIBOC said that undue delay on the part of IBA in resolving the pending and residual issues has forced us to come on the streets.  He said important issues like 5 day Banking, updation of Pension, Scraping of NPS and residual issues are still pending due to the non-serious approach of IBA.  

                        While opposing the delaying tactics of the IBA in resolving the pending issues including the commencement of negotiations on the Charter of Demands for the wage revision Com. Sanjay Sharma, the convenor of UFBU (tri-city) said that the IBA has forced us to go on agitational path.  He said that CLC will be holding a conciliation meeting with UFBU constituents and the IBA again on 24/01/2023 in Mumbai.  He said that if IBA can give a firm commitment to resolve the demands within an agreed time, UFBU may reconsider their agitation including the proposed strike.  

“बजट 2023-24’’  भारतीय आतिथ्य उद्योग की वृद्धि को देगा गति

                   इस क्षेत्र में छुपी संभावनाओं को संभव बना कर अर्थव्यवस्था में इज़ाफ़ा किया जा सकता है, नए रोज़गार पैदा होंगे और मूल्यवान विदेशी मुद्रा भी अर्जित की जा सकेगी

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 20 जनवरी :

                        पर्यटन और आतिथ्य उद्योग ऐसा क्षेत्र है जो अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है। साल 2021 में इस क्षेत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 178 अरब डॉलर का योगदान किया जो की जीडीपी का 5.6 प्रतिशत है और रोज़गार का 6 प्रतिशत।

                        पर्यटन उद्योग में 5.30 करोड़ नौकरियां तैयार करने का सरकार का जो ध्येय है उसकी पूर्ति में आतिथ्य उद्योग ही सबसे आगे रहेगा। पर्यटन मंत्रालय द्वारा अक्सर जिस सर्वेक्षण का उल्लेख किया जाता है उसके मुताबिक कृषि, विनिर्माण, रेलवे और परिवहन के मुकाबले होटलों व रेस्टोरेंटों में अधिक रोज़गार का रुझान है। इस तरह से व्यावहारिक इन्सेंटिव के माध्यम से इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जाना बेहद अहम है।

                        आतिथ्य उद्योग में तीव्रता से सामान्य स्थिति की बहाली के लिए सरकार का सहयोग अत्यंत महत्व का है तभी यह क्षेत्र अपनी पूरी क्षमता से नौकरियां पैदा कर पाएगा जहां महिलाओं व दिव्यांगों समेत सभी योग्य लोगों को, सभी श्रेणियों में काम मिल सकेगा। यह स्थिति तीन तरीकों से हासिल की जा सकेगी, टैक्स और टैक्स की दरों को तार्किक रख कर, नीतिगत हस्तक्षेपों से, सरल अनुपालन और कारोबार करने में आसानी।

                        भारतीय आतिथ्य उद्योग की शीर्ष संस्था होटल ऐसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इसी मुद्दे पर अपने सुझाव भारत सरकार के समक्ष केन्द्रीय बजट 2023-24 हेतु प्रस्तावित किए हैं।

                        ये सिफारिशें इन शीर्षकों के तहत जमा की गई हैं: (1) प्रत्यक्ष कर (2) कस्टम व सेंट्रल ऐक्साइज़ (3) नीति एवं अन्य मुद्दे (4) अप्रत्यक्ष कर। केन्द्रीय बजट 2023-24 के लिए होटल ऐसोसिएशन ऑॅफ इंडिया का बजट-पूर्व मैमोरेंडम बहुत विस्तृत था।

                        वित्त मंत्रालय ने 30 नवंबर को परामर्श हेतु ऐसोसिएशन को आमंत्रित किया था जहां प्रतिनिधियों ने अपनी प्रमुख सिफारिशें पेश की थीं।

ऐसोसिएशन के निवेदन को मंत्रालय के अधिकारियों व अध्यक्ष द्वारा सहानुभूति पूर्वक सुना गया।

                        उद्योग को आशा है की इस वर्ष के बजट में कुछ अनुकूल नीतिगत घोषणाएं होंगी जिनसे न सिर्फ इस क्षेत्र की तेज़ी से रिकवरी होगी बल्कि होटलों की दीर्घकालीन वृद्धि और विकास भी होगा। होटलों के निर्माण में बड़ी पूंजी लगती है और उन्हें लाभकारी होने में भी लंबा वक्त लगता है तथा इनके परिचालन की लागत भी अत्यधिक व स्थायी होती है।

                        होटल निवेश को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए सुविधापूर्ण फाइनेंसिंग और परिचालन लागत घटाना गेम चेंजर साबित हो सकते हैं, इसके अलावा होटलों की क्षमताओं में इज़ाफा होगा जिससे की देश में होटल रूम्स की वर्तमान कमी को पूरा किया जा सकेगा। प्रत्यक्ष और अपरोक्ष रूप से रोज़गार उत्पन्न करने की होटलों की जो क्षमता है उसे हर कोई अच्छी तरह जानता है। इसके अलावा, होटलों की वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर व कनेक्टिविटी बेहतर होती है तथा उस इलाके व उसकी आसपास की जगहों पर लोगों का जीवन स्तर भी बेहतर होता है।