शरद यादव का निधन : बेटी ने लिखा -‘पापा नहीं रहे’ , 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह जनता दल पर‍िवार के पुराने नेता थे और जीवन के अंत‍िम द‍िनों में एक बार फ‍िर लालू यादव की पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल से ही आकर जुड़ गए थे।

JDU के पूर्व अध्यक्ष और दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव का निधन, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

दिग्गज नेता और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का हुआ निधन। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी ने इस खबर की पुष्टि ट्वीट कर की है, शरद यादव ने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। देश की राजनीती में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले दिग्गज नेता शरद यादव ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। बिहार की राजनीति के कद्द्वार नेता शरद यादव का जाना सभी को दुखी कर गया है। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में हुआ शरद यादव का निधन।

शरद यादव को उनकी उनकी समाजवाद की राजनीती ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रियता दिलाई थी। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की बेटी सुभाषिनी ने  ट्विटर पर अपने पिता की मौत पर शोक व्यक्त कर उन्होंने ने लिखा “पापा नहीं रहे” शरद यादव एक महान नेता थे उनका राजनीतिक सफर भी संघर्षशील रहा है, उन्होंने अपने कई दशक की राजनीति में काफी कुछ देखा है। 

शरद यादव की बेटी शुभाषिनी यादव ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है।

शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों में मंत्री रहे थे। 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष बने थे। वह NDA के संयोजक भी रहे। साल 2018 में जदयू से अलग होकर लोकतांत्रिक जनता दल (LJD) बनाया था। पिछले साल अपनी पार्टी के RJD में विलय की घोषणा कर दी थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। शांति।

लालू यादव ने अपने ट्वीट में लिखा-अभी सिंगापुर में रात्रि के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला। बहुत बेबस महसूस कर रहा हूं। आने से पहले मुलाकात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में। शरद भाई…ऐसे अलविदा नहीं कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!

लालू यादव ने अस्पताल से ही वीडियो मैसेज के साथ ये पोस्ट शेयर की है। अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला। बहुत बेबस महसूस कर रहा हूँ। आने से पहले मुलाक़ात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में। शरद भाई…ऐसे अलविदा नही कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा- मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूँ। कुछ कह पाने में असमर्थ हूँ।

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि देश के दिग्गज राजनेता, समाजवाद और सामाजिक न्याय के योद्धा शरद यादव के निधन की खबर सुनकर मर्माहत हैं। शरद यादव के निधन से एक युग का अंत हो गया। एक समाजिक न्याय के नेता के रूप में हमेशा याद किए जाते रहेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने शिक्षामंत्री के झूठ का किया भंडाफोड़

           बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के ने बुधवार को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षान्त समारोह में कहा था कि ‘रामचरितमानस’ से नफरत फैलती है। उनके इस बयान से संत समाज भी गुस्से में है। अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने उन्हें पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि उनकी जीभ काटकर लाने वाले को 10 करोड़ का इनाम देंगे। इधर शिक्षा मंत्री अपने बयान पर कायम हैं। उन्हाेंने कहा कि जो लोग मेरी जीभ काटना चाहते हैं काटे, कोई तो अमीर हो जाएगा। हम तो जलने वाले लोग हैं, जब तक जलेंगे नहीं, तब तक निखरेंगे नहीं।

  • भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने शिक्षामंत्री चन्द्रशेखर को तथ्यों के साथ दिखाया आइना, मुख्यमंत्री नीतीश से पूछा कि क्यों वह ऐसे व्यक्ति के हाथों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सौंप कर युवाओं के भविष्य को रसातल में पहुंचा देना चाहते हैं?
  • शिक्षामंत्री के बयान पर डॉ जायसवाल ने पूछा, समाजिक सद्भाव की माला जपने वाले नीतीश जी को बताना चाहिए कि हिन्दुओं को बार-बार अपमानित करवाने से कौन सा समाजिक सद्भाव बढ़ता है?
  • डॉ संजय जायसवाल ने रामचरितमानस प्रकरण पर तथ्यों के साथ शिक्षामंत्री के झूठ का किया भंडाफोड, मुख्यमंत्री नीतीश से की शिक्षामंत्री को बर्खास्त करने की मांग, कहा किसी अन्य धर्मविशेष की धार्मिक किताब पर ऐसी टिप्पणी की होती तो बिहार में गूंज रहे होते सर तन से जुदा के नारे

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/पटना :

             बिहार के शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर द्वारा रामचरितमानस को नफरत फ़ैलाने वाली किताब बताये जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने इंटरनेट मीडिया के जरिए उन्हें तथ्यों के साथ आईना दिखाया है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बिहार के शिक्षामंत्री द्वारा प्रभु श्री राम के जीवन चरित रामचरितमानस के खिलाफ दिए गये घृणित बयान पर किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। यह उसी टोले के हैं जिन्हें आज तक आतंकवादियों का धर्म नहीं दिखायी दिया है लेकिन हिंदू आतंकवाद सुनते ही तालियां पीटने लगते हैं। चन्द्रशेखर जी राजद की उसी हिंदू द्रोही परंपरा का निर्वहन करते हुए अब हिंदू धर्मग्रंथों पर विषवमन कर रहे हैं।

            उन्होंने लिखा कि अपने बयान के सहारे इन्होंने एक बार फिर से साबित कर दिया कि भले ही नाम में प्रोफेसर लगा हो लेकिन लाठीधारी पार्टी में जाते ही लोगों की बुद्धि कुंद पड़ जाती है। आधे-अधूरे ज्ञान के सहारे ही यह बुद्धिजीविता की उल्टियां करने लगते हैं। तथ्य देते हुए उन्होंने लिखा कि उत्तरकांड में यह काकभुशुण्डी( कौवा) और गरुड़ (दोनों पक्षी, मानव नहीं) के बीच हुए संवाद का हिस्सा है। जिसमें काकभुशुंडी गरुड से अपने गुरु और अपने बीच के प्रकरण का उल्लेख कर रहे हैं।

उन्होंने लिखा कि पूरी चौपाई है –

हर कहुँ हरि सेवक गुर कहेऊ। सुनि खगनाथ हृदय मम दहेऊ॥
अधम जाति मैं बिद्या पाएँ। भयउँ जथा अहि दूध पिआएँ3

भावार्थ:-गुरुजी ने शिवजी को हरि का सेवक कहा। यह सुनकर हे पक्षीराज! मेरा हृदय जल उठा। नीच जाति(कौवा) का मैं विद्या पाकर ऐसा हो गया जैसे दूध पिलाने से साँप॥3॥

            डॉ जायसवाल ने लिखा कि यहां कौवारुपी काकभुशुंडी अपने को नीच कह रहा है, लेकिन बिहार के शिक्षामंत्री इसका अर्थ हिंदू समाज को बांटने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि प्रश्न उठता है कि यदि वह सत्य हैं तो फिर रामायण के जनक वाल्मीकि महर्षि कैसे हो गये? क्या उन्होंने बिना शिक्षा ग्रहण किये ही रामायण जैसे महाकाव्य की रचना कर दी थी। माता सीता को आश्रय देने वाले वही थे और लव तथा कुश के गुरु भी वही।

            भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने आगे लिखा कि मेरे हिसाब से राजद के जातिविशारदों को महर्षि वाल्मीकि की जाति पता होगी ही।बहरहाल चन्द्रशेखर जी की ज्ञान की धज्जियां अगली चौपाई ही उड़ा देती है जिसमें काक भुशुंडी कहते हैं कि “मानी कुटिल कुभाग्य कुजाती। गुर कर द्रोह करउँ दिनु राती॥ अति दयाल गुर स्वल्प न क्रोधा। पुनि पुनि मोहि सिखाव सुबोधा”॥4॥ भावार्थ:-अभिमानी, कुटिल, दुर्भाग्य और कुजाति (कौवा)मैं दिन-रात गुरुजी से द्रोह करता। गुरुजी अत्यंत दयालु थे, उनको थोड़ा सा भी क्रोध नहीं आता। (मेरे द्रोह करने पर भी) वे बार-बार मुझे उत्तम ज्ञान की ही शिक्षा देते थे॥4॥

            उन्होंने लिखा कि एक साथ लिखे रामचरितमानस इन दोनों चौपाइयों को पढ़कर आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं कि रामचरितमानस नफरत की किताब है या चन्द्रशेखर और उनकी पार्टी राजद नफरत की दूकान। डॉ जायसवाल ने आगे लिखा कि यह सोचने का विषय है कि जिस व्यक्ति के मन में हिन्दुओं के लिए इतना जहर भरा हो तथा जिसका ज्ञान इतना अल्प हो वह राज्य की शिक्षा व्यवस्था को कैसा जहरीला बना सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर नीतीश जी को बताना चाहिए कि क्यों वह ऐसे व्यक्ति के हाथों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सौंप कर युवाओं के भविष्य को रसातल में पहुंचा देना चाहते हैं? उन्होंने पूछा कि समाजिक सद्भाव की माला जपने वाले नीतीश जी को बताना चाहिए कि हिन्दुओं को बार-बार अपमानित करवाने से कौन सा समाजिक सद्भाव बढ़ता है?

            शिक्षामंत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हुए उन्होंने लिखा कि नीतीश जी में यदि हिन्दुओं के प्रति थोड़ी सी भी संवेदना होगी तो उन्हें इस शिक्षामंत्री को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए. लोग जानते हैं कि यदि उन्होंने रामचरितमानस के बजाए किसी अन्य धर्मविशेष की धार्मिक किताब पर ऐसी टिप्पणी की होती तो नीतीश जी कब का चन्द्रशेखर जी को किनारे लगा चुके होते और चंद्रशेखर के खिलाफ सर तन से जुदा के नारे पूरे बिहार में गूंज रहे होते.

अध्यक्ष कालवा की नीतियों से पालिका का बंटाधार : मील को भ्रमित किये रखा

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ :

नगर पालिका सूरतगढ़ के अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने यह मान लिया है कि उनके कहने पर नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी काम नहीं करते। यह मौखिक नहीं माना गया बल्कि लिखित में माना है।

अध्यक्ष ने अर्जेंट ऑफिस नोट जारी किए हैं उनमें यह लिखा हुआ है जो शहर में चर्चा बने हुए हैं।

  ऑफिस नोट में हवाला दिया गया है कि पट्टे की फाइलें नामांतरण की फाइलें आदि पेंडिंग पड़ी है और शहर में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। निर्माण कार्यों के टेंडर आदि नहीं हो रहे। लोगों में आक्रोश है।

  अध्यक्ष को 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के 1 महीने और ऊपर होने के बाद यह मालूम हुआ कि नगर में सफाई व्यवस्था चौपट है।  पट्टों की और नामांतरण की फाइलें पेंडिंग पड़ी है।

  यह सारा दोष अधिशासी अधिकारी और स्टाफ को देना चाहते हैं। 

  अर्जेंट ऑफिस नोट से यह तो साबित हो ही गया है कि नगर पालिका में चेयरमैन बेबस है लाचार हैं उसके कहने से काम नहीं हो रहे।

  सच्चाई यह है कि जब जनता की नजरों से कोई उतर जाए तब वह कितनी ही सफाई दे जनता उसे स्वीकार नहीं करती बल्कि यह पक्का मान लेती है कि कोई नया व्यक्ति आएगा तो काम हो सकता है, वर्तमान से संभव नहीं है। यह सर्वमान्य बात है और चुने हुए सभी जनप्रतिनिधियों पर मान्य होती है।

   अध्यक्ष के कहने से कोई काम ही नहीं करता। यह स्थिति स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष ने की है जिसके कारण वे जनता की नजरों में अब स्थापित नहीं रह सकते। 

  जनता को याद है की आज अध्यक्ष अधिशासी अधिकारी और सफाई निरीक्षक को साथ लेकर करीब साल पहले कुछ वार्डों घूमे और कुछ सफाई स्टाफ पर कार्यवाही भी हुई थी।

  यह घोषणाएं हुई थी कि अब यह लगातार निरीक्षण हर वार्ड में जारी रहेगा।  नगरपालिका से इनके प्रेसनोट भी जारी हुए थे। ये सचित्र समाचार भी छपे थे। यह घोषणा बाद में लुप्त हो गई। चार पांच वार्डों में निरीक्षण के बाद में चेयरमैन साहब को फुर्सत ही नहीं थी कि वे इस कार्यक्रम को आगे चलाते। अब चाहे स्टाफ को दोष देते रहे नोट डालते रहें लेकिन असलियत यह है कि उन्होंने खुद ने यह निरीक्षण बंद कर दिया।

  अब बात आती है पट्टोकी 9 जनवरी 2023 को करणी प्रेस इंडिया पर एक बहुत बड़ा समाचार लगा कि खुद चेयरमैन साहब के वार्ड नंबर 26 के पट्टे नहीं बने।  यह समाचार निश्चित रूप से विचलित करने वाला हो सकता है। सीधा चेयरमैन पर सवाल उठाया गया था कि जब आपके खुद के वार्ड के पट्टे नहीं बन रहे तो शहर का क्या हाल हो सकता है। चेयरमैन को  खुद के वार्ड के लिए ही समय नहीं हैं। 

इसके बाद में अर्जेंट ऑफिस नोट जारी करते हैं के पट्टे की फाइलें पेंडिंग पड़ी है। 

  अध्यक्ष को यह मालूम होना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी के ही पार्षद बसंत कुमार बोहरा ने कनस्तर बजाकर के आपको जगाने की कोशिश की थी। पट्टे बनाओ की मांग की थी। आपने उस पर ध्यान नहीं दिया।अब कह रहे हैं कि पट्टे बन नहीं रहे हैं फाइलें पेंडिंग पड़ी है। बसंत कुमार ने दो दफा कनस्तर बजाया और पता नहीं कितने ही पत्र लिख लिख कर के दिए।आप तो उस पार्षद का तिरस्कार कर नीचा दिखा रहे थे। क्योंकि उसने कनस्तर आपके सामने बजाया था।

पूर्व विधायक गंगाजल मील भी एक पट्टा वितरण कार्यक्रम में मौजूद थे तब भी कनस्तर बजाया गया था। गंगाजल मील को भी भ्रमित किया जाता रहा।

  कनस्तर बजाए गए उस समय कहते कि पट्टे तुरंत बनाए जाएं लेकिन एक बार भी नहीं कहा।

   बसंत कुमार के वार्ड के पट्टे जिनमें विधवाओं और वृद्धों के पट्टे थे जिनके लिए मुझे ( करणीदानसिंह राजपूत ) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखना पड़ा और वहां से कार्यवाही होने के बाद में उन विधवाओं और वृद्धों को पट्टे दिए गए।

  अध्यक्ष को जगाने के लिए समाचार पत्रों में लगातार जनता की पीड़ाएं छपती रही लेकिन कोई गौर नहीं किया गया।

  अब बात आती है नामांतरण की फाइलें पेंडिंग पड़ी होने की। कांग्रेस पार्टी के नेता गुरदर्शन सिंह सोढ़ी को नामांतरण के लिए कई चक्कर कटवाए गए। उन्होंने नगर पालिका कार्यालय में धरना दिया तब उनके नामांतरण का कार्य पूरा किया गया।यह प्रदर्शन कई महीने पहले हुआ था। उस समय भी पता नहीं लगा नहीं की फाइलें पेंडिंग चल रही है। 

  अब इतने महीने बाद में 3 साल के बाद में काम नहीं होने का दोष नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और कर्मचारियों पर डालना चाहते हैं,लेकिन जनता को मालूम है की असलियत क्या है? 

  नगर पालिका प्रशासन जिसमें अधिशासी अधिकारी के साथ में अन्य कर्मचारी और अधिकारी हैं, उन्होंने नगरपालिका की करोड़ों रुपए की जमीन अतिक्रमण हटाकर भू माफिया से मुक्त करवाई हैं और यह कार्य अभी रोजाना भयानक सर्दी में भी चल रहा है,उसके लिए कहीं भी सराहना नहीं की गई। 

  जब-जब अतिक्रमण हटाए गए तब तब स्टाफ को धन्यवाद दिया जाता।  चैयरमैन खुद मुक्त हो गई जमीनें देखने जाते।जब नगरपालिका का स्टाफ भू माफिया के अतिक्रमण हटवा रहा था तो कभी भी मौके पर हौसला बढाने नहीं गए। 

भू माफिया नगरपालिका के अंदर आते जाते रहे हैं 

  अध्यक्ष की तरफ से सराहना नहीं हुई। आप किन कारणों  विचलित रहे कि स्टाफ की सराहना करना भी आवश्यक नहीं समझा। असल में अतिक्रमण हटाने की सूचना अध्यक्ष को नहीं देकर अतिक्रमण हटाए गए और सरकार की जमीनें मुक्त हो गई। अतिक्रमण हटाने की मांगे जब पार्षदों की तरफ से हुई तब महीनों तक कार्यवाही ही नहीं हुई।

  आपने कभी भी नगर पालिका स्टाफ को अच्छे कार्य के लिए बधाई नहीं दी। करोड़ों रुपए की जमीन भू माफिया से मुक्त हुई उसके लिए आपने कभी मीडिया को भी आमंत्रित करके बताने की कोशिश नहीं की।

  कुछ महीनों पहले आपने अध्यक्ष ने  प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व विधायक गंगाजल मील की मौजूदगी में 30 सूत्री कार्यक्रम घोषित किया कि शहर में बहुत बड़ा विकास कार्य किया जाएगा। आपने पूर्व विधायक को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रखा और भ्रमित किया। मील को भी उस समय अंदाजा नहीं था कि यह सब झूठी फिल्म की घोषणा हो रही है।** उसमें से कितने काम करवाएं यह अच्छे तरीके से जानते हैं। 30 सूत्री कार्यक्रम घोषणाएं चौपट हो करके रह गई। पीसीसी सदस्य हनुमान मील और गंगाजल मील की समझ में अब आया कि जनता के साथ क्या हो रहा है और नगरपालिका में अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा क्या कर रहे हैं? नगरपालिका में बहुमत का बोर्ड है और अध्यक्ष भी कांग्रेस का है जिसकी कार्य नीति ने यहां इस पार्टी को गड्ढे में धकेल दिया है।

  अब जनता के बीच में बताना कि कर्मचारी काम नहीं करते उनका कहना चल नहीं रहा है। जनता इसे चेयरमैन की कमजोरी समझती है।  जब स्टाफ ही चैयरमैन के कहने से काम नहीं करता तो उस चेयरमैन को काम के लिए जनता कहे भी कैसे। 

  वैसे आज सारा काम कंप्यूटराइज्ड है। चेयरमैन नगर पालिका में एक एक फाइल सिग्गे से मतलब संबंधित शाखा से मंगा कर के खुद तुरंत देख सकते हैं गिन सकते हैं कि कितनी फाइलें पेंडिंग पड़ी है। कितनी में काम पूरा हो चुका है? 

  यह प्रतिदिन की प्रक्रिया है और चैयरमेन  करते रहे हैं। चैयरमैन के पास में काम करने के लिए समय होना चाहिए जो कक्ष में गप्पों में व्यस्त होता है। 

  यदि चेयरमैन अपनी सीट पर बैठकर रिकॉर्ड मंगाए तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि चेयरमैन मंगाए और स्टाफ वह सामने पुट नहीं करें।

  सच्चाई यह है कि जब पिछले कुछ दिनों से मीडिया में सोशल मीडिया में जो आलोचना हो रही है। वे विचलित कर रही है। इसलिए अपनी हालत साफ करने के लिए कह रहे हैं। सही स्थिति यह होती कि अर्जेट नोट के बजाय काम करवाते लेकिन इससे उल्टा हो गया।

  स्टाफ मेरे कहने से काम नहीं कर रहा। 

  श्रीमान जी जब जनता का काम आपके अध्यक्ष के कहने से नहीं हो रहा है तो आप इस पद पर क्यों बैठे हैं? कुर्सी खाली करें ताकि कोई नया चैयरमैन बने और जनता के काम हो सकें। 

जनता से अपील. चलते चलते।

  किसी ने भी किसी को, बिचौलियों को दलालों को हजारों लाखों काम कराने के लिए दिए हैं तो वापस मांग लें। काम हो गया है तो भी हिम्मत कर मांग लें। दलालों को भी नेक सलाह है कि आफत आए उससे पहले दो चार दिनों में रूपये लौटा दें।

दूरदर्शन केंद्र को शिफ्ट न किये जाने की मांग को लेकर मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को ज्ञापन

डॉ. गुप्ता ने दिया सीएम से बात करने का आश्वासन
डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी  
हिसार।  दूरदर्शन केंद्र को हिसार से शिफ्ट न किये जाने की मांग करते हुए आज स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह में हरियाणा के स्थानीय निकाय मंत्री व हिसार के विधायक डॉ कमल गुप्ता को जनसंगठनों के प्रतिनिधियों ने ज्ञापन सौंपा । उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व मंत्री के आवास पर यह ज्ञापन सौंपने गये थे लेकिन इनके चंडीगढ़ होने के चलते यह ज्ञापन आज सौंपा गया ।  जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जहां अन्य प्रदेशों में दो से लेकर आधा दर्जन तक ऐसे दूरदर्शन केंद्र चल रहे हैं , वहीं हरियाणा के एकमात्र दूरदर्शन केंद्र को शिफ्ट करने के नाम पर बंद करने के आदेश कहां तक न्यायोचित हैं । उत्तर प्रदेश में छह , असम , केरल , मध्य प्रदेश , तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में दो दो दूरदर्शन केंद्र चलाये जा रहे हैं तो हिसार के एकमात्र दूरदर्शन केंद्र को ही बंद करने के आदेश क्यों?  छोटे छोटे क्षेत्रों गोवा , अंडेमान निकोबार , लेह में भी केंद्र चलाये जा रहे है। इसे बंद करने से हरियाणा के किसान और कलाकार इससे मिल रहे सुझावों और जानकारियों से वंचित हो जायेंगे । कलाकारों के मंच हाइफा ने भी प्रसिद्ध एक्टर यशपाल शर्मा के नेतृत्व में सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को ज्ञापन भेजा है।  डॉ कमल गुप्ता ने पूरी गंभीरता से मामले को सुना और विश्वास दिलाया कि वे  मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ इस बारे में समय लेकर तुरंत ही बैठक कर केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से बात करेंगे और इस केंद्र को यहीं बनाये रखने का आग्रह करेंगे। ज्ञापन देने वालों में हरियाणा दूरदर्शन केंद्र बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र कौशिक धरतीपकड़, सुरेंद्र मान, कमलेश भारतीय, प्रिंसिपल आर एस सिंधु, सेवानिवृत मेजर बी एस मलिक, नूर मुहम्मद, मंजू सिंधु, राजरानी मल्हाण, साक्षी रोहिल्ला आदि शामिल थे।

 हिसार केंद्र को चंडीगढ़ स्थानांतरित करने का निर्णय हरियाणा के हितों पर सीधा कुठाराघात  : सतबीर सिसाय

दूरदर्शन कर्मचारियों के धरना का इनेलो ने किया समर्थन
डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी  
हिसार। हिसार दूरदर्शन केंद्र को चंडीगढ़ स्थानांतरित किए जाने के विरोध में दूरदर्शन केंद्र के कैजुअल कर्मचारियों द्वारा दिए जा रहे धरने का आज इनेलो पार्टी ने समर्थन किया। पार्टी जिलाध्यक्ष सतबीर सिसाय के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकरियों ने धरना स्थल पर पहुंच कर धरना को अपना समर्थन दिया।
इस अवसर पर इनेलो जिलाध्यक्ष सतबीर सिसाय ने कहा कि हिसार दूरदर्शन केंद्र की स्थापना 2002 में की गई थी। तत्कालीन इनेलो सरकार के प्रयास से उस समय की केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रदेश को यह सौगात दी थी और इसको पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल को समर्पित किया था। उन्होंने कहा कि इसकी स्थापना का उद्देश्य हरियाणवी संस्कृति का उत्थान था। इसके कारण जहां हरियाणवी संस्कृति का प्रचार-प्रसार हुआ और इसमें प्रसारित होने वाले कृषि कार्यक्रमों से किसानों को भी काफी लाभ मिला। उन्होंने कहा कि आज भी प्रदेश के गांवों में हिसार दूरदर्शन केंद्र से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को ग्रामीणों द्वारा काफी पसंद किया जाता है। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने हिसार केंद्र को चंडीगढ़ स्थानांतरित करने का निर्णय लेकर हरियाणा के हितों पर सीधा कुठाराघात करने का काम किया। इस अवसर पर पार्टी के कानूनी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष एडवोकेट प्रदीप बाजिया, हलका अध्यक्ष अमित सैनी, विनोद कस्वां, विकास शर्मा, जितेंद्र श्योराण व जिला प्रवक्ता रमेश चुघ सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।

स्वामी विवेकानन्द जी महिला सशक्तीकरण के सच्चे पक्षधर थे : प्रियंका पुनिया

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 12 जनवरी :

            आज भारत विकास परिषद सूरज शाखा,पंचकुला द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की स्मृति में युवा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने स्वामी विवेकानन्द जी को श्रद्धांजली अर्पित की । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पाई अकैडमी की संस्थापक तथा सूरज शाखा की संस्कार प्रमुख श्रीमती प्रियंका पुनिया ने बताया की स्वामी जी द्वारा दी गयी सीख़ का आज के युवा के जीवन में क्या महत्व है ।

            श्रीमती पुनिया ने विवेकानन्द जी के जीवन तथा उनके द्वारा दी गयी शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया की किस तरह से उनके द्वारा दी गयी हर सीख हर उम्र के इंसान के जीवन में उत्साह तथा उल्लास भरती है। स्वामी विवेकानन्द जी हर इंसान को शारीरिक , बौद्धिक तथा मानसिक रूप से सशक्त होने का संदेश देते थे ।स्वामी जी ने समाज को बताया की वेद और उपनिषदों में महिलाओं ने उच्चतम सत्यों को सिखाया तथा पुरुषों के बराबर ही सम्मान प्राप्त किया। आत्मा में कोई लिगभेद नहीं है सब कुछ आत्मा है ।

            उनके अनुसार हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम पुरुष और महिलाएं हैं,अपितु हम केवल मनुष्य हैं, जो एक दूसरे की देखभाल करने और एक दूसरे की मदद करने के लिए पैदा हुए हैं। जब तक हम समाज में महिला की स्थिति का आकलन नहीं करते तब तक हम समाज के कल्याण तथा उन्नति के बारे में नहीं सोच सकते। नारी सशक्तीकरण के बारे में उनके विचार काफ़ी महत्वपूर्ण तथा उच्च थे।

            उन्होंने कहा था की अगर आप किसी को शेर बनने नही देते है, तो वह लोमड़ी बन जाएगा। महिलाएं स्वयं एक शक्ति हैं, केवल अब यह बुराई के कारण है, क्योंकि पुरुष महिला पर अत्याचार करता है; वह लोमड़ी है, परन्तु जब वह उत्पीडित नही की जायेगी, तो वह शेरनी बन जाएगी। किसी को महिलाओं को सशक्त करने की ज़रूरत नहीं अपितु महिलायों को शिक्षित करना चाहिए एवम् अपनी समस्याओं को अपने तरीक़े से हल करने की स्थिति में रखा जाना चाहिये ।

            इस अवसर पर सूरज शाखा के अध्यक्ष अशोक सिंगला जी ने स्वामी युवाओं से आह्वान किया कि उन्हें विवेकानन्द जी की शिक्षाओं को जीवन में उतारना चाहिये । शाखा सचिव के सी मेहता ने मिसेज़ प्रियंका पुनिया का धन्यवाद किया।

आम आदमी पार्टी ने भरे  मेयर सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर के नामांकन

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 12 जनवरी :

            आम आदमी पार्टी  के जसबीर सिंह लड्डी ने  मेयर पद के लिए तरुणा मेहता  ने सीनियर डिप्टी मेयर सुमन अमित शर्मा डिप्टी मेयर के लिए नामांकन भरा । इस मौके पर चंडीगढ़ के प्रभारी  जरनैल सिंह व सह प्रभारी  प्रदीप छाबड़ा सहित प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग  व सभी 14 पार्षद उपस्थित रहे ।

            आआपा के चंडीगढ़  प्रभारी जरनैल सिंह ने कहा कि 17 तारीख को आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ का मेयर बनाने जा रही है व  जितने भी विकास कार्य लंबित पड़े हुए हैं उन सभी पर तीव्र गति से कार्य किया जाएगा।

डॉ. गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी तुरंत गिरफ्तार हो : बजरंग गर्ग

डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी  
हिसार। व्यापारी प्रतिनिधियों की एक बैठक हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में अपराधियों द्वारा डॉ रविंद्र गुप्ता का अपहरण करने की कोशिश व सोनीपत की महिला डॉक्टर का पिस्तौल के बल पर अपहरण करने पर गंभीर चिंता प्रकट की। श्री गर्ग ने कहा कि डॉ रविंद्र गुप्ता के घर में घुसकर उनकी अपहरण करने की कोशिश करना पुलिस प्रशासन की विफलता का जीता जागता सबूत है।  गर्ग ने कहा कि डॉक्टर रविंद्र गुप्ता के अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया तो डॉक्टरों के समर्थन में व्यापार मंडल सडक़ों पर उतर कर जोरदार आंदोलन करेगा।  

हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए चंडीगढ़ से शुरू हुई साधु-संतों की यात्रा

  • चंडीगढ़ से सोनीपत के लिए हुई रवाना
  • हरियाणा के कई शहरों से होकर गुजरेगी यह यात्रा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 12 जनवरी :

            भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में जोरदार प्रयास चल रहें है। इसी दिशा में  कई साधु-संतों ने मिलकर चंडीगढ़ से यात्रा शुरू की जो कि हरियाणा के 23 शहरों से होती हुई सोनीपत जाकर समाप्त होगी।

            हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से जो  वीरवार से हिंदू राष्ट्र के लिए यात्रा शुरू की गई। दर्जनों साधु-संतों ने इस यात्रा में हिस्सा लिया। इस मौके पर काफी पुलिस बल भी मौजूद रहा। यात्रा के आयोजक महंत प्रवीण दास महाराज ने बताया कि यह यात्रा प्रदेश में हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के खिलाफ जागरूक करने की दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में हजारों की संख्या में संत इकट्ठा होंगे जो अलग अलग शहरों से जुड़ते जायेंगे। महंत ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से वे केंद्र सरकार से भारत देश को जल्द से जल्द हिंदू राष्ट्र बनाने का आह्वान करेंगे।

            महंत प्रवीण ने बताया कि इस यात्रा का मकसद हिंदू धर्म और अपने देश की संस्कृति को बचाना है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में लोगों को भी धर्म की रक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में कई ऐसे धर्म के ठेकेदार हैं जो गरीब व जरूरतमंद लोगों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं जोकि बेहद गलत और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सनातन धर्म के लिए एक बड़ा खतरा बन रहे हैं जिन पर रोक लगाना बेहद जरूरी है।

सात दिवसीय एन एस एस कैंप 12 जनवरी से 18 जनवरी तक गोस्वामी गणेश दत्त महाविद्यालय, सेक्टर 32 चंडीगढ़  कॉलेज में आरंभ

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 12 जनवरी :

            गोस्वामी गणेश दत्त महाविद्यालय, सेक्टर 32 चंडीगढ़ में एन एस एस यूनिट की तरफ से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत और फिट इंडिया’ विषय को लेकर सात दिवसीय एन एस एस कैंप 12 जनवरी से 18 जनवरी तक कॉलेज में आरंभ हुआ। इसका उदघाटन प्रिंसिपल अजय शर्मा ने किया। प्रिंसिपल डॉ॰ अजय शर्मा ने स्वयंसेवकों को एक स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जानकारी दी और “वसुधैव कुटुंबकम्” के बारे में बताया। 

            कार्यक्रम का आरंभ करते हुए श्री गणेश जी की वंदना के बाद एन एस एस के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ॰ प्रतिभा कुमारी और डॉ॰ महक शर्मा जी ने मुख्य अतिथि डॉ॰ संजीव सोनी (डीन विज्ञान विभाग) और डाॅ॰ वरिंदर (बायोइनफॉरमेटिक विभाग प्रमुख) का स्वागत किया।  

            इसके बाद जी जी डी एस डी इनोवेशन काउंसिल ने एस डी एलुमनी एसोसिएशन (SDAAC) के सहयोग से पीएमएल एसडी बिजनेस स्कूल में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया। उत्सव में स्टार्ट-अप संस्थापकों/ सह-संस्थापकों और कॉलेज के पूर्व छात्रों, सुश्री एकता चंडोक और श्री रवि ग्रोवर शामिल थे। सुश्री एकता चंडोक , (सह-संस्थापक, यंग अर्बन प्रोजेक्ट) ने स्टार्टअप के बारे में बताया और खुद को कभी सीमित न रखने के लिए प्रोत्साहित किया। *श्री रवि ग्रोवर* , (सह-संस्थापक / संस्थापक, आयु ब्लिस (न्यूट्रास्युटिकल्स), आयु पे (फिनटेक), बिगबेरी मार्केटिंग हब (मार्केटिंग), और ट्रूविसरी वेव्स लिमिटेड (कंसल्टेंसी एंड एडवाइजरी ),) ने उद्यमशीलता के बारे में उसकी आवश्यकता और हमारे राष्ट्र के विकास में इसके महत्व को साझा किया।

             इस दौरान जी जी डी एस डी कॉलेज सोसायटी के माननीय अध्यक्ष प्रो. अनिरुद्ध जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया और अपने स्वागत भाषण से सभी उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने उस भूमिका पर जोर दिया जो युवा एक उज्ज्वल भविष्य बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं और तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक योगदान के माध्यम से दुनिया को एक नए युग में ले जाते हैं। उन्होंने आगे स्वामी विवेकानंद जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया।  

             दोपहर बाद सत्र का आगाज एन एस एस गीत से किया गया। इसके बाद ‘ महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न ‘विषय पर हुई चर्चा ने सबको चौंका दिया। पूरी यूनिट ने संध्या काल में होने वाले खेलकूद में बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा इस सप्ताहिक कैंप का प्रथम दिन ऊर्जावान रहा।.