6 फरवरी को राहुल गांधी ले सकते हैं फैसला कि पंजाब चुनाव में कौन होंगा सीएम फेस

एससी और एसटी कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और कुछ अन्य छोटे समूहों के उदय के बाद वे पार्टी से दूर हो गए। कांग्रेस अब पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की जगह चन्नी को सीएम बनाकर एससी वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, जिसमें पंजाब की लगभग एक तिहाई आबादी शामिल है। चमकौर साहिब सीट से तीन बार के विधायक चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बने हैं।

डेमोरेटिक फ्रंट, पंजाब(ब्यूरो) :

पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के फैसले को लेकर इंतजार की घड़ी 6 फरवरी को खत्म हो सकती है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी पंजाब में छह फरवरी को सीएम के चेहरे की घोषणा कर सकती है। राहुल गांधी छह फरवरी को पंजाब का दौरा कर सकते हैं। बता दें कि राहुल गांधी ने अपने 27 जनवरी को अपने पंजाब दौरे के दौरान एलान किया था कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव सीएम चेहरे के साथ लड़ेगी और पार्टी कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद जल्द ही इसका एलान किया जाएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी अपने शक्ति एप के जरिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से जवाब मांग रही है। पार्टी ने इस मुद्दे पर आम लोगों की राय भी मांगी है और यह प्रक्रिया पिछले दो दिनों में शुरू हो गई है। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी रविवार 6 फरवरी को पंजाब का दौरा कर सकते हैं और महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं।

पिछले कई हफ्तों में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद को पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करने का दावा किया है। वहीं, कांग्रेस अपना वजन चन्नी के पीछे लगाती दिख रही है, जो अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और उन्हें दो विधानसभा सीटों चमकौर साहिब और भदौर से मैदान में उतारा गया है।

एससी और एसटी कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और कुछ अन्य छोटे समूहों के उदय के बाद वे पार्टी से दूर हो गए। कांग्रेस अब पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की जगह चन्नी को चुनकर एससी वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, जिसमें पंजाब की लगभग एक तिहाई आबादी शामिल है।

चमकौर साहिब से तीन बार विधायक रहे चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। वह दो सीटों से मैदान में उतरने वाले एकमात्र पार्टी उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने पंजाब में अपने उम्मीदवारों को टिकट आवंटित करने में ‘एक परिवार, एक सीट’ के फॉर्मूले का पालन किया है।

राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते जालंधर में एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चन्नी और सिद्धू ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी सीएम के रूप में चुना जाएगा, दूसरा उसका समर्थन करेगा।

गांधी ने यह बयान तब दिया जब सिद्धू ने रैली में पार्टी से चुनाव के लिए सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग की और कहा कि वह “शोपीस” नहीं बनना चाहते हैं। अमरिंदर सिंह को हटाने और चन्नी के पद पर पदोन्नत होने के बाद भी पार्टी में मतभेद जारी रहे। कांग्रेस पंजाब में सत्ता बनाए रखने की कोशिश कर रही है और आम आदमी पार्टी, शिअद-बसपा और भाजपा के खिलाफ खड़ा है, जिसने अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ हाथ मिलाया है।

गांधी ने यह बयान तब दिया जब सिद्धू ने रैली में पार्टी से चुनाव के लिए सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग की और कहा कि वह “शोपीस” नहीं बनना चाहते हैं। अमरिंदर सिंह को हटाने और चन्नी के पद पर पदोन्नत होने के बाद भी पार्टी में मतभेद जारी रहे। कांग्रेस पंजाब में सत्ता बनाए रखने की कोशिश कर रही है और आम आदमी पार्टी, शिअद-बसपा और भाजपा के खिलाफ खड़ा है, जिसने अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ हाथ मिलाया है।

उमर खालिद, अन्य आरोपियों की जमानत याचिका का पुलिस ने किया विरोध

दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद और छह अन्य की जमानत याचिका का बुधवार को एक अदालत के समक्ष विरोध करते हुए आरोप लगाया गया कि उन्होंने दिल्ली में 2020 के दंगों के दौरान हिंसा भड़काने और पुलिस अधिकारियों पर हमले करने की साजिश रची थी। “पहला मोर्चा भीम आर्मी और दूसरा मोर्चा आपने कपिल मिश्रा के खिलाफ खोल मैंने आपको दिखाया है कि इसमें कोई स्थानीय भागीदारी नहीं थी। जब कोई स्थानीय महिला वहां नहीं थी, तो कहीं और से उन्हें लाने का क्या मतबल है?’’ अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि आरोपी तेजाब, लाठी और लाल मिर्च आदि एकत्रित कर रहे थे और हिंसा उत्पन्न करने के लिए लाठियां बांटी गई थीं।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद और छह अन्य की जमानत याचिका का बुधवार को यहां की एक अदालत के समक्ष विरोध करते हुए आरोप लगाया गया कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में 2020 के दंगों के दौरान हिंसा भड़काने और पुलिस अधिकारियों पर हमले करने की साजिश रची थी। अभियोजन पक्ष ने अदालत को यह भी बताया कि मामले के मुख्य साजिशकर्ताओं ने भीम आर्मी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कपिल मिश्रा पर दोष मढ़ने की कोशिश की।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत को अभियोजन पक्ष ने पूर्वोत्तर दिल्ली के चांद बाग इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद 24 फरवरी 2020 की फुटेज और एक व्हाट्सएप ग्रुप दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप (डीपीएसजी) में आरोपियों की चैट भी दिखाई। पुलिस के एक वकील ने अदालत से कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि एक तरफ हमने आपको यह कहते हुए देखा है कि भीम आर्मी के (भारत बंद) के आह्वान के बाद तनाव बढ़ गया। फिर कपिल मिश्रा के खिलाफ शिकायत की गई। यह खालिद सैफी का एक संदेश है। पहला मोर्चा भीम आर्मी और दूसरा मोर्चा आपने कपिल मिश्रा के खिलाफ खोला…मैंने आपको दिखाया है कि इसमें कोई स्थानीय भागीदारी नहीं थी। जब कोई स्थानीय महिला वहां नहीं थी, तो कहीं और से उन्हें लाने का क्या मतबल है?

अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि आरोपी तेजाब, लाठी और लाल मिर्च आदि एकत्रित कर रहे थे और हिंसा उत्पन्न करने के लिए लाठियां बांटी गई थीं। खालिद और कई अन्य लोगों पर विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन पर फरवरी 2020 में हुए दंगों की साजिश रचने का आरोप है, जिनमें 53 लोग मारे गये थे और करीब 200 लोग घायल हो गये थे।

सिद्धू के खिलाफ बंद हुआ रोड रेज केस फिर से खुल गया है

शीर्ष अदालत ने सिद्धू को 65 साल के बुजुर्ग को ‘जान बूझकर नुकसान पहुंचाने’ के अपराध का दोषी ठहराया था लेकिन उन्हें जेल की सजा से बख्श दिया था एवं उन पर 1000 रूपये का जुर्माना लगाया था। शीर्ष अदालत ने 15 मई, 2018 को इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के उस फैसले को दरकिनार कर दिया था जिसमें उन्हें गैर इरादतन हत्या का दोषी करार देकर तीन साल कैद की सजा सुनायी गयी थी। हालांकि, शीर्ष अदालत ने सिद्धू को एक वरिष्ठ नागरिक को चोट पहुंचाने का दोषी माना था।

संवाददाता चंडीगढ़, डेमोरेटिक फ्रंट :

पंजाब चुनाव से ठीक पहले एक नया ट्विस्ट आ गया है. पंजाब में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के लिए नई मुसीबत आन पड़ी है। कुछ साल पहले उनके खिलाफ बंद हुआ रोड रेज केस फिर से खुल गया है। सुप्रीम कोर्ट रोड रोज मामले में फिर से सुनवाई शुरू करने जा रहा है। जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस संजय किशन कौल की स्पेशल बेंच गुरुवार शाम 3.30 बजे सुनवाई करेगी. सुप्रीम कोर्ट पीड़ित परिवार की याचिका पर सुनवाई करेगा। इससे पहले 15 मई, 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में मात्र 1,000 रुपये के जुर्माने के साथ छोड़ दिया था। इसमें पटियाला निवासी गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। पंजाब और हरियाणा एचसी ने सिद्धू को स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दोषी ठहराया था और उन्हें 3 साल की जेल की सजा सुनाई थी, लेकिन SC ने उन्हें 30 साल से अधिक पुरानी घटना बताते हुए 1000 जुर्माने पर छोड़ दिया था।

पीठ ने नवजोत सिंह सिद्धू को 2018 में पीड़ित परिवार की एक याचिका पर नोटिस जारी किया और स्पष्ट किया कि वह केवल सजा के सीमित मुद्दे पर ही विचार करेगी।

बता दें कि 2018 में शीर्ष अदालत में जस्टिस जे चेलामेश्वर और जस्टिस संजय किशन कौल की बेंच ने सिद्धू पर 1988 के रोड रेज मामले में मात्र 1,000 जुर्माना लगाया था बेंच को तय करना था कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू व उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू को तीन साल की सजा के फैसले को बरकरार रखा जाए या नहीं। 18 अप्रैल 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। 

इसने कांग्रेस विधायक को गंभीर आरोपों से बरी कर दिया, लेकिन उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के तहत चोट पहुंचाने के मामूली अपराध का दोषी ठहराया।

हालाकि समीक्षा याचिका के परिणाम से सिद्धू के राजनीतिक करियर पर असर पड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत यह केवल दो साल या उससे अधिक की जेल की अवधि है जो एक मौजूदा सांसद या एक विधायक को अयोग्य घोषित कर सकती है। इसलिए यदि सिद्धू को वर्तमान आरोप के तहत अधिकतम जेल की सजा मिलती है, तो वह पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक के रूप में फिर से चुने जाने पर अपने पद पर बने रहने के लिए अयोग्य नहीं होंगे।

सिद्धू अमृतसर पूर्व सीट से मौजूदा विधायक हैं और उन्होंने इसी सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है। इस सीट से शिरोमणि अकाली दल ने उनके खिलाफ पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को मैदान में उतारा है।

आरपीएन सिंह के चलते अखिलेश ने मौर्य की सीट बदली – अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुरने कहा कि क्या उन्हें हार का डर सता रहा था? जहां एक ओर समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ हो रहा है तो दूसरी तरफ उन्हें (स्वामी प्रसाद मौर्य) हारने का डर सता रहा है। ऐसी स्थिति हो गई है कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी सीट पर भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है। आखिर क्या मजबूरी है कि उन्हें पडरौना छोड़कर भागना पड़ा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

                     उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश के बीच बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थामने वाले ओबीसी के दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी परंपरागत सीट बदल दी है।  सपा ने स्वामी प्रसाद को पडरौना के बजाय फाजिलनगर सीट से प्रत्याशी बनाया है।  हालांकि, स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐसे ही अपनी सीट नहीं बदली बल्कि इसके पीछे कांग्रेस से बीजेपी में आए आरपीएन सिंह एक अहम फैक्टर माने जा रहे हैं तो दूसरा फाजिलनगर सीट का सियासी समीकरण है। ऐसे में देखना है कि स्वामी प्रसाद छठी बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब होते हैं कि नहीं ?  

स्वामी प्रसाद मौर्य का इस बारे में कहना है कि आरपीएन सिंह ना तो मेरे लिए चुनौती थे, ना हैं और ना होंगे। यदि भाजपा सिंह को पडरौना से सीट देती है तो उनसे कमजोर कोई उम्मीदवार नहीं होगा। उन्होंने अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा ​कि मैं पडरौना से तीन बार विधायक रह चुका हूं। मैंने काफी लम्बे समय जनता की सेवा की है। जनता के लिए मेरे दिल में हमेशा प्यार रहेगा. जहां तक फाजिलनगर से प्रत्याशी बनाए जाने का सवाल है, तो मैं अखिलेश यादव का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इस सीट से उम्मीदवार बनाया। मैं अखिलेश यादव को यहां की जनता की सेवा के लिए मौका देने पर आभार व्यक्त करता हूं।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही BJP का हाथ छोड़कर मौर्य सपा में शामिल हुए थे। दूसरी तरफ आरपीएन सिंह भी हाल ही कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। सिंह को पडरौना का राजा भी कहा जाता है। ऐसे में भाजपा उन्हें इसी सीट से उतारने का मन बना रही है. माना जा रहा है कि इस कारण मौर्य को अपनी सीट बदलना पड़ा है।

परमबीर सिंह ने किया कि सचिन वाजे को शिवसेना में लिए जाने के बाद उसकी नियुक्ति अहम पदों पर करने का भी दबाव डाला गया था

परमबीर सिंह ने ED को बताया है कि, “सचिन वझे को 2020 में फिर से नियुक्त किया गया था। सभी पुलिसकर्मियों के निलंबन की समीक्षा मुंबई के पुलिस आयुक्त की अध्यक्षता में की जाती है। इसमें कुछ संयुक्त आयुक्त और कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होते हैं। सचिन वझे की नियुक्ति का पूरी समीक्षा के बाद की गई थी।”

डेमोरेटिक फ्रंट मुंबई(ब्यूरो) :

       मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एक बार फिर बहुत बड़ा खुलासा किया है।  उन्होंने कहा है कि सस्पेंड चल रहे सचिन वाजे की फिर से बहाली के लिए उन पर सीधे महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तात्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे का दबाव था।  सचिन वाजे प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक गाड़ी रखने और उस गाड़ी के मालिक मनसुख हीरेन की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है।  परमबीर सिंह ने यह खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ में किया है।  परमबीर सिंह ने यह भी खुलासा किया है कि सचिन वाजे को शिवसेना में लिए जाने के बाद उसकी नियुक्ति अहम पदों पर करने का भी दबाव डाला गया था।

दूसरी तरफ अनिल देशमुख ने ईडी द्वारा की गई पूछताछ में परमबीर सिंह के आरोपों को नकार दिया है। देशमुख ने उल्टा यह कहा है कि एंटीलिया विस्फोट और मनसुख हिरेन की हत्या मामले का मास्टरमाइंड परमबीर सिंह ही थे। उन्होंने ईडी अधिकारियों से यह भी कहा कि परमबीर सिंह किसी भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया करते थे। वे हमेशा उलझा हुआ ही जवाब देते थे। लेकिन पुलिस विभाग के अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग रैकेट को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को देशमुख ने शिवसेना नेता और मंत्री अनिल परब की ओर पास कर दिया। उन्होंने कहा अधिकारियों के ट्रांसफर की लिस्ट उन्हें अनिल परब लाकर देते थे।

मुंबई में 100 करोड़ रुपए की वसूली के मामले में फँसे राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आऱोपों की जाँच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के सामने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने धमाकेदार खुलासा किया है। उन्होंने ईडी के सामने महाराष्ट्र की MVA सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे और अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को नौकरी पर बहाल करने का निर्देश दिया था।

परमबीर सिंह ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने व्यक्तिगत तौर पर उन्हें सचिन वाजे को बहाल कर उसे महत्वपूर्ण विभाग और अहम पद देने का निर्देश दिया था। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि ईडी ने सिंह से एपीआई सचिन वाजे की बहाली में उनकी भूमिका के बारे में बताने के लिए कहा था।

ईडी को दिए जवाब में परमबीर सिंह ने बताया, “मैं बताता हूँ कि सचिन वाजे को जून 2020 के महीने में समीक्षा बैठक के बाद बहाल किया गया था, जहाँ निलंबन के सभी मामलों की समीक्षा मुंबई के पुलिस कमिश्नर, कुछ संयुक्त सीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति द्वारा की जाती है। ये लोग कमिटी के मेंबर थे”

परमबीर सिंह ईडी के सामने इस बात को स्वीकार करते हैं कि उनके ऊपर सचिन वाजे को फिर से बहाल करने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख ने डायरेक्ट दबाव बनाया था। सिंह ने कहा कि उन्हें आदित्य ठाकरे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी डायरेक्टली इंस्ट्रक्शन देते थे। मुझे मुंबई पुलिस की अपराध शाखा में उनकी पोस्टिंग के लिए और वहाँ कुछ महत्वपूर्ण इकाइयों का प्रभार देने के लिए भी निर्देश मिले थे। परमबीर सिंह ने जाँच एजेंसी को बताया कि मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट के पास कई सारे अहम मामले थे, जिसकी अध्यक्षता सीएम और गृह मंत्री के निर्देश पर सचिन वाजे ने की थी। वो सीधे उद्धव ठाकरे औऱ देशमुख को रिपोर्ट करता था। इसके अलावा वाजे की बहाली के लिए अनिल देशमुख ने उनसे 2 करोड़ रुपए माँगे थे।

गौरतलब है कि मार्च 2021 में परमबीर सिंह ने लेटर बम फोड़ा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री अनिल देशमुख सचिन वाज़े को हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा कर उन्हें देने के आदेश दिए थे। इसके बाद ही सीबीआई ने केस दर्ज कर अनिल देशमुख को पूछताछ के लिए तलब किया था।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 02 February 22

पंचकूला पुलिस नें पंजाब पुलिस के साथ मिलकर आपसी तालमेल  से अवैध गतिविधियो पर रोक लगानें हेतु की बैठक

  • अवैध शराब, पदार्थ, हथियार रखनें वालें पर की जा रही कडी निगरानी
  • पंचकूला पुलिस, पंजाब पुलिस के साथ मिलकर अवैध गतिविधियो पर रोक लगानें हेतु की बैठक

          पचंकूला 02 फरवरी :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा भा.पु.से. के निर्देशानुसार जिला पंचकूला से लगती पंजाब सीमा पर 8 अन्तर्राज्यीय  पुलिस नाकें स्थापित किये गये है जिन नाको के द्वारा निगरानी हेतु पजांब पुलिस के साथ आपसी तालमेल हेतु कडी निगरानी व चैकिंग हेतु एसीपी पंचकूला श्रीमति ममता सौदा ह.पु.सें. नें दिनाक 01 फरवरी को गुरबख्शीश सिह डीएसपी डेरा बस्सी, प्रंबधक थाना डेरा बस्सी निरिक्षक कुलबीर सिह, प्रबंधक थाना जीरकपुर निरिक्षक ओंकार सिंह, प्रबंधक थाना ढकौली निरिक्षक जतिन कपुर तथा पुलिस चौकी मुबारकपुर इन्चार्ज अर्शदीप सिह  के साथ मीटिंग की गई । मीटिंग के दौरान पजांब चुनाव को लेकर पचकूला से लगते बार्डर नाकों के द्वारा कडी निगरानी व चैकिंग हेतु हेतु आपसी तालमेल बनाकर अवैध गतिविधियो पर रोक लगाने बारे विचार विर्मश किया गया ताकि किसी भी प्रकार से कोई भी अवैध सामग्री नशीला पदार्थ, शराब इत्यादि की तस्करी ना हो सकें और चुनाव में किसी तरह का खलल उत्पन्न ना हो सकें । इसी दौरान डीसीपी डेरा बस्सी बख्शीश नें कहा कि पंजाब से लगतें नाकों के द्वारा कडी नाकाबन्दी व चैकिंग की जा रही है और अगर किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी और पुलिस द्वारा बार्डर नाकों से 24 घण्टे निगरानी व चैकिंग की जा रही है ।

इसके साथ एसीपी पंचकूला नें कहा कि पुलिस नें आसपास के इलाकों में पुलिस की गस्त पडताल व प्रैजेंस को भी बढा दिया गया है ताकि चुनाव को लेकर किसी भी प्रकार की कोई असमाजिक गतिविधि उत्पन्न ना हो और पंचकूला में लगें बार्डर नाकों सें साथ लगतें सी.सी.टी.वी. कैमरो के द्वारा भी आनें जानें वाहनों व सदिंग्ध व्यक्तियो पर नजर रखी जा रही है औऱ बार्डर नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारी आवश्यक तकनीकी उपकरणों के साथ निगरानी लगातार की जा रही है रात के समय हर प्रकार के गतिविधि पर निगरानी की जा रही है और इसके साथ बार्डर नाकों के द्वारा आनें जानें वाहनों की एन्ट्री व उचित तरीकें निगरानी व चैकिंग की जा रही है ।

क्राईम ब्रांच नें 1 किलो 480 ग्राम गांजा सहित आरोपी को किया काबू

                  पचंकूला 02 फरवरी :-  पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में नशे की रोकथाम हेतु अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के पुलिस जागरुकता के साथ -2,नशीलें पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही की जा रही है जिस कार्यवाही के तहत क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 इन्चार्ज अमन कुमार व उसकी टीम द्वारा कल दिंनाक 01 फरवरी 2021 को हर्बल पार्क सैक्टर 26 पंचकुला घग्गर नदी के पास से अवैध नशीला पदार्थ 1 किलो 480 ग्रांम गांजा सहित आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान आकाश चौधरी पुत्र ब्रिज चौधरी वासी गाँव मदनपुर सैक्टर 26 पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकूला की टीम नें दिनांक 30.01.2022 को गस्त पडताल करतें हुए आशियाना सैक्टर 26 पंचकूला के पास सें आरोपी राजूदास पुत्र श्याम लाल वासी गाँव मदनपुर सैक्टर 26 पंचकूला को 1 किलो 315 ग्राम गांजा सहित काबू किया था जो आरोपी के खिलाफ थाना चण्डीमन्दिर में एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और मामलें में आरोपी ने पुछताछ के दौरान बताया कि वह अपने साथी आकाश चौधरी पुत्र ब्रिज चौधरी वासी गाँव मदनपुर सैक्टर 26 के साथ गांजा की खरीद फोकत करतें है जिस बारें क्राईम पुलिस नें जानकारी प्राप्त करकें आरोपी आकाश चौधरी पुत्र ब्रिज चौधरी वासी गाँव मदनपुर सैक्टर 26 को कल दिनांक 01 फरवरी को 1 किलो 480 ग्राम गांजा सहित गिरफ्तार किया गया और आरोपी के खिलाफ अलग से एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत थाना चण्डीमन्दिर में मामला दर्ज किया गया औऱ आरोपी को पेश अदालत 2 दिन पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

एसआईटी नें बिजली विभाग में भर्ती हेतु दुसरें की जगह परिक्षा देनें के मामलें में धोखाधडी करनें वालें आरोपी को किया काबू

                  पचंकूला 02 फरवरी :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा के नेतृत्व में पुलिस व विभागों में भर्ती हेतु धोखाधडी करके असली उम्मीदवारो की जगह पर दुसरें व्यक्तियों को परिक्षा देकर धोखाधडी के मामलें में एसआईटी गठित की गई है एसआईटी का नेतृत्व एसीपी पंचकूला श्री विजय कुमार के द्वारा अमल में लाया जा रहा है जो दौराने जाच कल दिंनाक 01 फरवरी 2022 को बिजली विभाग में एएलएम के पद पर भर्ती हेतु दस्तावेज सत्यापन के लिए देश राज पुत्र रामधारी वासी गाँव बुच्ची खेडी, थाना केराना जिला शामली उतर प्रदेश असली उम्मीदवार की जगह पर आया हुआ था जिसके बार बारं फिन्गर प्रिन्ट का मिलान ना होनें पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार कियें गयें आऱोपी की पहचान देश राज पुत्र रामधारी वासी गाँव बुच्ची खेडी, थाना केराना जिला शामली उतर प्रदेश के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक हरियाणा स्टाफ सैलेक्सन कमीशन के द्वारा पुलिस का सूचना दी गई कि परेड ग्राऊण्ड सैक्टर 05 पंचकूला में एएलएम की भर्ती हेतु दस्तावेज का सत्यापन चल रहा है जो दस्तावेज का सत्यापन करनें के दौरान एक व्यकित के बार बार फिन्गंर प्रिंन्ट लगानें पर मिलान नही हो पा रहा था । जिस बारें पुलिस को सुचना देने पर आरोपी के खिलाफ धारा 419,420,467,468,471,120-B IPC वा हरियाणा पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट 2021 के तहत थाना सैक्टर 05 पंचकूला में मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी तफतीश करतें हुए उपरोक्त मामलें में आरोपी को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें पेश अदालत 2 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

डीसीपी पंचकूला नें कहा कि अब भर्ती फर्जीवाडा के मामलें में अब तक 05 मामलें दर्ज कियें गयें और इन मामलों में कुल 29 आरोपियो को गिरफ्तार किया जा चुका है औऱ पुलिस विभाग व अन्य विभागों में भर्ती को लेकर फर्जीवाडा के मामलो जांच प्रक्रिया जारी है

जिला प्रशासन ने आगामी 3 से 4 फरवरी के दौरान वर्षा की संभावना के मद्देनजर जिलावासियों को सावधानियां बरतने की दी सलाह

पंचकूला, 2 फरवरी:

जिला प्रशासन ने मौसम विभाग के चण्डीगढ़ केन्द्र द्वारा आगामी 3 से 4 फरवरी के दौरान वर्षा की संभावना के मद्देनजर जिलावासियों को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
इस संबंध मंें जानकारी देते हुये एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि वर्षा के समय लोगों को ध्यानपूर्वक वाहन चलाने की सलाह दी गई है । वर्षा की संभावना को देखते हुये किसान सिंचाई और उर्वरकों तथा कीटनाशकों का छिड़काव न करें। इसके अलावा आंधी-तूफान के समय बाहर जाने से गुरेज करें व कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान और बिजली गरजने की स्थिति में पेड़ों के नीचे न खड़े हों।

उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी हरियाणा के जिला पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, कैथल और रोहतक में 3 और 4 फरवरी को बारिश व आंधी-तूफान के साथ बिजली गरजने की भी संभावना है।

मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार एक ताजा सक्रिय विक्षोभ के द्वारा 4 फरवरी 2022 तक उत्तर-पूर्व भारत को प्रभावित करने की संभावना है। 3 से 4 फरवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा और चण्डीगढ़ में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही पंजाब, हरियाणा और चण्डीगढ में अलग-अलग स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ बिजली गरजने की भी संभावना है। पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा छाया रहेगा।

‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण 15 फरवरी तक करवा सकते हैं किसान-उपायुक्त

  • जल्द से जल्द अपनी फसलों का पंजीकरण करवाने की किसानों से की अपील
  • 4 फरवरी से 25 फरवरी तक किया जाएगा फसलों के सत्यापन का कार्य, जिसके लिए 63 टीमे की गई हैं गठित-उपायुक्त
  • किसान अपनी उपस्थिति में करवाएं फसल सत्यापन का कार्य-उपायुक्त

पंचकूला, 2 फरवरी

हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती सुमिता मिश्रा ने प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।

बैठक के उपरांत लघु सचिवालय के सभागार में पंचकूला के उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।
उपायक्त ने बताया कि जिला के किसान ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण 15 फरवरी तक करवा सकते हैं ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने जिला के सभी किसानों से अपील की कि वे जल्द से जल्द पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं। उन्होंने कहा कि किसान स्वयं या नजदीकी काॅमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपनी फसल का पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा वे खण्ड स्तर पर कार्यरत कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करके भी अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में फसलों के सत्यापन का कार्य 4 फरवरी से 25 फरवरी तक किया जाएगा, जिसके लिए कृषि विभाग व बागवानी विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की 63 टीमें गठित की गई हैं। यह टीमें गांव-गांव जाकर फसल सत्यापन का कार्य करेंगी। उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे इस कार्य में अपना सहयोग दें व अपनी उपस्थिति में ही फसल सत्यापन का कार्य संपन्न करवाएं ताकि बाद में सत्यापित की गई फसल में मिसमैच की स्थिति न उत्पन्न हो।

बैठक में कृषि विभाग के उप निदेशक सुरेन्द्र सिंह यादव, जिला राजस्व अधिकारी नरेश कुमार, जिला बागवानी अधिकारी अशोक कौशिक,  कृषि विभाग के एसडीओ बलबीर भान, कृषि विभाग से जगमोहन सिंह व अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज चण्डीगढ़ से वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों के साथ टैलीकाम टावर्स तथा ओएफसी केबल की अनुमति से संबंधित आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता

  • 15 दिन के अंदर-अंदर लंबित सभी आवेदनों का किया जाएगा निपटान-उपायुक्त महावीर कौशिक

पंचकूला, 2 फरवरी:

 हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज चण्डीगढ़ से वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों के साथ टैलीकाम टावर्स तथा ओएफसी केबल की अनुमति से संबंधित आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलावार लंबित आवेदनों की समीक्षा की। उन्हांेंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिये कि वे टैलीकाॅम टावरों व ओएफसी केबल की अनुमति से संबंधित सभी आवेदनों का निपटान 15 दिन के अंदर-अंदर करना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर लघु सचिवालय के सभागार में वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने मुख्य सचिव को आश्वस्त किया कि 15 दिन के अंदर-अंदर ऐसे लंबित सभी आवेदनों का निपटान कर दिया जाएगा।

उपायुक्त ने बताया कि उन्होंने गत 31 जनवरी को जिला स्तरीय टेलीकॉम कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर नगर निगम व अन्य संबंधित विभागों के स्तर पर लंबित आवेदनों की समीक्षा की थी और उनका जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा कि मोबाइल कंपनियों द्वारा आवेदन के 45 दिनों के अंदर-अंदर आवेदनों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें स्वीकार अथवा अस्वीकार किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिन मोबाइल कंपनियों ने स्वीकृति हेतु आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज या फीस जमा नहीं करवाई है उन्हें 7 दिन का नोटिस दिया गया है ताकि दस्तावेज पूरे करवा कर उन्हें निर्धारित समयावधि में स्वीकृति प्रदान की जा सके। ऐसी कंपनियां जो इस अवधि में दस्तावेज या फीस जमा नहीं करवाती हैं तो उनका आवेदन रद्द कर दिया जाएगा।

बैठक में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी राकेश संधु, नगराधीश गौरव चैहान, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त विनेश कुमार, नगर परिषद कालका की कार्यकारी अधिकारी निशा शर्मा व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

आर्य समाज, सेक्टर 7-बी में महर्षि दयानंद जन्मोत्सव 25 फरवरी से

चण्डीगढ़ :

केंद्रीय आर्य सभा, चण्डीगढ़ द्वारा आर्य समाज मंदिर, सेक्टर 7-बी, में महर्षि दयानंद सरस्वती का वार्षिक जन्मोत्सव समारोह 25 फरवरी से चण्डीगढ़, पंचकूला और मोहाली के सभी आर्य समाजों तथा आर्य शिक्षण संस्थाओं के सम्मिलित प्रयास से मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में केंद्रीय आर्य सभा के प्रधान रविन्द्र तलवाड़ की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। रविन्द्र तलवाड़ ने बताया कि 25 फरवरी से प्रारम्भ होने वाला यह उत्सव 27 फरवरी तक चलेगा। 26 फरवरी को विशाल शोभा यात्रा का आयोजन भी होगा जिसमें चण्डीगढ़, पंचकूला, मोहाली, सूरजपुर, डेराबस्सी के सभी आर्य समाज तथा आर्य शिक्षण संस्थाएं आकर्षक झांकियों सहित भाग लेंगी। ये झांकियां आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगी। शोभा यात्रा आर्य समाज मंदिर, सेक्टर 7-बी से प्रारम्भ होकर सेक्टर 7, 8,18, 19 की मार्किट से होती हुए आर्य समाज, सेक्टर 19 में संपन्न होगी।  27 फरवरी तक चलने  वाले इस कार्यक्रम में  उच्च कोटि के वैदिक प्रवक्ता तथा भजनोपदेशक शिरकत करेंगे।  इस बैठक में रघुनाथ राय आर्य, प्रकाश चंद्र शर्मा, डॉ विनोद कुमार शर्मा, आनंदशील शर्मा, सुरेश कुमार, अनिल पाठक, रोजी शर्मा आदि भी मौजूद थे।