DEPARTMENT OF PUBLIC RELATIONS

PANJAB UNIVERSITY, CHANDIGARH

Democratic Front

Chandigarh December 29, 2022

            Today, Vice Chancellor released the revised and improvised version of PU Accounts Manual 2022. CA VikramNayyar (FDO), Prof Jagtar Singh (DSW), Prof Sanjiv Sharma (Director, IQAC), Prof Anupama Sharma (Dean Alumni Relations), ShPardipKumar (Assistant Controller Local Audit), ShJatinderMoudgil ( Manager Press) were also present. This manual prescribes comprehensive rules  and procedures to be followed for all financial matters. For promotion of E-Governance as a part of ‘Digital India’ programme of Government of India, this manual incorporates realigned and rationalized rules/procedures to create an enabling framework for the overall financial management of the University.

            In the last 5-6 years extensive amendments have been carried out in the manualto be in consonance with GFR 2017 as well as the contemporary financial eco-system, while ensuring the fundamental principles of the finance, propriety and transparency. The present manual is the improvised and updated version of the Accounts Manual 2012, which has been revised after incorporating the various decisions of the governing bodies of the University.

            It aims to bring efficiency and effective decision making with rationalized processes, decentralized functioning and with adequate internal controls & checks in place.It is expected that the provisions incorporated in Panjab University Accounts Manual shall help in ensuring that fiscal management of the University is carried out by following systematic, efficient, effective, transparent and fair procedures and practices. Panjab University is one amongst the few Public Universities, which has devised such a comprehensive financial code through Accounts Manual.

Vishvas Foundation distributed 150 blankets to the needy living in Ramgarh slums

Democratic Front

Panchkula 29 December 2022. With the blessings of Gurudev Shri Swami Vishvas ji, Vishvas Foundation today distributed 150 blankets to the poor and needy people to protect them from cold. These blankets were distributed to the poor and helpless people living in tarpaulin slums at different places in Ramgarh to protect them from cold. Everyone’s faces lit up as soon as they received the blanket. Service to man is service to Narayan. Always working to help the needy is the ultimate religion. Vishvas Foundation is always engaged in the service of the people.

The blanket was distributed jointly by Sadhvi Neelima Vishvas, President of Vishvas Foundation and all other Sadhvis. Helping the poor, poor and helpless people is an act of religion and virtue. Poor people are also a part of the society, serving such people gives a feeling of joy. Prayers were coming out of people’s mouths as soon as they took blankets in the shivering cold. Not everyone has mercy on the helpless, but those who are blessed by God, they do such good deeds. The one who has no support, his only support is God.

महिला टिकट चैंकिंग स्टाफ ने अकेले लड़के को ट्रेन में सुरक्षा देकर  आर.पी.एफ. को सौंपा

डेमोक्रेटिक फ्रंट

जैतो,29 दिसम्बर (रघुनंदन पराशर )

उत्तर रेलवे के फिरोजपुर रेल मंडल ने वीरवार को कहा कि ट्रेन संख्या-04652 (अमृतसर-जयनगर स्पेशल) जो अमृतसर से जयनगर जा रही थी, में कल टिकट चैंकिंग स्टाफ श्रीमती पूजा, श्रीमती परमजीत कौर तथा श्रीमती मधुबाला जिनका मुख्यालय अमृतसर है,उन्हें टिकट चैंकिंग के दौरान ट्रेन में 11 वर्ष का एक अकेला लड़का दिखा। संदेह होने पर उन्होंने पूछताछ की, तब उसने बताया कि वह घर से भाग गया है फिर उसने अपने पिता का मोबाइल नंबर बताया। इसके बाद महिला टिकट चेकिंग स्टाफ ने अविलम्ब फ़ोन पर वाणिज्य नियंत्रण कक्ष, फिरोजपुर तथा रेलवे सुरक्षा बल, अम्बाला को सूचित किया। ट्रेन के अम्बाला कैंट पहुँचने के बाद, बच्चे को उसके माता-पिता से मिलाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल, अम्बाला कैंट को सौंप दिया। महिला टिकट चैंकिंग स्टाफ ने इस लड़के को बचाने के लिए अद्भुत कार्य किया है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, फिरोजपुर श्री सुदीप सिंह ने इस सराहनीय कार्य के लिए उनकी प्रशंसा की।फिरोजपुर रेल मंडल के टिकट चैकिंग स्टाफ व अन्य बच्चे के साथ। (पराशर )

हरियाणा में बढ़ते कर्ज पर श्वेत पत्र जारी करे सरकार- हुड्डा

बिना कोई बड़ी परियोजना स्थापित किए सरकार ने हरियाणा को कर्ज में डुबोया- हुड्डा

विधानसभा में अपनी जवाबदेही से भागती नजर आई सरकारचर्चा के कई प्रस्ताव किए खारिज- हुड्डा

रेट में बढ़ोत्तरी ना करके सरकार ने गन्ना किसानों के साथ किया अन्याय- हुड्डा

गन्ने की रेट बढ़ोत्तरी के मामले में कांग्रेस के सामने दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती बीजेपी-जेजेपी- हुड्डा

हरियाणा में चल रही है पोर्टल की सरकारऐसे पोर्टल जो कभी नहीं चलते- हुड्डा

पीपीपी सिर्फ बुजुर्गों की पेंशन काटने का हथियारप्रॉपर्टी आईडी में लाखों खामियां- हुड्डा

कांग्रेस सरकार बनने पर खत्म की जाएगी पीपीपी और प्रॉपर्टी आईडी- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट

29 दिसंबर, चंडीगढ़।

 पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर बीजेपी-जेजेपी सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार ने हरियाणा को 4 लाख करोड से ज्यादा के कर्ज में डुबो दिया है। इसमें 3,25,000 करोड़ कर्जा और 1,22,000 करोड़ की देनदारियां हैं। स्थिति यह हो गई है कि सरकार कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए भी कर्ज ले रही है। इस वजह से कई बार कर्मचारियों को सैलरी मिलने में भी देरी होती है।

हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में ना कोई नई रेलवे लाइन, ना मेट्रो लाइन बिछी, ना कोई बड़ी यूनिवर्सिटी और ना कोई बड़ी परियोजना स्थापित हुई। बावजूद इसके प्रदेश पर लगातार कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। सरकार ने हरियाणा को कर्ज के जाल में फंसा दिया है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के हरियाणा में दूसरे चरण की विस्तृत जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत 5 जनवरी से होगी। यूपी से सनौली(पानीपत) होते हुए राहुल गांधी हरियाणा में दाखिल होंगे। 6 जनवरी को पानीपत में बड़ी जनसभा होगी, जिसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल होंगे। 7 जनवरी को यात्रा करनाल और 8 को कुरुक्षेत्र में पहुंचेगी। 10 तारीख को ब्रेक डे रहेगा। इसके बाद 11 तारीख को यात्रा अंबाला से पंजाब में दाखिल हो जाएगी।

हुड्डा ने कहा कि यात्रा का मकसद राजनीतिक उद्देश्य और वोट साधना नहीं है बल्कि इसका मकसद बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाना है। यात्रा जात-पात व धर्म के नाम पर बंटवारे और लोगों को लड़वाने वाली राजनीति के विरोध में जनजागरण अभियान है। यही वजह है कि यात्रा को लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। 3 दिन के विधानसभा सत्र पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार पूरे सत्र में अपनी जवाबदेही से भागती नजर आई। विपक्ष की तरफ से चर्चा के लिए कई प्रस्ताव दिए गए जिनपर सरकार ने चर्चा तक नहीं होने दी। यहां तक कि किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज केस जैसे जरूरी मुद्दे को टेबल होने के बावजूद नहीं सुना गया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गन्ने के भाव में बढ़ोतरी की मांग की। लेकिन सरकार ने इसे भी खारिज कर दिया। प्रदेश के किसान 450 रुपये प्रति क्विंटल रेट की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार पंजाब के समान भाव देने के लिए भी तैयार नहीं है। हुड्डा ने कहा कि इसबार सरकार ने गन्ने के भाव में एक पैसे की भी बढ़ोत्तरी नहीं की। रेट नहीं बढ़ने की वजह से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार द्वारा रेट निर्धारण में देरी की वजह से किसानों की पेमेंट भी रूकी हुई है। किसानों की मांग है कि गन्ने का रेट 450 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। लेकिन सरकार पंजाब के बराबर रेट करने के लिए भी तैयार नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 2005 तक गन्ने का रेट 117 रुपये था। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान इसमें 193 की बढ़ोत्तरी करके 310 रुपए तक पहुंचाया गया। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान गन्ने के रेट में लगभग 3 गुणा यानी 165 फीसदी बढ़ोत्तरी की गई। यह सालाना लगभग 18.3 प्रतिशत बढ़ोत्तरी बनती है। लेकिन बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने 8 सालों में गन्ने के रेट में कुल 17 फीसदी ही बढ़ोतरी की। यानी सालाना सिर्फ 2.1 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। कांग्रेस के मुकाबले रेट बढ़ोत्तरी के मामले में बीजेपी-जेजेपी सरकार दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती।

हुड्डा ने कहा कि खाद की किल्लत, जलभराव और मुआवजे जैसे किसानों के मुद्दों पर भी सरकार चर्चा से भागती नजर आई। एमबीबीएस विद्यार्थियों पर थोपी गई बॉन्ड पॉलिसी पर भी सरकार गुमराह कर रही है। सरकार का कहना है कि उसने विद्यार्थियों को मना लिया है। जबकि सच्चाई यह है कि विद्यार्थियों के ऊपर दबाव बनाया गया। क्योंकि बॉन्ड पॉलिसी में तीन शर्तों के चलते प्रदेश में गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। सरकार को यह पॉलिसी खत्म करनी चाहिए। क्योंकि शिक्षा का मकसद मुनाफा कमाना नहीं होता।

कौशल रोजगार निगम पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि इसका मकसद पक्की नौकरियों, मेरिट, आरक्षण और भर्ती संस्थाओं को खत्म करना है। निगम के जरिए सरकार पढ़े-लिखे और योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। कम वेतन में कच्ची नौकरी करवाकर युवाओं का शोषण किया जा रहा है। सरकार का काम ठेका प्रथा को खत्म करके पक्की नौकरियां देना है, लेकिन इसके विपरीत सरकार पक्की नौकरियों को खत्म करके ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने मेरिट प्रक्रिया को दरकिनार करके निगम की भर्ती के लिए परिवार की आय को आधार बनाया है। सरकार ने आय को नापने के लिए परिवार पहचान पत्र को आधार माना है। लेकिन सच्चाई यह है कि किसी परिवार की आय निर्धारित करने का सरकार के पास कोई तरीका नहीं है। पीपीपी की आय में इतनी खामियां हैं कि वो दूर ही नहीं हो रही हैं। हर रोज अखबारों में PPP के गड़बड़झाले की खबरें आ रही हैं। परिवार पहचान पत्र के जरिए सिर्फ और सिर्फ बुजुर्गों की पेंशन काटी जा रही है। अब तक 5 लाख लोगों की पेंशन काट दी गई है।

इसी तरह प्रॉपर्टी आईडी सिर्फ और सिर्फ जनता को परेशान करने के लिए लागू की गई व्यवस्था है। इसमें जमकर गड़बड़झाले हो रहे हैं। कहीं मकान मालिक को किराएदार तो कहीं किराएदार को मकान मालिक बना दिया गया है। सरकार द्वारा बनाई गई कुल 42 लाख 70 हजार प्रॉपर्टी आईडी में से 15 लाख से ज्यादा में गड़बड़ी पाई गई हैं। सरकार द्वारा की गई गलती को दुरुस्त करवाने के लिए अब जनता सरकारी दफ्तरों में लाइन लगाकर खड़ी है।

हुड्डा ने दोहराया कि यह सिर्फ पोर्टल की सरकार बन कर रह गई है। सरकार द्वारा ऐसे पोर्टल बनाए गए हैं जो चलते ही नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पोर्टल या डिजिटलाइजेशन से समस्या नहीं है। लेकिन सिर्फ लोगों को परेशान करने, व्यवस्था को जटिल बनाने के लिए पोर्टल थोपना सही नहीं है। उन्होंने ‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ का उदाहरण देते हुए कहा कि इस पोर्टल ने किसानों को परेशान करने के अलावा कुछ नहीं किया। सरकार द्वारा बनाए गए ज्यादातर पोर्टल अक्सर ठप रहते हैं और सर्वर हमेशा डाउन रहता है। इसलिए मिनटों में होने वाला काम भी कई-कई दिनों तक अटका रहता है।

पंजाबी भाषा पर पूछे गए सवाल के जवाब में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने पंजाबी को हरियाणा में सेकंड लैंग्वेज का दर्जा दिया था। लेकिन मौजूदा सरकार के दौरान पंजाबी और उर्दू के टीचर्स की भर्तियां तक नहीं की जा रही। सरकार पंजाबी के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है। इसी तरह हरियाणा की अलग सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मामले में भी सरकार का रवैया नकारात्मक नजर आ रहा है। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश की अलग कमेटी को मंजूरी दी थी। इसे कोर्ट ने भी सही माना लेकिन मौजूदा सरकार अब तक इसे सिरे नहीं चढ़ा पाई।

सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले योग्य मेधावी विधार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराने के लिए सुपर 100 कार्यक्रम को बढ़ाकर सुपर 600 कर दिया गया है:- शिक्षा मंत्री

यमुनानगर हरियाणा           

   सुशील पंडित
हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जगाधरी की शिवपुरी सोसाइटी में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी राजनीतिक दल है जो पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भारत देश व हरियाणा प्रदेश को एक सुदृढ़, समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए कृतसंकल्प है।शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जीवन में आगे बढऩे का एकमात्र रास्ता शिक्षा है।हरियाणा प्रदेश भाजपा सरकार ने अपने शासनकाल में शिक्षण प्रणाली में गुणात्मक सुधार करके शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। प्रदेश भाजपा सरकार का लक्ष्य है कि हरियाणा राज्य का हर बच्चा व युवा सर्वगुण संपन्न हो। इसी के चलते भाजपा सरकार गुणात्मक शिक्षा देने पर जोर दे रही है ताकि वे अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकें। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने निर्णय लिया है कि हमारे प्रदेश का हर बच्चा गुणात्मक शिक्षा ग्रहण करे। भाजपा सरकार का हर संभव प्रयास है कि यहां के बच्चे न केवल प्रदेश का बल्कि देश का नाम रोशन करें। इसीलिए उनके कौशल विकास पर बल दिया जा रहा है। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में बढते कदम के तहत नई राष्टीय शिक्षा नीति वर्ष 2025 तक पूर्ण रूप से लागू करने का संकल्प लिया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 10वीं, 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को नि:शुल्क 7 लाख से ज्यादा टेबलेट वितरित कर देश व विदेश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। इसी प्रकार सुपर-100 कार्यक्रम को बढ़ाकर सुपर-600 कर दिया गया है ताकि और गरीब बच्चों को आगे बढऩे का मौका मिल सकें , शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि सरकारी स्कूलों के गरीब व योग्य मेधावी छात्रों को निशुल्क कोचिंग उपलब्ध करवारकर उन्हें आगे बढऩे का अवसर प्रदान किया जाता है ताकि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले मेधावी बच्चों का आत्मविश्वास बढाया जा सकें। बच्चों को इस प्रकार की नवीनतम टैकनोलॉजी की सुविधा देने के लिए इन बच्चों के अभिभावकों पर पैसे नहीं थे। इसलिए भाजपा सरकार ने यह विचार किया कि ऐसे बच्चों के अभिभावक भाजपा सरकार है और इन बच्चो को टैकनोलॉजी के क्षेत्र में आगे बढने के लिए भाजपा सरकार ने यह निर्णय लिया ताकि सरकारी विधालयों के बच्चे शिक्षा में प्राईवेट स्कूलों के विधार्थियों के साथ मुकाबला कर सके। यह बच्चों की उपलब्धि के साथ साथ देश की भी उपलब्धि है। सही व उभरते व्यक्ति को उसकी सही जगह नहीं पहुंचा सकें तो यह उस व्यक्ति एवं देश के हित में नहीं होगा। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि इसी प्रकार वोकेशनल एजुकेशन प्राप्त करने के बाद बच्चे को 40 हजार रूपये की किट प्रदान की जाती है, ताकि बच्चा वोकेशनल एजुकेशन प्राप्त करने के बाद अपना कोई न कोई कारोबार करके अपना रोजगार चला सके,मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा की सरकार  प्रदेश को नई दिशा में आगे बढ़ाने के लिए हर वर्ग के हित को ध्यान में रखकर विकासात्मक नीतियों एवं योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। प्रदेश से भाई-भतीजावाद एवं क्षेत्रवाद को समाप्त कर सभी क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्यों को गति प्रदान की गई। भाजपा सरकार की इन विकासात्मक योजनाओं एवं नीतियों की वजह से प्रदेश में वर्ष 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा सरकार फिर से सता में आएगी। इस दौरान भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

अपनी क्षमताओं को पहचाने बिहार

डेमोक्रेटिक फ्रंट 

– डॉ. विपिन कुमार

(लेखक वरिष्ठ स्तंभकार हैं)

मैं हाल ही में नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुआ। बिहार के लोकप्रिय साहित्यकार और सांसद शंकर दयाल सिंह जी की जयंती के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में सारण के लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जो पूर्व में भारत सरकार के मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय सचिव सीके मिश्र, भारत सरकार के पूर्व प्रधान आर्थिक सलाहकार आनन्द सिंह भाल जैसे कई गणमान्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।

यहाँ मैं शंकर स्मृति समारोह का जिक्र इसलिए कर रहा हूँ, क्योंकि इस अवसर पर बिहार को लेकर एक गहरी चर्चा हुई। यहाँ बिहार के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को लेकर कई विचारोत्तेजक तथ्य रखे गए। वास्तव में, इस प्रकार के आयोजनों से बिहार विमर्श की प्रासंगिकता को एक नया आयाम हासिल होगा।

ह कोई छिपाने वाली बात नहीं है कि बिहार का प्राचीन काल से ही एक गौरवशाली इतिहास रहा है। बिहार भगवान बुद्ध, महावीर जैन और चाणक्य जैसे महात्माओं और विद्वानों की कर्मभूमि रही है, तो सम्राट अशोक ने यहीं की मिट्टी से पल्लवित होकर पूरे विश्व में धर्म की स्थापना की।

बिहार की मिट्टी ने ही राष्ट्रकवि दिनकर को जन्म दिया, तो हमारे राजेन्द्र बाबू आज़ाद भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में मनोनीत हुए। आपातकाल के दौरान जब सत्ता ने अपनी असीम शक्तियों का इस्तेमाल अपने ही लोगों के खिलाफ करना शुरू कर दिया, तो उस वक्त लोकनायक जयप्रकाश नारायण के ‘सम्पूर्ण क्रांति’ के उद्घोष ने पूरे देश को एकजुट कर दिया और इसकी तपिश इतनी भयानक थी कि सत्ता उसके सामने टिक नहीं सकती थी।

लेकिन आज परिस्थितियां अलग हैं। आज बिहार की गिनती देश के सबसे पिछड़े राज्यों में होती है। आर्थिक हो चाहे सामाजिक – हम जीवन के हर पहलू में विच्छिन्न हो चुके हैं और हमें न खुद पर विश्वास है और न ही अपने राज्य और इसकी महान ऐतिहासिक विरासतों पर।

आज बिहार के समाज में एक विचित्र नीरसता और हतोत्साह ने जन्म ले लिया है और हमें इससे पार पाने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। लेकिन हमें अब सजग होना होगा और एक सक्षम और सुदृढ़ बिहार के निर्माण के लिए अपनी भूमिकाएं निभानी होगी।

इस कार्यक्रम के दौरान, राजीव प्रताप रूडी ने एक बेहद जरूरी मुद्दा उठाया, “आखिर ऐसा क्या है आज बिहारी आगे है और बिहार पीछे? हमने अपने आधारभूत संरचना में काफी सुधार किया है। आज हमारे पास चौबीसों घंटे बिजली उपलब्ध है। सड़कों की स्थिति बेहतर है। लेकिन ऐसा क्या है, जिस वजह से हम इतने पीछे हैं?”

वास्तव में, उनका यह कथन कई मायनों में काफी विचारोत्तेजक है। बीते कुछ वर्षों के दौरान बिहार की सार्वजनिक सुविधाओं में काफी सुधार आया है।

लेकिन ऐसा क्या है कि हम आज भी यहाँ आपराधिक घटनाओं पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं? लोगों को अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए बेबशी और लाचारी में दूसरों राज्यों की ओर रुख करना पड़ रहा है।

कुछ समय पहले नीति आयोग द्वारा बिहार के सामाजिक सूचकों के संदर्भ में एक रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में बिहार में सर्वाधिक बहुआयामी गरीबी की बात कही गई। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की कुल आबादी का करीब 52 प्रतिशत हिस्सा गरीबी रेखा से नीचे अपना गुजर-बसर करता है। जबकि, यहाँ कुपोषण की दर भी करीब 52 प्रतिशत है। कुपोषण की इस समस्या के कारण 4.5 प्रतिशत बच्चे और किशोर अकाल मौत के मुँह में समां जाते हैं। दूसरी ओर, राज्य मातृ स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भी पिछड़ा हुआ है और यहाँ करीब 46 प्रतिशत महिलाओं को प्रसव के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

आज शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की बात हो, चाहे उद्यमिता, पर्यावरण और स्वच्छता जैसे घटक, बिहार हर मामले में सबसे निचले पायदान पर है।

तो, आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसके लिए जिम्मेदार है हमारी राजनैतिक व्यवस्था। बिहार को पिछलग्गू बनाने के लिए जिम्मेदार है, हमारी जातिवादी मानसिकता। आज बिहार की जो हालत है, वह 30 वर्ष नहीं बल्कि बीते दशकों की नाकामयाबी का नतीजा है।

यहाँ की राजनैतिक दलों ने अपना वोट बैंक बनाने के लिए, लोगों को जाति के आधार पर बाँट कर रहा है। यहाँ लोगों जाति के नाम पर इतने मतांध हो चुके हैं कि उनका ‘बिहारी’ पहचान तभी जाग्रत होता है, जब वे बिहार से बाहर होते हैं।

यहाँ के नेताओं ने खुद को सत्ता में बनाए रखने के लिए आरंभ से ‘आरक्षण’ को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया। कभी अनुसूचित जाति और जनजाति के नाम पर, तो कभी पिछड़ा और अति-पिछड़ा के नाम पर। इन्होंने अपनी रोटियां सेंकने के लिए राज्य को भौगोलिक रूप से भी बाँटना नहीं छोड़ा। यही वजह है कि नेता तो जीत गए, लेकिन बिहार हर दिन हार रहा है।

आज बिहार के करीब 4 करोड़ लोग अपने जीवनयापन के लिए पलायन कर चुके हैं। यह एक ऐसी आबादी है कि जो अपने खून-पसीने से भारत निर्माण कर रहे हैं। हम अपनी विलक्षण प्रतिभा के कारण पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। फिर भी, सवाल बना रहता है कि जब बिहार पिछड़ा है, तो हम आगे कैसे हो सकते हैं?

इसलिए अब वक्त आ चुका है कि हम अपने जन-प्रतिनिधियों से तीखे सवाल पूछें। उन्हें सिर्फ चुनावी वादों के लिए नहीं, बल्कि योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के लिए बाध्य करें। हम अपनी जातिगत पहचान को धूमिल करें और अपनी क्षमताओं को जगाएं। इसके लिए हमारे युवाओं को सामने आना होगा। तभी एक बेहतर और आत्मनिर्भर बिहार का सपना साकार हो पाएगा।

Rashifal

राशिफल, 29 दिसम्बर 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 29 दिसम्बर 2022:

aries
मेष/aries

29 दिसम्बर 2022 :

आपकी जी-तोड़ मेहनत और परिवार का सहयोग इच्छित परिणाम देने में क़ामयाब रहेंगे। लेकिन तरक़्क़ी की रफ़्तार बरक़रार रखने के लिए मेहनत इसी तरह जारी रखें। आर्थिक जीवन की स्थिति आज अच्छी नहीं कही जा सकती आज आपको आपको बचत करने में मुूश्किलें आ सकती हैं। ऐसे कामों में सहभागिता करने के लिए अच्छा समय है, जिसमें युवा लोग जुड़े हों। रोमांस के लिहाज़ से रोमांचक दिन है। शाम के लिए कोई ख़ास योजना बनाएँ और जितना हो सके, इसे उतना रुमानी बनाने की कोशिश करें। आपको पता लग सकता है कि आपके बॉस आपसे इतने रूखेपन से क्यों बात करते हैं। वजह जानकर आपको वाक़ई तसल्ली होगी। किसी पार्क में घूमते समय आज आपकी मुलाकात किसी ऐसे शख्स से हो सकती है जिससे अतीत में आपके मतभेद थे। आज आपके वैवाहिक जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक हो सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृष/Taurus

29 दिसम्बर 2022

विश्वास कीजिए कि ख़ुद पर यक़ीन ही बहादुरी की असली परख है, क्योंकि इसी के बल पर आप लम्बे वक़्त से चली आ रही बीमारी से निजात पा सकते हैं। दिन के दूसरे हिस्से में आर्थिक तौर पर फ़ायदा होगा। आपको बच्चों या ख़ुद से कम अनुभवी लोगों के साथ धैर्य से काम लेने की ज़रूरत है। एकतरफ़ा लगाव आपके लिए सिर्फ दिल तोड़ने का काम करेगा। पेशेवर तौर पर अपने अच्छे काम की पहचान आपको मिल सकती है। लोगों के साथ बात करने में आज आप अपना बहुमूल्य समय बर्बाद कर सकते हैं। आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। जीवनसाथी के ख़राब व्यवहार का नकारात्मक असर आपके ऊपर पड़ सकता है।

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मिथुन/Gemini

29 दिसम्बर 2022

यह हँसी की चमक से उजला दिन है, जब ज़्यादातर चीज़ें आपके मन के मुताबिक़ होंगी। नया आर्थिक क़रार अंतिम रूप लेगा और धन आपकी तरफ़ आएगा। ऐसा कोई जिसे आप जानते हैं, आर्थिक मामलों को ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से लेगा और घर में थोड़ा-बहुत तनाव भी पैदा होगा। ज़िन्दगी की भाग-दौड़ में आप ख़ुद को ख़ुशनसीब पाएंगे, क्योंकि आपका हमदम वाक़ई सबसे बेहतरीन है। आपका जीवनसाथी सहयोगी और मददगार रहेगा। बिना किसी को अवगत कराए ही आज आपके घर में किसी दूर के रिश्तेदार की एंट्री हो सकती है जिसके कारण आपका समय खराब हो सकता है। बढ़िया खाना, रोमानी पल और जीवनसाथी का साथ – यही ख़ास है आज।

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कर्क/Cancer

29 दिसम्बर 2022

आपका हँसमुख स्वभाव दूसरों को ख़ुश रखेगा। अगर सफर कर रहे हैं तो अपने कीमती सामान का विशेष ध्यान रखें अगर आप ऐसा नहीं करते तो सामान के चोरी होने की संभावना है। जो लोग आपके क़रीब हैं, वे आपका ग़लत फ़ायदा उठा सकते हैं। आपके ज़हन में काम का दबाव होने के बावजूद आपका प्रिय आपके लिए ख़ुशी के पलों को लाएगा। सेमिनार और गोष्ठियों में हिस्सा लेकर आज आप कई नए विचार पा सकते हैं। आपका प्रेमी आपको पर्याप्त समय नहीं देता यह शिकायत आज आप खुलकर उनके सामने कर सकते हैं। आज आप अपने जीवनसाथी से काफ़ी आत्मीय बातचीत कर सकते हैं।

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Leo
सिंह/Leo

29 दिसम्बर 2022

कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है- जो काम में आपकी एकाग्रता को भंग करेगा। आर्थिक जीवन में आज खुशहाली रहेगी। इसके साथ ही आप कर्जों से भी आज मुक्त हो सकते हैं। पढ़ाई-लिखाई में कम रुचि के चलते बच्चे आपको थोड़ा निराश कर सकते हैं। ज़ाहिर तौर पर रोमांस के लिए पर्याप्त मौक़े हैं- लेकिन ऐसा बहुत कम समय के लिए है। कार्यालय में कोई आपको कुछ बढ़िया चीज़ या ख़बर दे सकता है। इस राशि के जातक आज के दिन अपने भाई-बहनों के साथ घर पर कोई मूवी या मैच देख सकते हैं। ऐसा करके आप लोगों के बीच प्यार में इजाफा होगा। आज आपको अपने जीवनसाथी का दैवीय पक्ष देखने को मिल सकता है।

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कन्या/Virgo

29 दिसम्बर 2022

घर और दफ़्तर में कुछ दबाव आपको ग़ुस्सैल बना सकता है। आपकी मनोकामनाएं दुआओं के ज़रिए पूरी होंगी और सौभाग्य आपकी तरफ़ आएगा- और साथ ही पिछले दिन की मेहनत भी रंग लाएगी। जितना आपने सोचा था, आपका भाई उससे ज़्यादा मददगार साबित होगा। आज आप कोई दिल टूटने से बचा सकते हैं। नई शुरू की परियोजनाएँ उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम नहीं देंगी। अगर आप लंबे समय से अपने जीवन में किसी रोचक चीज़ के होने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो निश्चय ही आपको उसके संकेत दिखाई देने लगेंगे। यह दिन आपके जीवन में वसंत-काल की तरह है – रोमानी व प्यार से भरा; जहाँ सिर्फ़ आप और आपका जीवनसाथी साथ हों।

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Libra
तुला/Libra

29 दिसम्बर 2022

आपमें आज चुस्ती-फुर्ती देखी जा सकती है। आपका स्वास्थ्य आज पूरी तरह से आपका साथ देगा। ग्रह नक्षत्रों की चाल आपके लिए आज अच्छी नहीं है, आज के दिन आपको अपने धन को बहुत सुरक्षित रखना चाहिए। घर बदलने के लिए बढ़िया दिन है। आज आप कोई दिल टूटने से बचा सकते हैं। दफ़्तर में अपनी ग़लती स्वीकार करना आपके पक्ष में जाएगा। लेकिन आपको इसे सुधारने के लिए विश्लेषण की ज़रूरत है। आपकी वजह से जिसे नुक़सान हुआ हो, उससे माफ़ी मांगने की ज़रूरत है। याद रखिए कि हर कोई ग़लती करता है, लेकिन केवल बेवकूफ़ ही उन्हें दोहराते हैं। परिवार की जरुरतों को पूरा करते-करते आप कई बार खुद को वक्त देना भूल जाते हैं। लेकिन आज आप सबसे दूर होकर अपने आप के लिए वक्त निकाल पाएंगे। आपका जीवनसाथी आपको पाकर ख़ुद को ख़ुशनसीब समझता है; इन पलों का भरपूर उपयोग करें।

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वृश्चिक/Scorpio

29 दिसम्बर 2022

थोड़ा विश्राम करें और काम के बीच-बीच में जितना हो सके, उतना आराम करते रहें। आपको मेरी सलाह है कि शराब सिगरेट जैसी चीजों पर पैसा खर्च न करें, ऐसा करना आपके स्वास्थ्य को तो खराब करता ही है आपकी आर्थिक स्थिति भी इससे बिगड़ती है। अपनी नई परियोजनाओं के लिए अपने माता-पिता को विश्वास में लेने का सही समय है। आज आपका प्रेमी अपने मनोभावों को आपके सामने खुलकर नहीं रख पाएगा जिसकी वजह से आपको खिन्नता होगी। अगर आपको लगता है कि आप दूसरों की मदद के बिना महत्वपूर्ण कामों को कर सकते हैं, तो आपकी सोच काफ़ी ग़लत है। अपने समय की कीमत समझें, उन लोगों के बीच रहना जिनकी बातें आपके समझ में नहीं आती हैं गलत है। ऐसा करना भविष्य में आपको परेशानियों के अलावा कुछ नहीं देगा। आपकी व्यस्त दिनचर्या के चलते आपका जीवनसाथी आपके ऊपर शक़ कर सकता है। लेकिन दिन के अन्त तक वह आपकी बात समझेगा और आपको गले लगाएगा।

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धनु/Sagittarius

29 दिसम्बर 2022

आपका हँसमुख स्वभाव दूसरों को ख़ुश रखेगा। जो लोग शादीशुदा हैं उन्हें आज अपने बच्चों की पढ़ाई पर अच्छा खासा धन खर्च करना पड़ सकता है। परिवार की किसी महिला सदस्य की सेहत चिंता की वजह बन सकती है। ख़ुशी के लिए नए संबंध की प्रतीक्षा करें। आज फ़ायदा हो सकता है, बशर्ते आप अपनी बात भली-भांति रखें और काम में लगन व उत्साह दिखाएँ। चीज़ों और लोगों को तेज़ी-से परखने की क्षमता आपको दूसरों से आगे बनाए रखेगी। आपके जीवनसाथी के लबों की मुस्कान पल भर में आपका सारा दर्द ग़ायब करने की क़ाबिलियत रखती हे।

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मकर/Capricorn

29 दिसम्बर 2022

आपकी उम्मीद एक महक से भरे हुए ख़ूबसूरत फूल की तरह खिलेगी। दिन चढ़ने पर वित्तीय तौर पर सुधार आएगा। तल्ख़ बर्ताव के बावजूद आपको जीवन-साथी का सहयोग मिलेगा। मुहब्बत और रोमांस आपको ख़ुशमिज़ाज रखेगे। कार्यक्षेत्र में लोगों का नेतृत्व करें, क्योंकि आपकी निष्ठा आगे बढ़ने में मददगार सिद्ध होगी। घर से बाहर निकलकर आज आप खुली हवाओं में टहलना पसंद करेंगे। आज आपका मन शांत होगा जिसका फायदा आपको पूरे दिन मिलेगा। काफ़ी वक़्त बाद आप और आपका जीवनसाथी एक शान्त दिन साथ बिता सकते हैं, जब कोई लड़ाई-झगड़ा न हो – सिर्फ़ प्यार हो।

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कुम्भ/Aquarius

29 दिसम्बर 2022

आज के दिन किए गए दान-पुण्य के काम आपको मानसिक शान्ति और सुकून देंगे। निश्चित तौर पर वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा- लेकिन साथ ही ख़र्चों में भी इज़ाफ़ा होगी। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। अपने प्रिय की पुरानी बातों को माफ़ करके आप अपनी ज़िंदगी में सुधार ला सकते हैं। ऐसे लोगों से साथ जुड़ें जो स्थापित हैं और भविष्य के रुझानों को समझने में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आप लंबे समय से अपने जीवन में किसी रोचक चीज़ के होने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो निश्चय ही आपको उसके संकेत दिखाई देने लगेंगे। आज आपके वैवाहिक जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक हो सकता है।

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मीन/Pisces

29 दिसम्बर 2022

अपने स्वास्थ्य को लेकर ज़्यादा चिंता न करें, क्योंकि इससे आपकी बीमारी और बिगड़ सकती है। आज आपको बेवजह पैसा खर्च करने से खुद को रोकना चाहिए नहीं तो जरुरत के समय आपके पास पैसे की कमी हो सकती है। घरेलू काम थका देने वाला होगा और इसलिए मानसिक तनाव की वजह भी बन सकता है। आपका महबूब आज आपको बड़ी ख़ूबसूरती से कुछ ख़ास करके चौंका सकता है। आप आप निश्चित तौर पर ऐसे लोगों से मिलेंगे, जो आपके करियर में मददगार साबित होंगे। अपने जिगरी यारों के साथ आज आप खाली समय का आनंद लेने का विचार बना सकते हैं। आपका जीवनसाथी आपको प्यार का एहसास देना चाहता है, उसकी मदद करें।

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पंचांग, 29 दिसम्बर 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क, 29 दिसम्बर 22 :

नोटः मार्तण्ड सप्तमी है।

Martand Saptami 2020: मार्तण्ड सप्तमी को करें सूर्य आराधना मिलेगा ऐसा फल - Martand  Saptami 2020: Do worship of Sun on occasion of Martand Saptami You will get  such a boon
मार्तण्ड सप्तमी

मार्तण्ड सप्तमी : सूर्य भगवान आदि देव हैं अत: इन्हें आदित्य कहते हैं, इसके अलावा अदिति के पुत्र के रूप में जन्म लेने के कारण भी इन्हें इस नाम से जाना जाता है। सूर्य के कई नाम हैं जिनमें मार्तण्ड भी एक है जिनकी पूजा पौष मास में शुक्ल सप्तमी को होती है। 29 दिसंबर 2022 को मार्तण्ड सप्तमी मनाई जाएगी। सूर्य देव का यह रूप बहुत ही तेजस्वी है यह अशुभता और पाप का नाश कर उत्तम फल प्रदान करने वाला है। इस दिन सूर्य की पूजा करने से सुख सभाग्य एवं स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः पौष, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः सप्तमी सांयः 07.18 तक है, 

वारः गुरूवार। 

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद, प्रातः कालः 11.44 तक है, 

योगः व्यातिपात प्रातः काल 11.45 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः धनु, चन्द्र राशि :  मीन, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.17, सूर्यास्तः 05.29 बजे। 

आवास निर्माण विभाग ने पारदर्शी ढंग से समयबद्ध सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए विकसित की ऑनलाइन प्रणाली

अब सिर्फ़ एक क्लिक के साथ अनाधिकृत कालोनियों में प्लाटों, इमारतों को नियमित करवाएं
ऑनलाइन मिलने वाली लगभग सभी सेवाओं में आवेदनों की रियल-टाईम ट्रेकिंग की मिल रही सुविधा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : लोगों को उनके घर पर निर्विघ्न और पारदर्शी ढंग के साथ समयबद्ध सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए पंजाब के आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग ने ऑनलाइन प्रणाली विकसित की है जिससे विभाग की कार्यकुशलता में और विस्तार हो रहा है।
आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग द्वारा डिज़ाइन किये गए सिंगल पोर्टल पर बहुत सी सेवाएं उपलब्ध हैं जिनमें निर्धारित समय के अंदर प्लाटों और इमारतों को रेगुलर करना, मालिकाना अधिकार में तबदीली और एक क्लिक पर एन.ओ.सी. प्राप्त करना आदि शामिल हैं। इससे पहले आवेदक को इन प्राथमिक सेवाओं के लिए सरकारी दफ़्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे।
अनाधिकृत कालोनियों में सम्पत्ति खरीदने वाले लोगों को एक बड़ी राहत देते हुए आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग ने एन.ओ.सी. प्राप्त करने के लिए रेगूलराईज़ेशन पोर्टल पर आवेदनों को ऑनलाइन जमा कराने और निपटारे की सुविधा शुरू की है। इसके अलावा आवेदनों के जल्द और समय पर निपटारे को सुनिश्चित करने के लिए एन.ओ.सी. जारी करने की समय-सीमा भी पहले निर्धारित 21 दिनों की मियाद से घटाकर 15 कामकाजी दिन कर दी गई है।
जि़क्रयोग्य है कि रेगूलराईज़ेशन की यह सुविधा सिर्फ़ उन अलॉटियों/निवासियों द्वारा प्राप्त की जा सकती है, जिनकी सम्पत्तियां 19 मार्च, 2018 से पहले अस्तित्व में आई अनाधिकृत कालोनियों में आती हैं।
पहले आवेदनों का निपटारा ऑफलाईन ढंग के साथ किया जाता था और आवेदकों को एन.ओ.सी. जारी करवाने के लिए लम्बा समय इन्तज़ार करना पड़ता था। अब पोर्टल पर बहुत सी सुविधाएं दी गई हैं जिनमें आवेदनों को ऑनलाइन जमा कराना, ऑनलाइन भुगतान, आवेदनों की स्थिति की जांच और इनका ऑनलाइन निपटारा आदि शामिल हैं। यह सिंगल पोर्टल आवेदनों के तुरंत निपटारे के लिए नगर निगम की हद के अंदर और बाहर पड़ते प्लाटों और इमारतों को नियमित करने के लिए तैयार किया गया है।
कामकाज में जवाबदेही तय करने और सभी सेवाओं को समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित करने के लिए सबसे पहले विभाग ने सम्पत्तियों के मालिकों की डिजिटल तौर पर हस्ताक्षित स्वीकृतियों तक पहुँच को सुनिश्चित बनाया जिससे विभाग के कामकाज में 100 प्रतिशत पारदर्शिता आई है। अब लोगों को इन स्वीकृतियों तक पहुँच के लिए आर.टी.आई. दायर करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। श्री अमन अरोड़ा ने कहा, ‘‘मैं निजी तौर पर ऑनलाइन सेवाओं की कार्यप्रणाली पर नजऱ रख रहा हूं और आवेदनों के निपटारे में किसी भी तरह की देरी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।’’
विभाग द्वारा ऑनलाइन दी जा रही 25 सेवाओं सम्बन्धी प्राप्त सभी आवेदनों पर समयबद्ध कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही आवेदनों की रियल-टाईम ट्रेकिंग, डिज़ीटली हस्ताक्षित सर्टिफिकेट जारी करना और एस.एम.एस. अलर्ट द्वारा जानकारी देना आदि सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
ऑनलाइन प्राप्त की जा सकने वाली 25 सेवाओं में मालिकाना अधिकार की तबदीली, मालिकाना अधिकार की तबदीली (मौत की सूरत में ग़ैर-रजिस्टर्ड वसीयत), मालिकाना अधिकार की तबदीली (मौत की सूरत में सभी कानूनी वारिस), मालिकाना अधिकार की तबदीली (मौत की सूरत में रजिस्टर्ड वसीयत), सीडी जारी करना, बढ़ाए हुए क्षेत्र के लिए सीडी जारी करना, बकाया न होने सम्बन्धी सर्टिफिकेट जारी करना (एन.ओ.सी.), री-अलॉटमेंट पत्र जारी करना, बिक्री/तोहफे/तबदीली की इजाज़त, गिरवी रखने की इजाज़त, पेशेवर सलाह सम्बन्धी सेवाओं की इजाज़त, लेटर ऑफ इन्टेंट (एल.ओ.आई.), तबदीली की इजाज़त (सी.डी. से पहले), प्लॉट की हदबंदी, पूर्णता सर्टिफिकेट/कब्जे का सर्टिफिकेट जारी करना, पूर्णता सर्टिफिकेट/ कब्जे का सर्टिफिकेट जारी करना-निजी जायदाद, डीपीसी जारी करना -निजी सम्पत्तियों, डीपीसी सर्टिफिकेट जारी करना, अस्टेट एजेंट के तौर पर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, प्रमोटर के तौर पर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, आर्कीटेक्ट के तौर पर रजिस्ट्रेशन, अस्थाई सिवरेज कुनेक्शन (निर्माण उद्देश्य के लिए) जारी करना, पानी के कुनेक्शन को नियमित करना, सिवरेज कुनेक्शन और जलापूर्ति की मंज़ूरी शामिल हैं।
बॉक्स
लोगों को सेवाएं प्रदान करने में देरी के प्रति ज़ीरो-टोलरेंस
राज्य के लोगों को सेवाएं प्रदान करने में देरी के प्रति ज़ीरो-टोलरेंस अपनाते हुए 0आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग द्वारा हाल ही में 42 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये थे और तीन कर्मचारियों – दो सीनियर सहायक और एक सहायक अस्टेट अफ़सर को ड्यूटी में लापरवाही के लिए चार्जशीट किया गया था।
विभाग ने एक ऑनलाइन प्रणाली विकसित की है जिसके अंतर्गत विभाग के पास आने वाले आवेदनों और फाइलों की निगरानी सीनियर अधिकारी और केबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा ख़ुद कर रहे हैं।
 अमन अरोड़ा द्वारा यह कड़ी कार्रवाई विभाग के इन 45 कर्मचारियों के स्तर पर सबसे अधिक बकाया पड़े मामलों का पता लगने के बाद की गई थी। इन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गए हैं, जबकि तीन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस का जवाब न देने और ड्यूटी में लापरवाही के लिए चार्जशीट किया गया था।

एन.आर.आई. मिलनी संबंधी की जा रही बयानबाज़ी पूरी तरह बेबुनियाद और निराधार अफवाहें

एन.आर.आई. सभा कोई एन.जी.ओ. नहीं बल्कि राज्य सरकार का ही हिस्सा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : प्रवासी भारतीय मामले, विभाग पंजाब के प्रमुख सचिव जे.एम. बालमुरूगन ने आज एन.आर.आई. पंजाबियों के साथ मिलनी संबंधी की जा रही बयानबाज़ी को पूरी तरह बेबुनियाद और निराधार अफवाहें बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।
प्रमुख सचिव ने स्पष्ट तौर पर कहा कि एन.आर.आई. सभा कोई एन.जी.ओ. नहीं है बल्कि यह एक सोसायटी है जो पंजाब सरकार की स्वीकृति से सोसायटीज़ रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के अंतर्गत रजिस्टर्ड है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब इसके चीफ़ पैटर्न और सभा के संरक्षक भी हैं। उन्होंने कहा कि कमिश्नर जालंधर डिविजऩ या कमिश्नर एन.आर.आई. मामले जैसे कि सरकार उचित समझे, सभा के चेयरमैन हैं जबकि राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नर एन.आर.आई. सभा की जि़ला इकाईयों के चेयरमैन हैं।
प्रमुख सचिव ने कहा कि एन.आर.आई. सभा पंजाब सरकार की संरक्षण अधीन काम करती है और सभा का मुख्य उद्देश्य पंजाब के प्रवासी भारतीयों की भलाई और हितों के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि सभा लगातार शिकायतों के निपटारे के लिए काम कर रही है जो कि एन.आर.आई. सभा पंजाब का मुख्य उद्देश्य है, जिसका एन.आर.आई. सभा पंजाब के संविधान में स्पष्ट तौर पर जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि एन.आर.आई. सभा पंजाब में प्रवासी भारतीयों की, उनके अधिकारों की रक्षा ख़ास कर सम्पत्ति से सम्बन्धित मामलों में मदद कर रही है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि पंजाब की एन.आर.आई. सभा के उप-नियमों के अनुसार यह पंजाब के प्रवासी भारतीयों की भलाई को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की एक एजेंसी के तौर पर भी काम करेगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा आयोजित ‘‘एन.आर.आई. पंजाबियां नाल मिलनी’’ प्रोग्राम का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों की शिकायतों का तेज़ी से निपटारा करना है, जोकि एन.आर.आई. सभा पंजाब के उद्देश्यों में से एक है।
जि़क्रयोग्य है कि ‘‘प्रवासी पंजाबियां नाल मिलनी’’ प्रोग्राम पर ख़र्च किया जा रहा पैसा पूरी तरह सरकारी कामकाज से सम्बन्धित है और पंजाब के प्रवासी भारतीयों की शिकायतों के निपटारे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस मुद्दे को उठाने वाले व्यक्तियों की एनआरआई सभा के प्रशासनिक और वित्तीय कामकाज में कोई भूमिका नहीं है क्योंकि चुने गए सदस्यों का कार्यकाल मार्च 2022 में ख़त्म हो चुका है और चाहे सभा की चुनी हुई संस्था हो तो भी चेयरमैन का पद डिवीजऩल कमिश्नर जालंधर के पास ही रहता है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि अलग-अलग स्थानों पर सभी प्रबंधों के खर्चों को पूरा करने के लिए एनआरआई सभा पंजाब के उप-नियमों की धारा 18 (ए) के अंतर्गत पंजाब सरकार द्वारा विधिवत् तौर पर मंज़ूर किये गए पैसों की सरकार द्वारा पहले ही अदायगी की जा रही है।