गहरी खाई में गिरी जवानों को ले जा रही सेना की गाड़ी; 16 शहीद
सिक्किम में भारतीय सेना के साथ हुए इस बड़े हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है। राजनाथ सिंह ने कहा– ”नार्थ सिक्किम में एक सड़क दुर्घटना के कारण भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से “गहरा दुख” हुआ है। राष्ट्र उनकी सेवा और प्रतिबद्धता के लिए हृदय से आभारी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना; उन्होंने कहा कि घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
- नार्थ सिक्किम में भारतीय सेना के साथ हादसा
- हादसे में भारतीय सेना के 16 जवान शहीद हो गए
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे पर दुख जताया
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :
उत्तर सिक्किम के जेमा में शुक्रवार को एक सड़क दुर्घटना में सेना के 16 जवान शहीद हो गए. घटना में चार जवान घायल भी हुए हैं। सेना ने यह जानकारी दी। चत्तेन से सुबह रवाना होकर थांगू की ओर जा रहे तीन वाहनों के काफिले में शामिल एक ट्रक दुर्घटना का शिकार हो गया। यह दुर्घटना राज्य की राजधानी गंगटोक से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाचेन से लगभग 15 किलोमीटर दूर जेमा 3 में सुबह करीब 8 बजे हुई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, घायलों को उत्तरी बंगाल के एक सैन्य अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया है। सेना के अनुसार, यह ट्रक एक तीव्र मोड़ पर मुड़ते समय गहरी खाई में गिर गया। सेना ने कहा, “उत्तर सिक्किम के जेमा में 23 दिसंबर को सेना के ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय सेना के 16 बहादुर जवानों की जान चली गई।” इस हादसे में 3 जेसीओ और 13 सैनिक शहीद हुए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तरी सिक्किम में सड़क दुर्घटना के कारण भारतीय सेना के जवानों के निधन पर ‘गहरा दुख’ जताया है उन्होंने कहा, “राष्ट्र उनकी सेवा और प्रतिबद्धता के लिए हृदय से आभारी है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना; हादसे में घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
चुंगथांग उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) अरुण थाटल ने बताया कि सभी 16 शवों को दुर्घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है। लाचेन की एक पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर मौजूद थाटल ने कहा कि चार गंभीर रूप से घायल सैन्य कर्मियों की स्थिति अज्ञात बनी हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए गंगटोक के सरकारी एसटीएनएम अस्पताल ले जाया जा रहा है और बाद में सेना को सौंप दिया जाएगा। पीड़ितों की रेजिमेंट का पता लगाया जाना बाकी है।