एचएयू में 19 दिसंबर से होगा दो दिवसीय शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

            चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट न. 4 के नजदीक स्थित बोटेनिकल गार्डन में आम जन के लिए 19 दिसंबर को ‘शहरी खेती एक्सपों एवं पुष्प उत्सव 2022’ का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन एग्री टूरिज्म सेंटर, वनस्पति उद्यान, एचएयू सामाजिक कल्याण सोसायटी और भू-दृश्य इकाई सरंचना के सहयोग से किया जाएगा।

           मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि इस दो दिवसीय उत्सव के दौरान गमलों में उगाये गये गुलदाऊदी की बड़े आकार वाले (स्टैंडर्ड) व छोटे आकार (स्प्रे टाईप) किस्मों के फूलों, गमले में लगे फोलिएज प्लांट, पॉम, गैंदा, कैक्टस व सक्यूलैंटस, ताजा पुष्प और  स्कूल व कालेज के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी जिनमें फूलों, मेहंदी रचाओ, पेंटिंग प्रतियोगिता, ड्राइंग व रंगोली बनाओ प्रतियोगिता शामिल है।

            उन्होंने बताया यह खुली प्रतियोगिता होगी जिसमें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय समुदाय के अतिरिक्त शहरवासी भी हिस्सा लेंगे।

मनुष्य के व्यक्तित्व विकास में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. काम्बोज

एचएयू के कैंपस स्कूल में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

            चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस स्कूल की आज वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्य अतिथि थे। उन्होंने ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता आरम्भ करने की घोषणा की और खिलाडिय़ों के मार्च पास्ट की सलामी ली।

            प्रतियोगिता में 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। स्कूल के सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों निखिल, संचित व नेहा ने मशाल प्रज्जवलित की। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. काम्बोज ने विद्यार्थियों सेे खेलों में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के व्यक्तित्व विकास में खेल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। उन्होंने कहा खेलों में भाग लेने से उनमें प्रतिस्पर्धा, अनुशासन तथा आत्मविश्वास का विकास होता है जो जीवन में सफलता के लिए बहुत जरूरी है। खेल हमारे शारिरिक और मानसिक दोनों ही विकास में अहम भूमिका निभाता है।

                        प्रतियोगिता में प्रो. काम्बोज ने विभिन्न खेलों  तीरंदाजी, लॉन टेनिस, वालीबॉल, बोक्सिंग, जिम्नास्टिक, क्रिकेट, हॉकी आदि में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए निखिल, संचित, नेहा, माही, कार्तिक, अनीवीर, गौरव, ऊमाशंकर, मेघा, जीया, जोयल, आस्था, भीष्म, संचित, भारती को सम्मानित किया। कैंपस स्कूल के प्रधानाचार्या श्री सोमा सेखरा सर्मा धुलिपाला ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के अभिभावकों सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।

संत-महापुरुष एवं विचार प्रसार योजना के तहत होगा राज्य स्तरीय महाराजा शूरसेन सैनी जयंती समारोह : डीसी

  • उपायुक्त उत्तम सिंह ने समारोह स्थल का दौरा कर प्रबंधों की समीक्षा की
  • बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों की लगाई ड्यूटियां

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

                        उपायुक्त उत्तम सिंह ने बताया कि महाराजा शूरसेन सैनी जयंती के अवसर पर 20 दिसंबर को हिसार में होने वाले राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन राज्य सरकार की संत महापुरुष एवं विचार प्रसार योजना के तहत होगा। उन्होंने समारोह की तैयारियों की समीक्षा के लिए वीरवार को सैनियान मोहल्ला स्थित सैनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दौरा किया।

            इस अवसर पर मेयर गौतम सरदाना, भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह, वरिष्ठï नेता जवाहर सैनी भी उपस्थित थे। उपायुक्त ने राज्य स्तरीय समारोह में विभिन्न प्रबंधों को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक भी ली। बैठक में यातायात व्यवस्था, पार्किंग स्थल, सुरक्षा प्रबंध सहित समारोह के लिए अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए। सैनियान मोहल्ला स्थित सैनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित कई कैबिनेट मंत्री व सांसद गण शिरकत करेंगे। समारोह में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में समाज के नागरिक हिस्सा लेंगे।

            भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह व वरिष्ठ नेता जवाहर सैनी ने कहा कि महाराजा शूरसेन जयंती पर होने वाले कार्यक्रम को उत्सव के तौर पर मनाया जाएगा। पहली बार हरियाणा बनने के बाद महापुरुषों की जयंती मनाने का प्रचलन शुरू किया गया है ताकि युवा वर्ग ऐसे महापुरुषों के तरफ से प्रेरणा ले सके।

बैठक में ये रहे मौजूद

                        बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर अनिल मानी, एसडीएम जयबीर यादव, संयुक्त आयुक्त बैलिना लोहान, कार्यकारी अभियंता बिजेंदर लांबा, रजनीश गर्ग, सैनी सभा ट्रस्ट के प्रधान ओमप्रकाश राड़ा, महामंत्री प्रवीन पोपली, रामचंद्र गुप्ता, धर्मवीर रतेरिया, अशोक गर्ग, कृष्ण बिश्नोई, अनिल कैरो, सुरेंद्र सैनी, सुभाष ढींगड़ा सहित अनेक पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सरकार अनाज व सब्जियों से मार्केट फीस पूरी तरह समाप्त करे : गर्ग

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

            हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा सरकार ने हरियाणा ग्रामीण विकास शुल्क की जगह हरियाणा ग्रामीण विकास अधिनियम लागू करके 1 अक्टूबर 2022 से सभी कृषि उत्पादनों पर निर्धारित दर से 2 प्रतिशत शुल्क लगाना किसान, आढ़ती व मजदूर विरोधी फैसला है इससे सीधे तौर पर किसान व आढ़तियों को नुकसान होगा। इससे हरियाणा का किसान अपनी फसलों को हरियाणा के साथ लगते राज्यों में बेचने पर मजबूर होगा। यह सरकार पूरी तरह से किसान, आढ़ती व मजदूर विरोधी है जिसके कारण किसान व आढ़तियों में बड़ा भारी रोष है।

                        गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि किसान की आय दो गुणा करेंगे और देश में जीएसटी लागू होने पर एक ही टैक्स रहेगा। सरकार ने जिन वस्तुओं पर टैक्स नहीं था उस पर भी जीएसटी लगा दिया और आम जरूरत का समान जिस पर 5 प्रतिशत वेटकर होता था उस पर 18 व 28 प्रतिशत जीएसटी लगाकर देश की जनता की जेबों में डाका डालने का काम किया है। पिछली सरकार ने सब्जी व फलों पर से मार्केट फीस पूरी तरह से माफ की थी मगर भाजपा सरकार ने सब्जी व फलों पर 2 प्रतिशत मार्केट फीस लगा दी है।

                        गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार को अपने वादे के अनुसार हर अनाज व सब्जी से मार्केट फीस पूरी तरह समाप्त करनी चाहिए और हरियाणा सरकार को हरियाणा ग्रामीण विकास अधिनियम को हटाना चाहिए ताकि किसान, आढ़ती व मजदूरों को राहत मिल सके।

राजबीर काजल बने काजला खाप के प्रदेशाध्यक्ष

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

                        काजला खाप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा प्रदान किए गए अधिकार का प्रयोग करते हुए राष्ट्रीय  काजला खाप के राष्ट्रीय  अध्यक्ष राजमल काजल ने राष्ट्रीय संरक्षक धर्मवीर काजला, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन रामपाल सोलधा व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से सलाह मशविरा करने के बाद गांव छारपूरा जिला कुरूक्षेत्र निवासी राजबीर काजल पुत्र मंगल सिंह को तुरंत प्रभाव से खाप की हरियाणा राज्य इकाई का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है।

            फिलहाल कुरूक्षेत्र के सेक्टर 7 निवासी राजबीर काजल पिछले लंबे समय से खाप से जुड़े हुए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष खाप के सिद्धांतों पर चलते हुए ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी सेवाएं देंगे।

विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने किया यमुनानगर विधानसभा के नवनिर्वाचित सरपंचों का स्वागत अभिनंदन किया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

            यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में बड़ी मात्रा में भाजपा समर्थित सरपंचों की विजय हुई है, इसी कड़ी के अंतर्गत यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित सरपंचों का स्वागत समारोह आज मेरे मॉडल टाऊन स्थित कार्यलाय के सामने पार्क में नव निर्वाचित सरपंच एवम ब्लॉक स्मिति सदस्यों को भोजन पर बुलाया व सम्मानित किया गया और  उन्हें गाँव के हित के  कार्य ईमानदारी से करने का आग्रह किया,विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने समारोह में सभी नवनिर्वाचित सरपंचों ,पंचो ,ब्लॉक समिति सदस्यों को उनके विजय होने पर बधाई दी व कहा कि सभी सरपंच निष्पक्ष होकर एक समान सारे गांव का विकास करें, मतदान हो चुका है, अब सभी अपना सारा ध्यान विकास कार्यों पर केंद्रित करें व गांव के विकास की मिलजुलकर योजनाएं बनाएं।

            हरियाणा भाजपा सरकार ने ग्राम दर्शन पोर्टल शुरू किया है जिस पर सभी सरपंच अपनी प्राथमिकता के लिए सर्वप्रथम दर्ज कराएं ,पहला कार्य गांव के श्मशान घाट की चारदीवारी का निर्माण, श्मशानघाट के रास्ते का निर्माण, गांव की फिरनी का निर्माण ,गांव में स्थित जोहड या तालाब का निर्माण या सफाई का कार्य दर्ज करवाए,सभी सरपंच अपना ध्यान विकास कार्यों पर केंद्रित करे करे, सभी सरपंचों ने विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के साथ व्यक्तिगत रूप से संवाद भी किया व अपने अपने गांव में किए जाने वाले विकास कार्यों का भी उल्लेख किया और कहा कि वह पूरी तत्परता से गांव में विकास कार्य करवाएंगे।

            इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेत्री संगीता सिंघल, मंडल अध्यक्ष विभोर पहुजा,अध्यक्ष नीरज गुप्ता, अध्यक्ष अनिल कुमार, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

लक्ष्य ज्योतिष संस्थान रविवार को करेगा नौंवे निशुल्क ज्योतिष कैम्प का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

लक्ष्य ज्योतिष संस्थान चंडीगढ़ की तरफ से रविवार 18 दिसंबर, 2022 को नौंवे निशुल्क ज्योतिष कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। यह कैम्प सेक्टर 29 बी के बल शिव मंदिर में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित किया जाएगा। ज्योतिष कैम्प में उत्तर भारत से ज्योतिष विद्या की विभिन्न विधाओं वैदिक, हस्त रेखा, टैरो कार्ड, अंक गणित, स्पिरिचुअल हीलर, रेकी, लाल किताब, वास्तु नाड़ी और के पी एस्ट्रोलॉजी से जुड़े विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य भाग ले रहे है।लक्ष्य ज्योतिष संस्थान के चेयरमैन ज्योतिषाचार्य रोहित कुमार और वाईस प्रेसिडेंट पीयूष कुमार ने बताया कि संस्थान को तरफ से आयोजित इस ज्योतिष कैम्प को पूर्णतः निःशुल्क लगाया जा रहा है, इसमें न तो किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से और न ही आम जनता से किसी भी तरह का कोई धनराशि ली जा रहा है।   ज्योतिषाचार्य रोहित कुमार ने बताया कि रविवार 18 दिसंबर को आयोजित इस ज्योतिष कैम्प का मुख्य उद्देश्य वैदिक ज्योतिष विद्या का प्रचार प्रसार करना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस विद्या के बारे में विस्तार से जान सकें।

फ्रेंच पियानोवादक शनि दिलुका ने संगीत प्रेमियों को अपनी मधुर धुन से किया मंत्रमुग्ध

चंडीगढ़, 15 दिसंबर,

 फ्रेंच पियानोवादक शनि दिलुका का संगीत कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर 18 स्थित टैगोर थियेटर में आयोजित किया गया, जिसमें शनि दिलुका ने अपने पियानो की मधुर धुन से कार्यक्रम में पहुंचे दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बता दें कि  शनि दिलुका अपनी पीढ़ी के सबसे महान पियानोवादकों में से एक हैं।


कॉन्सर्ट का आयोजन भारत में फ्रांसीसी एम्बेसी, इंस्टीट्यूट फ्रांसे, एलायंस फ्रांसेस डी चंडीगढ़, चंडीगढ़ कल्चरल डिपार्टमेंट और फर्टाडोस द्वारा आयोजित किया था, कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रखा गया था।
उनके माता पिता श्रीलंकाई है,वह मोनैको में जन्मी है तथा 6 वर्ष की आयु में एक कार्यक्रम के दौरान यहाँ की राजकुमारी ग्रेस ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उनको सम्मानित किया। वह भारतीय महाद्वीप की एकमात्र पियानोवादक हैं जिन्होंने जूरी की सर्वसम्मति के साथ प्रथम पुरस्कार प्राप्त करते हुए पेरिस कंजर्वेटरी में प्रवेश किया और मार्था अर्गेरिच की अध्यक्षता वाली प्रतिष्ठित लेक कोमो इंटरनेशनल पियानो अकादमी में प्रवेश किया। कैलस, रोस्ट्रोपोविच या मेनुहिन जैसे दिग्गजों के बाद, वह एक विशिष्ट कलाकार के रूप में प्रतिष्ठित लेबल वार्नर क्लासिक्स में शामिल हुईं।


फ्रेंच पियानोवादक शनि दिलुका बताती हैं कि “पियानो को चुनना उनके लिए बहुत स्वाभाविक था। उन्होंने बताया कि लगातार संगीत के संबंध में यात्रा करने के बाद, वह महीने में केवल 10 दिन घर आती थी  क्योंकि वह कभी भी एक जगह पर ज्यादा समय तक नहीं रहती थी। उन्होंने बताया कि एक पियानोवादक के रूप में मेरा एकमात्र लक्ष्य लोगों के लिए बेहतरीन संगीत की पेशकश करने था ताकि लोग बेहतर संगीत को महसूस कर सकें। वह जब संगीत की परफॉर्मेंस देती है तो वह यह चुपके से देखती है कि उनके संगीत से श्रोताओं के चेहरे पर भावनात्मक रंगत आ गई है।


राजकुमारी ग्रेस द्वारा स्थापित प्रतिभाशाली युवा संगीतकारों के लिए एक कार्यक्रम के तहत छह साल की उम्र में शनि को अपनी पसंद का एक उपकरण चुनने के लिए कहा गया था। और उन्होंने पियानो को चुना और विश्व स्तरीय ख्याति प्राप्त की।


इसके बाद के उन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित समारोहों में कई पुरस्कारों और प्रशंसा पत्र से नवाज़ा जा चुका है। अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के बाद उनको पेरिस कंज़र्वेटरी में भाग लेने का मौका मिला  जहाँ उन्होंने  जूरी द्वारा पहला पुरस्कार प्राप्त किया।
एक तारकीय कैरियर ने उन्हें ऑर्केस्ट्रा फिलहारमोनिक डे मोंटे-कार्लो, ऑर्चेस्टर नेशनल बोर्डो एक्विटेन, स्वीडन के रॉयल कोर्ट ऑर्केस्ट्रा जैसे कुछ प्रसिद्ध आर्केस्ट्रा के लिए एक सोलोइस्ट आर्टिस्ट के रूप में देखा  गया है। उन्होंने लॉरेंस फोस्टर, व्लादिमीर फेडोसिव, लुडोविक मोरलॉट आदि जैसे प्रमुख कंडक्टरों के साथ काम किया है और बीथोवेन, मेंडेलसोहन, शुबर्ट और ग्रिग की उनकी सोलो रिकॉर्डिंग में बड़ी संख्या में पुरस्कार हासिल किए हैं।


उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक को मोनाको के नाइट ऑफ द ऑर्डर ऑफ कल्चरल मेरिट से सम्मानित किया गया था, जो मोनाको में अपने काम या शिक्षण के माध्यम से कला, पत्र या विज्ञान में विशिष्ट योगदान देने वालों को दिया जाता है।

शनि दिलुका भारत के केवल दो शहरों दिल्ली और चंडीगढ़ में यात्रा की है।

किसानों के लिए बागवानी परियोजनाओं की स्वीकृति हुई सरल:  नरेंद्र तोमर 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो :

            राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के निदेशक मंडल की 32वीं बैठक  नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री तथा बोर्ड के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुई। इसमें निर्णय लिया गया है कि किसानों के लिए बागवानी परियोजनाओं की स्वीकृति की प्रक्रिया सरल की जाएगी। इसके तहत स्वीकृति की प्रक्रिया दो चरण के बजाय अब एक ही बार में संपन्न हो जाएगी और यह पूरी तरह से डिजिटल होगी, साथ ही कम से कम दस्तावेजों की जरूरत रहेगी, जिससे किसानों को परेशानी नहीं आएगी। महत्वपूर्ण यह भी है कि अभी तक जो अनेक परियोजनाएं लगभग 6 से 8 महीने की समयावधि में स्वीकृत हो पाती थी, वे अब मात्र 45 दिनों में मंजूर कर दी जाएगी।इस प्रक्रिया पर अनुवर्ती कार्यवाही के रूप में योजना डिजाइन, आवेदन फाइलिंग प्रणाली, प्रलेखन (डॉक्‍यूमेंटेशन) तथा मंजूरी प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया गया है। नया सरल डिजाइन एक जनवरी 2023 से लागू होगा।

            केंद्रीय मंत्री तोमर ने उम्मीद जताई है कि यह प्रक्रिया कृषक समुदाय के लाभ के लिए व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने हेतु प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगी तथा एनएचबी वित्त पोषण के लिए अधिक से अधिक उच्च तकनीक वाणिज्यिक परियोजनाएं सृजित करेगा। नए डिजाइन में एनएचबी ने अपनी क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजनाओं के साथ कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) योजना के अभिसरण (कन्‍वर्जेन्‍स) को बढ़ावा देने के लिए भी पहल की है।

            बैठक में एनएचबी की एक नई पहल- स्वच्छ पौध कार्यक्रम के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई, जिसके तहत एशियन विकास बैंक (एडीबी) की सहायता से 2100 करोड़ रुपए के खर्च से किसानों के लिए पौधारोपण सामग्री की उपलब्धता की समस्या हल की जाएगी। इससे, विशेषकर व्यवसायिक रूप से महत्वपूर्ण अनेक फलों के लिए रोपण सामग्री की दिक्कत का अधिकांशतः समाधान हो जाएगा। यह कार्यक्रम देश में बागवानी फसलों के लिए बहुत ही जरूरी गुणवत्तायुक्‍त रोपण सामग्री पर ध्‍यान देने में एक बड़ा योगदान प्रदान करने का काम करेगा।

            एनएचबी के तहत जैविक व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक नया वर्टिकल सृजित किया गया है, जिससे जैविक क्षेत्र के सभी पहलुओं जैसे योजनाओं का पर्यवेक्षण-निगरानी, क्षेत्र विस्तार-उत्पादन, मूल्य श्रंखला विकास के लिए बाजार को बढ़ावा देना व बुनियादी ढांचा तैयार करना आदि पर काम किया जाएगा। इस बैठक में बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे क्लस्टर विकास कार्यक्रम की प्रगति पर भी चर्चा हुई, जिस पर यह फैसला लिया गया है कि आवेदनों पर शीघ्रातिशीघ्र अनुमोदन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बैठक में निदेशक मंडल की पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों का अनुमोदन किया गया।

            बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे, सचिव श्री मनोज अहूजा, अपर सचिव अभिलक्ष लिखी, संयुक्त सचिव श्री प्रियरंजन, शासकीय-अशासकीय सदस्यगणों ने सुझाव पेश किए।

केंद्रीय पूल में अनाज का पर्याप्त अनाज भंडार  मौजूद ,138 एलएमटी की सुरक्षित भंडारण आवश्यकता से काफी अधिक गेंहू उपलब्ध : केंद्र सरकार 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो :

            उपभोक्ता कार्य खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने वीरवार को कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और उसकी अन्य कल्याणकारी योजनाओं सहित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अतिरिक्त आबंटन की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत सरकार के केंद्रीय पूल में अनाज का पर्याप्त भंडार मौजूद है। एक जनवरी, 2023 तक लगभग 159 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं उपलब्ध हो जाएगा। नियमतः एक जनवरी तक 138 एल.एम.टी.की सुरक्षित भंडारण की आवश्यकता होती है, जिसके मद्देनजर यह उससे काफी अधिक है। केंद्रीय पूल में 12 दिसम्बर 2022 को लगभग 182 एलएमटी गेहूं की उपलब्धता दर्ज की गई है।भारत सरकार गेहूं की कीमतों की स्थिति से अच्छी तरह अवगत है और साप्ताहिक आधार पर उसकी नियमित निगरानी कर रही है।

            गेहूं के साथ अन्य जिंसों की कीमतों पर भी नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर सुधारात्मक उपाय भी किए जा रहे हैं। भारत सरकार ने कीमतें बढ़ने से रोकने के लिए सक्रियता दिखाई है तथा 13 मई, 2022 से प्रभावी होने वाले निर्यात नियमों को लागू कर दिया है। इसके अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की भी चावल को ध्यान में रखते हुए समीक्षा की गई है, जिससे केंद्रीय पूल में गेहूं का भंडारण पर्याप्त मात्रा में हो जाये, ताकि कल्याणकारी योजनाओं की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

            भारत सरकार ने इस वर्ष गेहूं के एम.एस.पी.को बढ़ाया है। उल्लेखनीय है कि आरएमएस 2022-23 के लिये पिछले वर्ष गेहूं का एमएसपी 2015 रुपये/कुंतल था, जो अब बढ़ाकर 2125 रुपये/कुंतल कर दिया गया है। इस तरह एमएसपी में 110 रुपये/कुंतल की बढ़ोतरी के साथ-साथ अच्छे मौसमी हालात भी पैदा हुये, जिनके कारण यह आशा की जाती है कि अगले वर्ष के दौरान गेहूं का उत्पादन व खरीद सामान्य रहेगी।

            अगले वर्ष गेहूं की खरीद अप्रैल 2023 से आरंभ होगी। शुरूआती मूल्यांकन के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार गेहूं की बुवाई में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई है।भारत सरकार ने सुनिश्चित किया है कि केंद्रीय पूल में अनाज की उपलब्धता पर्याप्त रूप से बनी रहे, ताकि देशभर की सभी कल्याणकारी योजनाओं की जरूरतें पूरी की जा सकें तथा कीमतें भी नियंत्रित रहें।

            पिछले मौसम में गेहूं की खरीद यद्यपि कम हुई थी, क्योंकि उत्पादन कम हुआ था और भू-राजनैतिक परिस्थिति के चलते किसानों ने खुले बाजार में एमएसपी से अधिक कीमत पर अपनी उपज बेची थी। इसके बावजूद गेहूं की अगली फसल के आने तक देश की जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय पूल में गेहूं का पर्याप्त भंडार मौजूद रहेगा।