Day: December 15, 2022

एचएयू के कैंपस स्कूल में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार : चौधरी चरण सिंह…

उपायुक्त उत्तम सिंह ने समारोह स्थल का दौरा कर प्रबंधों की समीक्षा कीबैठक में प्रशासनिक अधिकारियों की लगाई ड्यूटियां पवन…

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार : हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन…

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :             यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया…

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ : लक्ष्य ज्योतिष संस्थान चंडीगढ़ की तरफ से रविवार 18 दिसंबर, 2022 को नौंवे निशुल्क ज्योतिष…

चंडीगढ़, 15 दिसंबर, फ्रेंच पियानोवादक शनि दिलुका का संगीत कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर 18 स्थित टैगोर थियेटर में आयोजित किया गया, जिसमें शनि दिलुका ने अपने पियानो की मधुर धुन से कार्यक्रम में पहुंचे दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बता दें कि शनि दिलुका अपनी पीढ़ी के सबसे महान पियानोवादकों में से एक हैं। कॉन्सर्ट का आयोजन भारत में फ्रांसीसी एम्बेसी, इंस्टीट्यूट फ्रांसे, एलायंस फ्रांसेस डी चंडीगढ़, चंडीगढ़ कल्चरल डिपार्टमेंट और फर्टाडोस द्वारा आयोजित किया था, कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रखा गया था।उनके माता पिता श्रीलंकाई है,वह मोनैको में जन्मी है तथा 6 वर्ष की आयु में एक कार्यक्रम के दौरान यहाँ की राजकुमारी ग्रेस ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उनको सम्मानित किया। वह भारतीय महाद्वीप की एकमात्र पियानोवादक हैं जिन्होंने जूरी की सर्वसम्मति के साथ प्रथम पुरस्कार प्राप्त करते हुए पेरिस कंजर्वेटरी में प्रवेश किया और मार्था अर्गेरिच की अध्यक्षता वाली प्रतिष्ठित लेक कोमो इंटरनेशनल पियानो अकादमी में प्रवेश किया। कैलस, रोस्ट्रोपोविच या मेनुहिन जैसे दिग्गजों के बाद, वह एक विशिष्ट कलाकार के रूप में प्रतिष्ठित लेबल वार्नर क्लासिक्स में शामिल हुईं। फ्रेंच पियानोवादक शनि दिलुका बताती हैं कि “पियानो को चुनना उनके लिए बहुत स्वाभाविक था। उन्होंने बताया कि लगातार संगीत के संबंध में यात्रा करने के बाद, वह महीने में केवल 10 दिन घर आती थी क्योंकि वह कभी भी एक जगह पर ज्यादा समय तक नहीं रहती थी। उन्होंने बताया कि एक पियानोवादक के रूप में मेरा एकमात्र लक्ष्य लोगों के लिए बेहतरीन संगीत की पेशकश करने था ताकि लोग बेहतर संगीत को महसूस कर सकें। वह जब संगीत की परफॉर्मेंस देती है तो वह यह चुपके से देखती है कि उनके संगीत से श्रोताओं के चेहरे पर भावनात्मक रंगत आ गई है। राजकुमारी ग्रेस द्वारा स्थापित प्रतिभाशाली युवा संगीतकारों के लिए एक कार्यक्रम के तहत छह साल की उम्र में शनि को अपनी पसंद का एक उपकरण चुनने के लिए कहा गया था। और उन्होंने पियानो को चुना और विश्व स्तरीय ख्याति प्राप्त की।…

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो : राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के निदेशक मंडल की 32वीं बैठक नई दिल्ली में…

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो : उपभोक्ता कार्य खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने वीरवार को कहा कि राष्ट्रीय…