किताबों के ऑनलाइन बुक स्टोर- बुकचोर द्वारा ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ का आयोजन किया जा रहा है, जो किताबों की एक अनूठी सेल ईवेंट है जहां अलग-अलग पुस्तकों के लिए भुगतान नहीं करना पड़ता है; इसके बजाय, एक बॉक्स के लिए भुगतान करना होता है और जितनी किताबें बॉक्स में फिट हो सकती हैं, उतनी किताबें घर लाई जा सकती हैं।
लाजपत राय भवन, मध्य मार्ग, पेट्रोल पंप के पास, सेक्टर 15बी, चंडीगढ़ में 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 तक चलने वाले इस आयोजन में बच्चों के लिए किताबें, फिक्शन, नॉन-फिक्शन, क्राइम, रोमांस, रोमांच, विज्ञान कथा जैसी शैलियों में से चुनने के लिए 10 लाख से अधिक किताबें होंगी।
किताबें तीन तरह के बॉक्स में मिलेंगी, जिनके नाम ग्रीक पौराणिक कथा नायकों पर रखे गए हैं। अलग-अलग आकार के ये बॉक्स रहेंगे – ओडीसियस बॉक्स, पर्सियस बॉक्स, और हरक्यूलिस बॉक्स। पाठक बॉक्स में अपनी पसंद की अधिक से अधिक पुस्तकें रख सकते हैं।
बुकचोर के संस्थापक विद्युत शर्मा ने कहा, “चंडीगढ़ में ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ की मेजबानी करके हम रोमांचित हैं। हमें बंगलौर, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे, इंदौर जैसे अन्य शहरों में जबरदस्त रेस्पोंस मिला है और हम चंडीगढ़ में भी इसी तरह की प्रतिक्रिया प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं। हम प्रतिदिन पुस्तकों की सप्लाई जारी रखेंगे ताकि पाठकों को बाजार में उपलब्ध सर्वोत्तम किताबें मिल सकें।”
बुकचोर डॉट कॉम 6 साल पुराना एक स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना युवाओं को कम कीमत पर किताबें उपलब्ध कराने के लिए की गई है। लॉक द बॉक्स की शुरुआत 2018 में दिल्ली में हुई थी और चंडीगढ़ में यह इसका तीसरा संस्करण होगा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/SMP03928-scaled.jpg17072560Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 13:10:112022-11-02 13:10:23बुकचोर का ‘लॉक द बॉक्स रीलोडेड’ 4 नवंबर से
भारत सरकार ने देश में खाद्य तेलों की घरेलू कीमतों को कम और स्थिर बनाये रखने के सतत प्रयास में एक ऐतिहासिक आदेश जारी किया था। लाइसेंसिंग आवश्यकताओं, भंडारण सीमा तथा आवाजाही प्रतिबंधों को हटाने के माध्यम से तेल एवं तिलहन पर स्टॉक सीमा लगाने के लिए यह आदेश लाया गया है। निर्दिष्ट खाद्य पदार्थ (संशोधन) आदेश 8 अक्तूबर 2021 से प्रभावी था। इस आदेश के तहत संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा तेल एवं तिलहन के उपलब्ध स्टॉक और संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के खपत पैटर्न के आधार पर इन्हें भंडारण सीमा तय करने के लिए छोड़ दिया गया था। इसके बाद, सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए खाद्य तेलों तथा तिलहनों पर स्टॉक सीमा मात्रा समान रूप से निर्धारित की गई थी और इस आदेश को 3 फरवरी, 2022 के आर्डर द्वारा 30 जून, 2022 तक बढ़ा दिया गया था।
भंडारण सीमा आदेश देश में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह के बाजारों में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों के कारण लगाया गया था। इसकी उच्च अस्थिरता उस समय जमाखोरी, मुनाफाखोरी और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही थी। सरकार द्वारा समय रहते हस्तक्षेप करने से आसमान छूती कीमतों में भारी गिरावट आई थी और जमाखोरी, विशेषकर सोयाबीन के बीजों पर नियंत्रण रखने में बड़ी सहायता मिली थी।इस तथ्य का उल्लेख किया जा सकता है कि थोक विक्रेताओं और विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं के लिए स्टॉक की लिमिट वर्ष 2008 में लगाए गए भंडारण के दायरे में निर्दिष्ट सीमा पर आधारित थी और मात्रा सीमित रखने का यह एक समझदारी भरा निर्णय था। इसके अलावा, उस समय विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेता मौजूद नहीं थे या वर्तमान की तुलना में उनकी कोई बड़ी भूमिका भी नहीं थी।इस समय प्रमुख खाद्य तेलों की कीमत की स्थिति में अब धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ घरेलू उपलब्धता के लिए भी खाद्य तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है, इसके लिए खाद्य विभाग द्वारा स्टॉक सीमा आदेश की समीक्षा की गई थी। विस्तृत श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं और थोक व्यापारियों को स्टॉक नियंत्रण आदेश से छूट देने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी क्योंकि इस तरह की खबरें आ रही थीं कि नियंत्रण आदेश के कारण थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा दुकानों को उनकी बिक्री में समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इसकी प्रमुख वजह यह थी कि उनके लिए निर्दिष्ट सीमा बहुत कम थी और शहर की सीमा में उनके शेल्फ स्टॉक को प्रतिदिन के आधार पर बदलना संभव नहीं है।
इसलिए, सरकार ने आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक निर्बाध बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को थोक विक्रेताओं तथा विस्तृत श्रृंखला खुदरा विक्रेताओं की श्रेणी को वर्तमान स्टॉक सीमा आदेश से छूट देने के लिए अधिसूचना जारी की है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।थोक विक्रेताओं व बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं को भंडारण सीमा आदेश से हटाने से उन्हें खाद्य तेलों की विभिन्न किस्मों और ब्रांडों को रखने की अनुमति मिल जाएगी, जिन्हें वे वर्तमान में स्टॉक नियंत्रण आदेश के कारण रखने में असमर्थ हैं।अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में पर्याप्त आपूर्ति बहाल होने तथा खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार गिरावट को देखते हुए,यह थोक विक्रेताओं एवं थोक उपभोक्ताओं (बड़ी श्रृंखला खुदरा दुकानों) को स्टॉक सीमा नियंत्रण आदेश से छूट देने का एक उपयुक्त समय था। इस आदेश के प्रभाव से तिलहन की कीमतों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि इससे तिलहन की खरीद को बढ़ावा मिलेगा,जिससे घरेलू तिलहन उगाने वाले किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/logo-हिन्दी.jpg350646Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 13:03:132022-11-02 13:03:31तेल व तिलहन के भंडारण सीमा आदेश में प्रमुख संशोधन तत्काल प्रभाव से भंडारण सीमा आदेश से छूट
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि संजीव चोपड़ा ने उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वह 1990 बैच के ओडिशा कैडर के आई.ए.एस. हैं।संजीव चोपड़ा ने एफ.एम.एस., दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम ऑनर्स और एम.बी.ए. किया है। इसके बाद उन्होंने एल.एल.बी.किया। उत्कल विश्वविद्यालय भुवनेश्वर से और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से एम.एस.सी. किया ।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बारीपदा (ओडिशा) में एक उप कलेक्टर के रूप में की थी। उन्होंने 1995 से 1997 तक कोरापुट, ओडिशा में जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। 1999-2000 के दौरान तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग में निदेशक / उप सचिव के रूप में कार्य किया। वर्ष 2000-2004 के दौरान प्रबंध निदेशक की क्षमता में राज्य सहकारी बैंकों को संभाला।
2007-2014 से उन्होंने लबसाना, मसूरी में वरिष्ठ उप निदेशक/जेटी के रूप में कार्य किया। वर्ष 2015 से अक्तूबर 2022 तक उन्होंने ओडिशा सरकार के तहत औद्योगिक संवर्धन और निवेश निगम लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। संजीव चोपड़ा ने उद्योग, सामान्य प्रशासन, कृषि और गृह जैसे विभागों में सरकार के सचिव के रूप में भी काम किया है। उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 और 2021 में डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया पुन: इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/IMG-20221102-WA0083.jpg887719Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 12:55:122022-11-02 12:58:38आई.ए.एस.संजीव चोपड़ा ने केंद्रीय खाद्य सचिव का कार्यभार संभाला
उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में काँगड़ा घाटी (नैरो गेज) रेलवे जो पंजाब के पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के जोगिन्दर नगर के बीच रेल संपर्क उपलब्ध कराती है। इस मानसून सत्र में आकस्मिक बाढ़ एवं पुल संख्या 32 के क्षतिग्रस्त होने के कारण इस रेल लाइन पर रेलगाड़ियों का परिचालन लगभग 3 माह से स्थगित है। रेल उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए इस रेलपथ के नूरपुर रोड और बैजनाथ पपरोला रेलवे स्टेशनों के बीच आज बुधवार से पुनः रेल सेवा बहाल कर दी गई हैं। नूरपुर रोड और बैजनाथ पपरोला रेलवे स्टेशनों के बीच 2 जोड़ी रेलगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा।
रेलगाड़ी संख्या 04699 नूरपुर रोड से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 12 बजे बैजनाथ पपरोला पहुँचेगी तथा दूसरी रेलगाड़ी संख्या 04685 नूरपुर रोड से दोपहर 2:30 बजे चलकर रात्रि 8:20 बजे बैजनाथ पपरोला पहुँचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04700 बैजनाथ पपरोला से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 12 बजे नूरपुर रोड पहुँचेगी तथा दूसरी रेलगाड़ी संख्या 04686 बैजनाथ पपरोला से दोपहर 3:00 बजे चलकर रात्रि 9:25 बजे नूरपुर रोड पहुँचेगी।
मार्ग में ये रेलगाड़ियाँ तलाडा, बल्ले दा पीर लारथ हाल्ट, भरमार, जवांवाला शहर, हरसर डेहरी, मेघराजपुरा हाल्ट, नगरोटा सुरियां, बरियाल हिमाचल हाल्ट, नंदपुर भटौली, गुलेर, लुंसु हाल्ट, त्रिपाल हाल्ट, ज्वालामुखी रोड, कोपर लहर, काँगड़ा, काँगड़ा मंदिर, समप्लोती, नगरोटा, चमुंडा मार्ग हाल्ट, परोर हाल्ट, सुलह हिमाचल हाल्ट, पालमपुर हिमाचल हाल्ट, पट्टी राजपुरा हाल्ट, पंच रुखी तथा मझेहरा हिमाचल हाल्ट स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/logo-हिन्दी.jpg350646Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 12:48:322022-11-02 12:49:28तीन महीने बाद नूरपुर रोड- बैजनाथ पपरोला के बीच 2 जोड़ी ट्रेनें बहाल
भारत में तकनीकी टैक्सटाइल क्षेत्र में अनुसंधान व विकास के लिए उद्योग व अकादमिक जगत को आपस में जोड़ना जरूरीः पीयूष गोयल
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो,2 नवम्बर :
कपडा मंत्रालय ने कहा कि कपड़ा मंत्रालय ने एग्रो-टैक्सटाइल, स्पेशियलिटी फाइबर, स्मार्ट टैक्सटाइल, एक्टिव-वियर टैक्सटाइल, रणनीतिक एप्लीकेशन क्षेत्र, रक्षात्मक परिधान और खेल परिधान की लगभग 74 करोड़ रुपए की 20 रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में दी गई। ये सभी रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाएं प्रमुख कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन’ के दायरे में आती हैं ।
इनमें 20 अनुसंधान परियोजनायें, पांच स्पेशियलिटी फाइबर परियोजनाएं, छह एग्री-टैक्सटाइल परियोजनाएं, स्मार्ट टैक्सटाइल से दो, रक्षात्मक परिधान से दो, जियो-टैक्सटाइल से दो, एक्टिव-वीयर से एक, रणनीतिक एप्लीकेशन क्षेत्र से एक और खेल परिधान से एक परियोजना शामिल है।
गोयल ने विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में तकनीकी टैक्सटाइल से जुड़ी जानकारी दी। अग्रणी भारतीय संस्थान, जैसे आई.आई.टी.,सरकारी संगठन, अनुसंधान संगठन, जाने-माने उद्योगपति और अन्य लोगों ने सत्र में हिस्सा लिया। इसी सत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिये जरूरी परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। इस तरह आत्मनिर्भर भारत और खासतौर से जियो-टेक, औद्योगिक और रक्षात्मक, कृषि तथा अवसंरचना विकास की दिशा में पहलकदमी की गई।
जाने-माने वैज्ञानिकों और तकनीक विशेषज्ञों को सम्बोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा,“भारत में तकनीकी टैक्सटाइल के क्षेत्र में विकास तथा अनुसंधान के लिए उद्योग तथा अकादमिक जगत का जुड़ाव जरूरी है। अकादमीशियनों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ साझा समझ विकसित करना समय की जरूरत है।”श्री पीयूष गोयल ने प्रौद्योगिकी के योगदान तथा भारत के तकनीकी टैक्सटाइल के भावी विकास में विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और अकादमीशियनों के महत्त्व को रेखांकित किया। भारत में स्पेशियलिटी फाइबर के भरपूर इस्तेमाल के बावजूद प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण आज भी प्रमुख चुनौती बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि इसके लिये उद्योग और अकादमिक जगत की सहयोगी पहलकदमी जरूरी है।श्री गोयल ने जोर देते हुए कहा कि मशीनों और उपकरणों के स्वदेशीकरण की बहुत जरूरत है, ताकि तकनीकी टैक्सटाइल सेक्टर विश्व मंच पर अपने कदम मजबूती से जमा सके।अनुसंधान एवं विकास दिशा-निर्देशों की समीक्षा तथा एन.टी.टी.एम. के तहत समर्पित स्वदेशी मशीनरी व उपकरण विकास दिशा-निर्देश तैयार करने पर भी चर्चा की गई।तकनीकी टैक्सटाइल में नवाचार तथा शोध इको-प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये एन.टी.टी.एम.ने क्रमशः 50 लाख और 100 लाख रुपए कीमत की परियोजनाओं का खाका बनाने था प्रोटोटाइप तैयार करने को समर्थन देने का निर्णय किया है। इनमें इस बात की समुचित क्षमता है कि ये इन्हें वाणिज्यिक उत्पादों और प्रौद्यगिकियों में बदल सकें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/IMG-20221102-WA0076.jpg639719Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 12:40:122022-11-02 12:40:43कपड़ा मंत्रालय ने प्रमुख कार्यक्रम राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन तहत 20 प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी : पीयूष गोयल
अथर्व जन कल्याण फाउंडेशन द्वारा रविवार (6 नवंबर) को सामुदायिक केंद्र, गोगामाड़ी के सामने, पभात गांव, जीरकपुर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, चंडीगढ़ (जीएमसीएच-32) की मेडिकल टीम सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच रक्तदान शिविर का संचालन करेगी।
अथर्व जन कल्याण फाउंडेशन के निदेशक, श्री कृष्ण कुमार और सुरुचि शर्मा ने कहा, “हमें 6 नवंबर को जीरकपुर में पहले रक्तदान शिविर की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। शिविर के दौरान एक लंगर भी आयोजित किया जाएगा। शिविर में कई स्थानीय गणमान्य लोग शामिल होंगे। हमारा लक्ष्य लड़कियों, महिलाओं और बच्चों के लिए प्राथमिकता के आधार पर मुफ्त स्वास्थ्य शिविर, शैक्षिक व कल्याणकारी कार्यक्रम चलाना है।
उन्होंने कहा कि अकुशल महिलाओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण और अन्य सेवाएं हमारा पहला
धयेय रहेगा। एक अन्य प्राथमिकता क्षेत्र उन लोगों के लिए वृद्धाश्रम की सुविधा प्रदान करना है जो अकेले रह रहे हैं और अनाथ बच्चों का कल्याण भी फाउंडेशन की सूची में शामिल है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/IMG-20221031-WA0174.jpg9581280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 12:32:562022-11-02 12:33:17जीरकपुर में अथर्व जन कल्याण फाउंडेशन का पहला रक्त दान शिविर 6 नवंबर को
राजस्थान के बांसवाड़ा में ‘मानगढ़ धाम की गौरव यात्रा’ कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अशोक गहलोत की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि अशोक गहलोत और मैंने सीएम के तौर पर साथ काम किया था। वह देश के सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्रियों में से एक हैं। इसके अलावा उन्होंने अशोक गहलोत को एक अनुभवी राजनेता बताया था। इसके बाद अशोक गहलोत ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। गहलोत ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया में जहां भी जाते हैं, वहां सम्मान पाते हैं। दोनों नेताओं की ओर से एक-दूसरे की तारीफों के बाद कयासों का दौर तेज है।
राजस्थान कांग्रेस की राजनीति में भूचाल आना तय है। पहले मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे पर हमला बोला। अब खुद सचिन पायलट ही मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने सीधे-सीधे पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अनुशासनहीनता के आरोपी और बगावत करने वाले नेताओं पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। यह नेता अशोक गहलोत के समर्थक माने जाते हैं।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर फिर हमला बोला है। PM मोदी ने कल गहलोत की जिस तरह तारीफ की, उस पर तंज कसते हुए पायलट ने यहां तक कह दिया कि मोदी ने गुलाम नबी आजाद की भी इसी तरह तारीफ की थी, बाद में क्या हुआ सब जानते हैं। वहीं पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की बयानबाजी नहीं करना चाहिए
बुधवार को जयपुर में पायलट ने कहा- प्रधानमंत्री ने कल जो तारीफ की, मैं समझता हूं, वह कल का बड़ा दिलचस्प डेवलपमेंट है। इसी तरह प्रधानमंत्री ने सदन के अंदर गुलाम नबी आजाद की तारीफ की थी, उसके बाद क्या घटनाक्रम हुआ, वह हम सबने देखा है। इसे इतना लाइटली नहीं लेना चाहिए।
पत्रकारों से चर्चा में सचिन पायलट ने कहा कि जहां तक राजस्थान की बात है, सब जानते हैं कि 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। वह मीटिंग हो नहीं पाई। उसके लिए खुद मुख्यमंत्री जी ने सॉरी फील किया। माफी भी मांगी थी। पार्टी से भी और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी जी से भी। उसके बाद जो पर्यवेक्षक यहां आए थे- अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे साहब। उन्होंने भी इसे गंभीरता से लिया था। उस पर संज्ञान लेने के बाद एआईसीसी ने इसे अनुशासनहीनता का मामला माना।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/rahul-gehlot-pilot.jpg547835Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 11:17:312022-11-02 11:18:57मोदी ने गुलाम नबी की भी तारीफ की अब गुलाम नबी आजाद की राह पर जाएंगे अशोक गहलोत : सचिन पायलट को अंदेशा
गांव मोहम्मद बास उर्फ बुचाका निवासी आशिक नम्बरदार, हनीफ पूर्व सरपंच ने मीडिया को बताया कि मंगलवार देर शाम उनके गांव के बूथ नम्बर 113 व 114 पर पोलिंग पार्टी आई थी। वे उनकी सुविधाओं का जायजा लेने गांव के स्कूल में पहुंचे थे। तभी दूसरे पक्ष के गफ्फार और उनकी पार्टी के लोग भी मौके पर पहुंच गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि गफ्फार पक्ष के लोगों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें एक पत्थर उनके समर्थक खूबी के सिर में लग गया और वह घायल हो गया।
सारीका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
हरियाणा में प्रथम चरण के नौ जिलों में आज सरपंच-पंच के लिए मतदान चल रहा है। भिवानी, झज्जर, जींद, कैथल, महेंद्रगढ़, नूंह, पंचपुलिस के मुताबिक कई लोगों को गोली लगने की खबर है। घायलों को मंडी खेड़ा के अल आफिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। यहां दोनों प्रत्याशियों के गुट में वोट को लेकर झगड़ा हुआ था। अभी स्थिति शांत है। पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में है। मेवात के एसपी वरुण सिंगला का कहना है कि इस दौरान कई पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है लेकिन अभी वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से फिर से शुरू हो गई है और और अब तक 25 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गयी है। कूला, पानीपत और यमुनानगर जिले में शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे। पंचायत चुनाव को लेकर नूंह जिले में हिंसा भी हुई है।
वहीं कैथल जिला में कलायत के अति संवेदनशील गांव जुलानी खेड़ा में जाली वोट को लेकर दो पक्षों में भारी पथराव हुआ। इसके बाद जुलानी खेड़ा गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इलाके में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
गोकलपुर, चंडाका, जाटका सिसौना, बुबल्हेड़ी और बिसरू समेत कई गांवों में झगड़ा और फायरिंग हुई है। फायरिंग की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची है। कई लोगों को गोली लगने की खबर है। घायलों को मंडी खेड़ा के अल आफिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है।
जानकारी के अनुसार पोलिंग पार्टी से बातचीत करते हुए दो पक्ष आपस मे भिड़ गए थे जिसके बाद पथराव-फायरिंग हो गयी। इससे पहले मोहम्मद बास उर्फ बुचाका गांव में चुनाव से एक दिन पहले दो पक्ष आपस में भिड़ गए थे। इस घटना से गांव पहुंची पोलिंग पार्टियों में दहशत का माहोल है।
वहीं कैथल जिले के कलायत में मतदाताओं ने चंडीगढ़-हिसार नेशनल हाइवे जाम कर दिया है। उनका आरोप है कि खरक पांडवा गांव के पोलिंग बूथ को एक उम्मीदवार ने कैप्चर किया है। जिसके बाद सरपंच पद की उम्मीदवार सुमन देवी के समर्थकों और ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर डेरा डाल दिया।
इसका पता चलते ही वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। भड़के ग्रामीण चुनाव रुकवाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसकी शिकायत भी आयोग को भेज दी है। उनका कहना है कि दूसरे उम्मीदवार ने उनके पोलिंग एजेंट को बूथ से बाहर निकाल दिया।
भिवानी जिला के गांव बामला में फर्जी वोट करने के विरोध में सरपंच पद के उम्मीदवार के समर्थकों ने रोड को जाम किया। लगभग 10 मिनट ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे को जाम किया और सही तरीके से पोलिंग करवाने के लिए प्रशासन से अपील की।
जींद जिले के 4 गांवों में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। पहले चाबरी, भिड़ताना तथा गांव रोजखेडा के ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार किया हुआ था। अब चौथे गांव फरैण खुर्द में भी लोग मतदान नहीं कर रहे।
गांव भिडताना तथा चाबरी के लोगों ने नेशनल हाइवे 352 ए पर रास्ते की मांग को लेकर पंचायती राज संस्था चुनाव का बहिष्कार जारी रखा। यहां पोलिंग पार्टियां तो पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने मत नहीं डाले। उचाना खंड के गांव रोजखेडा को रिजर्व श्रेणी में रखे जाने के चलते ग्रामीणों ने पंच और सरपंच पद के लिए मतदान नहीं किया।
किस जिले में कितना मतदान हुआ-
जिला
कुल वोट
वोट (%)
कुल वोटर
भिवानी
333472
51.4
659450
झज्जर
294495
50.8
580596
जींद
380270
52.6
723145
कैथल
319384
51.7
618319
महेंद्रगढ़
295236
49.7
593442
नूंह
385573
59.2
651671
पंचकूला
71324
60.6
126929
पानीपत
239801
52.4
457387
यमुनानगर
267600
54.4
492122
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/11/46e55119-9.jpg548730Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2022-11-02 10:26:422022-11-02 10:30:27नूंह के कई गांवों में मतदान को लेकर हिंसा, फायरिंग में कई लोगों को लगी गोली
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए व्यक्तिगत संबंधों का इस्तेमाल करना आपके जीवनसाथी को नाराज़ कर सकता है। अटके हुए मामले और घने होंगे व ख़र्चे आपके दिमाग़ पर छा जाएंगे। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। आपका प्यार न सिर्फ़ परवान चढ़ेगा, बल्कि नई ऊँचाइयों को भी छूएगा। दिन की शुरुआत प्रिय की मुस्कान से होगी और रात उसके सपनों में ढलेगी। आज का दिन समझ-बूझ के क़दम उठाने का है, इसलिए तब तक अपने विचार व्यक्त न करें जब तक आप उनकी सफलता के लिए आश्वस्त न हों। कई कामों को छोड़कर आप आज अपने पसंदीदा कामों को करने का मन बनाएंगे लेकिन काम की अधिकता के कारण आप ऐसा नहीं कर पाएँगे। आज आप महसूस करेंगे कि शादी का बंधन वाक़ई स्वर्ग में बनाया जाता है।
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