पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल में विस्तार जल्दी

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 27 सितम्बर :  

            पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल (रजि ) के प्रदेश प्रधान अमित कपूर ने प्रदेश व्यापार मंडल को और मजबूत करने के लिए इसका विस्तार राज्य स्तरीय, जिला व मंडी स्तरीय करने की बात कही है।

            पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय महासचिव के.के. मालपानी माहेश्वरी के अनुसार प्रदेश व्यापार मंडल एक गैर राजनीतिक संगठन है जिसमें सभी राजनीतिक दलों के लोग शामिल हैं। व्यापार मंडल के महासचिव मालपानी ने कहा कि सभी पदाधिकारियों की रिपोर्ट मांगी गई है जिसका काम कमजोर है उनकी जगह व्यापार वर्ग की सलाह से उनकी जगह न‌ई नियुक्ति कर दी जाएगी।

            व्यापार मंडल का मुख्य लक्ष्य छोटे – बड़े सभी व्यापारियों के कोरोबार  की रक्षा करना है और व्यर्थ में अधिकारियों की कारोबार में बेदखली को रोकना है।

आम आदमी पार्टी ने अपने पार्षदों के साथ भेदभाव की निंदा की

 विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़  –  27 सितम्बर

            आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में आयोजित होने वाले विभिन्न समारोहों के लिए प्रशासन और नगर निगम द्वारा भेजे जा रहे आधिकारिक आमंत्रणों में क्षेत्रीय पार्षदों के नाम शामिल नहीं किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।

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             कुलदीप सिंह दलोहर ने कहा कि कल दद्दू माजरा में कचरे का जैव खनन शुरू करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन कल राज्यपाल करेंगे और वार्ड 26 के क्षेत्र पार्षद होने के नाते उनका नाम निमंत्रण पत्रों में शामिल होना चाहिए था।ताकि वह अपने वार्ड के निवासियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कह सकते।लेकिन उनका नाम गायब है जिससे उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है।

             इसी तरह वार्ड नंबर 25 से विपक्ष के नेता और क्षेत्र पार्षद योगेश ढींगरा ने शिकायत की कि नगर निगम द्वारा 29 सितंबर को सेक्टर 38 में एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, लेकिन उनका नाम निमंत्रण पत्र में नहीं है।

            पार्टी के अध्यक्ष प्रेम गर्ग का कहना है कि निर्वाचित प्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्रीय पार्षदों के नामों का उल्लेख सभी आधिकारिक निमंत्रणों में किया जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी दल का हो, जिसका वार्ड का जो भी पार्षद प्रतिनिधित्व करता है।

डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी चंडीगढ़ ने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय मोहन से मुलाकात की

 विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़  –  27 सितम्बर

            डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन सोसाइटी चंडीगढ़ के नवनिर्वाचित प्रधान धर्मवीर राणा बिजेंद्र डुलगच व उनकी टीम चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी जी की अध्यक्षता में एवं सफाई कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार चड्ढा जी एवं प्रधान महासचिव ओमपाल चावल जी अन्य साथी इकट्ठे होकर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय मोहन जी से मुलाकात की।

             डॉ विनय मोहन जी ने नवनिर्वाचित प्रधान भाई धर्मवीर राणा जी व उनकी टीम को शुभकामनाएं दी भाई धर्मवीर राणा जी ने भी डॉक्टर साहब से कहां आप हमारे डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टर की जितने भी समस्या है उन्हें हल करने में मदद करें और हम आपके साथ सहयोग करते रहेंगे आप भी हमारा सहयोग करें।

             चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी जी ने डॉक्टर साहब से कहा कि हमारी टीम बहुत ही मजबूत टीम और निष्पक्ष टीम है वह हमारे डोर टू डोर गार्बेज कलेक्टरोक्ष के लिए निष्पक्ष वाह निर्विरोध काम करेगी हमारे किसी भी साथी को कोई समस्या भविष्य में आने नहीं देंगे।

             कृष्ण कुमार चड्डा जी ने कहा कि डोर टू डोर और सफाई कर्मचारी मिलकर काम करेंगे अगर भविष्य में हमारे साथियों को कोई परेशानी आती है तो हम दोनों की टीम मिलकर अपने साथियों की समस्या हल करवाएंगे इस टीम में शामिल रहे चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी जी प्रधान धर्मबीर राणा जी किशन कुमार चड्डा जी ओमपाल चावर जी विजेंद्र डुलगच जी दीपक नेपाली जी संजू 25 जी बाबूराम जी सुभाष जी और अन्य गणमान्य व्यक्ति

कांग्रेस और भाजपा की तरफ से पंजाब में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को भंग करने के लिए पाई सांझ के कारण विश्वास प्रस्ताव ज़रूरीः मुख्यमंत्री

  • कांग्रेस और भाजपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया
  • पंजाब विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव पेश
  • भाजपा पर पिछले दरवाजे से अपनी सरकारें बनाने के लिए दल-बदल विरोधी कानून का प्रयोग करने का लगाया दोष
  • विधान सभा के ‘खियाली या मोक’ सत्र करवाने के लिए विरोधी पार्टियों के नेताओं की आलोचना की

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

कांग्रेस और भाजपा को एक ही सिक्को के दो पहलू बताते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव लाना इस कारण ज़रूरी था क्योंकि दोनों पार्टियों ने राज्य में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को तोड़ने के लिए हाथ मिला लिया है।

विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा देश भर में पिछले दरवाजे से अपनी सरकारें बनाने के लिए दल-बदल विरोधी कानून का प्रयोग नये हथियार के तौर पर कर रही है और बदकिस्मती से इसकी सबसे बड़ी पीड़ित होने के बावजूद कांग्रेस इस की हिमायत कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने विधायकों को लुभा कर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों में चुनी हुई सरकारें भंग की हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में तीन बार सरकार भंग करने की कोशिशें की गई और अब पंजाब में पैसों से विधायकों को खरीदने की कोशिशें हो रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा राज्य में सत्ता हासिल की मृग तृष्णा के पीछे भाग रही है और इस कदम के द्वारा वह ‘ दुक्कियों के साथ आप के यक्क्के खरीदने’ की कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पैसे के बैगों का प्रयोग करके लोकतंत्र को अपूर्णीय घाटा डाल रही है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस भी यही करती रही है और अब यह भगवा पार्टी कांग्रेस के नक्शे कदम पर चल रही है। कांग्रेस और भाजपा की सांझ का हवाला देते हुये भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस की लीडरशिप ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘ भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की है परन्तु इस यात्रा के दौरान गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों से जानबुझ कर दूरी रखी गई है जिससे मतदान में भाजपा को लाभ दिया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने राजनीति में लोक भलाई का नया एजेंडा स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इसी कारण भाजपा लीडरशिप को अपना विघटनकारी एजेंडा छोड़ कर लोगों की भलाई संबंधी बात करने के लिए मजबूर होना पड़ा। भगवंत मान ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी का प्रभाव है कि जो नेता लोगों को बाँटते थे, वह अब स्कूलों, कालेजों और अस्पतालों के उद्घाटन करते नज़र आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भाजपा में दल-बदलू राज कर रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जो मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा के इशारे पर चल रहे थे, ने अब औपचारिक तौर पर भाजपा का पल्ला पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि यह पहली दफ़ा हुआ है कि मतदान में हार के बाद किसी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा ही गायब हो गया है। भगवंत मान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं के कारण ही वह अब गायब हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं को कोई काम न करने के कारण लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को लोगों ने प्रांतीय विधान सभा से बाहर किया परन्तु यह नेता अब ‘खियाली या मोक सत्र’ करवा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और अपनी निराशा निकाल रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने उम्मीद को वोट डाली और आम आदमी पार्टी ( आप) राज्य को देश भर में से अग्रणी बनाने के लिए अथक कोशिशें कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगो के फंडों के उचित प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए ऐतिहासिक स्कीम ‘एक विधायक, एक पैन्शन’ पास की और राज्य भर में 100 के करीब आम आदमी क्लीनिक लोगों को मानक सेहत सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित किये गए। उन्होंने कहा कि राज्य भर में लाखों घरों को 600 यूनिट मुफ़्त बिजली मुहैया करवाई जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि एक तरफ़ नयी भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और दूसरी तरफ़ ठेके पर रखे मुलाजिमों की नौकरियाँ रेगुलर करने की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लाभार्थियों को उनके घरों पर जाकर आटा-दाल मुहैया करवाने की योजना जल्द ही शुरू की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार लोगों की, लोगों की तरफ से और लोगों के लिए होती है परन्तु भाजपा और कांग्रेस ‘ऑपरेशन लोटस’ के द्वारा लोगों के जनादेश का अपमान करने की कोशिशें कर रही हैं। राष्ट्रपति भवन में स्थित मुग़ल गार्डन की मिसाल देते हुये उन्होंने कहा कि उसमें अलग-अलग किस्मों के फूल हैं, जिस कारण लोग इनकी विभिन्नता देखने जाते हैं। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह लोकतंत्र में विरोधी पक्ष और सत्ताधारी बैंच की अपनी अलग-अलग अहमीयत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल सदन की कार्यवाही में विघ्न डालने की रिवायत बन गई है और यहाँ तक कि राजनैतिक नेता अक्सर इस पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके द्वारा लोकतंत्र की आत्मा को ठेस पहुंचायी जाती है, जो रचनात्मक संकेत नहीं हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने सरकार की नीतियों पर पूरा भरोसा प्रकट किया और इस विश्वास को बहाल करने के लिए यह प्रस्ताव पेश किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रस्ताव दर्शाता है कि लोगों का हममें विश्वास है और हमें लोगों में विश्वास है। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा लोगों का भरोसा छीनने की भद्दी चालें चल रही है परन्तु ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हार-ज़िंदगी का हिस्सा है परन्तु कांग्रेस इसको हज़म नहीं कर पा रही, जिस कारण वह ‘ऑपरेशन लोटस’ के हक में उतरी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस के दिवालियापन को दर्शाता है जो अब अपने विधायकों को बेचने की हद तक चला गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की शिखर की लीडरशिप ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा निकाली है परन्तु वह राजस्थान में अपना घर नहीं संभाल सकी। विरोधी पक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों लेते हुये भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस के सीनियर नेता ‘ ऑपरेशन लोटस फेल हो जाने के सदमे में हैं, जैसे उनकी बनायी स्कीमें धाराशाही हो गयी हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रस्ताव के द्वारा तथ्यों को लोगों सामने रखा जा रहा है क्योंकि सत्र लाइव चल रहा। उन्होंने कहा कि जो लोग इस सत्र की माँग कर रहे थे, वह बहस से भाग गए हैं। भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेसी नेता भाजपा की ‘बी’ टीम के तौर पर काम कर रहे हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कांग्रेसी नेताओं ने विधान सभा के बहुत ही सम्मानीय पद वाले स्पीकर के विरुद्ध शर्मनाक नारेबाज़ी की है।

विधानसभा में हंगामा के लिए ‘आम आदमी पार्टी’ ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- कांग्रेस बीजेपी की बी-टीम की तरह काम कर रही

  • ‘आम आदमी पार्टी’ सरकार के कार्यों पर बहस करने से भाग रही कांग्रेस, जबकि सरकार उन्हें विधानसभा में लोगों का मुद्दा उठाने का मौका दे रही : वित्त मंत्री हरपाल सिंह कांग्रेस के पास ‘आम आदमी पार्टी’ को निशाना बनाने के लिए कोई मुद्दा नहीं
  • चीमासत्र का उद्देश्य पराली सहित अन्य कई लोकहित मुद्दों को उठाना था, लेकिन कांग्रेस ने सत्र को बाधित किया : चीमा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब विधानसभा सत्र के दौरान हंगामा करने के लिए आम आदमी पार्टी(आआपा) ने कांग्रेस की तीखी आलोचना की और कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की बी-टीम’ की तरह काम कर रही है।

मंगलवार को अपने साथी कैबिनेट मंत्री इंद्रबीर सिंह निज्जर और हरभजन सिंह ईटीओ के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास आआपा सरकार के खिलाफ उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए उन्होंने आज विधानसभा सत्र के दौरान जानबूझकर हंगामा किया, जबकि सरकार ने उन्हें पंजाब के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पर्याप्त समय दिया।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब में भाजपा के ऑपरेशन लोटस को फेल कर दिया है। लेकिन कांग्रेस राज्य में सरकार गिराने के लिए बीजेपी के साथ गुपचुप तरीके से काम कर रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।

उन्होंने कहा कि आज कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सोमवार को शून्यकाल होगा। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने पहले इस पर अपनी सहमति दे दी, लेकिन बाद में उन्होंने सत्र में इस मुद्दे पर विरोध किया। पहले कई विपक्षी नेता सत्र को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे थे, अब जब सरकार ने सत्र का समय बढ़ा दिया है तो कांग्रेस पार्टी भाग रही है।

चीमा ने कहा कि विधानसभा में भाजपा के केवल दो विधायक हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस ने भी आआपा सरकार को ‘ऑपरेशन लोटस’ के खिलाफ विश्वास प्रस्ताव लाने की अनुमति देने के लिए इस विशेष सत्र का विरोध किया। जबकि कांग्रेस पार्टी हाल ही में गोवा सहित कई राज्यों में ऑपरेशन लोटस का शिकार हो चुकी है। इस पूरे घटनाक्रम ने कांग्रेस के नापाक एजेंडे को उजागर कर दिया है कि वे भी भाजपा के साथ मिलकर आप सरकार को गिरना चाहती है। 

 इससे पहले,भाजपा ने राज्यपाल कार्यालय के माध्यम से पंजाब में आप सरकार को रोकने का प्रयास किया और जब यह विफल रही, तो कांग्रेस ने भाजपा की ओर से सरकार को रोकने की जिम्मेदारी ली। चीमा ने कहा कि भाजपा गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आप की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है। 

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संसद में लोकतंत्र की रक्षा करने में विफल रही है और अब पंजाब में भी ऐसा ही कर रही है। कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल होने के लिए बेताब हो रहे हैं। आप अकेली पार्टी है जो लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रही है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के सिपाही भाजपा और कांग्रेस को अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होने देंगे। आम आदमी पार्टी आखिरी सांस तक डॉ. बीआर अंबेडकर के संविधान की रक्षा करेंगे।

विधान में आठ मशहूर शख्सियतों को श्रद्धांजलि भेंट

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब विधान सभा ने राजनैतिक शख्सियतों, समाज सेवक और प्रगतिशील किसान समेत मशहूर शख्सियतों को श्रद्धांजलि भेंट की जिनका विधान सभा के पिछले सैशन के बाद देहांत हो गया था।

16वीं विधान सभा के तीसरे सैशन के पहले दिन सदन ने पंजाब विधान सभा के पूर्व स्पीकर और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह काहलों, तरन तारन के पूर्व विधायक डा. धर्मवीर अग्निहोत्री, प्रगतिशील किसान पदमश्री जगजीत सिंह हारा और प्रसिद्ध समाज सेवक कृष्ण देव खोसला को श्रद्धा और सम्मान भेंट किया गया।

पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने तख़्त पटना साहिब प्रशासनिक कमेटी के प्रधान जत्थेदार अवतार सिंह हित और पूर्व पी. सी. एस. अधिकारी और नदियों के पानी के माहिर प्रीतम सिंह कुमेदन, विधायक लाभ सिंह उग्गोके के पिता दर्शन सिंह और प्रसिद्ध शख्सियत पाल सिंह पुरेवाल, जिनका हाल ही में देहांत हो गया था, के नाम भी श्रद्धांजलि देने के लिए प्रस्तावित किये। श्रद्धांजलि देने के बाद दिवंगत शख्सियतों के परिवारों के साथ हमदर्दी प्रकट करने के लिए सदन में प्रस्ताव पेश किया गया, जिसको सर्वसम्मति से स्वीकृत कर लिया गया।

श्रद्धांजलि समागम के दौरान दिवंगत आत्माओं की याद में दो मिनट का मौन रखा गया।

पंजाब विधान सभा के स्पीकर की तरफ से हज़ूरी रागी भाई सुलक्खण सिंह जी के निधन पर गहरे दुख का प्रगटावा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब विधान सभा के स्पीकर  कुलतार सिंह संधवां ने सचखंड श्री हरिमिन्दर साहिब के हज़ूरी रागी भाई साहब भाई सुलक्खण सिंह जी के निधन पर गहरे दुख का प्रगटावा किया है।

 संधवां ने कहा कि उनके अचानक निधन की ख़बर सुनकर उनके मन को भारी ठेस पहुँची है। उनके जाने से हम एक महान कीर्तनीय और गुरू घर में अथाह श्रद्धा रखने वाले श्रद्धालु के दर्शनों और प्यारी आवाज़ से वंचित हो गए हैं।  संधवां ने दिवंगत आत्मा की आत्मिक शान्ति और यह अपूर्णीय घाटा सहने के लिए परिवार को हौसला प्रदान करने के लिए परमात्मा के आगे अरदास की।
गौरतलब है कि  संधवां पिछले दिनों भाई सुलक्खण सिंह को मिलने गए थे और उन्होंने भाई साहिब के साथ गुरू इतिहास और पंथक रसमों-रिवाजों संबंधी चर्चा की थी।

कुलतार सिंह संधवां द्वारा शहीद भगत सिंह की 115वीं जन्म वर्षगांठ पर लोगों को बधाई

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब विधान सभा के स्पीकर  कुलतार सिंह संधवां ने भारतीय स्वतंत्रता संग्रामी और क्रांतिकारी नेता शहीद भगत सिंह की 115वीं जन्म वर्षगांठ पर लोगों को बधाई दी है।

 संधवां ने कहा कि शहीद भगत सिंह का नाम उस क्रांतिकारी लहर का समानार्थक है, जिसने भारत की आज़ादी में बड़ा योगदान डाला है। शहीद भगत सिंह को अंग्रेज़ हकूमत के विरुद्ध डटने के लिए उनकी दिलेरी और जज़्बे के लिए हमेशा याद रखा जाता है। उन्होंने अपने विचारों और महान बलिदान के द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नयी दिशा दी।

 संधवां ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने सिर्फ़ 23 साल की उम्र में अपने साथियों राजगुरू और सुखदेव के साथ देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। भगत सिंह अपने लक्ष्यों के लिए जेल में भी लम्बी भूख हड़ताल की। इस दौरान वह जेल में पढ़ने-लिखने जैसे अपने रोज़मर्रा के काम भी पूरा करते रहे। भगत सिंह द्वारा ‘इंकलाब ज़िंदाबाद’ का लगाया गया नारा बाद में आज़ादी आंदोलन का अहम हिस्सा बन गया। श्री संधवां ने कहा कि हमें शहीद भगत सिंह के जीवन से मार्गदर्शन लेना चाहिए।

राहुल भंडारी ने सूचना एवं लोक संपर्क के प्रमुख सचिव के तौर पर पद संभाला

  • ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले विभाग का भी संभाला चार्ज
  • विभागों के कामकाज में कुशलता और पारदर्शिता लाना होगी मुख्य प्राथमिकता : राहुल भंडारी

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            1997 बैंच के आईएएस अधिकारी राहुल भंडारी, जो इस समय तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण के प्रमुख सचिव के तौर पर तैनात हैं, ने आज प्रमुख सचिव सूचना एवं लोक संपर्क और ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले का अतिरिक्त चार्ज संभाल लिया है।


            दोनों विभागों का पद संभालने के उपरांत प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने डायरैक्टर सूचना एवं लोक संपर्क सोनाली गिरी और ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले के डायरैक्टर घनश्याम थोरी के साथ मीटिंगें करके दोनों विभागों से सम्बन्धित अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की।


            प्रमुख सचिव ने कहा कि वह पंजाब सरकार के लक्ष्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विभागों के कामकाज में और कुशलता और पारदर्शिता लाने को मुख्य प्राथमिकता देंगे।

बेरोजगारी की समस्या

डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्री मुक्तसर साहिब :

रूपिंदर रानी

            बेरोजगारी भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। ऐसे सैकड़ों और हजारों लोग हैं जिनके पास रोजगार नहीं है। इसके अलावा, बढ़ती आबादी और नौकरियों की मांग के कारण भारत में बेरोजगारी की समस्या बहुत गंभीर है। इसके अलावा, अगर हम इस समस्या की उपेक्षा करते हैं तो यह राष्ट्र के विनाश का कारण बनने जा रहा है।

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बेरोजगारी क्या है?

            बेरोजगारी एक ऐसी स्थिति को संदर्भित करती है जिसमें एक कुशल और प्रतिभाशाली व्यक्ति नौकरी करना चाहता था। लेकिन कई कारणों से उचित नौकरी नहीं मिल पा रही है।

बेरोजगारी के प्रकार

            अब हम जानते हैं कि बेरोजगारी क्या है लेकिन बेरोजगारी का मतलब केवल यह नहीं है कि व्यक्ति के पास नौकरी नहीं है। इसी तरह, बेरोजगारी में वे लोग भी शामिल हैं जो अपनी विशेषज्ञता से बाहर के क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।

            विभिन्न प्रकार की बेरोजगारी में प्रच्छन्न बेरोजगारी, मौसमी बेरोजगारी, खुली बेरोजगारी, तकनीकी बेरोजगारी, संरचनात्मक बेरोजगारी शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य बेरोजगारी चक्रीय बेरोजगारी, शिक्षित बेरोजगारी, अल्प रोजगार, घर्षण बेरोजगारी, पुरानी बेरोजगारी और आकस्मिक बेरोजगारी है।

            इन सबसे ऊपर, मौसमी बेरोजगारी, बेरोजगारी के तहत, और प्रच्छन्न बेरोजगारी भारत में पाई जाने वाली सबसे आम बेरोजगारी है।

बेरोजगारी के कारण

            भारत जैसे देश में जनसंख्या के एक बड़े वर्ग के बेरोजगार होने के बहुत से कारण हैं। इनमें से कुछ कारक जनसंख्या वृद्धि, धीमी आर्थिक वृद्धि, मौसमी व्यवसाय, आर्थिक क्षेत्र की धीमी वृद्धि और कुटीर उद्योग में गिरावट हैं।

इसके अलावा, ये भारत में बेरोजगारी का प्रमुख कारण हैं। साथ ही स्थिति इतनी विकट हो गई है कि उच्च शिक्षित लोग सफाईकर्मी का काम करने को तैयार हैं। साथ ही सरकार उनके काम को गंभीरता से नहीं ले रही है।

इन सबके अलावा, आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि क्षेत्र में लगा हुआ है और यह क्षेत्र केवल फसल या वृक्षारोपण के समय ही रोजगार प्रदान करता है।

इसके अलावा, भारत में बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण इसकी विशाल आबादी है जो हर साल बड़ी संख्या में नौकरियों की मांग करती है जिसे सरकार और अधिकारी प्रदान करने में असमर्थ हैं।

बेरोजगारी के परिणाम

अगर मौजूदा हालात की तरह ही चलता रहा तो बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बन जाएगा। इसके अलावा, अर्थव्यवस्था में निम्नलिखित चीजें होती हैं जो गरीबी में वृद्धि, अपराध दर में वृद्धि, श्रम का शोषण, राजनीतिक अस्थिरता, मानसिक स्वास्थ्य और कौशल की हानि है। नतीजतन, यह सब अंततः राष्ट्र के पतन की ओर ले जाएगा।

सरकार द्वारा पहल

            सरकार ने इस समस्या को बहुत गंभीरता से लिया है और बेरोजगारी को धीरे-धीरे कम करने के उपाय किए हैं। इनमें से कुछ योजनाओं में एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम, सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम, जवाहर रोजगार योजना, रोजगार आश्वासन योजना, नेहरू रोजगार योजना, स्व-रोजगार के लिए प्रशिक्षण, प्रधान मंत्री एकीकृत शहरी गरीबी उन्मूलन शामिल हैं। कार्यक्रम, रोजगार विनिमय, रोजगार गारंटी योजना, संगठित क्षेत्र का विकास, लघु और कुटीर उद्योग, फोर्जिंग देशों में रोजगार, और जवाहर ग्राम समृद्धि योजना और कुछ और।

            इन योजनाओं के अलावा सरकार कुछ नियमों को लचीला भी बनाती है, ताकि निजी क्षेत्र में भी रोजगार सृजित किया जा सके।

            निष्कर्ष निकालने के लिए, हम कह सकते हैं कि भारत में बेरोजगारी की समस्या एक महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है। लेकिन, अब सरकार और स्थानीय अधिकारियों ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है और बेरोजगारी को कम करने के लिए इस पर काम कर रहे हैं। साथ ही, बेरोजगारी के मुद्दे को पूरी तरह से हल करने के लिए हमें बेरोजगारी के मुख्य मुद्दे से निपटना होगा जो कि भारत की विशाल आबादी है।