Nashamukti Oath was taken by the staff and faculty of Department of Chemistry, PU.

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh September 5, 2022

“Teaching is a very noble profession that shapes the character, calibre, and future of an individual” which signifies the paramount importance of an educator. In order to give the tribute to all the teachers Department of Chemistry and Centre for Advanced Studies in Chemistry, Panjab University Sector 14 Chandigarh celebrated Teacher`s Day on 5th September 2022.

The members of the chemical society organized a chain of the events to mark this auspicious occasion. The celebration began with a cake-cutting ceremony that involved every single teacher of the department. Then each of the teachers was welcomed individually on the stage to thank them with a small gesture, for the impeccable knowledge that they impart and for consistently motivating students with their countless endeavours in teaching and research. Some students also performed enthusiastically, there were singing and poetry by the young undergraduates. Prof. VenugopalanPaloth held the audience spellbound by sharing his experiences which ended the program on a cheerful note. All those present were served high tea.

Nashamukti Oath was also taken by the staff and faculty of Department of Chemistry, PU.

माउंट कार्मेल स्कूल जीरकपुर में टीचर्स डे मनाया गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, जीरकपुर – सितम्बर 5, 22 :

स्कूल में टीचर्स डे धूमधाम से मनाया गया।  शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए छात्रों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक आइटम जैसे नृत्य, नाटक, गीत आदि प्रस्तुत किए गए।
छात्रों ने अपने पसंदीदा शिक्षकों को बनाया।  स्कूल प्रबंधन की ओर से शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।  यह सभी शिक्षकों के लिए एक अद्भुत अनुभव था।  सभी ने खुशी मनाई और दिन को यादगार बना दिया।

दशमेश स्कूल चोरमार में अध्यापक दिवस मनाया गया

कालावाली वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कलावाली :
  दशमेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल चोरमार खेड़ा में अध्यापक दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर अध्यापक गणों द्वारा मूल मंत्र का उच्चारण करके परमपिता परमात्मा का सिमरन किया गया। स्कूल प्रिंसिपल जसविंदर सिंह ने शिक्षाविद सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को अध्यापक दिवस के इतिहास की जानकारी दी। विद्यार्थियों ने सुंदर कविताओं व मधुर गीतों के माध्यम से अध्यापकों के प्रति सम्मान को व्यक्त किया।

इस अवसर पर संत बाबा गुरपाल सिंह, स्कूल  निदेशक गुरप्रीत कौर और प्रधानाचार्य जसविंदर सिंह ने अध्यापकों को उपहार वितरित किए और अध्यापक दिवस की बधाई  दी। इस अवसर पर स्कूल निदेशक गुरप्रीत कौर ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के भविष्य को तय करने के लिए अध्यापक की अहम भूमिका होती है इस लिए हमारे समाज में अध्यापन पेशे से जुड़े लोगों को विशेष सम्मान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि समाज के लिए अच्छे नागरिक पैदा करने की जिम्मेवारी अध्यापकों का दायित्व होता है।

22  एनएसएस वॉलंटीयर्स को नेशनल सोशल आइकन अवॉर्ड्स 2022 प्रदान किए

  • पंजाब यूनिवर्सिटी  स्थित यूसोल ऑडिटोरियम में यूथ सोशलग्राम फाउंडेशन द्वारा पहला स्थापना दिवस अवार्ड वितरण समारोह आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ :

यूथ सोशल ग्राम फाउंडेशन (अ यूनिट ऑफ एनएसएस एलुमनी) द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ स्थित यूसोल ऑडिटोरियम में पहला स्थापना दिवस व अवार्ड वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य मेहमान के तौर पर कैप्टन राम चंदर यादव (1962 रेजांग ला युद्ध के नायक) और विशेष मेहमान के तौर पर मनीष यादव (इंटरनेशनल रेसलर) और टीपू यादव (महिला खिलाड़ी) ने शिरकत की। इस मौके पर मेजर जनरल जी डी बख्शी (एस एम, वी एस एम) द्वारा अपना संदेश भेजा गया जोकि ऑडिटोरियम की स्क्रीन पर चलाया गया और उनका आशीर्वाद लिया गया तथा उनका धन्यवाद किया गया। इस समारोह में 22 वॉलंटियर को नेशनल सोशल आइकन अवॉर्ड्स 2022 प्रदान किए गए तथा नए चुने वॉलंटियर – तीन राजस्थान से, तीन हरियाणा से, दो पंजाब से, एक चंडीगढ़ से और एक हिमाचल प्रदेश से, को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस दौरान प्रियंका (राजस्थान) को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया जोकि एनजीओ यूथ सोशलग्राम फाउंडेशन के जरिए पिछले एक वर्ष से औरतों को सेनेटरी पैड बांट रही है। इस मौके पर मुख्य मेहमान ने संस्था के कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि वे उनके साथ हमेशा खड़े हैं। इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ के राज्यों के नृत्य पेश किए गए। इस मौके पर फाउंडेशन के फाउंडर योगेश चौधरी, को-फाउंडर अमित कुमार शर्मा ने आए हुए मेहमानों का पहुंचने पर आभार प्रकट किया। इस मौके पर डॉ. रिचा शर्मा एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर, प्रो नीरू चेयरपर्सन यूसोल तथा विभाग के छात्र उपस्थित थे।

शिक्षक दिवस पर चंडीगढ़ के कांट्रैक्ट व गैस्ट टीचर्स ने मनाया “काला दिवस”

  • जॉइंट एक्शन कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने एडवाइजर को सौंपा मांग पत्र
  • मांगों न पूरी होने पर गेस्ट टीचर ने शिक्षक दिवस पर जताया रोष, प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
  • यू टी चंडीगढ़ में 20 वर्षों से नहीं है कोई नियमितिकरण पालिसी

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग (स्कूल्स) में सैकड़ों गैस्ट/कांट्रैक्ट तथा सर्व शिक्षा अभियान, एस टी टी ,सी आर सी व यूं आर सी शिक्षक जो कि स्वीकृत पदों या अस्विकृत पदों पर नियमित शिक्षको की भांति सभी नियमों का पालन करभर्ती किए गए है व वर्षों से संतुष्टिपूर्ण अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।

 इन सभी वर्गों के शिक्षकों ने 5 सितंबर 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर “काला दिवस” के रूप में मनाया व मांगों की पूर्ति न होने पर सेक्टर 17 शिवालिक व्यू ग्राउंड में रोष प्रदर्शन किया और चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

  बाद में प्रशासन के अधिकारियों से विचार विमर्श के बाद जॉइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर हाउस की तरफ  कूच करने का विचार त्याग चंडीगढ़ के एडवाइजर को मांग पत्र सौंपा। एडवाइजर ने मांग पत्र लेने के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।

शिक्षकों का आरोप है कि पिछले 12 से 22 सालों से ये शिक्षक चंडीगढ़ के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे है, लेकिन आज तक चंडीगढ़ प्रशासन ने इनकी नौकरी की सुरक्षा के लिए ना तो कोई सुरक्षित नीति बनाई है और ना ही इन्हे नियमित किया गया है और अब शिक्षा विभाग आने वाले कुछ दिनों में नियमित शिक्षकों की भर्तियां करने जा रहा है। जिससे शिक्षा विभाग में कार्यरत 500 गेस्ट/कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों को नौकरी जाने का भय सता रहा है। जिसकी वजह से सैकड़ों शिक्षक विभाग में डर के माहोल में कार्य कर रहे हैं, वो अपना पूरा ध्यान शिक्षण कार्य पर नहीं लगा पा रहे हैं। इसी तरह सर्व शिक्षा अभियान में भी पदों का सृजन कर इनको नियमित नहीं किया जा रहा है तथा सी आर सी व यू आर सी शिक्षकों को टी जी टी स्केल नहीं दिया जा रहा है और न ही एस टी टी शिक्षकों की सैलरी बढाई जा रही है ।

बता दे कि ये शिक्षक पिछले 12 से 22 सालों शिक्षा विभाग में अपनी सेवा दे रहें हैं, ये शिक्षक नियमित शिक्षकों की भांति ही पूर्ण प्रक्रिया के तहत भर्ती किए गए है। अब शिक्षा विभाग नई भर्तियों के नाम पर पुराने शिक्षकों को निकालकर उनकी  जगह पर ही न‌ई भर्तियां करने जा रहा है। यहां तक की पिछले जुलाई 2021से इन्हें ना तो महंगाई भत्ता दिया गया है और ना ही इनका पे कमिशन रिवाइज हुआ है। जिसकी वजह से इन शिक्षकों के द्वारा  शिक्षक दिवस पर ड्यूटी टाईम में काले कपड़े व रिबन डाल कर इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया व ड्यूटी के बाद गवर्नर हाउस  को कूच भी किया। 

इस रोष प्रदर्शन व मार्च को ज्वाइंट एक्शन कमेटी आफ टीचर्स के बैनर तले गैस्ट टीचर्स एसोसिएशन,आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ, यूटी एस एस फैडरेशन इत्यादि ने समर्थन दिया । इसि रोष प्रदर्शन व मार्च में  रणबीर राणा, सविंदर सिंह ,भाग सिंह, शिव मूरत, रंजीत हंस, राजिंदर कुमार, धर्मेंद्र राही, अशोक कुमार, बिपिन शेर सिंह इत्यादि ने संबोधित किया ।

इन सभी कर्मचारी संगठनों का यह मानना है कि यहां सरकारें और प्रशासन शिक्षको को बेरोजगार कर सड़कों पर बिठाने की सोच रखती हों। वहां शिक्षक दिवस मना कर सिर्फ औपचारिकता करने का कोई फायदा नही है। हालांकि मौजूदा सांसद किरण खेर ने दो बार अपने चुनावी एजेंडे में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का वादा भी किया था । परन्तु चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पर कोई सकारात्मक कदम अभी तक नहीं उठाया है । दूसरी ओर म्युनिसिपल कारपोरेशन चंडीगढ़ में भी उमा देवी के सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देश के आधार पर हाउस में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का एजेंडा भी पास करने के बावजूद चंडीगढ़ की अफसर शाही ने मंजूरी नहीं दी है और परसोनल विभाग ने भी पंजाब की नियमतिकरण पालिसी चंडीगढ़ में लागू करने का लिखित में आश्वासन दिया था परन्तु चंडीगढ़ में केंद्र रूल लागू होने से वह भी ठंडे बस्ते में पड़ता दिखाई दे रहा है । 

इसलिए इस दिन को चंडीगढ़ के स्कूलों के सभी वर्गों के शिक्षकों ने काला दिवस के रूप में मनाया व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।

गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के प्रधान शिवमूरत ने बताया कि शिक्षा विभाग में पहले भी कई बार शिक्षकों की भर्तियां की गई पर हर बार नई पोस्ट को स्वीकृत करवा कर सिर्फ उन्ही पोस्टों पर ही भर्तियां की गई जो कि खाली हो । परन्तु विभाग पहली बार ऐसा करने जा रहा है कि नियमित पालिसी के अभाव में इतने परिवारों को उजाड़ने से पहले विभाग और प्रशासन को पुनः विचार करना चहिए। ऐसा ना करने पर जल्द गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के विभिन्न यूनियन के साथ मिलकर बड़ा प्रर्दशन करने को मजबूर होगी।

ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के महासचिव रणवीर सिंह राणा ने विभाग को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर हमारा एक भी शिक्षक इन भर्तियों से प्रभावित हुआ, तो चंडीगढ़ के सभी स्कूलों को बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी और इन सब का जिम्मेदार शिक्षा विभाग और प्रशासन होगा।

ऑल कॉन्टैक्चुअल कर्मचारी संघ के चेयरमैन बिपिन शेर सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन को चाहिए कि उमा देवी के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आधार पर पड़ोसी राज्यों की तरह कच्चे कर्मचारियों के लिए नीति बना कर उन्हें जल्द पक्का किया जाए ना कि न‌ई भर्तियों की आड में उन्हें निकालने को सोचा जाए।

इन शिक्षकों की मांग है की आने वाले कुछ समय में शिक्षा विभाग द्वारा की जाने वाली शिक्षकों की नई भर्तियों से पहले कांट्रैक्ट व गैस्ट टीचर्स को जिन पोस्ट पर वो पिछले 12 से 22 सालों से काम कर रहे है उनपर उन्हें नियमित किया जाए या उनकी नौकरी को सुरक्षित किया जाए तथा उसके बाद खाली पोस्टों को भरा जाए, सर्व शिक्षा अभियान में पदों का सृजन कर नियमित किया जाए,सी आर सी व यू आर सी शिक्षकों को टी जी टी स्केल,एस टी टी शिक्षकों की वेतन वृद्धि, उनका मंहगाई भत्ता जूलाई 2021 से इन्हें नहीं मिला है उसकी लेटर जल्द निकाली जाए, इनके पे स्केल को भी छठे पे कमीशन मुताबिक जल्दी कम से कम 15% बढ़ोतरी के साथ रिवाइज किया जाए ।

इन शिक्षकों की मांगो के समर्थन करने के लिए ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स  चंडीगढ़,गैस्ट टीचर्स एसोसिएशन, यूटी एस एस फैडरेशन व ऑल कॉन्टैक्चुअल कर्मचारी संघ ,चंडीगढ़ ने  चंडीगढ़ प्रशासन तथा कोई राजनीतिक इच्छा न होने पर इनके साथ मिलकर शिक्षक दिवस को काला दिवस  मनाने व गवर्नर हाउस कूच में भाग लिया ।

श्री  विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में हुआ शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

श्री  विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस के मौके पर विद्यार्थियों द्वारा डी एस डब्लू के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

  इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सभी शिक्षकगणों का विधिवत स्वागत किया गया।  कार्यक्रम की  शुरुआत माननीय कुलपति श्री राज नेहरू जी द्वारा दीप प्रज्जवलन से की गयी।  तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा भारतीय संस्कृति में निहित गुरु -शिष्य  परंपरा को एक छायाचित्र द्वारा दर्शाया गया।

 इसी शृंखला में कार्यक्रम में  विश्वविद्यालय की डीन एकेडेमिक्स प्रो ज्योति राणा एवं  कुलसचिव महोदय प्रो आर एस राठौर ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।

 प्रो राठौर ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन द्वारा शिक्षा जगत में दिए गए अमूलय योगदान को याद करते हुए उनके प्रति समस्त शिक्षक परिवार की और से आभार व्यक्त किया।

  कार्यक्रम में बी वॉक की छात्रा अंजलि ने एक कविता के माधयम से शिक्षण के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।  इसके पश्चात लोकेश द्वारा एक सुंदर गीत की प्रस्तुति दी गयी।

 इसी प्रकार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी लता एवं कोमल द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी गयी।

  विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के इंस्ट्रक्टर डॉ अमरजीत सिंह और डॉ राज तेवतिया ने अपनी सुंदर प्रस्तुति से समा  बाँध दिया।

 इस अवसर पर डी  एस डब्लू के प्रयास से एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिससे अर्जित होने वाली धनराशि को सामाजिक कल्याण हेतु दान में उपयोग करने का लक्ष्य रखा गया। कार्यक्रम में शिक्षकों के लिए अनेक रोचक खेल भी आयोजित किये गए।  कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में मौजूद कुलगुरु श्री राज नेहरू ने सभी शिक्षकों को सम्मानित भी किया।

  कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय कुलपति महोदय ने शिक्षक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए समस्त शिक्षक परिवार को उनके दायित्व से अवगत करवाते  हुए कहा की शिक्षक होना अपने आप में एक अवसर के  साथ-साथ उत्तरदायित्व भी है। यह  समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर देता है।

  इसलिए हम सब का यह दायित्व है की इस सुअवसर का पूर्ण उपयोग करते हुए मन, वचन एवं कर्म से राष्ट्र की युवा पीड़ी का मार्गदर्शन करें।

 कार्यक्रम के अंत में डी एस डब्लू टीम की और से डॉ प्रीती ने सभी का धन्यवाद  किया।

गुरु व शिष्य का रिश्ता ज्ञान व समर्पण का रिश्ता है : डॉ शमीम शर्मा

कालावाली वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कलवाली :

माता हरकी देवी महिला महाविद्यालय औढां में नव सत्र के प्रारंभ व अध्यापक दिवस के अवसर पर हवन समारोह का आयोजन किया गया। आचार्य पंकज शर्मा ने मधुर आवाज व अंदाज में मंत्रोउचारण करते हुए महाविद्यालय प्रबंधकीय समिति के सचिव मंदर सिंह सरां के हाथों महाविद्यालय की समृद्धि हेतु आहुति डलवाते हुए संस्थान के स्वर्णिम भविष्य की मंगल कामना की। महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ हरमीत कौर ने बताया कि इस समारोह में जसवीर सिंह जस्सा, डॉ शमीम शर्मा प्रबंधकीय निदेशक जेसीडी विद्यापीठ सिरसा व डॉ सुनीता सियाल ने विशेष रूप से शिरकत की। डॉ शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु व शिष्य का रिश्ता ज्ञान व समर्पण का रिश्ता है। विद्यार्थी वर्ग को सदैव महत्वाकांक्षाओं के पंखों से उड़ान भरने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने दादू दयाल के दोहे “सिर पै जादू तुरत करै” के हवाले से कहा कि सच्चे अध्यापक वहीं है जो विद्यार्थी वर्ग को अपने मोहपाश में बांध लेते हैं।इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्या डॉ अभिलाषा शर्मा ने सभी का स्वागत किया।

मंच संचालन डॉ इंदु सहारण द्वारा विधिवत रूप से किया गया। महाविद्यालय की छात्राओं हिना, कोमल, भावना, नीतू, जशनदीप, नैंसी, सीमा, अंजलि, माया, मीनाक्षी, आरती एवं नवीना  ने कबीर जी के दोहों “गुरु गोविन्द दोउ खड़े काके लागूं पाय”, “ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोय”, “गुरु कुम्हार शिष्य कुम्भ है” आदि का मधुर गायन किया। अध्यापक दिवस के उपलक्ष्य में परमपाल, सुखनूर, परमपाल, डिंपल, सुखप्रीत, राजन, रमन,अलीशा, चेतन, रानी, पूजा व सुजाता ने कोरियोग्राफी प्रस्तुत करके सराहना बटोरी। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की सभी प्रवक्ता गण मीनाक्षी जैन, रजनी मेहता, डॉ मोनिका गिल, चंचल सेतिया, स्वर्णा बजाज, मोनिका कसवां, पूजा रानी, एकता रोहिल्ला,वर्षा सांगवान, रीया गुप्ता एवं समूह छात्राएँ उपस्थित रहीं।

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्रात्रेय ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के 93 शिक्षकों को किया सम्मानित

  • राज्यपाल ने स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिये आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत एक नई स्कूल स्वास्थ्य योजना  ‘‘सेहत” का किया शुभारंभ
  • इस योजना के तहत आगामी शैक्षणिक सत्र से साल में दो बार 25 लाख स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की करी जाएगी जांच
  • मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये उठाये अनेक कदम-राज्यपाल

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 5 सितंबर :

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्रात्रेय ने शिक्षक दिवस के अवसर पर आज सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष आॅडिटोरियम में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 2020 व 2021 के प्रदेश के 93 शिक्षकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिये आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत एक नई स्कूल स्वास्थ्य योजना ‘‘सेहत‘‘ का शुभारंभ भी किया।  

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल व अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया भी उपस्थित थे।

श्री दत्रात्रेय ने शिक्षक दिवस की बधाई एवं शुभकामनायें देते हुये कहा कि आज पूरा देश सुप्रसिद्ध राजनयिक, महान विद्वान और एक आदर्श शिक्षक तथा देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ.    राधाकृष्णन को याद कर रहा है। सम्मानित हुये शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुये श्री दत्रात्रेय ने कहा कि उन्होंने एक शिक्षक के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर कार्य किया है।

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षित एवं स्वस्थ बच्चे देश का भविष्य हैं। देश के इस भावी कर्णधार भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए आज यहां से आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत एक नई स्कूल स्वास्थ्य योजना ‘‘सेहत‘‘ शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत आगामी शैक्षणिक सत्र से साल में दो बार 25 लाख स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। जांच में एकत्रित किए गए डेटा को ई-उपचार पोर्टल से जोड़ा जाएगा, जिससे किसी भी स्थान पर बच्चे का डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड उपलब्ध होगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रदेश में 8,876 शिक्षकों को स्वास्थ्य और कल्याण एम्बेस्डर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शिक्षक जहां समाज में शिक्षा की लौ को तेज कर रहे है वहीं बच्चों के बेहतर स्वास्थ के लिए शुरू की गई इस योजना के क्रियानवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगें। इस अवसर पर उन्होंने सेहत योजना का पोस्टर व पत्रिका का विमोचन भी लांच किया।

श्री दत्रात्रेय ने कहा कि शिक्षक को बच्चों की शिक्षा व देखभाल के लिए एक मां की तरह कार्य करने की आवश्यकता है। अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुये उन्होंने कहा कि उन्हें अपने भौतिकी के अध्यापक श्री रामैया गारू और तेलुगू शिक्षक स्वर्गीय श्री शेषचार्य आज भी याद हैं। वे आदर्श शिक्षक थे, जिनके शब्दों ने छात्रों के दिल और दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी है। श्री दत्रात्रेय ने कहा कि उनके राज्यपाल बनने तक के सफर में उनके गुरूओं द्वारा दी गई प्रेरणा व संस्कारों का अहम योगदान रहा है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे किताबी ज्ञान के साथ साथ बच्चों  को अच्छे संस्कार भी सिखाये। भारतीय संस्कृति में संस्कारों का बहुत बड़ा प्रभाव है।

उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि चाहे सी.बी.एस.ई.हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड हो या आई.सी.एस.ई बोर्ड व सी.आई.एस.ई. बोर्ड हो, हर परीक्षा में लड़कियों ने बाजी मारी है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुये शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि शिक्षक वर्ग का समाज के विकास में एक अहम योगदान है और सही मायने में शिक्षिक समाज ही देश को आगे लें जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का बच्चें पर गहरा प्रभाव होता हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में उनके शिक्षकों ने जो संस्कार उन्हें दिये थे, उनका प्रभाव आज भी उतना ही है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये अनेक कदम उठाये हैं। हरियाणा देश का ही नहीं संभवत विश्व का पहला प्रदेश है जहां 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों और शिक्षकों को 5 लाख टैब निशुल्क प्रदान किये गये।  उन्होंने कहा कि कुछ बच्चें प्रतिभावान होने के बावजूद संसाधन के अभाव में पीछे रह जाते है। उन्हें सरकार द्वारा संसाधन उपलब्ध करवाये गये है, जिसके परिणाम आने वाले समय में दिखाई देंगे। इस अवसर पर उन्होनंे स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य जांच के लिये शुरू की गई सेहत योजना के लिये मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कई गरीब परिवार अपने बच्चों की सेहत का ध्यान नहीं रख पाते, अब ऐसे बच्चों की सेहत का ध्यान सरकार रखेगी।

स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ. महावीर सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोविड-19 के कारण राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह का आयोजन नहीं हो सका था। उन्होंने शिक्षकों को बधाई दी कि कोविड महामारी के बावजूद उन्होंने आॅन लाईन तकनीक का प्रयोग करते हुये बच्चों की शिक्षा को प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित ना रहे, इसके लिये ऐसे बच्चें जो अभी तक स्कूल में नहीं पंहुचे उन्हें स्कूल में लाने का प्रयास करें।

मंच संचालन श्री प्रदीप राठोर ने किया ।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ. महावीर सिंह, मौलिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डाॅ. अंशज सिंह, पुलिस उपायुक्त श्री सुरेंद्र पाल सिंह, गेल की पूर्व निदेशक श्रीमती बंतो कटारिया और प्रदेशभर से आये शिक्षक उपस्थित थे।

सेक्टर 9 रेहड़ी मार्केट के पुन: निर्माण के लिए विश्वास फाउंडेशन ने दी 5 लाख की सहायता राशि

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला – 5 सितंबर 22 :

सेक्टर 9 के अग्निकांड में खाक हुई रेहड़ी मार्केट के पुन: निर्माण में मदद के लिए विश्वास फाउंडेशन आगे आई है। विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास व उप प्रधान साध्वी शक्ति विश्वास ने मदद का हाथ बढ़ाते हुए 5 लाख रुपए की सहायता राशि चेक के रूप दी। संस्था के इस कदम के बाद दूसरी संस्थायो की भी प्रेरणा मिलेगी। यह सहायता राशि शिवा मार्केट एसोसिएशन  सेक्टर 9 के प्रधान सुरेन्द्र कुमार बंसल, राजेन्द्र गुलाटी, व्यापारी कल्याण बोर्ड के पंचकूला जिला संयोजक बी.बी सिंघल, रेहड़ी मार्केट एसोसिएशन सेक्टर 9 के प्रधान राजकुमार राणा, राजेन्द्र आर्य, रमेश राणा, तीर्थ सिंगल, प्रेम कंबोज, मोहन सिंह को सौंपी गई।

विश्वास फाउंडेशन की महासकीव साध्वी नीलिमा विश्वास ने कहा कि इस दुख की घड़ी में शहर के सभी लोगों को दुकानदारों के साथ मिलकर कंधे से कंधा मिलाकर कर खड़े होने की जरूरत है और सभी को इनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए। मार्केट के सभी सदस्यों ने इस कठिन घड़ी में सहयोग राशि देने के लिए विश्वास फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।

फ्लेम्स ऑफ फायर मिनिस्ट्रीज की ओर से विधवाओं को मदद 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली – 5 सितम्बर :

फ्लेम्स ऑफ फायर मिनिस्ट्रीज एक धर्मार्थ सोसाइटी है, जो गरीबों को भोजन, वस्त्र और आश्रय प्रदान करने का काम करती है। संस्था उन घरों में राशन भेजती है जिनके परिवार में कोई भी कमाने वाला सदस्य नहीं है। पंजीकरण के समय विधवाओं की पहचान और उनकी वित्तीय स्थिति की जांच की जाती है। पंजीकरण के बाद रु. 1740 कीमत के राशन की एक किट हर महीने दी जाती है। प्रत्येक किट में गेहूं का आटा, चीनी, चाय पत्ती, नमक, दालें, चावल, साबुन, डिटर्जेंट पावडर, टूथपेस्ट, घी, सरसों का तेल व किराने की अन्य चीजें शामिल रहती हैं। ऐसी किटें पूरे पंजाब में वितरित की जाती हैं।

फ्लेम्स ऑफ फायर मिनिस्ट्रीज के ट्रस्टी अभिषेक मित्तल ने कहा कि पंजाब से बाहर के परिवारों को पंजीकरण के समय रु. 2000 की वित्तीय मदद प्रदान की जाती है। इस तरह की किटों की व्यवस्था आमतौर पर लोगों द्वारा दिए गए मासिक सदस्यता शुल्क अथवा जन्मदिन जैसे विशेष अवसरों या समारोहों के दौरान प्रायोजित की जाती हैं।