राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
‘‘कुदरत ने धरती पर पैदा किये सभी जीव-जंतुओं में से यदि किसी को सबसे अधिक ताकतवर बनाया है तो वह मनुष्य है, परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि मनुष्य ने ही कुदरत का सबसे अधिक नुकसान किया है।’’ यह बात पंजाब प्रदूषण रोकथाम बोर्ड की तरफ से विश्व ओज़ोन दिवस के अवसर पर गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर में करवाए राज्य स्तरीय समागम के मौके पर बोलते हुये पर्यावरण और साईंस टैक्नोलोजी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कही।
मीत हेयर ने कहा कि ओजोन जैसे कुदरती स्रोत, जिनके कारण धरती पर जीवन है, को पैदा होते लाखों साल लग गए, परन्तु हमारी जीवन-शैली और औद्योगिक क्रांति ने इनको करीब 100 साल के अरसो में ही नुकसान पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि आज हमें गुरू साहिब के फसलफे ‘पवन गुरू पानी पिता’ को समझने और उस पर चलने की ज़रूरत है।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की महत्ता हमें कोरोना में सिफारश पर या हज़ारों रुपए ख़र्च कर मिलते आक्सीजन के सिलंडरों से समझनी चाहिए कि हमें कुदरत ने कितने अनमोल ख़जाने दिये हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक बार प्रयोग वाले प्लास्टिक पर लगाई पाबंदी अभी जागरूकता दौर में से ही गुज़र रही है और यदि लोग न समझे तो सरकार बरतने, बनाने और बेचने वालों के विरुद्ध और सख़्त कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा कि हम सभी को नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हुए वृक्ष लगाने, उनको पालने, पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने, पराली को न जलाने जैसे प्रयास करने चाहिएं तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों के रहने के लिए यह धरती पर पर्यावरण बचेगा।
इस मौके पर मीत हेयर ने पंजाब प्रदूषण रोकथाम बोर्ड की तरफ से पुराने फोकल प्वाइंट में ढाई एकड़ क्षेत्रफल में लगाए जंगल जिसमें 40 तरह के पौधे लगाए गए हैं, की शुरुआत भी की। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि आप निजी तौर पर अपनी ज़िम्मेदारी पहचानो, सरकार स्तर पर मैं इस काम में कोई कोताही नहीं होने देता।
इस मौके पर गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के उप कुलपति डॉ. जसपाल सिंह संधू ने यूनिवर्सिटी में पर्यावरण देखभाल के लिए किये गए प्रयासों, जिसमें 40 हज़ार से अधिक पेड़ लगाने, ई वाहनों की शुरुआत, कैंपस में गाड़ीयों के प्रवेश पर रोक, वाटर हारवैस्टिंग, वर्मी कम्पोस्ट आदि जैसे काम शामिल हैं, का जिक्र करते हुये कहा कि इन कोशिशों के थोड़े समय में ही हमें अच्छे नतीजे मिल रहे हैं।
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन प्रो. आदर्श पाल विग ने पर्यावरण को बचाने के लिए वृक्ष लगाने, बारिश के पानी को संभालने, ए सी और फ्रिज़ों जैसे यंत्र जोकि कलोरो फलोरो कार्बन पैदा करके ओज़ोन को ख़तरा पहुँचाते हैं, का दुरुपयोग रोकने पर ज़ोर दिया।
सरदार बेअंत सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. सुशील मित्तल, प्रो. सरोज अरोड़ा ने ओज़ोन की महत्ता संबंधी विस्तार पहले रिपोर्ट दर्शकों के साथ सांझा की। बोर्ड के मैंबर सचिव इंज. कुरनेश गर्ग, इंज. जी ऐस मजीठिया ने भी संबोधन किया। डिप्टी कमिश्नर श्री हरप्रीत सिंह सूदन ने मुख्य मेहमान का स्वागत किया।
इस मौके पर अन्यों के इलावा विधायक स. जसविन्दर सिंह रमदास, विधायक श्री जसबीर सिंह संधू, विधायक डा. जीवनजोत कौर, विधायक स. दलबीर सिंह टोंग, डी ऐस पी कंवलजीत सिंह मंड, डी आर सहकारिता स. जी पी सिंह, सैनेट मैंबर श्री सतपाल सिंह सोखी, ऐक्सियन स. हरपाल सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।