पहले एक्साइज पॉलिसी, अब DTC बसों की खरीद में गड़बड़ी के आरोप, उपराज्यपाल ने कथित लो फ्लोर बस घोटाले की शिकायत CBI को भेजी

दिल्ली के शिक्षामंत्री और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी थी। आरोप है कि आबकारी नियमों का उल्लंघन कर नीतिगत नियम बनाए गए। सूत्रों के अनुसार अब डीटीसी की लो – फ्लोर बसों की खरीद और रखरखाव संबंधी डील मामले में शुरुआती जांच यानी प्रिमिलिनेरी इंक्वायरी (PE) शुरू कर दी गई है। डीटीसी मामले में यह जांच केंद्रीय गृहमंत्रालय की साल 2021 की एक चिट्ठी के आधार पर शुरू की गई है। इस चिट्ठी में 1000 लो-फ्लोर एसी बसों की खरीद और रखरखाव के संबंध में जांच के लिए सीबीआई को सिफारिश की गई थी। बता दें कि दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा गठिक कमेटी ने इस डील में कई खामियां पाई थीं, जिसके बाद केंद्रीय गृहमंत्रालय ने जांच की सिफारिश की थी।

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डीटीसी बस घोटाला
  • आबकारी नीति के बाद सामने आया डीटीसी बस घोटाला
  • दिल्ली एलजी ने सीबीआई को दिए जांच के आदेश
  • डीटीसी बसों की खरीद में भारी अनियमिताताओं का आरोप
  • एक और कथित घोटाले पर AAP-बीजेपी आमने-सामने

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली – 11 सितंबर :

दिल्ली सरकार और एलजी के बीच चल रही खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अब एक बार फिर एलजी ने दिल्ली परिवहन निगम द्वारा 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद में हुई कथित अनियमितता को लेकर जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।अब संभव है कि जल्द ही सीबीआई इस मामले की जांच शुरू कर दे। एलजी के इस फैसले पर AAP के नेता फिर भड़क गए हैं।

आआपा(दमी पार्टी) सांसद संजय सिंह ने वीडियो जारी कर एलजी पर फिर हमला बोला है। संजय सिंह ने कहा है कि एलजी को जेल जाना पड़ेगा और जेल की रोटी खाना पड़ेगा। संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना एक महाभ्रष्ट व्यक्ति हैं। रोज सुबह उठकर एक नई जांच शुरू कर देते हैं, जिसका ना कोई सिर होता और ना कोई पैर होता है। 

अभी आबकारी नीति को लेकर सीबीआई जांच का सामना कर रही ही थी कि एक और जांच से इस सरकार का पाला पड़ सकता है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीटीसी की ओर से 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार की शिकायत पर प्रस्ताव भेजने को मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने बताया है कि शिकायत में कहा गया है कि 1000 लो फ्लोर बीएस-4 और बीएस-6 बसों के लिए जुलाई 2019 में खरीद बोली और मार्च 2020 में बीएस-6 बसों के लिए सालानमा रखरखाव के अनुबंध के लिए लगाई गई दूसरी बोली में अनियिमताताएं हुई हैं। इधर केजरीवाल सरकार पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोप लगे उधर भारतीय जनता पार्टी को जैसे फ्रंटफुट पर खेलने का एक और मौका मिल गया। बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूछ लिया कि इतने घोटालों के बाद कैसे कहा जाए कि यह दिल्ली में कट्टर ईमानदार सरकार है। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर यह डीटीसी बस घोटाला क्या है और इसपर आम आदमी पार्टी को कितना घाटा और भारतीय जनता पार्टी को कितना फायदा होने वाला है।

दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर आबकारी नीति को लेकर सीबीआई जांच के आदेश के बाद डीटीसी बसों की खरीद को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। आम आदमी पार्टी सरकार पर डीटीसी की 1000 बसों की खरीद और मेंटेनेंस में अनियमितताओं के आरोप हैं। मुख्य सचिव के प्रस्ताव पर दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने जांच सीबीआई को सौंप दी है। असल में एलजी वीके सक्सेना को भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि 1000 लो फ्लोर बीएस-4 और बीएस-6 बसों के लिए जुलाई में 2019 की खरीद बोली और मार्च में 2020 में लो फ्लोर बीएस-6 बसों की खरीद और रखरखाव के अनुबंध के लिए लगाई गई दूसरी बोली में भारी अनियमितताएं हुई हैं। इस कथित भ्रष्टाचार पर 22 जुलाई को शिकायत पर दिल्ली सरकार के विभागों की प्रतिक्रयाएं लेने के लिए मुख्य सचिव के पास भेजा गया था। मुख्य सचिव ने 19 अगस्त को एलजी को रिपोर्ट सौंपी जिसके बाद रविवार को दिल्ली के एलजी ने शिकायत सीबीआई को सौंप दी है।

आबकारी नीति पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच चल रही जुबानी जंग रविवार को कथित डीटीसी बस घोटाले के आरोपों पर फिर तेज हो गई। आरोप-प्रत्यारोप के बीच आम आदमी पार्टी की ओर से आतिशी सिंह, दुर्गेश पाठक और सौरभ भारद्वाज ने कमान संभाली और अपनी सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर खुलकर जवाब दिया। आआपा नेता आतिशी सिंह ने कहा कि एक बड़े न्यूज़ चैनल ने Survey में देश भर के लोगों से पूछा- क्या 2024 में सीएम केजरीवाल पीएम मोदी के लिए चुनौती हैं? 63% जवाब- हाँ। मोदी जी की नींद उड़ गई। LG-CBI-ED को कहा गया-पराने, फ़र्ज़ी केस निकालो, किसी मंत्री को जेल भेजो, केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता रोको। आतिशी ने आगे कहा कि हमें पता है LG पर प्रधानमंत्री का प्रेशर है कि रोज़ अरविंद केजरीवाल जी के ख़िलाफ़ कुछ निकालें,लेकिन इस बार आनन-फ़ानन में ग़लती कर दी वो फाइल भेज दी जो पहले दो बार CBI के पास भेज चुके थे। जब बस ख़रीद का टेंडर नहीं हुआ, बस ख़रीदी नहीं गई तो घोटाला कैसे हुआ?

दुर्गेश पाठक ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगे आरोपों पर बोलते हुए कहा कि LG रोज़ एक फ़र्ज़ी जांच बैठा देते हैं। आज जिस DTC बस ख़रीद की जांच CBI को दी, पूर्व LG ने उसमें Clean Chit दी है। इनका मक़सद ठेकेदारों को Message देना है कि हिस्सा कहाँ देना है? LG से विनती है कि हम ईमानदार लोग हैं। हमसे ये नहीं होगा। आप ख़ुद ठेकेदारों से Deal कर लो। पाठक ने आगे कहा कि रोज़ सुबह उठकर Inquiry? जो जाँच हो चुकी, LG ने Clean Chit दे दी, उसपर फिर जाँच? अपनी जाँच भी तो कराइये। आपके Head Cashier ने लिख कर दिया कि आपके ब्लैक के पैसे व्हाइट करता था, बेटी को टेंडर दिए आपने, कोर्ट की अवहेलना कर कैश पेमेंट की उनकी जाँच में मिर्ची लगती है?

दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने इन आरोपों पर तंज कसते हुए तीन तोतों वाली तस्वीर ट्वीट की। सौरभ ने कहा कि कितना आसान है – भाजपा की शिकायत, भाजपा का LG,भाजपा की CBI खुद शिकायत करो, LG से चिट्ठी लिखवाओ, खुद CBI को जाँच भेजो, रोज़ बोलो भ्रष्टाचार हो गया एक भाषा बोलने वाले तोते हैं।

आम आदमी पार्टी पर लगे आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने भी खूब निशाना साधा। दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने डीटीसी बस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का स्वागत किया है। उन्होंने इसके साथ कहा कि आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार का एक और चेहरा सामने आ गया है। डीटीसी बसों की खरीद के लिए पहले टेंडर जारी किए गए उसके बाद नियमों का उल्लंघन किया गया। कॉन्ट्रैक्ट एक ऐसी कंपनी को दिया गया जिस कंपनी ने उस बोली में शामिल ही नहीं थी। जांच के बाद पता चलेगा कि कितना बड़ा घोटाला हुआ है।

बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि अरविंद सरकार का नया घोटाला, पहले हवाला कांड फिर शराब कांड फिर स्कूल कमरों का घोटाला और अब डीटीसी बस घोटाला। केजरीवाल रकार में ऐसा कोई विभाग नहीं है जहां भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो। खुराना ने मंत्रियों को भी बर्खास्त करने की मांग की है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि ‘पहले से ही आबकारी विभाग में घोटाला, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में घोटाला और अब ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में घोटाला… फिर कैसे कहा जाए कि दिल्‍ली में कट्टर ईमानदार सरकार है।’

यह सबको पता है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सबसे मजबूत है। दिल्ली की जनता आप की ओर से चलाई जा रही स्कीम, स्कूलों में बदलाव के चलते दो बार भारी वोटों से विजयी बनाया है। आम आदमी पार्टी अपने आपको हर मौकों पर कट्टर ईमानदार बताती आई है। दिल्ली के अलावा अब आम आदमी पार्टी की पंजाब में भी सरकार है। वहीं गुजरात, हिमाचल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में चुनाव हैं। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली मॉडल के चलते पंजाब के बाद बाकी राज्यों में प्रचार के दौरान जोर-शोर से इसे प्रमोट करेंगे। गुजरात में तो उन्होंने इसकी शुरुआत भी कर दी है जिसे वह आगे लेकर जाएंगे। बस भाजपा की नजर इसी दिल्ली मॉडल को निशाना बनाने की है। एबीपी सी-वोटर सर्वे में भी आबकारी नीति से केजरीवाल सरकार को बहुत नुकसान होता हुआ दिखााई नहीं दे रहा है। वहीं कई सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि अरविंद केजरीवाल मोदी को चुनौती देते हुए दिख रहे हैं।

इन सबके बाद दिल्ली में बीजेपी इन्हीं कथित घोटालों को लेकर आआपा को बैकफुट में धकेलना चाहती है। जिस दिल्ली मॉडल की चर्चा केजरीवाल देश ही नहीं विदेशों में भी करते नहीं थकते उसी मॉडल पर भारतीय जनता पार्टी चोट करना चाहती है। आबकारी और अब डीटीसी के माध्यम से भाजपा यह साबित करने में जुटी है कि केजरीवाल सरकार जिस कट्टर ईमानदारी की दुहाई देती हुई नहीं थकती उसकी सच्चाई कुछ और ही है। कई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बीजेपी यह साबित करने में जुटी है कि इस सरकार की कट्ट्र ईमानदारी वाली बात झूठी है और यह जनता को मूर्ख बना रही है। भाजपा को यह भी पता है कि अगर दिल्ली मॉडल को वह फ्लॉप बताने में सफल हो जाती है तो बाकी राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान उसे फायदा और आआपा को नुकसान हो सकता है। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि कौन किसपर भारी पड़ेगा क्योंकि फैसला जनता को करना है।

ED ने अब तक छापे में जब्त किए एक लाख करोड़ रुपये, बरामद हुए करोड़ों रुपए और सोने के गहनों का आखिर होता क्या है?

केंद्रीय जांच एजेंसी कोई भी हो, चाहे ईडी हो, सीबीआई हो या इनकम टैक्स, इन सभी को मनी लॉन्ड्रिंग, घोटालों, कर अनियमतताओं और किसी भी तरह अनियमितता की स्थिति में छापा मारने और जब्त हुई किसी भी तरह की सामग्री, रुपयों या प्रॉपर्टी की जांच करने का अधिकार है। नकद, सामग्री या प्रॉपर्टी की जब्ती के बाद उनका आंकलन किया जाता है। पहले पश्चिम बंगाल शीक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में निलंबित मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के अपार्टमेंट से 50 करोड़ रुपए नकद बरामद की थी। ईडी अधिकारियों की माने तो देश के इतिहास में यह नकदी की सबसे बड़ी जब्ती थी। पार्थ चटर्जी ग्रुप ‘सी’ और ‘डी’ कर्मचारियों, नौवीं-बारहवीं कक्षा के सहायक शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षकों के कथित भर्ती घोटाले में शामिल हैं। अधिकारियों के संदेह है कि बरामद की गई राशि शिक्षक भर्ती घोटाले के जरिए इकट्ठा की गई थी।

27-28 जुलाई को चली 13 घंटे की रेड में ED ने ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित फ्लैट से 27.9 करोड़ कैश और 5 किलोग्राम सोना बरामद किया। इससे पहले 23 जुलाई को अर्पिता के टॉलीगंज स्थित फ्लैट में हुई छापेमारी में ED ने 21.9 करोड़ कैश, गहने और 76 लाख रुपए कीमत की विदेशी मुद्रा बरामद की थी।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 11 सितंबर :

प्रवर्तन निदेशालय इन दिनों जबरदस्त एक्शन में है। ईडी ने भ्रष्ट व्यापारियों, नेताओं और नौकरशाहों के खिलाफ लगातार छापे मारकर उनके भ्रष्टाचार पर न केवल लगाम लगाई है, बल्कि उनके करोड़ों रुपये नगद और अवैध संपत्ति को भी जब्त किया है। ईडी की इस कार्रवाई से एक तरफ देश में हड़कंप मचा हुआ है, तो दूसरी तरफ तारीफ भी हो रही है। मार्च 2022 के अंत तक ईडी के पास एक लाख करोड़ की संपत्ति अटैच है। यह संपत्ति उन मामलों से संबंधित है जो अभी विचाराधीन हैं। इन छापों के मद्देनजर सवाल यह उठता है कि आखिर ईडी जब्त कि हुई इस नगद राशि का करती क्या है ? वह कौन सा ठिकाना है जहां खरबों की इस राशि को रखा जाता है ?

गौरतलब है कि छापे के बाद अक्सर ईडी के अधिकारी बड़े-बड़े कंटेनर में रुपये ले जाते हुए दिखाई देते हैं। मीडिया के सामने जब्त किए नगद को ‘E’ और ‘D’ अक्षरों के आकार में रखा जाता है। पर सवाल यह है कि इतनी मात्रा में मिली नगद राशि का आखिर होता क्या है, वह कहां जाती है ? जानकारी के मुताबिक, एक बार जब छापा पड़ गया और ईडी ने नगद रपये जब्त कर लिए, तो उसके बाद जांच अधिकारी उसे सीधे अपने कार्यालय ले जाते हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी कोई भी हो, चाहे ईडी हो, सीबीआई हो या इनकम टैक्स, इन सभी को मनी लॉन्ड्रिंग, घोटालों, कर अनियमतताओं और किसी भी तरह अनियमितता की स्थिति में छापा मारने और जब्त हुई किसी भी तरह की सामग्री, रुपयों या प्रॉपर्टी की जांच करने का अधिकार है।

ED की छापेमारी के बाद अर्पिता के घर से बरामद नोटों के ढेर की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। नोटों के बंडलों को देखकर आपके मन में सवाल उठा होगा कि आखिर इतने पैसों का होगा क्या?

ED, CBI, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को मनी लॉन्ड्रिंग, इनकम टैक्स फ्रॉड या अन्य आपराधिक गतिविधियों में जांच, पूछताछ, छापेमारी करने और चल-अचल संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार होता है।

ये एजेंसियां जब्त पैसे को अपनी कस्टडी में लेती हैं और फिर अदालत के आदेश से या तो उस पैसे को आरोपी को वापस कर दिया जाता है या फिर वो सरकार की संपत्ति बन जाता है।

ये पूरी प्रक्रिया इतनी आसान नहीं है। इसमें कई चरण होते हैं…

इस सवाल का जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ने सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता से बात की।

विराग ने कहा, ‘’केंद्रीय जांच एजेंसियों जैसे-ED, CBI और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को किसी मामले की जांच के लिए छापा मारने का अधिकार होता है। इन एजेंसियों को जांच करने का जो अधिकार होता है, उसके दो हिस्से होते हैं- एक गिरफ्तारी और पूछताछ और दूसरा उससे संबंधित सबूत इकट्ठा करने के लिए छापेमारी।’’

”जांच एजेंसिया जो छापे मारती हैं वो अलग-अलग सूचनाओं पर आधारित होती हैं, इसलिए जरूरी नहीं है कि एक आरोपी के यहां एक ही बार छापा मारा जाए बल्कि छापेमारी कई चरणों में हो सकती है।”

विराग गुप्ता का कहना है, ‘’अगर ED की बात करें तो उसे प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 यानी PMLA 2002 के तहत, अगर कस्टम डिपार्टमेंट है तो कस्टम एक्ट के तहत और अगर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट है तो उसे इनकम टैक्स एक्ट के तहत संपत्ति जब्त करने का अधिकार होता है।’’

‘’जांच एजेंसी जिस कानून के तहत काम करती है, उसी के तहत उसे छापा मारने, जब्त करने और जब्त सामान को मालखाने या भंडारघर में जमा करने का अधिकार होता है।’’

छापे में कई चीजें बरामद हो सकती हैं- इनमें पेपर डॉक्युमेंट्स, कैश और अन्य कीमती सामान जैसे सोने-चांदी के गहने मिल सकते हैं।

विराग ने बताया कि छापेमारी में जब्त की गई चीजों का पंचनामा बनाया जाता है। पंचनामा जांच एजेंसी का IO यानी जांच अधिकारी बनाता है। पंचनामे पर दो स्वतंत्र गवाहों के हस्ताक्षर होते हैं। साथ ही इस पर जिस व्यक्ति का सामान जब्त होता है, उसके भी हस्ताक्षर होते हैं। पंचनामा बनने के बाद जब्ती का सामान केस प्रॉपर्टी बन जाता है।

  • सबसे पहले जब्त किए गए पैसे या कैश का पंचनामा बनाया जाता है। पंचनामे में इस बात का जिक्र होता है कि कुल कितने पैसे बरामद हुए, कितनी गड्डियां हैं, कितने 200, 500 और अन्य नोट हैं।
  • जब्त किए गए कैश में अगर नोट पर किसी तरह के निशान हों या कुछ लिखा हो या लिफाफे में हो तो उसे जांच एजेंसी अपने पास जमा कर लेती है, जिससे इसे कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया जा सके।
  • विराग कहते हैं कि बाकी पैसों को बैंकों में जमा कर दिया जाता है। जांच एजेंसिया जब्त किए गए पैसों को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया या स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में केंद्र सरकार के खाते में जमा करा देती हैं।
  • कई बार कुछ पैसों को रखने की जरूरत होती है, तो उसे जांच एजेंसी इंटरनल ऑर्डर से केस की सुनवाई पूरी होने तक अपने पास जमा रखती है।

प्रॉपर्टी

ED के पास PMLA के सेक्शन 5 (1) के तहत संपत्ति को अटैच करने का अधिकार है। अदालत में संपत्ति की जब्ती साबित होने पर इस संपत्ति को PMLA के सेक्शन 9 के तहत सरकार कब्जे में ले लेती है

विराग के अनुसार, ‘’जब ED किसी की प्रॉपर्टी को अटैच करती है, तो उस पर बोर्ड लगा दिया जाता है, जिस पर लिखा होता है इस संपत्ति की खरीद-बिक्री या इसका इस्तेमाल नहीं हो सकता है।’’

हालांकि कई मामलों में घर और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी को अटैच किए जाने पर उनके इस्तेमाल को लेकर छूट भी है।

ED 180 दिनों के लिए अटैच कर सकती है प्रॉपर्टी

PMLA के तहत ED अधिकतम 180 दिन यानी 6 महीने के लिए किसी संपत्ति को अटैच कर सकती है।

अगर तब तक ED संपत्ति अटैच करने को अदालत में वैध नहीं ठहरा पाती है तो 180 दिन बाद संपत्ति खुद ही रिलीज हो जाएगी, यानी वो अटैच नहीं रह जाएगी।

अगर ED 180 दिनों के अंदर प्रॉपर्टी अटैच करने को अदालत में सही साबित कर देती है तो संपत्ति पर सरकार का कब्जा हो जाता है। इसके बाद आरोपी को ED की इस कार्रवाई के खिलाफ ऊपर की अदालतों में अपील करने के लिए 45 दिन का समय मिलता है।

  • ED के किसी संपत्ति को तात्कालिक जब्ती या प्रोविजनल अटैचमेंट करने से वह सील नहीं हो जाती है।
  • कई बार ऐसा भी होता है कि ED जिस संपत्ति को अटैच करती है, उस मामले की अदालत में सुनवाई जारी रहने के दौरान आरोपी उस संपत्ति का उपयोग कर सकता है।
  • उदाहरण के लिए 2018 में ED ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के दिल्ली स्थित जोरबाग के बंगले का 50% हिस्सा अटैच कर दिया था, लेकिन उस प्रॉपर्टी को खाली करने का कोर्ट का नोटिस मिलने तक उनका परिवार वहीं रह रहा था। चिदंबरम के बेटे कार्ति ने इस नोटिस के खिलाफ भी कानूनी राहत ले ली थी।
  • कॉमर्शियल प्रतिष्ठान ED के प्रॉपर्टी अटैच किए जाने के बाद भी बंद नहीं होते हैं। जैसे-दुकानें, मॉल, रेस्टोरेंट, होटल जैसी कॉमर्शियल प्रॉपर्टीज को भले ही ED ने अटैच कर दिया हो, लेकिन इसके बावजूद अदालत का फैसला आने तक वह काम करना जारी रख सकते हैं।
  • 2018 में ED ने एअर इंडिया से जुड़े केस में दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर स्थित Inn होटल को अटैच कर दिया था, लेकिन होटल ने फिर भी बुकिंग करना जारी रखा था।

गहने

  • जांच एजेंसी अगर सोना-चांदी, गहने और अन्य कीमती सामान बरामद करती हैं, तो उसका भी पंचनामा बनता है।
  • पंचनामे में इस बात की पूरी जानकारी होती है कि-उसे कितना सोना या कितने गहने या कितना कीमती सामान बरामद हुआ।
  • विराग बताते हैं कि सोने-चांदी के गहने और अन्य कीमती सामान को जब्त करके सरकारी मालखाने या भंडारघर में जमा कराया जाता है।

संपत्ति किसकी होगी, अदालत करती है आखिरी फैसला

  • कैश हो या गहने या प्रॉपर्टी, जब्त किए गए सामान पर आखिरी फैसला कोर्ट करती है। मुकदमा शुरू होने पर जब्त किए गए सामान को सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाता है।
  • विराग का कहना है कि अगर अदालत जब्ती का आदेश देती है तो पूरी संपत्ति पर सरकार का कब्जा हो जाता है। अगर ED कोर्ट में जब्ती की कार्रवाई को सही नहीं साबित कर पाती तो संपत्ति संबंधित व्यक्ति को लौटा दी जाती है।
  • जब्ती को अदालत में चुनौती दिए जाने पर या हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में अगर अपीलकर्ता जब्त किए गए सामान को लीगल साबित कर देता है तो उसे जब्त किया गया सारा सामान वापस मिल जाता है।
  • कई बार कोर्ट जिसकी संपत्ति है, उस पर कुछ फाइन लगाकर भी उसे संपत्ति लौटाने का मौका देती है।
  • विराग ने बताया कि जांच एजेंसियां प्रशासनिक आदेश से ही संपत्ति को अटैच करती हैं और फिर कोर्ट के ऑर्डर से वो सरकार की हो जाती है या जिसकी संपत्ति जब्त की गई है, उसे लौटा दी जाती है।

बुडो काई डू मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण शिविर आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  11 सितंबर  :

            बुडो काई डू मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा शनिवार को यहां सेक्टर 38 में मार्शल आर्ट्स का एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर का संचालन करने वाले प्रशिक्षकों में मदन लाल, राजेश शर्मा, मुनीष कुमार, आरपी शर्मा, मंजीत सिंह और सुमन के नाम उल्लेखनीय हैं।

            शिविर में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में करणवीर सिंह, एकमवीर सिंह, हरप्रीत कौर, गर्विता कौशल, साहिलप्रीत सिंह, प्रदीप कुमार, गुरसेवक सिंह, मनप्रीत सिंह, हरदीप सिंह, किरणप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह थिंद, प्रभजोत सिंह, हरजीत सिंह, जगदीप सिंह, अमरीक सिंह, सुखचैन सिंह, जगतरण सिंह, जसविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह, रंजीत सिंह, जसजनदीप सिंह, सिमरजीत सिंह, गुरजीत सिंह और कुलविंदर सिंह शामिल थे।    

            बुडो काई डू मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, सरदार शरणजीत सिंह ने कहा कि बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल सकें। उन्होंने भाला फेंक में ओलंपिक स्वर्ण पदक और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के लिए ट्रैक व फील्ड एथलीट नीरज चोपड़ा की भी प्रशंसा की। सिंह ने मार्शल आर्ट के खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

पार्षद मनुवर की अगुवाई में 31 परिवारों ने की आआपा ज्वाइन

हरमोहन धवन के घर पर कांग्रेस को अलविदा कहते हुए की आआपा(दमी पार्टी) ज्वाइन

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़  –  11 सितंबर :

            पार्षद मनुवर अंसारी द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों वह लोक भलाई के कार्यों से उत्साहित होकर सेक्टर 56 के 31 परिवारों ने आज कांग्रेस को अलविदा कहते हुए आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता हरमोहन धवन के निवास स्थान पर पार्षद मनुवर की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की।

            सेक्टर 56 की रहने वाली सरोज, आशा, सेवा वती, मीना मल्होत्रा, पूजा, डोली, ममता, प्रेमा, किरण, कोमल, अनु, दीपा शर्मा, काजल, बरखा रानी, मोनिका, गीता पांडे, मिथिलेश, नीतू, कमला देवी, राज देवी, तारा देवी व राकेश देवी ने आज परिवार सहित आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। इस अवसर पर हरमोहन धवन ने कहा कि आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले सभी कार्यकर्ताओं को बनता मान-सम्मान दिलाया जाएगा।

            इस अवसर पर पार्षद मनुवर द्वारा आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाली सरोज को वार्ड की महिला कार्यकारिणी में शामिल करते हुए अध्यक्ष बनाया, इसी तरह आशा को प्रधान महासचिव, मीना मल्होत्रा को महासचिव, सेवा वती व पूजा को सचिव, ममता को सलाहकार, व किरण व कोमल को सह सलाहकार तथा अनु को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिलीं रंजीता मेहता

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, नई दिल्ली  –  11 सितंबर  :

            हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने रविवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। रंजीता मेहता ने राजनाथ सिंह को पौधा भेंट किया। साथ ही हरियाणा बाल कल्याण परिषद की गतिविधियों से भी अवगत करवाया।

            रंजीता मेहता ने कहा कि पिछले 5 महीने में बाल कल्याण परिषद द्वारा अनेक नई गतिविधियां शुरू की गई हैं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के नेतृत्व में बाल कल्याण परिषद लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है। राजनाथ सिंह ने बाल कल्याण परिषद की गतिविधियां की सराहना की और कहा कि यदि बच्चों का अच्छा लालन पालन होगा, तो देश का भविष्य की उज्जवल होगा।

            इस दौरान रंजीता मेहता ने उन्हें हरियाणा बाल कल्याण परिषद की ओर से प्रदेश में आने का न्योता भी दिया। जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।

रविवार को यमुना नदी में अठखेलियां करता नजर आया हाथी

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट,छछरौली   –  11 सितंबर  : 

            शनिवार को जहां हाथी ने कलेसर गांव में आबादी में घुसकर उत्पात मचाया तो वही रविवार को हाथी थकान दूर करते हुए जमुना में अठखेलियां करते हुए नजर आया। हाथी लगभग 2 घंटे तक पानी में नहाता रहा उसके बाद दोबारा से नेशनल पार्क के अंदर चला गया।

            ज्ञात हो कि शनिवार को नेशनल पार्क से एक हाथी ने निकलकर आक्रामक रुख अपनाते हुए कलेसर गांव के बंजारा पास में आबादी के बीच पहुंच गया था जहां पर हाथी ने गुस्से में फसलें पेड़ों को निशाना बनाया था। हाथी का आक्रामक रूप देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन्य जीव प्राणी विभाग को दी थी। सूचना मिलते ही वन्य जीव प्राणी विभाग की व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई थी। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा चक्र बनाकर हाथी को लगभग 2 घंटे तक कड़ी मशक्कत करने के बाद धीरे-धीरे दोबारा नेशनल पार्क की तरफ भेज दिया गया था।

            रविवार को सुबह साथी एक बार फिर यमुना में नहाते हुए अठखेलियां करता हुआ नजर आया। हाथी को यमुना के पानी में अठखेलियां करते हुए लोगों का कहना था कि शायद शनिवार को हाथी बहुत ज्यादा आक्रामक और गुस्से में था। जिसकी वजह से शायद हाथी को काफी थकान हो रही थी और रविवार को सुबह सुबह हाथी यमुना नदी के ठंडे पानी में स्नान करने पर अपनी थकान मिटाने के लिए आया है। रविवार को हाथी यमुना में नहा कर मौज मस्ती कर थोड़ी देर के बाद दोबारा फिर नेशनल पार्क में चला गया था।

सलेमपुर बांगर रक्तदान शिविर में एकत्रित हुआ 50 यूनिट रक्त

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट,छछरौली   –  11 सितंबर  : 

            इंडिया ब्लड हेल्प सेंटर व ग्रामीणों के सहयोग से सलेमपुर बांगर गांव में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें गांव और आसपास के युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। रक्तदान शिविर में 50 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

            इंडिया ब्लड हेल्प सेंटर के सागर पंडित ने जानकारी देते हुए बताया कि इंडिया ब्लड हेल्प सेंटर द्वारा गांव दर गांव ब्लड कैंप का आयोजन कराया जाता है। इसी तरह रविवार को सलेमपुर बांगर गांव में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों के सहयोग से गांव व आसपास के युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। रक्तदान शिविर में 50 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

            सलेमपुर बांगर निवासी पूर्व चेयरमैन काला राम ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है और हमें समय-समय पर रक्तदान कर मरीजों की सेवा कर पुण्य लेते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती जल्द ही शरीर रक्त को पूरा कर लेता है।

            इस मौके पर गांव के सभी गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

मनमीत कौर को जेईई एडवांस परीक्षा में  861वाँ रैंक हासिल करने पर पीएलबी संस्था ने किया सम्मानित

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट,छछरौली   –  11 सितंबर  : 

            गांव कोट मुश्तरका कि रहने वाली एक साधारण परिवार में जन्मी मनमीत कौर ने जेईई एडवांस परीक्षा  में राष्ट्रीय स्तर पर 861वाँ रैंक हासिल कर अपने पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी इस सफलता पढ़ो लिखो बढो संस्था ने उनको सम्मानित किया है।

            जानकारी देते हुए मनमीत कौर की माता गुरविंदर कौर ने बताया कि उनकी बेटी ने दिन रात मेहनत कर इस मुकाम को हासिल किया है। लॉकडाउन में पढ़ाई के प्रभावित होने पर भी उनकी बेटी ने दिन-रात मेहनत करती रही और एजुकेशनल वेब साइट्स के जरिए अपने ज्ञान में वृद्धि करती रही।       

            मनमीत कौर अपनी इस खुशी का श्रेय अपनी माता गुरविंदर कौर कर देते हुए कहती हैं कि उनकी माता ने उसे घर के परिवेश में रहते हुए भी एक अच्छे कोच की तरह गाइड किया है और उसकी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने चैन और सुकून को खो कर पढ़ाई करने का एक अच्छा माहौल मुहैया कराया है। 

            मनमीत कौर के पिता करम सिंह भवन निर्माण एवं कारगर यूनियन से जुड़े हुए हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति

ज्यादा अच्छी न होने के बावजूद भी बच्चों की पढ़ाई के लिए तकनीकी उपकरण मुहैया कराना  प्राथमिकता रही है।

            पढ़ो लिखो बढ़ो चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मनमीत कौर की हौसला अफजाई के लिए फूल मालाएं पहनाकर और मिठाईयां बांटकर सम्मानित किया गया

            पीएलबी संस्था की ओर से तासिम खान, अंकित कुमार, प्रियांशु मित्तल, आज़म ख़ान, अब्दुल आहद, आर एच भागवत, बलबीर सिंह, अर्शदीप सिंह, अनमोल दीप सिंह, गुरविंदर कौर आदि मौजूद रहे।

प्रणाम इंडिया फ़ाउंडेशन और मिनिस्ट्री ऑफ़ मॉडलिंग द्वारा जागरूकता शिविर लगाया गया 

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  – 11 सितंबर  : 

            प्रणाम इंडिया फ़ाउंडेशन ने मिनिस्ट्री ओफ़ मॉडलिंग के साथ मिलकर लीगल अवेयरनेस कैम्प का आयोजन किया। इस कैम्प में 25 लड़कियों ने भाग लिया जो कि मिनिस्ट्री ओफ़ मॉडलिंग द्वारा करवाए जा रहे फ़ैशन शो की फ़ाइनल प्रतिभागी भी है।

            पंचकुला की मशहूर समाज सेविका और टी वी ऐक्टर शालू गुप्ता जो की प्रणाम इंडिया फ़ाउंडेशन की फ़ाउंडर और निर्देशक भी है ने बताया कि हमारा इस कैम्प का उद्देश्य लड़कियों और युवाओं को कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न की रोकथाम के बारे में अवगत करवाया। इस कैम्प में मुख्य वक्ता बल्ले बल्ले चैनल के लीगल अड्वाइज़र राकेश गुप्ता ने शिरकत की और सबको उनके अधिकारों से अवगत करवाया। कैंप में फ्री कानूनी सलाह तो दी ही गई, साथ ही हर विभाग से संबंधित जानकारी भी दी गई।

            लोगों को यह भी बताया गया कि किस परेशानी के लिए किस अधिकारी के पास जाना चाहिए।मिनिस्ट्री ओफ़ मॉडलिंग के निदेशक डॉक्टर रजत चोपड़ा ने भी सभी प्रतिभागीयो को उनके अधिकारों से अवगत करवाया।

आर्य समाज के सिद्धांत परिवारों को जोड़े रखने में मददगार : डॉ सहगल

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  – 11 सितंबर  : 

डॉक्टर एम॰के॰ सहगल

            आर्य समाज मंदिर, मॉडल टाउन यमुना नगर में यमुनानगर-जगाधरी चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष व विख्यात शिक्षाविद डॉक्टर मुकेश कुमार सहगल ने साप्ताहिक सत्संग में परिवारों में सामंजस्य की समस्या व बेहतर समन्वय स्थापित करने की प्रक्रिया विषय पर संबोधित किया।

      डॉक्टर सहगल ने बताया कि आर्य समाज एक हिंदू सुधार आंदोलन है व इसका मुख्य उद्देश्य शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक अच्छाई को बढ़ावा देना है ताकि समाज से अज्ञान दूर हो सके।वैदिक रीति रिवाज़ों से परिवारों व विश्व को श्रेष्ठ बनाते चलो।

            डॉक्टर एम॰के॰ सहगल ने बताया कि परिवार का सबसे बुजुर्ग व्यक्ति ही परिवार का असली ख़ज़ाना होता है, परंतु उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आज के परिवेश में लोगों से बटकर घरों में बस गए हैं व अब घरों से बट कर वो कहाँ जाए!

            उन्होने कहा कि कितना अकेला है आज का इंसान कि अपने ही घर में अपनों को ढूंढता है। जहाँ तक रिश्तों का सवाल है लोगों का आधा वक़्त अनजान लोगों को इम्प्रेस करने और अपनों को इग्नोर करने में चला जाता है। कि हमें ये सोचना होगा कि परिवार से बड़ा कोई धन नहीं, पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं, माँ की छाव से बड़ी कोई दुनिया नहीं, भाई से अच्छा कोई भागीदार नहीं, बहन से बड़ा कोई शुभ चिंतक नहीं, इसलिए परिवार से बड़ा कोई जीवन नहीं। आज के परिवेश में सिर्फ़ जानने से कुछ नहीं होगा बल्कि मानना भी होगा, खुला संप्रेषण करना होगा, तभी समाज में मूलभूत परिवर्तन होंगे, आज हमें शिक्षा व शिक्षण के तरीक़े को भी बदलना होगा तथा गुरूकुल की सही पद्धति को आज की तकनीक के साथ जोड़कर लागू करना होगा।

            हवन में डॉक्टर सुषमा आर्य मुख्य यजमान रहीं व सोनिया पुरी, गिरीश वधवा, प्रेम सागर ने भजन प्रस्तुत कर सब को भाव-विभोर किया। इस अवसर पर आर्य समाज मंदिर के प्रधान रमेश चंद्र पहुजाडॉक्टर हर्ष शर्मा, सोनिया पुरी, सुशील अग्रवाल, रविंद्र पहुजा, गिरीश वधवा, प्रेम सागर अरोड़ा, संजय पहुजा, जितेंद्र चंदोक, रवि अग्रवाल वअन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहें।मंच संचालन मंत्री यश वर्मा ने किया।