पंसारी की दुकान पर सामान की तरह बेची जा रही हैं नौकरियां- हुड्डा

  • भर्तियों में भ्रष्टाचार कर प्रदेश के 25 लाख बेरोजगारों से धोखा कर रही है बीजेपी-जेजेपी सरकार- हुड्डा
  • भर्ती घोटाले में विधायक से लेकर एचएसएससी सदस्य व एचपीएससी उप-सचिव तक संलिप्त- हुड्डा
  • इस सरकार में ग्रुप-डी से लेकर एचसीएस तक हर नौकरी बिकाऊ- हुड्डा
  • भर्ती संस्थाओं में बैठकर बेरोजगार युवाओं से वसूली का रैकेट चला रहा है भर्ती माफिया- हुड्डा
  • HSSC-HPSC को बर्खास्त कर भर्ती घोटालों की सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से जांच करवाए सरकार- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़     31 अगस्त  :   

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एसएसएससी भर्ती घोटाले में हुए ताजा खुलासे को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक, उनके बेटे और हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन सदस्य का नाम भर्तियों की खरीद-फरोख्त में उजागर हुआ है। मीडिया रिपोर्ट और ऑडियो रिकॉर्डिंग ने एकबार फिर विपक्ष के आरोपों पर मुहर लगा दी है। स्पष्ट है कि प्रदेश में कॉन्स्टेबल से लेकर एसआई तक की भर्ती में कैंडिडेट्स से 5 लाख से लेकर 50 लाख रुपए तक की वसूली हो रही थी।

इससे पहले भी ग्रुप-डी, क्लर्क से लेकर नायब तहसीलदार, डेंटल सर्जन और एचसीएस तक की नौकरियों में भ्रष्टाचार के सबूत सार्वजनिक हो चुके हैं। पेपर लीक और कैश फॉर जॉब के एक के बाद एक दर्जनों मामले सामने आए हैं। लेकिन विपक्ष द्वारा सड़क से लेकर विधानसभा तक में मुद्दा उठाए जाने के बावजूद सरकार ने किसी भी मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के युवा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी और भर्तियों के नाम पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार झेल रहे हैं। बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान 8 साल में शायद ही ऐसी कोई भर्ती हुई हो, जिसमें भ्रष्टाचार ना हुआ हो। लेकिन आज तक किसी भी मामले में उच्च पद पर बैठे हुए व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि सरकार खुद भर्ती माफिया को संरक्षण दे रही है। इस तरह यह सरकार प्रदेश के 25 लाख बेरोजगारों को धोखा दे रही है।

हुड्डा ने याद दिलाया कि इससे पहलो एचपीएससी के उप-सचिव अपने दफ्तर में 90 लाख रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़े गए थे। आरोपी ने डेंटल सर्जन से लेकर एचसीएस भर्ती में धांधली की बात कबूली थी। अब एचएसएसपी के एक सदस्य पर भी इसी तरह के आरोप लगे हैं। यानी भर्ती माफिया भर्ती संस्थाओं में बैठकर बेरोजगार युवाओं से वसूली का रैकेट चला रहा है। पंसारी की दुकान पर सामान की तरह नौकरियां बेची जा रही हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस सरकार में डेंटल सर्जन, एचसीएस भर्ती, एसआई भर्ती, पुलिस कांस्टेबल, ग्राम सचिव, क्लर्क, क्लर्क (बिजली विभाग), एक्साइज इंस्पेक्टर, एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर, कंडक्टर भर्ती, आईटीआई इंस्ट्रक्टर, एचटेट पेपर, आबकारी इंस्पेक्टर, नायब तहसीलदार, पीटीआई से लेकर एसिस्टेंट प्रोफेसर तक की भर्ती में पेपर लीक, कैश फॉर जॉब और इंटरव्यू में धांधली जैसे गंभीर मामले सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके सरकार उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराने से पीछे भाग रही है। आखिर सरकार किसको बचाने की कोशिश कर रही है? कांग्रेस की मांग है कि दोनों भर्ती कमीशन्स को बर्खास्त कर तमाम भर्तियों की हाई कोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई द्वारा जांच करवाई जाए।

कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता…मुश्किल होता है तो केवल निरंतर अपने लक्ष्य के लिए  लिए प्रयासरत रहना:-डॉ सहगल

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 31 अगस्त  : 

यदि हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार उस पर फोकस करते है तो उसमें सफलता जरूर मिलती है।आज का युवा अपना व्यवसाय शुरू करने के बजाए नौकरी पाने के लिए अधिक प्रयासरत है। जबकि अगर वह यही प्रयास अपना व्यवसाय स्थापित करने में लगा दे तो वह न केवल खुद अपना भविष्य उज्जवल कर सकता है बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकता है। यह शब्द स्वावलंबी भारत अभियान के जिला समन्वयक एवं चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष डॉक्टर एम.के सहगल ने कहे। वह इंडियन पब्लिक स्कूल रादौर में स्वावलंबी भारत अभियान के तहत स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित किए गए उद्यमिता प्रोत्साहन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।

कार्यक्रम में  हरियाणा ग्रामीण आजीविका मिशन की खंड संयोजक राजकुमारी कश्यप, महात्मा ज्योतिबा फुले राजकीय महाविद्यालय की प्रोफेसर डा. रिंकू शर्मा सह वक्ता के तौर पर मौजूद रही। जबकि जिला सह संयोजक प्रदीप चौधरी, डा. अश्वनी अग्रवाल, जिला प्रचार प्रमुख विश्वेंद्र शर्मा विशेष अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड संयोजक रविंद्र सैनी ने की। स्कूल प्रबंधक ईश मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया।

डॉक्टर एम.के सहगल ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा युवा है और युवाओं में किसी भी कार्य को करने की क्षमता होती है। लेकिन क्षेत्र के युवा व्यापार में रिस्क लेने से डरते है। जबकि हमारे देश में ही कई ऐसे युवाओं के उदाहरण है जिन्होंने एक छोटे स्तर से अपना व्यवसाय शुरू किया और आज वह न केवल देश के बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा ब्रांड बन चुके है। हमें अपनी काबिलियत को पहचान कर उसे प्लेटफार्म चुनना है और फिर उसके लिए प्रयास करना है और यह प्रयास तब तक जारी रखना है जब तक हम उसमें सफल नहीं हो जाते। क्योंकि देश में हर युवा को नौकरी मिले यह संभव नहीं है। इसलिए हमें नौकरी लेने वाला बनने के बजाए नौकरी देने वाला बनने के लिए प्रयास करना है।

राजकुमारी कश्यप ने कहा कि सरकार भी स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। युवाओं को रोजगार स्थापित करने के लिए न केवल ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है बल्कि उस पर सब्सिीडी भी दी जा रही है। हम सरकार की योजनाओं के बारे जानकारी लेकर अपना रोजगार स्थापित कर सकते है।