फोर्टिस ने हैल्थकेयर प्रोफेशनल्स को ट्रांसप्लांट नर्सिंग में शिक्षित करने के लिए आयोजित की पांच दिवसीय नेशनल वर्कशॉप
- मल्टी ऑर्गन हार्वेस्ट एड नेटवर्क और पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से किया गया था फोर्टिस में आयोजन
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली – 26 अगस्त :
किडनी ट्रांसप्लांट एडवांसमेंट और ट्रांसप्लांट नर्सिंग के क्षेत्र में हुई नवीनतम प्रगति पर जागरूकता फैलाने के लिए, फोर्टिस अस्पताल मोहाली ने 22 अगस्त से 26 अगस्त तक पांच दिवसीय नेशनल वर्कशॉप और प्रीलिमिनरी कोर्स-कम-वर्कशॉप का आयोजन किया।
कोर्स का आयोजन नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाईजेशन (नोटो) और रीजनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाईजेशन (रोटो) के तत्वावधान में मल्टी ऑर्गन हार्वेस्ट एड नेटवर्क (मोहान) फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।
डायरेक्टर, यूरोलॉजी, रोबोटिक्स और किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी, फोर्टिस अस्पताल मोहाली के डायरेक्टर तथा आयोजन के अध्यक्ष प्रियदर्शी रंजन ने इस मौके पर कहा, “कोर्स को डेड और लिविंग डोनर ट्रांसप्लांटेशन के विभिन्न पहलुओं के विभिन्न अंगों में हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को शिक्षित और प्रशिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। यह ट्रांसप्लांटेशन के कानूनी, चिकित्सा और शल्य चिकित्सा पहलुओं को भी कवर करता है। वर्कशॉप उन सभी डॉक्टरों, नर्सों, मेडिकल सोशल वर्कर्स, लैब स्टाफ और अन्य ग्रेजुएट प्रोफेशनल्स के लिए खुली थी, जो ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में रुचि रखते हैं।”
पांच दिवसीय कोर्स में ऑर्गन डोनेशन और ट्रांसप्लांटेशन की बुनियादी अवधारणाएं शामिल थीं; जिनमें कॉर्नियल डोनेशन, स्किन डोनेशन और बैंकिंग; प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत संशोधन; ब्रेन स्टेम डेथ, डेड डीसासेड डोनेशन प्रोग्राम; रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट; मेडिकेशन मैनेजमेंट; हार्ट फेलियर और ट्रांसप्लांट की मूल बातें; इसके अलावा परिवार परामर्श और अंगदान के लिए परिवारों से संपर्क करने से संबंधित मुद्दे शामिल थे।
कार्यक्रम में वक्ताओं में डॉ नवीन पांडे, अस्सिस्टेंट प्रोफेसर, हॉस्पिटल मैनेजमेंट प्रशासन, पीजीआई; डॉ प्रमोद कुमार, प्रोफेसर, प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट, पीजीआई; प्रो विपिन कौशल, मेडिकल सुप्रिडेंट कम डायरेक्टर, रोटो, उत्तर पीजीआई; डॉ अमित मंडल, डायरेक्टर, पल्मोनोलॉजी एंड क्लिनिकल केयर, फोर्टिस मोहाली; डॉ अरविंद साहनी, डायरेक्टर, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लीवर ट्रांसप्लांट; डॉ शिवानी जुनेजा, क्लिनिकल फार्माकोलॉजी डिपार्टमेंट, फोर्टिस मोहाली, शामिल थे।
कार्यशाला के समापन पर सभी ट्रेनीज और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए।