सैलून में बाल कटवाने गए थे पूर्व मंत्री, विजलेंस टीम उठा ले गई, 2 हजार करोड़ के घोटाले में नाम

ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में नामजद पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को विजिलेंस टीम ने उस समय दबोचा जब वह एक सैलून में बाल कटवाने गए थे। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टु भी इस दौरान आशु के साथ थे।

भारत भूषण आशु

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ – 22 अगस्त :

पंजाब के लुधियाना से पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत भूषण आशु पर एक बड़े घोटाले का आरोप है। इस केस में विजलेंस की टीम ने उन्हें सोमवार को गिफ्तार कर लिया। जानकारी है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में पूर्व फूड सप्लाई मिनिस्टर और कांग्रेसी नेता भारत भूषण आशू को सोमवार दोपहर बाद गिरफ्तार कर लिया। आशू को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। 

बताया जा रहा है कि काफी देर तक विजिलेंस टीम के साथ आशु की बहसबाजी होती रही। इस दौरान सांसद रवनीत बिट्टू फेसबुक पर विजिलेंस की कार्रवाई को लाइव दिखाते हुए आप सरकार को कोसने लगे। उसके बाद विजिलेंस टीम ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाया और सीधे विजिलेंस कार्यालय लेकर पहुंच गई। आशु की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में राजनीति ने भी जोर पकड़ लिया है। लुधियाना के विजिलेंस रेंज कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित अन्य बड़े नेता भी लुधियाना पहुंच रहे हैं।

बताते चलें कि इससे पहले आज सुबह ही पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने मोहाली विजिलेंस कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। पूर्व मंत्री आशु ने भी विजिलेंस को गिरफ्तारी की चुनौती दी थी, लेकिन उन्हें मोहाली में गिरफ्तार नहीं किया गया। पर जैसे ही लुधियाना पहुंचे,आशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोहाली में आशु ने कहा था कि अगर उन्हें गिरफ्तार करना है तो कर लिया जाए। उनका किसी घोटाले से कोई लेना देना नहीं है और उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है।

भारत भूषण आशू ने HC में पिटीशन दायर की थी। जिसमें गिरफ्तारी से पहले 7 दिन के नोटिस की मांग की थी। हालांकि आज सुबह ही आशू ने यह पिटीशन वापस ले ली। उन्होंने नए सिरे से पिटीशन दायर करने की छूट मांगी। इसकी भनक विजिलेंस को भी लग गई। आशू फिर से हाईकोर्ट पहुंचते, विजिलेंस ने आशू को गिरफ्तार कर लिया।

पंजाब कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ में विजिलेंस के डायरेक्टर के ऑफिस के बाहर धरना दिया था। इस दौरान आशू ने चैलेंज किया था कि वह यहां मौजूद हैं, विजिलेंस गिरफ्तार कर ले। उस वक्त विजिलेंस ने कोई एक्शन नहीं लिया। धरने के बाद आशू वापस लुधियाना लौट गए। देर शाम वह फुरसत में सेलून पहुंचे तो विजिलेंस वहां गिरफ्तार करने पहुंच गई।

लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं।

इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू पर कुछ कॉन्ट्रैक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रूपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशू पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।

8 महीने बीतने के बाद भी पार्षद का चुनाव नहीं, याचिका पर जल्द होगी सुनवाई

आआपा पार्षद अंजू कात्याल, प्रेम लता तथा राम चंद्र यादव ने याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी। याचिका में भाजपा की मेयर सरबजीत कौर समेत सीनियर डिप्टी मेयर दिलिप शर्मा और डिप्टी मेयर अनुप गुप्ता के चुनाव को रद्द करने की मांग की गई थी। इस चुनाव रिजल्ट को गैरकानूनी करार देने की मांग करते हुए नगर निगम के स्टेट इलेक्शन कमिश्नर तथा अन्य प्रतिवादी पक्षों को पुनः ताजा चुनाव करवाने के आदेश जारी करने की मांग की गई थी।

आप पार्षद अंजू कात्याल दिसंबर, 2021 में निगम चुनाव जीती थी।

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेतिक फ्रंट – 22 अगस्त :

चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव हुए करीब 8 महीने हो चुके हैं और इस बार अभी तक प्रशासन द्वारा नॉमिनेटेड काउंसलर्स की नियुक्ति नहीं की गई है। इसे लेकर चंडीगढ़ के मनीमाजरा निवासी जसपाल सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है।

मामले में यूटी प्रशासन को इसके प्रशासक बीएल पुरोहित, गृह सचिव, सचिव, लोकल बॉडीज और निगम को इसकी कमिश्नर अनंदिता मित्रा के जरिए पार्टी बनाया है। एडवोकेट मंदीप के साजन याची की ओर से केस में पैरवी करेंगे। हाईकोर्ट में जल्द याचिका सुनवाई के लिए लग लगेगी।

याचिका में मांग की गई है कि प्रतिवादी पक्ष को आदेश दिए जाए कि वह नगर निगम के नॉमिनेटेड काउंसलर्स के नाम नोटिफाई कर पब्लिश करे। पंजाब म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत यह कार्रवाई करने को कहा गया है। निगम की सुचारु कार्रवाई, चंडीगढ़ के कल्याण और न्यायहित में यह कार्रवाई करने को कहा गया है।

इसके अलावा मांग की गई है कि प्रतिवादी पक्ष को आदेश दिए जाए कि याची की उस अर्जी पर भी फैसला लें जिसमें उन्होंने नॉमिनेटेड काउंसलर के लिए उनके नाम पर विचार करने की मांग की थी। याची ने कहा है कि वह समाज सेवी है और एंटी करप्शन सोसाइटी(रजिस्टर्ड) के प्रेसिडेंट हैं। इसके अलावा भी वह कई समाज कल्याण की संस्थाओं से जुड़े हुए हैं।

कहा गया है कि एक्ट के मुताबिक वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले काउंसलर्स लोगों द्वारा चुने जाते हैं। वहीं 9 नॉमिनेटेड काउंसलर्स प्रशासक द्वारा चुने जाते हैं। प्रशासनिक कामों और निगम संचालन की व्यवहारिक जानकारी रखने वाले लोगों को प्रशासक चुनता है। कहा गया है कि निगम के जनरल इलैक्शन के साथ ही नॉमिनेटेड काउंसलर्स का भी चयन हो जाना चाहिए था। याची ने कहा है कि समाज सेवी होने के साथ ही उन्हें निगम प्रशासन की भी विशेष जानकारी है।

बता दें कि चंडीगढ़ में पहले निगम के नॉमिनेटेड काउंसलर्स मेयर चुनावों में वोट डालते थे। इस वोटिंग राइट को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट ने वोटिंग राइट पर रोक लगा दी थी। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटीशन(SLP) पर सुनवाई लंबित है।

हाथ में तिरंगे के बावजूद लाठी बरसाते रहे ADM

डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे TET-STET पास अभ्यर्थियों पर हुई लाठीचार्ज की घटना को लेकर बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि यह घटना बताने के लिए काफी है कि नौकरशाही का एक हिस्सा बेहद अलोकतांत्रिक हो चुका है। उन्होंने कहा कि नौकरशाह लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलते हुए आगे बढ़ने लगे हैं। जबकि हम सब जानते हैं कि रोजगार मांगना ना तो गैरकानूनी कृत्य है और ना ही रोजगार के लिए प्रदर्शन करना गैरकानूनी है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट (ब्यूरो) पटना :

पटना में सोमवार को पुलिस ने बेरोजगार शिक्षक कैंडिडेट्स के प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज कर दिया। पटना के ADM केके सिंह ने तिरंगा लिए एक प्रदर्शनकारी पर जमकर लाठी बरसाई। इतनी लाठियां मारीं कि उसका खून बहने लगा। बाद में एक पुलिसकर्मी ने प्रदर्शनकारी से तिरंगा छीन लिया। मामले पर डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने कहा है कि ADM को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। जांच का आदेश दिया जा चुका है।

विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि सरकार बनने से पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कहते थे कि मेरी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अब तो सरकार राजद और जदयू की बन चुकी है। अब तो हम लोगों के लिए तेजस्वी यादव को सोचना चाहिए. लेकिन, ऐसा नहीं किया जा रहा है। हम लोगों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है। अभ्यार्थियों ने कहा कि सातवें चरण के नियोजन के नोटिफिकेशन को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिख रही है।

करीब 5 हजार CTET और BTET पास कैंडिडेट डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। पटना DM ने इस मामले में जांच का आदेश दिया है और 2 दिन में रिपोर्ट मांगी है। ये कैंडिडेट्स सातवें चरण की नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। भारी संख्या में पुलिस फोर्स और वाटर कैनन वहां तैनात थी। कैंडिडेट्स बिहार के नए शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। वे सरकार से प्राथमिक विज्ञप्ति जारी करने की मांग कर रहे थे।

आनन-फानन में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव RJD कार्यालय पहुंचे और इस मामले पर सरकार का पक्ष रखा। तेजस्वी यादव ने कहा- आज की घटना शर्मनाक है। ADM को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। शिक्षक अभ्यर्थी राजभवन मार्च कर रहे थे। हमने न्यूज में तस्वीरें देखी हैं। मेरी जिलाधिकारी से बात हुई है। जांच कमेटी बना दी गई है। ADM दोषी पाए गए तो उन्हें सजा मिलेगी।

बता दें ADM की पिटाई से अनिशु(अभ्यर्थी) का जबड़ा टूट गया है। इलाज कर टांका लगाने के बाद उसके पैतृक घर दरभंगा भेजा गया। वहीं एक अन्य घायल धीरज को फर्स्ट एड देकर हॉस्पिटल से छोड़ दिया गया।

गिरफ्तार DSP ने लिए थे सीनियर अधिकारियों के नाम, ड्रग सप्लायर से लिए 10 लाख

रिश्वत मामले में DIG इंद्रबीर सिंह से पूछताछ, गिरफ्तार DSP ने लिए थे सीनियर अधिकारियों के नाम, ड्रग सप्लायर से लिए 10 लाख ड्रग सप्लायर से NDPS एक्ट के तहत दर्ज FIR में नाम न शामिल करने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में डीएसपी लखबीर सिंह से पूछताछ कर रही विजिलेंस ब्यूरो की टीम सोमवार को अमृतसर पहुंची। कुछ समय पहले तरनतारन पुलिस ने पट्टी मोड़ के पास से ड्रग सप्लायर पिशोरा सिंह को पकड़ा। इसी मामले में उसके साथी सुरजीत सिंह निवासी तरनतारन को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस छापामारी से बचने के लिए डीएसपी लखबीर सिंह के साथ 10 लाख रुपए की डील हुई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए तरनतारन पुलिस ने डीएसपी लखबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी गई।

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ – 22 अगस्त :

ड्रग सप्लायर से NDPS एक्ट के तहत दर्ज FIR में नाम न शामिल करने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में डीएसपी लखबीर सिंह से पूछताछ कर रही विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने सोमवार को अमृतसर में सीएम रेस्ट हाउस में विजिलेंस के एसएसपी गुरमीत सिंह ने डीआईजी इंद्रबीर सिंह से 5 घंटे तक पूछताछ की। उनका कहना है कि रिपोर्ट अपने अंतिम दौर पर है और जल्द ही इसे मुकम्मल करके सीनियर अधिकारियों को भेज दिया जाएगा।

मामले की जांच कर रहे एसएसपी विजिलेंस अमृतसर वरिदर सिंह और एसएसपी फिरोजपुर गुरमीत सिंह ने बताया कि समन भेजकर डीआइजी इंद्रबीर सिंह को बुलाया गया। फिलहाल वह मामले की जांच कर रहे हैं। विजिलेंस के अधिकारियों के सवालों के जवाब देने के बाद डीआइजी चले गए।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में भिखीविड थाने की पुलिस ने 30 जून की दोपहर माड़ी मेघा गांव निवासी सुरजीत सिंह को 900 ग्राम अफीम सहित काबू किया था। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो तीन जुलाई की रात बोपाराय माडल गांव निवासी पिशोरा सिंह को ढाई सौ ग्राम हेरोइन व एक लाख ड्रग मनी सहित काबू किया। आरोपितों से पूछताछ के दौरान जांच में सामने आया कि डीएसपी लखबीर सिंह ने उनसे रिश्वत ली थी। यह बात सरकार के सामने आते ही मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई। विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए डीएसपी लखबीर सिंह को दबोच लिया। फिर इस मामले में दुबली गांव निवासी हीरा सिंह को 9.97 लाख रिश्वत सहित और तरनतारन सीआइए स्टाफ के मुंशी एएसआइ रछपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। डीएसपी से की गई पूछताछ में डीआइजी का नाम सामने आया तो इसके बाद विजिलेंस की तरफ से उनके बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में सीतो गांव निवासी निशान सिंह अभी तक फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। आरोप बेबुनियाद: डीआइजी

डीआइजी इंदरबीर सिंह ने उन पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप को निराधार बताया है। उन्हें अधिकारियों ने जांच के लिए बुलाया है और वह जांच में सहयोग कर चुके हैं।

अखिलेश यादव, BJP पर किया हमला, बोले-सूद समेत वापस लेंगे ‘किला’

अखिलेश यादव ने कहा, “20 वर्ष पुराने मामले में सरकार के इशारे पर विधायक रमाकांत यादव को जेल में बंद किया गया। लगातार उन पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं और सरकार चाहती है कि वह जेल में रहें। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से बचने के लिए भाजपा ऐसे काम कर रही है। जानबूझकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही विपक्ष के नेता आवाज न उठा सके इसके लिए ये लोग चिन्हित कर, झूठे मुकदमे लगाकर उन्हें जेल भेज रहे हैं।”

आजमगढ़ पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधा भाजपा पर निशाना। - Dainik Bhaskar
  • सपा विधायक रमाकांत यादव से मिलने अखिलेश यादव जिला कारागार पहुंचे
  • कहा, जनता पर भरोसा, 2024 में सूद सहित आजमगढ़ सीट को वापस लिया जाएगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ (ब्यूरो), आजमगढ – 22 अगस्त :

हत्या के प्रयास, जहरीली शराब कांड सहित अन्य मामले में जेल में निरुद्ध सपा विधायक रमाकांत यादव से मिलने सोमवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जिला कारागार पहुंचे. 35 मिनट तक फुलपुर पवई से विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “बीजेपी जानबूझकर समाजवादी पार्टी व विपक्ष के लोगों के पर मुकदमे लादे जा रही है। फर्जी मुकदमे लादकर बीजेपी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से कर रही है। “

मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि 20 वर्ष पुराने मामले में सरकार के इशारे पर विधायक रमाकांत यादव को जेल में बंद किया गया. लगातार उन पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं और सरकार चाहती है कि वह जेल में रहें। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से बचने के लिए भाजपा ऐसे काम कर रही है। जानबूझकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही विपक्ष के नेता आवाज न उठा सके इसके लिए ये लोग चिन्हित कर, झूठे मुकदमे लगाकर उन्हें जेल भेज रहे हैं।

ओम प्रकाश राजभर के साथ सपा का गठबंधन इतिहास रचेगा। भाजपा के लिए दरवाजा ओमप्रकाश राजभर ने खोला था, अब उसी दरवाजे को वो खुद ही बंद करेंगे। समाजवादी पार्टी उस दरवाजे पर लॉक लगाने का काम करेगी। आज जिस तरह से मऊ में ऐतिहासिक भीड़ उमड़ी उससे साफ दिख रहा है कि प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। बता दें, अखिलेश यादव मऊ जिले में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सभासपा) के 19वें स्थापना दिवस समारोह में विशाल जनसभा को संबोधित कर आजमगढ़ पहुंचे थे। दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे अखिलेश यादव ने पदाधिकारियों से मुलाकात भी की। बताया जा रहा है कि जिले के 130 मेधावियों को गुरुवार को लैपटॉप का वितरण करेंगे।

अखिलेश यादव ने आजमगढ़ जिले में न आने के सवाल पर कहा कि हमारे लिए आजमगढ़ व इटावा एक जैसा है। यह सरकार बनाने का चुनाव है। आजमगढ़ हमारे लिए नया नहीं है। पूर्वांचल की जनता अपने सम्मान को समझती है, और इस बार के विधानसभा के चुनाव में भाजपा का सफाया होगा।

ट्राइसिटी में गणेश चतुर्थी की धूम

  • चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल से लोग राजस्थानी कलाकारों की  मूर्ति खरीदने आते हैं 

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 22 अगस्त :

  शहर में एक  परिवार मुंबई के रंग और राजस्थानी खड़ियां मिट्टी से गणपति बप्पा की मूर्तियों तैयार कर रहा है। राजस्थान निवासी फूलचंद का पूरा परिवार गणेश चतुर्दशी से छह महीने पहले ही गणपति बप्पा की मूर्तियों के मॉडल तैयार करने में जुट जाता है।

गणेश चतुर्थी से एक माह पहले होती है पेंटिंग

फूलचंद ने बताया कि गणेश चतुर्थी के छह माह पहले वे मूर्ति बनाने का काम शुरू करते हैं। एक माह पहले पेंटिंग की प्रक्रिया शुरू होती है। गणेश पूजा से पांच दिन पहले मूर्तियों की बिक्री शुरू हो जाती है।

सोमवार देर शाम तक बप्पा की मूर्ति खरीदने वालों का जीरकपुर में तांता लगा रहा। यहां सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि पंजाब, हरियाणा व हिमाचल के लोग भी बप्पा की मूर्ति खरीदने पहुंचे थे। शाम तक करीब एक हजार बड़ी और छोटी मूर्तियां बिक चुकी थीं। 

फूलचंद की पिछली चार पीढ़ियां मूर्तिकला के लिए जानी जाती हैं। राजस्थान का यह दस सदस्यीय परिवार यहां करीब 25 साल से मूर्तिकला के प्रचार प्रसार में जुटा है। हर साल गणेश चतुदर्शी से छह माह पहले ही फूलचंद मूर्तियों के मॉडल तैयार कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि एक से ढाई फुट की मूर्ति बनाने में एक माह का समय लगता है। तीन से दस फुट की मूर्ति बनाने में चार माह का समय लगता है।

तीन से दस फुट की मूर्तियों के अलग-अलग 55 मॉडल तैयार

फूलचंद ने बताया कि एक से ढाई फुट की मूूर्तियों के करीब 15 मॉडल तैयार किए गए हैं। वहीं तीन से दस फुट की मूर्तियों के 55 अलग-अलग मॉडल तैयार किए गए थे। इन मूर्तियों पर ऑयल पेंट का प्रयोग नहीं बल्कि वाटर प्रूफ रंग का इस्तेमाल किया जाता है। 12 फुट की 25 मूर्तियां स्पेशल मांग पर बनाईं थीं।

सैंकड़ों की तादाद में बीजेपी, जेजेपी व अन्य दलों के नेता-कार्यकर्ताओं ने थामा कांग्रेस का दामन

  • पूर्व विधायक, मार्केटिंग कमेटी चेयरमैन, मंडल अध्यक्ष, दर्जनों पार्षदों, सरपंचों समेत आदमपुर से कांग्रेस में बंपर जॉइनिंग
  • रैशनलाइजेशन पॉलिसी के खिलाफ दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन का ऐलान
  • कहा- शिक्षा तंत्र को पूरी तरह तबाह करना है रैशनलाइजेशन और चिराग योजना का मकसद
  • दलित, पिछड़े, ग्रामीण, किसान व गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
  • कांग्रेस सरकार के दौरान सिर्फ शिक्षा महकमे में मिली एक लाख से ज्यादा नौकरियां- दीपेंद्र हुड्डा
  • आज स्कूलों में 38,000 टीचर्स के पद खाली, बिना भर्ती खाली पदों को खत्म कर रही है सरकार- दीपेंद्र हुड्डा 
  • जनता की गाढ़ी कमाई और पीढ़ियों की मेहनत से बने हैं स्कूल, सरकार को नहीं है इन्हें बंद करने का अधिकार- दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 22 अगस्त :  

राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में रैशनलाइजेशन पॉलिसी के खिलाफ जारी शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के आंदोलन को कांग्रेस की तरफ से समर्थन का ऐलान किया है। दीपेंद्र हुड्डा आज चंडीगढ़ में एक पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे। कलायत से पूर्व विधायक बनारसी दास वाल्मिकी, आदमपुर से सुखबीर डूडी(पूर्व चेयरमैन), बीजेपी नेता सोमबीर लांबा, बीजेपी की टिकट के प्रबल दावेदार रहे ओबीसी नेता हनुमान वर्मा, आरएसएस प्रचारक कुलदीप काजला, बीजेपी किसान मोर्चा के नेता रमेश कुमार, मंडल अध्यक्ष, दर्जनों पार्षदों, सरपंचों, कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं समेत सैकड़ों की तादाद में बीजेपी, जेजेपी व अन्य दलों के नेता-कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर कांग्रेस का दामन थामा। 

आदमपुर और हिसार से लगातार कांग्रेस में हो रही ताबड़तोड़ जॉइनिंग से उत्साहित दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि आने वाले उप-चुनाव में कांग्रेस की जीत तय है। आदमपुर में जिस तरह से लोगों का रुझान और समर्थन कांग्रेस को मिल रहा है, वह बताता है कि पूर्व विधायक से हलके की जनता खासी नाराज है। उनकी कार्यशैली और हलके में उनकी गैर-मौजूदगी से जनता में रोष है। उन्होंने हलके के विकास के बारे में ना कभी कोशिश की और ना ही कभी संघर्ष किया। यही वजह है कि आज आदमपुर में आधारभूत सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं। सड़कों में गड्ढे और जलभराव जैसी समस्याओं से लोग परेशान हैं। जनता कांग्रेस की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। 

ज्वाइनिंग के बाद पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पहले इस सरकार ने खेती को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया, फिर सेना में ठेकाप्रथा की शुरुआत की और अब सरकार शिक्षा तंत्र को भी निजी हाथों में सौंपने के मिशन पर आगे बढ़ रही है। यही वजह है कि चिराग योजना के बाद सरकार ने रैशनलाइजेशन पॉलिसी लागू की है। स्कूलों के लिए यह व्यवस्था इतनी घातक है कि तमाम शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों को सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करना पड़ रहा है। कांग्रेस भी हर मंच और हर मोर्चे से इस नीति का विरोध करेगी। क्योंकि यह दलित, पिछड़े, ग्रामीण, गरीब और किसान वर्ग के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का फैसला है।

सांसद दीपेंद्र ने कहा कि बिना कोई भर्ती किए सरकारी स्कूलों से टीचर्स के पद खत्म किए जा रहे हैं। उदाहरण के तौर पर ग्रीष्मकालीन विधानसभा सत्र के दौरान सरकार ने बताया था कि प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों के 38,476 पद खाली हैं। लेकिन बिना कोई नई भर्ती किए मॉनसून सत्र आते-आते सरकार ने खाली पदों की संख्या घटाकर 35,980 कर दी। इसी तरह सरकार चिराग योजना और रैशनलाइजेशन लागू करके आने वाले दिनों में लगभग 20,000 शिक्षकों के पदों को खत्म करने जा रही है।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पहले 196 और अब 105 स्कूलों को बंद करके सरकार अपने मंसूबों को जाहिर कर चुकी है। इसी लिस्ट में 1057 और स्कूलों के नाम हैं, जिन्हें जल्द ही बंद किया जा सकता है। यह सरकार 450 स्कूलों में साइंस स्ट्रीम को बंद कर चुकी है। मौजूदा स्कूली सेशन में पिछले सेशन के मुकाबले एक लाख से ज्यादा एनरोलमेंट कम हुए हैं। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के करीब 19.50 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती थी। उसको भी मौजूदा सरकार ने लगभग बंद करने का काम किया है। सरकार ने पुराने स्कूलों का नाम बदलकर मॉडल संस्कृति स्कूल कर दिया। लेकिन यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। सिर्फ नाम बदलकर सरकार ने स्कूलों की फीस बढ़ाने का काम किया है।

इस सरकार ने एचटेट और सीटेट को बराबर करके अन्य राज्य के लोगों के लिए हरियाणा में भर्ती के दरवाजे खोल दिए। जबकि प्रदेश के युवा वर्षों से टीचर्स भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। बार-बार बेरोजगार युवाओं से एचटेट की परीक्षा के नाम पर करोड़ों की वसूली की जाती है। लेकिन पिछले 8 साल में इस सरकार ने जेबीटी की एक भी भर्ती नहीं निकाली। प्रदेश के शिक्षकों के बारे में मुख्यमंत्री की मानसिकता को सांसद दीपेंद्र ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। क्योंकि गोहाना में सार्वजनिक मंच से मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि हरियाणा के लोग शिक्षक बनने की योग्यता नहीं रखते क्योंकि वो कंधे से ऊपर कमजोर होते हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के प्रतिभावान युवाओं और भावी शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री की यह विचारधारा बेहद निंदनीय है। उन्हें अपनी सोच को बदलकर जल्द से जल्द प्रदेश में रेगुलर भर्तियां करनी चाहिए।

राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस सरकार और बीजेपी व बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में हुए कार्यों की आंकड़ों के साथ तुलना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान सिर्फ शिक्षा महकमे में एक लाख से ज्यादा नौकरियां दी गई। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में सैकड़ों की तादाद में नए स्कूल खोले गए और 1313 स्कूलों को अपग्रेड किया गया। प्रदेश में हुड्डा सरकार के दौरान आईआईएम, आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय, डिफेंस यूनिवर्सिटी समेत 15 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान और कैंपस स्थापित हुए। इसी दौरान राजीव गांधी एजुकेशन सिटी की स्थापना हुई। 10 नए राजकीय विश्वविद्यालय स्थापित बनाए गए। हुड्डा सरकार के दौरान कुल विश्वविद्यालयों की संख्या 8 से बढ़ाकर 42 की गई यानी 34 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए। डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों की संख्या 3 से बढ़ाकर 27 की गई। 60 राजकीय महाविद्यालयों की संख्या को बढ़ाकर लगभग डबल 105 किया गया।

इसी तरह तकनीकी संस्थानों की संख्या को 154 से बढ़ाकर 657 किया गया। प्रदेश में 5 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए। आईटीआई की संख्या को 97 से बढ़ाकर 237 किया गया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के दौरान शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने के लिए आरोही मॉडल स्कूल, किसान मॉडल स्कूल, संस्कृति मॉडल स्कूल खोले गए। इसके मुकाबले भाजपा सरकार स्कूलों को खोलने की बजाय बंद करने, शिक्षकों की भर्ती करने की बजाए उनके पद खत्म करने की योजना पर आगे बढ़ रही है।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार जिन स्कूलों को बंद करना चाहती है वह प्रदेश की अलग-अलग सरकारों के दौरान जनता की गाढ़ी कमाई और पीढ़ियों की मेहनत से बनाए गए हैं। इस सरकार को इन्हें बंद करने का कोई अधिकार नहीं है।

आज के ज्वाइनिंग कार्यक्रम और पत्रकार वार्ता में दीपेंद्र हुड्डा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल, विधायक मेवा सिंह, विधायक बीएल सैनी, विधायक शीशपाल केहरवाला, विधायक नीरज शर्मा, विधायक वरुण मुलाना, विधायक इंदुराज नरवाल समेत काँग्रेस के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रामदरबार के बच्चों में बहुत प्रतिभा है : नेहा मुसावत

  • रामदरबार हाई स्कूल, करसान में खेल प्रतियोगिताएं आयोजित

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 22 अगस्त :

स्कूल के छात्र- छात्राओं की ऊर्जा को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए रामदरबार हाई स्कूल, करसान में विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसका शुभारम्भ वार्ड नं. 19 की पार्षद नेहा व से. 31 थाने के एसएचओ ने किया। इस अवसर पर पार्षद ने कहा कि रामदरबार के बच्चों में बहुत प्रतिभा है, इसलिए इस स्कूल के हेडमास्टर डॉ धर्मेंद्र के सहयोग से खेल प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से तीन प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जिसमें 100 मीटर दौड़, शटल रन, सैक रेस शामिल रहीं।बाद में विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। नेहा मुसावत ने इस मौके उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा होते बच्चों की ऊर्जा को सही दिशा दी जाएं तो ये ना सिर्फ रामदरबार और शहर का नाम ऊंचा करेंगे बल्कि भारत का नाम भी ऊंचा करने की शक्ति रखते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए हेडमास्टर डॉ. धर्मेन्द्र कुमार और  एसएचओ रणजीत सिंह भी खूब प्रयास कर रहें हैं। 

जीवंत फिल्में हैं ‘त्राहिमाम’ और ‘अजय वर्धन’

  • दुष्यंत कॉर्पोरेशन ने रिलीज डेट का किया एलान
  • चंडीगढ़ पहुंचे फ़िल्म निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह और स्टारकास्ट, बोले- 4 नवम्बर को रिलीज होगी फ़िल्म ‘त्राहिमाम’ व ‘अजय वर्धन’
  • निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह ने अपनी दोनों फिल्मों की रिलीज डेट का किया एलान, कहा- एक साथ आएंगी ‘त्राहिमाम’ व ‘अजय वर्धन’

चंडीगढ़:-

‘द हंड्रेड बक्स’ और  शतरंज’ समेत कई बड़ी फ़िल्में निर्देशित कर चुके दुष्यंत प्रताप सिंह ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता कर, दुष्यंत कॉर्पोरेशन के तहत बनी दुष्यंत कारपोरेशन के बैनर तले निर्मित 02 बॉलीवुड फिल्म्स “त्राहिमाम” और “अजय वर्धन” के पोस्टर का सोमवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में अनावरण किया । पोस्टर का अनावरण दुष्यंत प्रताप सिंह, मशहूर एक्टर पंकज बेर्री और रोमिल चौधरी सहित अन्य ने किया। इस दौरान फिल्म्स की रिलीज डेट का एलान भी किया गया । चंडीगढ़ पहुंची फिल्म की स्टारकास्ट और निर्देशन टीम ने पोस्टर अनावरण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए फिल्म्स कि रुपरेखा, कहानी और विषय पर चर्चा की।

दुष्यंत प्रताप सिंह ने बताया कि अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके एक्टर पंकज बेर्री अपनी इस आगामी फिल्म में एक अलग ही भूमिका में नजर आएंगे। उन्होंने मुश्ताक खान, आदि ईरानी, आनंद प्रकाश, सुमेंद्र तिवारी, मुकेश भाटिया और दीप के साथ आने वाली फिल्म “त्राहिमाम” में अपनी अदाकारी का एक बार फिर लोहा मनवाया है ।  फिल्म का निर्माण सुमेंद्र तिवारी फिल्म्स और दुष्यंत कॉर्पोरेशन के बैनर तले किया गया है और इसके निर्माता नीतू तिवारी और सुमेंद्र तिवारी है। फिल्म फहीम कुरैशी द्वारा सह-निर्मित और दुष्यंत प्रताप सिंह द्वारा निर्देशित है। फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश की एक सच्ची और वास्तविक घटना पर आधारित है। बिग बॉस फेम अर्शी खान, कविता त्रिपाठी और एकता जैन भी फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पूरी शूटिंग मुंबई में कि जाएगी । फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन ओरिजिन फिल्म लैब में किया जाएगा।दुष्यंत प्रताप सिंह ने बताया कि फीचर फ़िल्म ‘त्राहिमाम’ और ‘अजय वर्धन’ एक साथ 4 नवम्बर को रिलीज होंगी।

चंपा पर हुए जुल्म की कहानी है ‘त्राहिमाम’

फ़िल्म ‘त्राहिमाम’ की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है। जिसमें गरीब मज़दूर चंपा और बल्लू को किन यातनाओं को सहना पड़ता है, कैसे राजनीति व सिस्टम से जूझना पड़ता है, इसके बारे में दिखाया गया है। ये फ़िल्म सिस्टम पर एक जबरदस्त प्रहार करती है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभा रही हैं अभिनेत्री अर्शी खान। साथ में, फ़िल्मी जगत के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार पंकज बैरी, मुश्ताक ख़ान और आदि ईरानी जैसे दिग्गज कलाकार अभिनय करते नज़र आएंगे।  फिल्म के निर्माता सुमेन्द्र तिवारी व निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह है। निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह के अनुसार , समूची फिल्म में तकरीबन 60 कलाकारों ने काम किया है। ये चंपा पर हुए जुल्म की कहानी है। उन्होंने बताया कि ‘त्राहिमाम’ 4 नवम्बर को रिलीज़ होगी।

इसी तरह ‘शानदार बायोपिक है अजय वर्धन’

चण्डीगढ़ के मशहूर चिकित्सक डॉ. अजय आर्यन  पर बनी फ़िल्म का नाम निर्माताओं को उनके नाम से बेहतर नहीं लगा। ये पूरे भारत में आगामी 4 नवम्बर, 2022 को रिलीज हो रही। इस बायोपिक से मशहूर अभिनेता रोमिल चौधरी अपना सिनेमा डेब्यू कर रहे हैं। फिल्म के फाइनल प्रिन्ट का सुपरविजन मशहूर बॉलीवुड निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह ने किया है। वहीं, संगीत निर्देशक मोन्टी शर्मा और इन्द्राणी भट्टाचार्जी ने अपनी मधुर धुनों से संगीत को सजाया है, जोकि श्रोताओं को अवश्य ही पसंद आएगा और वर्षों तक उनकी जुबान पर रहेगा।

फिल्म की निर्देशक प्रगति ने बताया, “ये फ़िल्म मेरा सपना था, जो अब आगामी 4 नवम्बर को साकार होने जा रहा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि ये फिल्म दर्शकों को बेहद पसंद आएगी।”

फ़िल्म अजय वर्धन से बड़े पर्दे पर डेब्यू कर रहे अभिनेता रोमिल चौधरी ने कहा, “बायोपिक में कार्य करने से आप बतौर अभिनेता बहुत कुछ सीखते हैं। अजय वर्धन का जो किरदार मैं निभा रहा हूँ, मेरा मानना है कि ये आपको बेहतर इंसान बनाने में सहायक होता है।” रोमिल ने बताया कि अजय वर्धन सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि जीवन संघर्ष है। जिसे मैंने बख़ूबी से प्रदर्शित करने की कोशिश की है।

शिक्षा की दुश्मन बन हरियाणा सरकार बंद कर रही स्कूल – आदर्श पाल

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने आप नेता आदर्श पाल की अगुवाई में शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में सरकारी स्कूलों को बंद करने के तुगलकी फरमान के विरोध मे बेगमपुर पंचायत के गांव माली माजरा के सरकारी स्कूल के गेट पर दरी बिछाकर हरियाणा सरकार शिक्षा विभाग के खिलाफ रोष प्रकट कर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में जिले के सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

स्कूल गेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए आप नेता आदर्श पाल ने कहा कि शिक्षा विभाग प्रदेश में 105 सरकारी स्कूल बंद करने जा रहा है। जो कि ग्रामीण क्षेत्र के गरीब दिहाड़ीदार मजदूरों के बच्चों का अधिकार है।

उसको छिनने का काम शिक्षा विभाग हरियाणा सरकार करने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की तानाशाह बीजेपी सरकार पुंजीपतियों कोरपोरेट के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब काम चुपके से करने जा रही है। सरकारी स्कूलों को बंद करने के पीछे सरकार की बहुत बड़ी प्लानिंग है। सरकार पहले तरह तरह के बहाने बनाकर धीरे धीरे सभी सरकारी स्कूलों को बंद करेगी। उसके बाद सरकार यह स्कूल अपने कोरपोरेट मित्रों को सौंप देगी। असली खेल उसके बाद शुरू होगा फिर स्कूलों की फीस उनके मनमर्जी की होगी। क्योंकि सरकारी स्कूल तो रहेंगे नहीं गरीब जनता की मजबूरी बन जाएगी। गरीब मजदूर इन स्कूलों में महंगी फीसें भरेंगे या बच्चों को अनपढ़ ही रखेंगे। सरकार प्रदेश से सरकारी स्कूलों को बंद कर यह ड्रामा शुरू करने वाली है।

आम आदमी पार्टी इनकी बदनियती से भली भांति परिचित हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी को प्रदेश स्तर पर महाआंदोलन ही क्यों ना करने पड़े पर सरकार को अपनी बदनियती में कामयाब नहीं होने देंगे। इस मौके पर गांव के मौजीज व्यक्ति व आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता शामिल हुए। जिसमें मुख्य रूप से लक्ष्मण विनायक, विजय धीमान, राहुल भान, विकाश जैन, ललित त्यागी, पंकज बेगमपुर, सौरव बेगमपुर, हेमंत कलसी आदि मौजूद रहे।