शिफ्टिंग के बाद खाली पड़ी दो प्राइमरी स्कूलों की इमारतों में आंगनबाड़ी सेंटर खोलने की मांग

  • अनिल दुबे ने प्रशासक के सलाहकार को पत्र लिखा

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 14 जुलाई :

पूर्व उप महापौर व वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल दुबे ने वार्ड नं. 9 के अंतर्गत आते क्षेत्रों रेलवे कॉलोनी व मौली काम्प्लेक्स में दो आंगनबाड़ी सेंटर खोलने की मांग की है। उन्होंने इस बाबत चण्डीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल को पत्र लिख कर मांग करते हुए कहा है कि इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में आबादी की बसावट है व यहां काफी देर से आंगनबाड़ी सेंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही है और उधर इन दोनों क्षेत्रों में शिफ्टिंग के बाद दो प्राइमरी स्कूलों की इमारतें खाली पड़ी हैं जहाँ आसानी से बिना किसी दिक्कत के ये आंगनबाड़ी सेंटर खोले जा सकते हैं। अनिल दुबे ने प्रशासक के सलाहकार से आग्रह किया है कि इस ओर जल्द से जल्द कार्यवाई की जाए। 

संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत विभाग का “स्थापना दिवस” मनाया गया

Koral ‘Purnoor’ Demokretic Front,Chandigarh July 14, 2022

आज दिनांक 14.07.2022 (गुरुवार) को संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत विभाग का “स्थापना दिवस” मनाया गया। पंजाब विश्वविद्यालय के कुलगीत से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र कुमार अलंकार ने विभाग के इतिहास पर चर्चा करते हुए बताया कि इस विभाग की एक समृद्ध परम्परा रही है। इस विभाग का प्रारम्भ ए.सी. वुलनर तथा लक्ष्मण स्वरुप जैसे प्रख्यात विद्वानों से हुआ है, जो बाद में लाहौर के कुलपति भी बने। विभाग के बार-बार स्थानान्तरण होने के उपरान्त कुलपति प्रो. ए.सी. जोशी के निर्देशानुसार सभी परास्नातक कोर्स पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ में स्थापित हुए। इस प्रकार सन् 1959, 14 जुलाई को संस्कृत विभाग की स्थापना हुई।

 इस विभाग के धुरन्धर विद्वानों में प्रो. सूर्यकान्त जो वैदिक देवशास्त्र के विद्वान्, प्रो. डी.एन. शुक्ला जो वास्तुशास्त्र व शिल्पशास्त्र के प्रकाण्ड विद्वान्, प्रो. रामगोपाल जो वैदिक व्याकरण, भाषा विज्ञान व कल्पसूत्रों के मर्मज्ञ तथा महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति भी बने,  प्रो. डी.डी. शर्मा दर्शन शास्त्र के सिद्धहस्त विद्वान्, प्रो. राममूर्ति शर्मा भारतीय दर्शन के जाने माने विद्वान् जो बाद में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे, प्रो. धनराज शर्मा, प्रो. रमाकान्त अंगिरस, प्रो. अनिरुद्ध जोशी,            प्रो. वेदप्रकाश उपाध्याय, प्रो. विक्रम कुमार, प्रो. शंकर जी झा आदि सभी ने अपने परिश्रम से विभाग को सम्पूर्ण विश्व में उच्चस्तर पर पहुँचाया।

 विभागाध्यक्ष ने यह भी बताया कि “संस्कृत विभाग पंजाब विश्वविद्यालय का मुख की तरह है”, पी.जी.आई की ओर से जब कोई प्रवेश करे तो सबसे पहले आर्टस् ब्लक 1 में संस्कृत विभाग ही है। इस दौरान विभाग के शोधच्छात्र भी उपस्थित रहे।

 विभाग के शोधच्छात्र विजय भारद्वाज ने अपने विचार रखते हुए बताया कि पहले की भाँति आज भी संस्कृत विभाग की समृद्ध परम्परा का निर्वहन प्रो. वी.के अलंकार कर रहे हैं। प्रो. अलंकार को अनेक अकादमी तथा पंजाब सरकार द्वारा उनके संस्कृत साहित्य के योगदान के लिए पुरस्कृत किया जा चुका है। इन्होंने आज तक वेद, व्याकरण, दर्शन तथा पालि साहित्य से सम्बन्धित 18 काव्य संस्कृत जगत को प्रदान किया है।  शोधच्छात्र प्रकाश ने इस उत्सव पर संस्कृत संगीत सुनाया। इस मौके पर गुरुकुल करतारपुर के प्राचार्य डा. उदयन आर्य भी उपस्थित रहे। अन्त में विभागाध्यक्ष ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। 

बीजेपी-जेजेपी सरकार ने आर्थिक संकट के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया हरियाणा- हुड्डा

  • प्रदेश पर कर्जा बढ़कर 3,24,448 करोड़ हुआ, श्वेत-पत्र जारी करे सरकार- हुड्डा
  • सरकार ने हरियाणा को बनाया अपराधियों की शरणस्थली- हुड्डा
  • कानून-व्यवस्था चौपट होने की वजह से नहीं आ रहा निवेश- हुड्डा
  • राजधानी और बीबीएमबी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार ने कमजोर किया हरियाणा का पक्ष- हुड्डा
  • 21 अगस्त को यमुनानगर में होगा ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम- हुड्डा
  • पिछड़ा वर्ग आयोग बनने के साथ जातिगत जनगणना जरूरी- हुड्डा
  • पिछड़ों को आरक्षण से वंचित करना है क्रीमी लेयर की सीमा को 8 से घटाकर 6 लाख करने का मकसद- हुड्डा
  • सरकार ने 4 लाख 76 हजार बुजुर्गों और 38 हजार बेसहारा बच्चों की काटी पेंशन- हुड्डा

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 14 जुलाई :

बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को आर्थिक संकट की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। महज ढाई करोड़ की आबादी वाले प्रदेश पर आज 3,24,448 करोड़ रुपये कर्ज हो गया है। सरकार को श्वेत-पत्र जारी कर बताना चाहिए कि इतना कर्ज क्यों लेना पड़ा और यह कहां खर्च हुआ। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा आज चंडीगढ़ स्थित आवास पर एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों ने प्रदेश को कर्ज के दलदल में डूबा दिया है।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले प्रदेश पर जीएसडीपी का 16% कर्ज था, जो आज बढ़कर 27.8% हो गया है। राज्य की देनदारियों में भी 3.13 गुना की बढ़ोतरी हुई है। जबकि, बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान हरियाणा में कोई बड़ी परियोजना लागू नहीं हुई, ना ही कोई मेडिकल कॉलेज, एम्स या विश्वविद्यालय बना, ना ही कोई नयी रेलवे या मेट्रो लाइन आई। हुड्डा ने पंचकूला में बने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) का उदहारण देते हुए कहा कि यह कांग्रेस सरकार का प्रोजेक्ट है। मौजूदा सरकार ने सिर्फ इसको लटकाने और अब फीटा काटने का काम किया है। इसी तरह पिछले 8 साल में जो भी परियोजनाएं हरियाणा में स्थापित हुईं, वो कांग्रेस कार्यकाल में मंजूर व शुरू हुईं थी। बावजूद इसके इस सरकार को इतना कर्ज लेने की जरूरत क्यों आन पड़ी?

हुड्डा ने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार का प्रदेश की अर्थव्यवस्था की तरफ कोई ध्यान नहीं है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ घपले घोटालों को अंजाम देने और उनको दबाने में लगा है। अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है निवेश। प्रदेश में निवेश तभी आएगा जब यहां पर कानून व्यवस्था बेहतर और सुरक्षित माहौल होगा। 2005 में कांग्रेस सरकार बनने के बाद उसने कानून व्यवस्था को सुधारा और हरियाणा से सभी गैंगस्टर्स का सफाया किया। प्रदेश में सुरक्षित माहौल बनने का नतीजा रहा कि हरियाणा निवेशकों की पहली पसंद बन गया। उस वक्त जापान का 70% निवेश अकेले हरियाणा के गुड़गांव में हुआ था।

लेकिन आज स्थिति विपरीत है। अपराधियों के डर से निवेशक हरियाणा के बजाय अन्य राज्यों का रुख कर रहे हैं। क्योंकि इस सरकार ने हरियाणा को अपराधियों की शरणस्थली बना दिया है। आज प्रदेश का हर नागरिक को खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। ना यहां जनता सुरक्षित है और ना ही जनप्रतिनिधि। विधायकों तक को फिरौती और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि प्रदेश की कानून व्यवस्था, बढ़ते भ्रष्टाचार और आंदोलनों पर तानाशाही कार्यवाही के विरुद्ध कांग्रेस की तरफ से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया है। क्योंकि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन घोटालों की सरकार बन गया है। धान खरीद, शराब, रजिस्ट्री, नौकरियों की खरीद-फरोख्त से लेकर फार्मेसी काउंसिल तक दर्जनों बड़े-बड़े घोटाले हो चुके हैं। लेकिन छोटी मछलियों पर खानापूर्ति की कार्रवाई कर बड़े मगरमच्छों को बचा लिया जाता है। सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने पर आंदोलनकारियों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की जाती है।

इसका एक उदाहरण हिसार के खेदड़ में भी देखने को मिला। यहां पावर प्लांट की राख गौशाला को देने की जायज मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिसिया लाठीचार्ज करवाया गया। आंदोलनकारियों में से एक की मौत होने के बावजूद किसानों के ऊपर ही हत्या के मुकदमे दर्ज कर दिए गए। हर आंदोलन के खिलाफ सरकार का यही रवैया देखने को मिलता है।

अलग विधानसभा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गठबंधन सरकार चंडीगढ़ पर प्रदेश की दावेदारी को कमजोर करने में लगी है। अपने ही प्रदेश की राजधानी में 10 एकड़ जमीन के लिए सरकार केंद्र को 550 करोड़ रुपए भुगतान करने पर सहमत हो गई है। जबकि चंडीगढ़ पर 60-40 के अनुपात में हरियाणा का पूर्ण अधिकार है। अगर विधानसभा भवन छोटा पड़ रहा है तो मौजूदा विधानसभा के साथ ही बिल्डिंग का विस्तार करना चाहिए, ना कि अलग बिल्डिंग बनानी चाहिए।

हुड्डा ने कहा कि जिस रेट पर हरियाणा सरकार 10 एकड़ जमीन ले रही है, अगर उसी हिसाब से देखा जाए 28000 एकड़ में फैले चंडीगढ़ में हरियाणा के हिस्से 12000 एकड़ जमीन आती है। इस हिसाब से अगर हरियाणा को 6 लाख करोड़, हिंदी भाषी क्षेत्र और उसके हिस्से का पानी मिलता है तो हरियाणा अपनी अलग राजधानी बनाने के लिए तैयार है।

लेकिन चाहे चंडीगढ़ की बात हो या भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की, हर जगह प्रदेश सरकार हरियाणा के अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। बार-बार चेताने और विधानसभा में मुद्दा उठाने के बावजूद सरकार ने बीबीएमबी में हरियाणा के स्थाई सदस्य(सिंचाई) को नियुक्त करने की मांग केंद्र के सामने नहीं रखी। उसका नतीजा यह रहा कि आज बीबीएमबी से हरियाणा को 1000 क्यूसेक पानी कब मिल रहा है। लेकिन कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक हरियाणा के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी। इसी कड़ी में कांग्रेस का अगला ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम 21 अगस्त को यमुनानगर में होगा।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बार-बार मांग करने के बाद अब जाकर प्रदेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग बनाने का फैसला लिया है। लेकिन इसमें जातिगत जनगणना के प्रावधान का कहीं कोई जिक्र नहीं है। हुड्डा ने कहा कि जातिगत जनगणना होनी अनिवार्य है जिससे पता चल सके कि किस वर्ग के लोगों की जनसंख्या कितनी है। लेकिन सरकार यह मांग मानने को तैयार नहीं है। सरकार लगातार दलित व पिछड़ों के विरुद्ध फरमान निकाल रही है। क्रीमी लेयर की सीमा को 8 से घटाकर 6 लाख करने का मकसद पिछड़ों को आरक्षण से वंचित करना है। इस फैसले के बाद अब एक चपरासी का बच्चा भी आरक्षण के लाभ से वंचित हो जाएगा।

इसी तरह इस सरकार ने बुजुर्गों और बेसहारा बच्चों की पेंशन पर भी प्रहार किया है। सरकार ने पिछले कुछ महीनों में 4 लाख 76 हजार बुजुर्गों की पेंशन काट दी। इसी तरह सरकार की मदद पर आश्रित 38 हजार बेसहारा बच्चों को मिलने वाली आर्थिक मदद भी रोक दी गई। कुल मिलाकर यह सरकार प्रत्येक वर्ग के अधिकारों पर कुठाराघात करने में लगी है, जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध कर रही है।

सीएम केजरीवाल पर लगे आरोप के बाद गृह मंत्रालय ने लिया फैसला, कुमार विश्वास की बढ़ी ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा से हुई ‘Y+’

विश्वास ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान केजरीवाल पर खालिस्तानियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को होने थे। आम आदमी पार्टी(आआपा) के संस्थापक सदस्य रहे कवि कुमार विश्वास ने पंजाब चुनाव से ठीक पहले आआपा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कई दावे करके सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। कुमार विश्वास की ओर से कहा गया कि इन आरोपों के बाद अब उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गई है। कुमार विश्वास ने कहा कि जो फोन कर रहे हैं, वॉट्सऐप पर धमकियां दे रहे हैं, वो इस बात को समझ लें कि मैं धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।

Kumar Vishwas Y Category Security: कुमार विश्वास को केन्द्र सरकार ने दी वाई  कैटेगिरी सुरक्षा
कभी केजरीवाल का साथ था आज उसी के बयानों के कारण बढ़ी सुरक्षा

दिल्ली(ब्यूरो)डेमोक्रेटिक फ्रंट, नोएडा :

केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के पूर्व नेता कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। अब केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी CRPF के जरिए कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। विश्वास के आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।  कुछ अलगाववादी तत्वों और असामाजिक तत्वों से खतरे के मद्देनजर उनकी सुरक्षा व्यवस्था पहले की अपेक्षा अब ज्यादा बढ़ा दी गई है। केंद्र सरकार ने अब कुमार विश्वास को ( Y+) कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। केंद्र सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर कुमार विश्वास की सुरक्षा घेरा को बढ़ाने का फैसला किया है।

दरअसल, पिछले कुछ समय से कुमार विश्वास की सुरक्षा व्यवस्था से सम्बंधित मसले पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी समेत स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा केंद्र सरकार को कुछ विशेष इनपुट्स मिले थे। यही वजह है कि कुमार विश्वास की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लिया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक, कुमार विश्वास की सुरक्षा श्रेणी ‘वाई’ से अपग्रेड करके अब ‘वाई प्लस’ ( Y+) कर दी गई है। वाई प्लस श्रेणी के तहत कुमार विश्वास की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान, कमांडो सहित स्थानीय पुलिस की टीम तैनात रहेगी।

वाई श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी विशिष्ठ व्यक्ति की सुरक्षा का आकलन करने के बाद उन्हें उसी के आधार पर सुरक्षा कवर दिया जाता है। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्‍टम बंटा हुआ है, जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्‍लस (Z +) है, जबकि इसके बाद जेड, वाई और एक्‍स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं।

अशून्य शयन व्रत पत्नी की लंबी उम्र के लिए पति रखते हैं, वैवाहिक जीवन को बनाना है आनंदमय

शास्त्रों के अनुसार चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु का शयनकाल होता है और इस अशून्य शयन व्रत के माध्यम से शयन उत्सव मनाया जाता है। कहते हैं जो भी इस व्रत को करता है, उसके दाम्पत्य जीवन में कभी दूरी नहीं आती। साथ ही घर-परिवार में सुख-शांति तथा सौहार्द्र बना रहता है।

अशून्य शयन व्रत लगातार पांच मासों के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर रखे जाने वाला विशेष व्रत है। यह व्रत मुख्य तौर पर श्रावण कृष्ण द्वितीया, भाद्रपद कृष्ण द्वितीया, आश्विन कृष्ण द्वितीया, कार्तिक कृष्ण द्वितीया तथा मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया को रखा जाता है। यह दूसरा मास है, जिस अनुसार आज यानी 17 अगस्त, शनिवार को वर्ष का दूसरा अशून्य शयन व्रत रखा जाएगा। इस व्रत को स्त्री और पुरुष दोनों को रखना चाहिए। क्योंकि इसके लाभ से जहाँ स्त्रियों को अखण्ड सौभाग्य जीवन की प्राप्ति होती है और उसके पति की आयु भी लंबी होती है, तो वहीं पुरुष यदि इस व्रत को करते हैं तो उन्हें भी इस व्रत के परिणामस्वरूप किसी भी प्रकार के सुखों का सामना नहीं करना पड़ता है।

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है ये व्रत

हिन्दू धर्म में इस व्रत को ख़ास महत्व दिया गया है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना किये जाने का विधान है। इसके अलावा कई लोग धन प्राप्ति के उद्देश्य से या किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या के निवारण के लिए भी इस व्रत को रखते हैं। यहाँ आज हम आपको अशून्य शयन व्रत की पूजा विधि और उसके महत्व के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

अशून्य शयन व्रत का धार्मिक महत्व

धार्मिक ग्रंथों में से विष्णुधर्मोत्तर पृष्ठ- 71, मत्स्य पुराण पृष्ठ- 2 से 20 तक, पद्मपुराण पृष्ठ-24, विष्णुपुराण पृष्ठ- 1 से 19, आदि में आपको अशून्य शयन व्रत का पौराणिक उल्लेख एवं उसका महत्व मिल जाएगा। अशून्य शयन का अर्थ है- बिस्तर में अकेले न सोना पड़े और अपने अर्थ की ही तरह इस व्रत के द्वारा महिलाएं व पुरुष अपने वैवाहिक जीवन को मधुर बनाने के लिए इस व्रत को करते हैं। जिस प्रकार विवाहिक स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत करती हैं, ठीक उसी तरह इस व्रत का पालन भी पुरूष अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये करते हैं। क्योंकि ये माना गया है कि जीवन में जितनी जरूरत एक स्त्री को पुरुष की होती है, उतनी ही जरूरत एक पुरुष को स्त्री की भी होती है।
इसके साथ ही हेमाद्रि और निर्णयसिन्धु में भी इस व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। इनके अनुसार अशून्य शयन द्वितिया का यह व्रत पति-पत्नी के रिश्तों को तो बेहतर बनता ही है, साथ ही इस व्रत से उनके दांपत्य जीवन को भी मज़बूती प्रदान होती है।

अशून्य शयन व्रत मंत्र :

“लक्ष्म्या न शून्यं वरद यथा ते शयनं सदा।
शय्या ममाप्य शून्यास्तु तथात्र मधुसूदन।।”

अर्थात्, हे वरद, जैसे आपकी शेषशय्या लक्ष्मी जी से कभी सूनी नहीं होती, वैसे ही मेरी शय्या अपनी पत्नी से सूनी न हो, यानी मैं उससे कभी अलग ना रहूं !

इस व्रत से दांपत्य जीवन में नहीं आती कोई समस्या

यह व्रत मुख्यतौर से मां लक्ष्मी तथा श्री हरि, यानी भगवान विष्णु जी को समर्पित होता है। जिसके लिए इस दिन इनका विधि अनुसार पूजन करने का विधान है। शास्त्रों की माने तो चातुर्मास भगवान विष्णु का शयनकाल समय होता है और इसी दौरान अशून्य शयन व्रत के माध्यम से शयन उत्सव मनाया जाता है। इस व्रत को लेकर मान्यता है कि जो भी इस व्रत को सच्ची भावना से करता है, उसके दाम्पत्य जीवन में कभी दूरी नहीं आती। साथ ही उनका घर-परिवार भी सुख-शांति तथा सौहार्द से परिपूर्ण रहता है। इसलिए गृहस्थ पति को यह व्रत करना आवश्यक बताया गया है। चलिए अब जानते हैं कि इस व्रत में किस प्रकार करनी चाहिए भगवान की पूजा-आराधना ।

अशून्य शयन व्रत की कथा :

एक समय राजा रुक्मांगद ने जन रक्षार्थ वन में भ्रमण करते-करते महर्षि वामदेवजी के आश्रम पर पहुंच महर्षि के चरणों में साष्टांग दंडवत् प्रणाम किया। वामदेव जी ने राजा का विधिवत सत्कार कर कुशलक्षेम पूछी। तब राजा रुक्मांगद ने कहा- ‘भगवन ! मेरे मन में बहुत दिनों से एक संशय है। मुझे किस सत्कर्म के फल से त्रिभुवन सुंदर पत्नी प्राप्त हुई है, जो सदा मुझे अपनी दृष्टि से कामदेव से भी अधिक सुंदर देखती है। परम सुंदरी देवी संध्यावली जहां-जहां पैर रखती हैं, वहां-वहां पृथ्वी छिपी हुई निधि प्रकाशित कर देती है। वह सदा शरद्काल के चंद्रमा की प्रभा के समान सुशोभित होती है।

विप्रवर! बिना आग के भी वह षड्रस भोजन तैयार कर लेती है और यदि थोड़ी भी रसोई बनाती है, तो उसमें करोड़ों मनुष्य भोजन कर लेते हैं। वह पतिव्रता, दानशीला तथा सभी प्राणियों को सुख देने वाली है। उसके गर्भ से जो पुत्र उत्पन्न हुआ है, वह सदा मेरी आज्ञा के पालन में तत्पर रहता है। द्विजश्रेष्ठ ! ऐसा लगता है, इस भूतल पर केवल मैं ही पुत्रवान हूं, जिसका पुत्र पिता का भक्त है और गुणों के संग्रह में पिता से भी बढ़ गया है। किस प्रकार मैं इन सुखों को भोगता रहूँ और मेरी पत्नी और परिवार मेरे से अलग न हो.

तब ऋषि वामदेव ने कहा : तुम विष्णु और लक्ष्मी का ध्यान करते हुए, श्रावण मास से शुरू करके भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया को भी यह व्रत करो. जन्मों-जन्मों तक तुम्हें अपनी पत्नी का साथ मिलता रहेगा, सभी भोग-ऐश्वर्य पर्याप्त मात्रा में मिलते रहेंगे !

व्रत को करने की सही विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहने और अगर संभव हो तो आज दिन भर मौन धारण करें।
  • इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के सामने जाकर व्रत का संकल्प लें और व्रत की शुरुआत करें।
  • दिनभर कुछ भी न खाए। हालांकि ऐसा करना संभव न हो तो सिर्फ फलाहार ही करें।
  • इसके बाद शाम को पुनः स्नान करके विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें मुख्य रूप से लड्डू और केले का भोग लगाएँ।
  • इसके बाद उन्हें धूप दीप दिखाकर इन मंत्र का जाप करें-
  • ॐ विष्णुदेवाय नमः।।
  • ॐ महालक्ष्मयै नमः।।
  • मन्त्रों के जाप के बाद सपरिवार पूजा करें और पूजन के बाद विष्णु और लक्ष्मी को शयन करवा दें।
  • इसके बाद एक स्टील के लोटे में दूध, जल और चावल घोलकर चंद्रमा को अर्घ्य दें।
  • चंद्र मां को अर्घ्य देने के बाद ही अशून्य शयन व्रत का पारण किया जाता है।
  • आज के दिन चन्द्रोदय 20 बजकर 18 मिनट पर होगा। इसलिए इस समय ही चंद्र को अर्घ्य देना शुभ रहेगा।
  • फिर अगले दिन, यानी तृतीया तिथि को, यानी कल के दिन किसी ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए और उनका आशीर्वाद
  • लेकर उन्हें कोई मीठा फल और दक्षिणा देनी चाहिए।
  • इस प्रकार व्रत आदि को करने से आपके जीवनसाथी पर आने वाली सारी मुसीबतों से आपको छुटकारा मिलता है।
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राशिफल, 14 जुलाई 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

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मेष/aries

14 जुलाई 2022 :

क़ुदरत ने आपको आत्मविश्वास और तेज़ दिमाग़ से नवाज़ा है- इसलिए इनका भरपूर इस्तेमाल कीजिए। आपके घर से जुड़ा निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। अपनी नई परियोजनाओं के लिए अपने माता-पिता को विश्वास में लेने का सही समय है। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। बड़े उद्योगपतियों के साथ साझीदारी का व्यवसाय फ़ायदेमंद रहेगा। इस राशि के छात्र छात्राओं को आज के दिन पढ़ाई में मन लगाने में दिक्कतें आ सकती हैं। आज आप अपना कीमती समय दोस्तों के चक्कर में बर्बाद कर सकते हैं। किसी ख़बसूरत याद के कारण आपके और आपके जीवनसाथी के बीच की अनबन रुक सकती है। इसलिए वाद-विवाद की हालत में पुराने दिनों की यादों को ताज़ा करना न भूलें।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृष/Taurus

14 जुलाई 2022 :

पेचीदा हालात में फँसने पर घबराएँ नहीं। जैसे खाने में थोड़ा-सा तीखापन उसे और भी लज़ीज़ बना देता है, उसी तरह ऐसी परिस्थितियाँ आपको ख़ुशियों की सही क़ीमत बताती हैं। अपना मूड बदलने के लिए किसी सामाजिक आयोजन में शिरकत करें। आकस्मिक मुनाफ़े या सट्टेबाज़ी के ज़रिए आर्थिक हालात सुदृढ़ होंगे। पुराने दोस्त मददगार और सहयोगी साबित होंगे। संभव है आज आप अपने प्रिय को टॉफ़ी और कॉकलेट वग़ैरह दें। अपना बायोडाटा भेजने या किसी इंटरव्यू में जाने के लिए अच्छा समय है। अपने बच्चों को आज समय का सदुपयोग करने की सलाह दे सकते हैं। आप और आपका जीवनसाथी मिलकर वैवाहिक जीवन की बेहतरीन यादें रचेंगे।

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मिथुन/Gemini

14 जुलाई 2022 :

दोस्तों के साथ शाम सुखद रहेगी लेकिन ज़्यादा खाने और मदिरापान से बचें। आपकी माता पक्ष से आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है। हो सकता है कि आपके मामा या नाना आपकी आर्थिक मदद करें। आपको परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी दिक़्क़त होगी, लेकिन इस वजह से अपनी मानसिक शान्ति भंग न होने दें। रुमानी यादें आज आपके ऊपर छायी रहेंगी। इस राशि के कारोबारी आज किसी करीबी की गलत सलाह के कारण परेशानी में आ सकते हैं। जॉब करने वाले जातकों को आज कार्यक्षेत्र में सोच-समझकर चलने की जरुरत है। अपनी ख़ासियत और भविष्य की योजनाओं पर फिर से सोचने का समय। आज का दिन उन्माद में घिर जाने का है; क्योंकि आप अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम के चरम का अनुभव करेंगे।

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कर्क/Cancer

14 जुलाई 2022 :

पिता आपको जायदाद से बेदख़ल कर सकते हैं। लेकिन निराश न हों। ध्यान रखें कि संपन्नता दिमाग़ को ज़ंग लगा देती है और कठिनाई उसे पैना करती है। पैसे की अहमियत को आप अच्छे से जानते हैं इसलिए आज के दिन आपके द्वारा बचाया गया धन आपके बहुत काम आ सकता है और आप किसी बड़ी मुश्किल से निकल सकते हैं। परिवार के सदस्यों की अच्छी सलाह आज आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी। आज हो सकता है कि पहली नज़र में ही आपको कोई पसंद कर ले। काम की अधिकता के बावजूद भी आज कार्यक्षेत्र में आपमें ऊर्जा देखी जा सकती है। आज आप दिये गये काम को तय वक्त से पहले ही पूरा कर सकते हैं। आपका संंगी आपसे सिर्फ कुछ समय चाहता है लेकिन आप उनको समय नहीं दे पाते जिससे वो खिन्न हो जाते हैं। आज उनकी यह खिन्नता स्पष्टता के साथ सामने आ सकती है। यह दिन आपके जीवनसाथी के रूमानी पहलू को भरपूर तरीक़े से दिखाएगा।

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Leo
सिंह/Leo

14 जुलाई 2022 :

ख़याली पुलाव पकाने में वक़्त ज़ाया न करें। सार्थक कामों में लगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचाकर रखें। रुका हुआ धन मिलेगा और आर्थिक हालात में सुधार आएगा। कुछ लोगों के लिए- परिवार में किसी नए का आना जश्न और उल्लास के पल लेकर आएगा। आज आप हर तरफ़ प्यार-ही-प्यार फैलाएंगे। लंबित परियोजनाएँ पूरी होने की दिशा में बढ़ेंगी। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। आज आपके वैवाहिक जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक हो सकता है।

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कन्या/Virgo

14 जुलाई 2022 :

दूसरों के लिए ख़राब नीयत रखना मानसिक तनाव को जन्म दे सकता है। इस तरह के विचारों से बचें, क्योंकि ये समय की बर्बादी करते हैं और आपकी क्षमताओं को ख़त्म करते हैं। पैसों की कमी आज घर में कलह की वजह बन सकती है, ऐसी स्थिति में अपने घर के लोगों से सोच-समझकर बात करें और उनसे सलाह लें। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। रुमानी यादें आज आपके ऊपर छायी रहेंगी। दिन की शुरुआत से अन्त तक आप ख़ुद को ऊर्जा से लबरेज़ महसूस करेंगे। आपको अपने घर के छोटे सदस्यों के साथ वक्त बिताना सीखना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप घर में सद्भाभ बना पाने में कामयाब नहीं हो पाएंगे. आपका जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ़ करेगा और आप पर बहुत स्नेह उढ़ेलेगा।

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Libra
तुला/Libra

14 जुलाई 2022 :

मानसिक और नैतिक शिक्षा के साथ शारीरिक शिक्षा भी लें, केवल तभी सर्वांगीण विकास संभव है। याद रखें कि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ दिमाग़ निवास करता है। आज आप घर से बाहर तो बहुत सकारात्मकता के साथ निकलेंगे लेकिन किसी कीमती वस्तु के चोरी होने की वजह से आपका मूड खराब हो सकता है। आपकी परेशानी आपके लिए ख़ासी बड़ी हो सकती है, लेकिन आस-पास के लोग आपके दर्द को नहीं समझेंगे। शायद उन्हें लगता हो कि इससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। बाहरी चीज़ों का अब कोई ख़ास मायने आपके लिए नहीं बचा है, क्योंकि आप ख़ुद को हमेशा प्यार की ख़ुमारी में महसूस करते हैं। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। चीज़ों और लोगों को तेज़ी-से परखने की क्षमता आपको दूसरों से आगे बनाए रखेगी। आपका वैवाहिक जीवन इससे अधिक रंगों से भरा कभी नहीं रहा है।

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वृश्चिक/Scorpio

14 जुलाई 2022 :

अपना तनाव दूर करने के लिए परिवार वालों की मदद लें। उनकी सहयता को खुले दिल से स्वीकारें। अपनी भावनाओं को दबाएँ और छुपाएँ नहीं। अपने जज़्बात दूसरों के साथ साझा करने से फ़ायदा मिलेगा। आपके माता पिता आपकी फिजूलखर्ची को देखकर आज चिंतित हो सकते हैं और इसलिए आपको उनके गुस्से का शिकार भी होना पड़ सकता है। बच्चे भले ही आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हों, लेकिन साथ ही ख़ुशियों की वजह भी साबित होते हैं। आज के दिन अपने प्रिय से कोई तल्ख़ बात न कहें। आज आपका मन ऑफिस के काम में नहीं लगेगा। आज आपके मन में कोई दुविधा होगी जो आपको एकाग्र नहीं होने देगी। जो भी आपसे मिले, उसके साथ विनम्र और सुखद व्यवहार करें। बहुत कम लोग ही आपके इस आकर्षण का राज़ जान पाएंगे। चीज़ें आपकी इच्छा के मुताबिक़ नहीं चलेंगी, लेकिन अपने हमदम के साथ आप अच्छा समय गुज़ारेंगे।

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धनु/Sagittarius

14 जुलाई 2022 :

सेहत के नज़रिए से यह वक़्त थोड़ा ठीक नहीं है, इसलिए जो आप खाएँ उसके प्रति सावधान रहें। अगर आप लम्बे वक़्त के लिए निवेश करें, तो अच्छा-ख़ासा फ़ायदा हासिल कर सकते हैं। आपको आश्चर्य में डालते हुए आपके बचाव में आपका भाई आगे आएगा। आपको एक-दूसरे की ख़ुशी के लिए आपसी सहयोग और साथ में मिलकर काम करने की ज़रूरत है। याद रखें कि सहयोग जीवन का केंद्र-बिंदु है। आज आपके और आपके प्यार के बीच कोई आ सकता है। कार्यक्षेत्र में हालात आपके पक्ष में रुख़ करते मालूम होंगे। जब आपको लगता है कि आपके पास घर वालों या अपने दोस्तों के लिए टाइम नहीं है तो आपका मन खराब हो जाता है। आज भी आपकी मन स्थिति ऐसी ही रह सकती है। मुमकिन है कि महरी या काम वाली बाई की तरफ़ से कोई परेशानी खड़ी हो, जिससे आपके व आपके जीवनसाथी को तनाव संभव है।

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मकर/Capricorn

14 जुलाई 2022 :

अपनी शारीरिक सेहत सुधारने के लिए संतुलित आहर लें आज के दिन भूलकर भी किसी को पैसे उधार न दें और यदि देना जरुरी हो तो देने वाले से लिखित में लें कि वो पैसा वापस कब करेगा। दफ़्तर के कामकाज में ज़्यादा व्यस्तता के चलते अपने जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता तनावपूर्ण हो सकता है। एकतरफ़ा लगाव आपके लिए सिर्फ दिल तोड़ने का काम करेगा। आप आप अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने में सफल रहेंगे, बशर्ते इसके लिए आप दूसरों से मदद लें तो। उन चीजों को दोहराना जिनका अब आपके जीवन में कोई महत्व नहीं है, आपके लिए ठीक नहीं है। ऐसा करके आप अपना वक्त ही बर्बाद करेंगे और कुछ नहीं। जीवनसाथी द्वारा परिवार और मित्रों के बीच नकारात्मक तरीक़े से आपके वैवाहिक जीवन की निजी बातें उजागर हो सकती हैं।

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कुम्भ/Aquarius

14 जुलाई 2022 :

बाहरी गतिविधियाँ आपके लिए फ़ायदेमंद रहेंगी। क़िलेबंदी वाली जीवन-शैली में बंधे रहना और हमेशा अपनी सुरक्षा की चिंता करना आपके शारीरिक और मानसिक विकास को रोक देंगे। यह आदत आपको चिड़चिड़ा और बेचैन इंसान बना सकती है। आज किया गया निवेश आपकी समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा में इज़ाफ़ा करेगा। परिवार के लोगों से अपनी परेशानियां साझा करके आप हल्का महसूस करते हैं, लेकिन कई बार आप अपने अहम को आगे रखकर घर वालों को जरुरी बातें नहीं बताते। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए ऐसा करके परेशानी और भी बढ़ेगी कम नहीं होगी। यह दिन प्रसन्नता और ज़िन्दादिली के साथ किसी ख़ास संदेश को भी देगा । आपका दिमाग़ काम-काज की उलझनों में फँसा रहेगा, जिसके चलते आप परिवार और दोस्तों के लिए समय नहीं निकाल पाएंगे। दिन अच्छा है दूसरों के साथ-साथ आप अपने लिए भी वक्त निकाल पाएंगे। ऐसा लगता है कि आपके जीवनसाथी आज आपके ऊपर ख़ास ध्यान देंगे।

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मीन/Pisces

14 जुलाई 2022 :

अपने काम के लिए दूसरों पर दबाव न डालें। दूसरे लोगों की इच्छाओं और दिलचस्पियों पर भी ग़ौर करें, इससे आपको दिली ख़ुशी हासिल होगी। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। अनपेक्षित रोमांटिक आकर्षण की संभावना है। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। आज ऐसी कई सारी चीज़ें होंगी – जिनकी तरफ़ तुरन्त ग़ौर करने की आवश्यकता है। वैवाहिक जीवन के लिए विशेष दिन है। अपने जीवनसाथी को बताएँ कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं।

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पंचांग, 14 जुलाई 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज अशून्यशयन व्रत प्रारम्भ (चन्द्रोदय व्यापिनी) अशून्य शयन व्रत का महत्व: धार्मिक अम्न्यता है कि इस व्रत को करने से पत्नी दीर्घायु होती है। दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है तथा दांपत्य जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। जीवन साथ का सहयोग हमेशा बना रहता है। वैवाहिक जीवन से नकारात्मकता दूर होती है। पति और पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है।

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विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः श्रावण़, 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः प्रतिपदा रात्रि 08.17 तक है,

वारः गुरूवार, नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा रात्रि 08.18 तक है, 

योगः वैधृति प्रातः 08.27 तक। 

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

करणः बालव, 

सूर्य राशिः मिथुन, चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.37, सूर्यास्तः 07.17 बजे। 

लखनऊ में पिटबुल कुत्ते ने मालकिन का पेट फाड़कर मांस निकाला, हुई मौत

लखनऊ के कैसरबाग इलाके में पालतू पिटबुल डॉग द्वारा अपनी मालिकन बुजुर्ग महिला की नोच-नोचकर हत्या मामले में लखनऊ नगर निगम ने बयान जारी किया है। लखनऊ नगर निगम ने उन लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं जिनके पास अमेरिकी पिटबुल, रोटवीलर, साइबेरियन हस्की, डोबर्मन पिंसर, बॉक्सर और जर्मन शेफर्ड जैसे कुत्ते हैं। निगम के मुताबिक लखनऊ में सभी प्रजातियों के 4824 पालतू कुत्तों को लाइसेंस जारी किए हैं, जिनमें से 23 लाइसेंस पिटबुल के हैं। 

लखनऊ(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ :

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग के बंगाली टोला में मंगलवार सुबह रिटायर्ड शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी (82) की उनके घर में पल रहे पिटबुल डॉग ने नोंच खाया, जिससे उनकी मौत हो गई। सुशीला त्रिपाठी परिवार के साथ कैसरबाग के बंगाली टोला में रहती थीं। वह नारी शिक्षा निकेतन में शिक्षिका के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। सुशीला और उनके परिवार ने घर में एक लेब्राडोर तो दूसरा खूंखार प्रजाति का पिटबुल डॉग पाल रखा है।

जिस पालतू कुत्ते को कभी गोद में बिठाकर अपने बच्चे की तरह रुई के फाहे से दूध पिलाया, प्यार दिया, उसने ही दर्दनाक मौत दे दी। घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में घटी है। लखनऊ के कैसरबाग में पालतू पिटबुल कुत्ते ने एक 82 साल की अपनी मालकिन को नोच-नोच कर मार डाला। मृतका सुशीला त्रिपाठी कैसरबाग के बंगाली टोला इलाके में परिवार के साथ रहती थीं। मंगलवार सुबह सुशीला छत पर दोनों श्वानों को टहला रही थीं। इस दौरान अचानक से पिटबुल ने सुशीला पर हमला कर पेट, सिर, चेहरा, पैर और हाथ में कई जगह नोंच लिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। जिस समय यह घटना हुई, उस दौरान सुशीला के घर में केवल नौकरानी ही थी। सुशीला की चीख सुनकर वह छत पर पहुंची तो उन्हें खून से लथपथ देख शोर मचाया। सूचना पर सुशीला का बेटा अमित भी आ गया। आनन-फानन उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 

मोहल्ले में रहने वाली मुन्नी ने बताया कि कुत्ते ने सुशीला को बुरी तरह जगह-जगह नोच डाला था। मांस के लोथड़े तक बाहर आ गए थे। वह खून से लथपथ हालत में थी। सुशीला का बेटा अमित त्रिपाठी अपने एक साथी के साथ चादर में ढककर उन्हें गाड़ी से अस्पताल ले जा रहा था। बहुत ही खौफनाक मंजर था। सुशीला के शरीर से टपकता खून देखकर मोहल्ले का हर व्यक्ति दहशत में था।

सुशीला के घर में रोजाना अखबार डालने के लिए ओम प्रकाश जाते हैं। उन्होंने बताया कि वह सुबह सुशीला के घर में अखबार डालने जैसे ही पहुंचते थे गेट के पास दोनों कुत्ते भौंकते हुए आ जाते थे। गेट की ग्रिल में अखबार लगाते ही वह खींचकर ले जाते थे।

डा डीके शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी लखनऊ का कहना है, “ऐसी घटनाओं के पीछे कुछ अहम कारण ही हैं। ये कुत्ते स्वभाव से ही शिकारी और बहुत हिंसक होते हैं। ऐसे में इन्हें भोजन में मीट-मांस देना इन्हें और हिंसक बनाता है। इसके अलावा देर तक भूखा रहने पर भी यह खुद पर अपना नियंत्रण खो बैठते हैं। सबसे अहम कारण इन कुत्तों को अकेला रखना। अकेले रहने पर इनकी हिंसक प्रवृत्ति बढ़ जाती है। साइबेरियन हस्की, डाबरमैन, गोल्डन रिट्रीवर, पिटबुल, राटवीलर प्रजाति के कुत्तों को घर में पालने के दौरान सचेत रहें। इन बातों का गंभीरतापूर्वक ध्यान रखें। “

पूर्व मंत्री और बसपा नेता हाजी याकूब कुरैशी की 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क, कोठी में मिला ये सामान

अल फहीम मीट फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान करीब पांच करोड़ रुपये कीमत का मीट पकड़ा गया था। पुलिस ने इस मामले में याकूब, उनकी पत्नी शमजिदा, बेटे फिरोज और इमरान, मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 लोग आरोपित बनाए है। याकूब, फिरोज, इमरान और मैनेजर मोहित त्यागी अभी फरार चल रहे है। सभी के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा हो चुका है। पुलिस कुर्की की तैयारी में जुटी हुई है, जबकि शमजिदा को अग्रिम जमानत मिल गई है।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, मेरठ :

बसपा सरकार में मंत्री रहे याकूब कुरैशी योगी सरकार में फरार चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए घर और फैक्ट्री की कुर्की की. कुर्क की गई संपत्ति की अनुमानित कीमत 100 करोड़ से अधिक की बताई जा रही है। दरअसल, अवैध मीट प्लांट संचालन के आरोप में बसपा के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी, उनके दो  बेटे और पत्नी  समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से याकूब कुरैशी परिवार समेत फरार है। इसी मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए घर और फैक्ट्री की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है।

खरखोदा के अलीपुर में याकूब के बेटे इमरान की मिट फैक्ट्री है। इसी फैक्ट्री पर 31 मार्च 2022 को मेरठ पुलिस प्रशासन की टीम में छापेमारी की थी। सूचना मिली थी कि फैक्ट्री में अवैध रूप से मीट पैकिंग की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने मौके से भारी मात्रा में फंगस लगा हुआ मीट भी बरामद किया था, जिससे बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया था। इसी मामले में हाजी याकूब कुरेशी, उनके बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी संजीदा बेगम समेत 17 लोगों पर खरखोदा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था । इसकी इसी मामले में हाजी याकूब कुरैशी और उनके दोनों बेटे फरार हैं। 

फिलहाल हाजी याकूब कुरैशी की पत्नी संजीदा बेगम इस मामले में जमानत पर बाहर है। बुधवार को पुलिस प्रशासन की टीम ने हाजी याकूब कुरैशी की कोठी और फैक्ट्री पर कुर्की की कार्रवाई शुरू की है। करीब 100 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी को पुलिस ने कुर्क कर लिया है। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रहा।

कुर्की की कार्रवाई के दौरान पुलिस को याकूब की कोठी में एसी और पंखे चलते मिलें। परिवार का कोई सदस्य मौके पर नहीं मिला। केवल नौकर और एक रिश्तेदार कोठी में मिले जबकि ड्रॉइंग रूम में टेबल पर कपों में चाय मिली तो डीप फ्रिजर में मीट तथा खाने-पीने वस्तुएं मिलीं। बताया जा रहा है कि पुलिस के पहुंचने से कुछ देर पहले ही याकूब का परिवार वहां से फरार हुआ। पुलिस को कोठी के अंदर कई कमरों में ताले लगे मिले। कुर्की की कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद है।

याकूब कुरैशी का हापुड़ रोड पर अलीपुर जिजमाना गांव में स्थित मीट प्लांट का क्षेत्रफल 13 हेक्टेयर है। इस जगह की कीमत 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है। एएसपी चंद्रकांत मीणा ने बताया कि कोठी के बाद याकूब के मीट प्लांट को कुर्क किया गया। इसकी कीमत 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इसके बाद भी आरोपितों के गिरफ्तार नहीं होने पर उन पर इनाम घोषित किया जाएगा।

मंदिर पक्ष ने कहा- किसी आक्रांता के मंदिर नष्ट करने से उसकी दिव्यता खत्म नहीं होती

ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी प्रकरण में बुधवार 13 जुलाई को भी सुनवाई जारी रही। मंदिर पक्ष ने अपनी बहस को पूरा करते हुए सुप्रीम कोर्ट के अलग-अलग करीब 25 जजमेंट भी अदालत में पेश किए। साथ ही मंदिर पक्ष से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन ने कहा कि अगर कोई आक्रांता आकर हमारे मंदिर को नष्ट भी कर दे तो उसकी दिव्यता खत्म नहीं होती। जबकि कल बहस की शुरुआत करते हुए मंदिर पक्ष के अधिवक्ता ने कहा था कि कहीं भी नमाज पढ़ लेने से वो जगह मस्जिद नहीं हो जाती।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, वाराणसी :

ज्ञानवापी केस में वाराणसी की कोर्ट में बुधवार को तीखी बहस हुई। मंदिर पक्ष ने कहा कि अगर किसी आक्रांता ने मंदिर नष्ट भी कर दिया है तो इससे उसकी दिव्यता खत्म नही हो जाती है। वहीं मस्जिद पक्ष ने कहा कि वहां नमाज होती थी, होती है और आगे भी होती रहेगी।

इस पर पत्रकारों से बातचीत में मस्जिद पक्ष के अधिवक्ता तौहीद अहमद ने कहा कि हमने अपनी बहस में कई सारे एक्ट का हवाला दिया है। रही बात नमाज होने से मस्जिद होने की तो वहां नमाज होती थी, होती है और आगे भी होती रहेगी।

51 बिंदुओं पर मुस्लिम पक्ष अपनी दलीलों को रख चुका है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने बताया कि अगर मुस्लिम कहीं पर नमाज पढ़ते हैं तो वो मस्जिद ही हो, ये जरूरी नहीं। वो सड़क, ट्रेन, बस कहीं भी नमाज पढ़ते हैं। हमारा वाद सुनने योग्य है। मुस्लिम पक्ष की ओर से अधिवक्ता अभय यादव ने केस को खारिज करने की मांग की। हिंदू पक्ष अब वाद की पोषणीयता को लेकर आज अपने पक्ष को रखेगा। हिन्दू पक्ष का कहना है कि यहां विशेष धर्म उपासना स्थल विधेयक 1991 लागू नहीं होता है। ये कहीं भी जरूरी नहीं कि मुसलमान जहां पर नमाज पढ़ रहा हो तो वो मस्जिद ही हो।

18 अगस्त 2021 को पांच महिलाओं द्वारा सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मंदिर में दर्शन पूजन और विग्रहों को संरक्षित करने को लेकर याचिका दी गयी थी। न्यायालय द्वारा ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आदेश दिया गया था। अधिवक्ता कमिश्नर की रिपोर्ट के आधार पर हिंदू पक्ष ने वहां शिवलिंग मिलने का दावा किया। साथ ही ज्ञानवापी परिसर में हिंदू धर्म से जुड़ी कलाकृतियां और मंदिर के शिखर मिलने का भी दावा किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज के यहां वाद की पोषणीयता को लेकर सुनवाई चल रही है।