‘माता सीता जयंती ‘ : वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की नवमी

हर साल वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को माता सीता का प्राकट्य दिवस मनाया जाता है। इस दिन को सीता नवमी और जानकी जयंती के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों में सीता नवमी का महत्व भी राम नवमी के समान ही बताया गया है। इस बार सीता नवमी का पर्व 10 मई को पड़ रहा है। सीता नवमी को रामनवमी की तरह विशेष माना जाता है। इस दिन मां सीता और भगवान श्रीराम की पूजा करने से हर तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है। 

राजविरेन्द्र वशिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट, धर्म /संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़:

सनातन धर्म के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी मनाई जाती है। इस साल ये पर्व 10 मई को आ रहा है। इसे भगवान श्रीराम की पत्नी सीता का प्राकट्य दिवस माना जाता है। कहते हैं कि मां सीता ने इसी दिन धरती पर अवतरण लिया था। सीता नवमी के दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और श्रीराम एवं सीता की पूजा करती हैं। कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने से 16 महान दान का फल मिलता है। आइए जानते हैं क्यों मनाई जाती है सीता नवमी और क्या है मां सीता से जुड़ी पौराणिक कथा?

नेपाल में खासकर इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाया जाता है। नेपाल के जानकी मंदिर में इस दिन बहुत बड़ा आयोजन किया जाता है। कहा जाता है कि आज के दिन ही माता सीता भूमि के गर्भ से प्रकट हुई थी और इसी कारण इसे जानकी जयंती के नाम से जाना जाता है।

रामायण में ये कथा बहुत प्रसिद्द है कि एक बार जब जनकपुरी में भयानक अकाल पड़ा तो ऋषियों ने राजा जनक को भूमि यज्ञ करने की सलाह दी ताकि वर्षा हो सके। यज्ञ के पश्चात राजा जनक को स्वर्ण के हल से पृथ्वी को जोतना था। जब वे ऐसा कर रहे थे तो उनका हल एक जगह अटक गया। जब उस जगह को खोदा गया तो वहां से एक कन्या का प्राकट्य हुआ जिसे राजा जनक ने अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार किया। उनकी पुत्री होने के कारण उस कन्या का नाम जानकी पड़ा और चूँकि उनका प्रादुर्भाव भूमि के खुदाई (सीतने) के कारण हुआ था, उनका एक नाम सीता भी पड़ा। बचपन में ही सीता ने भगवान् शिव का महान पिनाक धनुष उठा लिया था जिसे कभी कोई हिला भी नहीं पाया था। इसे देख कर राजा जनक ने सीता के स्वयंवर में ये शर्त रखी कि जो योद्धा पिनाक पर प्रत्यञ्चा चढ़ा देगा उसी से सीता का विवाह किया जाएगा। सभी राजाओं के असफल होने के बाद अंततः श्रीराम ने धनुष को भंग कर सीता से विवाह किया।

कम्ब रामायण के अनुसार सीता पिछले जन्म में वेदवती नाम की कन्या थी जो भगवान् विष्णु को अपने पति के रूप में पाने के लिए तपस्या कर रही थी। एक बार रावण घूमते हुए वहाँ आया और वेदवती की सुंदरता पर मुग्ध हो गया। वेदवती द्वारा रावण का प्रणय निवेदन अस्वीकार करने के बाद रावण ने उसके साथ दुष्कर्म करना चाहा जिससे बचने के लिए उसने यज्ञ-कुंड में कूद कर अपने प्राण त्याग दिए। उसके इस त्याग के कारण भगवान नारायण ने उसे वरदान दिया कि अगले जन्म में वो उन्हें पति के रूप में पा सकेगी। मृत्यु से पहले उसने रावण को श्राप दिया कि अगले जन्म में वो उसकी मृत्यु का कारण बनेगी। साथ ही उसने ये श्राप भी दिया कि अगर आज के पश्चात रावण किसी भी स्त्री के साथ बिना उसकी इच्छा के रमण करेगा तो तत्काल उसकी मृत्यु हो जाएगी। यही कारण था कि रावण ने सीता का हरण करने के बाद भी उसके साथ कोई दुर्व्यहवार नहीं किया। कई मान्यताओं के अनुसार, सीता रावण की पुत्री थी जिसके जन्म के तुरंत बाद रावण ने अनिष्ट की आशंका से उसका त्याग कर दिया था क्यूँकि उसे आशंका थी कि वेदवती ही सीता का जन्म लेकर आयी है। 

सीता नवमी की पौराणिक कथा के अनुसार मारवाड़ क्षेत्र में एक वेदवादी श्रेष्ठ धर्मधुरीण ब्राह्मण निवास करते थे। उनका नाम देवदत्त था। उन ब्राह्मण की बड़ी सुंदर रूपगर्विता पत्नी थी, उसका नाम शोभना था। ब्राह्मण देवता जीविका के लिए अपने ग्राम से अन्य किसी ग्राम में भिक्षाटन के लिए गए हुए थे। इधर ब्राह्मणी कुसंगत में फंसकर व्यभिचार में प्रवृत्त हो गई। जब उसकी मृत्यु हुई तो उसका अगला जन्म चांडाल के घर में हुआ। पति का त्याग करने से वह चांडालिनी बनी, ग्राम जलाने से उसे भीषण कुष्ठ हो गया तथा व्यभिचार-कर्म के कारण वह अंधी भी हो गई। अपने कर्म का फल उसे भोगना ही था। इस प्रकार वह अपने कर्म के योग से दिनों दिन दारुण दुख प्राप्त करती हुई देश-देशांतर में भटकने लगी। एक बार दैवयोग से वह भटकती हुई कौशलपुरी पहुंच गई। संयोगवश उस दिन वैशाख मास, शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि थी। उस पवित्र दिन भूख-प्यास से व्याकुल वह दुखियारी लोगों से भोजन के लिए प्रार्थना करने लगी।

रोते-रोते वह स्त्री श्री कनक भवन के सामने बने एक हजार पुष्प मंडित स्तंभों से गुजरती हुई उसमें प्रविष्ट हुई। जहाँ एक भक्त ने उससे कहा- देवी! आज तो सीता नवमी है, भोजन में अन्न देने वाले को पाप लगता है, इसीलिए आज तो अन्न नहीं मिलेगा। कल पारणा करने के समय आना किंतु वह नहीं मानी। अधिक कहने पर भक्त ने उसे तुलसी एवं जल प्रदान किया। वह पापिनी भूख से मर गई। किंतु इसी बहाने अनजाने में उससे सीता नवमी का व्रत पूरा हो गया। व्रत पूरा होने से देवी ने उसे समस्त पापों से मुक्त कर दिया। इस व्रत के प्रभाव से वह पापिनी निर्मल होकर स्वर्ग में आनंदपूर्वक अनंत वर्षों तक रही। तत्पश्चात् वह कामरूप देश के महाराज जयसिंह की महारानी काम कला के नाम से विख्यात हुई। उसने अपने राज्य में अनेक देवालय बनवाए, जिनमें जानकी-रघुनाथ की प्रतिष्ठा करवाई। 
अत: सीता नवमी पर जो श्रद्धालु माता जानकी का पूजन-अर्चन करते है, उन्हें सभी प्रकार के सुख-सौभाग्य प्राप्त होते हैं। श्रीजानकी नवमी पर श्रीजानकी जी की पूजा, व्रत, उत्सव, कीर्तन करने से उन परम दयामयी श्रीमती सीता जी की कृपा हमें अवश्य प्राप्त होती है तथा इस दिन जानकी स्तोत्र, रामचंद्रष्टाकम्, रामचरित मानस आदि का पाठ करने से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

आर्किटेक्ट्स के सम्मेलन में रिलीज की गई किताब ‘फाइव डिकेड्स ऑफ इंडियाज बिल्ट एनवायरनमेंट’

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 8 मई, 2022:

जियोन एग्जीबिशंस द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन इंटीरियर डिजाइनर्स (आईआईआईडी) के दिल्ली रीजनल चैप्टर, आईआईआईडी चंडीगढ़ चैप्टर और इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए) चंडीगढ़ चैप्टर के सहयोग से होटल हयात रीजेंसी में ‘लैप ऑफ लक्ज़री’ नामक एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें देश के शीर्ष वास्तुकारों और इंटीरियर डिजाइनरों ने भाग लिया। कई दिग्गजों ने निर्माण उद्योग के विभिन्न पहलुओं जैसे डिजाइन, वास्तुकला, भवन और निर्माण उत्पादों पर अपने विचार साझा किए।

जियोन एग्जीबिशंस के डायरेक्टर, आदर्श गिल ने ‘लैप ऑफ लग्जरी’ के मौके पर बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “निर्माण, बुनियादी ढांचे, वास्तुकला और डिजाइन के क्षेत्र में डिजाइन और टैक्नोलॉजी के नवीनतम ट्रेंड्स ने अवसरों और चुनौतियों का भंडार खोल दिया है और हमें इस सबके साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है।”

सम्मेलन के दौरान आर्किटेक्ट दीक्षु कुकरेजा द्वारा लिखित ‘फाइव डिकेड्स ऑफ इंडियाज बिल्ट एनवायरनमेंट’ (भारत के निर्माण पर्यावरण के पांच

Breaking मोहाली : इंटेलिजेंस बिल्डिंग की दूसरी मंज़िल पर धमाका

मोहाली में इनतेरलिजेंस बिल्डिंग की दूसरी मंज़िल पर रॉकेट का धमाका।

मोहाली में सोहना गुरुद्वारे के पास बनी हुई इस पंजाब पुलिस के भवन पर यह हमला सीधे ही पुलिस पर आक्रमण है।पूर्ण आक्रमण में किसी की भी जान नहीं गयी

कैसा धमाका है अभी जांच जारी

खुफिया विभाग का दफ्तर है सुहाना

राकेट से धमाके का संशय

पंजाब के मोहाली में स्टेट इंटैलिजेंस दफ़्तर के बाहर धमाके की सूचना

टूटे कांच RPG ब्लास्ट से – सूत्र

गुजरात में कांग्रेस को झटका, पार्टी नेता वसंत भटोल भाजपा में शामिल

करीब छह महीने पहले परप्रांतीय लोगों पर बड़ी संख्या में हुए हमलों की वजह से गुजरात अचानक से राष्ट्रीय स्तर की सुर्खियों में शामिल हो गया था,  तब गुजरात में 14 महीने की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म के एक मामले में बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद राज्य के कई इलाकों में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ जबर्दस्त हिंसा भड़क गई थी। इसके चलते कई लोगों को गुजरात छोड़ना पड़ा था। हिंदीभाषी पीड़ितों ने उस समय खुद पर हुई ज्यादती के लिए अल्पेश ठाकोर और उनके नेतृत्व वाली ‘गुजरात क्षत्रिय-ठाकोर सेना’ को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अहमदाबाद :  

गुजरात के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता वसंत भटोल सोमवार को गांधीनगर में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय ‘कमलम’ में पार्टी में शामिल हो गए। भटोल ने अप्रैल 2019 में आम चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और विपक्षी पार्टी द्वारा उनके पिता पार्थी भटोल को बनासकांठा से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिए जाने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे। भटोल ने 2009 में बनासकांठा की दांता विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार के रूप में उपचुनाव जीता था।  गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

आखिरकार गुजरात की पिछड़ी जाति, ठाकोर समाज के नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस छोड़कर चले गए। उनके बारे में बताया जा रहा है कि वे अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। हालांकि उन्होंने अभी तक किसी भी पार्टी में शामिल होने की बात नहीं बताई है, लेकिन उनके व्यवहार और राजनीतिक सोच को देखकर यह साफ होने लगा है कि वे भाजपा का ही दामन थामेंगे। इससे गुजरात कांग्रेस को झटका तो लगा है, लेकिन कुछ मायने में फायदा भी हो सकता है।

भाजपा की गुजरात इकाई के प्रमुख सीआर पाटिल ने भटोल के पार्टी में वापस आने का स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होकर गलती की और दावा किया कि वह ‘मातृ संगठन’ में वापस आकर इसे ठीक कर रहे हैं।  भटोल ने दावा किया कि वह बिना किसी पूर्व शर्त या टिकट की उम्मीद के फिर से भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि मुझे मातृ प्रेम इसी संस्‍था से मिला और भाजपा से दूर होने पर मैं दुखी रहा। उन्‍होंने कहा कि भाजपा ने मुझे अस्तित्‍व दिया है और पहचान दी है।

उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्‍यवाद दिया। उन्‍होंने कहा कि मैं अपने कर्तव्‍यों को जिम्‍मेदारी से निभाऊंगा। वहीं, हाल में सूरत के लिम्‍बायत से कांग्रेस के 2017 में प्रत्‍याशी रहे पूर्व उपमहापौर डॉ. रविंद्र ने घर वापसी की थी। जबकि श्‍वेता ब्रह्मभट्ट ने भी कांग्रेस से इस्‍तीफा देकर भाजपा में शामिल होने का रास्‍ता बना लिया है।

गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। भटोल ने दावा किया कि वह बिना किसी पूर्व शर्त या टिकट की उम्मीद के फिर से भाजपा में शामिल हुए हैं।

पुरोहित ने सेवा भारती के कार्यों की सराहना की 

चण्डीगढ़ :

सेवा भारती, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष गिरधारी लाल जिंदल संस्था के अन्य सदस्यों ऋषि सरीन और रमेश गुप्ता के साथ पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित से मिले और सेवा भारती के द्वारा किए जा रहे सेवा कार्यों का ब्यौरा दिया। सेवा भारती समाज के कमजोर वर्ग की सहायता के लिए भिन्न-भिन्न कार्य करती है। पुरोहित ने गिरधारी लाल जिंदल को पीजीआई में समाज के कमजोर वर्ग के परिवारों की ज्यादा से ज्यादा मदद करने में अपेक्षित योगदान देने हेतु सहमति प्रदान की। महामहिम ने सेवा भारती के कार्यों की सराहना की और अपना आशीर्वाद दिया।

आजादी  के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पेपर रीडिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया

चण्डीगढ़ :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-46, चण्डीगढ़ ने 75वां आजादी  के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पेपर रीडिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में कॉलेज के 26 छात्रों ने भाग लिया और विभिन्न विषयों जैसे इंडिया ऑफ माई ड्रीम्स, रोल ऑफ वीमेन, माई रोल मॉडल, मेक ए इंडिया, यूथ आइकन, प्रोग्रेसिव इंडिया पर पेपर प्रस्तुत किए। इस विशेष अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या प्रो. (डॉ.) आभा सुदर्शन ने ऑल इंडिया रेडियो चंडीगढ़ के निदेशक संजीव दुसांझ और सहायक निदेशक सुरिंदर पाल का स्वागत किया।  संजीव दुसांझ ने इस तरह की प्रतियोगिताओं के माध्यम से देश के जिम्मेदार नागरिक के रूप में योगदान देने के लिए कॉलेज स्तर पर छात्रों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये गतिविधियां न केवल जागरूकता फैलाती हैं बल्कि आजादी के बाद एकता का प्रचार भी करती हैं। उन्होंने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए कार्यक्रम के संयोजक डॉ. बलजीत सिंह को भी बधाई दी। कार्यक्रम के निर्णायक पंजाबी विभाग के डॉ प्रीतिंदर सिंह, अंग्रेजी विभाग के डॉ सुमीत गिल और हिंदी विभाग के डॉ लीम चंद थे। नीलेश सेठ ने पहला, एकमप्रीत कौर ने दूसरा और रोशन कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया। इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ राजेश, प्रो राजिंदर सिंह, प्रो प्रवीण चौबे, डॉ कुलविंदर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुपमा ने किया।

भवन विद्यालय के स्पेशल सेल ने मदर्स डे के लिए रोटरी के इनर व्हील क्लब का लिया साथ

 कठपुतली शो का आयोजन छात्रों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरता है 
चंडीगढ़, 9 मई 2022: भवन विद्यालय, सेक्टर 27, चंडीगढ़ के स्पेशल सेल के छात्रों ने आज  मदर्स डे मनाया,  उन्होंने इनर व्हील क्लब, रोटरी इंटरनेशनल, चंडीगढ़ के सदस्यों द्वारा आयोजित एक शानदार कठपुतली शो देखा।
इनर व्हील क्लब के स्वयंसेवी सदस्यों ने छात्रों के साथ क्वालिटी टाइम बिताया, उनका उत्साह बढ़ाया और उनका उत्साहवर्धन किया क्योंकि उन्होंने आयोजित कठपुतली शो में गर्मजोशी के साथ भाग लिया। छोटा भीम, डोरेमोन, और राजस्थानी गायकों और नर्तकियों जैसे पात्रों में जैसे  जान आ गई, क्योंकि कठपुतली बजाने वालों ने एक अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपने रागों को बजाया। उन्होंने मरणासन्न कठपुतली कला को जीवंत करने के लिए  बच्चों से भी बात की और उन्हें अपने गैजेट्स और स्मार्ट फोन से समय निकालकर इन छोटी खुशियों का आनंद लेने के लिए कहा।
छात्र गीत और नृत्य के साथ समारोह में शामिल हुए और बहुत खुशी से झूम उठे। छात्रों ने मदर्स डे कार्ड बनाए  ।

गुजरात विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर हो गया है

गुजरात में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वहां कांग्रेस में राजनीतिक घमासान तेज होता जा रहा है। कुछ महीने पहले हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तरह गुजरात में भी एक बार फिर से चुनावों से पहले आपस में नेताओं की तकरार शुरू हो गई है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने जिस तरह से पार्टी को निशाने पर लिया है उससे राजनीतिक हलकों में स्पष्ट संदेश है कि आने वाले कुछ दिनों में पटेल पार्टी छोड़कर किसी दूसरे दल में शामिल हो सकते हैं। वहीं, अंदरूनी रार के चलते कांग्रेस के नेताओं का चुनाव से ऐन वक्त पहले दूसरी पार्टियों में खिसकना जारी हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पार्टी के लिए उनके अपने ही नेता चुनौती बने हुए हैं। इसलिए गुजरात विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर हो गया है। 

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, गुजरात/ चंडीगढ़ :

पांच राज्यों के चुनावों में करारी हार से उबरने की कोशिश कर रही कांग्रेस इस साल के अंत में होने जा रहे गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बड़ी रणनीति बना रही है. कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि अंदरखाने पार्टी नेतृत्व बड़े पाटीदार नेता नरेश पटेल को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की रणनीति बना रहा है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस योजना का अहम हिस्सा हैं. सब ठीक रहा तो जल्द नरेश पटेल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. आपको बताते हैं कि कौन हैं नरेश पटेल, जिनके चेहरे पर कांग्रेस दांव लगा सकती है और आखिर क्यों नरेश पटेल पर कांग्रेस को इतना भरोसा है?

कांग्रेस को 2017 में 15 विधायकों के पलायन का सामना करना पड़ा था। इन नेताओं में दिग्गज लीडर शंकर सिंह वाघेला भी शामिल थे, जो सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। यही नहीं अहमद पटेल को अपनी राज्यसभा सीट के लिए बेहद कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा था, हालांकि वह करीबी अंतर से जीतने में कामयाब रहे थे। भले ही उस दौरान वाघेला ने भाजपा जॉइन नहीं की थी, लेकिन अन्य 14 विधायक भगवा दल में शामिल हो गए थे। कहा जा रहा है कि इस बार यह संख्या और अधिक भी हो सकती है। भाजपा के एक सीनियर नेता का कहना है कि आने वाले दिनों में कई और विधायक कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 

बता दें कि 2017 के बाद पहला झटका कांग्रेस को तब लगा था, जब 5 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। इसके अलावा दो विधायकों का निधन हो गया था और फिर 7 सीटों पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें भाजपा को 4 और कांग्रेस को 3 पर जीत मिली है। इनमें से एक ओबीसी विधायक अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन लिया था, लेकिन राधनपुर सीट पर हुए उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके मुकाबले कांग्रेस के रघु देसाई को जीत मिल गई थी। हालांकि 2020 में भाजपा के नए बने प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के नेतृत्व में 8 सीटों पर उपचुनाव हुआ था, जिनमें से सभी पर भाजपा को जीत मिली थी। इस तरह भाजपा की फिलहाल विधानसभा में संख्या 111 है। 

अहमदाबाद स्थित अच्युत याग्निक ने कांग्रेस की स्थिति को लेकर कहा, ‘कांग्रेस लगातार कमजोर होती दिख रही है। लीडरशिप की ओर से जरूरी ऐक्शन नहीं लिया जा रहा है। खासतौर पर राज्य स्तर पर स्थिति ठीक नहीं है। भाजपा का जमीन पर मजबूत संगठन है और उसे आरएसएस की ओर से भी ग्राउंड पर अच्छा सपोर्ट मिलता रहा है। कांग्रेस का किसी जमाने में सेवा दल नाम का संगठन था, लेकिन अब वह उस तरह से ऐक्टिव ही नहीं है।’ याग्निक ने कहा कि भाजपा सत्ता में है और कांग्रेस छोड़कर आने वाले नेताओं को भरोसा है कि वह लंबे समय तक सत्ता में रहेगी। 

Panchkula Police

Police Files, Panchkula -09 May -22

पुलिस कमीश्रर नें क्राईम मीटिंग लेकर , एसीपी एवंम थाना प्रभारियो को दिए सख्त निर्देश

                                           पंचकूला 09 मई :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज दिनांक 09 मई 2022 को कार्यालय पुलिस आयुक्त मन्सा देवी पंचकूला में पुलिस कमीश्रर डॉ. हनीफ कुरैशी नें अपराधो की रोकथाम हेतु सभी एसीपी , थाना प्रबंधक तथा क्राईम ब्रांच इन्चार्ज के साथ मींटिग का आयोजन किया गया ।

मीटिंग के दौरान पुलिस कमीश्रर नें मौजूद सभी एसीपी व थाना प्रबंधको निर्देश देते हुए कहा कि नशीले पदार्थो की बिक्री करनें वालों के खिलाफ कडी से कडी कार्यवाई करें और नशीला पदार्थो ब्रिक्री करनें वालें अड्डो को पता लगाकर उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करके नशा तस्करो के खिलाफ कडी कार्यवाही करें । और आमजनता के साथ अच्छा व्यवहार करे क्योकि अच्छा व्यव्हार ही आपकी पहचान है ।

इसके साथ मीटिंग के दौरान कहा कि क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 पिछले दो दिनों में 2 इनामी बदामशो को पकडकर अच्छा कार्य किया है इसी सन्दर्भ में कहा कि पी.ओ तथा इनामी बदमाशो को पकडनें हेतु विशेष टीम तैयार करकें जल्द गिरफ्तार करें ।

इसके अलावा मीटिंग मे कहा कि थानों में पडे लावारिश व्हीकलों की जल्द प्रक्रिया करके डिस्पोजल करें और थाना में रिकार्ड को अच्छे तरीके से रखें और किसी भी प्रकार से लम्बित कार्य ना रखें, चाहे वह किसी शिकायत या मामले से संबधित हो इसके अलावा कहा कि थाना में किसी भी प्राप्त शिकायत पर ततपर्ता से एक्सन लें । इन्ही शब्दो के साथ कहा कि थाना में महिला विरुद्व प्राप्त शिकायतों पर ततपर्ता से उचित कार्यवाही करें कोई लम्बित ना रहें ।

इसके साथ पुलिस कमीश्रर नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि पंचकूला पुलिस के द्वारा नशा तस्करी व तस्करों की सूचना हेतु ड्रग इन्फो लाईन नम्बर 708-708-1100 नंबर की शुरुआत की हुई है आमजन बिना किसी भय के इस नम्बर पर मादक पदार्थो की खरीद-फरोख्त हेतु (टैक्सट, वायस मैसेज, फोटो, विडियो, तथा लोकेशन, के माध्यम से नशा तस्करी और बिक्री के बारे में पुलिस को सूचना दे सकता है सूचना देने वाले का नाम पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाएगा ।

इस मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त श्री मोहित हांडा, एसीपी कालका, श्री मुकेश कुमार, एसीपी श्रीराजकुमार कौशिक,एसीपी श्रीमति ममता सौदा, एसीपी श्री किशोरी लाल, एसीपी श्री सुरेन्द्र कुमार, एसीपी क्राईम श्री अमन कुमार, एंव सभी थाना प्रबंधक व क्राईम यूनिट इन्चार्ज मौजूद रहें ।

पुलिस नें छीना झपटी के मामलें में तीन को लिया पुलिस रिमांड

                    पंचकूला 09 मई :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा भा.पु.से. के निर्देशानुसार , प्रंबधक थाना सेक्टर 20 अनिल कुमार के नेतृत्व में उप.नि. राजपाल सिंह के द्वारा लडाई-झगडा मारपिटाई व छीना छपटी के मामलें में तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान संदीप उर्फ गौरव पुत्र बंसत कुमार वासी पजांब कालौनी डेरा बस्सी पजांब , सन्नी उर्फ लांडी पुत्र बसन्त कुमार वासी आशियाना सेक्टर 20 पंचकूला तथा शिव कुमार उर्फ कगलूं पुत्र राम किशन वासी आशियाना सेक्टर 20 पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 07 मई 2022 को शिकायतकर्ता अरविंद पुत्र शंकर वासी आशियाना सेक्टर 20 नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 06 मई की रात को करीब 10.30 पी.एम पर गोरख व चीपडा नाम का व्यकित मुझे घर बुलाकर ले गये जो शराब के नशे में तीनो व्यक्तियो की आपस में लडाई- झगडा हो गया । जो व्यकित गौरख व चीपड नें शिकायतकर्ता की चाँदी की चेन व चाँदी का कडा निकालकर व मोबाइल फोन छीन कर लडाई झगडा करके भाग गये । जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 323,379-बी,34 भा0द0स0 के तहत थाना सेक्टर 20 मे मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी तफतीश करते हुए उपरोक्त मामलें में लडाई-झगडा व मारपिटाई के मामलें में तीनो उपरोक्त व्यक्तियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

महिला पुलिस नें कान्वेंट स्कूल में बच्चो गुड टच-बैड टच के बारे किया जागरूक

                    पंचकूला 09 मई :-

 पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा भा.पु.से. के निर्देशानुसार, आज दिनांक 09 मई 2022 को पुलिस प्रशासन की ओर से सेंट टैरेसा कान्वेंट स्कूल सेक्टर 25 में बच्चो विरुद्व अपराध की रोकथाम हेतु एंवम गुड टच-बैड टच पर जागरुक हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिस कार्यक्रम के तहत प्रबंधक महिला थाना नेहा चौहान बच्चो को गुड टच-बैड टच के प्रति बच्चो को जागरुक किया गया ।

प्रंबधक महिला थाना नेहा चौहान नें बच्चो को जानकारी देते हुए बताया कि बैड टच वह होता है जब कोई आपको इस तरह से टच करे कि उसका छूना आपको बुरा लगे, या फिर आप असहज महसूस कर रहे हों । वहीं अगर कोई आपके साथ गलत हरकत करे और बोले कि किसी को बताना मत, तो ये बैड टच होता है । ऐसी स्थिति में तुरंत ही शोर मचा दें । अपने मम्मी-पापा को बताएं । औऱ कुछ भी गलत लगे तो उसका विरोध करें और शोर मचा दें । अपने अभिभावकों को बिना संकोच के सब बातें बताएं ।

इसी के साथ राज्य सरकार द्वारा बच्चो की सहायता हेतु चाइल्ड हेल्पलाईन लाइन न. 1098 है अगर बच्चो विरुद्व किसी भी प्रकार की समस्या है तो इस नम्बर पर निसकोंच डॉयल करें । इसके साथ स्कूल अभिवावको को भी बच्चो विरुद्व अपराधो पर जागरुक किया गया और स्कूल अभिवावको को महिला विरुद्व अपराधो बारे भी जागरुक किया गया ।

खालिस्तानी झंडों के मामले में AAP ने BJP पर साधा निशाना, SFJ के महासचिव गुरपतवंत सिंह पन्नून, ने AAP से संबंध बताए, हिमाचल की एसआईटी को जांच पर लगाया गया 

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार पर खालिस्तान के झंडे मिलने के मामले में आम आदमी पार्टी (आआपा) ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विफल रहने का आरोप लगाया। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “पूरी भाजपा एक गुंडे को बचाने में लगी है और उधर खालिस्तानी झंडे लगाकर चले गए। जो सरकार विधानसभा ना बचा पाए, वो जनता को कैसे बचाएगी। ये हिमाचल की आबरू का मामला है, देश की सुरक्षा का मामला है। भाजपा सरकार पूरी तरह विफल हो गयी है।” जबकि अलगाववादी समूह ‘सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे)’ ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर लगाए गए खालिस्तान के झंडे सिख कार्यकर्ताओं के माध्यम से भेजे गए थे। वे कार्यकर्ता मंडी में अरविंद केजरीवाल की जनसभा में भाग लेने के लिए भगवंत मान के साथ गए थे।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, धर्मशाला/चंडीगढ़ :  

हिमाचल विभानसभा भवन के मुख्य गेट और चारदीवारी पर पर खालिस्तानी झंडे लगाए जाने की जांच के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एसआईटी बनाई गई है। श्रीराम चंद की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 153 ए और 153 बी और हिमाचल प्रदेश ओपन प्लेस एक्ट 1985 के सेक्शन 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही हिमाचल प्रदेश के DGP की ओर से इस केस की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई है। इस टीम का नेतृत्व धर्मशाल के इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी डीआईजी संतोष पाटियल करेंगे।

आईपीसी की धारा 153 के अनुसार-पूजा के स्थान आदि में किया गया अपराध- जो कोई उपधारा (1) में विनिर्दिष्ट अपराध किसी पूजा के स्थान में या किसी जमाव में, जो धार्मिक पूजा या धार्मिक कर्म करने में लगा हुआ हो, करेगा, वह कारावास से, जो 5 वर्ष तक का हो सकेगा, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा।

आईपीसी (IPC Section 153ख in Hindi) – राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन, प्राख्यान , IPC Section 159B ( IPC Section 153B. Imputations, assertions prejudicial to national-integration ) वह कारावास से, जो तीन वर्ष तक का हो सकेगा, या जुर्माने से, अथवा दोनों से, दंडित किया जाएगा ।

आपको बता दें कि रविवार सुबह धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार और चारदीवारी पर खालिस्तान के झंडे बंधे मिले थे।

अलगाववादी समूह ‘सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे)’ ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर लगाए गए खालिस्तान के झंडे सिख कार्यकर्ताओं के माध्यम से भेजे गए थे। वे कार्यकर्ता मंडी में अरविंद केजरीवाल की जनसभा में भाग लेने के लिए भगवंत मान के साथ गए थे।

एसएफजे के महासचिव गुरपतवंत सिंह पन्नून ने वीडियो में कहा, “चूंकि केजरीवाल-मान ने पंजाब चुनाव के दौरान खालिस्तान समर्थक सिखों को आप को 60 लाख डॉलर से अधिक का दान देने का लालच दिया था, इसलिए एसएफजे खालिस्तान जनमत संग्रह को बढ़ावा देने के लिए सीएम भगवंत मान के करीबी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल करेगा।”

पन्नून ने कहा, “धर्मशाला में खालिस्तान के झंडे सीएम जय राम ठाकुर के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि हिमाचल प्रदेश को खालिस्तान जनमत संग्रह के माध्यम से पुनः प्राप्त किया जाएगा और एक बार फिर पंजाब का हिस्सा होगा।”

इसी वीडियो में पन्नू ने कहा, “धर्मशाला से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक साफ संदेश गया है कि हिमाचल प्रदेश में भी खालिस्तान के जनमत संग्रह की माँग है। साथ ही एक बार फिर से यह पंजाब का हिस्सा होगा।” SFJ ने इसी साल जून के महीने में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की बरसी पर हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान लिए के जनमत संग्रह करवाने की घोषणा की है।

गौरतलब है कि 8 मई, 2022 (रविवार) को हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला स्थित विधानसभा के मुख्य द्वारा पर खालिस्तान के झंडे लटकाए गए थे। इसी के साथ वहाँ की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे भी लिख दिए गए थे। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का एलान किया था। इस केस में SIT का भी गठन कर दिया गया है।

इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 153-A, 153-B और यूएपीए के सेक्शन 13 के तहत यह मामला दर्ज किया गया था। सीमाओं को सील कर के तमाम ऐसी जगहों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है जहाँ खालिस्तानी समर्थकों के छिपने की संभावना हो। इस मामले में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू को मुख्य आरोपित बनाया गया है।”