राज ठाकरे के नेताओं ने ‘अजान’ के विरोध में लाउडस्पीकर पर बजाई ‘हनुमान चालीसा’
राज ठाकरे के आह्वान पर एमएनएस के कई कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया। नासिक में एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। इसके बाद कई जिलों से इसी तरह की बातें सामने आईं. इस पर वालसे पाटिल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिलीप वासले पाटिल के इस बयान पर मनसे कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज की। एमएनएस प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा, कानून की धमकी हमें न दें। पहले मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने के हाई कोर्ट के आदेश को अमल में लाएं। उन्होंने कहा, हमने ऐसी धमकी देने वाले बहुत देखे हैं।
मुंबई(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट – 04 अप्रैल:
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को शिवाजी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटवाया जाए नहीं तो हम मस्जिदों के सामने स्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाएंगे। लेकिन शिवाजी पार्क में आयोजित राज ठाकरे के इस कार्यक्रम पर तीखा हमला बोलते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि लोगों को लगता है कि यह कार्यक्रम भाजपा का कार्यक्रम था। महाराष्ट्र में कानून का राज चलता है। प्रदेश के गृह मंत्री जो कुछ करेंगे वह कानून के मुताबिक होगा।
संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे मस्जिदों से लाउडस्पीकर को उतारने की मांग कर रहे हैं। पहली बात तो वह देखें कि किन भाजपा शासित राज्यों में अजान को रोक दिया गया है, मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर को उतार दिया गया है। यह महाराष्ट्र है, जहां पर कानून का राज चलता है। वहीं जिस तरह से राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी को अपना समर्थन नहीं दिया था। उद्धव ठाकरे ने प्रदेश की जनता के साथ गद्दारी की है। आखिर चुनाव के बाद ही उन्हें ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का वादा क्यों याद आया। उन्होंने चुनावी मंच पर पीएम मोदी और अमित शाह के सामने यह बात क्यों नहीं कही।
दरअसल, वालसे रविवार को पुणे के पास शिरूर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। सभा शुरू होने के कुछ समय बाद मस्जिद से अजान की आवाज आ गई। इसके बाद वालसे ने अपने संबोधन को रोक दिया और अपने कार्यकर्ताओं से कुछ देर शांति रखने की अपील की।
गौरतलब है कि राज ठाकरे के आह्वान पर एमएनएस के कई कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया। नासिक में एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। इसके बाद कई जिलों से इसी तरह की बातें सामने आईं। इस पर वालसे पाटिल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिलीप वासले पाटिल के इस बयान पर मनसे कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज की। एमएनएस प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा, कानून की धमकी हमें न दें। पहले मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने के हाई कोर्ट के आदेश को अमल में लाएं। उन्होंने कहा, हमने ऐसी धमकी देने वाले बहुत देखे हैं।
गृह मंत्री से सीएम की नराजगी की खबरें
इससे पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दिलीप वालसे पाटिल के कामकाज से खुश नहीं हैं। दरअसल, पाटिल ने बीजेपी के कुछ नेताओं के मामले में आपराधिक जांच कराने के आदेश दिए थे। इसके बाद बीजेपी के देवेंद्र फडनवीस ने कहा था कि सरकार बीजेपी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश रच रही है। बीजेपी का आरोप था कि पाटिल ने बीजेपी नेता को फंसाने के लिए आईपीएस अधिकारी संजय पांडे को मुंबई पुलिस आयुक्त नियुक्त किया है।
इसके बाद यह मामला तूल पकड़ लिया था। कहा जा रहा था उद्धव ठाकरे भी पाटिल से नाराज हैं। हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पाटिल के कामकाज से नाराज नहीं हैं। पाटिल ने भी खुद कहा है कि मुख्यमंत्री उनसे नाराज नहीं है। पाटिल ने बीजेपी के आरोप को भी खारिज कर दिया।