- नगर निगम दफ्तर में जन समस्याओं का समाधान करने की बजाए,कांग्रेसी पार्षदों को जातिसूचक शब्द के साथ भाजपा की गुंडागर्दी अब हुई जग जाहिर
- पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा,मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीधे तौर पर दखल देकर आधी रात में दर्ज करवाई धारा 307
- जेई रोहित के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत कांग्रेस पार्षद को जातिसूचक शब्द का उपयोग करने को लेकर कार्यवाही की मांग
- चंद्रमोहन ने कहा,बुधवार तक जेई मोहित के खिलाफ कार्यवाही न हुई तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सेलजा की मोजूदगी में देंगे विशाल धरना
पंचकूला 27 मार्च 2022 :
दलित व पिछड़े वर्ग के कांग्रेसी पार्षदों से भाजपा सरकार की धक्केशाही के खिलाफ पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पंचकूला के कांग्रेसी पार्षदों व नेताओ से एक बैठक की,जिसके बाद चंद्रमोहन ने विजय बंसल एडवोकेट पूर्व चेयरमैन,शशि शर्मा, आरके कक्कड़,मनवीर गिल पूर्व प्रधान नगर परिषद पंचकूला, हेमंत किंगर राजनीतिक सचिव, सलीम डबकौरी पार्षद व नेता विपक्ष नगर निगम पंचकूला,गौतम प्रसाद पार्षद,उषा रानी पार्षद,अक्षयदीप चौधरी पार्षद,संदीप सोही पार्षद,गुरमेल कौर पार्षद,प्रियंका हुड्डा,कुलवंत गिल,कुलदीप गर्ग,विजय धीर, डा राम प्रसाद,अजय साई,दीपांशु बंसल,सुरेंद्र सिंह समेत कांग्रेसी नेताओ के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर आरोप लगाते हुए दलित, पिछड़ों व विपक्ष के पार्षदों के साथ भाजपा सरकार के भेदभावपूर्ण रवैए को उजागर किया है।इसके साथ ही चंद्रमोहन ने प्रशासन व प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 30 मार्च 2022 तक जेई रोहित के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत जाति सूचक शब्द का उपयोग करने के लिए मामला दर्ज कर कार्यवाही नही की गई तो बुधवार 30 मार्च को एक विशाल धरना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सेलजा के नेतृत्व में पंचकूला में दिया जाएगा।
दरअसल नगर निगम कार्यालय में कांग्रेस पार्षदों के साथ जेई रोहित द्वारा बदसलूकी किए जाने के बाद एक झूठा मामला कांग्रेसी पार्षद पंकज व अक्षय के खिलाफ प्रदेश सरकार के दबाव में दर्ज किया गया है जिसको लेकर कांग्रेसियों में काफी रोष है।चंद्रमोहन का कहना है कि यह बहुत हैरानी का विषय है कि नगर निगम पंचकूला में भाजपा सरकार ने जिन अधिकारियो को लगाया हुआ है वह जन समस्याओं को निपटाने की बजाए,गुंडागर्दी करते हुए शासनिक प्रभाव दिखा रहे है जिसका साफ उदाहरण हाल ही में जेई रोहित का है। ,
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा नगर निगम पंचकूला कार्यालय में जूनियर इंजीनियर रोहित जोकि अभी सिर्फ प्रोबेशन पीरियड पर है,उसके द्वारा कांग्रेस पार्षद पंकज वाल्मीकि और कांग्रेस पार्षद अक्षय चौधरी को जातिसूचक शब्द से संबोधित करके विपक्षी दल कांग्रेस के पार्षद की जन समस्या का समाधान न करने बारे कहा गया,इसके साथ ही अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए सीएम सिटी से होने और प्रदेश सरकार के प्रभाव का हवाला दिया जाता रहा।मौके पर शूट की गई वीडियो में भी यह साफ दिख रहा है कि किस प्रकार से जेई चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ तानाशाही रवैया दिखा रहा है जोकि उसे किसी शासनिक व प्रशासनिक संरक्षण को साफ तौर पर दिखाता है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने यह भी कहा कि हालांकि मामला दोपहर को ही दर्ज हो गया था जबकि आधी रात को सीएम मनोहर लाल के सीधे तौर पर दखल देने के बाद धारा 307 जानबूझ कर एफआईआर में पुलिस अधिकारियो द्वारा दर्ज की गई जिससे कांग्रेसी पार्षदों को दबाया जा सके।
पूर्व चेयरमैन विजय बंसल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपाइयों को नसीहत देते हुए यह भी कहा है कि सत्ता में बैठने के बाद नेता का काम जनसमस्याओं का निपटारा करना होता है , नाकी विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों पर झूठे पर्चे दर्ज करवाकर बेबुनियाद आरोप लगाकर धाराए दर्ज करवाना।चंद्रमोहन ने स्पष्ट किया है कि यदि समय रहते कांग्रेसी पार्षदों को न्याय नहीं दिया गया और जेई रोहित के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई तो कांग्रेस सड़को पर उतरेगी और न्यायलय का दरवाजा खटखटाकर इंसाफ की गुहार लाएगी।किसी भी सूरत में भाजपाइयों की गुंडागर्दी को उनके शहर में चलने नही दिया जाएगा।
शशि शर्मा का कहना है कि,यह जांच का विषय है कि एक जेई लेवल का अधिकारी जोकि अभी प्रोबेशन पीरियड ही है, वह न केवल अपनी गुंडागर्दी दिखा रहा है बल्कि कमिश्नर की कुर्सी पर बैठकर ही कांग्रेसी पार्षदों के लिए जातिसूचक शब्द और अभद्र भाषा का उपयोग कर रहा है।
सलीम डबकौरी ने कहा है कि जेई रोहित गुंडा प्रवृति का व्यक्ति है जिसे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण हौसले बुलंद है।जानकारी के मुताबिक जेई रोहित का अन्य पार्षदों के साथ भी पहले विवाद हो चुका है।रोहित का यह चौथा झगड़ा है।इससे पहले रोहित एक अन्य जेई प्रवीण मलिक से उलझे थे। इस दौरान दोनों पक्षों को चोट आई थी।
मनवीर कौर गिल ने कहा कि जेई रोहित ने इसके साथ ही एक ठेकेदार आरडी शर्मा से भी झगड़ा किया था।सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर के कमरे में ठेकेदार आरडी शर्मा और रोहित के बीच हाथापाई हुई थी। गत दिनों भी डीएमसी दीपक सुरा के कमरे में जब बहस शुरू हुई, तो डीएमसी ने रोहित को चुप होने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना और पार्षद पंकज को बोला कि तेरे जैसे बहुत पार्षद देखे हैं, तेरा वहम निकाल दूंगा जिसके बाद मामला बढ़ गया।