Special Lecture on Commissionerate System of Policing in Punjab


            The Centre for Police Administration, Panjab University, Chandigarh in collaboration with Department of Alumni Relations, PU, Chandigarh organized a special lecture on “Commissionerate System of Policing in Punjab”, to celebrate and commemorate 75 years of Independence of India, by Sh. Naunihal Singh, IPS, Commissioner of Police, Jalandhar, Punjab.  

Sh. Naunihal Singh, IPS, Commissioner of Police, Jalandhar, Punjab spoke at length on the working of Commissionerate system of Policing in Punjab. According to him Commissionerate system has been introduced to meet the emerging challenges confronted by the police force specially in urban areas having a population of above 10 lakhs. At present, in Punjab the system is functioning successfully in Ludhiana, Jalandhar and Amritsar. While differentiating police working under traditional police system and commissionerate system the speaker stated that under commissionerate system the police gets power and authority of regulation, enforcement and licencing. It helps in taking quick decisions and making the police system effective and responsive to the needs of the citizens. He also highlighted the challenges faced by the police officers specially lack of physical infrastructure and inadequate modernization of the police force which is seriously affecting the functioning of police force. The speaker shared with the students some of his experiences while serving the police like ‘Battle of the bulge’, ‘Chandigarh Police Gully Cricket League (CPGCL)’ and Crowd Management at celebrations of the 550th birth anniversary of Shri Guru Nanak Dev Ji at Sultanpur Lodhi.

The special lecture was presided over by Prof. Devinder Singh, Chairperson Department of Laws, and Secretary to the Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh. He appreciated the role being played by the police in checking the crime in the society. He opined that the complex nature of the police work requires quick actions from the police and in India police officers have done a good job barring few exceptions.

Prof. Anil Monga, Chairperson, Centre for Police Administration while introducing the speaker shared with the participants that Sh.Naunihal Singh is an alumni of Panjab University who is known as a Police Officer for his ‘out of box thinking’ and for dealing with policing issues by introducing ‘innovative strategies’. He appreciated the excellent work done by the speaker as a police officer while serving in various capacities in Punjab Police.

The lecture was attended by the Faculty from various departments, Research Scholars, students and Alumni of Panjab University and was highly appreciated.

The session ended by proposing vote of thanks and honouring of the speaker by Prof. Anupama SharmaDean Alumni Relations, Panjab University, Chandigarh.

AIDS AWARENESS RALLY at Panjab University

Department of NSS in association with the Centre for Medical Physics, Panjab University, Chandigarh organized an awareness rally on theme ‘End Inequality-End AIDS’. The objective of the campaign was to raise awareness about the importance of engaging youth in the prevention and treatment of HIV.

Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University flagged off the rally from Gandhi Bhawan in the presence of Prof. V.R. Sinha, Dean of University Instructions, Prof. Ashok Kumar, Associate Dean Student Welfare, Prof. Anju Suri, Dean College Development Council, Prof Deepti Gupta, Dean International Students, Dr. Nidhi Gautam, Warden, GH-5 and Dr. Arun Singh Thakur, Warden, BH-7. The rally concluded at Centre for Medical Physics, Sector 25, PU.

Prof. Ashwani Koul, Programme Coordinator, NSS, PU welcomed all the dignitaries and participants.

More than 70 NSS volunteers including some foreign national students and faculty including Dr. Rajesh Kumar, Department of Physics, Dr. Bhavneet Bhatti, School of Communication Studies participated enthusiastically and distributed pamphlets containing useful information on AIDS.

The event was organized by Dr. Vivek Kumar, Chairperson, Centre for Medical Physics, Dr. Simran Preet, Bio-Physics and Dr. Naveen Kumar, University Institute of Applied and Management Science.

‘न्यू कॉंग्रेस पार्टी’ की बागडोर विवेक हंस ने संभाली

चंडीगढ़ :

17 अगस्त 1998 में प्रिंसिपल राम पाल हंस द्वारा गठित की गई  न्यू कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की बागडोर हंस के उत्तर अधिकारी विवेक हंस गरचा ने संभाली और पार्टी कार्यकारिणी का गठन किया। सैक्टर -35, क्लासिक होटल में प्रैस कांफ्रेंस में श्री विवेक हंस गरचा द्वारा विभिन्न निम्नलिखित पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है।

  1. याकूब मसीह (उपाध्यक्ष)
  2. रवि हंस (महासचिव)
  3. करमवीर ढींगरा (संयुक्त सचिव)
  4. मनोज झा (प्रचार सचिव)
  5. सरदार सुखदेव सिंह (सचिव)
  6. एडवोकेट जतिन खुल्लर (कानूनी सलाहकार)
  7. विकास नारंग (चंडीगढ़ इलेक्शन कोर्डिनेटर)
  8. जगदीश कुमार (अध्यक्ष चंडीगढ़ यूथ विंग)


बैठक में बोलते हुए विवेक हंस गरचा ने कहा कि पुराने राजनीतिक दल सांप्रदायिकता वाले संगठन बनते जा रहे हैं। न्यू कांग्रेस पार्टी ने सभी जातियों और समुदायों को प्रतिनिधित्व दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पदाधिकारियों पर पूरा भरोसा है कि वे चंडीगढ़ शहर के स्थानीय मुद्दों के लिए संघर्ष करेंगे और देश के लोगों की सेवा करेंगे।

विवेक हंस गरचा ने अन्य राजनितिक दलों की नीतियों की कड़ी आलोचना की क्योंकि सत्ता के लालच में उन्होंने देश और जनता को बर्बाद किया है। विवेक हंस गरचा ने शहर की जनता को अन्य राजनितिक दलों की दोहरी राजनीती से सावधान रहने की अपील की उन्होंने कहा कि अन्य राजनितिक दलों के नेता काले अंग्रेज हैं गोरे अंग्रेजों को हमने देश से भगा दिया था अब बारी काले अंग्रेजों से छुटकारा पाने की है क्योंकि जब तक काले अंग्रेजों का पतन नहीं होगा तब तक छूया – छूत, जातीवाद, अमीर – ग़रीब, ऊच – नीच ख़तम ना होगी क्योंकि उसको बढ़ावा देने वाले सत्ताधारी पार्टियों के नेता ही हैं जो की एक सीके के दो पहलु हैं

इनकी रणनीति अंग्रेजों के जमाने से फुट डालो राज करो की रही है सत्ता के लालची नेता ये किसी भी हद तक गुजर जाते हैं तो दूसरी ओर सत्ताधारी नेताओं को शर्म आनी चाहिए शहर की जनता को अपना परिवार समझने की बजाये वोटरों की भांति गुमराह करके अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं। शहर की सांसद पहले से ही जनता के बीच ना आकर जनता को ठगे हुए महसूस करवा रही हैं लीडरों को किसी भी वर्ग, समाज या किसी विशेष समुदाय से कोई मतलब नहीं ये केवल सत्ता प्राप्ति के लिए शहर के युवाओं को दिशाहीन करने के लिए उच्च स्तरिया लीडर बनाने का बड़ा सपना दिखाकर चुनावों में उनसे अपनी पार्टी का झंडा उठवाकर ज़िंदाबाद – मुर्दाबाद करवाते हैं !

युवाओं का शोषण कर सत्ता प्राप्ति के बाद उनसे गुंडागर्दी करवाते हैं देश में क्या माहौल है इन सत्ताधारी नेताओं को नहीं मालूम इन लीडरों को अपनी आयाशी के लिए सत्ता चाहिए ये वे लोग हैं जो अपनी सत्ता प्राप्ति के लिए अपने रिश्तेदारों, दोस्तों व जानने वालों / किसी भी वर्ग की अहुति देने से नहीं चूकते | विवेक हंस गरचा ने कहा कि पार्टी की अन्य इकाइयों का गठन भी जल्द ही किया जायेगा।

शीतल कालीन के चलते संसद भवन में आग लगी

संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है और इसके 23 दिसंबर को खत्म होने की संभावना है। संसद भवन के एक कमरे में बुधवार को आग लग गई, जिसपर दमकलकर्मियों ने कुछ ही समय में काबू पा लिया। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कमरे रखा कंप्यूटर और फर्नीचर जलकर राख हो गए। जानकारी के मुताबिक, आग कमरा नंबर 59 में लगी। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग मामूली थी और सुबह 8.10 बजे तक इस पर काबू पा लिया गया था।घटना में कुछ मेज, कुर्सियां और कंप्यूटर जल गए। अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। 

नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

संसद परिसर में बुधवार सुबह आग लग गई। दिल्ली दमकल विभाग के मुताबिक, संसद के कमरा नंबर 59 में आज सुबह करीब आठ बजे आग लग गई। हालांकि आग पर काबू पा लिया गया है। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है और इसके 23 दिसंबर को खत्म होने की संभावना है। एक अधिकारी के मुताबिक आग सुबह आठ बजे संसद भवन के 59 कमरा नंबर में लगी। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘आग मामूली थी और सुबह 8.10 बजे तक इस पर काबू पा लिया गया. घटना में कुछ मेज, कुर्सियां और कंप्यूटर जल गए।

समाचार एजेंसी IANS के अनुसार अधिकारी ने कहा, ‘आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।’ गौरतलब है कि इस समय संसद का शीतकालीन सत्र तक चल रहा है. इस सत्र में देश के सभी शीर्ष नेता सदन में होते हैं।

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