दो दलों के साथ संगठन आर भाजपा पंजाब में जीतेगी चुनाव

कृषि कानूनों की निरस्ती पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के प्रति बड़ा दिल दिखाया।  पंजाब में अब चुनाव योग्यता के आधार पर लड़ा जाएगा। वहीं अखिलेश के गठबंधन पर अमित शाह बोले गठबंधन को वोट अंकगणित से जोड़ना चुनाव का आकलन करने का सही तरीका नहीं है। राजनीति भौतिकी नहीं बल्कि रसायन है। जब दो रसायन मिलते हैं तो तीसरा रसायन बनता है।

सरिया तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एचटी लीडरशिप समिट 2021 में शनिवार को कहा कि बीजेपी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ राज्य विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टियों के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है। यह संभव है कि हम दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे। हम दोनों पार्टियों से सकारात्मक बात कर रहे हैं। शाह बोले भाजपा एक बार फिर यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाएगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा, ‘हम कैप्टन अमरिंदर सिंह और ढिंढसा साहब से बात कर रहे हैं. संभावना है कि हम उनके दलों से गठबंधन करें। हम सकारात्मक भाव से दोनों दलों से बातचीत कर रहे हैं।’

किसानों के आंदोलन के बारे में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को निरस्त कर बड़ा दिल दिखाया है। शाह ने कहा, ‘किसानों का आंदोलन समाप्त हो इसके लिए प्रधानमंत्री ने बड़ा दिल दिखाया है। तीनों कानूनों को निरस्त कर दिया गया है। अब मैं नहीं समझता कि पंजाब में कोई और मुद्दा बचा है. चुनाव मेरिट के आधार पर लड़े जाएंगे।’

बताते चलें कि मुख्यमंत्री की कुर्सी गवांने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग हो गए थे। उन्होंने पिछले दिनों पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था। जबकि ढिंढसा ने शिरामणि अकाली दल से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) नाम से एक पार्टी बना ली थी।

पंजाब में भाजपा लंबे समय तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती रही है। हालांकि, कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच वर्षों पुराना गठबंधन टूट गया था। वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में है और वह वहां फिर से सत्ता में वापसी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।

अमित शाह ने एक समिट में कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन का बहुत कम असर है। उन्होंने कहा कि अखिलेश के नेतृत्व में भले ही कई दल गठबंधन कर रहे हों लेकिन राजनीति फिजिक्स नहीं केमिस्ट्री है। जब दो दल हाथ मिलाते हैं तो यह जरूरी नहीं है कि दोनों के वोट भी जुड़ेंगे। जब दो केमिकल मिलते हैं तो तीसरे केमिकल का भी निर्माण होता है। 

गृह मंत्री ने कहा, ‘हमने पहले भी देखा है, जब सपा और कांग्रेस ने हाथ मिलाया और बाद में तीनों (सपा, बसपा और कांग्रेस) एक साथ आ गए। इसके बाद भी जीत बीजेपी की हुई। लोग जागरूक हैं. वोट बैंक के आधार पर बनने वाला गठबंधन अब लोगों का मार्गदर्शन नहीं कर सकता।’

उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी असेंबली का चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश गया था विश्वास के साथ मैं कह सकता हूं कि बीजेपी वहां भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।’

डीसीपी पंचकूला नें अपराधो की रोकथाम हेतु सभी थाना प्रबंधकों के साथ ली मींटिग

पंचकूला :

पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा IPS, नें आज कार्यालाय पुलिस उपायुक्त पंचकूला में सभी सहायक पुलिस आयुक्त पंचकूला व सभी प्रबंधको के साथ मीटिंग की गई ।

–साइबर हेल्प डेस्क के माध्यम से साइबर से संबंधित शिक़ायतों व मामलो पर होगी कार्यवाही ।

…इस मीटिंग के दौरान डीसीपी पंचकूला ने सभी प्रबंधक थानों को निर्देश देते हुवे कहा कि सभी थानों में हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री पी.के अग्रवाल के आदेशानुसार साइबर हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई है । साइबर हेल्प डेस्क पर साइबर से संबंधित मामलों और शिक़ायतों पर तत्परतापूर्वक कार्यवाही की जाएगी ।

.. इसके साथ ही मीटिंग के दौरान डीसीपी पंचकूला ने सभी प्रबंधक थानों को सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलने वालों के खिलाफ, अवैध शराब की तस्करी और अवैध नशा तस्करो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी इसके साथ ही पंचकूला पुलिस पी ओ ,बैल जंपर, उद्धघोषित अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाकर अपराधियो को गिरफ्तार करेगी ।

…. इस मीटिंग के दौरान सभी प्रबंधक थाना को निर्देश दिए गए कि थाना क्षेत्र में हरियाणा महामारी अलर्ट सुरक्षित के तहत किसी प्रकार की कोई लापरवाही पायी जाने पर सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाएगी ।

….. इस मीटिग के दौरान सहायक आयुक्त पंचकूला श्री राज कुमार HPS, सहायक आयुक्त पंचकूला श्री सतीश कुमार HPS, सहायक आयुक्त पंचकूला श्री उमेद सिह HPS, सहायक आयुक्त पंचकूला श्रीमती ममता सौधा HPS, सहायक आयुक्त पंचकूला श्री विजय नैहरा HPS वा थाना प्रबंधक और , व अन्य सम्बिधित पुलिस कर्मचारी मौजूद रहें शिकायतों पर जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए ।

DAY LONG DHARNA AND LUNCH TIME DEMONSTRATION AGAINST INTRODUCTION OF BANKS LAWSe (AMENDMENT) BILL 2021

Chandigarh :

On the call of the United Forum of Bank Unions (UFBU), the apex body of 9 trade unions of Bank Employees and officers, a full day dharna as well as lunch time demonstration was held today in front of State Bank of India, Main Branch, Bank Square, Sector 17, Chandigarh against the Governments proposal to introduce the Banking Laws (Amendment) Bill, 2021 in the current session of Parliament. More than 100 members sat in the day long dharna and more than 500 members affiliated to UFBU participated in the lunch time massive demonstration held in front of State Bank of India. Two days continuous strike has also been planned by the UFBU for 16th & 17th of December 2021. The loud sloganeering by the participants including large number of lady members showed the anger of the members against the move of the Govt.

Sanjeev Bandlish, Deepak Sharma, Sushil Gautam , Naresh Gaur Jagdish Rai, T S Saggu, B S Gill, Vipin Kumar Handa and other leaders from various constituents of UFBU shared their views.

Sanjeev Bandlish, all India Convenor of UFBU said that Privatization of PSB’s will amount to rollback of Bank Nationalization, which is retrograde, ill-conceived and thoroughly inimical to the national interest. Comrade Naresh Gaur said that time and again Public Sector Banks have been used to bail out the ailing Private Sector Banks such as Global Trust Bank, United Western Bank, Bank of Karad etc. In the recent past, Yes Bank which was bailed out by Public Sector SBI and LIC. In the recent past Private Sector banks like RBL Bank, Bandhan Bank and four small finance banks have posted loses. RBI has also cancelled the license of Private Sector Local Area Bank namely Subhadra Local Area Bank. The common people have become scared of Private Sector Banks since they expose their hard earned savings. He said that the Government claims that it is implementing various social sector loans and schemes for the underprivileged sections of the societies through the PSB’s. During the pandemic period, it is the Public Sector Banks which have been giving uninterrupted customer services. He requested that the Government should withdraw the proposed Bill in the interest of the common people and nation.

While opposing the legislations to privatize the Banks, Sanjay Sharma, the convenor of UFBU (tricity) said that Pubic Sector Banks act as catalysts in the economic development of the society and backward regions of the country. Nationalized Banks have played a major role in the development of agriculture, small trade, small business, SSI, transport and in upliftment of weaker sections of the society. Way back in 2008 when the world economy was plunged into a deep crises and meltdown, it was PSB’s which helped Indian economy to sustain. Comrade sushil gautam said that all the Public Sector Banks are doing well and earning substantial profit. He requested that Privatization of public sector banks will jeopardize the interest of the common people and backward regions of the country and we all are opposed to any such retrograde move.

प्रिंस भुल्लर व वड्डा ग्रेवाल की पहली पंजाबी फिल्म ‘काका प्रधान’ 10 दिसम्बर को रिलीज के लिए तैयार

चंडीगढ़, 4 दिसंबर

जाने-माने पंजाबी सिंगर वड्डा ग्रेवाल की पहली फिल्म ‘काका प्रधान’  10 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी , रूबल छीना की डायरेक्शन , राइटर नवीन जेठी केवी ढिल्लों द्वारा प्रोड्यूस की गई ‘काका प्रधान’ का दिलकश म्यूजिक गीत एमपी 3 द्वारा दिया गया है। 

फ़िल्म ‘काका प्रधान’ का ट्रेलर काफी पसंद किया जा रहा है व फ़िल्म एक्शन ,कॉमेडी व रोमांस से भरपूर है , प्रिंस भुल्लर ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से रूबरू हो बताया कि  फ़िल्म की स्टोरी बहुत दमदार है व फ़िल्म की शूटिंग चंडीगढ़, मोहाली व आसपास की खूबसूरत लोकेशन पर हुई है। फ़िल्म में चंडीगढ़ को लेकर हरियाणा व पंजाब के परिवारों की दावेदारी का मजेदार एंगल है । जाने माने सिंगर वड्डा  ग्रेवाल ने बताया यह मेरी पहली फिल्म है और इसमें हमने स्टोरी लाइन पर बहुत  काम किया है और फ़िल्म के जरिये  एक ऐसा मैसेज देना चाहते हैं कि बदमाशी का अंत बुरा ही होता है ।

काका प्रधान को   काफी एंटरटेनिंग फिल्म बनाने की कोशिश की गई है आप सभी से गुजारिश है कि 10 दिसंबर को अपने नजदीकी सिनेमाघरों में आप फ़िल्म  देखें दरअसल  पंजाबी सिनेमा को उबरने के लिये  अभी कोविड  के बाद सिनेमाघरों में दर्शकों  की बहुत ज्यादा आवश्यकता है इसलिए सभी फ़िल्म प्रेमियों से 10 दिसंबर को अपने नजदीकी सिनेमाघरों को रुख करने की गुजारिश है ।

भाजपा प्रदेश एससी मोर्चा उपाध्यक्ष मीरा पासवान ने भाजपा छोड़ सपा का पकड़ा दामन : निगम चुनाव के लिए नामांकन भरा

चण्डीगढ़ :

भाजपा एससी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती मीरा पासवान ने भाजपा एससी मोर्चा उपाध्यक्ष से त्यागपत्र देकर समाजवादी पार्टी का दामन पकड़ कर सपा से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।गौरतलब है कि श्रीमती पासवान ने एससी मोर्चा के टिकट का आवेदन किया था लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। उसके विरोध स्वरूप आज अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल होकर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नामांकन पत्र भरकर सबको चौंका दियाl समाजवादी पार्टी से आज ही वार्ड नंबर 34 से सुरेंद्र ठाकुर, वार्ड नंबर 21 से नागेंद्र गुप्ता, वार्ड नंबर वार्ड नंबर 35 से मोहम्मद फुरकान, वार्ड नंबर 7 से कविंद्र, वार्ड नंबर 15 से रंजना यादव, वार्ड नंबर 9 से पुष्पा देवी ,वार्ड नंबर 29 से जयदीप बाल्मीकि, वार्ड नंबर 28 से विमला देवी, वार्ड नंबर 20 से रोहित पंडित, वार्ड नंबर 1 से गीता देवी, वार्ड नंबर 13 से संतोष कुमार, वार्ड 14 से प्रतिमा देवी ने पर्चे दाखिल  किये। इन सभी ने  आज समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रदेश अध्यक्ष विक्रम यादव ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि चंडीगढ़ में जनता का हमें भरपूर समर्थन सहयोग हर प्रकार से मिल रहा है और जल्द ही उत्तर प्रदेश के पूर्व  मुख्यमंत्री और और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चंडीगढ़ में सपा उम्मीदवारों का प्रचार करने के लिए पधारेंगे आने वाले समय में यहां पर हम बहुत ही प्रभावशाली अपना प्रदर्शन करेंगे और निगम में बहुमत प्राप्त करेंगे।

राजेंद्र राणा व अभिषेक दत्त को अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने किया चण्डीगढ़ नगर निगम चुनाव कोऑर्डिनेटर

  • नियुक्तदिल्ली स्टेट कांग्रेस के वाईस प्रेजिडेंट  हैं अभिषेक दत्त
  • दिल्ली व हिमाचल कांग्रेस के जुझारू कांग्रेस नेताओं की जोड़ी बनी टास्क मास्टर

चण्डीगढ़ : 

हिमाचली चुनावों में अपनी अदभुत चुनावी प्रतिभा को लोहा मनवा चुके सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा को अब आअखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से चण्डीगढ़ नगर निगम में चुनाव कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। इसी कड़ी में दिल्ली स्टेट के कांग्रेस वाईस प्रेजिडेंट व काउंसलर अभिषेक दत्त को भी चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। हिमाचल और दिल्ली के जुझारू नेताओं की जोड़ी की जुगलबंदी पर कांग्रेस आलाकमान ने भरोसा जताया है।

उक्त दोनों ही नेताओं ने तत्काल प्रभाव से अपना वर्तमान प्रभार संभालते हुए चण्डीगढ़ में चुनावी फिजाओं को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए डट व जुट चुके हैं। पंजाब व चंडीगढ़ कांग्रेस के इंचार्ज हरीश चौधरी ने तत्काल प्रभाव से राजेेंद्र राणा को यह प्रभार संभालने की नोटिफिकेशन जारी की है। राजेंद्र राणा हिमाचल में हुए सोलन नगर निगम के बाद विधानसभा उपचुनावों में फतेहपुर के चुनाव प्रभारी रह चुके हैं। दोनों ही स्थानों पर विकट परिस्थितियों के बावजूद राणा की रणनीति के चलते कांग्रेस की जीत प्रचंड बहुमत से हुई है। चुनावी विधा में टास्क मास्टर साबित हो चुके राणा की इसी विशेषता के कारण अब उन्हें चण्डीगढ़ कॉर्पोरेशन के 35 वार्डों का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। बतौर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कॉर्डिनेटर अब राजेंद्र राणा नगर निगम चंडीगढ़ में कांग्रेस के लिए काम करेंगे।

चण्डीगढ़ में 15 फीसदी हिमाचली रहते हैं। जिनके हितों और हकों के लिए हर दम सक्रिय रहने वाले राजेंद्र राणा की चण्डीगढ़ की जनता के साथ-साथ इस वर्ग पर गहरी पैठ है। इसी के मद्देनजर अब राणा को अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह प्रभार सौंपा है। चण्डीगढ़ नगर निगम के चुनाव पंजाब व चण्डीगढ़ में विशेष महत्व रखते हैं। पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले 24 दिसंबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस हर सूरत काबिज होना चाहती है। पिछले 2 टर्म से चण्डीगढ़ नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है। अब देखना यह है कि हिमाचल के दो चुनावों में टास्क मास्टर साबित हुए राणा चण्डीगढ़ नगर निगम पर कांग्रेस को कैसे काबिज करवाते हैं। चण्डीगढ़ नगर निगम के चुनावों के नोमिनेशन के आखिरी रोज 4 दिसंबर को जारी हुई इस नोटिफिकेशन ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में राणा का सियासी कद और बढ़ाया है। जिसने अब राणा को एक बार फिर खुद को साबित करने के लिए नई चुनौती पेश की है। अब राणा यहां खुद को फिर पार्टी से बड़ा साबित करते हैं कि नहीं यह भी देखना होगा।
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ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से मुझे राणा के साथ काम करने का मौका दिया गया है। इसके लिए मैं आलाकमान का धन्यवाद व आभार प्रकट करता हूं। मुझे यकीन है कि हमारी जुगलबंदी चण्डीगढ़ नगर निगम के चुनावों में कांग्रेस को विजय दिलवाएगी।

चण्डीगढ़ कांग्रेस के पूर्व महासचिव शशिशंकर तिवारी कल कई विद्रोही कांग्रेसियों को सम्बोधित करेंगे

चण्डीगढ़ :

बापू धाम कालोनी में कांग्रेस के बागी लोकप्रिय नेता किशन लाल प्रधान का समर्थन करते शशिशंकर तिवारी। पूर्वांचल विकास महासंघ, ट्राईसिटी, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष व पूर्व कोंग्रेसी तिवारी ने ऐलान किया कि चण्डीगढ़ नगर निगम चुनावों में मजबूत बागी आजाद उम्मीदवारों का वे हर तरीके से सपोर्ट करेंगे।

भारत – पाक बार्डर खुलवाना चाहते हैं सिद्धू

सिद्धू ने कहा कि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को खोल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बॉर्डर खुलने से सबको फायदा होगा। अगर बॉर्डर खुल जाएगा तो इससे व्यापार में मदद मिलेगी। बॉर्डर बंद होने से सबको हो रहा है नुकसान, बॉर्डर खुल जाने से कई देशों के व्यापार के रास्ते खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत-पाक व्यापार 37 बिलियन अमेरिकी डॉलर हैं, इससे 34 देश व्यापार करते हैं। लेकिन बॉर्डर बंद होने से हम केवल 3 बिलियन डॉलर का ही व्यापार कर पा रहे हैं।

नई दिल्ली (ब्यूरो)

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अक्सर अपनी बयानबाजी और पाकिस्तान प्रेम के चलते चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर उनका पाकिस्तान प्रेम सामने आया है. दरअसल, शनिवार को सिद्धू ने कहा कि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को खोल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बॉर्डर खुलने से सबको फायदा होगा।

अमृतसर मे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान बॉर्डर बंद होने से सबको नुकसान हो रहा है। अगर बॉर्डर खुल जाएगा तो इससे व्यापार में मदद मिलेगी। बॉर्डर खुल जाने से कई देशों के व्यापार के रास्ते खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत-पाक व्यापार 37 बिलियन अमेरिकी डॉलर हैं, इससे 34 देश व्यापार करते हैं। लेकिन बॉर्डर बंद होने से हम केवल 3 बिलियन डॉलर का ही व्यापार कर पा रहे हैं।

उन्होंने अगली साल होने वाले चुनाव इस चुनाव में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा होने जा रहा है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि थोड़े समय के भीतर हम आपको एक विजन देंगे। सबके पास आंखें हैं, किसी के पास विजन नहीं है। सिद्धू ने कहा कि अभी जो व्यापार हो रहा है वो अपनी क्षमता का 5% भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब को पिछले 34 महीनों में 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस दौरान 15,000 नौकरियां चली गईं। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी अनुरोध किया था, मैं एक बार फिर से अनुरोध कर रहा हूं कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार फिर से शुरू हो. इससे सभी को फायदा होगा।

बता दें, सिद्धू पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं। उन्होंने एक बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपना भाई कहा था। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार भी फिर से शुरू होना चाहिए। पाकिस्तान भाई जैसा देश है। दोनों के बीच दोस्ती और प्यार बराबर बना रहे। दोनों देशों के दरवाजे और खिड़कियां खुलनी चाहिए। सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम के लिए कई बार उनकी आलोचना भी हो चुकी है।

MSP समेत अन्य मांगों पर सरकार से बात करेंगे किसान संगठन

दिल्ली में शनिवार को हुई किसान संगठनों की बैठक में यह फैसला लिया गया है। अब किसान संगठनों का 5 सदस्यीय पैनल केंद्र सरकार के साथ न्यूनमत समर्थन मूल्य समेत अन्य मांगों पर चर्चा करेगा। वहीं किसान संगठनों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस नहीं लेती है तब तक वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे। एसकेएम की कोर समिति के सदस्य दर्शनपाल ने पीटीआई -भाषा से कहा, ” हमारी शनिवार को 11 बजे अहम बैठक है। हमारी लंबित मांगों पर चर्चा के साथ ही एसकेएम आंदोलन की भावी कार्ययोजना तय करेगा। चूंकि हमें एमएसपी पर पांच किसान नेताओं के नाम सौंपने का औपचारिक संदेश अबतक नहीं मिला है इसलिए हम बैठक में तय करेंगे कि हमें उसे (सरकार को) नाम भेजने हैं या नहीं। ”  केंद्र ने एमएसपी एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए मंगलवार को एसकेएम से पांच नाम मांगे थे। हालांकि बाद में एसकेएम ने एक बयान में कहा था कि उसके नेताओं को केंद्र से इस मुद्दे पर फोन आये थे लेकिन कोई औपचारिक संदेश नहीं मिला है। केंद्र तीन कृषि कानून वापस ले चुका है। 

नयी दिल्ली (ब्यूरो)

कृषि कानूनों की वापसी के बाद एमएसपी समेत कई अन्य मांगो को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक जारी है। इस बैठक में कई वरिष्ठ किसान नेता भाग लेने पहुंचे हैं। बैठक को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि आज की बैठक में एमएसपी, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की मांग, किसानों पर मुकदमें को वापस लेना और किसानों का मुआवज़ा देने के मुद्दे शामिल हैं. बैठक खत्म करने को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि भारत सरकार जब तक चाहेगी तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा। आज की जारी बैठक में इस मुद्दे पर बात हो रही है कि आंदोलन को खत्म किया जाए या इसे आगे बढ़ा दिया जाए।

दरअसल तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पिछले एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की नाराजगी को देखते हुए सरकान ने इन तीनों कृषि कानून को निरस्त कर दिया है हालांकि न्यूनतम समर्थन मूल्य और कुछ अन्य मांगों को लेकर कानून बनाने की मांग पर किसान संगठन अब भी अड़े हुए हैं।

किसान संगठनों की मांग है कि केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाए जो कि किसानों को उनकी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी दे। दरअसल मिनिमम सपोर्ट प्राइज विभिन्न फसलों के लिए तय की जाने वाली वह दर है जिससे कम दाम पर फसलों को नहीं खरीदा जा सकता है।

सरकार से वार्ता और आंदोलन के आगे की रणनीति तय करने के मुद्दे पर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर बैठक की. इससे पहले केंद्र सरकार ने एमएसपी और अन्य मुद्दों पर बातचीत के लिए किसान संगठनों से 5 सदस्यीय पैनल के लिए नाम मांगे थे। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी बयान में कहा गया कि उन्हें सरकार की ओर से कॉल आया था लेकिन इस बारे में कोई औपचारिक बात नहीं हुई है। किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि हमने केंद्र सरकार को साफ कह दिया है कि जब तक किसानों के खिलाफ दायर केस वापस नहीं लिए जाते हैं हम प्रदर्शन स्थल से नहीं हटेंगे।

बता दें कि किसानों की नाराजगी को देखते हुए पीएम मोदी ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था इसके बाद सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में बिल लाकर तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया।

पूर्व एम पी धरम वीर गांधी किन्ही कारणों से शामिल नहीं हो पाए

चंडीगढ़।

दिसम्बर  लोग अपने परिवार का भविष्य बनाने के लिए विदेशों में चले तो जाते हैं, लेकिन पीछे से उनकी संपत्ति पर लोगों की बुरी नजर रहती है। लोगों की प्रॉपर्टीज पर कब्जे हो जाते हैं, फिर उन्हें छुड़वाने के लिए पूरी उम्र निकल जाती है। इस काम में सिर्फ प्रॉपर्टी के ठेकेदार ही नहीं बल्कि सरकार के नुमाइंदों का भी हाथ रहता है। ये कहना है इंग्लैंड बेस्ड एनआरआई दिलप्रीत सिंह गिल का। गिल चंडीगढ़ सेक्टर-46 के रहने वाले हैं और उनकी लुधियाना में पैतृक संपत्ति है। लेकिन बीतों दिनों नगर निगम लुधियाना ने उनके मकान पर बुलडोजर चलवा दिया। जिसके बाद उन्होंने मोहाली के एनआरआई सेल में लुधियाना नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ ट्रेसपास, चोरी और अन्य आरोपों के तहत शिकायत दी है। मोहाली एनआरआई सेल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही दोषी अफसरों पर कार्रवाई करेंगे। शनिवार को दिलप्रीत सिंह गिल और उनकी पत्नी गुरप्रीत गिल ने पंजाब सरकार, पुलिस और नगर निगम लुधियाना के अफसरों के खिलाफ चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दिलप्रीत ने कहा कि उनके परिवार को लुधियाना के मंत्री भरत भूषण आशू की शह पर परेशान किया जा है। उन्होंने बताया कि 1952 में मेरे बुजुर्गों को लुधियाना में जमीन अलॉट हुई थी। उस जमीन में से पौने दो एकड़ जमीन का मालिकान हक मेरे पास है। दिलप्रीत ने बताया कि 1962 में मेरा पूरा परिवार इंग्लैंड चला गया था। फिर हम 1992 में वापस आए और अपनी जमीन की चार दिवारी करने की कोशिश की तो लोगों ने उन्हें रोका। लोगों ने कहा कि ये जमीन कई साल से खाली पड़ी थी और यहां हम सैर करते हैं। मामला नगर निगम तक पहुंचा। नगर निगम ने भी उन्हें यहां निर्माण करने से रोक दिया। नगर निगम ने कहा कि ये जमीन अब उनके दायरे में है और यहां पार्क, सड़कें और कम्युनिटी सेंटर बनाया जाना है। इस दौरान दिलप्रीत और उनका परिवार नगर निगम के खिलाफ लुधियाना सेशंस कोर्ट चला गया। वहां कोर्ट ने उनके फेवर में ऑर्डर कर दिए और नगर निगम को उनके पजेशन में दखल देने पर रोक लगा दी। अब कोर्ट के ऑर्डर के बावजूद नगर निगम की टीम कुछ दिन पहले बिना किसी नोटिस के उनका घर गिराने पहुंच गई। तब वे दिल्ली में थे और उनके नौकर ने उन्हें फोन कर सूचना दी। जब तक वे कुछ कर पाते, नगर निगम ने उनके घर पर बुलडोजर चला दिया। जिस कारण अब उन्होंने नगर निगम के अफसरों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है।