बढ़ती उम्र के चलते येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा

कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा देने का फैसला किया है. उन्होंने भाषण के दौरान इस्तीफा देने की घोषणा की. बता दें कि मुख्यमंत्री ने करीब 35 मिनट तक भाषण दिया. इस दौरान कई बार उनकी आंखों में आंसू भी आ गए. सीएम येदियुरप्पा ने रविवार को कहा था कि वो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का फैसला मानेंगे. माना जा रहा है कि बढ़ती उम्र के चलते येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ा. क्या अगला मुख्यमंत्री नॉन – लिंगायत होगा.

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

पिछले दिनों से चल रही अटकलों के बीच कर्नाटक (Karnataka CM) के मुख्‍यमंत्री बीएस येडियुरप्‍पा (BS Yediyurappa) ने सोमवार को अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है. वह शाम 4 बजे राज्‍यपाल से मुलाकात करेंगे. येडियुरप्‍पा ने अपने इस्‍तीफे की जानकारी उनकी सरकार को 26 जुलाई को दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में दी है.

बीएस येडियुरप्‍पा ऐसी संभावना जता चुके थे कि शायद 25 जुलाई को उनका मुख्‍यमंत्री के तौर पर आखिरी दिन होगा. उनका कहना था कि 25 जुलाई को केंद्रीय नेतृत्‍व उन्‍हें जो भी निर्देश देगा, वह 26 जुलाई से उसी के अनुसार काम शुरू करेंगे. उनका यह भी कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा पर उन्‍हें पूरा विश्‍वास है. आलाकमान जो भी निर्देश देगा, उन्‍हें वह मंजूर होगा.

शनिवार को इस बारे में उन्‍होंने कहा था कि मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने के पहले दिन से ही उन्‍होंने कई चुनौतियों का सामना किया है. लेकिन वह लोगों के जीवन का बेहतर बनाने के लिए किए गए ईमानदारी के काम को लेकर संतुष्‍ट हैं. बीएस येडियुरप्‍पा ने रविवार को कहा था कि वो इस पद पर बने रहेंगे या नहीं, कल तक (26 जुलाई) पता चल जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि वो अगले 10 से 15 साल तक भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. येडियुरप्‍पा कर्नाटक के लिंगायत समुदाय से आते हैं. समुदाय में उनकी अच्‍छी पकड़ मानी जाती है.

वहीं कर्नाटक के नए मुख्‍यमंत्री की रेस में भी बीजेपी के कुछ नेताओं का नाम है. इनमें प्रह्लाद जोशी, मुरुएश आर निरानी, बासवराज बोम्‍मई, अरविंद बेलाड़ और बासनगौड़ा पाटिल यतनाल प्रमुख हैं.

रॉबर्ट वाड्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की ईडी की याचिका पर सुनवाई आज

सचिन – गहलोत मामले को सुलझाने में करीब करीब एक साल हो चला है लेकिन मामला अभी भी आधर में है। अभी कल ही आपात बैठक बुलाई गयी थी, जिसके बारे में जैसा अंदेशा था कि पंजाब में कैप्टन पर दबाव बना कर अपनी बात मनवा ली गयी थी, वैसा ही कुछ यहाँ भी किया जाएगा। यहाँ आलाकमान ने अपनी चलाई और गहलोत को उनकी जगह दिखाने की कोशिश की गयी। लेकिन पेशे से जादूगर अब राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। सूत्रों कि मानें तो बैठक से ऐन पहले न्यायाधीश पुष्पेन्द्र सिंह भाटी की कोर्ट में राबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ करने की अनुमति की मांग रखी गयी है जिसकी सुनवाई आज तय है। यानि कल आपात बैठक और आज यह सुनवाई। अब आलाकमान क्या करेगी। पायलट खेमे के एक नेता ने नाम न छापने कि शर्त पर बताया कि वाड्रा पर चल रहे केसों के चलते मुख्यमंत्री पद के लिए गहलोत प्रियंका – रोबर्ट वाड्रा की पहली पसंद थे। अशोक गहलोत इस वजह से ही इस तरह आकडे हुए थे। लगता है की गेंद पर अब भी गहलोत ही की पकड़ है।’

राजविरेन्द्र वसिष्ठ :

राजस्थान हाईकोर्ट में सोमवार को राबर्ट वाड्रा से जुड़े महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई होगी। बीकानेर जिले में जमीन की खरीद फरोख्त में हुई गड़बड़ी को लेकर ईडी ने राबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ करने की अनुमति मांग रखी है। इस पर सुनवाई लंबे अरसे से किसी न किसी कारण से टलती आ रही है। ऐसे में देखेने वाली बात होगी कि इस मामले में हाईकोर्ट राबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ करने की अनुमति प्रदान करता है या नहीं। फिलहाल हाईकोर्ट ने राबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है। न्यायाधीश पुष्पेन्द्र सिंह भाटी की कोर्ट में इस मामले की सुनवाई प्रस्तावित है।

क्या है मामला?

2007 में वाड्रा ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी की शुरुआत की। रॉबर्ट और उनकी मां मौरीन इस कंपनी के डायरेक्टर बनाए गए। बाद में कंपनी का नाम बदलकर स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड लायबिलिटी कर दिया गया। रजिस्ट्रेशन के वक्त बताया गया था कि ये कंपनी रेस्टोरेंट, बार और कैंटीन चलाने जैसे काम करेगी।

2012 में खरीदी थी जमीन

वाड्रा की कंपनी ने 2012 में राजस्थान के बीकानेर जिले में कोलायत क्षेत्र में कुछ दलालों के जरिए 270 बीघा जमीन 79 लाख रुपए में खरीदी। बीकानेर में भारतीय सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटित की गई थी। यह जमीन सेना की थी और इसका बेचा नहीं जा सकता था। यहां से विस्थापित हुए लोगों के लिए दूसरी जगह पर 1400 बीघा जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार करवाकर वाड्रा की कंपनी को बेच दिए। इन लोगों के माध्यम से ही वाड्रा ने क्षेत्र के कुछ गांवों में और जमीन खरीदने का प्रयास किया, लेकिन मामला आगे बढ़ नहीं पाया। फर्जी तरीके से जमीन के बेचने का मामला उजागर होने से पहले वाड्रा की कंपनी ने इस जमीन को 5 करोड़ रुपए में बेच दिया। ईडी ने इस मामले में कुछ स्थानीय अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी है। उनकी मिलीभगत से कुछ लोगों ने जमीन के फर्जी कागजात तैयार कराए।

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इस मामले की ईडी ने जांच शुरू की

मनी लांड्रिंग से जुड़े इस मामले की ईडी ने जांच शुरू की थी। ईडी की पूछताछ से बचने के लिए वाड्रा लंबे अरसे से प्रयास करते रहे। कई बार समन जारी करने के बावजूद वे ईडी के सामने पेश नहीं हुए। ईडी की सख्ती पर वाड्रा ने राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्य पीठ में अपील दायर कर पूछताछ पर ही सवालिया निशान लगाया। हाईकोर्ट ने वाड्रा को आदेश दिया कि वे अपनी मां मौरिन के साथ ईडी के समक्ष पेश होकर उसके सवालों का जवाब दें। इसके बाद वाड्रा जयपुर में ईडी के समक्ष पेश हुए थे। ईडी का कहना है कि राबर्ट वाड्रा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे है। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ किए जाने की आवश्यकता है। इस मामले पर हाईकोर्ट को अपना फैसला सुनाना है कि गिरफ्तार कर पूछताछ की जा सकती है या नहीं।

पंजाब की तर्ज़ पर राजस्था संकट का निदान ढूंढ रही कॉंग्रेस

पंजाब कांग्रेस का घमासान खत्म करने में पार्टी नेतृत्व को चार महीने से अधिक का समय लग गया। कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज नेता पर दबाव बनाने में मिली कामयाबी के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर दबाव डालने का दांव चलकर अब पार्टी को अनिर्णय और असमंजस के दौर से निकालने की गति बढ़ा दी है। लिहाजा हाईकमान राजस्थान में अशोक गहलोत को अंदरूनी खींचतान खत्म करने के लिए ज्यादा समय देने का जोखिम नहीं लेना चाहता। इसलिए पिछले कई महीनों से दिल्ली आने से बच रहे गहलोत को स्पष्ट संदेश भेजा गया है कि अब पायलट और उनके समर्थकों की सत्ता-संगठन में भागीदारी का मामला लटकाने की गुंजाइश नहीं है।

राजवीरेन्द्र वशिष्ठ:

दरअसल पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज नेता पर दबाव बनाने में मिली कामयाबी के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर दबाव डालने का दांव चलकर अब पार्टी को अनिर्णय और असमंजस के दौर से निकालने की गति बढ़ा दी है। कांग्रेस हाईकमान ने इस कोशिश के तहत जहां अब हर कीमत पर सचिन पायलट और उनके समर्थकों की राजस्थान की सत्ता-संगठन में दोबारा एंट्री की समयसीमा तय कर दी है, वहीं उत्तराखंड से लेकर मणिपुर, गोवा और असम जैसे राज्यों में प्रदेश कांग्रेस में बदलाव को धड़ाधड़ अमलीजामा पहनाया जा रहा है।

लेकिन राजस्थान की कथा अलग है। जहां नवजोत सिंह सिद्धू ए हेलीकाप्टर कैंडिडैट हैं। भाजपा छोड़ आ आपा से गलबहियाँ डालने औउर वहाँ बात न बनाने के बाद कॉंग्रेस में आए जहां उनका आधार केवल और केवल राहुल – प्रियंका थे वहीं सचिन कॉंग्रेस में दूसरी पीढ़ी के सशक्त और कद्दावर नेता हैं। जहां सिद्धू अमृतसर की सीट स्व॰ जेटली को नहीं जीता पाये थे वहीं सचिन ने अपने डैम पर राजस्थान जीत कर कॉंग्रेस की झोली मेन दाल दिया था। यहाँ सचिन अपमानित हुए थे तो पंजाब में कैप्टन। एक सार्वजनिक रूप से अपमानित व्यक्ति को दबाना चाहे वह कितना ह दिग्गज नेता क्यों न हो बहुत आसान है। कैप्टन भी अपवाद नहीं हैं।

राजस्थान कॉन्ग्रेस में कलह शांत करने के लिए कैबिनेट विस्तार की योजना बनाई गई, लेकिन अब वो भी सफल होती नहीं दिख रही है। मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों के बीच बहस और हंगामेबाजी हुई। ये सब राजस्थान के में पार्टी के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा बुलाई गई एक बैठक में हुआ है। बैठक के शुरू होते पायलट समर्थक समूह उग्र हो गया।

रविवार (25 जुलाई, 2021) को ये आपात बैठक बुलाई गई थी। कॉन्ग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने उस बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को अशोक गहलोत की जगह नया मुख्यमंत्री बनाने के लिए हंगामा शुरू कर दिया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्‍थान प्रभारी अजय माकन की मौजूदगी में ये सर हंगामा हुआ। हालाँकि, बैठक में पहुँचे पायलट इतना कुछ होने के बावजूद खुद शांत ही रहे और कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

कॉन्ग्रेस को लगता है कि पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही उसने वहाँ का कलह समाप्त कर दिया है। इसीलिए, पार्टी हाईकमान अब राजस्थान पर ध्यान दे रहा है। पार्टी के दोनों राष्ट्रीय नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ चर्चा के बाद दिल्ली रवाना हो गए हैं। दोपहर 12 बजे वो वहाँ से निकले। अंदाज लगाया जा रहा है कि आबकी कैबिनेट विस्तार में गहलोत खेमे के कई मंत्रियों का पत्ता कटेगा।

वहीं सचिन पायलट खेमे के कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। खबर ये भी है कि अब अशोक गहलोत के हाथ में कुछ नहीं रहा और सोनिया गाँधी खुद सारे नामों पर मुहर लगाएँगी। यानि, अब आलाकमान ही सब कुछ करेगा। गहलोत सरकार में नियमानुसार 9 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। जिला और ब्लॉक स्तर की कॉन्ग्रेस की टीमों का भी गठन होना है, ऐसे में जुलाई के अंत में अजय माकन फिर राजस्थान आएँगे।

अब राजस्थान से प्रस्तावित नामों की सूची लेकर दिल्ली लौटे माकन और राव की सोनिया गाँधी से मुलाकात हो सकती है। सोनिया गाँधी की ही झंडी के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तारीखों का ऐलान भी होगा। लेकिन, सचिन पायलट के समर्थकों द्वारा ने बखेड़ा खड़ा किए जाने से पार्टी में फिर से चिंता की लहर दौड़ गई है। इसी सप्ताह कभी मंत्रिमंडल विस्तार का ऐलान हो सकता है। इसके बाद दोनों खेमा अगली रणनीति तय करेगा।

राशिफल, 26 जुलाई

Aries

26 जुलाई, 2021:  आज के दिन ऐसी चीज़ों पर काम करने की ज़रूरत है, जो आपकी सेहत में सुधार ला सकती हैं। कुछ ज़रूरी योजनाएँ क्रियान्वित होंगी और ताज़ा आर्थिक मुनाफ़ा पहुँचाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ बेहतर समझ ज़िन्दगी में ख़ुशी, सुकून और समृद्धि लाएगी। आज आप इश्क़ की चाशनी ज़िन्दगी में घुलती हुई महसूस करेंगे। घर से बाहर निकलकर आज आप खुली हवाओं में टहलना पसंद करेंगे। आज आपका मन शांत होगा जिसका फायदा आपको पूरे दिन मिलेगा। सुबह जीवनसाथी से आपको कुछ ऐसा मिल सकता है, जिससे आपका सारा दिन ख़ुशगवार गुज़रेगा।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

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Taurus

26 जुलाई, 2021:  सबकी मदद करने की आपकी इच्छा आपको आज बुरी तरह थकाएगी। जो व्यापारी अपने कारोबार के सिलसिले में घर से बाहर जा रहे हैं वो अपने धन को आज बहुत संभालकर रखें। धन चोरी होने की संभावना है। सामाजिक उत्सवों में सहभागिता का मौक़ा है, जो आपको प्रभावशाली व्यक्तियों के संपर्क में लाएगा। प्यार-मोहब्बत के मामले में दबाव बनाने की कोशिश न करें। आप किसी बड़े व्यावसायिक लेन-देन को अंजाम दे सकते हैं और मनोरंजन से जुड़ी किसी परियोजना में कई लोगों का संयोजन कर सकते हैं। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शोकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। लोगों की दख़लअन्दाज़ी वैवाहिक जीवन में परेशानी खड़ी कर सकती है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Gemini

26 जुलाई,, 2021:   क्षणिक ग़ुस्सा विवाद और दुर्भावना की वजह बन सकता है। आप दूसरों पर कुछ ज़्यादा ख़र्चा कर सकते हैं। ग़ैर-ज़रूरी चीज़ों पर रुपये ख़र्च कर आप अपने जीवन-साथी को नाराज़ कर सकते हैं। आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी। संतोषजनक परिणाम पाने के लिए काम को योजनाबद्ध तरीक़े से करें, दफ़्तर की परेशानियों को हल करने में आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आपमें से कुछ लोगों को लंबा सफ़र करना पड़ सकता है – जो काफ़ी दौड़-भाग भरा होगा – लेकिन साथ ही बहुत फ़ायदेमंद भी साबित होगा। जीवनसाथी की मासूमियत आपके दिन को ख़ास बना सकती है।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Cancer

26 जुलाई,2021:  आज के दिन किए गए दान-पुण्य के काम आपको मानसिक शान्ति और सुकून देंगे। दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। पारिवारिक समारोह और महत्वपूर्ण अवसरों के लिए अच्छा दिन है। प्रेम निःसीम होता है, सभी सीमाओं के परे; आपने ये बातें पहले भी सुनी होंगी। लेकिन आज वह दिन है जब आप अगर चाहें तो यह ख़ुद महसूस कर सकते हैं। रात को ऑफिस से घर आते वक्त आज आपको सावधानी से वाहन चलाना चाहिए, नहीं तो दुर्घटना हो सकती है और कई दिनों के लिए आप बीमार पड़ सकते हैं। आपका अपने जीवनसाथी के साथ तनावपूर्ण संबंध रह सकता है। जहां तक सम्भव हो बात को बढ़ने न दें। आपकी बात करने का तरीका आज बहुत खराब होगा जिसकी वजह से समाज में आप अपना मान सम्मान खो सकते हैं।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
Leo

26 जुलाई, 2021:  आपका बच्चों जैसा भोला स्वभाव फिर सतह पर आ जाएगा और आप शरारती मनोदशा में होंगे। रात के समय आप आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। घर में रस्म-रिवाज़ आदि होगा। दूसरों को ख़ुशियाँ देकर और पुरानी ग़लतियों को भुलाकर आप जीवन को सार्थक बनाएंगे। अहम लोगों से बातचीत करते वक़्त अपने आँख-कान खुले रखिए, हो सकता है आपके हाथ कोई क़ीमती बात या विचार लग जाए। अपने व्यक्तित्व और रंग-रूप को बेहतर बनाने का कोशिश संतोषजनक साबित होगी। आपका जीवनसाथी हाल में हुई खटपट को भुलाकर अपने अच्छे स्वभाव का परिचय देगा।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Virgo

26 जुलाई, 2021:   आप आज ख़ुद को रोज़ाना की अपेक्षा कम ऊर्जावान महसूस करेंगे। स्वयं को ज़रूरत से ज़्यादा काम के नीचे न दबाएँ, थोड़ा आराम करें और आज के कामों को कल तक के लिए टाल दें। आज के दिन धन हानि होने की संभावना है इसलिए लेन-देन से जुड़े मामलों में जितना आप सतर्क रहेंगे उतना ही आपके लिए अच्छा रहेगा। ऐसे काम करें जिनसे आपको ख़ुशी मिले, लेकिन दूसरों के मामलों में दख़लअंदाज़ी से बचें। अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा। आज कार्यक्षेत्र में आपके किसी पुराने काम की तारीफ हो सकती है। आपके काम को देखते हुए आज आपकी तरक्की भी संभव है। कारोबारी आज अनुभवी लोगों से करोबार को आगे बढ़ाने की सलाह ले सकते हैं। कुछ लोगों के लिए आकस्मिक यात्रा दौड़-भाग भरी और तनावपूर्ण रहेगी। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
Libra

26 जुलाई, 2021:  आज अतीत के ग़लत फ़ैसले मानसिक अशान्ति और क्लेश की वजह बनेंगे। आप ख़ुद को अकेला पाएंगे और सही-ग़लत का निर्णय करने में असमर्थ महसूस करेंगे। दूसरों की सलाह लें। किसी बड़े समूह में भागीदारी आपके लिए दिलचस्प साबित होगी, हालाँकि आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं। प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लोगों से परिचय बढ़ाने के लिए सामाजिक गतिविधियाँ अच्छा मौक़ा साबित होंगी। आप और आपका महबूब आज प्यार के समुन्दर में गोते लगाएंगे और प्यार की मदहोशी को महसूस करेंगे। कार्यक्षेत्र में लक्ष्य हासिल करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा को इसी ओर लगाएँ। दिक़्क़तों का तेज़ी से मुक़ाबला करने की आपकी क्षमता आपको ख़ास पहचान दिलाएगी। विवादों की एक लम्बी कड़ी आपके रिश्तों को कमजोर कर सकती है अत: इसे हल्के में लेना ठीक नहीं होगा।।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Scorpio

26 जुलाई, 2021:   मुस्कुराएँ, क्योंकि यह सभी समस्याओं का सबसे उम्दा इलाज है। आज के दिन घर के किसी इलेक्ट्रोनिक सामान के खराब हो जाने की वजह से आपका धन खर्च हो सकता है। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। सैर-सपाटे पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है, जो आपकी ऊर्जा और उत्साह को तरोताज़ा कर देगा। अगर आप अपनी योजनाओं को सबके सामने खोलने में बिल्कुल नहीं हिचकते, तो आप अपनी परियोजना को ख़राब कर सकते हैं। जिंदगी में चल रही आपाधापी के बीच आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा और और आप अपने पसंदीदा कामों को कर पाने में कामयाब हो पाएंगे। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ बेहतरीन पल गुज़ार सकेंगे।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :

Sagittarius

26 जुलाई, 2021:   ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। आज किसी पार्टी में आपकी मुलाकात किसी ऐसे शख्स से हो सकती है जो आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए आपको अहम सलाह दे सकता है। आज आपका मन ख़ुश होगा और आप अपने दोस्तों व परिवार के सदस्यों पर पैसे ख़र्च करने का आनंद लेंगे। आसमान ज़्यादा उजला नज़र आएगा, फूलों में ज़्यादा रंग दिखेंगे और आपके आस-पास सब कुछ चमक उठेगा – क्योंकि आप इश्क़ का सुरूर महसूस कर रहे हैं! आज का दिन बढ़िया प्रदर्शन और ख़ास कामों के लिए है। आपका खाली समय आज मोबाइल या टीवी देखने में बर्बाद हो सकता है। इससे आपके जीवनसाथी को आपसे खिन्नता भी होगी क्योंकि आप उनसे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाएँगे। यह आपके पूरे वैवाहिक जीवन के सबसे ज़्यादा स्नेहपूर्ण दिनों में से एक हो सकता है।  व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Capricorn

26 जुलाई, 2021:   कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है- जो काम में आपकी एकाग्रता को भंग करेगा। घर में किसी फंक्शन के होने की वजह से आज आपको बहुत धन खर्च करना पड़ेगा जिसके कारण आपकी आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। शाम का ज़्यादातर समय मेहमानों के साथ गुज़रेगा। व्यक्तिगत संबंध संवेदनशील और नाज़ुक रहेंगे। सेमिनार और गोष्ठियों में हिस्सा लेकर आज आप कई नए विचार पा सकते हैं। जिन लोगों के घर वाले शिकायत करते हैं कि वो घरवालों को पर्याप्त समय नहीं देते वो आज घरवालों को समय देने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन ऐन वक्त पर किसी काम के आने की वजह से ऐसा नहीं हो पाएगा। ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा तरजीह देता हुआ नज़र आ सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Aquarius

26 जुलाई,2021:  आपका दानशीलता का व्यवहार आपके लिए छुपे हुए आशीर्वाद की तरह सिद्ध होगा, क्योंकि यह आपको शक, अनास्था, लालच और आसक्ति जैसी ख़राबियों से बचाएगा। आज के दिन आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है लेकिन इसके साथ ही आपको दान-पुण्य भी करना चाहिए क्योंकि इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। रिश्तेदारों के साथ बिताया गया वक़्त आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा। संभव है कि कोई आपसे अपने प्यार का इज़हार करे। इस राशि के कारोबारियों को आज कारोबार के सिलसिले में अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। यह यात्रा आपको मानसिक तनाव दे सकती है। नौकरी पेशा लोगों को आज ऑफिस में इधर-उधर की बातें करने से बचना चाहिए। अपने किस मित्र के साथ आज समय बिता सकते हैं लेकिन इस दौरान आप शराब का सेवन करने से बचना चाहिए नहीं तो समय की बर्बादी हो सकती है। आपका जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ़ करेगा और आप पर बहुत स्नेह उढ़ेलेगा।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Pisces

26 जुलाई, 2021:  स्वास्थ्य का ध्यान रखें और चीज़ों को व्यवस्थित करें। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। जो लोग आपके लिए सबसे ज़्यादा अहमियत रखते हैं, उन्हें अपनी बात समझाने में आप ख़ासी दिक़्क़त महसूस करेंगे। अपने प्रिय की छोटी-मोटी भूल को अनदेखा करें। आपके पास आज अपनी क्षमताओं को दिखाने के मौक़े होंगे। आज आप नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे और आप जिन कामों को करने के लिए चुनेंगे, वे आपको उम्मीद से ज़्यादा फ़ायदा देंगे। आप अपने जीवन की कुछ यादगार शामों में से एक आज अपने जीवनसाथी के साथ बिता सकते हैंं।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 819495932

श्रावण सोमवार व्रत कथा

सनातन धर्म में सावन के महीने को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है। सावन के महीने का अपना अलग ही महत्व है। सावन की महीना भगवन शिव को समर्पित है। पूरे महीने लोग भगवन शिव की पूजा अर्चना में लगे होते हैं। सावन के महीने के सोमवार का और भी अधिक महत्व होता है। माना जाता है कि इस माह में शिव की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस साल 25 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। 25 जुलाई से 22 अगस्त तक सावन का महीना चलेगा।

धर्म/संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़:

पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं। सावन सोमवार, सोलह सोमवार और सोम प्रदोष। सोमवार व्रत की विधि सभी व्रतों में समान होती है। इस व्रत को श्रावण माह में आरंभ करना शुभ माना जाता है। श्रावण सोमवार के व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है।
श्रावण सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है। शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है। व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए।

श्रावण सोमवार की कथा

श्रावण सोमवार की कथा के अनुसार अमरपुर नगर में एक धनी व्यापारी रहता था। दूर-दूर तक उसका व्यापार फैला हुआ था। नगर में उस व्यापारी का सभी लोग मान-सम्मान करते थे। इतना सबकुछ होने पर भी वह व्यापारी अंतर्मन से बहुत दुखी था क्योंकि उस व्यापारी का कोई पुत्र नहीं था।

दिन-रात उसे एक ही चिंता सताती रहती थी। उसकी मृत्यु के बाद उसके इतने बड़े व्यापार और धन-संपत्ति को कौन संभालेगा।
पुत्र पाने की इच्छा से वह व्यापारी प्रति सोमवार भगवान शिव की व्रत-पूजा किया करता था। सायंकाल को व्यापारी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव के सामने घी का दीपक जलाया करता था।

उस व्यापारी की भक्ति देखकर एक दिन पार्वती ने भगवान शिव से कहा- ‘हे प्राणनाथ, यह व्यापारी आपका सच्चा भक्त है। कितने दिनों से यह सोमवार का व्रत और पूजा नियमित कर रहा है। भगवान, आप इस व्यापारी की मनोकामना अवश्य पूर्ण करें।’
भगवान शिव ने मुस्कराते हुए कहा- ‘हे पार्वती! इस संसार में सबको उसके कर्म के अनुसार फल की प्राप्ति होती है। प्राणी जैसा कर्म करते हैं, उन्हें वैसा ही फल प्राप्त होता है।’

इसके बावजूद पार्वतीजी नहीं मानीं। उन्होंने आग्रह करते हुए कहा- ‘नहीं प्राणनाथ! आपको इस व्यापारी की इच्छा पूरी करनी ही पड़ेगी। यह आपका अनन्य भक्त है। प्रति सोमवार आपका विधिवत व्रत रखता है और पूजा-अर्चना के बाद आपको भोग लगाकर एक समय भोजन ग्रहण करता है। आपको इसे पुत्र-प्राप्ति का वरदान देना ही होगा।’
पार्वती का इतना आग्रह देखकर भगवान शिव ने कहा- ‘तुम्हारे आग्रह पर मैं इस व्यापारी को पुत्र-प्राप्ति का वरदान देता हूं। लेकिन इसका पुत्र 16 वर्ष से अधिक जीवित नहीं रहेगा।’

उसी रात भगवान शिव ने स्वप्न में उस व्यापारी को दर्शन देकर उसे पुत्र-प्राप्ति का वरदान दिया और उसके पुत्र के 16 वर्ष तक जीवित रहने की बात भी बताई।
भगवान के वरदान से व्यापारी को खुशी तो हुई, लेकिन पुत्र की अल्पायु की चिंता ने उस खुशी को नष्ट कर दिया। व्यापारी पहले की तरह सोमवार का विधिवत व्रत करता रहा। कुछ महीने पश्चात उसके घर अति सुंदर पुत्र उत्पन्न हुआ। पुत्र जन्म से व्यापारी के घर में खुशियां भर गईं। बहुत धूमधाम से पुत्र-जन्म का समारोह मनाया गया।

व्यापारी को पुत्र-जन्म की अधिक खुशी नहीं हुई क्योंकि उसे पुत्र की अल्प आयु के रहस्य का पता था। यह रहस्य घर में किसी को नहीं मालूम था। विद्वान ब्राह्मणों ने उस पुत्र का नाम अमर रखा।
जब अमर 12 वर्ष का हुआ तो शिक्षा के लिए उसे वाराणसी भेजने का निश्चय हुआ। व्यापारी ने अमर के मामा दीपचंद को बुलाया और कहा कि अमर को शिक्षा प्राप्त करने के लिए वाराणसी छोड़ आओ। अमर अपने मामा के साथ शिक्षा प्राप्त करने के लिए चल दिया। रास्ते में जहां भी अमर और दीपचंद रात्रि विश्राम के लिए ठहरते, वहीं यज्ञ करते और ब्राह्मणों को भोजन कराते थे।
लंबी यात्रा के बाद अमर और दीपचंद एक नगर में पहुंचे। उस नगर के राजा की कन्या के विवाह की खुशी में पूरे नगर को सजाया गया था। निश्चित समय पर बारात आ गई लेकिन वर का पिता अपने बेटे के एक आंख से काने होने के कारण बहुत चिंतित था। उसे इस बात का भय सता रहा था कि राजा को इस बात का पता चलने पर कहीं वह विवाह से इनकार न कर दें। इससे उसकी बदनामी होगी।

वर के पिता ने अमर को देखा तो उसके मस्तिष्क में एक विचार आया। उसने सोचा क्यों न इस लड़के को दूल्हा बनाकर राजकुमारी से विवाह करा दूं। विवाह के बाद इसको धन देकर विदा कर दूंगा और राजकुमारी को अपने नगर में ले जाऊंगा।
वर के पिता ने इसी संबंध में अमर और दीपचंद से बात की। दीपचंद ने धन मिलने के लालच में वर के पिता की बात स्वीकार कर ली। अमर को दूल्हे के वस्त्र पहनाकर राजकुमारी चंद्रिका से विवाह करा दिया गया। राजा ने बहुत-सा धन देकर राजकुमारी को विदा किया।

अमर जब लौट रहा था तो सच नहीं छिपा सका और उसने राजकुमारी की ओढ़नी पर लिख दिया- ‘राजकुमारी चंद्रिका, तुम्हारा विवाह तो मेरे साथ हुआ था, मैं तो वाराणसी में शिक्षा प्राप्त करने जा रहा हूं। अब तुम्हें जिस नवयुवक की पत्नी बनना पड़ेगा, वह काना है।’
जब राजकुमारी ने अपनी ओढ़नी पर लिखा हुआ पढ़ा तो उसने काने लड़के के साथ जाने से इनकार कर दिया। राजा ने सब बातें जानकर राजकुमारी को महल में रख लिया। उधर अमर अपने मामा दीपचंद के साथ वाराणसी पहुंच गया। अमर ने गुरुकुल में पढ़ना शुरू कर दिया।

जब अमर की आयु 16 वर्ष पूरी हुई तो उसने एक यज्ञ किया। यज्ञ की समाप्ति पर ब्राह्मणों को भोजन कराया और खूब अन्न, वस्त्र दान किए। रात को अमर अपने शयनकक्ष में सो गया। शिव के वरदान के अनुसार शयनावस्था में ही अमर के प्राण-पखेरू उड़ गए। सूर्योदय पर मामा अमर को मृत देखकर रोने-पीटने लगा। आसपास के लोग भी एकत्र होकर दुःख प्रकट करने लगे।
मामा के रोने, विलाप करने के स्वर समीप से गुजरते हुए भगवान शिव और माता पार्वती ने भी सुने। पार्वतीजी ने भगवान से कहा- ‘प्राणनाथ! मुझसे इसके रोने के स्वर सहन नहीं हो रहे। आप इस व्यक्ति के कष्ट अवश्य दूर करें।’

भगवान शिव ने पार्वतीजी के साथ अदृश्य रूप में समीप जाकर अमर को देखा तो पार्वतीजी से बोले- ‘पार्वती! यह तो उसी व्यापारी का पुत्र है। मैंने इसे 16 वर्ष की आयु का वरदान दिया था। इसकी आयु तो पूरी हो गई।’
पार्वतीजी ने फिर भगवान शिव से निवेदन किया- ‘हे प्राणनाथ! आप इस लड़के को जीवित करें। नहीं तो इसके माता-पिता पुत्र की मृत्यु के कारण रो-रोकर अपने प्राणों का त्याग कर देंगे। इस लड़के का पिता तो आपका परम भक्त है। वर्षों से सोमवार का व्रत करते हुए आपको भोग लगा रहा है।’ पार्वती के आग्रह करने पर भगवान शिव ने उस लड़के को जीवित होने का वरदान दिया और कुछ ही पल में वह जीवित होकर उठ बैठा।
शिक्षा समाप्त करके अमर मामा के साथ अपने नगर की ओर चल दिया। दोनों चलते हुए उसी नगर में पहुंचे, जहां अमर का विवाह हुआ था। उस नगर में भी अमर ने यज्ञ का आयोजन किया। समीप से गुजरते हुए नगर के राजा ने यज्ञ का आयोजन देखा।

राजा ने अमर को तुरंत पहचान लिया। यज्ञ समाप्त होने पर राजा अमर और उसके मामा को महल में ले गया और कुछ दिन उन्हें महल में रखकर बहुत-सा धन, वस्त्र देकर राजकुमारी के साथ विदा किया।
रास्ते में सुरक्षा के लिए राजा ने बहुत से सैनिकों को भी साथ भेजा। दीपचंद ने नगर में पहुंचते ही एक दूत को घर भेजकर अपने आगमन की सूचना भेजी। अपने बेटे अमर के जीवित वापस लौटने की सूचना से व्यापारी बहुत प्रसन्न हुआ।

व्यापारी ने अपनी पत्नी के साथ स्वयं को एक कमरे में बंद कर रखा था। भूखे-प्यासे रहकर व्यापारी और उसकी पत्नी बेटे की प्रतीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रतिज्ञा कर रखी थी कि यदि उन्हें अपने बेटे की मृत्यु का समाचार मिला तो दोनों अपने प्राण त्याग देंगे।
व्यापारी अपनी पत्नी और मित्रों के साथ नगर के द्वार पर पहुंचा। अपने बेटे के विवाह का समाचार सुनकर, पुत्रवधू राजकुमारी चंद्रिका को देखकर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। उसी रात भगवान शिव ने व्यापारी के स्वप्न में आकर कहा- ‘हे श्रेष्ठी! मैंने तेरे सोमवार के व्रत करने और व्रतकथा सुनने से प्रसन्न होकर तेरे पुत्र को लंबी आयु प्रदान की है।’ व्यापारी बहुत प्रसन्न हुआ।
सोमवार का व्रत करने से व्यापारी के घर में खुशियां लौट आईं। शास्त्रों में लिखा है कि जो स्त्री-पुरुष सोमवार का विधिवत व्रत करते और व्रतकथा सुनते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।

पंचांग, 26 जुलाई 2021

कहा जाता है कि सावन माह में भगवान शिव की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। खासतौर पर सोमवार के व्रत का फल बहुत जल्दी मिलता है। जिनके विवाह में परेशानियां हैं, उन्हें शिवजी की कृपा से समस्याएं दूर होती हैं। पूरे माह शिव उपासना से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः श्रावण़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः तृतीया रात्रिः 02.55 तक है। 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः धनिष्ठा प्रातः 10.26 तक हैं, 

योगः सौभाग्य रात्रि 10.39 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः कर्क, 

चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः05.43, 

सूर्यास्तः07.12 बजे।

नोटः आज से श्रावण सोमवार व्रत शुरू हो रहे हैं।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

तुम अख़बार हो तो बेखबर मैं भी नहीं

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़ :

मीडिया में बाज़ार का दखल प्रत्यक्ष रूप में बढ़ता जा रहा है हालांकि कुछ अखबारें हमेशा से ही स्वयं को उपभोग वस्तु की श्रेणी में शामिल करती रही है जैसे कि लिख देना अ प्रोडक्ट ऑफ ….। लेकिन खबरों से ज़्यादा विज्ञापनों को स्थान देने के लिए अखबार के पन्नों में इज़ाफ़ा कर दिया गया।

अब अखबार मिशन नहीं व्यवसाय बन गया है । आजकल मिशन रखने वाले पत्रकारों को पागल कहते हैं अखबार रंगदार हो गए। धन और ताकत का स्रोत बन गए हैं । असल मे वर्ष 1995 में तत्कालीन वित्तमंत्री मनमोहन सिंह ने उदारीकरण के नाम पर अर्थव्यवस्था खोल दी थी यह उसी का नतीजा है।

अमर्यादित तरीके से विज्ञापन हथियाने के लिए राजनेताओं और व्यवसायियों की चाटूकारिता करना , जहाँ ये न चले वहाँ ब्लैकमेलिंग के हथियार खुलकर इस्तेमाल किये जाते हैं।

बहुत बदल गया है मीडिया

आज माँ से बात कर रही थी तो उन्होंने बताया कि पहले सम्पादक स्वयं एक संस्था होते थे जो अब कमज़ोर हो गई पहले सम्पादक अपने संवादाताओं से अक्सर कहते थे इन विज्ञापन वालों से दूर रहना । बहुत चिढ़ते थे अखबार की मार्केटिंग टीम से लेकिन अब सब बदल गया। अखबारों के प्रबंधन किसी सम्पादक की नियुक्ति के समय टारगेट बाँध देते है और इसी तरह सम्पादक भी अपने अधीनस्थ पत्रकारों के टारगेट फिक्स कर देते हैं। जनरल मैनेजर (मार्केटिंग) सम्पादक का पर्याय बन गया है।

मीडिया में बाज़ारवाद का प्रभाव इस कद्र बढ़ गया है कि दौलत का अंबार ठिकाने लगाने के लिए इन संस्थाओं द्वारा अलग नामों से नित्य नए अखबार और चैनल चलाये जा रहे हैं।

एक और चीज़ ” मीडिया ट्रायल”

बहुत ही भयानक साबित होता है कई बार। हालांकि कई मामलों में यह कारगार भी साबित हुआ लेकिन ज़्यादातर सेल्फ स्टाइल्ड जासूसी पत्रकार जल्दबाजी में कानूनी प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।

समाचारों और विचारों में बाज़ार इस कदर हावी है कि ख़बर और विज्ञापन में अन्तर कर पाना मुश्किल लगता है। यहाँ तक कि कुछ अख़बार तो श्राद्ध पक्ष के दौरान भी पुष्य नक्षत्र के आगमन के प्रायोजित समाचार छापकर पाठकों को बेवकूफ़ बनाने से बाज नहीं आते. तमाम अख़बार ख़रीदारी के लिए तरह-तरह के मेले लगाने को अपना परम कर्त्तव्य मान बैठे हैं. यह पाठकों के खिलाफ़ एक गहरी मीडियाई साजिश है।

रौनकें कहाँ दिखायी देती हैं अब पहले जैसी,
अख़बारों के इश्तेहार बताते हैं, कोई त्यौहार आया है!

राजस्थान काँग्रेस में आज निकलेगा रास्ता , विधायक दल की बैठक

गेहलोत मंत्री मण्डल मे फेर बदल पर होगा मंथन

अजय माकन ओर के सी वेणुगोपाल भी रहेंगे मोजूद

Panchang

पंचांग 25 जुलाई 2021

आज रात्रि 10.48 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं। पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है। चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पाॅच व्यक्तियों के अकाल मृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः श्रावण़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा प्रातः 05.51 तक है। 

वारः रविवार, नक्षत्रः श्रवण प्रातः 11.18 तक हैं, 

योगः आयुष्मान रात्रि 12.42 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः कर्क, 

चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः सायंः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः05.42, 

सूर्यास्तः07.12 बजे।

नोटः द्वितीया तिथि का क्षय है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

एंकाउंटर का खोफ या कार्यवाई कि दहशत, योगिराज में हाथ उठा पैदल चल कर ठाणे मीन आत्मसमरपर्ण कर रहे गैंगस्टर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद ही अपराधियों को ललकारते हुए कहा था कि, अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा या तो अपराधी जेल में होंगे या या फिर अपराधी उत्तर प्रदेश से पलायन कर जाएं। अब हालात यह हैं कि पुलिस के लगातार दबाव एवं अन्य कानूनी कार्रवाई के डर से शुक्रवार को वांछित गैंगस्टर के तीन आरोपी मोमीन, इंतजार व मंगता निवासी गांव रामड़ा थाना कैराना पहुंचे और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

यूपी(ब्यूरो):

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बढ़ते अपराधों पर नकेल कसने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। प्रदेश की पुलिस कुख्यात अपराधियों और उनके गिरोह के अन्य सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। यही कारण है कि योगी सरकार के डर से राज्य के अधिकतर थानों से फरार अपराधी खुद ही पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं। ताजा मामला यूपी के शामली जिले का है।

शनिवार (24 जुलाई 2021) को शामली के तीन गैंगस्टर्स मोमीन पुत्र समसुदीन, इन्तजार पुत्र बशीर और मंगता पुत्र नूरहसन निवासी ग्राम रामडा पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी के डर से हाथ उठाकर थाने पहुँचे और आत्मसमर्पण कर दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी गैंगस्टर्स ने कहा कि वो अपराध से तौबा कर भविष्य में अपराध न करने की कसम खाते हैं। पुलिस अधीक्षक शामली सुकीर्ति माधव ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ थाना कैराना पर बलवा, हत्या का प्रयास के केस पहले से ही पंजीकृत हैं, जिन पर अंकुश लगाने के लिए आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कैराना कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे तीनों गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया है।

आपराधिक इतिहास मोमीन
1. मु0अ0सं0 606/17 धारा 147/148/149/307/336/353 भादवि व 7 सीएलए एक्ट थाना कैराना।
2. मु0अ0सं0 66/21 धारा 2/3 गैगस्टर एक्ट थाना कैराना जनपद शामली।
आपराधिक इतिहास इन्तजार
1. मु0अ0सं0 606/17 धारा 147/148/149/307/336/353 भादवि व 7 सीएलए एक्ट थाना कैराना।
2. मु0अ0सं0 66/21 धारा 2/3 गैगस्टर एक्ट थाना कैराना जनपद शामली।
आपराधिक इतिहास मंगता
1. मु0अ0सं0 606/17 धारा- 147/148/149/307/336/353 भादवि व 7 सीएलए एक्ट थाना कैराना जनपद शामली।
2. मु0अ0सं0 531/16 धारा 354ख/323/504/506 भादवि थाना कैराना जनपद शामली।
3. मु0अ0स0 66/21 धारा 2/3 गैगस्टर एक्ट थाना कैराना जनपद शामली।

गौरतलब है कि योगी सरकार के कार्यकाल में गैंगस्टर अधिनियम के तहत कुल 15 अरब 74 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया है। इसमें सर्वाधिक कार्रवाई जनवरी 2020 से अब तक की गई है। इस दौरान रिकॉर्ड कुल 13 अरब, 22 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति गैगेंस्टर अधिनियम के तहत जब्त की है।