PU Results

Chandigarh May 25, 2021

            This is to inform that the result of examination December, 2020 of the following courses have been declared/made public today.

1. B.Sc(Hons.)Bio-Informatics-3rd Semester,Dec-2020

2. Master of Science (Bio-Technology)-3rd Semester, Dec-2020

3. Master of Arts(Philosophy)-3rd Semester,Dec-2020

The same can be seen at the respective Departments/Colleges or Panjab University website.

Humour is a tax-free tonic amidst stress, strain and strife

Chandigarh May 25, 2021

Humour is a tax-free tonic amidst stress, strain and strife with its evergreen impact on one’s mind, says Dr. Ali Abbas, Coordinator of the department of Urdu, Panjab University, Chandigarh while speaking at the 5th Online meeting of Bazm-e-Adab organised by the department. He said that humour created by a satire either in verse or prose was for the enjoyment of all. Literature of all the known languages had produced grant satire and satire and satirists whose very mention was able enough to bring a cheerful smile on the lips of all. Sometimes tactfully arranged words can clinch the desired results without firing a bullet or resorting to agitations,Dr. Ali Abbas added.

In her presidential remarks Prof. (Retd.) Rehana Parveen, highlighted the all-important role played by satires in the development, spread and popularisation of Urdu literature and language in India and abroad.

Mr Papu Ram, a research scholar of the department of Urdu presented his paper on the topic “Satires in the modern Urdu literature” elaborating the age old traditions of satires in Urdu literature and further enriched by Mirza Ghalib, Rattanlal Sarshar, Mohamad Azad, Patras Bukhari, Kanhayalal kapur, Patras Bukhari, Yusuf Nazim, Mujtaba Husain and others.

Mr.Zaheer Haider, a research scholar in the department of Urdu, proposed  the vote of thanks.

स्वामी रामदेव ने आईएमएफ़और फार्मा कंपनियों से पूछे 25 प्रश्न

एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों पर की गई योग गुरु बाबा रामदेव की टिप्पणी से उठा तूफान फिलहाल शांत होता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्ष वर्धन के कड़े पत्र के बाद बाबा रामदेव ने भले ही खेद व्यक्त करते हुए अपने वक्तव्य को वापस ले लिया हो, लेकिन सोमवार को उन्होंने फिर से एलोपैथी पर सवाल उठाए हैं। यहां तक कहा है कि, अगर एलोपैथी सर्वशक्तिमान और सर्वगुण संपन्न है तो फिर एलोपैथिक चिकित्सकों को बीमार ही नहीं होना चाहिए। बाबा ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) और फार्मा कंपनियों के नाम खुला पत्र जारी कर 25 सवाल दागे हैं। पतंजलि योगपीठ के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने इस तरह का पत्र जारी किए जाने किए जाने की पुष्टि की।

  • बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने IMA और फार्मा इंडस्ट्री से पूछे ये 25 सवाल
  • ‘बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ने की कोई दवा है?’
  • पतंजलि ने पूछा कि एलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार होने ही नहीं चाहिए?

स्वस्थय डेस्क, चंडीगढ़ :

सोमवार को बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने एक खुला पत्र जारी किया गया जिसमें आइएमए और फार्मा कंपनी से 25 प्रश्न पूछे गए हैं। बाबा रामदेव ने इस पत्र में हेपटाइटिस, लीवर सोयराइसिस, हार्ट एनलार्जमेंट,शुगर लेवल 1 और 2,फैटी लीवर,थायराइड,ब्लॉकेज,बाईपास,माइग्रेन,पायरिया,अनिद्रा,स्ट्रेस,ड्रग्स एडिक्शन,गुस्सा,आदि पर स्थायी इलाज को लेकर सवाल पूछे हैं।

‘बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ने की कोई दवा है?’

यह भी पढ़ें : WHO को हरियाणा सरकार की चुनौती : हरियाणा में कोरोना मरीजों को पतंजलि की कोरोना किट बांटी जाएगी

बाबा रामदेव ने कोरोना के समय ऑक्सीजन प्रयोग होने को लेकर फार्मा कंपनी से सवाल किया। बाबा रामदेव ने पूछा कि क्या फार्मा कंपनी पर ऐसी कोई दवा है जिससे कोरोना संक्रमण के मरीज का बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ जाए।

स्वामी रामदेव ने IMA और फार्मा इंडस्ट्री से पूछे ये 25 सवाल

  1. ऐलोपैथी के पास हाइपरटेंशन (बीपी) व उसके कॉम्प्लिकेशंस के लिए निर्दोष स्थायी समाधान क्या है?
  2. ऐलोपैथी के पास टाईप-1 व टाईप- 2 डायबिटीज व उसके कॉम्प्लिकेशंस के लिए पर्मानेंट सॉल्यूशन क्या है?
  3. ऐलोपेथी के पास फैटी लिवर, लीवर सिरोसिस, हेपेटाइटिस को क्योर करने के लिए मेडिसिन क्या है जैसे आपने टीबी व चेचक आदि का स्थायी समाधान खोजा है वैसे ही लिवर की बीमारियों का समाधान खोजिए, अब तो ऐलोपैथी को 200 साल हो गए हैं।
  4. फार्मा इंडस्ट्री में हार्ट के ब्लॉकेज को रिवर्स करने का उपाय क्या है, बिना बाईपास के, बिना ऑपरेशन के व एंजियोप्लास्टी के स्थायी समाधान क्या हैं?
  5. फार्मा इंडस्ट्री में इनलार्ज हार्ट और इंजेक्शन फेक्शन कम होने पर बिना पेसमेकर लगाए, कौन सा इलाज है जिससे हार्ट का साइज और फंक्शन नॉर्मल हो जाए। कैसे उसे रिवर्स कर सकते हैं, बिना पेसमेकर के उसका निर्दोष इलाज क्या है?
  6. कॉलेस्ट्रॉल के रोगियों में कॉलेस्ट्रॉल ट्राइग्लिसराइड्स कम करने का और लीवर पर साइड इफेक्ट रहित एलोपैथी में इलाज क्या है?
  7. क्या फार्मा इंडस्ट्री के पास सिरदर्द और माइग्रेन का कोई परमानेंट सॉल्यूशन है, जिसके बार-बार सिरदर्द और माइग्रेन ना हो। एक बार दवा खाए और परमानेंट सिरदर्द, माइग्रेन बंद हो जाए।
  8. फार्मा इंडस्ट्री में आंखों का चश्मा उतारने का और हीयरिंग ऐड हट जाए, इसका कोई निर्दोष इलाज बता दे?
  9. पायरिया होने पर जिससे कि दांत हिलना बंद हो जाए, मसूड़े मजबूत हो जाए ऐसी कोई निर्दोष दवाई बताएं?
  10. एक आदमी का रोज कम से कम आधा से 1 किलो वजन कम हो जाए बिना सर्जरी के बैरियाट्रिक सर्जरी और लापोसेक्शन के, बिना किसी छेड़छाड़ के, दवाई खाए और वजन घट जाए, क्या फार्मा इंडस्ट्री में कोई ऐसी दवा है?
  11. सोरायसिस, सोरायटिक अर्थरायटिस व सफेद दाग का कोई निर्दोष स्थायी समाधान बताएं?
  12. मॉडर्न मेडिकल साइंस में एंक्लोजिंग स्पौंडिलोसिस का स्थायी समाधान क्या है? आरए फैक्टर पॉजिटिव को नेगेटिव करने का उपाय क्या है?
  13. ऐलोपैथी के पास पार्किसन का निर्दोष स्थायी समाधान क्या है?
  14. साइड इफेक्ट रहित कब्ज, गैस, ऐसीडिट का फार्मा इंडस्ट्री के पास स्थायी समाधान क्या है?
  15. अनिद्रा, लोगों को नींद नहीं आती है, क्योंकि आपकी दवा 4 से 6 घंटे तक ही असर करती है, वह भी साइड इफेक्ट के साथ, ऐलोपैथी में इसका कोई सॉल्यूशन?
  16. स्ट्रेस हार्मोंस कम करने के लिए और हैपी या गुड हार्मोंस बढ़ाने के लिए, जिससे आदमी तनावमुक्त और प्रसन्न हो जाए। फार्मा इंडस्ट्री इसकी कोई दवा बताएं?
  17. इन्फर्टिलिट में बिना कृत्रिम साधनों, जो बहुत पेनफुल होती है, ऐलोपैथी में ऐसी कोई दवाई बताएं जिससे समस्या का समाधान हो जाए। जिससे बिना टेस्ट ट्यूब बेबी, आईवीएफ के नैचुरल तरीके से संतान हो जाए और व्यक्ति लाखों रुपये की लूट से बच जाए।
  18. फार्मा इंडस्ट्री में ऐजिंग प्रॉसेस को रिवर्स करने वाली को निर्दोष दवा बताएं।
  19. ऐलोपैथ में बिना साइड इफेक्ट के हीमोग्लोबिन बढ़ाने का निर्दोष तरीका बताए।
  20. आदमी बहुत हिंसक, क्रूर और हैवानियत कर रहा है, उसके इंसान बनाने वाली ऐलोपैथ में कोई दवा बताएं।
  21. आदमी के सारे ड्रग्स अडिक्शन, नशा छूट जाए, ऐसी कोई ऐलोपैथी में दवा बताएं।
  22. ऐलोपैथी और आयुर्वेद के आपस में झगड़े खत्म करने की फार्मा इंडस्ट्री के पास कोई दवा हो तो बताएं।
  23. फार्मा इंडस्ट्री में कोरोना पेशेंट को बिना ऑक्सिजन सिलिंडर ऑक्सिजन बढ़ाने का कोई उपाय बताएं।
  24. पायरिया होने पर जिससे कि दांत हिलना बंद हो जाए, मसूड़े मजबूत हो जाए ऐसी कोई निर्दोष दवाई बताएं?
  25. ऐलोपैथ सर्वशक्तिमान और सर्वगुण संपन्न है तो फिर ऐलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार नहीं होने चाहिए।

WHO को हरियाणा सरकार की चुनौती : हरियाणा में कोरोना मरीजों को पतंजलि की कोरोना किट बांटी जाएगी

योगगुरु रामदेव के एलोपैथी और डॉक्टरों के खिलाफ बयान से मचे बवाल के बाद अब हरियाणा सरकार ने कोरोना मरीजों के बीच 1 लाख कोरोनिल किट बांटेने का फैसला किया है। बता दें कि ये कोरोनिल किट रामदेव की कंपनी पतंजलि द्वारा कोरोना मरीजों के लिए तैयार की गई दवा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक ट्वीट के जरिये सरकार के इस फैसले की जानकारी दी। मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि पतंजलि की कोरोनिल किट मुफ्त बांटी जाएगी। इसका आधा खर्च कंपनी और आधा राज्य सरकार वहन करेगी। 

  • हरियाणा में कोरोना मरीजों को पतंजलि की कोरोना किट बांटी जाएगी
  • गृह मंत्री अनिल विज ने इस बात की जानकारी दी
  • आधा-आधा बांटा गया कोरोनिल किट का खर्च

नरेश शर्मा भारद्वाज, जालंधर/पंचकुला:

एक तरफ बाबा रामदेव ने एक के बाद एक सिलसिलेवार बयानों से तहलका मचा रखा है वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में सोमवार को राज्‍य के गृह एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज ने बड़ा ऐलान कर दिया है। हरियाणा सरकार ने काेरोना वायरस को लेकर बड़ा फैसला किया है। अनिल विज ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में कोरोना मरीजों को 1 लाख पतंजलि किट फ्री (One lakh Patanjali coronil kits) में बांटी जाएगी। इस ऐलान के बाद से सियासी हलकों में खलबली मचना तय है।

हरियाणा सरकार ने काेरोना वायरस को लेकर बड़ा फैसला किया है। अनिल विज ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में कोरोना मरीजों को 1 लाख पतंजलि किट फ्री में बांटी जाएगी। अभी तक भारत सरकार WHO के प्रोटोकॉल को फालो करती आ रही है।हरियाणा सरकार में गृह एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि’ हरियाणा में कोविड मरीजों के बीच एक लाख पतंजलि की कोरोनिल किट मुफ्त बांटी जाएंगी। कोरोनिल का आधा खर्च पतंजलि ने और आधा हरियाणा सरकार के कोविड राहत कोष ने वहन किया है।हरियाणा सरकार ने कोरोनिल किट बांटने का फैसला ऐसे समय में लिया है जब योग गुरू बाबा रामदेव द्वारा ऐलोपैथिक दवाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने नाराजगी जताई थी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो का हवाला देते हुए शनिवार को कहा था कि रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी ‘बकवास विज्ञान’ है। हालांकि बाद में मचे बवाल के बाद रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं पर अपने बयान को रविवार को वापस ले लिया था।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कोरोनिल से कोरोना मरीजों के ठीक होने का दावा किया जाता है। इसलिए सरकार हरियाणा के लोगों के स्वास्थ्य एवं उपचार के प्रति कृतसंकल्प है। सरकार कोरोना मरीजों के इलाज में कोई कमी नही छोड़ना चाहती, हम यथासंभव प्रयास कर रहे हैं

पंचांग 25 मई 2021

आज श्री हरी विष्णु के चौथे अवतार श्री नरसिंघ अवतार की जयंती है

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः वैशाख, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी रात्रि 08.30 तक है, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः स्वाती प्रातः 07.06 तक हैं, 

योगः वरीयान 07.12 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः तुला, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.30, 

सूर्यास्तः 07.07 बजे।

नोटः श्री नृसिंह जयंती और श्री सत्यनारायण व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

Narsimha Jayanti 2021: श्री नृसिंह जयंती

  श्री नृसिंह जयंती 25 मई को मनाई जाएगी, इस तरह से पूजा कर करें भगवान नृसिंह को प्रसन्न इसी दिन भगवान श्री नृसिंह जी ने खंभे को चीरकर भक्त प्रह्लाद की रक्षार्थ अवतार लिया था। भगवान श्री नृसिंह जयंती 25 मई मंगलवार को मनाई जाएगी। भगवान श्री नृसिंह श्री हरि के चौथे अवतार माने जाते हैं।

धर्म/संस्कृति डेस्क, डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम :

नृसिंह अवतार भगवान विष्णु के प्रमुख अवतारों में से एक है। नरसिंह अवतार में भगवान विष्णु ने आधा मनुष्य व आधा शेर का शरीर धारण करके दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का वध किया था। धर्म ग्रंथों में भगवान विष्णु के इस अवतरण की कथा इस प्रकार है- प्राचीन काल में कश्यप नामक ऋषि हुए थे, उनकी पत्नी का नाम दिति था। उनके दो पुत्र हुए, जिनमें से एक का नाम ‘हरिण्याक्ष’ तथा दूसरे का ‘हिरण्यकशिपु’ था। हिरण्याक्ष को भगवान विष्णु ने पृथ्वी की रक्षा हेतु वराह रूप धरकर मार दिया था। अपने भाई कि मृत्यु से दुखी और क्रोधित हिरण्यकशिपु ने भाई की मृत्यु का प्रतिशोध लेने के लिए अजेय होने का संकल्प किया। सहस्त्रों वर्षों तक उसने कठोर तप किया। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने उसे अजेय होने का वरदान दिया। वरदान प्राप्त करके उसने स्वर्ग पर अधिकार कर लिया। लोकपालों को मारकर भगा दिया और स्वत: सम्पूर्ण लोकों का अधिपति हो गया। देवता निरूपाय हो गए थे। वह असुर हिरण्यकशिपु को किसी प्रकार से पराजित नहीं कर सकते थे।

भक्त प्रह्लाद का जन्म अहंकार से युक्त हिरण्यकशिपु प्रजा पर अत्याचार करने लगा। इसी दौरान हिरण्यकशिपु कि पत्नी कयाधु ने एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम ‘प्रह्लाद’ रखा गया। एक राक्षस कुल में जन्म लेने के बाद भी प्रह्लाद में राक्षसों जैसे कोई भी दुर्गुण मौजूद नहीं थे तथा वह भगवान नारायण का भक्त था। वह अपने पिता हिरण्यकशिपु के अत्याचारों का विरोध करता था। हिरण्यकशिपु का वध भगवान-भक्ति से प्रह्लाद का मन हटाने और उसमें अपने जैसे दुर्गुण भरने के लिए हिरण्यकशिपु ने बहुत प्रयास किए। नीति-अनीति सभी का प्रयोग किया, किंतु प्रह्लाद अपने मार्ग से विचलित न हुआ। तब उसने प्रह्लाद को मारने के लिए षड्यंत्र रचे, किंतु वह सभी में असफल रहा। भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद हर संकट से उबर आता और बच जाता था।

अपने सभी प्रयासों में असफल होने पर क्षुब्ध हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद को अपनी बहन होलिका की गोद में बैठाकर जिन्दा ही जलाने का प्रयास किया। होलिका को यह वरदान प्राप्त था कि अग्नि उसे नहीं जला सकती, परंतु जब प्रह्लाद को होलिका की गोद में बिठा कर अग्नि में डाला गया तो उसमें होलिका तो जलकर राख हो गई, किंतु प्रह्लाद का बाल भी बाँका नहीं हुआ। इस घटना को देखकर हिरण्यकशिपु क्रोध से भर गया।

उसकी प्रजा भी अब भगवान विष्णु की पूजा करने लगी थी। तब एक दिन हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद से पूछा कि बता- “तेरा भगवान कहाँ है?” इस पर प्रह्लाद ने विनम्र भाव से कहा कि “प्रभु तो सर्वत्र हैं, हर जगह व्याप्त हैं।” क्रोधित हिरण्यकशिपु ने कहा कि “क्या तेरा भगवान इस स्तम्भ (खंभे) में भी है?” प्रह्लाद ने हाँ में उत्तर दिया। यह सुनकर क्रोधांध हिरण्यकशिपु ने खंभे पर प्रहार कर दिया। तभी खंभे को चीरकर श्रीनृसिंह भगवान प्रकट हो गए और हिरण्यकशिपु को पकड़कर अपनी जाँघों पर रखकर उसकी छाती को नखों से फाड़ डाला और उसका वध कर दिया।

श्रीनृसिंह ने प्रह्लाद की भक्ति से प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया कि आज के दिन जो भी मेरा व्रत करेगा, वह समस्त सुखों का भागी होगा एवं पापों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त होगा। अत: इस कारण से इस दिन को “नृसिंह जयंती-उत्सव” के रूप में मनाया जाता है।

पूजन विधि एवं मंत्र-

* इस दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठें।
* संपूर्ण घर की साफ-सफाई करें।
* इसके बाद गंगा जल या गौमूत्र का छिड़काव कर पूरा घर पवित्र करें।
तत्पश्चात निम्न मंत्र बोले-
भगवान नृसिंह के पूजन का मंत्र –

नृसिंह देवदेवेश तव जन्मदिने शुभे।उपवासं करिष्यामि सर्वभोगविवर्जितः॥

इस मंत्र के साथ दोपहर के समय क्रमशः तिल, गोमूत्र, मृत्तिका और आंवला मल कर पृथक-पृथक चार बार स्नान करें। इसके बाद शुद्ध जल से स्नान करना चाहिए।
पूजा के स्थान को गोबर से लीपकर तथा कलश में तांबा इत्यादि डालकर उसमें अष्टदल कमल बनाना चाहिए।अष्टदल कमल पर सिंह, भगवान नृसिंह तथा लक्ष्मीजी की मूर्ति स्थापित करना चाहिए। तत्पश्चात वेदमंत्रों से इनकी प्राण-प्रतिष्ठा कर षोडशोपचार से पूजन करना चाहिए।

मिलखा सिंह कोरोना पोसिटिव, होम इसोलेशन के बाद ‘फोर्टिस’ में दाखिल

फ्लाइंग सिख पदमश्री मिल्खा सिंह ने बताया कि उन्हें हल्का बुखार था, जिसके बाद उन्होंने एतियात के तौर पर अपना कोरोना टेस्ट करवाया, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। फिलहाल उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। बता दें मिल्खा सिंह ऐसे खिलाडिय़ों में से एक हैं, जोकि सालों से देश-दुनिया के खिलाडिय़ों के लिए प्ररेणा स्त्रोत बने हुए हैं। वक्त के साथ मिल्खा सिंह शरीरिक तौर पर जरूर कमजोर हुए हैं, लेकिन उनके मजबूत इरादे और हौसले आज भी वैसे ही जैसे 60 के दशक में थे। मिल्खा सिंह आज भी मौजूद खेल व्यवस्था पर अपनी बेबाक राय रखते हैं। उन्होंने बताया कि अब मैं कोरोना से भी जीतूंगा। मिल्खा सिंह ने 1958 के एशियाई खेलों में 200 व 400 मीटर में स्वर्ण पदक, 1958 के कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक, 1962 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। साल 1960 में जब मिल्खा ने पाकिस्तान प्रसिद्ध धावक अब्दुल बासित को पाकिस्तान में हराया तो जनरल अयूब खान ने उन्हें फ्लाइंग सिख का नाम दिया था। रोम ओलंपिक में मिल्खा सिंह चौथे स्थान पर रहे थे।

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़ – 24 मई :

‘मिल्खा सिंह की हालत स्थिर’

मिल्खा सिंह के बेटे और टॉप गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि एहतियात के तौर पर उन्हें मोहाली में फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया. 91 साल के मिल्खा सिंह को बीते बुधवार के दिन कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे. अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि मिल्खा की हालत स्थिर है.

‘कुछ नहीं खा रहे थे मिल्खा’

जीव मिल्खा सिंह  ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है, वह कमजोरी महसूस कर रहे थे और कल से कुछ नहीं खा रहे थे, इसलिए हमें उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. हालांकि उनके पैरामीटर ठीक दिख रहे हैं, लेकिन हमने सोचा कि उन्हें भर्ती करना ही सुरक्षित होगा क्योंकि अस्पताल में वह सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे.’

‘दुबई से भारत आए जीव मिल्खा सिंह’

जीव अपने पिता के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद शनिवार को दुबई से चंडीगढ़ पहुंचे. मिल्खा सिंह ने रिपोर्ट आने के बाद बताया था कि दो घरेलू सहायकों के वायरस से संक्रमित होने के बाद उनके परिवार ने जांच कराई उन्होंने कहा था, ‘बुधवार को सिर्फ  मैं पॉजिटिव आया जिससे मैं हैरान हूं.’ मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर सहित परिवार के अन्य सदस्यों में कोई भी पॉजिटिव नहीं आया.

पंजाब सीएम ने की दुआ

पंजाब (Punjab) के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने ट्वीट किया, ‘फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं जिन्हें कोविड-19 के इलाज के लिए मोहाली में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जल्दी सेहतमंद हो जाइए सर.’

हनुमानगढ़- श्री गंगानगर रेल खंड में विद्युतीकरण कार्य जून महीने में शुरू होने की संभावना

 करणीदानसिंह राजपूत – श्रीगंगानगर, 24 मई 2021 :

इलाके में रेल विद्युतीकरण का कार्य जल्द से जल्द शुरू करने के प्रयास जारी हैं। जेडआरयूसीसी सदस्य भीम शर्मा ने बताया कि इस सम्बंध में इरकाॅन के संयुक महाप्रबंधक श्री गुरनाम सिंह से फोन पर बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि जून माह में किसी भी दिन हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर रेलखंड को विद्युतीकरण किये जाने का कार्य शुरू किया जा सकता हैं। कार्य शुरू करने की जो भी तिथि निर्धारित की जायेगी, उस दिन सांसद श्री निहालचंद पूजा अर्चना कर इस कार्य शुभारम्भ करेंगे। 

वर्ष 2023 तक इस रेलखंड पर कमिश्नर आॅफ रेलवे सेफ्टी का निरीक्षण करवाकर इस पर इलेक्क्ट्रिक इंजन से ट्रेन भी संचालित करने का लक्ष्य हैं। गौरतलब है कि इस इलाके में विधुतीकरण का कार्य इरकाॅन (इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कम्पनी) की देखरेख में होगा। इरकाॅन के अधिकारियों की टीम जल्द ही पहुंचेगी। गौरतलब हैं कि इसके लिये आईआरएसईई (इंडियन रेलवे सर्विस आॅफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर) के अधिकारी श्री गुरनाम सिंह को इरकाॅन में संयुक्त महाप्रबंधक इलेक्क्ट्रिक के पद पर पदस्थापित किया गया हैं। श्री गुरनाम सिंह की टीम को हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर-सरूपसर-सूरतगढ़, सरूपसर-अनूपगढ़, मदार-पुष्कर, डेगाना-रतनगढ़ व हिसार-सूरतपुरा रेलखंड को विद्युतीकरण करने का जिम्मा सौंपा गया हैं।

उत्तर पश्चिम रेलवे के उपहाप्रबंधक (सामान्य) व मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल विद्युतीकरण के कार्य तीव्र गति से किये जा रहे है। इस रेलवे पर विद्युतीकरण के कार्य को विगत वर्षों के बजट में प्राथमिकता प्रदान की गई है तथा सम्पूर्ण उत्तर पश्चिम रेलवे पर विद्युतीकरण का कार्य स्वीकृत हो गया है। अब तक 2190 किलोमीटर रेल लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2020-21 में 566 किलोमीटर रेलखण्ड के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे के महत्वपूर्ण रेलखण्ड रेवाडी-अजमेर वाया फुलेरा तथा रेवाडी-अजमेर वाया जयपुर रेलखण्डों पर इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर यात्राी रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही अजमेर से उदयपुर मार्ग का भी विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो गया है तथा राजस्थान के प्रमुख पर्यटक स्थल उदयपुर का जुडाव अजमेर, जयपुर तथा दिल्ली से इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन से सम्पर्क स्थापित हो गया है।

  उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 980 किलोमीटर ब्राॅडगेज लाइनों को विद्युतीकृत किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष रींगस-सीकर-चूरू, सीकर-लोहारू, चूरू-रतनगढ-लालगढ, सूरतगढ-लालगढ, मारवाड-लूनी-जोधपुर, ब्यावर-गुडिया, मदार-पुष्कर रेलमार्ग के विद्युतीकरण का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त फुलेरा-जोधपुर व हनुमानगढ-श्रीगंगानगर रेलमार्ग के विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ कर वर्ष 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

 जयपुर-सवाई माधोपुर मार्ग पर, अजमेर पुलिया पर विद्युतीकरण से सम्बंधित विशेष कार्य पूर्ण हो जाने पर जयपुर से मुम्बई की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर किया जा सकेगा साथ ही ब्यावर से गुडिया मार्ग का विद्युतीकरण होने से दिल्ली से अहमदाबाद मार्ग वाया जयपुर, अजमेर भी पूर्णतया विद्युतीकृत हो जायेगा। 

पत्नी का आरोप: पति ने न केवल दहेज के लिए पत्नी का पीटा बल्किउसकी नग्न तस्वीरें तक वायरल कर दी

नरेश शर्मा भारद्वाज – 24 मई :

जालंधर में लव मैरिज के बाद पति ने न केवल दहेज के लिए पत्नी का पीटा बल्कि उसकी नग्न तस्वीरें तक वायरल कर दी। पत्नी को इसका पता चला तो उसने पुलिस को इसकी शिकायत कर दी। जिसके बाद कमिश्नरेट पुलिस ने कपूरथला के रहने वाले आरोपी पति पर संगीन धाराओं के साथ IT एक्ट का केस दर्ज कर लिया है।

बस्ती शेख इलाके की रहने वाली युवती ने बताया कि उसने कपूरथला के रहने वाले बिन्नी नाम के युवक के साथ लव मैरिज की थी। मैरिज के बाद उसके पति ने उसकी कुछ नग्न फोटो खींच ली। युवती के मुताबिक विवाह के बाद उसके पति ने दहेज के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया। उसके साथ मारपीट की जाने लगी तो उसने अपने मां-बाप को इसके बारे में बताया।

इसके बाद उसके माता-पिता एसी, फ्रिज, बैड व घर के दूसरे सामान के साथ ससुराल वालों को गहने व पति को डेढ़ लाख का चैक भी दे गए। इसके बावजूद उसका लालची पति उसके साथ मारपीट करता रहा। परेशान होकर वह मायके आ गई। यहां आकर उसने पुलिस कमिश्नर को पति के खिलाफ शिकायत दे दी।

पुलिस कमिश्नर ने इसे जांच के लिए वुमेन सैल को भेज दिया। वहां पर दोनों पक्षों में इस बात पर राजीनामा हो गया कि पति बिन्नी उसे 3 लाख रुपए लौटाएगा। इसके बावजूद पति ने रुपए नहीं दिए।

दो दिन पहले उनकी वुमैन सैल में हाजिर होने की तारीख थी। उससे पहले ही पति कार में घर आ धमका। वह उसे पकड़कर पीटने लगा और धमकाने लगा कि वह कोई रुपया नहीं लौटाएगा। उसने कहा कि उसके पास युवती की नग्न तस्वीरें हैं, जिन्हें वो वायरल कर देगा और उनके पोस्टर लगा देगा। युवती के मुताबिक उसके पति ने वह नग्न तस्वीरें वायरल कर दी हैं।

श्रीगंगानगर जिला-80 गौशालाओं के लिए 3 माह की 14 करोड़ से अधिक राशि पारित

 करणीदानसिंह राजपूत – श्रीगंगानगर, 24 मई 2021:

जिला कलक्टर जाकिर हुसैन की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में जिला गौपालन समिति की बैठक आयोजित की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में संचालित समस्त गौशालाओं में संधारित सभी गौवंश को टैग लगाया जाना अनिवार्य है। 

उन्होंने कहा कि गौशालाओं में टैग शुदा गौवंश का रिकाॅर्ड संधारण करने एवं जिला गौपालन समिति के निर्देशन में गठित प्रशासनिक अधिकारी, पशुपालन विभाग के अधिकारी, गौशााला के प्रतिनिधियों की समिति द्वारा भौतिक सत्यापन करवाये जाने पर गौसंरक्षण एवं संवर्द्धन निधि नियम 2016 के अनुसार पात्र गौशालाओं, नंदीशाला, कांजी हाउस को सहायता राशि वितरित की जाती है। उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से गौशालाओं का दौरा करे तथा चिकित्सक पशुओं में लगने वाले रोग इत्यादि के टीकाकरण पर भी ध्यान दें। 

जिला कलक्टर ने बताया कि गौसंरक्षण एवं संवर्द्धन निधि नियम 2016 के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 के द्वितीय चरण माह जनवरी, फरवरी, मार्च 2021 के लिये गौशालाओं, नंदीशालाओं में संधारित गौवंश के भरण-पोषण हेतु सहायता राशि वितरण के लिये प्रस्ताव पारित किये गये। बैठक में जिले में संचालित 80 गौशालाओं में संधारित 47000 के लगभग गौवंश के लिये 90 दिन की अवधि हेतु राशि 147790000 पारित की गई। 

बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार मीणा, जिला कोषाधिकारी नरेश अग्रवाल, संयुक्त निदेशक कृषि श्री जी.आर.मटोरिया, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. असलम अली तथा डाॅ. नरेश गुप्ता उपस्थित थे।