डी ए पी के बढे हुए दामों को तुरंत वापिस लिया जाए ताकि देश का किसान बर्बाद होने से बच सके : चन्द्र मोहन
पंचकूला 11 अप्रैल:
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रमोहन ने हाल ही में डी ए पी और एन पी के दामों अप्रत्याशित अभिवृद्धि को किसानों के हितों पर कुठाराघात बताते हुए इन्हें तुरंत वापिस लिए जाने की मांग करते हुए सरकार को किसानों के प्रति संवेदनशील पूर्ण व्यवहार करने की सलाह दी है।
चन्द्र मोहन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सन् 2014 के लोकसभा के चुनाव में देश के किसानों की आय दौगुनी करने का झांसा देकर भोले भाले किसानों के वोट लेकर सत्ता हासिल की थी और पिछले 7 सालों में किसानों के फसलों के दाम दौगुना होने की परिकल्पना तो छोड़िए, किसान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर बैठे हुए हैं। यह किसानों को भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की सज़ा मिल रही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता ने देश के किसानों के साथ धोखा किया है। किसानों की आय दौगुनी करने का सवाल तो छोड़िए, हां भारतीय जनता पार्टी ने अपने चहेते उधोगपतियों की आय को जरुर दोगुणा कर दिया है। कांग्रेस शासन काल में भी 2014 से पहले जो यूरिया खाद का बैग 800 रुपए का आता था। वह भारतीय जनता पार्टी के 7 वर्षों के शासन काल में पहले तो बढ़ा कर 1200 रुपए प्रति कट्टा किया गया और अब इसे बढ़ाकर 1900 रुपए प्रति 50 किलो ग्राम का बैग कर दिया गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि किसानों की आय तो दौगुनी नहीं हुई , लेकिन खाद के मूल्य दोगुणा से अधिक अवश्य हो गए हैं।
चन्द्र मोहन ने मांग की है कि डी ए पी के बढे हुए दामों को तुरंत वापिस लिया जाए ताकि देश का किसान बर्बाद होने से बच सके। खाद के मूल्य ऐसे समय में बढ़ाने से सरकार की मानसिकता पर प्रश्र चिन्ह अवश्य ही लग गया है। उन्होंने कहा कि किसान पहले से ही मुसीबत औ मुश्किल में है और इस अधिनायकवादी फैसले ने किसानों की चिंताओं को और अधिक बढ़ा दिया है। सरकार का किसानों के प्रति यह असंवेदनशील व्यवहार सरकार के लिए भविष्य में अनर्थकारी सिद्ध होने के साथ-साथ विनाश कारी भी सिद्ध होगा। किसान इस के लिए सरकार को कभी भी माफ़ नहीं करेगा।