rashifal-32

राशिफल, 18 मार्च

aries
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18 मार्च, 2021:    आज आपके पास प्रचुर ऊर्जा होगी- लेकिन काम का बोझ आपकी खीज की वजह बन सकता है। अपनेे लिए पैसा बचाने का आपका ख्याल आज पूरा हो सकता है। आज आप उचित बचत कर पाने में सक्षम होंगे। अपने मित्रों के माध्यम से आपका ख़ास लोगों से परिचय होगा, जो आगे चलकर फ़ायदेमंद रहेगा। आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी। सहकर्मियों और कनिष्ठों के चलते चिंता और तनाव के क्षणों का सामना करना पड़ सकता है। नए विचारों और आइडिया को जाँचने का बेहतरीन वक़्त। यूँ तो जीवन हमेशा कुछ नया और चौंकाने वाली चीज़ आपके सामने लाता है। लेकिन आज आप अपने जीवनसाथी का एक अनोखा पहलू देखकर ख़ुशी से चौंक जाएंगे।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Taurus

18 मार्च, 2021:   पुरानी परियोजनाओं की सफलता आत्मविश्वास में वृद्धि करेगी। आज आपको भूमि, रिअल-एस्टेट या सांस्कृतिक परियोजनाओं पर ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है। आज का दिन मज़े करने के लिहाज़ से बढ़िया है, इसलिए अपनी पसंदीदा चीज़ों और काम का लुत्फ़ उठाएँ। ज़रा संभल कर, क्योंकि आपका प्रिय रूमानी तौर पर आपको मक्खन लगा सकता है – मैं तुम्हारे बग़ैर इस दुनिया में नहीं रह सकता/सकती। कुछ सहकर्मी कई अहम मुद्दों पर आपकी कार्यशैली से नाख़ुश होंगे, लेकिन यह वे आपको बताएंगे नहीं। अगर आपको लगता है कि परिणाम आपकी उम्मीद के मुताबिक़ नहीं आ रहे हैं, तो अपनी योजनाओं का फिर से विश्लेषण कर उनमें सुधार लाना बेहतर रहेगा। आज सोच-समझकर क़दम बढ़ाने की ज़रूरत है- जहाँ दिल की बजाय दिमाग़ का ज़्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। आपको महसूस होगा कि आपका वैवाहिक जीवन बहुत ख़ूबसूरत है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Gemini

18 मार्च, 2021:    भागमभाग भरे दिन के बावजूद आपकी सेहत पूरी तरह दुरुस्त रहेगी। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक़्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। आपको अपनी ओर से सबसे अच्छा बर्ताव करने की ज़रूरत है, क्योंकि आपके प्रिय का मूड बहुत अनिश्चित होगा। कार्यक्षेत्र में आपके सामने नई चुनौतियाँ आएंगी- ख़ास तौर पर अगर आप कूटनीतिक तरीक़े से चीज़ों को नहीं इस्तेमाल करेंगे तो। आपके घर का कोई करीबी शख्स आज आपके साथ वक्त बिताने की बात कहेगा लेकिन आपके पास उनके लिए वक्त नहीं होगा जिसकी वजह से उनको तो बुरा लगेगा ही आपको भी बुरा लगेगा। लोगों की दख़लअन्दाज़ी वैवाहिक जीवन में परेशानी खड़ी कर सकती है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Cancer

18 मार्च, 2021:   अपने मनमौजी और ज़िद्दी स्वभाव को क़ाबू में रखें, ख़ास तौर पर किसी जलसे या पार्टी में। क्योंकि ऐसा न करने पर वहाँ का माहौल तनावग्रस्त हो सकता है। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक़्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। अपने दोस्तों को अपने उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा न उठाने दें। जो अपने प्रिय के साथ छुट्टियाँ बिता रहे हैं, ये उनकी ज़िन्दगी के सबसे यादगार लम्हों में से होंगे। नौकरी बदलना मददागार साबित होगा। आप अपनी वर्तमान नौकरी को छोड़कर किसी नए क्षेत्र जैसे कि मार्केटिंग वग़ैरह में जा सकते हैं, जो आपके लिए बढ़िया रहेगा। खाली समय का पुरा आनंद उठाने के लिए आपको लोगों से दूर होकर अपने पसंदीदा काम करने चाहिए। ऐसा करके आपमें सकारात्मक बदलाव भी आएंगे। यह दिन आपके सामान्य वैवाहिक जीवन से कुछ हटकर होने वाला है। आपको अपने जीवनसाथी की ओर से कुछ ख़ास देखने को मिल सकता है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
Leo

18 मार्च, 2021:   घर पर तनाव का माहौल आपको नाराज़ कर सकता है। इसे दबाना आपकी शारीरिक समस्याओं में इज़ाफ़ा कर सकता है। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर इससे निजात पाएँ। ख़राब हालात से दूर रहना ही बेहतर है। आपका धन आपके काम तभी आता है जब आप फिजूलखर्ची करने से खुद को रोकते हैं आज ये बात आपको अच्छी तरह से समझ में आ सकती है। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। आप आज रुहानी प्यार की मदहोशी महसूस कर सकेंगे। इसे महसूस करने के लिए कुछ वक़्त बचाकर रखें। जो काम आप कर चुके हैं, उसके चलते आज आपको पहचान मिलेगी। दिन उम्दा है, आज के दिन अपने लिए समय निकालें और अपनी कमियों और खुबियों पर गौर फर्माएं। इससे आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। प्यार, नज़दीकी, मस्ती-मज़ा – जीवनसाथी के साथ यह एक रोमानी दिन रहेगा।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Virgo

18 मार्च, 2021:     दोस्त आपका परिचय किसी ख़ास इंसान से कराएंगे, जो आपकी सोच पर गहरा प्रभाव डालेगा। दोस्तों की मदद से वित्तीय कठिनाईयाँ हल हो जाएंगी। प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लोगों से परिचय बढ़ाने के लिए सामाजिक गतिविधियाँ अच्छा मौक़ा साबित होंगी। सम्हल कर दोस्तों से बात करें, क्योंकि आज के दिन दोस्ती में दरार पड़ने की आशंका है। आईटी से जुड़े लोगों को अपना जौहर दिखाने का मौक़ा मिल सकता है। आपको क़ामयाबी पाने के लिए केवल काम पर एकाग्र होकर जी-तोड़ मेहनत करने की ज़रूरत है। आज काफ़ी दिगाग़ी कसरत मुमकिन है। आपमें से कुछ शतरंज खेल सकते हैं, वर्ग-पहेली हल कर सकते हैं, कोई कविता-कहानी लिख सकते हैं या भविष्य की योजनाओं पर गहराई से सोच सकते हैं। आपके जीवनसाथी की मांगें तनाव का कारण बन सकती हैं।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
Libra

18 मार्च, 2021:     सेहत की तरफ़ ज़रा ज़्यादा ग़ौर करने की ज़रूरत है। जल्दबाज़ी में निवेश न करें- अगर आप सभी मुमकिन कोणों से परखेंगे नहीं तो नुक़सान हो सकता है। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। आपका महबूब आज आपको बड़ी ख़ूबसूरती से कुछ ख़ास करके चौंका सकता है। काम की अधिकता के बावजूद भी आज कार्यक्षेत्र में आपमें ऊर्जा देखी जा सकती है। आज आप दिये गये काम को तय वक्त से पहले ही पूरा कर सकते हैं। आज आपके पास खाली समय होगा और इस समय का इस्तेमाल आप ध्यान योग करने में कर सकते हैं। आपको आज मानसिक शांति का अहसास होगा। प्यार, नज़दीकी, मस्ती-मज़ा – जीवनसाथी के साथ यह एक रोमानी दिन रहेगा। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Scorpio

18 मार्च, 2021:     क्षणिक ग़ुस्सा विवाद और दुर्भावना की वजह बन सकता है। आपने बीते समय में बहुत पैसा खर्च किया है जिसका खामियाजा आज आपको भुगतना पड़ सकता है। आज आपको पैसों की जरुरत होगी लेकिन वो आपको मिल नहीं पाएगा। संबंधियों से आपको सहायता प्राप्त होगी। शाम को प्रिय के साथ रोमांटिक मुलाक़ात और साथ में कहीं लज़ीज़ खाना खाने के लिहाज़ से बढ़िया दिन है। अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल पेशेवर मामलों को सहजता से सुलझाने में करें। इस राशि के छात्र आज मोबाइल पर सारा दिन बर्बाद कर सकते हैं। आपका जीवनसाथी आज ऊर्जा और प्रेम से भरपूर है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :

Sagittarius

18 मार्च, 2021:     हृदय-रोगियों के लिए कॉफ़ी छोड़ने का सही समय है। अब इसका ज़रा भी इस्तेमाल दिल पर अतिरिक्त दबाव डालेगा। आपके पिता की कोई सलाह आज कार्यक्षेत्र में आपको धन लाभ करा सकती है. गृह-प्रवेश के लिए शुभ दिन है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। आप पाएंगे कि आज लंबे वक़्त से अ‍टके कई सारे छोटे-छोटे, लेकिन अहम काम आप निबटाने में क़ामयाब हो रहे हैं। जरुरी कामों को समय न देना और फिजूल के कामों पर वक्त जाया करना आज आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है। जीवनसाथी के ख़राब व्यवहार का नकारात्मक असर आपके ऊपर पड़ सकता है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Capricorn

18 मार्च, 2021:    दिन की शुरुआत आप योग ध्यान से कर सकते हैं। ऐसा करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा और सारे दिन आपमें ऊर्जा रहेगी। आप ऐसे स्रोत से धन अर्जित कर सकते हैं, जिसके बारे में आपने पहले सोचा तक न हो। अगर आप अपनी घरेलू ज़िम्मेदारियों को अनदेखा करेंगे, तो कुछ ऐसे लोग नाराज़ हो सकते हैं जो आपके साथ रहते हैं। आप प्रेम की आग में धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगातार जलते रहेंगे। कारोबारी जितना हो अपने कारोबार से जुड़ी बातों को किसी से शेयर न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं। जो लोग बीते कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे उन्हें आज अपने लिए फुर्सत के पल मिल सकते हैं। ठीक कम्यूनिकेशन न होने के चलते परेशानी खड़ी हो सकती है, लेकिन मिल-बैठकर बात करने से चीज़ें सुजझाई जा सकती हैं।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Aquarius

18 मार्च, 2021:    आपका दानशीलता का व्यवहार आपके लिए छुपे हुए आशीर्वाद की तरह सिद्ध होगा, क्योंकि यह आपको शक, अनास्था, लालच और आसक्ति जैसी ख़राबियों से बचाएगा। अगर आप छात्र हैं और विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो घर की आर्थिक तंगी आज आपके माथे पर शिकन ला सकती है। आपको परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी दिक़्क़त होगी, लेकिन इस वजह से अपनी मानसिक शान्ति भंग न होने दें। उदास न हों, कभी-कभी विफल होना कोई ख़राब बात नहीं है। वह तो ज़िंदगी की ख़ूबसूरती है। काम और घर पर दबाव आपको थोड़ा ग़ुस्सैल बना सकता है। अपने समय की कीमत समझें, उन लोगों के बीच रहना जिनकी बातें आपके समझ में नहीं आती हैं गलत है। ऐसा करना भविष्य में आपको परेशानियों के अलावा कुछ नहीं देगा। मुमकिन है कि वैवाहिक जीवन में ठहराव से तंग आकर आपका जीवनसाथी आपके ऊपर फूट पड़े।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Pisces

18 मार्च, 2021:   रचनात्मक शौक़ आज आपको सुक़ून का एहसास कराएंगे। आपका धन कहां खर्च हो रहा है इसपर आपको नजर बनाए रखने की जरुरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको परेशानी हो सकती है। जिन लोगों से आपकी मुलाक़ात कभी-कभी ही होती है, उनसे बातचीत और संपर्क करने के लिए अच्छा दिन है। आपको आज ही अपने प्रिय को दिल की बात बताने की ज़रूरत है, क्योंकि कल बहुत देर हो जाएगी। किसी लघु या मध्यावधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेकर अपनी तकनीकी क्षमताओं में निखार लाएँ। यात्रा के दौरान आप नयी जगहों को जानेंगे और महत्वपूर्ण लोगों से मुलाक़ात होगी। जीवन साथी की किसी बात को गंभीरता से न लेने की स्थिति में विवाद हो सकता है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Panchang

पंचांग 18 मार्च 2021

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः पंचमी रात्रि 02.10 तक है, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः भरणी प्रातः 10.35 तक है, 

योगः वैधृति रात्रि 09.56 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.32, 

सूर्यास्तः 06.27 बजे।

नोटः आज याज्ञवल्क्य जयंती है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

लाउड स्पीकर से अज़ान की शिकायत पर रार

दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि हमारा देश में तमाम मजहब के मानने वाले मिलजुल कर रहते आ रहे हैं। यहां पर होली का त्योहार का मौका हो या फिर कावंड़ यात्रा का मौका हो, बड़े बड़े लाउडस्पीकर लगाकर बजाये जाते हैं। इसके अलावा रामायण आदि का पाठ भी लाउडस्पीकर से किया जाता है।

भारत में लगभग 50 साल तक लाउड स्पीकर पर अज़ान देना हराम था. फिर ये हलाल हो गया। और इतना कि इसकी कोई सीमा न रही. लेकिन ये खत्म होना चाहिए। अज़ान ठीक है, लेकिन लाउड स्पीकर से दूसरे लोगों को परेशानी होती है। मुझे उम्मीद है कि इस बार वो खुद से ये कर लेंगे। – जावेद अख्तर

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति द्वारा अजान को लेकर उठाए गए सवालों पर अब राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के डीएम को चिट्ठी लिख कहा है कि मस्जिद की अजान से उनकी नींद में खलल पड़ता है, ऐसे में एक्शन लिया जाए। अब इस पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँआ रही हैं। समाजवादी पार्टी ने कहा है कि भाजपा सिर्फ धर्म-जाति के मसले पर राजनीति करना चाहती है। 

राजनीतिक बयानबाजी हुई तेज़

समाजवादी पार्टी के अनुराग भदौरिया ने बयान दिया कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, सिर्फ जाति-धर्म की बात हो रही है रोज़गार पर जोर नहीं दिया जा रहा है। किसी शिक्षा संस्थान को इस तरह के मसले पर जोर नहीं देना चाहिए।

वहीं, भाजपा के प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव का कहना है कि नमाज़ करना अधिकार है, लेकिन कोर्ट पहले ही कह चुका है कि लाउडस्पीकर लगाना निजता का हनन है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि लाउडस्पीकर का प्रयोग करना संवैधानिक रूप से उचित नहीं है।

मौलाना ने भी की शिकायत की निंदा

इसी मसले पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास का भी बयान आया है, उन्होंने कहा कि अज़ान तो सिर्फ 2-3 मिनट के लिए ही होती है। शिकायत करने वालों को ये भी कहना चाहिए था कि जो सुबह आरती होती है, इससे भी उनकी नींद खराब होती है। मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि सिर्फ अजान के लिए ऐसी शिकायत करना बिल्कुल गलत है, ऐसे में मैं मानता हूँ कि उन्हें इस शिकायत को वापस लेनी चाहिए।

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सूफियान निजामी ने इस विवाद पर कहा कि हमारे मुल्क में हर मजहब के लोग रहते हैं, कहीं मस्जिद की अजान होती है तो कहीं मंदिर में भजन-कीर्तन होते हैं। अगर कोई कहता है कि सिर्फ अजान के कारण ही नींद में खलल होता है, तो ये ठीक नहीं है। 

मौलाना सूफियान निजामी बोले कि इलाहाबाद में कुंभ के दौरान, होली के दौरान या किसी अन्य त्योहार में भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है लेकिन किसी ने कोई चिट्ठी नहीं लिखी। ऐसे में ये सिर्फ एक साजिश का हिस्सा है कि अजान को बंद करवाया जाए।

क्या है न्यायालय के दिशा निर्देश:

  इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मस्जिद से अजान मामले में अहम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि लाउडस्पीकर से अजान देना इस्लाम का धार्मिक भाग नहीं है। यह जरूर है कि अजान देना इस्लाम का धार्मिक भाग है। इसलिए मस्जिदों से मोइज्जिन बिना लाउडस्पीकर अजान दे सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण मुक्त नींद का अधिकार व्यक्ति के जीवन के मूल अधिकारों का हिस्सा है। किसी को भी अपने मूल अधिकारों के लिए दूसरे के मूल अधिकारों का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। कोर्ट ने मुख्य सचिव को आदेश दिया है कि जिलाधिकारियों से इसका अनुपालन कराएं। 

आपको बता दें कि प्रयागराज की इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता श्रीवास्तव ने 3 मार्च को डीएम को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने कहा कि अजान के कारण उनकी नींद टूटती है और इसके बाद उनके काम में खलल पड़ता है। इसी को लेकर पूरा विवाद हो रहा है। कुलपति की चिट्ठी पर डीएम का कहना है कि उचित कार्रवाई की जाएगी।  

भारती मठ सहित जगन्नाथ पुरी की 315॰337 एकड़ भूमि बेच चुकी राज्य सरकार अब जगन्नाथ भगवान की 35,272 एकड़ जमीन बेचने की तैयारी में

सनातन धर्म की संस्थाओं को पहले तो सरकार द्वारा अधिग्रहण किया जाता है फिर उन्हे उसी क्षेत्र में कमजोर कर उनकी हजारों एकड़ भूमि का विक्रय कर दिया जाता है। यह सिलसिला ओड़ीशा में धड़ल्ले से चल रहा है और अब जगन मोहन रेड्डी की सरकार आने के पश्चात तो यह कार्य और भी द्रुत गति से चल पड़ा है, पहले तो पुरी के धाम में कई गिरिजे ओर मस्जिदोन के स्थापित होने की बातें सुनने में आयीं। सूत्रों की मानें तो सरकारी बोर्ड द्वारा संचालित यह काम बहुत ही शांति पूर्वक किए जा रहे हैं। सरकार पहले ही कटक शहर में भारती मठ भवन सहित जगन्नाथ की 315.337 एकड़ जमीन बेच चुकी है और जमीन की बिक्री से अर्जित 11.20 करोड़ रुपये मंदिर कॉर्पस फंड में जमा किए गए हैं।

भुवनेश्वर: 

राज्य सरकार ने ओडिशा और छह अन्य राज्यों में भगवान जगन्नाथ से संबंधित 35,272 एकड़ जमीन बेचने की प्रक्रिया शुरू की है, कानून मंत्री प्रताप जेना ने मंगलवार को विधानसभा को बताया।

भाजपा विधायक मोहन चरण मांझी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर देते हुए, जेना ने कहा कि तत्कालीन राज्यपाल बीडी शर्मा की अध्यक्षता में गठित एक समिति की सिफारिशों के अनुसार, सरकार मंदिर की 35,272.235 एकड़ भूमि की संपत्ति बेचने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है

जेना ने कहा कि भगवान जगन्नाथ ओडिशा के 30 में से 24 जिलों में फैले 60,426.943 एकड़ के मालिक हैं। जिसमें से, मंदिर प्रशासन 34,876.983 एकड़ में राइट्स ऑफ राइट्स (RoR) तैयार कर सकता है। मंत्री ने विधानसभा को बताया, “आयोग की सिफारिश के अनुसार, राज्य सरकार की अनुमोदित नीति (समन नीति) के अनुसार जमीन बेचने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।”

इस बीच, सरकार पहले ही कटक शहर में भारती मठ भवन सहित जगन्नाथ की 315.337 एकड़ जमीन बेच चुकी है और जमीन की बिक्री से अर्जित 11.20 करोड़ रुपये मंदिर कॉर्पस फंड में जमा किए गए हैं।

इसी तरह, ओडिशा के बाहर छह राज्यों में पहचान की गई 395.252 एकड़ जमीन को बेचने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस उद्देश्य से जिला कलेक्टरों को पत्र लिखा है।

सूत्रों ने कहा कि 12 वीं सदी के मंदिर में पश्चिम बंगाल में अधिकतम 322.930 एकड़ और महाराष्ट्र में 28.218 एकड़, मध्य प्रदेश में 25.110 एकड़, आंध्र प्रदेश में 17.020 एकड़, छत्तीसगढ़ में 1.700 एकड़ और बिहार में 0274 एकड़ जमीन है। मंत्री ने कहा कि बाघा क्षेत्र में लगभग 100 एकड़ की पहचान की गई है और सरकार प्रत्येक वर्ष शेयरधारियों से धान की मात्रा एकत्र कर रही है। इस उद्देश्य के लिए एक खामारी बाघा में लगी हुई है, जबकि एक अन्य खामारी डोहियन में लगी हुई है, जो क्षेत्र में स्थित जमीन जायदादों की देखभाल के लिए है, उन्होंने कहा, दोचियान क्षेत्र से एकत्र धान भी हर साल बेचा जाता है।

इसके अलावा, खुरदा में स्थित 582.255 एकड़ जमीन लीज के आधार पर ओडिशा काजू डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (OCDC) को दी गई है। बदले में, सरकार को हर साल निगम से 3 लाख रुपये मिल रहे हैं, मंत्री ने कहा।

सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों ने 30 साल से अधिक समय तक श्रीमंदिर की जमीन पर कब्जा किया है, उन्हें मंदिर की जमीन को कब्जे में लेने के लिए प्रति एकड़ 6 लाख रुपये देने होंगे। जिन लोगों ने श्रीमंदिर भूमि का अधिग्रहण 30 साल से कम समय के लिए किया है, लेकिन 20 से अधिक वर्षों के लिए भूखंड खरीदने के लिए प्रति एकड़ 9 लाख रुपये का भुगतान करना होगा।

इसके अलावा, जिन व्यक्तियों ने 20 साल से कम समय के लिए मंदिर के भूखंडों पर कब्जा कर लिया है, लेकिन 12 साल से अधिक के लिए प्रति एकड़ 15 लाख रुपये का भारी भुगतान करना होगा, स्रोत ने कहा।

कानून मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सुधार लाने और जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी विभिन्न घटनाओं की जांच के लिए चार आयोगों का गठन किया है। पैनल न्यायमूर्ति बीके पात्रा आयोग, बीडी शर्मा की अध्यक्षता वाली समिति, न्यायमूर्ति पीके मोहंती आयोग और न्यायमूर्ति बीपी दास आयोग हैं। उन्होंने कहा कि आयोगों द्वारा की गई विभिन्न सिफारिशों को लागू करने के लिए, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति की मंजूरी के बाद मंदिर के मुख्य प्रशासक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है।

कॉंग्रेस ने आरजेडी और एनसीपी से बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए न आने की लगाई गुहार

NCP सुप्रीमो पवार को लिखे पत्र में भट्टाचार्य ने कहा, ‘मेरी जानकारी में आया है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कांग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार करने से बचते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूंगा।’

सरिया तिवारी, कोल्कत्ता/चंडीगढ़:

पश्चिम बंगाल कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार से सूबे में चुनाव प्रचार न करने की गुजारिश की है। उन्होंने ऐसी ही गुजारिश बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से भी की है।

दरअसल, पवार और तेजस्वी ‘स्टार कैंपेनर’ के रूप में पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने वाले हैं, जबकि कॉन्ग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के खिलाफ चुनाव मैदान में है। ऐसे में प्रदीप ने दोनों से गुजारिश की है कि यदि संभव हो तो दोनों नेता तृणमूल के लिए प्रचार करने से बचें।

‘प्रचार नहीं करेंगे तो आपका आभारी रहूँगा’

NCP सुप्रीमो पवार को लिखे पत्र में भट्टाचार्य ने कहा, “मेरी जानकारी में आया है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कॉन्ग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार करने से बचते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूँगा।”

‘सूबे में TMC से हमारी राजनीतिक लड़ाई’

वहीं, भट्टाचार्य ने तेजस्वी को लिखे पत्र में कहा है, “मुझे पता चला है कि आपने सत्तारुढ़ दल तृणमूल कॉन्ग्रेस का प्रचार करने के लिए बतौर स्टार प्रचारक पश्चिम बंगाल आने के लिए हामी भरी है, ताकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके। हालाँकि पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस पार्टी तृणमूल से एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है, ऐसे में एक स्टार कैंपेनर के रूप में आपकी उपस्थिति पश्चिम बंगाल के आम मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है। इसे देखते हुए यदि आप तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए प्रचार न करने का फैसला लेते हैं तो मैं आपका बेहद आभारी रहूँगा।”

बता दें कि शरद पवार और तेजस्वी यादव दोनों ने ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को नैतिक समर्थन देते हुए उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने की बात कही है, जबकि क्रमशः महाराष्ट्र और बिहार में इन नेताओं का कॉन्ग्रेस के साथ गठबंधन है। बिहार में आरजेडी के साथ कॉन्ग्रेस और वाम का गठबंधन है तथा महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कॉन्ग्रेस एकजुट होकर सरकार चला रही है।

सद्दाम गद्दाफ़ी की चुनावी प्रक्रिया बता कर अपनी ही पार्टी का सच बता बैठे राहुल

राहुल ने यहां तक कहा कि सद्दाम हुसैन और गद्दाफी जैसे लोग भी चुनाव आयोजित कराते थे और जीत जाते थे. लेकिन तब ऐसा कोई फ्रेमवर्क नहीं था, उन्हें मिले वोट की रक्षा कर सके. राहुल अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष के साथ चर्चा कर रहे थे। इस दौरान राहुल ने कहा कि कि हमें किसी दूसरे देश की संस्था से लोकतंत्र को लेकर सर्टिफिकेट नहीं चाहिए लेकिन उन्होंने जो कहा, वो बिल्कुल सही है। भारत में इस वक्त जितना हमने सोचा है, हालात उससे ज्यादा बदतर हैं। राहुल इस ब्यान को देते समय अपनी ही पार्टी की पोल खोल रहे थे। पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जब उन्होने अपनी ही पार्टी के आंतरिक चुनाव लड़े थे तब ऊनके ही एक रिश्तेदार शहजाद पूनावाला ने उनके विरोध में नामांकन भरा था। आज शहजाद पूनावाला अपनी ही पार्टी से निकाल दिये गए। यही वह मॉडल है जिसकी चर्चा राहुल कर रहे थे। लें अपनी ही पार्टी के इस चरित्र को वह नहीं पहचान पाते। हर समय अभिव्यक्ति की आज़ादी पर अंकुश की बात कराते हैं, लेकिन उतनी ही आज़ादी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते गरियाते पाये जाते हैं, निर्भीकता से। क्या यह दोहरे माप दंड नहीं?

  • सद्दाम-गद्दाफ़ी इन्दिरा के थे अच्छे दोस्त सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए राहुल
  • चुनाव मतलब सिर्फ यह नहीं कोई जाए और बटन दबाकर मताधिकार का इस्तेमाल कर दे
  • साल 2016 से 2020 के बीच 170 से अधिक कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी छोड़ दी
  • नहीं दिख रहा दम, पांच चुनावी राज्यों में गठबंधन के सहारे चुनावी मैदान में कांग्रेस

सरीका, चंडीगढ़:/नयी दिल्ली:

राहुल गाँधी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को दिए अपने हालिया इंटरव्यू में भारतीय जनता पार्टी पर पर ये कहकर निशाना साधा कि सद्दाम हुसैन और मोहम्मद गद्दाफी ने भी तो चुनाव जीता था। केंद्र सरकार को लेकर कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सद्दाम हुसैन और गद्दाफी को भी वोट की जरूरत नहीं थी, उन्होंने सत्ता पर कब्जा करने के लिए चुनावी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया था।

दरअसल, कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने पिछले दिनों वी-डेम इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के हवाले से देश के लोकतांत्रिक न होने को लेकर दावे किए थे। इसी पर ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय ने उनकी टिप्पणी पर सवाल किए, जिसके जवाब में राहुल गाँधी ने उक्त बात कही।

हालाँकि, राहुल की बात पर गौर देने से पहले ये जानना दिलचस्प है कि जिस गद्दाफी का उन्होंने उदाहरण दिया, वह सन् 1969 में लीबिया में सैन्य तख्तापलट होने के कारण नेता चुना गया था। उसने शासन पाने के लिए ब्रिटिश समर्थित नेता इदरीस को सत्ता से उखाड़ फेंका था, न कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया से कुर्सी पर अधिकार पाया था।

इसी तरह से सद्दाम हुसैन को साल 2003 में अमेरिकी फोर्स ने पकड़ा था। साल 2006 में वह मानवता के विरुद्ध किए गए अपराधों का दोषी पाया गया था। इसके बाद उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।

अब जाहिर है कि ऐसे तानाशाहों का नाम लेकर राहुल गाँधी पूरे मामले में सिर्फ़ और सिर्फ विदेशी चीजों को घुसाकर अपनी बात को दमदार साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, इसके अतिरिक्त उनकी बातों का और कोई मतलब नहीं है।

इंटरव्यू के दौरान उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस और शिशु मंदिर सिर्फ़ भारत को तोड़ने के लिहाज से बने हैं और इनका इस्तेमाल जनता से पैसे लेने के लिए किया जाता है। एक और चौंकाने वाले बयान में उन्होंने दावा किया कि आरएसएस की विचारधारा और रणनीति मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहुड के समान है।

संसद सत्र में बंद हुए माइक वाली घटनाओं को उदाहरण देते हुए राहुल गाँधी मानते हैं कि भाजपा ने चुनावी प्रक्रिया का इस्तेमाल करके सत्ता हथियाई है। उनके मुताबिक, केंद्र के पास नए आइडिया के लिए कोई भी कोना नहीं है। सबसे हास्यास्पद बात यह है कि 5 लाख आईटी सेल सदस्यों को हायर करने के बाद कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष आरोप लगाते हैं कि भारत में फेसबुक का हेड भाजपाई है। वह गलत ढंग से चुनावी नैरेटिव को कंट्रोल करता है।

इस सब के बाद राहुल गांधी ट्रोल भी हुए:

एक दैनिक समाचार पत्र के अनुसार सोनिया गांधी के बेटे राहुल ने जिस सद्दाम हुसैन का हवाला दिया है, उसका भारत और खासकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से बेहतरीन संबंध था। साल 1975 में इंदिरा गांधी इराक गईं तो सद्दाम हुसैन ने उनका सूटकेस उठा लिया। अखबार के अनुसार इंदिरा गांधी जब रायबरेली से लोकसभा चुनाव वे हार गईं तो सद्दाम ने उन्हें इराक की राजधानी बगदाद में स्थाई आवास की पेशकश कर दी। इतना ही नहीं, सद्दाम के नेतृत्व वाली बाथ सोशलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशनों में शामिल हुआ करते थे। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स लताड़ लगा रहे हैं।

मोनु आत्महत्या या हत्या, पुलिस जांच में खामियाँ ?

ब्रेकिंग न्यूज़

मदन लाल,चंडीगढ़

चंडीगढ़ पुलिस के द्वारा मोनू के मर्डर केस को आत्महत्या में किया तब्दील मोनू की आत्महत्या जिस पंखे से दिखाई गई है वह आप पंखे को देखकर समझ सकते हो।

मोनू की हत्या उसकी पत्नी पिंकी, भाई विकास, मौसी बबीता मौसी का पति सोमपाल बा भतीजे मोनू ने की है।

इनहोने पहले मोनु को नशा देकर बेहोश किया उसके बाद गला दबाकर की हत्या कर दी, जैसे कि आप फोटो में देख सकते हैं कि मोनू की हत्या उसका गला दबाकर की गई है ना की फांसी लगाकर।

मोनू की हत्या की भनक उसके पड़ोसी तक को नहीं लगी और ना ही चंडीगढ़ पुलिस द्वारा किसी भी पड़ोसी का बयान दर्ज किया गया और ना ही मोनू की हत्या की कोई न्यूज़ अखबार या चैनल पर आई जिससे साफ साफ जाहिर होता है कि चंडीगढ़ पुलिस ने मोनू की हत्या को आत्महत्या में बदल दिया।

बबलू की माता कैला देवी को ना तो उसके पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दी जा रही है और ना ही उसके बेटे के मर्डर केस में दोषियों को गिरफ्तार किया जा रहा है अब देखना यह है चंडीगढ़ एसएसपी के द्वारा उस पर क्या कार्रवाई की जाती है

दिल्ली एलजी की शक्तियाँ बढ़ाता कानून और आम आदमी पार्टी(आआपा)

किसानों के आंदोलन का समर्थन करते – करते दिल्ली के मुख्यमंत्री आज फिर से धरणे – प्रदर्शन पर उतर आए हैं। यह सारी कवायद सत्ता बनाए रखने और उस ताकत को पुन: हासिल करने की है जिसे इस नए कानून ने तकरीबन – तकरीबन ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिस प्रस्तावित विधेयक में केंद्र सरकार की कैबिनेट ने जिन संशोधनों पर मुहर लगाई है, उनमें दिल्ली सरकार के लिए कमोबेश सभी विधायी और प्रशासनिक निर्णयों में उपराज्यपाल से सहमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है। कोई भी विधायी प्रस्ताव दिल्ली सरकार को 15 दिन पहले और कोई भी प्रशासनिक प्रस्ताव सात दिन पहले उपराज्यपाल को भिजवाना होगा। अगर उपराज्यपाल उस प्रस्ताव से सहमत नहीं हुए तो वे उसे अंतिम निर्णय के लिए राष्ट्रपति को भी भेज सकेंगे। अगर कोई ऐसा मामला होगा, जिसमें त्वरित निर्णय लिया जाना होगा तो उपराज्यपाल अपने विवेक से निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगे।

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सारिका तिवारी, नयी दिल्ली/ चंडीगढ़:

राजधानी दिल्ली में एक बार फिर एलजी बनाम मुख्यमंत्री की जंग शुरू हो चुकी है। पिछले कई सालों में अलग-अलग मुद्दों को लेकर एलजी और दिल्ली सरकार के बीच टकराव देखने को मिला, लेकिन इस बार केंद्र सरकार इसे लेकर एक बिल लाई है। जिसमें दिल्ली के उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाई गई हैं। संसद में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021) पेश होने के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार पिछले दरवाजे से अब दिल्ली पर शासन करना चाहती है। आइए जानते हैं क्या है ये नया संशोधन और इससे दिल्ली सरकार के अधिकारों पर क्या असर पड़ने वाला है।

केंद्र सरकार की तरफ से संसद में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021) पेश किया गया. जिसमें दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल की शक्तियों को लिखित तौर पर बताया गया है। बिल पेश होने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल के अलावा आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इसका जमकर विरोध किया और प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कीं। जिन्होंने इस संशोधन को लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ बताया।

क्या है राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र संशोधन विधेयक (2021)?

बिल में जिस लाइन पर सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है और आआपा जिसे सीधे लोकतांत्रिक तौर पर चुनी हुई सरकार पर हमला बता रही है, वो है- “राज्य की विधानसभा द्वारा बनाए गए किसी भी कानून में सरकार का मतलब उपराज्यपाल होगा.” ये विधेयक के सेक्शन 21 के सब सेक्शन-2 में बताया गया है। इसीलिए मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया का कहना है कि केंद्र सरकार अब दिल्ली में एलजी को ही सरकार बनाने जा रही है। इसके अलावा संशोधन विधेयक में जो विवादित मसले हैं, उनमें –

  • “कोई भी मामला जो विधानसभा की शक्तियों के दायरे से बाहर है”, उसमें एलजी की मंजूरी लेनी होगी. इसका सीधा मतलब है कि उपराज्यपाल को अब एडिशनल कैटेगरी के बिलों पर रोक लगाने की शक्ति और अधिकार दिया गया है। यहां एलजी की शक्तियों को बढ़ाने का काम किया गया है।
  • राज्य सरकार को खुद या फिर उसकी कमेटियों को राजधानी के रोजमर्रा के प्रशासनिक मामलों में कोई भी नियम बनाने या फिर फैसला लेने से पहले उपराज्यपाल से मंजूरी लेनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इस अधिनियम के तहत उस फैसले को शून्य माना जाएगा।
  • मंत्री परिषद या किसी मंत्री को किसी भी फैसले से पहले और उसे लागू करने से पहले एलजी के पास फाइल भेजनी होगी, यानी उनकी मंजूरी लेनी होगी।सभी तरह की फाइलों को पहले एलजी को भेजा जाएगा और उनकी राय जरूरी होगी।

इस बिल में कहा गया है कि ये विधायिका (लेजिस्लेचर) और कार्यपालिका (एग्जिक्यूटिव) के बीच तालमेल को और ज्यादा बेहतर करने का काम करेगा। साथ ही ये विधेयक उपराज्यपाल और चुनी हुई सरकार की जिम्मेदारियों को भी परिभाषित करने का काम करेगा, जो दिल्ली में शासन के संवैधानिक नियमों के तहत है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया था अहम फैसला

बीजेपी के तमाम नेता इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ जोड़कर देख रहे हैं। दिल्ली सरकार बनाम एलजी की जंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 4 जुलाई 2018 को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने इस फैसले में कहा गया था –

  • दिल्ली में चुनी हुई सरकार को जमीन, पुलिस और कानून व्यवस्था के अलावा सभी मामलों पर फैसला लेने का अधिकार है। मंत्रिमंडल जो फैसला लेगा, उसकी सूचना उपराज्यपाल को देनी होगी।
  • कैबिनेट का हर मंत्री अपने मंत्रालय के लिए जिम्मेदार है। हर राज्य की विधानसभा के दायरे में आने वाले मुद्दों पर केंद्र सरकार जबरन दखल अंदाजी न करे, संविधान ने इसके लिए पूरी स्वतंत्रता दी है।
  • दिल्ली में विधानसभा तीन मसलों को छोड़कर बाकी सभी चीजों को लेकर कानून बना सकती है। कैबिनेट और विधानसभा को ये अधिकार है। एलजी के पास तीन मुद्दों को लेकर एग्जीक्यूटिव पावर है. इन्हें छोड़कर बाकी सभी मुद्दों की एग्जीक्यूटिव पावर दिल्ली सरकार के पास हैं।
  • अगर किसी मामले में एलजी और मंत्री के बीच मतभेद है और ये रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस है तो इस मामले में एलजी दखल दे सकते हैं। हर मुद्दे पर ऐसा नहीं होगा. मंत्री और मंत्रालय को एलजी के पास जरूर बिल या कानून की कॉपी भेजनी होगी। लेकिन जरूरी नहीं है कि इस पर एलजी की स्वीकृति हो।
  • दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि दिल्ली की स्थिति बाकी राज्यों से अलग है. अराजकता की कोई जगह नहीं, सब अपनी जिम्मेदारी निभाएं. उपराज्यपाल मनमाने तरीके से दिल्ली सरकार के फैसलों को रोक नहीं सकते।

यानी इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि एलजी के पास दिल्ली सरकार के हर फैसले को पलटने का अधिकार नहीं है। साथ ही ये भी बताया था कि हर फैसले पर जरूरी नहीं है कि एलजी की स्वीकृति हो. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने तब कहा था कि, एलजी को चुनी हुई सरकार की कैबिनेट की सलाह माननी चाहिए। अरविंद केजरीवाल सरकार ने तब इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया था। कुल मिलाकर इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने ये बता दिया था कि दिल्ली में बॉस चुनी हुई सरकार को ही माना जाएगा।

एलजी और दिल्ली सरकार में कब-कब हुआ टकराव?

लेकिन केंद्र सरकार जो विधेयक लाई है, उसमें उपराज्यपाल की शक्तियों को बढ़ाया गया है और सीधे ये कहा गया है कि सभी फाइलों को पहले एलजी के पास से गुजरना होगा। यानी अगर ये संशोधन विधेयक पारित हो जाता है तो एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाम एलजी के बीच एक बड़ी लड़ाई देखने को मिल सकती है। अब लड़ाई का जिक्र हुआ है तो एक नजर पिछले कुछ बड़े विवादों पर भी डाल लेते हैं, जिनमें एलजी और दिल्ली सरकार में टकराव देखने को मिला था।

  • कोरोना महामारी के बाद कई मसलों को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी भिड़े थे। अनलॉक प्रक्रिया के दौरान ट्रायल के तौर पर होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने के दिल्ली सरकार के फैसले को एलजी ने पलट दिया था।
  • दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में 80 फीसदी आईसीयू बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने के फैसले को भी एलजी ने मंजूरी नहीं दी थी. इसके अलावा जब कोरोनाकाल में बाहरी लोगों की बजाय दिल्ली के लोगों को प्राथमिकता की बात आई तो भी एलजी ने फैसले पर रोक लगा दी थी।
  • दिल्ली सरकार ने कम लक्षण वाले कोरोना मरीजों को जब होम क्वारंटीन में रखने का फैसला किया था, तो एलजी ने इसे पलटते हुए सभी मरीजों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रहने का आदेश दिया, विवाद के बाद फिर आदेश वापस लिया गया।
  • नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगाए थे और दिल्ली पुलिस के वकीलों का पैनल खारिज कर दिया था. सरकार ने खुद का पैनल बनाया, लेकिन एलजी ने उसे खारिज कर दिया।
  • इससे पहले एंटी करप्शन ब्यूरो में अधिकारियों की नियुक्ति के मामले में भी एलजी और दिल्ली सरकार में टकराव देखा गया, एलजी ने सरकार की नियुक्तियों को खारिज कर कहा कि एंटी करप्शन ब्यूरो के बॉस वो हैं और दिल्ली सरकार इन अधिकारियों की नियुक्ति नहीं कर सकती।

विधेयक पर क्या कह रही है दिल्ली सरकार

सिसोदिया ने कहा कि अगर हर फाइल एलजी को ही भेजनी होगी और सरकार का मतलब एलजी है तो फिर ये लोकतांत्रिक होने का ढ़ोंग क्यों किया जा रहा है। क्यों चुनाव कराए जा रहे हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरी तरह उलट दिया है। वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है, इसीलिए अब दिल्ली पर शासन करने के लिए वो बिल लेकर आई है और सरकार की शक्तियां छीनने की कोशिश कर रही है।

आआपा की तरफ से बताया गया है कि अब केंद्र के इस विधेयक के खिलाफ पार्टी नेता सड़कों पर उतरेंगे। बुधवार 17 मार्च को मुख्यमंत्री केजरीवाल और पार्टी के तमाम विधायक और मंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 17 मार्च

पचंकूला पुलिस नें हत्या के मामलें में आरोपी को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

                      पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस चौकी मढावाला की टीम नें लडाई –झगडा के दौरान हत्या करनें कें मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान अच्चे मांझी पुत्र झलाए वासी गांव रसूलपुर मलमल थाना रूणी सेहतपुर जिला सीतामढ़ी बिहार हाल  सीतोमाजरी पिन्जौर के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता उमेश मांझी पुत्र बुझान मांझी वासी गांव रसूलपुर मलमल उम्र 40 वर्ष बयान किया कि गांव कौना (मड़ावाला) में बीजमान नादाब के लकड़ी के गोदाम में मेहनत मजदूरी करता हूं शिकायतकर्ता की मौसी का बड़ा लड़का सुदीश मांझी गांव सीतो माजरा में गौरव शर्मा के लकड़ी के गोदाम पर काम करता था ।जो गांव के रहने वाले प्रमोद ने जो मेरे मौसेरे भाई सुदीश के साथ ही गोदाम पर काम करता है ने विरेंद्र के फोन पर सुबह बताया कि सुदीश खत्म हो गया है जो उस समय में विरेंद्र के साथ ही था तो हम सब इकट्ठा होकर गौरव शर्मा के लकड़ी के गोदाम पर आ गए जो हमने देखा कि सुदीश मांझी के चेहरे पर काफी चोटें लगी हुई थी जो मृत अवस्था में गोदाम के कमरे में पड़ा हुआ था जो मेरे भाई सुदीश मांझी के साथ हमारे ही गांव के कुछ लोग अक्सर रात के समय शराब पीते थे जो पहले भी अक्सर शराब पीकर आपस में लड़ते झगड़ते रहते थे मुझे शक है कि उन्होंने ही शराब पीकर लड़ाई झगड़ा करके मेरे भाई सुदीश मांझी की हत्या की है नाम पता ना मालूम व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए जिस बारे पुलिस चौकी मढावाला पिन्जौर में शिकायत प्राप्त होनें पर धारा 302 भा.द.स के तहत पुलिस थाना पिन्जौर में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें की जाँच पुलिस चौकी मढावाला के द्वारा अमल में लाते हुए कल दिनाक 16.03.2021 को आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया ।

अपहरण करनें वाले आरोपी को लिया पुलिस रिमाण्ड पर

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस थाना चण्डमन्दिर की टीम नें अपरहरण के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान जसप्रीत सिह पुत्र चाँद सिह वासी छोटा जडवाला जिला फिरोजपुर पंजाब के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक अपहरण करनें वाले व्यकित की पत्नि वासी पचंकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पति को  ONLINE काम करते है कम्पनी के प्राडक्ट सेलिंग का काम करते है  जो शिकायतकर्ता को पता लगा कि जिसके साथ वह काम कर रहे है वह  गलत आदमी है । जो शिकायतकर्ता व उसके पति नें FRAUD करने वाली VIDEO बनाई थी । और हमनें YOUTUBE पर UPLOAD किया था । जो हिमान्शु नाम का व्यकित शिकायकर्ता के पति को  मिलनें आया जो अचानक वही पर 2.30 बजे के करीब इक्बाल मली यादविन्द्र् बरार और साथ में कुछ और व्यक्ति थे जिनके पास गाड़ी नीले रंग की गाड़ी वा एक I-20 जो शिकायक्रता के पति को मारपीट करके गाड़ी में बिठाकर जबरदस्ती ले गए । जिस बारे पुलिस थाना चण्डमन्दिर में शिकायत प्राप्त होनें पर धारा 323,365,34 IPC & 25-54-59 आर्म एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी जाँच पडताल करते हुए कल दिनाक 16.03.2021 को आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया ।  व आरोपी  से वारदात के समय प्रयोग की गई दो गाडी को बरामद करके कार्यवाही की गई ।

मकान की रजिस्ट्री बारे धोखाधडी  के मामलें में आरोपी को लिया रिमाण्ड पर

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस थाना सैक्टर 05 पंचकूला की टीम नें मकान की रजिस्ट्ररी बारे धोखाधडी करनें के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विश्वानाथ गोयल उर्फ चान्द गोयल पुत्र जगदीश वासी रेलवे रोड यमुनानगर के रुप में हुई  ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता सुखदेव सिंह पुत्र श्री अनूप सिंह, वासी विशाल कालोनी, जगाधरी नें दिनाक 25.10.2018 को बर खिलाफः- 1. अमित कुमार पुत्र स्व. हरिओम, निवासी सैक्टर 29बी, चण्डीगढ  2. उमेश सिंगला पुत्र श्री राजेन्द्र पाल, निवासी कृष्णा मार्किट यमुनानगर, 3. मुखराम नम्बरदार, गांव नग्गल मोगीनन्द, पंचकुला, 4. रणबीर सिंह पुत्र श्री लक्षमण सिंह, निवासी सैक्टर 20बी, चण्डीगढ, 5. ब्रांच मैनेजर एल.आई.सी. हाउसिंग फाईनैंस लि0 अम्बाला । 6. सन्दीप कुमार, निवासी यमुनानगर, के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई कि शिकायतकर्ता नें मकान नं. 1493, प्रार्थी ने बजरिया रजिस्टरी नम्बर 5437 दिंनाक 29/07/2005 को एक मनजीत सिंह पुत्र श्री नारंग सिंह पुत्र मन्सा सिंह से खरीद किया था तथा रजिस्टरी के बाद प्रार्थी ने इन्तकाल नम्बर 3161 भी अपने हक मे मन्जूर व तसदीक करवा लिया था और तभी से प्रार्थी उपरोक्त मकान का मालिक व काबिज है । जो कि उपरोक्त मनजीत सिंह पुत्र नारंग सिंह की मृत्यु दिंनाक 29/08/2005 को हो गई थी । कि पिछले दिनों एल.आई.सी. हाउसिंग , फाईनैंस लिं. अम्बाला के अधीकारी प्रार्थी के मकान पर आए और प्रार्थी को कहा कि इस मकान का मालिक दोषी नं. 2 उमेश सिंगला है तथा दोषी नं. 2 ने हमारे से कई लाख रुपये लोन लिया हुआ है अतः यह मकान कुर्क होगा जिसपर प्रार्थी ने उनको बताया कि मैं अकेला प्रार्थी ही इस मकान का मालिक व काबिज हुं। दोषी नं. 2 का इस मकान से कोई ताल्लुक वास्ता ना है। 5. यह कि इसके बाद प्रार्थी ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि किसा नामालुम व्यक्ति ने उपरोक्त मन्जीत सिंह पुत्र नारंग सिंह बनकर दोषी नं. 1 के हक मे एक मुख्तयारनामा आम नम्बर 445, दिनांक 06/07/2011 पंचकुला तहसील में धोखाधडी व जालसाजी करके तसदीक करवा लिया था । इसमें दोषी नं. 3 व 4 ने आपस में साजबाज झूठी गवाही दी हुई है उसके बाद दोषी नं. 1 ने उपरोक्त मेरे मकान को दोबारा से बिना किसी मलकियत व धोखाधडी से दोषी नं. 2 के हक में बजरिया रजिस्टरी नम्बर 3134 दिनांक 21/07/2011 को जगाधरी तहसील में रजिस्टरी करवाकर बेच दिया है, तथा उसके बाद दोषी नं. 5 से साजबाज होकर धोखाधडी से प्रार्थी के मकान पर लोन ले लिया । जिसमें दोषी नं. 6 सन्दीप गारंटर है जिनको ऐसा करने का कोई अधिकार ना था । जिस बारे पुलिस थाना सैक्टर 05 पचंकूला में उपरोक्त आरोपियो के खिलाफ धोखाधडी व जालसाजी के तहत धारा 419,420,467,468,471,120-B IPC पुलिस थाना सैक्टर 05 पचंकूला में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें के जाँच के अनुसार कल दिनाक 16.03.2021 को उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत एक दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया है।

पचंकूला पुलिस नें चाकू से जानलेवा हमला करनें के मामलें में आरोपी को किया गिरफ्तार                      

                     पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए कि पुलिस चौकी सैक्टर 16 के इन्चार्ज उप0नि0 सुशील कुमार  व उसकी टीम नें कल दिनाक 16.03.2021 को राजीव कालौनी के पार्षद को चाकु से वार करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मोनू उर्म 20 साल पुत्र नन्हु राम वासी मौली जाँगरा चण्डीगढ हाला कुण्डी सैक्टर 20 पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनाक 14.03.2021 को पंकज पुत्र दलबीर वासी सैक्टर 10 पचंकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि जो उस वार्ड मे राजीव कालोनी सैक्टर 17 पंचकुला दफ्तर में राजीव कालोनी से लोगों की समस्यायें जानने के लिये जाता रहता था । कल दिनाक 14.03.2021 को वह अपनी माता व आंटी के साथ गया तो रास्ते में स्वीटस ढाबा के पास से कुछ खाने के लिए रुका जब वह मोहन ढाबा से वापिस दफतर की तरफ कुछ ही दुर चला था । तो सामने से एक्टिवा पर आ रहे राहुल पुत्र गुलाब वासी राजीव कालोनी ने मेरा रास्ता रोक लिया और मुझे गाली देकर कहने लगा कि तु पार्षद क्या बना तुने सारे काम करवाने का ठेका ले लिया है क्या । जो काम हम कर रहे है तु उसे किसी भी कीमत पर बंद नही करवा सकता ।  मैने उसे कहा कि मैं कोई भी गलत काम कालोनी में नही होने दुंगा तो उसने तुरंत मेरी गर्दन पकडी और मेरे सिर को उसकी एक्टिवा में दे मारा और उसके बाद उसने एक्टिवा स्टार्ट की और कहा कि अभी रूक मैं तुझे पार्षद बनने का मजा चखाता हुं और यह धमकी देकर वह मौका से भाग गया। उसके बाद मैं अपने आफिस में पहुचने के बाद मैने पहले से लिये हुये समोसे को टेबल पर रखा ही था और मैं कुर्सी पर बैठा ही था कि मेरे दफतर में मोना अपने हाथ में पकडे हुये तेजधार हथियार लम्बें चापड को पकड कर मेरे दफतर में आया और आते ही मोना ने ललकारा मारा कि आज तुझे तेरी पार्षदगिरी का मजा चखाता हूं और तेरी गर्दन काट कर ले जाउंगा ओैर कहा कि तु कौन होता है हमारा नशा बेचने का काम रूकवाने वाला जो मैने उससे कहा कि भाई मैं तेरे ही नहीं मैं चाहता हुं कि पुरी राजीव कालोनी में गलत काम जो भी कर रहा है वह सभी के सभी उस गलत काम को करना बंद कर दे । मेरा इतना कहना ही था कि उसने अपने हाथ में पकडे हुये तेजधार हथियार चापड ( मीट काटने वाला हथियार) से जान से मारने की नियत से मेरे सिर पर जोरदार वार किया । जैसे ही मैने बचने की कोशिश की तो वह चापड मेरे सिर पर बाईं तरफ लगा। जिससे मुझे गहरी चोट लग गई । उसके बाद उसने दोबारा जान से मारने की नियत से मेरी गर्दन पर वार किया तो मैने तुरंत अपना बायां हाथ से बचाव किया जिसके कारण मेरे बायें हाथ पर व चितली उंगली पर गहरी चोट लग गई। उसके बाद मेरे दफतर मे मौजुद मेरी माता सुदेश व आंटी माया ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो उसने दोबारा से चापड को मेरी बाई गाल पर मारने की कोशिश की पर नही लगा जो मोना उपरोक्त ने मेरे उपर चापड से जान से मारने की नियत से हमला करके उपरोक्त चोटें पहुचाई है। जो मोना उपरोक्त जब मुझे चोटें मार कर मौका से भाग गया तो जब आस पास के लोगों को पता चला कि मोना ने मुझे बतौर पार्षद होते हुये चापड से जान लेवा हमला किया है जिस बारे पुलिस चौकी सैक्टर 16 में शिकायत प्राप्त पर ततपर्ता से कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपियो सहित अन्य 8-10 लोगो के खिलाफ धारा 323/324/341/452/307/506/120बी भा0द0स0 के तहत पुलिस थाना सैक्टर 14 पचंकूला में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी जाचँ इन्चार्ज उप0नि0 सुशील कुमार पुलिस चौकी सैक्टर 16 नें उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया है । जो आरोपी कल माननीय अदालत में पेश किया जायेगा ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला नें गर्वमैन्ट कालेज बरवाला में सडक सस्कार यात्रा पर ट्रैफिक के नियंमों की पालना करने बारे किया जागरुक

                       पहिवहन विभाग पंचकूला के सहयोग से पुलिस विभाग के सानिध्य में सचिव आर टी ए के संयोजन में आज गर्वमेंन्ट कालेज बरवाला में नाट्य प्रस्तुति यमराज जीवन दान योजना डाट काम एवं विमर्श का आयोजन किया गया। विमर्श में हिस्सेदारी करते हुए टै्फिक इंचार्ज पंचकूला श्री सुखदेव ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों के पालन करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो नियम बनाये है वह हमारे भले के लिए है इसलिए यातायात नियमों का पालना न किसी से डर से न करके अपनी जान बचाने के लिए करें क्योकि व्यक्ति का जीवन बहुत ही अनमोल है।

          विमर्श में हिस्सेदारी करते हुए संस्कृत कर्मी श्री राजीव रंजन ने कहा कि नाटक सम्प्रेक्षण का माध्यम है। हमें आशा नहीं बल्कि विश्वास है कि इन नाटकों के मंचन से सच सुनने की आदत डालेगी। नाटक एक पापुलर मीडिया है जो समाज अखबार नहीं पढ़ सकता है यानि अक्षर ज्ञान से वंचित है वह समाज भी सांस्कृतिक नवजागरण का माध्यम बनता है।

          परिवहन विभाग के असिस्टेन्ट आर टी ओ श्री मुकेश सहरावत ने कहा कि नाटकों के संवाद ग्रामीण समुदाय को ध्यान में रखकर किया गया है। क्योकि सड़क का उपयोग शहर से लेकर गांव तक के लोग करते हैं। नाटक के द्वारा सामुदायिक जागरूकता का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नुक्कड़ माध्यम में मंचित यह नाटक लोगों से यातायात के नियमों के पालन हेतु अपील करता है।

          अध्यक्षता करते हुए कालेज की प्राचार्य डा बीना यादव ने कहा कि हमें खुशी है कि इस नाटक का मंचन हमारे परिसर में किया जा रहा है इससे हमारे कालेज के विद्यार्थी सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होंगें। उन्होंने कहा कि कलाकार जिस सरल तरीके से यातायात नियमों को अपने संवाद में समाहित किये हैं हमें उम्मीद है कि निश्चित रूप से इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगें।

          संचालन करते हुए रणवीर सिंह ने कहा कि हम पूरी निष्ठा से कोशिष करेंगें कि हमारे कालेज के विद्यार्थी सड़क पर ऐसा कोई व्यवहार न करें जो किसी हादसे का कारण बनें। इस अवसर वड़ी संख्या में विद्यार्थी/शिक्षक/पुलिस विभाग के कर्मचारी/परिवहन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहें।

क्राईम ब्रांच पचंकूला नें 24 ग्राम अफीम सहित आरोपी को किया काबू ।

                      पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया क्राईम ब्रांच पचंकूला नें अवैध नशे के विरुध कडी कार्रवाई की जा रही है । समाज का सबसे बडा दुश्मन नशा है जिसके खिलाफ पचंकूला पुलिस नें कमर कसी हुई है । जिसके तहत क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला के इन्चार्ज निरिक्षक अमन कुमार व उसकी टीम नें 24 ग्राम अफीम सहित आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिऱफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विशवाम शर्मा पुत्र मन्गत राम वासी स्वृति ग्रीन जीरकपुर के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनाक 16.03.2021 को क्राईम पचंकूला सैक्टर 26 की टीम नें नशे के तशकरो व अपराधो की रोकथाम हेतु गस्त पडताल करते हुए बरवाला,रायपुररानी क्षेत्र मे बढ रही चोरी की वारदातो के मध्यनजर बराये गस्त पडताल वा नाका बन्दी वा लाईट व्हीकल चैकिग बस अड्डा बरवाला के नजदीक लाईट की रोशनी मे गांव बतौड से डेराबस्सी की तरफ जाने वाले साधनों को चैक कर रहे थे तभी गांव बतौड की तरफ से एक मोटरसाईकिल सवार व्यक्ति तेज रफ्तार से आता दिखाई दिया । जिसको हाथ मे ली हुई टोर्च का इशारा करके रोकने की कोशिश की । जो मोटरसाईकिल सवार व्यकित ने सामने खडी पुलिस पार्टी वा सरकारी गाडी के ऊपर जल रही लाल नीली बत्ती को देखकर पुलिस पार्टी से लगभग 15-20 कदमो की दुरी पर मोटरसाईकिल रोक कर वापिस मोडने लगा । जो मोटरसाईकिल एक दम झटके के साथ बंद हो गई जिसको गलत व्यकित का शक होने पर पुलिस कर्मचारियो की टीम नें मोटरसाईकिल सवार व्यकित को काबू किया और काबू करके उस व्यकित का नाम पता पुछा तो जिसने अपना नाम विश्वम शर्मा पुत्र मगत राम शर्मा वासी गांव बापौडा थाना सदर भिवानी जिला भिवानी हाल टावर सावित्री ग्रीन VIP रोड जिरकपुर जिला मौहाली बतलाया । जिस पर शक की बुनाह पर आरोपी से एक सफेद रंग का मोमी पोलोथीन मिला जिसको खोलकर चैक करनें पर काले रंग का प्रदार्थ दिखाई दिया । सुघँकर व अनुभव के आधार पर अफीम मालुम हुई । जिसका कुल वजन 24 ग्राम हुआ । जो आरोपी के खिलाफ धारा 18-61-85 NDPS ACT के तहत मामला दर्ज करके आरोपी को नशीले पदार्थ सहित गिरफ्तार करके कार्रवाई की गई ।

उपचुनावों के लिए हुई समीक्षा बैठक

पंचकूला 17 मार्च

                           भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार आहूजा ने आज अपने कार्यालय में संभावित कालका उपचुनाव के मद्देनजर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।बैठक में कोविड-19  के चलते  एक हजार से ज्यादा मतदाता वाले 81 मतदान केंद्रों पर  सहायक मतदान केंद्र बनाने और 11 मतदान केंद्रों के परिवर्तन करने को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में बीजेपी कांग्रेस जे जे पी, सी पी एम्, बी एस पी और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 81 सहायक मतदान केंद, 11 मतदान केंद्रों के परिवर्तन पर सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने अपनी सहमति जताई।
बैठक में एसडीएम कालका राकेश संधू, सीटीएम शरणजीत कौर, तहसीलदार  विक्रम सिंह, डीडीपीओ विकास और विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।