सर्वोच्च न्यायालय की कमेटी को किसानों की मंजूरी नहीं, आंदोलन जारी रहेगा और होगा ट्रैक्टर मार्च भी

किसान संगठनों ने 26 जनवरी के प्रोटेस्ट पर भी स्टैंड क्लियर कर दिया है। किसानों का कहना है कि गणतंत्र दिवस पर हम शांतिपूर्ण रैली निकालेंगे। इसमें हिंसा होने जैसी कई अफवाहें फैलाई जा रही हैं। कोर्ट को भी इस मामले में गुमराह किया गया है। हम साफ कर दें कि हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं और किसी भी तरह की हिंसा स्वीकार नहीं करेंगे।

नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

सुप्रीम कोर्ट द्वारा अगले आदेश तक कृषि कानूनों पर रोक लगाए जाने और कमेटी के गठन के आदेश के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वे किसानों के साथ बातचीत करने के बाद तय करेंगे कि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के पास जाएंगे या नहीं। किसान नेता टिकैत ने आगे कहा कि यदि सरकार ने जबरदस्ती किसानों को हटाने की कोशिश की तो इसमें दस हजार लोग मारे जा सकते हैं। मालूम हो कि दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पिछले डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय से बड़ी संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं। इन किसानों की मांग तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किसानों के 4 ऐतराज

  1. कानूनों के अमल पर रोक अंतरिम राहत है, पर ये हल नहीं है। किसान संगठन इस उपाय की मांग नहीं कर रहे थे, क्योंकि कानूनों को तो कभी भी लागू किया जा सकता है।
  2. यह साफ है कि कई ताकतों ने कमेटी के गठन को लेकर कोर्ट को गुमराह किया है। कमेटी में शामिल लोग वो हैं, जो इन कानूनों को समर्थन करने के लिए जाने जाते हैं और लगातार इन कानूनों की वकालत करते रहे हैं। वो यह लिखते रहे हैं कि ये कानून किसानों के लिए किस तरह फायदेमंद हैं।
  3. ये कृषि कानून कार्पोरेट्स को खेती और मंडियों पर कंट्रोल करने का रास्ता बनाएंगे। इन कानूनों से किसानों पर कर्ज बढ़ेगा, उपज के दाम कम होंगे, किसानों का घाटा बढ़ेगा, सरकार द्वारा खरीदी कम होगी, खाद्यान्न के दाम बढ़ेंगे, किसानों की खुदकुशी और भूख से मौतें बढ़ेंगी। कर्ज के कारण किसानों को अपनी जमीनों से बेदखल होना पड़ेगा। सरकार ने लोगों और अदालत, दोनों से इन कानूनों के सख्त पहलुओं को छिपाया है।
  4. किसान सरकार से बातचीत करना चाहते हैं, वो सुप्रीम कोर्ट से बातचीत नहीं करना चाहते हैं। किसान सुप्रीम कोर्ट में खुद को रिप्रेजेंट नहीं कर सकते हैं। इसलिए हम इस पर कोई कमेंट नहीं कर रहे हैं और न ही इसका कोई विरोध कर रहे हैं।

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कोर्ट के आदेश के बाद कहा, ”हम किसानों की कमेटी में इसकी चर्चा करेंगे। 15 जनवरी को होने वाली किसान नेताओं और सरकार के बीच बातचीत में भी शामिल होंगे। जो कोर्ट ने कमेटी बनाने की बात की है, उसमें बाद में बताएंगे कि जाएंगे या नहीं, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। जब तक बिल वापस नहीं होगा, तब तक घर वापसी नहीं होगी।” उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान परेड करके रहेगा।

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि किसान यहां से अब कहीं नहीं जा रहा है। सरकार का आकलन है कि यहां हटाने पर एक हजार आदमी मारा जा सकता है। यह गलत आकलन है। यदि जबरन हटाने की कोशिश की गई तो यहां 10 हजार आदमी मारा जा सकता है। टिकैत ने कहा, ”सुप्रीम कोर्ट के आदेश से किसानों को कोई राहत नहीं मिली है। आंदोलन लंबा चलेगा। कोर्ट की तरफ से जारी समिति के नाम में सरकार से बातचीत कर रहे 40 संगठनों में से कोई भी नाम नहीं हैं।”

अगले आदेश तक कानून लागू करने पर रोक
चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन की पीठ ने इस मामले में मंगलवार को भी सभी पक्षों को सुनने के बाद इन कानूनों के अमल पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी। पीठ ने कहा कि वह इस बारे में आदेश पारित करेगी। कोर्ट द्वारा गठित की जाने वाले समिति इन कानूनों को लेकर किसानों की शंकाओं और शिकायतों पर विचार करेगी। इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने विरोध कर रहे किसानों से भी सहयोग करने का अनुरोध किया और स्पष्ट किया कि कोई भी ताकत उसे गतिरोध दूर करने के लिए इस तरह की समिति गठित करने से नहीं रोक सकती है। 

कोर्ट ने लगाई थी सरकार को फटकार
इससे पहले, सोमवार को हुई सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मोदी सरकार को जमकर फटकार लगी थी। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सरकार से सवाल किया था कि कृषि कानूनों पर आप रोक लगाएंगे या हम लगाएं। हालांकि, इसके बाद केंद्र सरकार ने नए कृषि कानूनों पर रोक लगाने का विरोध किया था। सरकार की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल ने कोर्ट से कहा था कि किसी कानून पर तब तक रोक नहीं लगाई जा सकती, जब तक वह मौलिक अधिकारों या संवैधानिक योजनाओं का उल्लंघन ना करें। वहीं, जब वेणुगोपाल ने मामले में और समय मांगा तो कोर्ट ने कहा कि श्रीमान अटॉर्नी जनरल हम आपको बहुत समय दे चुके हैं, कृपया आप हमें संयम पर भाषण ना दें।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 12 जनवरी

ऑनलाइन कोरोना वैक्‍सीन बेचने वालों से सावधान !

      पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बतलाया साईबर टीम पचंकूला कि टीम नें कोरोना वायरस की वैक्‍सीन बारे होने वाली आनलाईल धोखाधडी से बचें । जिससे बचनें के लिऐ आपको सर्तक रहना जरुरी है नही तो आप खाते की राशि साफ कर दी जायेगी । जिसका फायदा अपराधी भी उठा सकते हैं । जिन्‍हें कोविड से खतरा ज्‍यादा है । बहुत से ऐसे लोग होंगे जो रुकना नहीं चाहते और वैक्‍सीन उपलब्‍ध होते ही लगवाना चाहते हैं । इंटरपोल के माध्यम से चेतावनी दी थी कि ऑर्गनाइज्‍ड क्रिमिनल नेटवर्क्‍स कोविड वैक्‍सीन के नाम पर धोखाधड़ी कर सकते हैं । जो वैक्सीन के सम्बन्ध में इंटरनेट पर ठगी का खेल शुरू भी हो चुका है । जो अपराधी फर्जी वेबसाइट्स और झूठे इलाज के नाम पर भी ठगी की कोशिश कर रहे है कृपा इस प्रकार के किसी भी काल या मैसेज से बचे ।

कोविड वैक्‍सीन’, ‘कोविड-19 को कहें बाय-बाय’, ‘जल्‍दी खरीदें कोरोना वैक्‍सीन आ गई है’ जैसे संदेशों की भरमार सें बचे । इस प्रकार के मैसेज भेज कर आपको शिकार बनातें है ।

इनका शिकार होने से बच सकते हैं । नकली वैक्‍सीन बेचने वाले ये लोग दावा करते हैं वॉट्सऐप और टेलिग्रैम के जरिए भी यूजर्स को निशाना बनाया जा रहा है । ईमेल के जरिए भी वैक्‍सीन बेचने के मैसेज किए जा रहे हैं । कोरोना के खौफ के बीच की जालसाजियों ने वैक्सीन को अपनी कमाई का जरिया बना लिया है । ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर रुपये वसूले जा रहे हैं । ऑफिस खाते की डिटेल लेने के बाद पूरा खाता ही साफ कर दिया जाता है

बचने के उपाय :-

1.     मैसेज के जरिए भेजी जाने वाली प्रमोशनल लिंक पर क्लिक करने से बचें । या इस प्रकार के कोई मैसेज सन्देश में भेजे गयें किसी लिंक से बचे ।

2.     कैशबैक और क्रेडिट कार्ड ऑफर करने वालों से भी सावधान रहें ।

फिशिंग मेल, मैसेज और कॉल से कैसे सावधान रहें ?

फिशिंग” का मतलब होता है लालच देकर फ्रॉड करना। आजकल मैसेज, कॉल और मेल के जरिए तमाम तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं। आईफोन समेत तमाम ब्रांडेड फोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक एसेसरीज मामूली दामों पर ऑफर किए जा रहे हैं ।

फर्जी बैंकर बनकर कैशबैक और क्रेडिट कार्ड ऑफर करना भी फ्रॉड की दुनिया में काफी चलन में है । इसी तरह के लालच देकर कस्टमर से उसकी प्राइवेट डिटेल ली जा रही है और बाद में उनके अकाउंट को खाली कर दिया जा रहा है ।

फेक फ्रेंड से कैसे बचें?

साइबर क्राइम की दुनिया में एक नया तरीका ट्रेंड में है। इसमें आपके क्लोज फ्रेंड के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर फेसबुक या इंस्टाग्राम पर नई रिक्वेस्ट भेजी जाती है। फिर मैसेज भेजकर इमरजेंसी के नाम पर पैसा मांगा जाता है ।

फर्जी प्रोफाइल में फोटो से लेकर इन्फो तक सबकुछ हूबहू डाली जा रही है, जिससे लोगों को जरा भी शक नहीं होता। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर आप यह पता कर सकते हैं कि जिस प्रोफाइल से पैसा मांगा जा रहा है, वह फर्जी है या नहीं ।

कस्टमर केयर के नाम पर भी हो रहा फ्रॉड

आजकल हर प्रोडक्ट और सर्विस के लिए कस्टमर सपोर्ट उपलब्ध हैं। ऐसे में कोई दिक्कत होने पर लोग तत्काल कस्टमर सपोर्ट का नंबर खोजने लगते हैं। साइबर अपराधियों ने पहले से ही इंटरनेट पर कस्टमर सपोर्ट के नाम खुद का नंबर डाल रखा है। लोग उसे ही कस्टमर सपोर्ट नंबर समझ कर कॉल कर देते हैं । बाद में फर्जी कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव के तौर पर अपराधी उनसे उनकी पर्सनल डिटेल लेकर फ्रॉड को अंजाम देते हैं । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल पेमेंट एप्लिकेशन जैसे- गूगल पे, फोन पे, पेटीएम के सबसे ज्यादा फर्जी कस्टमर सपोर्ट नंबर इंटरनेट पर डाले गए हैं, जिससे कस्टमर खुद साइबर अपराधियों तक पहुंच रहे हैं ।

अलर्ट नोटिफिकेशन ऑन रखें

·         आजकल वॉलेट ऐप जैसे- गूगल पे, फोन पे और पेटीएम पर मनी रिक्वेस्ट की सुविधा उपलब्ध है । यानी आपको कोई भी पेमेंट करने के लिए रिक्वेस्ट भेज सकता है । जिसके बाद बस एक क्लिक पर आपके अकाउंट से उस अकाउंट में पैसे चले जाएंगे । जैसे अगर आपके द्वारा ओलैक्श वैबसाइट पर किसी वस्त को बेचने के लिए कोई ऐड डाली है तो अपराधी आपको उस वस्तु को खरीदनें के लिए आपको मनी रिक्वेस्ट भेजता है । आपको वह फोन पर बात करते करते आपको बाते में फुसलाकर आपसे आपके बैंक का यु.पू.आई का पिन डलवा देता है । और फिर आपके ही पैसे कट जाते है । कृपा इस सम्बन्ध में सावधानी बर्ते । और दोबारा फिर वह अपराधी आपको फोन करके बोलता है कि सारी ये तो गल्ती से हो गया और मै आपके पैसे ट्रांसफर करता हुँ फिर वह आपके द्वारा युपीआई की पिन डलवा कर पैसे आपके बैंक खाते पैसे ट्रांसफर करवा लेता है ।

यातायात नियमों की पालना करनें के लिए ट्रैफिक पुलिस पचंकूला अभियान चलाकर कर रही है जागरुक ।

पचंकूला (ट्रैफिक पुलिस पचंकूला) यदि सुरक्षित रहना है तो हमेशा यातायात के नियमों की पालना करनी जरूरी है जब भी कोई कानून भंग करता है तो न केवल उसकी अपनी जिंदगी खतरे में पड़ती है बल्कि वह दूसरे के लिए भी खतरा बनता है इसलिए सड़कों पर सफर दौरान कायदे कानून मानने की जरूरत है । सड़क हादसों में मौत के मुंह में जाती जिंदगी से चिंतित पचंकूला पुलिस के ट्रैफिक पुलिस पचंकूला के इंचार्ज कहा है कि यदि लोग नियम मानने लग जाएं तो आधी से अधिक समस्याएं तो अपने आप ही खत्म हो जाएंगी । ट्रैफिक पुलिस पचंकूला ने बैनर व साईन बोर्ड तथा सर्दी के मौसमें कोहरे को देखते हुए सडक दुर्घटनाओ पर काबू पाने के लिए रेड रिफलैक्टर टेप लगाकर तथा ट्रक्टर ट्राली, बडे ट्रको पर तथा आटो चालको को रिफलैक्टर टेप लगाकर जागरुक किया जा रहा है

                          इसके अतिरिक प्रबंधक थाना रायपुररानी श्री यशदीप सिह (इन्सपैक्टर) नें भी रायपुररानी ग्रामीण क्षेत्र में ट्रैफिक के नियमों की पालनां करने बारे तरह तरह का अभियान चलाकर जागरुक किया जा रहा है । ताकि होने वाली सडक दुर्घटना से बचा जा सकें । तथा उन्होने दो पहिया वाहन चालक को कहा कि ज्यादातर सडक दुर्घटना में मौत सिर सडक पर लग जानें से होती है इसलिए जब भी दो पहिया वाहन चलायें तो हैल्मेंट का प्रयोग करें । इसके अलाव पचंकूला पुलिस कोरोना महामारी से बचनें के लिए कोरोना के नियमों की पालना करनें बारे जागरुक के साथ साथ फ्री मास्क वितरित करके कोरोना महामारी सक्रमण के बारे जागरुक किया जा  रहा है ।

 

सीसी॰टीवी कैमरो के द्वारा भी ट्रैफिक के नियमों की उल्लघनां करनें वालो पर रखी जा रही है नजर

          इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस पचंकूला पचंकूला क्षेत्र में लगे सी0सी0टी0वी0 कैमरो के द्वारा भी निगरानी की जा रही है । जो अक्सर देखा जाता है कि लोग रेड लाईट जम्प, तेज रफ़्तार में ड्राइविंग, गल्त रास्ते का प्रयोग करना . ओवरलोड, बिना कागज पत्र के वाहन चलाने और ओर नियम की उल्लघना करते है जो सी0सी0टी0वी0 कैमरो के द्वारा ट्रैफिक के नियमों की उल्लघना करनें वालो के चालान करके सीधा घर भेजा जाता है ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला नें ट्रैफिक अभियान चलाकर ट्रक , ट्रैक्टर ट्राली , डम्पर पर तथा आटो बस पर रैड रिफलैक्टर लगाकर ट्रैफिक के नियमों की पालना करने बारे जागरुक किया जा रहा है । ताकि धुंध में कोहरे के कारण कोई सडक दुर्घटना का हादसा ना हो सकें ।

पंचकुला के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-1 में स्वामी विवेकानंद जी की 158वीं जयंती मनाई गई

पंचकूला, 12 जनवरी:

आज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-1 में स्वामी विवेकानंद जी की 158वीं जयंती मनाई गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंचकूला ने इसका आयोजन किया। जयंती पर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को पुष्पांजलि और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में बोलते हुए गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद वैचारिक भारत के निर्माता थे। उन्होंने समाज से धर्म, जात-पात के भेदभाव को समाज से दूर करने का काम किया और नये समाज का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने युवाओं को उठो जागो, आगे बढ़ो, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो तब तक बढ़ते जाओ। किसी भी देश की तरक्की युवाओं पर निर्भर होती है, जिस दिशा में युवा जाते है, देश भी उसी दिशा में अग्रसर होता है। उन्होंने समाज को समस्याओं से भागने की बजाय उनका डटकर सामना करने से ही समस्यायें सुलझती है। स्वामी विवेकानंद ने 118 साल पहले जो अमेरिका के शिकागो संसद में जो भाषण दिया था, उसमें उन्होंने बोलने से पहले माई ब्रर्दस एवं सिस्टर कहके अमेरिका की संसद को संबोधित किया था, जिस पर अमेरिका की संसद ने दो मिनट तक तालियां बजाकर स्वामी विवेकानंद का स्वागत किया। पश्चिम देशों में विवेकानंद के उस उद्बोधन ने भारत की छवि को नया मोड़ दिया। उनकी वो बातें आज भी हमारे समाज में सार्थक है। आज भी हमारा युवा और समाज उनके दिये हुए संदेशों पर चल रहा है। भारत के डाॅक्टर, इंजीनियर और टीचर विदेशों में भी अपने अच्छा काम करके भारत का प्रचम विदेशों में बुलंद कर रहे है।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर ये संगोष्ठी करवाने का मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की टीम को बधाई देता हूं। इस तरह की संगोष्ठी होती रहनी चाहिए ताकि हमारा युवा हमारे महापुरूषों के बारे में जानकर उनके दिखाये हुए रास्तों पर चले और उनसे प्ररेणा लें।

विशिष्ट अतिथि रिटायर्ड ब्रिगेडियर जयंत परमार ने अपने विचारों को सांझा करते हुए कहा कि भारत को सपेरो का देश कहा जाता था। भारत में महिलायें सुरक्षित ज्यादा नहीं थी। उस समय में भारत के लोग अंधकारों में जी रहे थे। स्वामी विवेकानंद जी ने छोटी से उम्र में भारत को उस अंधकार से निकालने का काम किया और दुनिया में देश की ख्याति प्रदान की।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संगठन के अश्वनी शांडिल्य, काॅलेज की प्राचार्या अर्चना मिश्रा, उतर क्षेत्र के संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल और एबीवीपी संगठन के सदस्य और पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रधान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के उपलक्ष्य में किया गया विचार संगोष्टी का आयोजन

पंचकूला, 12-1-2021 – मंगलवार :

अभाविप इकाई ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उनको याद उनको सम्मानित व उनके विचारों को ध्यान में रखते हुए विचार संगोष्टी की गई इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उधर उपस्तिथ विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु शहर भर के परिपक्व नामों को आमंत्रित किया जिसमें मुख्य रूप से हरयाणा विधान सभा स्पीकर ज्ञान चन्द गुप्ता जी, अभाविप उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल जी, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर 1 की प्रिंसिपल डॉ अर्चना मिश्रा जी, हरीयाणा मॉडल स्कूल के डायरेक्टर शैलेश पांडेय जी और एक्स ब्रिगेडियर बेअंत परमार जी के साथ अभाविप पंचकूला नगर अध्यक्ष अश्वनी शांडिल जी और महाविद्यालय अध्यक्ष राम प्रसाद भारत उपस्तिथ रहे।

कार्यक्रम लगभग 1 घंटा व 30 मिनट तक का रहा जिसमे मुख्य अतिथि ज्ञान चन्द गुप्ता जी ने सबसे पहले सारि अभाविप इकाई बहुत बहुत धन्यवाद किया क्योंकि इस इकाई ने आज के इस दिन को एक अवसर से उत्सव बना दिया, और विक्रांत खण्डेलवाल जी ने केवल युवा दिवस की बधाई न देते हुए कार्यक्रम आगे बढ़ाया बल्कि स्वामी विवेकानंद जी की कहि बातों को एल चर्चा का रूप देते हुए सभी विद्यार्थियों से बात की व सभी का विद्यार्थी जीवन में भी और आने वाले भविष्य में भी आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन किया और सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित भी किया।

आज यह कार्यक्रम अभाविप कार्यक्रम न बनाते हुए व किसी संगठन का कार्यक्रम न बनाते हुए एक युवाओं द्वारा किया गया कार्यक्रम रहा जिसमे सभी युवाओं ने संकल्प लिया की वह अपने देश सदैव ही सर्वोपरी रखेंगे यह कार्यक्रम अभाविप जिला प्रमुख नरिंदर कुमार जी, अभाविप स्टूडेंट फ़ॉर सेवा प्रांन्त प्रमुख सुशील शास्त्री जी, जिला संयोजक बलराम भारद्वाज, जिला संगठन मंत्री कुणाल अहलूवालिया, प्रांन्त मीडिया सह संयोजक पुरनूर, नगर सह मंत्री निखिल भारद्वाज के द्वारा की गई व्यवस्था में हुआ और और अभाविप की सारी पंचकूला सेक्टर 1 महाविद्यालय का आभार अदा करती है क्योंकि उन्ही के नियंत्रण में वह इस युवा दिवस के कार्यक्रम को अच्छे से कर पाए। उनके स्टाफ की तरफ से मदद करने हेतु प्रधानचार्या डॉ अर्चना मिश्र जी, प्रोफ़ेसर अद्वित्य खुराना जी, प्रोफेसर पूनम रानी जी, और प्रोफेसर सुभाष जी का तहे दिल से धन्यवाद किया।

शहर को हरा-भरा बनाने के लिये पेड-पौधे अधिक से अधिक लगाये व साफ सफाई करने में शहरवासी अपना पूर्ण सहयोग दे ताकि पंचकूला स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में पहले नम्बर पर आये- मेयर कुलभूषण गोयल

शहर को हरा-भरा बनाने के लिये पेड-पौधे अधिक से अधिक लगाये। इसके साथ जहां कही भी गन्दगी मिले व साफ सफाई करने में शहरवासी अपना पूर्ण सहयोग दे ताकि पंचकूला स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में पहले नम्बर पर आये: मेयर कुलभूषण गोयल

पंचकूला,12 जनवरी:

 नगर निगम के मेयर कुलभूषण गोयल ने जिलावासियों से आग्रह करते हुये कहा कि वे शहर को स्वच्छ,सुन्दर व हरा-भरा बनाने के लिये अपना पूर्ण सहयोग दे और हरित क्रान्ति को बढावा देने  के लिये अधिक से अधिक पेड लगाये।

गोयल आज नगर निगम द्वारा सैक्टर-14 स्थित निगम कार्यालय के प्रांगण में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर आयोजित साईकिल रैली व  सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विवेकानंद की जयन्ती पर निगम द्वारा साईकिल रैली आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि इस साईकिल रैली को आयोजित करने का मुख्य उदेष्य शहर में बागवानी को बढावा देने के साथ-साथ प्लास्टिक के प्रयोग को बन्द करने का संदेश पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग से पेड-पौधे को बढावा देने की दिशा में बाधा उत्पन्न होती है।

गोयल ने कहा कि निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 को सफल बनाने की दिशा में विशेष अभियान चला कर लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं । उन्होंने इस बात पर बल देते हुये कहा कि स्वच्छता अभियान को जन आन्दोलन बनाना जरूरी है और इसमें सभी की भागीदारी अति आवश्यक है तभी हम 56वें स्थान से नम्बर 1 पर अवश्य आयेगें। उन्होंने शहरवासियों से विशेष तोैर पर अग्रह करते हुये कहा कि वे जहां भी किसी प्रकार की गन्दगी देखे वहां साफ सफाई करने में पूर्ण सहयोग दे।  उन्होंने कहा कि शहर में चहुमुंखी विकास के साथ-साथ वेस्ट प्रबन्धन के कार्य में भी तेजी लाई जा रही है और हम अवश्य ही स्मार्ट सिटी में शमिल होंगे।

इस मौके पर उन्होंने राजकीय कन्या महाविद्यालय सैक्टर-14 व राजकीय महाविद्यालय सैक्टर-1 के युवाओं का मनोबल बढाते हुये कहा कि कडाके की ठंड में साईकिल रैली में भाग लेने वाले युवा बडे खुश है। उन्होंने कहा कि जन-जन तक कोई भी सन्देश पहुंचाने के लिये युवा शक्ति उचित माध्यम  है। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि हमें उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपना कर ही खुश रह कर आगे बढ सकते है और अपनी मंजिल पा सकते है।

इस मौके पर नगर निगम के आयुक्त आर0के0सिंह ने अपने स्वागतीय भाषण में बोलते हुये कहा कि 12 जनवरी को हर वर्ष विवेकानंद की जयन्ती पर राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कडी में निगम की ओर से साईकिल रैली एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने युवाओं को परामर्ष देते हुये कहा कि हमें स्वामी विवेका नन्द के परस्त मार्ग का अनुसरण करते हुये मानसिक परिस्थितियों में भी मजबूत एवं खुश रह कर आगे बढना चाहिये तभी हम अपने लक्ष्य तक पहुंच सकेगें। उन्होंने कहा कि शहर में स्वच्छ सर्वेशण 2021 के सफलता के लिये युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि हम अवश्य ही शहरवासियों के सहयोग से नम्बर 1 आयेगें।

इस से पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत पर निगम के मेयर व आयुक्त ने परम्परागत दीप प्रज्जवलित करके की। इस मौके पर राजकीय महाविद्यालय-1 व 14 के महाविद्यालय के युवाओं ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। निगम के मेयर कुलभूषण गोयल व निगम आयुक्त आर0के0 सिंह ने साईकिल रैली को झण्डी दिखाकर रवाना किया। मेयर व आयुक्त तथा निगम ने अन्य अधिकारियों व पार्षदों ने स्वंय साईकिल चला कर युवाओं का मनोबल बढाया। यह साईकिल रैली शहर के मुख्य मार्गो से होते हुये सैक्टर-1 स्थित जिला सचिवालय के प्रागंण में पहुंची। साईकिल रैली में 100 साईकिलों पर युवाओं ने शहर के विभिन्न सैक्टरों में रैली के माध्यम से शहर को सुन्दर साफ सुथरा व हरा भरा बनाने का सन्देश दिया।

कार्यक्रम में मंच का संचालन जय भगवान कम्बोज ने किया। इस मौके पर कार्यक्रम में जिला पार्टी के उपाध्यक्ष उमेद सूद,निगम के संयुक्त आयुक्त सयम गर्ग,उप नगर आयुक्त दीपक सूरा,अधीक्षक अभियन्ता विजय गोयल,निगम के अन्य अधिकारियों सहित पार्षद भी उपस्थित रहे।

दोस्ती में विश्वास का क़त्ल, दोस्त ने अपने ही दोस्त को उतारा मौत के घाट

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • दोस्ती में विश्वास का क़त्ल, दोस्त ने अपने ही दोस्त को उतारा मौत के घाट।
  • गंगोह पुलिस की बड़ी क़ामयाबी, मर्डर की बन्द गुत्थी 48 घण्टों से भी कम समय में सुलझाई।

उत्तर प्रदेश में आये दिन रिश्तों को कलंकित करने वाली खबरें आम हो गयी है, लेकिन अब रिश्तों में विश्वास के भी कोई मायने नही रह गए है? आज एक ऐसा ही मामला थाना गंगोह क्षेत्र में सामने आया है जहां दोस्ती में विश्वास व रिश्तों का क़त्ल हुआ है, एक दोस्त ने अपने ही जिगरी दोस्त व उसके विश्वास को अपने ही मकान में दफ़न कर दिया, लेकिन शायद अपराधी को क्राइम करने से पहले यह सोच लेना चाहिये था कि उसका सामना गंगोह प्रभारी इंस्पेक्टर यगदत्त शर्मा से होने वाला है, अपने आपकों पाक शाक भले ही रख लिया हो लेकिन गंगोह पुलिस की गहनता से हुई जांच से उसका बचना मुश्किल ही नही न मुमकिन था,पुलिस ने उक्त मामलें की पूरी गुत्थी 48 घण्टों से भी कम समय में सुलझा कर रख दी और असली अपराधी को उसकी किये की सजा दिलाने में गंगोह पुलिस की प्रशंसा होना लाजमी है, क्योकि यहां एक ऐसा क्राइम हुआ था जिसमें गहरी दोस्ती पर विश्वास को बलि चढ़ाया गया, लेकिन पुलिस ने भी अपनी बेस्ट पुलिसिंग का परिचय देते हुए उक्त वारदात को खोलकर रख दिया।

मिली जानकारी के अनुसार जिगरी दोस्त सुनील पुत्र सुरेन्द्र निवासी ढलावली थाना गंगोह ने ही अपने सगे दोस्त ईश्वर उर्फ बिट्टू पुत्र कश्मीरा निवासी ग्राम कुंडाकला थाना गंगोह की हत्या कर शव को अपने ही मकान में दफ़न कर दिया था, बताया जा रहा है कि कातिल दोस्त ने ही दोस्त की हत्या से पहले खुदवाई थी कब्र, क़ातिल सुनील ने उसी गड्ढे में अपने जिगरी दोस्त बिट्टू की हत्या कर उसके शव को दबा दिया था, 7 तारीख से लापता था मृतक युवक बिट्टू, दोस्त ने ही रची हत्या की पूरी साज़िश, हत्या कर बिट्टू के शव को बोरी में डालकर अपने कमरे में खुदे गड्ढे में ही दबाया, ताकि किसी को भी शक न हो, पुलिस ने भी सतर्कता दिखाई और मामलें की तय तक पहुँची, परिजनों की सूचना पर पुलिस ने क़ातिल दोस्त को आलाकत्ल व एक साइकिल सहित बरामद कर किया गिरफ्तार, पुलिस ने गड्ढा खुदवा कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, थाना गंगोह क्षेत्र के गांव कुंडाकला की है पूरी वारदात, उक्त सनसनी वारदात का खुलासा करने वाली टीम में थाना गंगोह प्रभारी यगदत्त शर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक राधेश्याम, उपनिरीक्षक नन्दकिशोर शर्मा, हैड-कांस्टेबल निपेन्द्र सिंह, कॉन्स्टेबल-अजय राठी, राजीव कुमार, सन्नी कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहें।

बर्ड फ्लू से निपटने के लिए चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी जरूरी: जिलाधिकारी

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • बर्ड फ्लू से निपटने के लिए चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी जरूरी:जिलाधिकारी
  • प्रवासी पक्षियों का गहनता एवं गम्भीरतापूर्वक सर्विलान्स किया जाए, अखिलेश सिंह।

जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि एवियन एन्फलूएन्जा (बर्ड फ्लू) की संभावना को देखते हुए समय से जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने पशुपालन विभाग के कर्मियो को पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित कर चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी करते हुए संक्रमण या मृत पक्षियों के पाये जाने पर सूचना विकास भवन स्थित कंट्रोल रूम में दिये जाने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि एवियन एन्फलूएन्जा की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए समस्त उपकरणों/सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

अखिलेश सिंह आज यहां कलेक्ट्रेट सभागार में एवियन एन्फलूएन्जा (बर्ड फ्लू) की किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद में पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के स्थानों और वाहनों की निगरानी निगरानी की जाए। उन्होने कहा कि चेक पोस्ट पर यह भी सुनिश्चित किया जाये कि पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट बर्ड फ्लू मुक्त क्षेत्र से ही आपूर्ति किये गये है, इसका प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये जाने पर ही उन्हे जनपद में लाये जाने की अनुमति देंगे। उन्होंने कहा कि संक्रमण या मृत पक्षियों के सम्बन्ध में त्वरित कार्रवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सभी खण्ड विकास स्तर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित कन्ट्रोल रूम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होने कहा कि इससे संबंधित सभी विभाग अपने-अपने दायित्वों का भली प्रकार से निवर्हन करें। साथ ही किसी भी कार्य मे कहीं पर भी कोई लापरवाही न हो।

जिलाधिकारी ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में स्थापित पोल्ट्री फार्म की सूची अद्यतन करते हुए पक्षियों की संख्या का विवरण तथा पक्षियों के जनपद में आपूर्ति की सूचना तैयार की जाये जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्यवाही की जा सके। उन्होने कहा कि पोल्ट्री एवं प्रवासी पक्षियों का गहनता एवं गम्भीरतापूर्वक सर्विलान्स किया जाये। उन्होने कहा विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पोल्ट्री पालकों से लगातार सम्पर्क स्थापित किया जाये, जिससे पक्षियों की किसी भी असामयिक बीमारी एवं मृत्यु की दशा में तत्काल सूचना विभाग को मिल सके। जनपद में जंहा अधिकांश कुक्कुट इकाईयां है वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाये। 

अखिलेश सिंह ने कहा कि इस कार्य हेतु स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर पालिका/पंचायत अधिकारी, राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों से जनजारूकता किया जाये। जिससे किसी भी प्रकार की अफवाह न फैले। 

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बी0एस0शर्मा ने जनपद में पोल्ट्री पालकों को बताया कि पक्षियों को स्लाटरिंग साफ-सुथरे तरीकें से करें। बाहरी पक्षियों को बाने में न जाने दें। मुर्गियों को बाडे में ही रखें। केवल मुर्गियों की देखभाल करने वाला ही मुर्गी के बाडे में जाये। प्रत्येक 15 दिन पर बाडे की सफाई करें। पिंजरा साफ रखें। बर्तनों की सफाई रखें। शेड में कीटनाशक दवा डालें। नये चूजों को 30 दिन तक पृथक रखें। दूसरे फार्म का उपकरण इस्तेमाल करने से पहले कीटनाशक दवा से उपचार जरूर कर लें। उन्होने कहा कि 70 डिग्री सेंटीगे्रट पर 30 मिनट उबालने पर बर्ड फ्लू का वायरस मर जाता है। इसलिए मीट/अण्डों का अच्छे से उबालकर खाने से किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा नही है।डा0 बी0एस0शर्मा ने बताया कि विकास भवन में नोडल अधिकारी डा0 सुभाष मलिक मो0नं0- 7668841436 के निर्देशन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। कंट्रोल रूम के अन्य नम्बर टेलीफोन नं0- 0132-2765275 एवं मोबाईल नम्बर – 9411208638 है। 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह, जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव, नोडल अधिकारी डा0 सुभाष मलिक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डा0 बी0एस0शर्मा तथा संबंधित विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

24 स्थानों पर दूसरे चरण की ड्राई रन का सफल संचालन

राहुल भारद्वाज सहारनपु:

  • 24 स्थानों पर दूसरे चरण की ड्राई रन का सफल संचालन।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में 31 सेंशन तथा शहरी क्षेत्रों में 16 सेंशन आयोजित।

जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के निर्देशन में  कोविड-19 टीकाकरण अभियान के ड्राई रन का सफल संचालन हुआ। उन्होंने ड्राई रन के सफल संचालन तथा ड्राई रन को पूरा करने के लिए की गयी व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण के लिए 24 स्थानों पर 54 सेंशन आयोजित किये गये। कोविन पोर्टल पर सेसन साईट का निर्धारण, वैक्सीन आवंटन तथा वैक्सीन एवं प्रत्येक सत्र के लिये 15 लाभार्थियों को अपलोड किया गया। चिन्हित सेशन पर कार्य करने वाले वैक्सीनेटर्स, सहयोगी कर्मियों तथा संबंधित चिकित्सा इकाई के प्रभारी चिकित्साधिकारी का प्रशिक्षण किया गया है।

डी एम अखिलेश सिंह आज नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नेहरू मार्किट, एस0बी0डी0 जिला चिकित्सालय में ड्राई रन पर आयोजित पूर्वाभ्यास में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. एस. चनप्पा एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 बी0एस0सोढी उपस्थित रहें तथा ड्राई रन के कार्यों का निरीक्षण के साथ ही स्वंय जनपदीय कोल्ड चैन, सहारनपुर का भी निरीक्षण किया गया। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 बी0एस0सोढी ने बताया कि अन्र्तविभागीय समन्वय के लिये जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर ड्राई रन के सफल क्रियान्वयन हेतु रणनीति तैयार की गयी थी। उन्होंने कहा कि सभी विभागों का अपेक्षित सहयोग प्राप्त हुआ। चिन्हित सेशन पर कार्य करने वाले वैक्सीनेटर्स, सहयोगी कर्मियों तथा संबंधित चिकित्सा इकाई के प्रभारी चिकित्साधिकारी का प्रशिक्षण दिया गया है। 

डाॅ0 बी0एस0सोढी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवबंद पर चार सेंशन किए गए। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगोह, नागल, रामपुर मनिहारान, पुवांरका, बेहट, सरसावा व मुजफ्फराबाद में 3-3, फतेहबाद व हरोरा में एक-एक नकुड़, ननौता में 2-2, राजकीय मेडिकल काॅलेज में 3 तथा समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुनहेटी खेडखड़ी में 4 सेशन आयोजित किये गये। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार शहरी क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में 4-4 सेंशन आयोजित हुए। जबकि नेहरू मार्किट, हल्लापुर, अमन विहार, महीपुरा, गढ़ी मलूक, अशोक विहार, केयर हाॅस्पिटल दिल्ली रोड़ तथा तारावती हाॅस्पिटल में एक-एक सेशन आयोजित किये गये। उन्होंने बताया कि सभी जगह ड्राई रन का सफल आयोजन हुआ।

शैक्षणिक सत्र 2021-22 में नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने के लिए शिक्षा विभाग को उचित दिशानिर्देश जारी करने की जनहित याचिका दायर

याचिका में कहा गया है कि इस तरह का माहौल COVID-19 महामारी के मद्देनजर नर्सरी के बच्चों को प्रदान करना संभव नहीं है, क्योंकि फिजिकल कक्षाएं प्रतिबंधित कर दी गई हैं और ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ सत्र जारी है। ऐसी स्थिति में स्कूलों के लिए उपयुक्त होगा कि वे 3 से 4 वर्ष की आयु के लिए नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश न दें, क्योंकि नर्सरी शिक्षा का प्राथमिक उद्देश्य तब तक पराजित रहता है जब तक ऑनलाइन कक्षाएं नहीं होती हैं

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

दिल्ली हाईकोर्ट में दिल्ली राज्य सरकार के शिक्षा विभाग को निर्देश देने की मांग करने वाली एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है, जिसमेंं स्कूलों को नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने के लिए शिक्षा विभाग को उचित दिशानिर्देश जारी करने की मांंग की गई है। इसमें कहा गया है कि शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए नर्सरी क्लास के उद्देश्य को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पूरा नहीं किया जा सकता।

याचिका का बैकग्राउंड

याचिकाकर्ता रजत वत्स ने इस वर्ष शैक्षणिक सत्र के लिए नर्सरी प्रवेश की छूट पर विचार करने के लिए दिल्ली शिक्षा विभाग को निर्देश देने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिकाकर्ता के अनुसार, नर्सरी शिक्षा का उद्देश्य छोटे बच्चों के लिए एक पर्याप्त प्ले स्कूल का माहौल है, जो कि नर्सरी शिक्षा के बाद के समान स्कूली माहौल से परिचित हो सकेंं। याचिका के अनुसार, नर्सरी शिक्षा बच्चों को उनके शारीरिक और भावनात्मक रूप से अच्छी तरह से बड़े होने के साथ-साथ उन्हें उच्च कक्षाओं में प्रमोट करने के लिए तैयार करने के लिए स्कूली व्यवहार विकसित करती है।

यह भी पढ़ें – बीसीआई के एक वर्षीय एलएलएम कोर्स को खत्म करने की अधिसूचना को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती

याचिका में कहा गया है कि इस तरह का माहौल COVID-19 महामारी के मद्देनजर नर्सरी के बच्चों को प्रदान करना संभव नहीं है, क्योंकि फिजिकल कक्षाएं प्रतिबंधित कर दी गई हैं और ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ सत्र जारी है। ऐसी स्थिति में स्कूलों के लिए उपयुक्त होगा कि वे 3 से 4 वर्ष की आयु के लिए नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश न दें, क्योंकि नर्सरी शिक्षा का प्राथमिक उद्देश्य तब तक पराजित रहता है जब तक ऑनलाइन कक्षाएं नहीं होती हैं।

याचिका यह भी कहती है कि ऑनलाइन क्लास कल्चर के माध्यम से छोटे बच्चों को नर्सरी शिक्षा प्रदान करने की दिल्ली सरकार की एनसीटी की ऐसी कार्यवाही से भारत के संविधान के अनुचछेद 14 और 21 के तहत माता-पिता और बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन होता है।

बीसीआई के एक वर्षीय एलएलएम कोर्स को खत्म करने की अधिसूचना को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती

याचिका में यह भी कहा गया है कि उक्त नियम अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के प्रावधानों का उल्लंघन है। याचिकाकर्ता के अनुसार, नियमों में किए गए संशोधन भारत के संविधान के तहत पेशे की प्रैक्टिस के अधिकार का उल्लंघन करते हैं और बीसीआई की ओर से एक साल के एलएलएम पाठ्यक्रम को समाप्त करने का कोई उचित औचित्य नहीं है।

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

भारत में एक साल के एलएलएम कोर्स को खत्म करने की बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) की हालिया अधिसूचना को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की गई है।

याचिकाकर्ता एक लॉ स्टूडेंट तमन्ना चंदन ने अपनी याचिका में शिक्षा के अपने मौलिक अधिकार का उल्लंघन होने का हवाला देते हुए बार काउंसिल ऑफ इंडिया लीगल एजुकेशन (पोस्ट ग्रेजुएट, डॉक्टोरल, एग्जीक्यूटिव, वोकेशनल, क्लिनिकल एंड अदर कंटीन्यूइंग एजुकेशन) रूल्स, 2020 को चुनौती दी है।

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अधिवक्ता राहुल भंडारी के माध्यम से दायर याचिका में यह भी कहा गया है कि उक्त नियम अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के प्रावधानों का उल्लंघन है। याचिकाकर्ता के अनुसार, नियमों में किए गए संशोधन भारत के संविधान के तहत पेशे की प्रैक्टिस के अधिकार का उल्लंघन करते हैं और बीसीआई की ओर से एक साल के एलएलएम पाठ्यक्रम को समाप्त करने का कोई उचित औचित्य नहीं है।

याचिका में एक और तर्क दिया गया है कि यूजीसी, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अधिकार क्षेत्र में भारत में उच्च कानूनी शिक्षा के नियमों को विनियमित करने की बीसीआई को शक्ति प्राप्त नहीं है।

बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया लीगल एजुकेशन (पोस्ट ग्रेजुएट, डॉक्टोरल, एग्जीक्यूटिव, वोकेशनल, क्लीनिकल एंड अदर कंटीन्यूइंग एजुकेशन) रूल्स, 2020 को अधिसूचित किया है, जिसमें लॉ (एलएलएम) में एक साल की मास्टर डिग्री को खत्म करने का प्रयास किया गया है।

नए नियमानुसार,

नए नियम में कहा गया कि पोस्ट ग्रेजुएट (स्नातकोत्तर डिग्री) लॉ में मास्टर डिग्री एलएलएम चार सेमेस्टर में दो साल की अवधि का होगा। इसके अलावा, एलएलएम पाठ्यक्रम केवल कानून स्नातक तक ही सीमित है।