छ: साल पहले अपने आपको हिन्दु हितैषी कहने वाली भाजपा की सरकार हरियाणा में बनी तो मेवात के इलाके मे रहने वाले हिन्दु परिवारो को कुछ उम्मीद बंधी लेकिन छ: साल इस सरकार के गुजरने के बाद भी हालात सुधरने के बजाये बदतर होते जा रहे है, अपने आपको हिन्दु हितैषी कहने वाली सरकार भी इन घटनाओ को रोकने मे नाकाम साबित हो रही है और इलाके के हिन्दु परिवार अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं।
सारिका तिवारी, पंचकुला/ मेवात:
हरियाणा के मेवात क्षेत्र मे रहने वाले हिन्दुओं के मूल अधिकारों की रक्षा के लिये सर्वोच्च न्यायालय मे एक याचिका दाखिल की गयी है जिसमें मेवात क्षेत्र और उसके आसपास के इलाके मे आये दिन हिन्दु बहन बेटियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, अपहरण, बलात्कार, हत्या जैसी घटनाओ पर एस आई टी जांच की मांग की है।
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याचिका मे एक न्यूज चैनल द्वारा मेवात इलाके मे आये दिन हिन्दु परिवारो को प्रताडित करने की खबर की सीरीज का भी हवाला दिया गया है
पिछले दिनो बल्लभगढ मे एक लव जिहाद का मामला सामने आया जिसमें तौफीक नामक मुस्लिम युवक ने निकिता तोमर नाम की लडकी को धर्म परिवर्तन और प्यार न करने की सजा सरेराह गोली मारकर उसकीहत्या कर दी थी जो कि सीसीटिवी मे सारा मामला रिकार्ड हो गया जो कि सोशल मिडिया पर बडी तेजी से वायरल हुआ तथा चैनलो ने प्रसारित भी किया।
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इस याचिका को रंजना अग्निहोत्री, शिशिर चतुर्वेदी,जितेन्द्र सिंह, आशुतोष मिश्रा,करुणेश शुक्ला ने दायर किया है।
इस याचिका मे कहा गया है कि इस इलाके मे मुस्लिम समुदाय बहुतायत मे है जिसके चलते वहां रहने वाले हिन्दुओं की दशा दयनीय है ऐसी स्थिति मे हिन्दु परिवारों को वहां से भगा दिया जा रहा है या उनके कत्ल किये जा रहे है या इस्लाम धर्म स्वीकार करने को मजबूर किया जा रहा है। सर्वोच्च न्यायालय मे दायर याचिका मेवात इलाके और आसपास के इलाके मे रहने वाले हिन्दु परिवारों की सम्पत्ति, जमीन,मन्दिर,शमशान आदि वापिस दिलाये जाने की मांग की है।
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जैसा कि विदित है कि मेवात इलाके मे हिन्दु बहन बेटियां सुरक्षित नही है आये दिन लूट, मारपीट,धर्मांतरण, हत्या,बलात्कार, गैंगरेप, की शिकार होती है लेकिन वोटों की राजनीति के चलते कोई कार्यवाही नही होती। छ:: साल पहले अपने आपको हिन्दु हितैषी कहने वाली भाजपा की सरकार हरियाणा में बनी तो मेवात के इलाके मे रहने वाले हिन्दु परिवारो को कुछ उम्मीद बंधी लेकिन छ: साल इस सरकार के गुजरने के बाद भी हालात सुधरने के बजाये बदतर होते जा रहे है, अपने आपको हिन्दु हितैषी कहने वाली सरकार भी इन घटनाओ को रोकने मे नाकाम साबित हो रही है और इलाके के हिन्दु परिवार अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं।
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याचिका में कहा गया है कि तबलीगी जमात के संरक्षण में मुस्लिमों ने धीरे-धीरे अपनी शक्ति बढ़ाई है। हिन्दुओं की संख्या बीस फीसदी से घटकर अब दस-ग्यारह फीसदी रह गई है। हिन्दुओं से जबरन धर्मांतरण करवाया जा रहा है। याचिका में 31 मई के चार सदस्यीय कमेटी के उस रिपोर्ट का हवाला दिया है, जो कमेटी इलाके के कई गांवों में गई थी और हरियाणा के मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। याचिका में कहा गया है कि मेवात-नूंह में 431 गांव हैं, जिसमें से 103 गांवों में हिन्दू बिल्कुल नहीं हैं। 82 गांवों में केवल चार से पांच हिन्दू परिवार ही बचे हैं।
जब सरकार से उम्मीद टूट जाती है तब न्यायालय की शरण मे जाने को मजबूर होते है और यही कार्य रंजना अग्निहोत्री, जितेन्द्र सिंह,शिशिर चतुर्वेदी, आशुतोष मिश्रा,करुणेश शुक्ला ने किया है जिससे मेवात के हिन्दु परिवारो को एक बार फिर उम्मीद की किरण नजर आई है।