कमलनाथ के करीबी प्रद्युमान सिंह भाजपा में शामिल, बने नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष

  • एमपी में प्रद्युम्न सिंह लोधी को बनाया गया नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष
  • प्रदीप जायसवाल को मध्य प्रदेश राज्य खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया गया

एक ओर जहां सबकी निगाहें राजस्थान में सचिन – गहलोत प्रकरण पर लगीं थीं वहीं उमा भारती की नाराजगी मिटाने के लिए मध्यप्रदेश में प्रद्युमान सिंह लोधी को भाजपा में शामिल करवा लिया गया। बीजेपी में शामिल होने से पहले प्रद्युम्न सिंह लोधी पहले श्यामला हिल्स स्थित उमा भारती के बंगले पहुंचे और वहां पर मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने सीएम हाउस गए. सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मिठाई खिलाई और बीजेपी में उनका स्वागत किया. इसके बाद सभी नेता बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और वहां विधिवत रूप से प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली.

दिल्ली(ब्यूरो):

मध्य प्रदेश में एक और कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया है. इसके साथ ही अब उन्हें रविवार को नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं निर्दलीय कोटे से विधायक प्रदीप जायसवाल को मध्य प्रदेश राज्य खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया गया है.

एक तरफ जहां राजस्थान में सियासत गर्मा रही है तो वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला अभी भी चल रहा है. कांग्रेस के विधायक रहे प्रद्युम्न सिंह लोधी आज ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. वहीं बीजेपी में आने के साथ ही लोधी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है.

उमा भारती की नाराजगी का असर?

प्रद्युम्न सिंह लोधी का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस को झटका देने से ज्यादा उमा भारती की नाराजगी को दूर करने के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उमा भारती की नाराजगी सामने आई थी. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को एक संदेश भेजते हुए मंत्रिमंडल में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन ना होने की वजह से नाराजगी जाहिर की थी. माना जा रहा है कि उमा की इसी नाराजगी को दूर करने के लिए बड़ा मलहरा से विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी को बीजेपी में शामिल कराया गया है. खुद उमा भारती भी इस सीट से विधायक रह चुकी हैं.

इसके साथ ही उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. प्रद्युम्न सिंह लोधी कांग्रेस की तरफ से बड़ा मलहरा क्षेत्र के विधायक रहे हैं. हालांकि उन्होंने विधायकी से अपनी इस्तीफा प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को सौंप दिया है और स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने लोधी का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में लोधी ने बीजेपी ज्वॉइन की है. इससे पहले मार्च में कांग्रेस के 22 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गयी थी. वहीं लोधी के बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट के माध्यम से उनका अभिनंदन किया.

प्रदीप जायसवाल खनिज निगम के अध्यक्ष

इसके अलावा निर्दलीय कोटे से विधायक प्रदीप जायसवाल को मध्य प्रदेश राज्य खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रदीप जायसवाल शिवराज सरकार को समर्थन दे रहे हैं. इससे पहले वो निर्दलीय कोटे से कमलनाथ सरकार में खनिज मंत्री थे लेकिन कमलनाथ के इस्तीफा देते ही बीजेपी को समर्थन दे दिया था.

अब 25 सीटों पर होगा उपचुनाव

प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी में शामिल होने से पहले विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. बीजेपी में औपचारिक तौर पर उनके शामिल होने के कुछ वक्त पहले ही विधानसभा सचिवालय की ओर से उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया. और बड़ा मलहरा सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है. इस सीट के खाली होने के बाद अब मध्य प्रदेश में 24 के बजाय 25 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होगा. इससे पहले कांग्रेस के 22 विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे, जबकि दो सीटें विधायकों के निधन की वजह से खाली हुई हैं.

सचिन द्वारा 30 विधायकों और कुछ निर्दलियों के साथ के दावे के साथ अल्पमत में गहलोत सरकार

राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर संकट गहराता जा रहा है। अपने गुट के विधायकों सहित बागी सुर लेकर दिल्ली पहुँचे उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पुराने कॉन्ग्रेसी नेता व साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली में रविवार (12 जुलाई, 2020) को तब हुई जबकि आज के ही दिन शाम में सचिन पायलट और राहुल गाँधी की मुलाकात होनी थी। पार्टी के सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने पायलट से फोन पर बात कर सचिन को समझा दिया था और यह भी दावा किया गया की पायलट राहुल की बात मान गए हैं और अगले दिन गहलोत के घर होने वाली बैठक में सुरजेवाला और माकन के साथ शामिल होंगे। सचिन ने बैठक में न शामिल होने की बात कह कर पार्टी के दावे की पोल खोल दी। इधर सचिन खेमे से यह दावा किया जा रहा है की कॉंग्रेस के 30 विधायक और कुछ स्वतंत्र विधायक भी उनके साथ हैं। इस दावे के साथ ही गहलोत की सरार अल्पमत में आ जाती है।

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़:

राजस्थान में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कॉन्ग्रेस सरकार का संकट गहरा गया है। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने साथ 30 विधायकों के होने का दावा किया है। सूत्रों के अनुसार सोमवार को कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक में भी वे शामिल नहीं होंगे।

मुख्यमंत्री गहलोत ने आज (जुलाई 12, 2020) रात पार्टी के विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इसमें 90 विधायकों के उपस्थित होने का दावा किया जा रहा है। कॉन्ग्रेस विधायक राजेंद्र गुड्डा ने कुछ बीजेपी विधायक के भी साथ होने की बात कही है।

पार्टी सूत्रों से जानकारी मिली है कि पायलट कल यानी सोमवार (जुलाई 13, 2020) की सुबह होने वाली कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। पायलट के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि 30 से ज्यादा कॉन्ग्रेस विधायक और कुछ निर्दलीय विधायक पायलट के समर्थन में हैं। यदि उनका दावा सही है तो कॉन्ग्रेस सरकार अल्पमत में आ चुकी है।

बैठक सुबह 10.30 बजे मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर होगी। सभी विधायकों को जयपुर पहुँचने को कहा गया है। इस बैठक में वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और अविनाश पांडे भी शामिल होंगे। ये यहाँ पर विधायकों से बातचीत करेंगे।

राजस्थान में सत्ताधारी कॉन्ग्रेस सरकार के लिए संकट के बादल गहराते जा रहे हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी (विशेष संचालन समूह) की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट विधायकों के साथ दिल्ली पहुँचे हैं।

पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस बताया जा रहा है। एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत अन्य मंत्रियों को भी नोटिस भेजा है। हालाँकि, सीएम ने कहा है कि यह सामान्य प्रक्रिया है। नोटिस के बाद पायलट समर्थक विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दी हैं और अब अशोक गहलोत के साथ काम करना असंभव है।

गौरतलब है कि करीब पौने दो साल पहले राजस्थान में सत्ता में आई कॉन्ग्रेस 23 दिन पहले राज्यसभा चुनाव के बाद पूरी तरह सुरक्षित नजर आ रही थी। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी आलाकमान आश्वस्त थे कि उनकी सरकार के पास पूरा बहुमत है और पाँच साल कोई मुश्किल होने वाली नहीं है, लेकिन गहलोत सरकार अब संकट से घिरती नजर आ रही है।

गहलोत और पार्टी आलाकमान की मुश्किलें उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट व उनके समर्थकों ने बढ़ा दी हैं। रविवार को दिनभर जयपुर से लेकर दिल्ली तक कॉन्ग्रेस की गतिविधियाँ तेज रहीं। गहलोत की दिन में कई बार राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल व राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे से बात हुई। गहलोत से बात होने के बाद पांडे ने पायलट से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो सकी।

बता दें कि अशोक गहलोत सुबह से ही अपने आवास पर कॉन्ग्रेस के विधायकों और मंत्रियों से मिल रहे हैं। सभी मंत्रियों और विधायकों को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र को छोड़कर जयपुर पहुँचे। इससे पहले कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसते हुए कहा था कि क्या कॉन्ग्रेस तभी जागेगी, जब उसके अस्तबल से घोड़े चले जाएँगे?

वहीं पायलट अपने पुराने साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले थे। जिसके बाद सिंधिया ने राजस्थान की सियासी हालात को निराशाजनक बताते हुए कहा था कि कॉन्ग्रेस में काबिलियत की कद्र नहीं है। बताया जा रहा है कि पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सचिन पायलट को मिलने के लिए बुलाया था लेकिन वो नहीं पहुँचे। अब दोनों की फोन पर बातचीत हो रही है। राहुल गाँधी के दफ्तर के अधिकारियों का कहना है कि दोनों नेताओं की फोन पर ही बातचीत हो रही है।

इससे पहले अशोक गहलोत खेमे के अधिकारियों ने सचिन पायलट के बीजेपी के साथ संपर्क में होने का भी आरोप लगाया था। हालाँकि फिलहाल अभी तक कुछ साफ नहीं हो पाया है। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि तमाम घटनाक्रम, इस बात का सबूत हैं कि कॉन्ग्रेस के भीतर अंतर्कलह चरम पर है। मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री हैं और विभाग के मुखिया को एक साधारण  डिप्टी एसपी द्वारा नोटिस दिया जाना ताज्जुब की बात है।

इससे पहले पायलट ने शनिवार देर रात दिल्ली में अहमद पटेल से मुलाकात की थी। पायलट ने अहमद पटेल से मुलाकात के बाद रविवार को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी व राहुल गाँधी को साफ संदेश पहुँचा दिया था कि गहलोत उन्हें साइडलाइन करने में जुटे हैं, जिसे वे स्वीकार नहीं करेंगे।

कहीं सिंधिया पायलट की राह न हों लें छत्तीसगढ़ के सिंहदेव

रविरेन्द्र वशिष्ठ, चंडीगढ़:

राजस्‍थान के डिप्‍टी सीएम सचिन पायलट की नाराजगी बरकरार है. इसी वजह से वह सोमवार सुबह 10.30 बजे होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे. जबकि पायलट के नजदीकी लोगों ने कहा कि 30 विधायकों के उनके समर्थन में आने से सरकार अल्पमत में है.

राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार पर संकट के बादल घने होने के साथ ही एक बार फिर छत्तीसगढ़ को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। वैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस सरकारों की आतंरिक कलह से अकाल मौत के कयास उस दिन ही लगने शुरू हो गए थे, जब 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद तीनों राज्यों के लिए राहुल गाँधी ने मुख्यमंत्री फाइनल किया था। वैसे बात करें तो नाम सोनिया और प्रियंका ने चुने थे राहुल तो अपने युवा साथियों के पक्ष में थे लेकिन सोनिया राहुल के समकक्ष किसी भी युवा को एक सक्षम प्रशासक के तौर पर स्थापित होते नहीं देख सकतीं।

जिस तरह मध्य प्रदेश में ज्योतिदारित्य सिंधिया अपनी उपेक्षा से आहत थे, उसी तरह राजस्थान में भी सचिन पायलट को अपनी मेहनत की मलाई अशोक गहलोत को सौंपा जाना खटक रहा था। छत्तीसगढ़ में टीएस सिंहदेव को खुद के छले जाने का अहसास हो रहा था। पहल सिंधिया ने की। अब लपटें पायलट के खेमे से निकल रही है और सोशल मीडिया में सिंहदेव के भी जल्द धधकने के दावे किए जा रहे हैं।

यह सच है कि सियासी बाजियाँ सोशल मीडिया के पोस्ट के हिसाब से नहीं चली जातीं। लेकिन, यह भी उतना सच है कि सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार तभी गर्म होता है, जब खिचड़ी पक रही होती है। हालाँकि सिंहदेव अभी भी इन दावों को खारिज कर रहे हैं। पहले भी खारिज किया था।

मध्य प्रदेश में सिंधिया की बगावत के बाद उन्होंने कहा भी था, “लोग दावे करते रहें लेकिन मैं भाजपा में शामिल नहीं होऊँगा। सौ जीवन मिलने के बाद भी मैं उस विचारधारा से कभी नहीं जुड़ूँगा। जो व्यक्ति मुख्यमंत्री नहीं बन पाने के कारण भाजपा में शामिल होता है, उसे कभी सीएम नहीं बनना चाहिए।”

लेकिन, हम सब जानते हैं कि नेता बयानों के हिसाब से नहीं चलते। वे फैसले अपने सियासी भविष्य को देखकर करते हैं। कॉन्ग्रेस में ये बगावत मुख्यमंत्री बनने की भी नहीं है। यदि ऐसा होता तो शिवराज की जगह सिंधिया को मध्य प्रदेश का सीएम होना था।

असल में यह आत्मसम्मान बचाने की लड़ाई है। हाईकमान लगातार इनकी उपेक्षा कर रहा है। पार्टी जिस तरीके से चलाई जा रही उससे इनकी असहमति है। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से लेकर चीन से सीमा विवाद तक के मसलों पर पार्टी स्टैंड ने कई नेताओं को असहज कर रखा है। सबसे बड़ी बात अपने-अपने राज्य के डिप्टी सीएम होने के बावजूद न तो पायलट की सरकार में सुनी जाती है और न सिंहदेव की।

लिहाजा इनके पास विकल्प सीमित हैं। या तो अपनी ही सरकार में उपेक्षित बने रहे या फिर उस रास्ते चलें जो सिंधिया ने चुना। राजस्थान में सियासी घटनाक्रम जिस तरह से चल रहे हैं उससे स्पष्ट है कि पायलट ने फैसला कर लिया है।

खबरों के अनुसार, राजस्थान के कॉन्ग्रेस के 24 विधायक हरियाणा और दिल्ली स्थित होटलों में पहुँच गए हैं। भयभीत राज्य सरकार ने सभी सीमाओं को सील कर दिया है। ऊपरी तौर पर तो कहा जा रहा है कि ये कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया है, लेकिन इसे कॉन्ग्रेस के भीतर भारी अंदरूनी फूट को दबाने और विधायकों को बाहर जाने से रोकने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अधिकतर कॉन्ग्रेस विधायकों का फोन स्विच ऑफ है।

इधर मुख्यमंत्री गहलोत ने भी आज रात पार्टी विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई। पायलट के अहमद पटेल से भी मिलने की खबरे हैं। ऐसे में पूरी राजनीतिक तस्वीर स्पष्ट होने में मध्य प्रदेश की तरह ही कुछ वक्त लग सकता है।

यहाँ यह भी गौर करने वाली बात है कि पायलट ने अचानक से सियासी पारा तब चढ़ाया है, जब प्रदेश सरकार को गिराने की कथित साजिशों के मद्देनजर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने उन्हें और गहलोत को बयान जारी करने का नोटिस भेजा है। साथ ही कुछ कॉल रिकॉर्ड भी हैं जो बताते हैं कि कॉन्ग्रेस में खेमेबंदी जोरों पर है।

ऐसे ही एक कॉल के दौरान बातचीत में यह बात सामने आई कि महेन्द्रजीत सिंह मालवीय पहले उप मुख्यमंत्री के साथ थे, अब उन्होंने पाला बदल लिया है। ऐसे में पायलट को यह भी चिंता सता रही होगी कि अब और देरी करने पर गहलोत एक-एक कर उनके समर्थकों को तोड़ उन्हें अलग-थलग कर सकते हैं।

पर उनके इस कदम ने छत्तीसगढ़ कॉन्ग्रेस की आंतरिक कलह को भी चर्चा में ला दिया है। सिंहदेव ने बीते महीने ही विधानसभा चुनाव के वक्त जारी कॉन्ग्रेस के जन-घोषणा पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं होने को लेकर सरकार से नाराज होने के संकेत दिए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “सभी बेरोज़गार शिक्षा कर्मियों, विद्या मितान, प्रेरकों एवं अन्य युवाओं की पीड़ा से मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूँ।”

यही कारण है कि सोशल मीडिया में उनको लेकर भी पोस्ट की भरमार है। जैसा कि जशपुर के रहने वाले विवेकानंद झा लिखते हैं, “माना कि ठाकुर के हाथ नजर नहीं आते। पर ये हाथ न होते तो जय-वीरू जेल से आजाद न होते। सूत्रों की मानें तो ठाकुर भी जल्द ज्वाइन करेंगे जय-वीरू को।”

ठाकुर यानी टीएस सिंहदेव। वे सरगुजा के राजा भी हैं। मुख्यमंत्रियों का ऐलान करते हुए राहुल गाँधी ने सिंधिया और पायलट को भविष्य बताकर संकेत दिया था कि आगे उन्हें भी मौका मिल सकता है। पर 67 साल के सिंहदेव को लेकर ऐसा कोई भरोसा उन्होंने भी नहीं दिया था। सो, सिंहदेव भी जानते ही होंगे कि उनके पास सिंधिया और पायलट के उलट मौके भी सीमित ही हैं।

“अधिवक्ताओं के वृतिक आचार और न्यायिक अवमानना” विषय पर ई-व्याख्यान आयोजित

भूमिका चौबीसा, उदयपुर :

अधिवक्ता परिषद् महिला टोली की ओर से आज दिनांक 12 जून 2020 रविवार को “अधिवक्ताओं के वृतिक आचार और न्यायिक अवमानना” विषय पर ई-व्याख्यान आयोजित किया गया।

विषयवेत्ता मा.उच्चतम न्यायालय की एडवोकेट ऑन रेकॉर्ड  एवं  उप-महाधिवक्ता व पुर्व सचिव, अधिवक्ता परिषद् (उच्चतम न्यायालय, दिल्ली इकाई) मा. अंकिता जी चौधरी रही।

  विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए  विभिन्न  न्यायिक दृष्टांत के माध्यम से एवं कॉविड की चुनौतियों का सामंजस्य रखते हुए बेहद सरल शब्दों के द्वारा अपने विचारों को साझा किया। वृतिक आचार में गणवेश और प्रस्तुतीकरण दोनों के कार्यक्षेत्र मे प्रभाव को भी समझाया। अंत में समस्याओं को प्रश्न के माध्यम से प्रतिभागियों द्वारा पूछे जाने पर  उनके समाधान भी किये गए।

  कार्यक्रम की संयोजिका एडवोकेट भूमिका चौबीसा ने बताया कि अधिवक्ता परिषद् से  कई  महिला अधिवक्ताओ के अतिरिक्त इकाई समन्वयक महेन्द्र जी ओझा, उपाध्यक्ष अजय जी चौबीसा, महिपाल सिंह जी चुण्डावत, बबीता जी जैन, विधि विद्यार्थी विनीता पालीवाल, जया कंठालिया आदि उपस्थित रहे।  संपूर्ण उदयपुर विभाग से स्वाति जी पारीक, सोनल जी राठौड़,  सरोज जी भंडारी,  मोनिका जी कलाल, महिला अधिवक्ताओं की सशक्त उपस्थिति रही तथा सोनल जी विजय (कोटा),  अंकिता जी वाधवा(उच्चतम न्यायालय)की विशेष रूप से भागीदारी रही।

अपर मोहल्ला नजदीक कमेटी हाउस कालका, मोहल्ला भैरों की सैर कालका कंटेनमेंट जोन घोषित

पंचकूला 12 जुलाई :

उपायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने आदेश जारी कर अपर  मोहल्ला नजदीक कमेटी हाउस कालका, मोहल्ला भैरों की सैर कालका में कोरोना पोजिटिव मामले पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेते हुए इन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। इसके साथ लगता बफर जोन में रहेगा। इसके अलावा रायपुररारानी के कंटेनमेंट जोन को खोल दिया गया है।

उपायुक्त के  आदेशानुसार इन कंटेनमेंट जोन के एसडीएम राकेश संधु ओवर आल इंचार्ज होंगें व तहसीलदार वीरेन्द्र गिल उनकी सहायता करेंगे। इसके अलावा सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर रोगी को आईसोलेट करने के अलावा चिकित्सकों की टीमों का गठन कर घर घर स्क्रीनिंग एवं सांस व फ्लू आदि से ग्रस्त लोगों की जाचं एवं नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के साथ ही रोगियों के कंटेक्ट में पहले व अब तक रहे लोगों की पहचान एवं जांच का कार्य करेंगे।
जारी आदेशानुसार कंटेनमेंट जोन एवं बफर जोन में  पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मचारियों की तैनाती एवम् नाके लगवाना सुनिश्चित करेंगें। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक आवश्यक सेवाओं की पूर्ति तथा कार्यकारी अभियंता उत्तर हरियाणा बिजली निगम बिजली सप्लाई तथा कार्यकारी अभियंता जन स्वास्थ्य विभाग को पेयजल सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 

रक्तदान शिविर में 141 ने किया रक्तदान- गुप्ता

प्ंचकूला 12 जुलाई :

कोरोना महामारी व गर्मी के प्रकोप के चलते अस्पतालों में आयी रक्त की कमी को पूरा करने हेतू विश्वास फाउंडेशन ने गाँव चण्डी कोटला के मिडल स्कूल के प्रांगण मे आजाद हिंद ग्रुप व भाजपा कार्यकर्ताओ द्वारा रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्घाटन विधानसभा स्पीकर व विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने ज्योति प्रज्वलित कर किया। उन्हांेने स्वैच्छा से रक्तदान करने वालों को बैज लगाकर सम्मानित किया।

शविर सुबह शुरू हुआ और दोपहर 300 बजे तक चला। रक्त एकत्रित करने के लिए ब्लड बैंक सिविल अस्पताल सेक्टर-6 पंचकूला की टीम ने सहयोग किया। डॉक्टर मनोज त्यागी की निगरानी में रक्त एकत्रित किया गया। जिसमें 164 लोगों ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया। शिविर में कुल 141 रक्तदानियों ने अपनी स्वेच्छा से रक्तदान किया।

  इनके साथ विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास व इसके अलावा जिला के अध्यक्ष दीपक शर्मा, जिला महामंत्री हरेंद्र मलिक, मंडल अध्यक्ष संदीप यादव, मंडल महामंत्री राकेश वाल्मीकि, शक्ति प्रमुख धर्म पाल शर्मा, डॉ सतीश, अनिल, राजेश (छोटू), गुरचरण, दीपक, बोबी, भूपेंद्र सिंह, आजाद हिंद ग्रुप की और से जस धीमान, प्रिंस, अमृत, गिन्नी शर्मा, दीपक शर्मा, आदर्श रमन, अमित सहगल, हिमांशु, सोनू, पुष्पिंदर शर्मा, सुखविंदर सिंह, बलविंदर, सुरेंद्र नम्बरदार व पप्पू मौजूद रहे और इस नेक काम को कामयाब करने के लिए भरसक प्रयास किए।

विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया की कैंप में कोविड-19 से बचाव के लिए सभी एहतिआतों का खास ध्यान रखा गया। रक्तदान की समाप्ति पर सभी रक्तदाताओ को प्रशंसा पत्र, बैज व गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।

ग्रामीण संस्कृति का अनुसरण करेंगें आगंतुक – ज्ञानचंद गुप्ता

पंचकूला  12 जुलाई:

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि गांवों की सुन्दरता एवं विकास की गाथा एवं इतिहास को दर्शाने वाले पंचकूला विधानसभा क्षेत्र के 21 गांवों में भव्य गेट, विकास एवं गौरव पट्ट बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा 9 गांवों में अमरूत योजना के तहत 47 करोड़ रुपए की लागत से सिवरेज व्यवस्था डाली जा रही है।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष गांवों के विकास पट्ट एवं गौरव विकास पट्ट के साथ साथ भव्य गेट आदि पर चले रहे विकास कार्यो का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने गांव जलौली, खंगेसरा, बटवाल में बन रहे भव्य गेट, विकास एवं गौरव पट्ट पर चले विकास कार्यो का निरीक्षण किया और संबधित सरंपचों को यह कार्य गुणवतायुक्त बनाने तथा निश्चित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यो में उच्च गुणवता की सामग्री का प्रयोग किया जाए ओर भव्य द्वार पर ग्रिल आदि को भी सुन्दर ढंग से सजाया जाए ताकि बाहर से आने वालों को ग्रामीणा संस्कृति इतिहास की शानदार ओर सुन्दर झलक देखने को मिले ओर वे इसका अनुसरण अपने क्षेत्र एंव मुल्क में भी करने को ललायित दिखाई दें। उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में बनने वाले भव्य गेट की लुक से ही आगंतुकों को फील गुड का अनुभव होने लगेगा और उन्हें ग्रामीण इतिहास की भी जानकारी हासिल होगी।

उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि गांवों में भी नागरिकों को शहरों के समान मूलभूत सुविधाएं मिलें और ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर में सुधार होने के साथ साथ उनका आर्थिक विकास सम्भव हो। इसके लिए सरकार की ओर से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि गांवों का चहुंमुखी और सर्वागींण विकास होगा, तो ग्रामीण युवाओं का शहरों की ओर पलायन नहीं होगा और वे सुखमय एवं खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकेंगे। इसलिए प्रदेश के बड़े गांवों मंे अमरूत योजना के तहत सिवरेज लाईन डाली जा रही हैं। इसके अलावा सीसी गलिंया, सामुदायिक केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, स्कूल, कालेज, पंचायत घर जैसी सुविधांए बढाई जा रही है।  

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के अनुकूल माहौल- स्पीकर

 
पंचकूला  12 जुलाई :

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सरकार के प्रयासों से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में काफी सुधार हुआ है और विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का परीक्षा परिणाम का ग्राफ 65 प्रतिशत से अधिक हो गया है। यह विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का उत्साहवर्धन करने वाला है।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं की परीक्षा में जिला में अव्वल रहने वाले तीन छात्रों को घर घर जाकर मुबारकवाद दे रहे थे। उन्होंने खड़क मंगौली के शुभम, पंचकूला सैक्टर 16 की मनीषा व बरवाला की शुभा को उनके घर जाकर मिठाई खिलाकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गरीबी कभी बाधा नही बनेगी। इसके लिए अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों को किताबें आदि लेखन सामग्री की आवश्यकता होगी तो उनकी एक लाख रुपए तक की मदद करने के लिए तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी बाहर भी शिक्षा ग्रहण चाहेगा तो भी वे इसके लिए तैयार हैं। शिक्षा हेतू ऐसे विद्यार्थियों के लिए उन्हें धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खड़क मंगौली का गरीब छात्र पंचकूला जिले में अव्वल रहा है। यह जिलावासियों के लिए गौरव की बात है। इस छात्र ने अभिभावकों के साथ पूरे जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों में अपार प्रतिभा छिपी हुई। विद्यार्थियों को सही प्लेटफार्म एवं माहौल प्रदान कर निखारा जा सकता है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब बहुत ही अच्छा माहौल विद्यार्थियों को मिल रहा है। इसलिए प्रदेश के विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र के साथ अन्य प्रतिस्र्पधाओं में भी आगे आ रहे है।  

 बरवाला की शुभा को किया सम्मानित

गुप्ता ने बरवाला की छात्रा से बातचीत करते हुए कहा कि यदि विद्यार्थी लक्ष्य बनाकर शिक्षा ग्रहण करें तो अवश्य की मुकाम हासिल कर सकते है। उन्होंने कहा कि बेंटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। सरकार ने बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान चलाकर उनके लिए ओर अधिक अवसर प्रदान किए है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी शिक्षा में वर्चस्व हासिल कर रहे है। सुभा की माता सुदेश कुमारी का कहना है उनकी दो बेटियां हैं। दोनों ही पढाई में अव्वल है। बेटियों ने उन्हे कभी बेटे की कमी को महसुस नहीं होने दिया और आज उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। जिसने पूरे जिले में दूसरा स्थान हासिल कर उनका गौरव बढाया है। सुभा का कहना है कि वह आईएएस की परीक्षा करके समाज सेवा करना चाहती है। इसके लिए वह निरन्तर अग्रणी रहने का प्रयास करेगी।  

इस अवसर  पर उनके साथ भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, जिला महामंत्री हरेन्द्र मलिक, चेयरमैन बलंिसहं, सुशील सिंगल, सरंपच बलजिन्द्र गोयल, गौतम, जगदीश, अमरिक सिंह, वाईस चेयरमैन देवीचंद, नरेश कुमार, मिंटु, रविकेश सहित कई पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे।

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH 12.07.2020

Ten persons arrested for disobeying orders of DM, UT, Chandigarh

A case FIR No. 98, U/S 188 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh against Deepak R/o # 135, Sector-25, Chandigarh who was arrested while roaming without wearing face mask near Rally Ground, Sector-25, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.7.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 127, U/S 188 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh against Kulwant Singh R/o # 353, Phase-1, BDC, Sector-26, Chandigarh who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Cricket Stadioum chowk, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 128, U/S 188 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh against Abhishek Singh R/o # 3114, Sector-24, Chandigarh who was arrested while roaming without mask and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 121, U/S 188 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh against Pardeep R/o # 720/26, BDC, Sector-26, Chandigarh who was arrested while roaming without mask and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 122, U/S 188 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh against Pardeep R/o # 720/26, BDC, Sector-26, Chandigarh who was arrested near block No.720, BDC, Sector-26, Chandigarh, while roaming without mask and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 123, U/S 188 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh against Jai Kishan R/o # 939, Sector-11, Pkl, who was arrested near PS-East chowk, Sector-26, Chandigarh, while roaming without mask and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 120, U/S 188 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Prince R/o # 3306, Village Maulijagran, Chandigarh who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Gurunanak Dharam Kanta, Dariya, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 121, U/S 188 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Saket Niksha R/o # 1257/C, Sector 30, Chandigarh who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Labor Court, Sector 30, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 122, U/S 188 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Ram Balak Mehto R/o # 7, Block –M, Colony No.4, Chandigarh who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Poultry Farm chowk, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 123, U/S 188 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Vishal R/o # 634, Village Dariya, Chandigarh who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Pink city Hotel, Village Dariya, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 103, U/S 188 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh against Kulwant Singh R/o # 129, Jarnail Enclave, Zirakpur, who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Beat box, Gobindpura, MM, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 104, U/S 188 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh against Pranav dhingra R/o # 77/5, Subhash Nagar, Manimajra, who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near bus stand, Manimajra, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 145, U/S 188 IPC has been registered in PS-MJ, Chandigarh against Sunil Gupta R/o # 298, EWS Colony, Maulijagran Chandigarh, who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Community Center, Maulijagran, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 130, U/S 188 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh against Mukesh Kumar R/o # 726, Sector-56, Chandigarh who was arrested while roaming without mask, near Rehri Market, Sector 45, Chandigarh and thus, disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh on 11.07.2020. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested under NDPS Act

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Sajan Singh  R/o # 22/3, Village Attawa, Chandigarh (age 26 years) and recovered 2 Kg and 200 Gm of Charas from his possession near lake parking, Sector 42, Chandigarh on 11.07.2020. A case FIR No. 135, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 131, U/S 419, 420, 120-B IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of Harmeet Singh R/o # 4-B, Sector-46, Chandigarh against Dheeraj R/o # Gali No.20-B, Karan Vihar, Karnal (HR) who cheated complainant worth Rs. 48, 350/- on the pretext to Install JIO Tower in November-2019 at his Plot at Manakpur, Distt. Mohali (PB). But he neither installed the JIO tower nor refunds the taken money. Investigation of the case is in progress.

Sh. Harpreet Singh R/o # 3370, Sector-22, Chandigarh alleged that unknown person who cheated complainant’s worth Rs. 24000/- on the pretext of lottery. A case FIR No. 129, U/S 419, 420, 120-B IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 146, U/S 279, 337 added 304-A IPC has been registered in PS-Maulijagran, Chandigarh on the complaint of Complaint of Constable Rahul of Chandigarh police who reported that driver of unknown car, which sped away after hitting to motorcycle No. CH01BN-7058 from backside near Raipur kalan School, Chandigarh on 10.07.2020. Due to that motorcycle driver namely Angrej Kumar R/o # 10/A Modern Enclave, Baltana, Zirakpur (PB) got injured and lifted to GMCH-32, Chandigarh, where duty doctor declared him brought dead. Investigation of the case is in progress.

हुण तेरी मेरी नहीं निभणी : राजस्थान राजनैतिक संकट

सारिका तिवारी:

चुप रहने और संयम न खोने की प्रवृत्ति की वजह से सचिन अपनी स्थिति को स्थिर बनाये हुए हैं जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरा जोर लगाए हुए हैं कि किसी भी तरह सचिन पायलट अध्यक्ष पद से हट जाएँ। राजस्थान में गहलोत गुट अफवाह फैलाने में मशगूल हैं आने वाले हफ्ते में सचिन आला कमान द्वारा अध्यक्ष पद से हटा दिए जाएंगे। गहलोत तो दबी ज़बान में यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि सचिन भाजपा के दिग्गजों के साथ लगातार संपर्क में हैं। पिछले दिन पत्रकार वार्ता में गहलोत राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का ठीकरा जहाँ प्रदेश भाजपा के सिर फोड़ रहे थे वहीं परोक्ष रूप से सचिन के साथ उनकी निभ नहीं सकती इसका इशारा भी उन्होंने बखूबी किया।

दूसरी ओर दर्जन भर कांग्रेस विधायक दिल्ली पहुंच गए और आज आला कमान से मिलेंगे। सोमवार तक यह संख्या तीन गुणा से भी ज़्यादा हो जाएगी। सुनने में आ रहा है कि वे सभी विधायक सचिन खेमे के हैं।

गहलोत अब नहीं चाहिए इसका इशारा कल ही उन्हे मिल गया क्योंकि मंत्री मण्डल की बैठक में आधे मंत्री ही पहुंचे। कांग्रेस में आंतरिक कलह के चलते खुल कर मीडिया से बात करते मुख्यमंत्री और अन्य विधायक सीधे तौर पर पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

मौजूदा स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि जल्द ही राज्य में बड़ी उठापटक या उलटफेर हो सकती है। गहलोत के लिए परिस्थितियां इतनी प्रतिकूल बन रही हैं कि विधायकों के खिलाफ पुलिस में एफ आई आर भी दर्ज करवाई गई। गहलोत पहले से ही मुख्यमंत्री के पद के लिए पहली पसंद नहीं थे सिर्फ प्रियंका वाड्रा ही चाहती थी कि इनको मुख्यमंत्री बनाया जाए क्योंकि ईडी के मामलों में रॉबर्ट वाड्रा की डूबती लुटिया का सहारा दिखाई दे रहे थे। अन्यथा यह वही गहलोत हैं जो कि मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने के बावजूद अपने नौनिहाल की सीट नहीं निकलवा पाए।

लेकिन भई ये राजनीति है वो भी काँग्रेस की राजनीति जहाँ सचिन पायलट को मुख्यमंत्री का चेहरा बना कर चुनाव जीता गया था