मकान अलॉट होने से चिढ़े लोगों का युवक पर जानलेवा हमला

कॉलोनी नंबर 4 में मां के साथ दवाई लेने आए युवक पर तेजधार हथियार से जानलेवा हमला पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ किया मामला दर्ज जांच में जुटी पुलिस।

राकेश शाह, चंडीगढ़:

इंडस्ट्रियल एरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कालोनी नंबर-4 में अपनी मां के साथ दवाई लेने आए युवक पर कुछ बदमाशों ने जानलेवा हमला  कुल्हाड़ी, रॉड से कर दिया जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई मौक पर पहुंची पुलिस ने  घायल युवक को गंभीर हालत में सेक्टर 32 अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं मामले में पुलिस ने घायल युवक की मां की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर  जांच शुरू कर दी है।  और आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।

जानकारी के अनुसार मलोया की रहने वाली चंद्रावती नाम की महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह शुक्रवार दोपहर अपने बेटे वरिंदर के साथ कॉलोनी नंबर 4 दवाई लेने के लिए आई थी। जैसे ही वह अपने बेटे के साथ कॉलोनी नंबर-4 स्थित गवर्मेंट टॉयलेट के पास पहुंची। उसी दौरान आरोपियों ने उसके बेटे पर कुल्हाड़ी,रॉड और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। शिकायतकर्ता के मुताबिक हमलावरों द्वारा जख्मी युवक पर कुल्हाड़ी राड के साथ हमला कर दिया था  घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने घायल वरिंदर को सेक्टर 32 अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है। वहीं वारदात के बाद मौके से फरार हुए सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जांच के दौरान शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि मुख्य आरोपी मलोया निवासी पहले मकान अलॉट होने कि चीढ़ में हमेशा पीड़ित को कॉलोनी नंबर-4 में आने से मना करता था। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने इसी बात को लेकर यह जानलेवा हमला किया है। पुलिस सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पकड़े जाने के बाद असलीी कारणों का पता लग पाएगा  लग पाएगा।

मौलाना साद का मरकज़ एक बड़े षड्यंत्र का सूत्रधार हो सकता है

  • मरकज के खातों में आई थी काफी रकम, बैंक ने किया था अलर्ट
  • हवाला के जरिए ट्रांसफर का शक, क्राइम ब्रांच 17 दिन बाद भी मौलाना तक नहीं पहुंच सकी
  • मरकज के लेन-देन के मामले की जांच ईडी और इनकम टैक्स को सौंपी जा सकती है
  • जांच एजेंसी मौलाना समेत सात आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार हाथ-पांव मार रही है

जमातियों के जरिये देश में कोरोना फैलाने के बाद से मौलाना साद फरार है लेकिन पुलिस के शिकंजे से दूर रहना उसके लिए ज्यादा दिनों तक संभव नहीं हो पाएगा. पुलिस ने मौलाना साद के जुर्मों का हिसाब करना शुरू कर दिया है. मौलाना साद ने सिर्फ देश में कोरोना वायरस फैलाया बल्कि इसके लिए हवाला के जरिये विदेशों से फंडिंग हासिल की. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, मरकज कार्यक्रम से पहले मौलाना साद के एकाउंट में बड़ी रकम आई.

नई दिल्ली(ब्यूरो):

 मौलाना साद ने सिर्फ देश में कोरोना वायरस फैलाया बल्कि इसके लिए हवाला के जरिये विदेशों से फंडिंग हासिल की. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, मरकज कार्यक्रम से पहले मौलाना साद के एकाउंट में बड़ी रकम आई. मौलाना साद के चार्टर एकाउंटेंट से एक बैंक ने पूछताछ की थी. 2005 के बाद हवाला के जरिये मरकज के खाते में बड़ी रकम आई. सऊदी अरब और बाकी देशों से खाने-पीने के नाम पर कैश आना शुरू हुआ. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मरकज को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है. निजामुद्दीन मरकज में ज्यादातर फंडिंग हवाला के जरिये हो रही थी. 

जमातियों के जरिये देश में कोरोना फैलाने के बाद से मौलाना साद फरार है लेकिन पुलिस के शिकंजे से दूर रहना उसके लिए ज्यादा दिनों तक संभव नहीं हो पाएगा. पुलिस ने मौलाना साद के जुर्मों का हिसाब करना शुरू कर दिया है. हम आपको पुलिस की कार्रवाई के बारे में बताएंगे लेकिन उससे पहले जमात के हवाला कनेक्शन पर बड़े खुलासे जानिए: 

सबसे बड़ा खुलासा ये है कि मरकज कार्यक्रम से पहले मौलाना साद के खाते में बड़ी रकम आई. 2005 के बाद हवाला के जरिये मरकज के खाते में इतनी बड़ी रकम आई थी. सऊदी अरब और बाकी देशों से खाने-पीने के नाम पर कैश आना शुरू हुआ. सूत्रों के मुताबिक निजामुद्दीन मरकज में ज्यादातर फंडिंग हवाला के जरिये हो रही थी. ये खुलासे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आए हैं. निजामुद्दीन के एक बैंक अधिकारी ने मौलाना साद के चार्टर एकाउंटेंट से पूछताछ  भी की है. 

साद के खिलाफ ED ने दर्ज किया केस

तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी केस दर्ज कर लिया है. साद के खिलाफ ये केस मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में दर्ज किया गया है. बुधवार को ही दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था. इससे पहले, तबलीगी जमात के मौलाना साद की मुश्किलें पहले से ही बढ़ती हुई नजर आ रही थीं. बुधवार को ही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम निजामुद्दीन मरकज पहुंची थी. क्राइम ब्रांच ने मरकज से दो रजिस्टर और CPU भी बरामद किए. दिल्ली पुलिस ने

– मौलाना साद और जमात के बाकी आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है. 
– इस धारा के तहत कम से कम दस साल या उम्रकैद तक की सज़ा का प्रावधान है. 

इससे पहले, मौलाना साद पर महामारी कानून के तहत केस दर्ज किए गए थे. इस बीच मौलान साद के ससुराल तक कोरोना वायरस पहुंच गया है.  यूपी के सहारनपुर में साद की ससुराल है, जहां पर उसके दो रिश्तेदार कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. साद के ये दोनों रिश्तेदार लॉकडाउन से पहले निजामुद्दीन के एक होटल में रुके थे.  

कुल मिलाकर मौलाना साद की मुश्किलें हर ओर से अब बढ़ती ही नजर आ रही हैं. शुरुआत से ही पहले पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करना और फिर अब नोटिस के बाद भी पुलिस से छिपना ये बता रहा है कि मरकज की आंड़ में कैसे मौलाना साद कोरोना के जरिए देश में साजिश रचने का काम कर रहा था. 

जज़बा: वाटर कैरियर सतीश कुमार डयूटी के साथ मास्क बनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मददगार

पंचकूला पुलिस विभाग में कार्यरत वाटर कैरियर सतीश कुमार डयूटी के साथ मास्क बनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मददगार।  पूलिस उपायुक्त  मोहित हांडा ने वाटर कैरियर के कार्य की सराहना की। 

पंचकूला 17 अप्रैल:

घातक कोरोना महामारी से चल रही जंग में अब हर कोई एक सिपाही की तरह मुस्तैद होकर देश की सेवा करने को तप्पर दिखाई दे रहा है। इसकी एक मिसाल पंचकूला के जिला पुलिस उपायुक्त कार्यालय में काम कर रहे जलवाहक ( वाटर कैरियर ) है जो अपने घर पर मास्क बनाकर ऑफिस स्टाफ व आम जनता को बांटने का कार्य कर रहा है।

     अपनी इस अनूठी सेवा के लिए हर समय तैयार सतीश ऑफिस की ड्यूटी पूरी करने के बाद आराम करने की बजाए तुरंत अपने परिवार के साथ मास्क बनाने में जुट जाता है। वह रोजाना करीब 25 मास्क तैयार कर लेता है और अगले दिन वह अपने ऑफिस मे कार्यरत सभी पुलिस कर्मचारियों तथा अपने साथी कर्मचारियों को यह कपडे से बने मास्क बांट रहा है ताकि पुलिस कर्मियों का कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हो सकें तथा सभी कर्मचारी सुचारू रूप से अपनी डियूटी कर सकें।

      अपने इस काम के लिए वह पुलिस उपायुक्त कार्यालय में भी चर्चा का विषय बना तो अफसरों तक उसकी इस अनूठी सेवा की जानकारी पहुंची। सतीश की सेवा से खुश अफसरों ने उसकी पीठ थपथपाकर उसकी हौसला अफजाई की और कहा कि सतीश इस संकट की घड़ी में सभी के लिए मिसाल बन गया है।

     वाटर कैरियर सतीश ने बताया कि जब वह एक -दो माॅस्क बनाकर घर से ले गए तो सभी इसके लिए मुझे प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा बनाए गए माॅस्क को धोकर पुनः प्रयोग किया जा सकता है। इनके इस कार्य को लेकर उच्चअधिकारियों ने भी उनका मनोबल बढ़ाया।

     वाटर कैरियर सतीश की धर्मपत्नी मनीषा ने बताया कि वे बुटीक का काम करती है। आजकल कोरोना वायरस के कारण काम नहीं चल रहा है। इस कारण घर में बैठे बैठे ही सतीश के कहने पर माॅस्क बनाने शुरू किए। रोजाना के 20 से 25 माॅस्क घर में कपड़े के कट पीसों से बना लेती हैं। केवल सेवा के भाव से ही यह कार्य किया जा रहा है।

     पुलिस में कार्यरत सभी कर्मियों ने सतीश की पं्रशसा करते हुए कहा कि सतीश के बनाए माॅस्क बहुत ही बढ़िया हैं और उन्हें खुशी है कि उनके एक सहयोगी ने अपनी रोजमर्रा की डयूटी करते हुए मानवता व परोपकार का काम किया है।

      इस बारे में पुलिस उपायुक्त, पंचकूला मोहित हांडा ने बातचीत में कहा कि कोविड -19 संक्रमण जिस प्रकार महामारी का रूप ले चुका है। इससे पूरा पुलिस विभाग और अन्य सभी विभाग इससे जूझ रहे हैे। जो अधिकारिक क्षमता में जो कार्य कर रहे हैं, वो करना तो अनिवार्य ही है। इसके साथ ही पुलिस विभाग के कर्मचारी अन्य कार्यों में भी पूरा योगदान दे रहे हैं, जो कि बहुत ही हर्ष और गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि सतीश कुमार जो कि उनके कार्यालय में बतौर वाॅटर कैरियर कार्यरत हैं, वो अपनी डयूटी के पश्चात् अपने परिवार के साथ मिलकर माॅस्क बना रहे हैं। जिसे वे पुलिस के कर्मचारियों व आम जनता में बांटने का भी कार्य कर रहे हैं। इनके इस कार्य को लेकर उच्चअधिकारियों ने भी उनका मनोबल बढ़ाया। इनकी भावना को देखकर न केवल गौरवान्ति महसूस कर रहे हैं बल्कि उनको प्रोत्साहन देने के लिए भी उच्च अधिकारियों को लिखेंगे। 

पहले लाठी से पीटा फिर माफी मांग छुड़ाया पीछा

चंडीगढ़ रमेश कुमार

 एएसआई महिला कर्मचारी द्वारा सफाई कर्मचारी महिला को लाठी से पीटने के बाद  सफाई कर्मचारी महिला से माफी मांग कर छुड़ाया पीछा एएसआई महिला कर्मचारी ने

 महिला सफाई कर्मचारी और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प की लाइव तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई मामला कल वीरवार दोपहर 2:00 बजे के बाद का है महिला उस वक्त अपने साथी के साथ घर लौट रही थी मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस मुलाजिमों सफाई कर्मचारी महिला की एक्टिवा रोकी तो उसके बाद कहासुनी हो गई और महिला द्वारा मारपीट के संगीन आरोप लगाया गया मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस के कई अधिकारी पहुंचे  तो वही भगवान महर्षि बाल्मीकि समाज के चेयरमैन गुरचरण सिंह पहुंचे और मारपीट का विरोध जताया। सफाई कर्मचारियों में रोष देखने को मिला तो पुलिस मुलाजिमों द्वारा मौके पर सफाई कर्मचारी महिला से माफी  मांग कर पीछा छुड़ाना पड़ा

बहस कर रही महिला ने मुंह को चुन्नी से दांप रखा है (छाया राकेश शाह)

 इस पूरे मामले में भगवान बाल्मीकि समाज के चेयरमैन गुरु चरण का कहना है इससे पहले भी सेक्टर 48 में मारपीट की गई थी और आज राम दरबार के फेस 1 में महिला सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट की गई है यह कतई बर्दाश्त नहीं की  जाएगा

 राम दरबार की रहने वाली सफाई कर्मचारी नीलम और भगवान महर्षि वाल्मीकि समाज के चेयरमैन गुरचरण का कहना है इस पूरे मामले में पुलिस एएसआई ने माफ़ी तो मांग ली पर इसकी शिकायत पुलिस के आला अधिकारी यों को दी जाएगी। इस पूरे मामले में जब हमने एसीपी नेहा यादव से बात की तो उनका कहना था   सफाई कर्मचारी महिला और उनके साथी बिना मास्क लगाए आ रहे थे जब उनको रोका तो  महिला पुलिस मुलाजिम से बहस शुरू हो गई फिलहाल कोई लिखती शिकायत हमारे पास नहीं आई

कोरोना पर चीन के नए दावे कितने सच कितने झूठ

चीन की एक गलती से कोरोना पूरे विश्व में फैल गया, चीन अपनी इस गलती को न केवल छुपाता रहा अपितु आगे बढ़ कर इस वाइरस को फैलाने का इल्ज़ाम दूसरों पर मढ़ता रहा। इस पूरे षड्यंत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी उसका साथ दिया। इस महामारी का असर यह है कि सारा विश्व थम गया है, विश्व भर की अर्थव्यवस्था पर कुठराघात हुआ है। अमेरिका जैसे बड़े देश भी अर्थव्यवस्था के मामले में घुटनों पर आ गए हैं। ऐसे में चीन ने ढिठाई दिखते हुए दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था में सेंध लगानी शुरू कर दी है। अब विश्व भर के निशाने पर आए चीन को जब आर्थिक प्रतिबंधों का दर साता रहा है तब वह अधकचरी जानकारी ले कर सामने आया है।

नयी दिल्ली:

कोरोना (Coronavirus) के कहर के चलते चीन के वुहान में ढाई हजार नहीं बल्कि 4000 के आसपास लोगों ने जान गंवाई थी. यह खुलासा खुद चीन ने किया है. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच बीजिंग ने कोरोना संक्रमण से हुई मौतों के नए आंकड़े जारी किए हैं. जिसके मुताबिक, वुहान में मृतक संख्या में 50% बढ़ोतरी के साथ 3,869 पहुंच गई है, जबकि पहले कहा गया था कि कोरोना से यहां 2,579 लोगों की मौत हुई है. 

इसके अलावा, संक्रमित मरीजों की संख्या में भी 325 की बढ़ोतरी की गई है. पूरे चीन की बात करें, तो संशोधित आंकड़ों के सामने आने के बाद मरने वालों की तादाद 4,362 और संक्रमितों की संख्या 82,692 पहुंच गई है.  

एक सोशल मीडिया पोस्ट में वुहान प्रशासन ने आंकड़े अपडेट करते हुए स्वीकार किया है कि ऐसे कई मामले ऐसे थे जो “गलती से रिपोर्ट किए गए” या फिर पूरी भुला दिए गए. इन संशोधित आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों के बढ़ते दबाव के परिणाम के तौर पर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि शुरुआत से ही चीन पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वो मृतक संख्या छिपा रहा है. हालांकि, यह बात अलग है कि उसने कभी भी इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया.

गिनाईं यह वजह

वुहान स्थित महामारी रोकथाम और नियंत्रण मुख्यालय ने कोरोना प्रभावितों की संख्या में गड़बड़ी के कई कारण गिनाए हैं. जैसे कि प्रकोप की शुरुआत में मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते चिकित्सा कर्मी घबराए हुए थे, जिसकी वजह से मामलों की रिपोर्टिंग में गलती हुई. टेस्ट और उपचार सुविधाओं की कमी के कारण कुछ कोरोना पीड़ितों की मृत्यु घर पर हुई, जिससे उन्हें समय पर रिपोर्ट नहीं किया जा सका.

उत्पत्ति की थ्योरी

इससे पहले, अमेरिका के मीडिया समूह वाशिंगटन पोस्ट और फॉक्स न्यूज ने संदेह जाहिर किया था कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन की प्रयोगशाला में हुई. जबकि चीन के वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस की उत्पत्ति वुहान के एक मांस बाजार में हुई, जहां यह पहली बार मनुष्य में पहुंचा था.

चीन ने पेश की सफाई

कोरोना पर आंकडे़ छुपाने के मामले में चीन ने शुक्रवार को कहा कि उसने कभी यह बात नहीं छिपाई कि कोरोना वायरस का देश पर कितना असर पड़ा है.

अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी ताकतों द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए चीन ने यह बात कही. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने वायरस के तेजी से फैलने के कारण मामलों की गिनती में खामी के चलते चीन मृतक संख्या बढ़ाने की बात स्वीकार की लेकिन साथ ही कहा, ‘‘कभी कुछ छिपाया नहीं गया और हम कभी कुछ छिपाने भी नहीं देंगे.’’ 

चीन की जीडीपी वर्ष 2020 की पहली तिमाही में यह 6.8 प्रतिशत घट गई

बीजिंग: 

चीन की जीडीपी में 1976 की विनाशकारी सांस्कृतिक क्रांति के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट आई है. वर्ष 2020 की पहली तिमाही में यह 6.8 प्रतिशत घट गई. इस दौरान कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए उठाए गए अप्रत्याशित उपायों के चलते दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थम सी गई थी.

चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) ने शुक्रवार को कहा कि 2020 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) में चीन का सकल घरेलू उत्पाद 20,650 अरब युआन (लगभग 2910 अरब डॉलर) रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 6.8 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है.

एनबीएस के आंकड़ों के मुताबिक इस तिमाही के पहले दो महीनों में 20.5 फीसदी की कमी आई. इस तरह तीसरे महीने में अपेक्षाकृत कुछ सुधार आया.

चीन की अर्थव्यवस्था में 2019 में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी. अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के कारण यह वृद्धि दर पिछले 29 वर्षों में सबसे कम थी, लेकिन छह प्रतिशत के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर रही थी.

पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर से सामने आए कोरोना वायरस ने चीन और दुनिया को बुरी तरह प्रभावित किया है और ताजा आंकड़ों से साफ है कि इसके चलते चीन की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा, जो पहले से ही सुस्ती के दौर में चल रही थी.

“CAN GET FACTORY STARTED AGAIN BUT CAN’T BRING A PUNJABI BACK’, CAPT. AMRINDER

Chandigarh, April 17:

Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh on Friday ordered strict enforcement with regard to the compulsory wearing of masks in public, and asked the police to take stringent action, including imposition of challans, against violators.

Chairing a Video Conference to review the COVID-19 situation in the state, the Chief Minister made it clear that no compromise would be allowed and every citizen would have to mandatorily wear a mask when stepping out of home, in order the check the spread of the deadly pandemic. He directed the police to challan those found moving around without masks (home-made or otherwise) in public places, under the provisions of the Epidemic Act. He underlined the need for 100% adherence to the orders on compulsory wearing of masks in public.

The Chief Minister also issued strict directives for protection of all employees on the frontline of COVID-19 duty, including health, agriculture, police and revenue department staff, in the light of the death of a Kanungo. They should be provided PPT kits and other necessary protective gear, he said, while ordering strict adherence to the guidelines issued by the state’s expert medical committee for the protection of workers.

ACS Vini Mahajan, who heads the Procurement Committee for COVID-19 related purchases, told the VC that there was no shortage now of such equipment in the state, and all employees/staff working on the battle frontlines would be taken care of. Giving details, she disclosed that of the 4.5 lakh PPE kits ordered, 26,500 had been received so far, with 30000 more expected to come between now and next week. In addition, there were sufficient stocks of masks, gloves etc, she added.

The Chief Minister said there could be no compromise on the lives of the people and the government’s priority continues to be on saving and protecting the citizens of Punjab. “I can get a factory started again but cannot bring a Punjabi back to life,” he said.

Captain Amarinder directed the Health Department to launch rapid testing in all the 24 containment zones of the state. Four Punjab districts (Jalandhar, Pathankot, Nawanshahr and SAS Nagar) have been declared hotspot districts as per the Union Health Ministry. The state had so far been conducting these tests in Jalandhar and SAS Nagar.

Health Secretary Anurag Aggarwal said as part of the combat strategy, the department was putting all the 24 containment zones in the state on the COVA app, with no services to be allowed to operate in these areas. The number of ventilators in government medical colleges was being ramped from 102 to 220, he further said.

Vini Mahajan informed the VC that the state had earlier received 1000 of the 1,01,000 lakh Rapid Diagnostic Kits (RDKs) ordered from ICMR, with another 10000 received today. The 10,000 kits ordered from private vendors were expected to start coming from April 18. The number of rapid tests conducted in the state were increasing by the day, she said.

Of the 527 rapid tests conducted with the 1000 kits received till yesterday, only 7 were found positive, said Vini, adding that all these tests were conducted in the Jalandhar and SAS Nagar districts. Samples of positive IgM cases were sent for RT-PCR testing for further confirmation, and one of the results from Mohali came out negative, while the others were awaited, she added.

Vini said the state was geared up for the next 30 days, and preparing for a projected spike. The local private manufacturers were supporting the government with `Make in Punjab’ initiatives that had led to several companies in the state getting approvals for PPE kits, masks etc, so that the state had no shortage of essential medical equipment, she added.

Currently, the state has 1900 Oxygen cylinders available for use, while 1200 more have been tied up from various agencies. It is proposed to procure 2000 more cylinders for which the requirement is being sent to NHM, said Vini.

Expressing concern over incidents of family members not willing to cremate victims of the Coronavirus, the Chief Minister directed the Health Secretary to ensure that all guidelines for the management of the bodies of the deceased, and for their cremation, are strictly complied with, in line with the protocols provided for COVID-19 safety. The Health Secretary informed the Chief Ministers that all guidelines were being strictly implemented, including covering the bodies in plastic and submerging them in bleaching powder/ solution. If the family is not come forward for the cremation, or there is no claimant after 48 hours of death, then the local administration has been mandated to take care of it, he said.

In response to a query from the Chief Minister, Chief Secretary Karan Avtar Singh said the 20-member Expert Committee set up to formulate the state’s exit strategy had held two meetings and would submit its report in a week’s time. To meet the shortage of technicians in virology, GADVASU and Punjab Agri Universities were making their technical staff available, and the government was also going in for outsourcing, said the Chief Secretary.

Health Minister Balbir Sidhu disclosed that normal OPDs had started functioning in most hospitals to take care of non-COVID patients.

Dr Raj Bahadur, Orthopaedic Surgeon and Vice Chancellor of Baba Farid University of Health Science in Faridkot, informed the meeting that by Monday, another lab would start testing in Faridkot, to further scale up the state’s testing capacities. Capacities had already been increased at GMC Patiala & Amritsar and testing has also started at DMCH Ludhiana, while PGI Chandigarh has agreed to accept 60 samples daily from Punjab instead of the earlier 40. IMTECH Chandigarh, which is also set to start testing, will also take samples from Punjab, which has also formulated a Pool Testing Strategy. The state is also pushing for approval for testing at the Christian Medical College (CMC) Ludhiana, which is expected to come in next week.

Earlier, the meeting was informed by Dr KK Talwar, the state government’s advisor on health issues, that under Operation Fateh, launched in the state a month and a half ago by the Health Department against the COVID-19 crisis, Tracing, Tracking and Testing (TTT) had been significantly ramped up in recent days. As part of the House to House search of symptomatic (fever/cough) by health workers, ~ 15,000 people were being contacted every day, across the state. In addition, identification of New Clustering & Containment Activity was being done all over state as per GoI guidelines. Around 1000 cases of all Influenza-like illnesses (ILI) from records of hospital OPDs were being checked every day, along with 20 cases of severe acute respiratory illnesses (SARI) hospital IPD.

On the high mortality rate in the state, Dr Talwar told the Chief Minister that it was on account of the higher prevalence of comorbidities / High Risk Factors in the state, as well as the higher footfall of international tourist/NRIs, among other factors.

पंचकूला में भाजपा नेता के आर्मी सोसायटी फ्लैट से 3 लाख नकदी और 15 तोले सोना चोरी

लॉकडाउन में परिवार गया था गांव, दूसरे चरण के लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद फ्लैट में पहुंचा तो घर में बिखरा पड़ा था सामान

जंगशेर राणा, पंचकुला:

 पंचकूला के सेक्टर-27 स्थित आर्मी सोसायटी फ्लैट को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन यहां भी चोर आसानी से घुस रहे हैं। कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद भी चोरे भाजपा नेता के फ्लैट से 3 लाख की नकदी औ 15 तोले सोना चोरी कर ले गए।
दूसरे चरण का लॉकडाउन शुरू होने पर जब भाजपा नेता अपने फ्लैट में पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। घरों में चोरों ओर सामान बिखरा पड़ था और घर से नकदी व गहने गायब था।

पंचकूला भाजपा पूर्व महासचिव जसबीर सिंह संधू ने बताया कि वह 20 मार्च को जनता कर्फ्यू से पहले अपने गांव गगसीना करनाल में गया हुआ था। जनता कर्फ्यू के बाद अचानक ही 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा हो गई। इसके चलते वे दोबारा पंचकूला नहीं आ सके। दूसरे लॉकडाउन की घोषणा के बाद 15 अप्रैल को वे अपने फ्लैट में पहुंचे तो सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। उन्होंने तुरंत ही पुलिस को सूचित किया। चंडीमंदिर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सीन ऑफ क्राइम टीम की मदद से जरूरी साक्ष्य जुटाए।

संधू ने आरोप लगाया कि सोसायटी के प्रधान कर्नल जगरूप सिंह से जब बात की गई और सीसीटीवी फुटैज मांगी तो उन्होंने जवाब दिया कि एच-ब्लॉक में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। सोसायटी के प्रधान की ओर से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। मुख्य द्वार की सीसीटीवी फुटेज तक भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। यही नहीं कोरोना संक्रमण का हवाले देते हुए सोसायटी प्रधान ने तर्क दिया कि वे उन्होंने खुद को क्वारंटाइन किया हुआ है।

संधू का यह भी कहना है कि घर का सामान इधर-उधर जरूर बिखरा पड़ा था, लेकिन ज्यादातर सामान को केवल दिखावे मात्र के लिए खोला गया था जबकि चोरों ने उन दो स्थानों को निशाना बनाया जहां गहने और नकदी रखी थी।

पुलिस की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं है। पुलिस अभी तक न तो सीसीटीवी फुटेज ले पाई और न ही चोरी का कोई सुराग लगा पाई है। लॉकडाउन का हवाला लेते हुए पुलिस कोई कार्रवाई भी नहीं कर रही है। केवल यही जवाब मिलता है कि उनकी ड्यूटी लॉकडाउन में लगी हुई है। 

आदर्श पब्लिक स्कूल सालवन ने तीन महीने की फीस की माफ

लॉकडाउन में स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों को दी बड़ी राहत, आदर्श पब्लिक स्कूल सालवन ने तीन महीने की फीस की माफ

जंगशेर राणा(डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम), पंचकुला:

 बेशक लॉकडाउन में अभिभावकों पर स्कूल संचालक फीस देने का दवाब बना रहे हैं। इसी दवाब को देखते हुए सरकार ने भी स्कूल संचालकों से अभिभावकों को राहत देने की अपील की है। करनाल जिले के गांव सालवन में स्थित आदर्श पब्लिक स्कूल ने लॉकडाउन में अभिभावकों को बड़ी राहत दी है।
स्कूल के डायेरक्टर सचिन की ओर से बकायदा पत्र जारी कर अभिभावकों को सूचना भिजवाई है कि स्कूल ने राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस के चलते तीन महीने की फीस माफ करने का फैसला लिया है। स्कूल की ओर से अप्रैल, मई व जून की फीस माफ की जाती है, जिन अभिभावकों की ओर से फीस जमा कराई गई है, उनकी फीस जुलाई माह में समायोजित की जाती है। यही नहीं स्कूल प्रशासन की ओर से इस वर्ष दाखिल फ्री करने का भी ऐलान किया है।
डायरेक्टर सचिन का कहना है कि देश राष्ट्रीय आपदा से जूझ रहा है। हर व्यक्ति की अर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। काम-धंधे बंद होने के चलते स्कूल प्रशासन की ओर से फैसला लिया गया है कि इस राष्ट्रीय आपदा से निटपने के लिए पूरा सहयोग किया जाएगा और तीन महीने की फीस माफ करने की अभिभावकों को राहत दी गई है। यही नहीं स्कूल प्रशासन की ओर से जरूरतमंद और गरीबों की मदद भी की जा रही है ताकि हर व्यक्ति को दो वक्त का खाना मिल सके। उन्होंने अन्य स्कूल संचालकों से अपील की कि आपदा के इस दौर में अभिभावकों पर अनावश्यक रूप से फीस जमा कराने का दवाब न बनाएं।
स्कूल प्रिसिंपल सीमा का कहना है कि स्कूल की ओर से विद्यार्थियों को घर बैठे आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। आनलाइन होमवर्क भेजने के साथ शिक्षक, हर विद्यार्थी के अभिभावक के साथ बातचीत करते हैं और उनसे बच्चों की वर्क रिपोर्ट लेते हैं कि कितने बच्चे ऑनलाइन तरीके से पढ़ाई कर रहे हैं।

सैक्टर 15 के कोरोना पॉजिटिव दम्पत्ति का इलाज करने वाले डाक्टर पर मुकदमा दर्ज

पंचकूला 17 अप्रैल :- 

सीएमओ पंचकुला से प्राप्त जानकारी के अनुसार सैक्टर 15 पंचकुला के कोरोना पॉजिटिव दम्पत्ति का ईलाज करने वाले प्राइवेट क्लिनिक के डॉक्टर के खिलाफ पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । दम्पत्ति का ईलाज करने के दौरान क्वारंटाइन के नियम का भी पालन नहीं किया । जब जांच हुई तो दम्पत्ति कोरोना पॉजिटिव निकले ।

डॉक्टर द्वारा नियमों का पालन नहीं किया तथा अन्य मरीजों को भी मुसीबत में डाल दिया व दम्पत्ति बारे कोई सूचना भी स्वास्थय विभाग को नहीं दी गई । प्राइवेट क्लिनिक के डॉक्टर द्वारा घोर लापरवाही करने पर पुलिस थाना सैक्टर 5 पंचकुला मे धारा 269 भा0द0सं0 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है ।