देश में कोरोना वायरस (Coronavirus)की चपेट में आए कुल एक्टिव मामलों की संख्या अब बढ़कर 341 हो गई है. वहीं टोटल केसेज की संख्या 370 है. कोविड-19 से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. 22 मार्च, रविवार को इस वायरस के कारण मुंबई और पटना में एक-एक मरीज की मौत हो गई. वहीं वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 22 राज्यों के 89 जिलों में लॉकडाउन है. चंडीगढ़ में 23 मार्च 00:00 बजे से 31 मार्च 23:59 बजे तक लॉकडाउन की घोषणा की गयी है जिसकी अवधि परिस्थितियों को देखते हुए बढ़ाई जा सकती है।
चंडीगढ़:
पंजाब और चंडीगढ़ में कोरोना वायरस COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बड़ा कदम उठाया गया है। पूरे पंजाब और चंडीगढ़ में 31 मार्च तक लॉक डाउन (Lock down) की घोषणा कर दी गई है। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। लोगों से कहा गया है कि बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें ओर अपने घरों में रहें। Lock down के दौरान सार्वजनिक परिवहन व यातायात भी बंद रहेगा।
लागू होगी धारा 144, मेडिकल व किराना स्टोर खुलेंगे, माल ढोने वाले वाहन चलते रहेंगे
पंजाब सरकार ने सभी डिप्टी कमिश्नरों (डीसी) को आदेश जारी किए गए हैं कि वे जिलों में धारा 144 लागू कर दें। इस दौरान किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। मुख्य सचिव करन अवतार सिंह की ओर से जारी किए गए आदेश के अनुसार लॉकडाउन के दौरान मेडिकल स्टोर व किराने की दुकानों व मान ढोने वाले वाहनों पर पाबंदी नहीं होगी। आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी।
सोमवार से पूरे राज्य को 31 मार्च तक लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया
रविवार को Janta Curfew को लोगों का पूरा समर्थन मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने यह बड़ा फैसला किया। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार ने सोमवार सुबह छह बजे से 31 मार्च तक पूरे राज्य को लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया। बता दें कि पंजाब में कोरोना वायरस COVID-19 के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राज्य में अब तक COVID-19 के 20 मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही चंडीगढ में भी लॉक डाउन (Lock down)की घोषणा कर दी गई है। चंडीगढ़ प्रशासन ने दोपहर बाद इस संबंध में आदेश जारी किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज सुबह ही राज्य के सभी उपायुक्तों को सभी जिलों को लॉक डाउन करने के आदेश जारी कर दिए। आदेश में कहा गया है कि इस दौरान आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी। बता दें कि इससे पहले जालंधर और संगरूर के जिला उपायुक्तों ने अपने जिलों में 25 माच्र तक लॉक डाउन की घोषणा की थी। इसके अलावा पटियाला में भी तीन दिन के जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया था। कपूरथला, नवांशहर और हाेशियारपुर में भी लॉक डाउन की घोषणा की गई थी। इसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पूरे राज्य में 31 मार्च तक लॉक डाउनलोड का ऐलान कर सकती है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने जारी किया आदेश, आवश्यक सेवाओं काे छोड़कर सभी बंद रहेंगे
चंडीग़ढ़ प्रशासन ने दोपहर बाद घोषणा की, कि शहर में COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए 31 मार्च तक Lock down रहेगा। इस दौरान कई पाबंदियां रहेंगी। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छाेड़कर कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, फैक्टरियां और अन्य व्यापारिेक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। सभी सार्वजनिक यातायात और परिवहन सेवाएं भी इस अवधि में बंद रहेंगी।
लोगों को दी सलाह- अपने घरों में ही रहें और बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें
इस पाबंदी से आवश्यक सेवाओं जैसे दूध सप्लाई, सब्जियों की दुकानें, राशन स्टोर और दवा दुकानें मुक्त होंगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाहों पर यकीन न करें। लाेगों को आगे की स्थितियों के बारे में समय-समय पर सूचित किया जाता रहेगा। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें, अन्यथा अपने घरों में ही रहें।
कई राज्यों से आवाजाही के कारण बेहद संवेदनशील है चंडीगढ़
चंडीगढ़ कई राज्यों से जुड़ा हुआ है और यहां से इस राज्यों के लोगोंं की आवाजाही रहती है। इस कारण यह कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर बेहद संवेदनशील है। चंडीगढ़ में अब COVID-19 के छह पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। ट्राई सिटी चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में COVID-19 के कुल 11 मरीज अब तक मिल चुके हैं। इसके अलावा कई संदिग्ध केस भी सामने आए हैं। चंडीगढ़ से सटे मोहाली में COVID-19 से संक्रमित चार मरीज मिले हैं तो पंचकूला में एक पॉजिटिव केस सामने आया है।
पंजाब में भी केवल आवश्यक सेवाओं को ही चलने की रहेगी छूट
इससे पहले पंजाब सरकार ने सुबह पूरे राज्य में 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा की थी। सभी जिला उपायुक्तों को कहा गया है कि वे आवश्यक सेवाओं की सूची जनता के लिए तुरंत जारी कर दें ताकि लोग दुविधा में न रहें।
काबिले गौर है कि बार-बार अपील के बावजूद लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं और कई जगह पर यह देखने में आया है कि जिन लोगों को करोना के लक्षण मिले हैं वह अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटर में रुक नहीं रहे हैं। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जाने को तैयार नहीं होते हैं। इसको देखते हुए सरकार ने अब सख्त कदम उठाते हुए पूरे राज्य में लॉक डाउन करने के आदेश दिए हैं ताकि कोरोना वायरस ज्यादा पांव न पसार सके।
पांच से ज्यादा लोगों को एक जगह इकट्ठे होने की इजाजत नहीं, समारोह में सिर्फ 10 लोगों को इजाजत
राज्य में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू होगी। इससे किसी जगह पांच से अधिक लोगों के इकट्ठे हाेने की इजाजत नहीं होगी। किसी भी समारोह में एकत्रित होने वाले लोगों की संख्या 20 से घटाकर 10 कर दी गई है। डिप्टी कमिश्नरों को अधिकार दिए गए हैं कि वह चाहे तो जिले की स्थिति को देखते हुए इसमें कटौती कर सकते हैं। सभी जिला उपायुक्तों को कहा गया है कि वह आवश्यक सेवाओं की सूची जनता के लिए तुरंत जारी कर दें, ताकि कोई दुविधा में न रहे।
क्या है लॉकडाउन
किसी शहर या जिले को लॉकडाउन करने का मतलब होता है कि इस दौरान कोई भी शख्स घर से बाहर नहीं निकल सकता है। हालांकि, इस कुछ स्थितियों में छूट भी मिलती है। मसलन, दवा, बैंक, अस्पताल और राशन-पानी की जरूरत के लिए घर से बाहर निकलने की छूट मिलती है। लॉकडाउन एक तरह से आपातकाल व्यवस्था होती है। लॉकडाउन की स्थिति में किसी भी शख्स को जीवन जीने के लिए बुनियादी व आवश्यक चीजों और सेवाओं के लिए ही बाहर निकलने की इजाजत होती है।
लॉक डाउन के दौरान क्या-क्या खुलेगा रहेगा
-दूध, सब्जी, किराना और दवा की दुकानें।
-अस्पताल और क्लीनिक
-किसी बेहद जरूरी काम के लिए भी बाहर जाने की छूट मिल सकती है।
-लेन देन के लिए आप बैंक से पैसा निकालने जा सकते हैं।
-मेडिकल व पुलिस सेवा को लॉकडाउन से बाहर रखा गया है।
-माल ढोने वाले वाहन। पोल्ट्री सेक्टर की फीड आदि ढोने पर रोक नहीं होगी।
-पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। जरूरत पर निजी वाहन का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन लोगों की संख्या क्षमता से आधी रहेगी।
ये पूरी तरह बंद रहेंगे
-शॉपिंग मॉल, जिम, क्लब, पार्क, स्विमिंग पूल।
-परिवहन व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी।
-अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी व निजी संस्थान।
-फैक्ट्रियां व बड़े निर्माण प्रोजेक्ट आदि।
-जिला प्रशासन को अधिकार है कि वह स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन का दायरा बढ़ा सकता है।
पंजाब व चंडीगढ़ में इसलिए लॉकडाउन….
1. इस समय पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरआइ पहुंचे हैं। इटली, इंग्लैंड, अमेरिका से आने वाले कई लोगों ने घोर लापरवाही बरती है। स्वास्थ्य विभाग के लगातार जारी हो रहे निर्देश के बावजूद विदेश से आए यात्रियों ने खुद को 14 दिन तक क्वारंटाइन नहीं किया। इस वजह से पंजाब में कोरोना वायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं।
2. प्रदेश में खासकर दोआबा क्षेत्र में बहुत ज्यादा लोग विदेश से लौटे हैं। इनमें कई जानकारी छिपा रहे हैं। इस वजह से पंजाब के लोगों में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। अभी तक जो भी केस सामने आए हैं वे सभी विदेश से लौटे लोगों से जुड़े है। इसलिए सरकार ने लॉकडाउन का निर्णय लिया है।
3. कई संदिग्ध अस्पताल में दाखिल होने से मना कर रहे हैं। यहां तक कि अस्पताल में दाखिल करवाने के बाद भी कुछ लोग भाग निकले हैं। बाद में उन्हें पुलिस घर से पकड़कर ले आई।
4. कोरोना से नवांशहर के जिस बुजुर्ग की मौत हुई है, उसकी वजह से 13 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि बुजुर्ग होला महल्ला के दौरान श्री आनंदपुर साहिब भी गया था, जहां लाखों की भीड़ थी।
5. अमृतसर में जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह तीन दिन पहले शताब्दी से आया था। जिस कोच में वह सवार था, उसमें 41 यात्री सवार थे। इनमें से 39 को क्वारंटाइन किया गया है।