सुखना लेक पर मछली पकड़ रहे शख्स के कांटे में फंसी लाश

चंडीगढ़ :सुखना लेक पर मछली पकड़ रहे शख्स के कांटे में फंसी लाश,मृतक 6 दिन से घर से था लापता

चंडीगढ़:

सुखना लेक पर मंगलवार दोपहर मछली पकड़ रहे एक शख्स के कांटे में एक लाश फांसने से हड़कंप मच गया। मछली पकड़ रहे शख्स ने तुरंत सूचना लेक चौकी पुलिस को दी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस ने लाश को बाहर निकाल सेक्टर 16 के शव गृह में रखवा दिया है। मृतक की पहचान सेक्टर 22D के रहने वाले अरुण कुमार के रूप में हुई है पुलिस के मुताबिक मृतक बीते 6 दिन से अपने घर से लापता था हालांकि फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगा कि व्यक्ति की मौत पानी में डूबने की वजह से हुई है या कोई और कारण रहा।

जानकारी के अनुसार सेक्टर 22D में रहने वाला 28 वर्षीय अरुण कुमार चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र नीडल फैक्ट्री में काम करता था। घरवालों के मुताबिक वह 8 जनवरी को घर से क्रिकेट खेलने जाने के बात कह कर निकला था। लेकिन तब से वह घर नहीं लौटा। जिसको लेकर उन्होंने 9 जनवरी को सेक्टर 22 पुलिस चौकी में गुमशुदगी की डीडीआर भी दर्ज करा रखी थी। लेक चौकी पुलिस के मुताबिक दोपहर के वक्त जानकारी मिली थी की फिशिंग कर रहे हैं एक शख्स के कांटे में कोई भारी चीज फंस गई है। जिस पर वह काफी जोर लगा फंसी हुई वस्तु को बाहर निकालने का प्रयास करने लगा। लेकिन जोर लगाकर खींचने पर उसने पाया कि उसके कांटे में कोई व्यक्ति फंसा है। जिसके बाद उसने अनहोनी की संभावना को देखते हुए तुरंत सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति को बाहर निकाल लिया। इसके बाद उसे सेक्टर 16 अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर शव को अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया हैं। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह खुलासा हो पाएगा की मृतक की मौत पानी में डूबने से हुई है या फिर उसके साथ किसी प्रकार की अनहोनी हुई है पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

निर्भया दोषियों की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज, 22 जनवरी को फांसी होना तय

नई दिल्ली: 

निर्भया केस में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. निर्भया केस के दोषी मुकेश ने दया याचिका दी है. मुकेश ने तिहाड़ जेल प्रशासन को अपनी दया याचिका दी है. बता दें कि निर्भया केस के चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी होनी है. मुकेश की क्यूरेटिव पिटीशन आज खारिज हुई है. 

मकर संक्रांति करने योग्य काम

हेमंत किगरं : पूर्व प्रदेश प्रधान ,हरियाणा पंजाबी महासभा

इस बात से तो सब वाकिफ ही हैं कि मकर संक्रांति का दिन हिंदू धर्म में कितने मायने रखता है और साथ ही इस दिन किए जाने वाला दान, तप, स्नान व हवन उससे भी अधिक महत्व रखता है। कहते हैं कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और कुछ लोग तो पूरे माघ माह ही पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। लेकिन जो लोग कहीं नहीं जा पाते व मन में ही भगवान का नाम लेकर नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन सूर्यदेव की आराधना की जाती है और पूरे माघ महीने में उन्हें जल चढ़ाने से आरोग्यता का वरदान मिलता है। वहीं आज हम आपको एक ऐसे मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे कि आपको सूर्य देव से आशीर्वाद मिल सकता है।

 

  • मकर संक्रांति के दिन प्रातकाल स्नान के पश्चात तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें लाल पुष्प, लाल चन्दन, तिल आदि डालकर ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जप करते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से लाभ मिलेगा।
  • माना जाता है कि अर्घ्य देते समय इंसान की दृष्टि गिरते हुए जल में प्रतिबिंबित सूर्य की किरणों पर होनी चाहिए। 
  • भविष्य पुराण के अनुसार सूर्यनारायण का पूजन करने वाला व्यक्ति प्रज्ञा, मेधा तथा सभी समृद्धियों से संपन्न होता हुआ चिरंजीवी होता है। 
  • ऐसा माना गया है कि अगर कोई व्यक्ति सूर्य की मानसिक आराधना भी करता है तो वह समस्त रोगों से रहित होकर सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करता है। 

मकर संक्रांति अँग्रेजी साल का पहला हिन्दू त्योहार

उन त्योहार, पर्व या उत्सवों को मनाने का महत्व अधिक है जिनकी उत्पत्ति स्थानीय परम्परा, व्यक्ति विशेष या संस्कृति से न होकर जिनका उल्लेख वैदिक धर्मग्रंथ, धर्मसूत्र और आचार संहिता में मिलता है। ऐसे कुछ पर्व हैं और इनके मनाने के अपने नियम भी हैं। इन पर्वों में सूर्य-चंद्र की संक्रांतियों और कुम्भ का अधिक महत्व है। सूर्य संक्रांति में मकर सक्रांति का महत्व ही अधिक माना गया है। माघ माह में कृष्ण पंचमी को मकर सक्रांति देश के लगभग सभी राज्यों में अलग-अलग सांस्कृतिक रूपों में मनाई जाती है। आओ जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन कौन कौन से खास कार्य होते हैं…

1. क्यों कहते हैं मकर संक्रांति?

मकर संक्रांति में ‘मकर’ शब्द मकर राशि को इंगित करता है जबकि ‘संक्रांति’ का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। एक राशि को छोड़कर दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्रांति कहते हैं। चूंकि सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है इसलिए इस समय को ‘मकर संक्रांति’ कहा जाता है। हिन्दू महीने के अनुसार पौष शुक्ल पक्ष में मकर संक्रांति पर्व मनाया जाता है।

2. इस दिन से सूर्य होता है उत्तरायन

चन्द्र के आधार पर माह के 2 भाग हैं- कृष्ण और शुक्ल पक्ष। इसी तरह सूर्य के आधार पर वर्ष के 2 भाग हैं- उत्तरायन और दक्षिणायन। इस दिन से सूर्य उत्तरायन हो जाता है। उत्तरायन अर्थात उस समय से धरती का उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है, तो उत्तर ही से सूर्य निकलने लगता है। इसे सोम्यायन भी कहते हैं। 6 माह सूर्य उत्तरायन रहता है और 6 माह दक्षिणायन। अत: यह पर्व ‘उत्तरायन’ के नाम से भी जाना जाता है। मकर संक्रांति से लेकर कर्क संक्रांति के बीच के 6 मास के समयांतराल को उत्तरायन कहते हैं।

3. इस पर्व का भौगोलिक विवरण

पृथ्वी साढ़े 23 डिग्री अक्ष पर झुकी हुई सूर्य की परिक्रमा करती है तब वर्ष में 4 स्थितियां ऐसी होती हैं, जब सूर्य की सीधी किरणें 21 मार्च और 23 सितंबर को विषुवत रेखा, 21 जून को कर्क रेखा और 22 दिसंबर को मकर रेखा पर पड़ती है। वास्तव में चन्द्रमा के पथ को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है जबकि सूर्य के पथ को 12 राशियों में बांटा गया है। भारतीय ज्योतिष में इन 4 स्थितियों को 12 संक्रांतियों में बांटा गया है जिसमें से 4 संक्रांतियां महत्वपूर्ण होती हैं- मेष, तुला, कर्क और मकर संक्रांति।

4. फसलें लहलहाने लगती हैं

इस दिन से वसंत ऋतु की भी शुरुआत होती है और यह पर्व संपूर्ण अखंड भारत में फसलों के आगमन की खुशी के रूप में मनाया जाता है। खरीफ की फसलें कट चुकी होती हैं और खेतों में रबी की फसलें लहलहा रही होती हैं। खेत में सरसों के फूल मनमोहक लगते हैं।

5. पर्व का सांस्कृतिक महत्व

मकर संक्रांति के इस पर्व को भारत के अलग-अलग राज्यों में वहां के स्थानीय तरीकों से मनाया जाता है। दक्षिण भारत में इस त्योहार को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे लोहड़ी, खिचड़ी पर्व, पतंगोत्सव आदि कहा जाता है। मध्यभारत में इसे संक्रांति कहा जाता है। मकर संक्रांति को उत्तरायन, माघी, खिचड़ी आदि नाम से भी जाना जाता है।

6. तिल-गुड़ के लड्डू और पकवान

सर्दी के मौसम में वातावरण का तापमान बहुत कम होने के कारण शरीर में रोग और बीमारियां जल्दी लगती हैं इसलिए इस दिन गुड़ और तिल से बने मिष्ठान्न या पकवान बनाए, खाए और बांटे जाते हैं। इनमें गर्मी पैदा करने वाले तत्वों के साथ ही शरीर के लिए लाभदायक पोषक पदार्थ भी होते हैं। उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद बांटा जाता है।

7. स्नान, दान, पुण्य और पूजा

माना जाता है कि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से नाराजगी त्यागकर उनके घर गए थे इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान, पूजा आदि करने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। इस दिन गंगासागर में मेला भी लगता है। इसी दिन मलमास भी समाप्त होने तथा शुभ माह प्रारंभ होने के कारण लोग दान-पुण्य से अच्छी शुरुआत करते हैं। इस दिन को सुख और समृद्धि का माना जाता है।

8. पतंग महोत्सव का पर्व

यह पर्व ‘पतंग महोत्सव’ के नाम से भी जाना जाता है। पतंग उड़ाने के पीछे मुख्य कारण है कुछ घंटे सूर्य के प्रकाश में बिताना। यह समय सर्दी का होता है और इस मौसम में सुबह का सूर्य प्रकाश शरीर के लिए स्वास्थवर्द्धक और त्वचा व हड्डियों के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। अत: उत्सव के साथ ही सेहत का भी लाभ मिलता है।

9. अच्छे दिन की शुरुआत

भगवान श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायन का महत्व बताते हुए गीता में कहा है कि उत्तरायन के 6 मास के शुभ काल में जब सूर्यदेव उत्तरायन होते हैं और पृथ्वी प्रकाशमय रहती है, तो इस प्रकाश में शरीर का परित्याग करने से व्यक्ति का पुनर्जन्म नहीं होता, ऐसे लोग ब्रह्म को प्राप्त होते हैं। यही कारण था कि भीष्म पितामह ने शरीर तब तक नहीं त्यागा था, जब तक कि सूर्य उत्तरायन नहीं हो गया।

10. ऐतिहासिक तथ्‍य

हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति से देवताओं का दिन आरंभ होता है, जो आषाढ़ मास तक रहता है। महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिए मकर संक्रांति का ही चयन किया था। मकर संक्रांति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई सागर में जाकर मिली थीं। महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इस दिन तर्पण किया था इसलिए मकर संक्रांति पर गंगासागर में मेला लगता है।

आज का राशिफल

Aries

14 जनवरी 2020: आज आपके लिए काम थोड़ा तनाव पूर्ण हो सकता है, लेकिन ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि आप समझ नहीं पा रहे हैं कि सबसे महत्वपूर्ण काम क्या है. पता लगाएं कि आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है और पहले उसका ध्यान रखें. यह आपकी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करने में मदद करेगा और आपका दिन उतना तनाव पूर्ण नहीं होगा.

Taurus

14 जनवरी 2020: आप एक चैंपियन वृषभ हैं, लेकिन यह समय है जब आप इसे दूसरों को दिखाते हैं. आप अपने काम के साथ बहुत मामूली हैं, लेकिन आज वह दिन है जब दुनिया को आपकी कीमत देखने की जरूरत है. इसलिए यदि कोई प्रदर्शनी है जिसमें आप अपने काम को चित्रित कर सकते हैं, तो आगे बढ़ें. दुनिया को यह देखने दें कि आप किस चीज से बने हैं.

Gemini

14 जनवरी 2020: भी आपके जीवन में क्या महत्वपूर्ण है, उस पर ध्यान दें, और यह आपका काम होना चाहिए. बाकी सब कुछ आता है – इसलिए अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें और सफलता और पैसे का पालन करेंगे.

Cancer

14 जनवरी 2020: आप अपने काम और अपनी शिक्षा के लिए अपने आस-पास के लोगों पर दबाव डाल सकते हैं. यह आपको मुश्किल में डाल सकता है, और आपको थोड़ा कम कर सकता है. लेकिन याद रखें कि यह आपका जीवन है, और आपको एक स्टैंड लेने की आवश्यकता है. किसी को भी आप पर दबाव बनाने न दें.

Leo

14 जनवरी 2020: काम के मामले में आज आपको अपने किसी करीबी की मदद करनी पड़ सकती है. वे नौकरी की तलाश में हो सकते हैं या बस कुछ वित्तीय मदद और जब से वे आप पर भरोसा करते हैं, वे आपके पास आने वाले हैं. नेता बनें और उन्हें उन चीजों के साथ मदद करें जिनकी उन्हें ज़रूरत है. इससे आपके कर्म को अच्छा होने में मदद मिलेगी.

Virgo

14 जनवरी 2020: आप बहुत प्रतिस्पर्धी हैं और आज यह आपके कार्य स्थल में आपकी मदद करने जा रहा है. आप और आपकी टीम काम पर दूसरों के खिलाफ परीक्षा में बैठने वाली हैं. इसलिए अपनी प्रतिस्पर्धी टोपी को आगे रखें, क्योंकि आपको बढ़त लेनी होगी और इसे जीतना होगा.

Libra

14 जनवरी 2020: आज आप काम करते-करते थक सकते हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस सप्ताह आपका सबसे अधिक उत्पादक दिन होगा. आपके लिए सबसे अच्छी बात यह है कि थकान के हट होने से पहले अपने सभी कार्यों को पूरा करने की कोशिश करें. जितना अधिक आप खत्म करते हैं, आपके लिए बेहतर है.

Scorpio

14 जनवरी 2020: यह सोमवार है, जिसका अर्थ है कि आपके लिए शुरू करने के लिए यह एक अच्छा दिन है. यदि कुछ चीजें हैं जो आपने पिछले सप्ताह काम में गड़बड़ कर दी हैं, तो आप इसे आज सुधार सकते हैं. पिछले सप्ताह के मुद्दों को हल करके अपने सप्ताह की शुरुआत करें और आपके पास काम के साथ एक अच्छा दिन होगा.

Sagittarius

14 जनवरी 2020: काम हमेशा आपको जीवन में परेशान करने का एक तरीका खोजने जा रहा है, लेकिन अगर आप बेहतर योजना बनाते हैं तो ऐसा नहीं होगा. समय पर सब कुछ पाने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कुछ भी आपको बहुत परेशान नहीं करता है, अपने दिन को मिनट से मिनट तक की योजना बनाएं – और आप यह सब जीत पाएंगे.

Capricorn

14 जनवरी 2020: आज आप स्वयं को कार्य की एक अलग पंक्ति में रुचि रखते हैं. हम जानते हैं कि आप उसका पीछा करना चाहते हैं, लेकिन आपके लिए सबसे अच्छी बात यह है कि आप जो पहले से कर रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें. नई चीजें ढूंढना अच्छा है, लेकिन कभी-कभी आपको वह करने की आवश्यकता होती है जो आप पहले से ही सफल होने के लिए कर रहे हैं.

Aquarius

14 जनवरी 2020: अपना सारा ध्यान उस कार्य पर लगाएं जो आपने आज दिया है. यदि आप काम पर पदोन्नति चाहते हैं, तो आपको अपने वरिष्ठ को दिखाने की ज़रूरत है कि आप जो करते हैं, उसमें अच्छे हैं, वरना वे शीर्ष स्तर की चीज़ों पर आपका भरोसा नहीं कर पाएंगे.

Pisces

14 जनवरी 2020: काम वही है जो आज आपको ध्यान रखने की जरूरत है. यदि आप अपना काम ठीक से नहीं करते हैं तो कोई व्यक्ति आपके पद को संभालने के लिए तैयार हो सकता है. यह सबसे अच्छा है यदि आप अपने सभी काम उम्मीद से बेहतर करते हैं, तो कोई भी आपकी जगह नहीं ले सकता है. बहुत सारे लोग आपकी जगह चाहते हैं, लेकिन आपको इसे बनाए रखने की आवश्यकता है.

आज का पंचांग

पंचांग 14 जनवरी 2020   

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः माघ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः चतुर्थी दोपहर 02.50 तक है, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः मघा प्रातः 07.55 तक, 

योगः सौभाग्य रात्रि 12.33 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.19, 

सूर्यास्तः 05.41 बजे।

नोटः आज मकर संक्रांति है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।