प्रशासन ने जिले के पोल्ट्री फार्मों के कारण उत्पन्न मक्खियों के प्रकोप की रोकथाम के लिये कमर कस ली है
पंचकूला, 20 नवम्बर-
जिला प्रशासन ने जिले के पोल्ट्री फार्मों के कारण उत्पन्न मक्खियों के प्रकोप की रोकथाम के लिये कमर कस ली है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिले के पोल्ट्री फार्मों में उत्पन्न गंदगी और मक्खियों की रोकथाम के लिये 6 टीमें गठित की गई है। जिनमें एसडीएम पंचकूला के नेतृत्व में टीम नंबर एक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी के नेतृत्व में टीम नंबर 2, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पंचकूला के क्षेत्रीय अधिकारी के नेतृत्व में टीम नंबर 3, पशु पालन विभाग के उपनिदेश के नेतृत्व में टीम नंबर 4, रायपुररानी के तहसीलदार के नेतृत्व में टीम नंबर 5, बरवाला व रायपुररानी के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों के नेतृत्व में टीम नंबर 6 का गठन किया गया है। इन सभी टीमों ने अपने इंचार्ज के साथ संबंधित पोल्ट्री फार्मों का दौरा कर अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है और जांच का यह कार्य अभी जारी है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान एस्पायर फार्म जसपुर पंचकूला ए.के.एम. पोल्ट्रीज मौली, अजय पोल्ट्री फार्म मौली, शिवालिक पोल्ट्रीज यूनिट एक गांव मौली, शिवालिक पोल्ट्रीज यूनिट दो गांव मौली, लहर पोल्ट्रीज गांव पारवाला रायपुररानी, मयूर पोल्ट्री फार्म को उचित सफाई न रखने, कीटनाशक दवाओं का उचित स्टोक न रखने, मरे हुए पक्षियों को न उठाने, दुर्गंध को नियंत्रण न करने, मक्खियों की बहुतायता के कारण शो-काॅज नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि संतोषजनक उत्तर न पाये जाने पर इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाही की जायेगी।
उपायुक्त ने कहा कि मक्खियों के फैलाव व पोल्ट्री फार्मों के संचालन में कुप्रबंधन के कारण महामारी व प्रदूषण फैलने की आशंका बनी रहती है। किसी को भी आम नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलावाड़ नहीं करने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्मों की जांच का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। पोल्ट्री फार्म संचालक अपना व्यवसाय सफाई व कुशल प्रबंधन के साथ करें। मक्खियों के नियंत्रण तथा जल व मुर्गियों की बीट का समुचित प्रकार से प्रबंधन करें। इस बारे में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।