विधानसभा के करोड़ों रुपये के कर्जदार माननीय

-कर्जदारों में स्पीकर व डिप्टी स्पीकर से लेकर मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और पूर्व विधायक शामिल 
-घर बनाने के लिए 60 लाख, मरम्मत को दस लाख और वाहन खरीदने के लिए चार फीसद ब्याज पर मिलते 20 लाख 

जंगशेर राणा (पंचकुला)

हरियाणा की चौदहवीं विधानसभा के गठन के लिए चुनावी घमासान शुरू हो चुका, लेकिन प्रदेश में करीब एक दर्जन माननीय ऐसे हैं जिन्होंने विधानसभा सचिवालय से करोड़ों का कर्ज लेकर अभी तक पैसा नहीं चुकाया। इनमें मौजूदा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर से लेकर मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और पूर्व विधायक शामिल हैं। 

विधानसभा सचिवालय द्वारा गृह निर्माण, घर की मरम्मत और वाहन खरीदने के लिए सिर्फ चार फीसद की ब्याज दर पर ऋण दिया जाता है। मौजूदा नियमों के अनुसार  मंत्री या विधायक को घर बनाने के लिए 60 लाख, मकान की मरम्मत के लिए दस लाख और वाहन खरीदने के लिए 20 लाख रुपये तक के ऋण की व्यवस्था है। हालांकि यह अधिकतम राशि है और अगर  वास्तविक खर्च इस राशि से कम पड़ता है, तो पूरी राशि की बजाय वास्तविक लागत ही प्रदान की जाती है। विधानसभा द्वारा ऋण की वसूली में पहले मूल धनराशि और फिर उस पर लगने वाले ब्याज की वसूली की जाती है।

पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने विगत 19 अगस्त को विधानसभा सचिवालय में आरटीआइ (सूचना का अधिकार) याचिका लगाकर मौजूदा विधायकों एवं पूर्व विधायकों द्वारा लिए गए ऋण और चुकाई गई राशि की जानकारी मांगी थी। आरटीआइ के जवाब में खुलासा हुआ कि कर्जदार माननीयों में मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष से लेकर उपाध्यक्ष, मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री, अधिकतर दलों के विधायक तथा पूर्व विधायक शामिल हैं। इनमें कुछ विधायक इस्तीफा दे चुके तो कुछ की विधानसभा से सदस्यता दल-बदल के चलते खत्म कर दी गई है। स्वर्गीय जसविंदर संधू और हरि चंद मिड्ढा पर भी ऋण बकाया है। 

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किस पर कितना कर्ज बकाया

नेता    -पद    -बकाया राशि (रुपये में)

कंवर पाल गुर्जर    – विधानसभा अध्यक्ष   – 39.60 लाख 
संतोष यादव   – डिप्टी स्पीकर   – 33.60 लाख 
सुभाष बराला   – विधायक एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष   – 25.80 लाख 
नायब सिंह सैनी   – पूर्व विधायक एवं मौजूदा सांसद   – 54.80 लाख 
अनिल विज   – कैबिनेट मंत्री   – 14 लाख 
कृष्ण मिड्ढा   – भाजपा विधायक   – 17.89 लाख 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा   – पूर्व मंत्री एवं मौजूदा विधायक   – 13.40 लाख
गीता भुक्कल   – पूर्व मंत्री और विधायक   – 14.80 लाख
ललित नगर   – कांग्रेस विधायक   – 49.50 लाख 
दिनेश कौशिक   – पूर्व विधायक   – 47.40 लाख
रहीश खान   – विधायक   – 35. 40 लाख

काल्का विधानसभा: प्रदीप चौधरी की आगमन भाजपा के लिए चुनौती

कहा जा रहा है इनेलो से प्रदीप चौधरी के आने के बाद कि कांग्रेस और भाजपा के बीच इस सीट पर कड़ा मुकाबला रहेगा।

सारिका तिवारी

वर्तमान स्थिति को देखें तो कांग्रेस से टिकट की रेस में विजय बंसल और मनवीर गिल इससे पहले खुलमखुला एक दूसरे का विरोध कर रहे थे लेकिन प्रदीप चौधरी के आने से बंसल और गिल के सुर मिल गए हैं और पार्टी के सूत्रों के अनुसार अगर प्रदीप चौधरी को इस सीट के लिए तरजीह दी गई तो पार्टी में बगावत हो सकती है।
2009 में, इनेलो के प्रदीप चौधरी ने सीट जीती। भाजपा उम्मीदवार लतिका शर्मा ने पिछले विधानसभा चुनावों में सीट जीती थी, जबकि इनेलो के प्रदीप चौधरी उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी थे।

देवी काली के नाम पर बसा यह शहर हिमाचल प्रदेश के साथ अपनी सीमा साझा करता है।
कांग्रेस ने इस विधानसभा सीट को 13 में से अधिकतम सात बार जीता है। 2009 में कालका से बाहर ले जाने के बाद पंचकुला को एक नया विधानसभा क्षेत्र बनाया गया था। पूर्व उप मुख्यमंत्री चंदर मोहन 1993 से 2005 के बीच सीट से चार बार विधायक चुने गए थे।

1967 में हरियाणा विधानसभा के गठन के बाद से 2014 के चुनावों में पहली बार कालका विधानसभा क्षेत्र भाजपा के पास गया।
यह कहा जाता है कि कुछ भौगोलिक बाधाओं के कारण निर्वाचन क्षेत्र के बाहरी क्षेत्र तक समृद्धि अभी तक नहीं पहुंची है, जिसके परिणामस्वरूप संपर्क खराब हुआ है। हालांकि, विधायक लतिका शर्मा का कहना है कि यह अब कोई मुद्दा नहीं है। वह दावा करती हैं कि पिछले पांच वर्षों में निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों पर लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

“मैंने विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान विधानसभा क्षेत्र का चेहरा बदल दिया है। शिक्षा से लेकर बिजली, सड़कों और पुलों का निर्माण तक बहुत कुछ किया गया है कहना है लतिका शर्मा का।

इसके विपरीत कांग्रेस की टिकट के दावेदार बंसल ने अपने करियर की शुरुआत लतिका शर्मा की तरह छात्र राजनीति से की थी। उनका कहना है कि निर्वाचन आयोग की निर्वाचन क्षेत्रों की सूची में यह राज्य की पहली विधानसभा सीट है, यह विकास चार्ट पर आता है।

वह भाजपा पर शहर को बेहतर सड़क और स्वच्छता सुविधाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित करने का आरोप लगाते हैं। अपने वक्तव्यों में आरोप लगाते हैं कि भाजपा ने इस क्षेत्र के युवाओं को एचएमटी इकाई को बंद करके बेरोजगार कर दिया है। यहां तक ​​कि लोगों के जीवन को बदलने के लिए पर्यटन के अवसरों का उपयोग नहीं किया गया है। कालका को हिमाचल प्रदेश में बद्दी की तर्ज पर एक औद्योगिक पैकेज की जरूरत है, ”वे कहते हैं।

स्थानीय निवासियों को बेरोजगारी और सड़कों की खराब स्थिति की शिकायत है, इसके अतिरिक्त अवैध खनन, उचित कनेक्टिविटी की कमी, बरवाला और रायपुर रानी में मुर्गी फार्मों के कारण मक्खियों की उपस्थिति इस इलाके की बड़ी समस्याएं हैं।

कालका क्षेत्र के मतदाताओं की स्थिति इस प्रकार है

कुल मतदाता 1,74,996
92,471 पुरुष
82,513 महिलाओं
12 तीसरा लिंग

संभावित उम्मीदवार:
भाजपा: लतिका शर्मा, कुलभूषण गोयल, वीरेंद्र भाऊ,
कांग्रेस: ​​विजय बंसल, प्रदीप चौधरी।

भाजपा ने एचएमटी इकाई को बंद करके क्षेत्र के युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। यहां तक ​​कि लोगों के जीवन को बदलने के लिए पर्यटन के अवसरों का उपयोग नहीं किया गया है। कालका को हिमाचल प्रदेश में बद्दी की तर्ज पर एक औद्योगिक पैकेज की आवश्यकता है – विजय बंसल, कांग्रेस

रमोला क्या सच में भारतीय इतिहासकार है?

सम्राट अशोक को ब्राह्मणों द्वारा इतिहास से निकाले जाने से लेकर युधिष्ठिर को अशोक से प्रेरित बताने तक, रोमिला थापर के ‘ऐतिहासिक ब्लंडर्स’ के सामने आने के बाद सवाल तो पूछा जाएगा कि भारतीय इतिहास और हिंदुत्व से उन्हें इतनी भी क्या दुश्मनी है? यह कैसे इतिहासकार हैं, इनी किताबों के संदर्भ NCERT में लिए जाते हैं और बच्चों के कोमल मन को भ्रमित किया जाता है, इनकी किताबें सनताक अथवा स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रम में पढ़ाई जातीं हैं। फिर इनहन किताबों से ज्ञान ले कर हमारी प्रशासनिक सेवाएँ उत्तीर्ण आर लीं जातीं हैं। इन इतिहास्कारों का क्या करें?

कथित इतिहासकार रोमिला थापर ने इतिहास पर बड़ी-बड़ी पुस्तकें लिखी हैं, कई कॉलेजों में उनका लिखा पढ़ाया जाता है। हाल ही में उन्होंने ख़ुद को जेएनयू के नियम-क़ानूनों से ऊपर समझते हुए अपना सीवी भेजने से मना कर दिया था। अब सोशल मीडिया पर थापर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उनके इतिहास ज्ञान की पोल खुल रही है। रोमिला थापर का यह वीडियो 2010 में इंटरनेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर (आईडीआरसी) के अध्यक्ष डेविड एम मैलोन से बातचीत के दौरान का है। इस कार्यक्रम को इसी संगठन द्वारा आयोजित किया गया था।

कहीं ऐसे ही इतिहासकारों की रचनाओं, पुस्तकों और विचारों से ही प्रेरित हो कर तो अलगाव वाद, सामाजिक दुराव और राष्ट्र विरोधी ताकतों को बल तो नहीं मिलता है? हैरानी है की पिछली सरकारें इन्हे ऐसे बढ़ावा दे रहीं थीं। अब तो उन सरकारों की सोच पर भी प्रश्न चिन्ह लगाना अनिवार्य है।

कार्यक्रम के दौरान रोमिला थापर से सम्राट अशोक को लेकर सवाल पूछे जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि इतिहास में अशोक के बारे में ज्यादा कुछ दर्ज क्यों नहीं है, तो उन्होंने इसका सारा दोष ब्राह्मणों पर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि पुराणों सहित अन्य साहित्यों में ब्राह्मणों ने अशोक का मज़ाक उड़ाया और केवल बौद्धिक साहित्य में ही उनके बारे में लिखा गया। इस दौरान महाभारत की एक घटना का जिक्र भी किया, जब भीषण युद्ध के बाद युधिष्ठिर को कुरु साम्राज्य का सम्राट बनाया जाना था और उन्होंने इनकार कर दिया।

रोमिला थापर के अनुसार, जब युधिष्ठिर को राजा बनने के लिए कहा गया तब उन्होंने कहा कि वह राजसुख का त्याग कर के कहीं और जा रहे हैं। उन्होंने सिंहासन पर बैठने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें काफ़ी मनाया गया, तब जाकर वह तैयार हुए। रोमिला थापर का कहना है कि ‘राजसत्ता के त्याग’ का यह पूरा प्रकरण बौद्ध धर्मों का एक अहम हिस्सा रहा है और बौद्ध सिद्धांतों से प्रेरित है। रोमिला थापर के अनुसार, कुछ इतिहासकार मानते हैं कि राजकाज के त्याग की युधिष्ठिर की भावना के पीछे अशोक की छवि थी।

अर्थात, रोमिला थापर कहती हैं कि युधिष्ठिर ने सम्राट अशोक के सिद्धांतों से प्रेरित होकर राजकाज के त्याग की इच्छा जताई थी। सम्राट अशोक ने 268 ईसा-पूर्व से लेकर 232 ईसा-पूर्व तक राज किया था। इसका मतलब यह कि रोमिला थापर मानती हैं कि महाभारत का युद्ध अशोक के शासनकाल के बाद हुआ था। महाभारत युद्ध अशोक के जन्म के हज़ारों वर्ष पूर्व हुआ था। तमाम इतिहासकारों से लेकर कई विशेषज्ञों ने महाभारत युद्ध की तारीख़ का अनुमान लगाया है और सभी के अनुसार यह मौर्य साम्राज्य से हज़ारों वर्ष पूर्व हुआ था।

Ramola, why do we study dates? asks Sarika Tiwari, Editor: demokraticfront.com

अब आते हैं रोमिला थापर की डेटिंग पर। ख़ुद रोमिला थापर अपने एक लेख में मानती हैं कि महाभारत का युद्ध 3102 ईसा-पूर्व में हुआ था। यही रोमिला थापर कहती हैं कि 232 ईसा-पूर्व तक राज कर करने वाले अशोक से 3102 ईसा-पूर्व के बाद राज करने वाले युधिष्ठिर ने प्रेरणा ली। यह इसी तरह हो गया जैसे कोई कहे कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम ने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा ली थी। या फिर यूँ कह लें कि महात्मा गाँधी कैलाश सत्यार्थी से प्रेरित थे।

अब तक ख़ुद को बड़ा इतिहासकार बता कर अपने ज्ञान की शेखी बघारने वाले इन कथित इतिहासकारों की सच्चाई यह है कि ये तथ्यों को अपने तरीके से पेश कर के एक ख़ास नैरेटिव बनाना चाहते हैं, भले ही वह झूठ हो, भ्रामक हो और सच्चाई से कोसों दूर हो। सम्राट अशोक को ब्राह्मणों द्वारा इतिहास से निकाले जाने से लेकर युधिष्ठिर को अशोक से प्रेरित बताने तक, रोमिला थापर के ‘ऐतिहासिक ब्लंडर्स’ के सामने आने के बाद सवाल तो पूछा जाएगा कि भारतीय इतिहास और हिंदुत्व से उन्हें इतनी भी क्या दुश्मनी है?

aaj a rashifal

Aries

23 सितंबर 2019: आज की ग्रह स्थितियां कुछ कठिन सी प्रतीत हो रही है। जिससे आप व्यवसाय को बढ़ाने के लिए इधर-उधर भाग-दौड़ को बढ़ाने पर मज़बूर होगे। बड़े ही मुश्किल से संबंधित संस्था या व्यक्ति से सहमति होगी। जिससे आप कुछ निराश होने लग जाएंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से आज का दिन ज्यादा अच्छा नहीं होगा।

Taurus

23 सितंबर 2019: संस्थाओं को आगे बढ़ाने तथा सेवाओं के लिए प्रसिद्ध दिलाने के लिए आज आपके ग्रह संकेत कर रहे है। पुरानी लीक से हट कर आप कुछ नया करने का विचार कर लेगे। जिससे आने वाले समय में आपकी साख बन सके। पत्नी के साथ तालमेल होगा। नौकरी सामान्य रूप से चलती होगी। नाखून व गले के रोग हो सकते हैं।

Gemini

23 सितंबर 2019: आज आप कुछ अधिक व्यस्त होगे। ऐसा ग्रहीय संकेत प्राप्त हो रहा है जिससे। चाह कर भी पत्नी व बच्चों को समय नहीं दे पाएंगे। संग्रहित की गई पूंजी का निवेश करने का विचार होगा। आज पुराने अनुभवों का फायदा होगा। स्वास्थ्य में पेट, कमर में दर्द व खुजली होगी। जिससे आपको किसी अस्पताल तक जाना पड़ सकता है।

Cancer

23 सितंबर 2019: संतान पक्ष के रिपोर्ट कार्ड को पढ़ कर आप कुछ प्रसन्न होगे। आज आपको ऐसा लगने लगेगा। कि बच्चों के पढ़ाने के प्रयास सफल हो रहे हैं। वह अपने बौद्धिकता को धीरे-धीरे बढ़ा लेगे। आज कहीं न कहीं से धन का लाभ होगा। निजी संबंधों में मधुरता होगी। योनांगों में अचानक ही पीड़ाएं हो सकती हैं। कुछ उपचार लेना होगा।

Leo

23 सितंबर 2019: पारिवारिक जीवन को सुन्दर व सकारात्मक बनाने की दिलचस्पी होगी। आज आपके ग्रह घर-आंगन को सकारात्मक बनाने के संकेत दे रहे हैं। जिससे आप प्रसन्न हो सके। व्यवसाय में आज फायदा होगा। आप संसाधनों को जुटाने व प्रबंधन करने में सफल होगी। धन मामलों में अधिक खर्च होगा। सावधानी जरूरी है।

Virgo

23 सितंबर 2019: आज आपको किसी धार्मिक कार्यक्रम की सूचना प्राप्त होगी। जिससे आप धर्म लाभ लेने के लिए तैयार होगे। आज किसी रिश्तेदार के यहाँ आप मिलने जा सकते हैं। आज आप अपने व्यवसायिक संसाधनों को बढ़ाने पर जोर देंगे। निजी रिश्तों में आज कोई खास प्रगति नहीं होगी। कार्य के क्षेत्रों में तनाव होगा। साहस व शांति जरूरी है।

Libra

23 सितंबर 2019: आज आप दोहरे लाभ की तरफ कदम बढ़ाने के लिए अधिक सक्रिय होगे। जिससे किसी जमीन का आपको लाभ होगा। पारिवारिक जीवन में खुशियों के अवसर होगे। आज आप कहीं दूर की यात्रा में जाने का निर्णय लेंगे। निजी रिश्तों में सामान्य स्थिति होगी। दांत, कंधे, गर्दन के दर्द से परेशानियां होगी। उचित उपचार ले।

Scorpio

23 सितंबर 2019: व्यवसाय के मामलों में आगे बढ़ने के लिए आप कुछ और सक्रिय होगे। जिससे व्यवसायिक बढत का पहले ही अनुमान लगाना शुरू कर देंगे। वैवाहिक जीवन खुशहाल होगा। पत्नी के साथ आप कुछ सृजनात्मक कार्यों को अंजाम दे सकते हैं। नौकरी पहले की तरह ही चलती होगी। ऋणों के भुगतान की चिंता होगी।

Sagittarius

23 सितंबर 2019: आज आप ससुराल जाने के लिए तैयार होगे। या फिर आप किसी व्यवसायिक बैठक के लिए जा सकते हैं। आज आपको सुन्दर वस्त्राभूषणों का लाभ होगा। आज आप पूंजी की वृद्धि के कुछ नए रास्तों को तलाशने में जुटे होगें। जिससे कुछ हद तक सफलता होगी। सेहत बहुत अच्छी नहीं होगी। जिससे कुछ उपचार लेना होगा।

Capricorn

23 सितंबर 2019: बेटे व बेटी की आज शैक्षिक प्रगति से आप प्रसन्न होगे। पहले के प्रयासों को आज आप फली भूत होते देख कर संतोष प्रकर कर देंगे। आज आपकी आमदनी पहले से अधिक होगी। किन्तु नौकारी के मामलों में सामान्य होगी। निजी संबंधों में बढ़त के योग हैं। घरेलू वातावरण को अच्छा बनाने की चुनौती होगी।

Aquarius

23 सितंबर 2019: आज आपका स्वास्थ्य समद्ध होगा। पहले की पीड़ाओं को समाप्त करने में आज आप बहुत हद तक कामयाब होगे। व्यवसाय के मामलों में बढ़त बनाने के लिए कुछ नए उपायों को अमल में ले सकते हैं। पत्नी व बच्चों के मध्य मधुरता की स्थिति मज़बूत होगी। किसी रिश्ते दार को लेकर आप चिंतित हो सकते हैं।

Pisces

23 सितंबर 2019: आज ग्रहीय गोचर आपके भाग्य को और उच्च करने वाला होगा। आज आप परोपकार व समाजिक मामलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने को तैयार होगे। सेहत खिली हुई होगी। प्रेम संबंधों में निकटता की स्थिति होगी। यदि आप नौकरी हैं, तो सामान्य स्थिति होगी। भूमि के मामलों में अचानक ही विवाद हो सकते हैं।

आज का पंचांग

पंचांग 23 सितंबर 2019   

विक्रमी संवत्ः2076, 

शक संवत्ः1941,

मासः आश्विनी़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः नवमी सांय 06.37  तक, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः आद्र्रा प्रातः 11.30 तक है, 

योगः वरियान सांय 06.20 तक, 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः कन्या, 

चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः06.13,

सूर्यास्तः06.13 बजे।

नोटः आज नवमी का श्राद्ध है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

Mission 75 + राह आसान नहीं

चंडीगढ़, (सारिका तिवारी )

सत्तारूढ़ भाजपा, जो पांच साल पहले अपने वोट शेयर में नाटकीय उछाल से हरियाणा में सत्ता में आई थी, इस बार अपने “मिशन 75 प्लस” में एक बहु-स्तरीय बाधा का सामना कर रही है क्योंकि इसका उद्देश्य राज्य में सत्ता बनाए रखना है।

हरियाणा में 21 अक्टूबर को चुनाव होने हैं, अगले कुछ दिनों में पार्टियों को 90 सीटों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ चयन करने के लिए एक कठिन कार्य का सामना करना पड़ेगा।

जहां मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच देखा जाता है, वहीं पोल ​​रिंग में अन्य खिलाड़ियों में इंडियन नेशनल लोकदल, इनेलो, बसपा, आप और स्वराज इंडिया पार्टी में खड़ी विभाजन के बाद बनी जननायक जनता पार्टी शामिल है।

बेरोजगारी, युवाओं, किसानों, कर्मचारियों, पानी के मुद्दों और भाजपा के चुनावी वादों के कथित तौर पर पूरा न होने के कुछ मुद्दे विपक्ष द्वारा उठाए जाने की संभावना है।

सत्तारूढ़ दल के लिए, शासन में पारदर्शिता, भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता, योग्यता के आधार पर नौकरियां देना, हरियाणा में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करना और राज्य और केंद्र सरकारों की उपलब्धियां चुनावी मुद्दे बनने जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 के टूटने से भाजपा द्वारा चुनाव में भाग खड़े होने की संभावना है।

राज्य के सभी 10 लोकसभा सीटों पर 2019 के आम चुनाव में भाजपा अपने शानदार प्रदर्शन के बाद उत्साहित है।

चुनाव ऐसे समय में आए हैं, जब हरियाणा में विपक्षी पार्टियां हंगामा कर रही हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय देवीलाल द्वारा गठित इनेलो को चौटाला परिवार में झगड़े के कारण अपने विभाजन के बाद पिछले एक साल के दौरान कई असफलताओं का सामना करना पड़ा है।

इनेलो के अधिकांश मौजूदा विधायकों और प्रमुख नेताओं ने चुनाव से पहले भाजपा का रुख किया। अभय सिंह चौटाला पार्टी में गिने-चुने प्रमुख नेताओं में से हैं।

गुटबाजी ने हरियाणा कांग्रेस में भी शादी कर ली थी, हालांकि हाल ही में हाईकमान द्वारा राज्य इकाई में किए गए बदलाव के साथ, पार्टी के नेताओं का दावा है कि यह अतीत की बात है और हर कोई भाजपा को लेने के लिए एकजुट है।

गुटबाजी को समाप्त करने के लिए, कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाई के प्रमुख कुमारी शैलजा को नामित किया है और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल का नेता, और किरण चौधरी को अपनी चुनाव घोषणा समिति का प्रमुख नियुक्त किया है।

आप , जजपाऔर बहुजन समाजवादी पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रही हैं। इस महीने के शुरू में बसपा के साथ जेजेपी का गठबंधन ध्वस्त हो गया।

भाजपा के लिए, मुख्यमंत्री एम एल खट्टर का दावा है कि उनकी पार्टी आराम से 75 सीटों को पार कर जाएगी।

यह पूछे जाने पर कि वह अपनी पार्टी की प्रतियोगिता को किसके साथ देखते हैं, खट्टर ने कहा, “पूरा विपक्ष अव्यवस्थित है, लेकिन कुछ व्यक्तिगत सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा।”

उन्होंने कहा, “गढ़ी सांपला किलोई (भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सीट), मुकाबला कांग्रेस के खिलाफ होगा। ऐलनाबाद (अभय चौटाला की सीट), यह इनेलो के खिलाफ होगा, और इसी तरह जेजेपी या निर्दलीय के खिलाफ कुछ सीटों पर होगा।”

उन्होंने कहा कि भाजपा “सभी 90 सीटों पर मजबूत है” और नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप देगी।

हालांकि, उम्मीदवारों को अंतिम रूप देना बीजेपी के लिए एक कठिन काम हो सकता है क्योंकि इसमें विपक्षी खेमे के कई नेताओं के भगवा पोशाक में शामिल होने की समस्या है।

“संभावित उम्मीदवार कई हो सकते हैं, लेकिन अंत में केवल 90 को टिकट मिलने वाले हैं,” खट्टर ने कहा।

अक्टूबर 2014 के विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने हरियाणा में पहली बार अपने दम पर सत्ता में आने के बाद वोट शेयर में एक नाटकीय उछाल दर्ज किया था, जो 2009 में 47 से 2014 तक एक मजबूत मोदी की पृष्ठभूमि में अपनी रैली को चार से जूम कर देखा था। लहर।

बाद में, इसने जींद विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में एक और सीट जीती।

2009 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के वोट हिस्से दारी में 9.05 प्रतिशत की कमी हुई थी। यह तब तक हरियाणा में इनेलो सहित क्षेत्रीय दलों के लिए दूसरी भूमिका निभा रहा था।

निवर्तमान विधानसभा में, इनेलो के 19 विधायक हैं, लेकिन उसके दो विधायकों की मृत्यु हो गई और कई भाजपा में बदल गए।

कांग्रेस में 17, बसपा एक, निर्दलीय पांच और शिअद में एक सदस्य है।

हरियाणा पुलिस…दूसरों को नसीहत, खद मियां फजीहत

पंचकूला के सेक्टर 14 का मामला

जगंशेर राणा:

दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत…जी हां, यह हाल हरियाणा पुलिस का है। हरियाणा पुलिस नए ट्रैफिक नियमों के नाम पर राहगीरों को यातायात का पाठ पढ़ा रही है, लेकिन खुद पुलिस के जवान यातायात नियमों के प्रति बेपरवाह हैं। पुलिस न तो यातायात नियमों का पालन
करने में दिलचस्पी दिखा रही है और न ही उनमें चालान का कोई डर दिखाई देता है।

ऐसा ही नजारा पंचकूला के सेक्टर-14 में देखने को मिला। यहां पर पीसीआर नंबर-3 पर तैनात पुलिस कर्मी न तो सीट बैल्ट लगा रखी थी और न ही उसे निर्धारित स्थान पर पार्किंग किया था।
इस स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस नए यातायात नियमों के प्रति कितनी गंभीर है। पुलिस का काम यातायात नियमों का पालन करना नहीं है बल्कि नियमों का रौब दिखाकर राहगीरों को परेशान करना है। हर राहगीर पुलिस के रौब से त्रस्त है। बिना हेलमेट से लेकर सीट बैल्ट न बांधने वाले वाहन चालकों का न केवल पुलिस चालान करती है बल्कि उन्हें यातायात नियमों की पालना करने की नसीहत भी देती है। मगर खुद पुलिस वाले यातायात नियमों के पालन को लेकर सचेत नहीं है।

राहगीरों का कहना है कि पुलिस नए यातायात नियमों के नाम पर चालान का हवाला देकर वाहन चालकों से अच्छी खासी अवैध वसूली भी कर रही है। मामला यहीं नहीं थमता, पुलिस हर चौक व चौराहे पर वाहन चालकों को किसी न किसी उलझन में उलझाकर चालान कर रही है। यह स्थिति पूरे पंचकूला में है, मगर खुद पुलिस नियमों की पालना को लेकर पूरी तरह अनभिज्ञ है।

नए नियमों के नाम पर दिखाया जा रहा रौब

नए नियमों के नाम पर पुलिस पूरा रौब दिखा रही है। वाहन चालकों को पुलिस न केवल यातायात नियमों की उलझन में उलझाकर चालान के फेर में फंस रही है बल्कि चालान की एवज में मोटी राशि भी वसूली जा रही है।

हेडक्वार्टर का कानून पाठ भी नजर अंदाजा

पंचकूला में पुलिस का हेडक्वार्टर है। यहां पर हर पुलिस कर्मी को कानून का पाठ पढ़ाया जाता है। खुद पुलिस महानिदेशक पुलिस कर्मियों को आह्वान करते हैं कि यातायात नियमों से लेकर जनता के साथ अदब के साथ पेश आना है। मगर पुलिस जवान खुद महानिदेशक की अपील की अनदेखी कर रहे हैं, वे न तो यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं और न ही जनता के साथ अदब के साथ पेश आ रहे हैं।

शराब तस्करो के विरूद्ध अभियान जारी, 1212 बोतले शराब जब्त

 दिनांक 21-09-2019  पंचकुला

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेशानुसार आगामी विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए आयुक्तालय पंचकूला में कमलदीप गोयल, ह॰पु॰से।, पुलिस उपायुक्त पंचकूला के दिशा निर्देशानुसार अवैध मादक एवं नशीले पदार्थो तथा अवैध शराब की बिक्री करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही करने बारे चलाए हुए अभियान के तहत अपराध शाखा सेक्टर 26 की टीम द्वारा शराब माफ़िया पर कड़ी कार्रवाई करते हुए माजरी चौक सेक्टर 1 से ट्रक में भरकर तस्करी कर ले जाई जा रही 101 पेटी अवैध शराब ज़ब्त की है।

अपराध शाखा सेक्टर 26 ने इस सिलसिले में एक आरोपी को भी गिरफ़्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान सुनील चौहान पुत्र मस्तराम वासी गाँव ईडा थाना नेरवा  जिला शिमला के रूप में हुई है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहाँ जानकारी देते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच सेक्टर 26 टीम दिनांक 20-09-19 को दौराने नाकाबंदी नज़दीक माजरी चौक सैक्टर 1 पंचकूला मौजूद थी तभी DI कट की तरफ़ से एक कैंटर आता दिखाई दिया जिसके टॉर्च की लाइट से रुकने का इशारा किया जो सामने खड़े पुलिस की पार्टी को देखकर वह अपने कैंटर को रोकर नीचे उतरकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस पार्टी द्वारा उसको कुछ ही कदमों की दूरी पर दबोच लिया गया। जब उससे उसके कैंटर में लोड समान के बारे में पूछा गया तो वह बात को घुमाने फिराने लगा । जो शक के आधार पर उसके कैंटर को चैक किया गया तो पीछे की लाइन में ईटे लगी दिखाई दी जब ऊपर चढ़कर देखा गया तो अंदर की तरफ़ शराब की पेटियाँ लोड मिली । आरोपी सुनील से शराब की पेटियों के बारे में लाइसेंस वैध काग़ज़ात पेश करने वाले कहा गया तो वह कोई लाइसेंस और परमिट पेश नहीं कर सका। शराब की पेटियों को नीचे उतारकर जब गिनती की गई तो कुल 101 पेटियाँ (1212 बोतले) अवैध अंग्रेज़ी शराब बरामद हुई। पकड़े गए आरोपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की गई है ।

एनडीटीवी की पूर्व एंकर को कॉंग्रेस ने बनाया राष्ट्रिय प्रवक्ता

  1. सुप्रिया श्रीनेत को कांग्रेस ने दी बड़ी जिम्मेदारी
  2. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता बनीं सुप्रिया श्रीनेत
  3. महाराजगंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं सुप्रिया

ई दिल्ली: 

महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Srinet) को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की ओर से शनिवार को जारी बयान के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने सुप्रिया की नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले तक टीवी पत्रकार रहीं सुप्रिया कांग्रेस के पूर्व सांसद हर्षवर्धन की पुत्री हैं. वह इस लोकसभा चुनाव में महाराजगंज से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं थीं लेकिन उन्हें भाजपा के पंकज चौधरी से हार का सामना करना पड़ा था. उनके पिता हर्षवर्धन इसी सीट से दो बार सांसद रहे हैं. 

टेलीविजन पत्रकारिता का चर्चित चेहरा रहीं सुप्रिया चैनलों में विभिन्‍न पदों पर 10 साल से ज्‍याद वक्‍त तक काम कर चुकी हैं। वह टाइम्स टेलीविजन नेटवर्क के बिजनेस चैनल ईटी नाउ में कार्यकारी संपादक थीं। ईटी नाउ से पहले वह एनडीटीवी में असिस्‍टेंट एडिटर थीं। लेडी श्रीराम कॉलेज की पूर्व छात्रा रहीं सुप्रिया श्रीनेत ने इतिहास में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। उन्‍होंने अपनी स्‍कूली शिक्षा लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट से की है। वह लखनऊ विश्‍वविद्यालय से राजनीति विज्ञान, इतिहास और अर्थशास्‍त्र में स्‍नातक हैं। 

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 20.09.2019

08 persons arrested while consuming liquor at public place

          In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out in different parts of the city. Under this drive total 08 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 08 persons were arrested while consuming liquor at public   place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:- PS=11-02 cases, PS-17 = 01 case, PS-IT Park=01, PS-34=01, PS-49=02 cases & PS-36=1 case.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Dowry

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband and others resident of Distt. Mohali, PB., harassed complainant to bring more dowry. A case FIR No. 121, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 118, U/S 420, 120-B IPC and 66 C & D IT Act-2000 has been registered in PS-49, Chandigarh on the statement of Pawan Kumar & others R/o 2164/B, Block No.7, CHB flats, Sec-63, Chandigarh against unknown person, who cheated complainant’s cash Rs. 3.30 lakh by making fake whatsapp ID in the name of his friend namely R.D. Verma. Investigation of case is in progress.

Snatching

A case FIR No. 153, U/S 379, 356, 34 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the complaint of a lady resident of Manimajra, Chandigarh who reported that two unknown persons on black motor cycle snatched away complainant’s gold chain with locket near Teji traders shop, Shanti Nagar, MM, Chandigarh on 20.09.2019. Investigation of the case is in progress.