महबूबा से जे&के बैंक में फर्जी भर्तियों पर होगी पूछताछ, नपेंगे कई दिग्गज

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है। एसीबी जांच के दौरान जे एंड के बैंक के बर्खास्त चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू के कामकाज में दर्जनों ऐसे नियुक्तियों का पता चला जो पिछले दरवाजे से की गई थी

श्रीनगर: 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है. मुफ्ती को उनके कुछ मंत्रियों के संदर्भ में उनकी भूमिका बताने को कहा गया है. एसीबी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने मुफ्ती को एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की नियुक्तियों की जांच के दौरान यह सामने आया है कि कुछ मंत्रियों ने इस बैंक के अध्यक्ष को इसके लिए सिफारिशें भेजी थीं.

मुफ्ती से यह स्पष्ट करने का अनुरोध किया गया है कि क्या इसमें उनका कोई मौखिक या अन्य प्रकार का समर्थन था?  इस मामले में जब सूत्रों से पूछा गया कि अगर मुफ्ती का जवाबदेही असंतोषजनक पाई गई तो एसीबी द्वारा अगला कानूनी कदम क्या होगा, तो सूत्रों ने कहा, “इस स्थिति में उन्हें जांचकर्ताओं के सामने पेश होने के लिए बुलाया जाएगा.”

एसीबी जांच के दौरान जे एंड के बैंक के बर्खास्त चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू के कामकाज में दर्जनों ऐसे नियुक्तियों का पता चला जो पिछले दरवाजे से की गई थी. शेयरधारकों और जमाकर्ताओं के आश्वासन ने हालांकि अब बैंक को संकट की स्थिति से बाहर निकाल दिया है और राज्य के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान को बनाए रखने और मजबूत करने के प्रयास जारी हैं.

सभी दल एक्जुट हो कर कश्मीर को बचाएंगे: अब्दुल्ला

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा घाटी में 10,000 सैनिकों की तैनाती के बाद पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस बीजेपी सरकार को को लगातार चेतावनी दे रही है.  इसी बीच रविवार को कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक की गई. बैठक पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के निवास पर होनी थी, लेकिन अंतिम समय में एनसी संरक्षक, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के घर में स्थानांतरित कर दी गई. फारूक अब्दुल्ला के निवास पर ऑल पार्टी  केे नेता लोग मीटिंग के लिए इकट्ठा हुए. बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं राज्य के लोगों से अपील करता हूं कि वे शांत रहें.

मैं भारत और पाकिस्तान से अपील करता हूं कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे लोगों को परेशानी हो और दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़े.’ अब्दुल्ला ने कहा कि, घाटी के लोग डरे हुए हैं. आज तक कभी अमरनाथ यात्रा समय से पहले खत्म नहीं हुई है. अब्दुला ने बैठक में कहा कि, पीएम मोदी और राष्ट्रपति को कश्मीर के लोगों के हित को समझना चाहिए. उन्हें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे माहौल खराब हो. राज्‍य का विशेष दर्जा खत्‍म न किया जाए. कश्‍मीर में सेना की तैनाती से डर का माहौल है.

कश्‍मीर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. हर इंसान घबराया हुआ है. ये जम्‍मू कश्‍मीर के लिए बुरा वक्‍त है. इससे पहले पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करके फारुख अब्दुल्ला से सर्वदलीय बैठक बुलाने की अपील की थी. महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘हाल के घटनाक्रमों के प्रकाश में आने से जम्मू-कश्मीर में दहशत का माहौल है.’

उन्होंने कहा था कि मैंने डॉ फारूक अब्दुल्ला से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का अनुरोध किया है. एक साथ आने और एकजुट प्रतिक्रिया देने के लिए समय की आवश्यकता है. हमें कश्मीर के लोगों को एक होने की जरूरत है.

अल्का ने पार्टी से दिया इस्तीफा, विधायक बनीं रहेंगी

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) से नाराज चल रहीं चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा देने का एलान किया है. अलका चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की ओर से विधायक हैं. हालांकि वे विधायक बनी रहेंगी. अलका ने बताया ‘मैंने अपने क्षेत्र के लोगों से सलाह-मशविरा करने के बाद ही यह फैसला किया है. लोगों से बातचीत करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचीं कि हमें पार्टी से संबंध तोड़ लेना चाहिए. इसके बाद मैं पार्टी की अग्रिम सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रही हूं. मैं जल्द ही लिखित तौर पर ये इस्तीफ़ा पार्टी को दूंगी.’

अलका लांबा ने ट्वीट करके 2 बात लिखी हैं, पहला- मेरी जनता का फ़ैसला है कि, आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौते करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दूं, जिसकी घोषणा आज की भी गई है. दूसरा- अगला चुनाव चाँदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से आज़ाद उम्मीदवार के तौर पर लड़ूं. आखिरी में आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए लांबा ने लिखा कि, AAP में दम हो तो पार्टी से बाहर करें.अलका ने कहा कि उनके क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा और मोहल्ला क्लीनिक का काम बचा हुआ है. एक विधायक के तौर पर वे अपने क्षेत्र की समस्याओं के लिए आवाज़ उठाती रहेंगी और उनके निवारण के लिए काम करती रहेंगी.

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद लांबा और पार्टी के बीच तनाव बढ़ गया था. पार्टी ने उन्हें पार्टी विधायकों के वाट्सएप ग्रुप से भी निकाल दिया था। इसके बाद एक भावुक ट्वीट में लांबा ने कहा था कि 2013 में आम आदमी पार्टी के साथ शुरू हुआ सफर 2020 में समाप्त हो जाएगा.

घुसपैठ से हारे पाकिस्तान ने जारी की चौकन्ने रहने की सलाह

काश्मीर:  पाकिस्तानी घुसपैठियों पर भारतीय सेना की बोफोर्स से की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट रहने को कहा है। नियंत्रण रेखा पर चल रही गोलाबारी के चलते पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट रहने के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है।

LOC पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर भारतीय सेना हमेशा से अंकुश लगाने में कामयाब होता रहा है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर आतंकी कैंप चलाए जा रहे हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए LOC पर पाकिस्तान की तरफ से आतंकी घुसपैठ को नाकाम करने को लिए भारतीय सेना ने अब बोफोर्स के होवित्जर तोपों का इस्तेमाल किया है। होवित्जर तोपों से आतंकी कैंपों पर सेना ने गोलाबारी की है।

POK में पाकिस्तान समर्थित आतंकी कैंपों पर भारत ने दागे गोले

सेना के सूत्रों ने बताया कि POK में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर आतंकी कैंप चलाए जा रहे हैं, जिन पर भारतीय सेना ने बोफोर्स की होवित्जर तोपों से गोलाबारी की है। इस गोलाबारी पर भारतीय सेना का कहना है कि वो सिर्फ सीमा पार बैठे आतंकियों और उनका समर्थन करने वाली पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर गोलाबारी कर रही है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी बोफोर्स की तैनाती की पुष्टि की ।

सत्यपाल मलिक ने भी बोफोर्स की तैनाती की पुष्टि की

आपको बता दें कि 31 जुलाई और 1 अगस्त को भी पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने केरन सेक्टर हमला पर करने की नाकाम कोशिश की थी। जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। इस हमले में BAT के 5 से 7 आतंकियो को मार गिराया। आपको बता दें कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के नाजुक हालात का फायदा ऊठाना चाहता है। पाकिस्तान लगातार 2 दिनों से जैश-ए-मोहम्मद और भी कई आतंकी संगठनों के आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश में है। कुछ दिनों पहले ही इलाके में भारतीय सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया था।

आतंकी जम्मू-कश्मीर के हालात बिगाड़ने की कर रहे कोशिश

POK में पाकिस्तान समर्थित आतंकी इस वक्त जम्मू-कश्मीर के हालात बिगाड़ने और अमरनाथ तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने की कई बार कोशिश कर चुकें हैं। भारतीय सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा रूट से पाकिस्तानी स्नाइपर राइफल, आईईडी और माइन बरामद किया है। साथ ही सुरक्षा बलों ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों और सैन्य कर्मियों पर हमले की पाकिस्तानी साजिश को नाकाम कर दिया है।

बोफोर्स ने फिर तोड़ी पाकिस्तान के नापाक इरादों की कमर

श्रीनगर: कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर विजय पाने में भारतीय सेना के लिए बोफोर्स तोप काफी मददगार साबित हुआ था. अब शनिवार को जब भारतीय फौज ने एक बार फिर से बोफोर्स का मुंह खोला तो पाकिस्तानी सेना और आतंकियों की शामत आ गई. सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार और शनिवार के बीच पाकिस्तान की ओर से आतंकी भारतीय सीमा में दाखिल होने की फिराक में थे. इस दौरान पाकिस्तानी सेना की सह पर काम करने वाले बर्बर लड़ाकों की फौज BAT उन्हें बैकअप दे रही थी. तभी भारतीय जांबाजों ने बोफोर्स से मुंहतोड़ जवाब दिया.

सूत्रों का कहना है कि जब बोफोर्स तोप से गोले दागे जाने लगे तो पाकिस्तान की सारी तैयारी धरी की धरी रह गई. बोफोर्स से निकलने वाला हरेक गोला पाकिस्तानी खेमे को तहस-नहस कर गया. बोफोर्स के वार में सीमापार के कई आतंकी कैंपों को भी नुकसान पहुंचा है. साथ ही बैट (BAT) यानी पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम के करीब 7 लड़ाके भी ढेर हो गए हैं. भारत ने सबूत के तौर पर इसकी तस्वीर भी जारी की हैं.

सेना के सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तानी खेमे को अंदाजा ही नहीं था कि भारत बोफोर्स से जवाबी कार्रवाई करेगा. जवाबी कार्रवाई के दौरान ऐसा लगा मानो बोफोर्स के हरेक फायर की गूंज से पाकिस्तान के बुजदिल सैनिकों का कलेजा बैठ रहा हो. बोफोर्स के फायर का उनकी ओर से कोई जवाब ही नहीं आया.

भारत ने पाकिस्तान को मृत सैनिकों के शव ले जाने का प्रस्ताव दिया

भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तानी सेना को उसके मृत सैनिकों के शव ले जाने का प्रस्ताव दिया है. ये सैनिक जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ करने के प्रयास के दौरान मारे गए थे. भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा, ‘पाकिस्तानी सेना को सफेद झंडा लेकर आने और भारतीय सीमा में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के शव उनके अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का प्रस्ताव दिया गया है.’ सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

यह घटना 31 जुलाई और एक अगस्त की रात में केरन सेक्टर की है जब पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन की एक टीम (बैट) ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की थी. सूत्रों ने शनिवार को कहा कि पांच से सात आतंकवादी और संभवत: एसएसजी कर्मी मारे गए थे. चार शव नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अभी भी खुले में पड़े हैं.

पिछले एक सप्ताह में राज्य में एलओसी पर अशांति फैलाने के लिए संघर्ष विराम के उल्लंघन के साथ-साथ घुसपैठ और बैट की कोशिशों के मामले बढ़ गए हैं. इन घटनाओं के बाद अमरनाथ यात्रा को दो सप्ताह पहले ही रोक दिया गया और श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को घाटी से जाने का निर्देश दिया गया है.

घाटी में पाँव पसारता उग्रवाद नहीं बल्कि सेना की उपस्थिती है मुफ़्ती की चिंता का सबब

हरदम पाकिस्तान का यशोगान करने वाली महबूबा मुफ़्ती तो मानों अभी भी तक रोटी भी ठीक से नहीं बोल पाती, चौमासे के दौरान जब भारत में विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक यात्राओं के कारण उत्तर भारत बहुत व्यास्त हो जाता है खासकर काश्मीर। इन्हीं दिनों पाकिस्तान की तरफ से घाटी में पाकिस्तान प्रायोजित उग्रवादी प्रवेश करते हैं। घाटी में सेना का आगमन महबूबा को अखरता है लेकिन वहीं उग्रवादियों के लिए यह पलक पांवड़े बिछाती है। काश्मीर कि यह इकलौती राजनेता हैं जिन्हें घाटी में सेना कि उपस्थिती नहीं मंजूर क्योंकि यह न केवल उग्रवाद को रोकती है अपितु क्षेत्र में नागरिकों के हित का भी ख्याल रखती है जो पिछले 70 वर्षों में इनके परिवार न रख पाये। पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार जम्‍मू और कश्‍मीर पर अपना रुख स्‍पष्‍ट करे. हमें कोई नहीं बता रहा है कि आखिर हो क्‍या रहा है.

नई दिल्‍ली : जम्‍मू-कश्‍मीर के मौजूदा हालात को लेकर पीडीपी अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. महबूबा मुफ्ती ने राज्‍य में आर्टिकल 35ए और धारा 370 के मुद्दे पर कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में केंद्र सरकार जो करने जा रही है, उसके नतीजे अच्‍छे नहीं होंगे. उन्‍होंने कहा कि नतीजे इतने खतरनाक हैं कि आने वाले समय में इस प्रदेश और पूरे मुल्क के लिए ये अच्‍छे नहीं होंगे. उन्‍होंने कहा कि सरकार जम्‍मू और कश्‍मीर पर अपना रुख स्‍पष्‍ट करे. हमें कोई नहीं बता रहा है कि आखिर हो क्‍या रहा है. 

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने पूरे के लोगों और सरकार को यह समझाने की पूरी कोशिश की कि अगर आर्टिकल 35ए और धारा 370 के साथ छेड़छाड़ की गई तो कितने खतरनाक नतीजे हो सकते हैं. हमने केंद्र सरकार से इस संबंध में अपील भी की, लेकिन सरकार से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. सरकार अपना रुख स्‍पष्‍ट करे.

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम लोगों ने आज शाम को सर्वदलीय बैठक के लिए होटल बुक किया था. लेकिन लेकिन सरकार और पुलिस की ओर से इसकी इजाजत नहीं मिली. पुलिस की ओर से सभी होटलों को एडवाइजरी जारी करके कहा गया है होटल में किसी भी राजनीतिक पार्टी की बैठक ना होने दी जाए. इसलिए आज शाम 6 बजे मेरे घर पर सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई है. 

उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर के ऊपर जैसी मुसीबत है, वो पहले कभी नहीं थी. जो बॉर्डर पर हो रहा है, नागरिकों की जान जा रही है, क्लस्टर बम का इस्तेमाल हो रहा है. ये तो इजराइल करता है, पता नहीं क्या हो रहा है. अलगाववादियों के साथ जो करना था, कर लिया, अब मुख्‍यधारा की पार्टियों के खिलाफ करप्शन को टूल बनाकर इस्तेमाल कर रहे हैं.


‘पाकिस्तान सफेद झंडा लहराए और बर्बर BAT के शव ले जाए’ भारतीय सेना

भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को शवों को लेने की पेशकश की है. भारत ने पाकिस्तान सेना को श्वेत ध्वज के साथ संपर्क करने और अंतिम संस्कार के लिए शवों को लेने की पेशकश की है.

श्रीनगर: भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को शवों को लेने की पेशकश की है. भारत ने पाकिस्तान सेना को श्वेत ध्वज के साथ संपर्क करने और अंतिम संस्कार के लिए शवों को लेने की पेशकश की है. हालांकि पाकिस्तान की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मालूम हो कि शनिवार को भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की BAT फौजी दस्ते के 5-7 सदस्यों को मार गिराया था. BAT फौजियों के शव भारतीय सीमा में हैं. दोनों जारी गोलीबारी के चलते शवों को वहां से हटाया नहीं गया है. ऐसे में भारत ने पाकिस्तान के सामने शवों को ले जाने की पेशकश की है.

BAT पर सेना की बड़ी कार्रवाई
सेना ने LoC पर पाकिस्तानी BAT के 5-7 कमांडो और आतंकी मार गिराये हैं. इस कार्रवाई के साथ ही भारतीय सेना ने साफ संदेश दिया है कि ‘जन्नत’ में घुसोगे तो जहन्नूम भेजे जाओगे’.

आतंकियों के शव LoC पर ही पड़े हैं. सेना ने मारे गए आतंकियों की तस्वीर जारी की है. इससे पहले शोपियां और सोपोर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. यहां 2 दिन में 4 आतंकी भी मार गिराये गए. 31 जुलाई की रात को BAT ने घुसपैठ की कोशिश की थी.

ये BAT क्या है?

बैट (BAT) यानी पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम, ऐसी टीम जो क्रूरता की सभी हदों को लांघ जाती है. बैट कमांडो पर कई बार भारतीय सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत करने का आरोप लगता रहा है. शहीद हेमराज का सिर काटने का आरोप भी बैट कमांडो पर लगा था. इस टीम में सेना के कमांडो के साथ आतंकी भी शामिल होते हैं.

बैट भारत-पाकिस्तान सीमा में एक से तीन किलोमीटर तक हमले को अंजाम देती है. बैट जब भी सीमा पर भारतीय सेना (Indian army) को शिकार बनाने निकलती है, PAK रेंजर्स उन्हें कवर फायरिंग देते हैं. पाकिस्तान आर्मी कैंप में बैट कमांडो की ट्रेनिंग होती है. इन्हें बर्फ, पानी, हवा, जंगल और मैदान में मार करने का प्रशिक्षण दिया जाता है. ये अपने साथ हाई एनर्जी फूड लेकर चलते हैं.

A special interactive session of Post-Doctoral Fellows of PU held

Korel, Chandigarh 4TH August 2019

             A special interactive session of Post-Doctoral Fellows (PDFs) of Panjab University, Chandigarh was held today with Sh. Ajay Gupta, Director (Research), ICSSR, New Delhi. He discussed and highlighted various schemes of ICSSR where several grants worth lacs are available to faculty members and research scholars of universities. 

            A presentation given by Sh. Gupta revealed that the rejection rate of Post-Doctoral Fellowships, Doctoral Fellowships and other national Fellowships offered by ICSSR is very high because the emphasis is on approving high quality research work by the body. 

            “Our aim is that more and more researchers and teaching faculty can make use of the grants and schemes offered by ICSSR. There are new schemes and projects that can be applied for and our website is extremely friendly,” said Sh. Gupta.

            The Dean of University Instructions (DUI) and officiating Vice Chancellor, Prof. Shankarji Jha, Dean of Student Welfare (DSW) Prof Emanual Nahar were present at the occasion. 

            “I am immensely happy to see that the PDF forum in PU is doing great work and organising constructive activities for welfare of all researchers,” said Prof. Emanuel. 

            Seminar Convenor Dr. Pulakes Purkait, Department of Anthropology thanked the PDFs and University officials for supporting the activities of forum. 

            Other Professors present at the seminar included Prof. Devinder Singh, Prof. Sanjay Kaushik, Prof. Sanjeev Sharma and Dr. Prabhdip Brar.

The session was attended by PDFs, PhDs and other students of PU campus and was organised by PDF Academic Forum and UIFT. 

Tree plantation camp organised at Boys Hostel no. 2.

Chandigarh 4TH August 2019

            Tree plantation camp organised at Boys Hostel no. 2. Chief guest of the  event : Mr J. Sanjeev  Kaushik: Chairman CAT CHD.  Guests of honor : Mr Rakesh Kumar Popli: PCS, Additional Excise and Taxation Commissioner, Chd. Prof Emanual Nahar, Dean Student Welfare  and Dr. Sanjeev Gautam.

सीज़ फायर उलंघन के दौरान भारतीय सीमा में पाकिस्तानी BAT कमांडो ढेर

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के मद्देनजर जारी की गई एडवायजरी के बाद शनिवार को पाकिस्तान ने एकबार फिर से संघर्षविराम का उल्लंघन किया. पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी की गई. वहीं, सीमा पर पाकिस्‍तानी गोलीबारी का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं. शनिवार को कैरन सेक्‍टर में हुई पाकिस्‍तानी गोलीबारी का जवाब भारतीय सेना ने तत्काल रूप से दिया. पाकि‍स्‍तानी की ओर से जारी गोलीबारी की नापाक हरकत पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान की बैट (बार्डर एक्शन टीम) के 5 से 7 सैनिक ढेर कर दिए हैं. 

बीते 36 घंटों से कैकन सेक्टर में पाकिस्तानी बैट टीम घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. बताया जा रहा है कि बैट टीम के 5 से 7 ढेर कर दिए गए हैं. उनके 4 शव अभी भी सीमा पर ही पड़े हुए हैं. भारी गोलीबारी के चलते अभी तक शवों को नहीं उठाया गया है.

बताया जा रहा है कि भारतीय सेना की ओर से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान के कई चौकियां भी तबाह हो गई हैं. पाकिस्‍तानी सेना फायरिंग की आड़ में लगातार घुसपैठ का प्रयास करती रहती है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से जुलाई महीने के दौरान कुल 272 संघर्षविराम उल्लंघन हो चुके हैं. पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन करता रहा है. इस साल पाकिस्तान की ओर से कुल 1,593 संघर्ष विराम उल्लंघन हुए हैं. मार्च में तीन, जून में एक और जुलाई में दो सैनिक शहीद हो चुके हैं. इसके अलावा जुलाई महीने के दौरान ही कुल 272 संघर्ष विराम उल्लंघन हुए हैं.