काँग्रेस अपने मार्ग से भटक चुकी है: हुड्डा
भूपिंदर सिंह हुड्डा ने 25 सदस्यीय एक कमेटी बनाने का जरूर ऐलान किया है, जो इस पर आगे का निर्णय लेगी. इससे पहले रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के समर्थन में उमड़े तमाम नेताओं ने उनके नेतृत्व में आगे की लड़ाई लड़ने की बात कही.
- रोहतक में की पूर्व सीएम ने महापरिवर्तन रैली,
- 13 वधायक, कई पूर्व विधायक रहे मौजूदपिता के साथ पूर्व सांसद दीपेंद्र
- दीपेंद्र बोले-देशहित में किया अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन
रोहतक. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राष्ट्रीय स्तर की राजनैतिक पार्टी कांग्रेस के साथ अपने पुश्तैनी रिश्ते को तोड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि अभी इस तरह का कोई ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन रविवार को अपने गढ़ माने जाते रोहतक में उन्होंने महापरिवर्तन रैली की। इस रैली से निकलकर आया है कि हुड्डा ने 25 सदस्यों की एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने वाली इस कमेटी के इनपुट तय करेंगे कि आने वाले दिनों में हुड्डा कांग्रेस के हाथ के साथ ही रहेंगे या अपनी अलग राह अपनाएंगे। हुड्डा ने यह जरूर कह डाला, ‘आज खुद को अतीत से मुक्त करता हूं।’
रविवार को रोहतक मेें आयोजित महापरिवर्तन रैली में हुड्डा समर्थक 13 विधायक, कई पूर्व विधायक सहित हरियाणा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि हुड्डा को एक मजबूत फैसला लेना चाहिए। वह जो भी तय करेंगे, उसमें सभी साथ हैं। इस दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि आज अतीत आज हरियाणा का किसान तबाही की ओर है और बेरोजगारी बढ़ रही है। मैं 72 साल का हो गया हूं और रिटायर होना चाहता था, लेकिन हरियाणा की हालत देखकर संघर्ष का फैसला किया। देशहित से ऊपर कुछ नहीं।
हरियाणा में कांग्रेस से अलग होने का साफ संकेेत देते हुए कहा आज खुद को अतीत से मुक्त करता हूं। मुझे नेताओं व रैली में मौजूद लोगों द्वारा कोई भी फैसला लेने का जो अधिकार दिया है उसके लिए मैं एक कमेटी का गठन करूंगा। कमेटी की सलाह पर इस बारे में कोई भी फैसला लूंगा।
इस दौरान हुड्डा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद हटाने का हमारे (कांग्रेस) नेताओं ने विरोध किया, यह सही नहीं था। मैंने देशहित के इस निर्णय का समर्थन किया। उन्होंने कहा, मेरे परिवार की चार पीढि़यों कांग्रेस से जुड़ी रही है। हमने कांग्रेस के लिए जी-जान से मेहतन की, लेकिन अब कांग्रेस पहले वाली नहीं रही। अब यह बदल गई है।
…और किस नेता ने क्या कहा?
रैली में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि कांग्रेस कहां है। कमरों में बैठे कुछ नेता कांग्रेस की दशा नहीं बदल सकते। यदि कांग्रेस की हालत को सुधारना था तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कमान देनी चाहिए थी। विधायक करण सिंह दलाल ने हरियाणा में गुटबाजी पर जमकर हमले किए। उन्होेंने कहा कि हम कोई भी जनहित के मुद्दे को उठाते थे हमारी पार्टी के नेता ही इसका विरोध किया। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुखातिब होते हुए कहा, अब समय आ गया है कि हुड्डा जी आप फैसला करें। कांग्रेस आलाकमान से साफ बात करें कि वह आपके नेतृत्व मेें हरियाणा में कांग्रेस को एकजुट कर आगे की राह तय करे। अन्यथा, अलग राह चुनें और तय करें किे अलग पार्टी बनानी है या मंच, किसी दल से गठजोड़ करना है इस पर फैसला करें। आपके नेतृत्व में सभी आगे बढ़ने को तैयार हैं।
पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विकास की राजनीति और भाजपा के राजनीति के दोराहे पर खड़़ा है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की चर्चा करते हुए दीपेंद्र ने कहा कि हमने देशहित को समर्थन किया। इसे हटाने का तरीका सही नहीं था, लेकिन यह राष्ट्रहित में था। उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा ने कहा कि हुड्डा ने हरियाणा में अभूतपूर्व कार्य किया।विधायक आनंद सिंह दांगी ने कहा कि देश में जो भी परिवर्तन जनता के माध्यम से होता है। आज जितनी संख्या में लोग आए हैं वह परिवर्तन का संकेत दिया है। रैली को विधायक ललित नागर ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अब परिवर्तन चाहती है। यह परिवर्तन भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हो सकता है। हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में अगली सरकार बनानी है।