गांव रिहोड हुआ गंदी राजनीति का शिकार, अंडर पास के नाम पर मिला पानी का कुआं

बरवाला (प्रिंस):

मामला यह है कि गांव रिहोड से होते हुए जो नेशनल हाईवे 73 निकला उस समय गांव वालों ने फ्लाईओवर की मांग की थी यह 15 गांव का रास्ता है लोगों को रोजमर्रा के काम करने के लिए बरवाला जाना पड़ता है इसलिए यह फ्लाईओवर की मांग की गई थी।

गांव के लोगों ने विधायक जी को ज्ञापन दिया था और अन्य संस्थान जहां ज्ञापन देना चाहिए था वहां ज्ञापन दिया था और धरना प्रदर्शन भी किया गया लेकिन फिर भी कुछ लोगों की गंदी राजनीति के चलते राजनीतिक दबाव के कारण यह फ्लाईओवर पास ना हो पाए, बहुत मेहनत करने के बाद धरना प्रदर्शन देने के बाद भी लोगों को अंडर पास के नाम पर मिला पानी का कुआं यह हमेशा पानी का भरा रहता है उस पर मच्छर इकट्ठे होते हैं और गांव में बीमारियां फैल रही हैं गांव की लड़कियों व छोटे बच्चों को पढ़ने के बरवाला स्कूल जाना पड़ता है नेशनल हाईवे से गुजरना पड़ता है।

और इस पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा है हमेशा कोई घटना घटने का डर लगा रहता है प्रशासन ने अपनी आंखें बंद कर रखी है आम लोगों की आवाज को राजनैतिक दवाब के चलते दबाया जा रहा है

भाजपा किसान मोर्चा करेगा 7 अगस्त को बरवाला में ज़िला स्तरीय किसान गौरव सभा का आयोजन

पंचकूला 4 अगस्त:

भाजपा किसान मोर्चा जिला पंचकूला की आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक विशेष बैठक किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष रामदयाल नेगी की अध्यक्षता में भाजपा कार्यालय  में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य तौर पर भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा  तथा उनके  जिला महामंत्री वीरेंद्र राणा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। आगामी विधानसभा चुनावों में किसान मोर्चा की भागीदारी तथा प्रदेश नेतृत्व द्वारा दिए गए कार्यक्रम की चर्चा हेतु यह बैठक बुलाई गई थी।किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष रामदयाल नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 7 अगस्त को बरवाला मंडल में किसान मोर्चा द्वारा किसान गौरव सभा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें जिला पंचकूला के किसानों को केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा आगामी विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र के लिए राय एवं सुझाव भी लिए जाएँगे। किसान गौरव सभा के आयोजन के लिए बहादुर सैनी को जिला संयोजक बनाया गया है तथा  जसवीर राणा को  पंचकूला विधानसभा प्रमुख  कैप्टन श्यामलाल  को कालका विधानसभा  प्रमुख की जिम्मेवारी सौंपी गई है इसके साथ ही जिला पंचकूला के  सभी 8 मंडलों के लिए भी प्रमुख बनाए गए हैं। जिनमें विनोद सैनी बरवाला,हरि सिंह रायपुर रानी, राजबीर मोरनी, दर्शन सिंह कालका, संदीप सिंह पिंजोर, श्याम राज माता मनसा देवी,  जसवीर सोफी नाडा साहिब  एवं  भूपेंद्र को  मां चंडी देवी  मंडल का प्रमुख बनाया गया। बैठक में सुभाष दीपक कथूरिया बलदेव राणा राजीव राठौर के साथ जिला के सभी प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Mr. Khera called the management of Punjab & Sind Bank “Corrupt & Badmash”

The meeting of All India Punjab & Sind Bank Officer’s Union (Regd.) was called in a short notice under the leadership of its All India President Sh. G.S. Khera on 4th August, 2019, at Hotel Royal Castle, Zirakpur, near Chandigarh. The meeting was impressively attended by Officers and the Senior Leaders of AIBOC who participated in the gathering.

Mr. T.S. Saggu, State Secretary AIBOC Tricity Chandigarh from State Bank of India congratulated PSB Officers Union activists for the good gathering and appraised the latest status of wage revision Mr. Lalit Arora, General Secretory, Haryana State Unit AIBOC assured the members of AIPSBOU that AIBOC will go to any extent in getting them justice.

Mr. Khera criticized the Management of Punjab & Sind Bank for surrendering to the ill-designs of the rival union, which earlier directed the Officers not to buy the ESPS Scheme and later called the management of Punjab & Sind Bank “Corrupt & Badmash”. It is a matter of regret that the management succumbed to their pressure and accepted the label and very obnoxiously adjusted the leaders of Officers Federation and changed their transfers at stone throw away places in spite of their longer stay in the Zones whereas the others were sent to 200-300 kilometers away even if they had lot of compassions. With the connivance of so called majority union, the management violated the policy passed by the Board. Now, as there is a lot of disparity and injustice for which we shall fight tooth and nail. He further assured that the leadership of AIBOC will also participate in the struggle along with PSBians. Mr. Khera said that the management is protecting corrupts but is not Badmash as it easily surrendered to a very small unethical issue of agitation of Officers Federation.

The Union leader Mr. Sandip Panwar, Mr. Balwinder Singh, Mr. Bhupinder Singh, and Mr. Sumeet Anandthanked Officers who attended on short notice and also assured parity and justice to our members if they remain united and did not bother about the rumour mongers.

काश्मीर में स्वरण आरक्षण बिल सोमवार को राज्य सभा में होगा पेश

राज्‍यसभा से इस बिल के पास होने पर जम्‍मू कश्‍मीर में आर्थ‍िक रूप से पिछड़े वर्ग को नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण मिलने लगेगा

नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को राज्‍यसभा में जम्‍मू कश्‍मीर आरक्षण बिल (Jammu and Kashmir reservation second amendment bill) पेश करेंगे. सोमवार को राज्‍यसभा में इस पर बहस होगी. इसके बाद इसे पारित किया जाना है. लोकसभा में ये बिल 1 जुलाई को पास हो चुका है.

राज्‍यसभा से इस बिल के पास होने पर जम्‍मू कश्‍मीर में आर्थ‍िक रूप से पिछड़े वर्ग को नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण मिलने लगेगा. इससे पहले मोदी सरकार ने जम्‍मू कश्‍मीर में सीमा पर बसे लोगों को भी 10 फीसदी आरक्षण के बिल को मंजूरी दी थी. ये बिल भी संसद पास कर चुकी है.

जम्‍मू कश्‍मीर के हालात पर चर्चा
इससे पहले रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर में बढ़ते तनाव के बीच एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की. राज्य में भारी संख्या में की गई सुरक्षाबलों की तैनाती ने आशंकाओं और तनावों को जन्म दिया है. बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख अरविंद कुमार, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख सामंत कुमार गोयल और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

अतरिक्त सचिव (जम्मू एवं कश्मीर डिवीजन) ज्ञानेश कुमार ने अलग से कश्मीर घाटी की स्थिति के बारे में गृहमंत्री को विस्तार से अवगत कराया. सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने आतंरिक सुरक्षा और जम्मू एवं कश्मीर के हालातों पर चर्चा की, जहां आतंकवादी हमलों की आशंका के बाद अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया है.

महबूबा से जे&के बैंक में फर्जी भर्तियों पर होगी पूछताछ, नपेंगे कई दिग्गज

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है। एसीबी जांच के दौरान जे एंड के बैंक के बर्खास्त चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू के कामकाज में दर्जनों ऐसे नियुक्तियों का पता चला जो पिछले दरवाजे से की गई थी

श्रीनगर: 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है. मुफ्ती को उनके कुछ मंत्रियों के संदर्भ में उनकी भूमिका बताने को कहा गया है. एसीबी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने मुफ्ती को एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि जम्मू एंड कश्मीर बैंक में पिछले दरवाजे से की नियुक्तियों की जांच के दौरान यह सामने आया है कि कुछ मंत्रियों ने इस बैंक के अध्यक्ष को इसके लिए सिफारिशें भेजी थीं.

मुफ्ती से यह स्पष्ट करने का अनुरोध किया गया है कि क्या इसमें उनका कोई मौखिक या अन्य प्रकार का समर्थन था?  इस मामले में जब सूत्रों से पूछा गया कि अगर मुफ्ती का जवाबदेही असंतोषजनक पाई गई तो एसीबी द्वारा अगला कानूनी कदम क्या होगा, तो सूत्रों ने कहा, “इस स्थिति में उन्हें जांचकर्ताओं के सामने पेश होने के लिए बुलाया जाएगा.”

एसीबी जांच के दौरान जे एंड के बैंक के बर्खास्त चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू के कामकाज में दर्जनों ऐसे नियुक्तियों का पता चला जो पिछले दरवाजे से की गई थी. शेयरधारकों और जमाकर्ताओं के आश्वासन ने हालांकि अब बैंक को संकट की स्थिति से बाहर निकाल दिया है और राज्य के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान को बनाए रखने और मजबूत करने के प्रयास जारी हैं.

सभी दल एक्जुट हो कर कश्मीर को बचाएंगे: अब्दुल्ला

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा घाटी में 10,000 सैनिकों की तैनाती के बाद पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस बीजेपी सरकार को को लगातार चेतावनी दे रही है.  इसी बीच रविवार को कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक की गई. बैठक पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के निवास पर होनी थी, लेकिन अंतिम समय में एनसी संरक्षक, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के घर में स्थानांतरित कर दी गई. फारूक अब्दुल्ला के निवास पर ऑल पार्टी  केे नेता लोग मीटिंग के लिए इकट्ठा हुए. बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं राज्य के लोगों से अपील करता हूं कि वे शांत रहें.

मैं भारत और पाकिस्तान से अपील करता हूं कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे लोगों को परेशानी हो और दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़े.’ अब्दुल्ला ने कहा कि, घाटी के लोग डरे हुए हैं. आज तक कभी अमरनाथ यात्रा समय से पहले खत्म नहीं हुई है. अब्दुला ने बैठक में कहा कि, पीएम मोदी और राष्ट्रपति को कश्मीर के लोगों के हित को समझना चाहिए. उन्हें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे माहौल खराब हो. राज्‍य का विशेष दर्जा खत्‍म न किया जाए. कश्‍मीर में सेना की तैनाती से डर का माहौल है.

कश्‍मीर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. हर इंसान घबराया हुआ है. ये जम्‍मू कश्‍मीर के लिए बुरा वक्‍त है. इससे पहले पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करके फारुख अब्दुल्ला से सर्वदलीय बैठक बुलाने की अपील की थी. महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘हाल के घटनाक्रमों के प्रकाश में आने से जम्मू-कश्मीर में दहशत का माहौल है.’

उन्होंने कहा था कि मैंने डॉ फारूक अब्दुल्ला से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का अनुरोध किया है. एक साथ आने और एकजुट प्रतिक्रिया देने के लिए समय की आवश्यकता है. हमें कश्मीर के लोगों को एक होने की जरूरत है.

अल्का ने पार्टी से दिया इस्तीफा, विधायक बनीं रहेंगी

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) से नाराज चल रहीं चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा देने का एलान किया है. अलका चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की ओर से विधायक हैं. हालांकि वे विधायक बनी रहेंगी. अलका ने बताया ‘मैंने अपने क्षेत्र के लोगों से सलाह-मशविरा करने के बाद ही यह फैसला किया है. लोगों से बातचीत करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचीं कि हमें पार्टी से संबंध तोड़ लेना चाहिए. इसके बाद मैं पार्टी की अग्रिम सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रही हूं. मैं जल्द ही लिखित तौर पर ये इस्तीफ़ा पार्टी को दूंगी.’

अलका लांबा ने ट्वीट करके 2 बात लिखी हैं, पहला- मेरी जनता का फ़ैसला है कि, आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौते करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दूं, जिसकी घोषणा आज की भी गई है. दूसरा- अगला चुनाव चाँदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से आज़ाद उम्मीदवार के तौर पर लड़ूं. आखिरी में आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए लांबा ने लिखा कि, AAP में दम हो तो पार्टी से बाहर करें.अलका ने कहा कि उनके क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा और मोहल्ला क्लीनिक का काम बचा हुआ है. एक विधायक के तौर पर वे अपने क्षेत्र की समस्याओं के लिए आवाज़ उठाती रहेंगी और उनके निवारण के लिए काम करती रहेंगी.

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद लांबा और पार्टी के बीच तनाव बढ़ गया था. पार्टी ने उन्हें पार्टी विधायकों के वाट्सएप ग्रुप से भी निकाल दिया था। इसके बाद एक भावुक ट्वीट में लांबा ने कहा था कि 2013 में आम आदमी पार्टी के साथ शुरू हुआ सफर 2020 में समाप्त हो जाएगा.

घुसपैठ से हारे पाकिस्तान ने जारी की चौकन्ने रहने की सलाह

काश्मीर:  पाकिस्तानी घुसपैठियों पर भारतीय सेना की बोफोर्स से की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट रहने को कहा है। नियंत्रण रेखा पर चल रही गोलाबारी के चलते पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट रहने के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है।

LOC पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर भारतीय सेना हमेशा से अंकुश लगाने में कामयाब होता रहा है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर आतंकी कैंप चलाए जा रहे हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए LOC पर पाकिस्तान की तरफ से आतंकी घुसपैठ को नाकाम करने को लिए भारतीय सेना ने अब बोफोर्स के होवित्जर तोपों का इस्तेमाल किया है। होवित्जर तोपों से आतंकी कैंपों पर सेना ने गोलाबारी की है।

POK में पाकिस्तान समर्थित आतंकी कैंपों पर भारत ने दागे गोले

सेना के सूत्रों ने बताया कि POK में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर आतंकी कैंप चलाए जा रहे हैं, जिन पर भारतीय सेना ने बोफोर्स की होवित्जर तोपों से गोलाबारी की है। इस गोलाबारी पर भारतीय सेना का कहना है कि वो सिर्फ सीमा पार बैठे आतंकियों और उनका समर्थन करने वाली पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर गोलाबारी कर रही है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी बोफोर्स की तैनाती की पुष्टि की ।

सत्यपाल मलिक ने भी बोफोर्स की तैनाती की पुष्टि की

आपको बता दें कि 31 जुलाई और 1 अगस्त को भी पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने केरन सेक्टर हमला पर करने की नाकाम कोशिश की थी। जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। इस हमले में BAT के 5 से 7 आतंकियो को मार गिराया। आपको बता दें कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के नाजुक हालात का फायदा ऊठाना चाहता है। पाकिस्तान लगातार 2 दिनों से जैश-ए-मोहम्मद और भी कई आतंकी संगठनों के आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश में है। कुछ दिनों पहले ही इलाके में भारतीय सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया था।

आतंकी जम्मू-कश्मीर के हालात बिगाड़ने की कर रहे कोशिश

POK में पाकिस्तान समर्थित आतंकी इस वक्त जम्मू-कश्मीर के हालात बिगाड़ने और अमरनाथ तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने की कई बार कोशिश कर चुकें हैं। भारतीय सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा रूट से पाकिस्तानी स्नाइपर राइफल, आईईडी और माइन बरामद किया है। साथ ही सुरक्षा बलों ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों और सैन्य कर्मियों पर हमले की पाकिस्तानी साजिश को नाकाम कर दिया है।

बोफोर्स ने फिर तोड़ी पाकिस्तान के नापाक इरादों की कमर

श्रीनगर: कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर विजय पाने में भारतीय सेना के लिए बोफोर्स तोप काफी मददगार साबित हुआ था. अब शनिवार को जब भारतीय फौज ने एक बार फिर से बोफोर्स का मुंह खोला तो पाकिस्तानी सेना और आतंकियों की शामत आ गई. सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार और शनिवार के बीच पाकिस्तान की ओर से आतंकी भारतीय सीमा में दाखिल होने की फिराक में थे. इस दौरान पाकिस्तानी सेना की सह पर काम करने वाले बर्बर लड़ाकों की फौज BAT उन्हें बैकअप दे रही थी. तभी भारतीय जांबाजों ने बोफोर्स से मुंहतोड़ जवाब दिया.

सूत्रों का कहना है कि जब बोफोर्स तोप से गोले दागे जाने लगे तो पाकिस्तान की सारी तैयारी धरी की धरी रह गई. बोफोर्स से निकलने वाला हरेक गोला पाकिस्तानी खेमे को तहस-नहस कर गया. बोफोर्स के वार में सीमापार के कई आतंकी कैंपों को भी नुकसान पहुंचा है. साथ ही बैट (BAT) यानी पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम के करीब 7 लड़ाके भी ढेर हो गए हैं. भारत ने सबूत के तौर पर इसकी तस्वीर भी जारी की हैं.

सेना के सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तानी खेमे को अंदाजा ही नहीं था कि भारत बोफोर्स से जवाबी कार्रवाई करेगा. जवाबी कार्रवाई के दौरान ऐसा लगा मानो बोफोर्स के हरेक फायर की गूंज से पाकिस्तान के बुजदिल सैनिकों का कलेजा बैठ रहा हो. बोफोर्स के फायर का उनकी ओर से कोई जवाब ही नहीं आया.

भारत ने पाकिस्तान को मृत सैनिकों के शव ले जाने का प्रस्ताव दिया

भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तानी सेना को उसके मृत सैनिकों के शव ले जाने का प्रस्ताव दिया है. ये सैनिक जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ करने के प्रयास के दौरान मारे गए थे. भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा, ‘पाकिस्तानी सेना को सफेद झंडा लेकर आने और भारतीय सीमा में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के शव उनके अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का प्रस्ताव दिया गया है.’ सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

यह घटना 31 जुलाई और एक अगस्त की रात में केरन सेक्टर की है जब पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन की एक टीम (बैट) ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की थी. सूत्रों ने शनिवार को कहा कि पांच से सात आतंकवादी और संभवत: एसएसजी कर्मी मारे गए थे. चार शव नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अभी भी खुले में पड़े हैं.

पिछले एक सप्ताह में राज्य में एलओसी पर अशांति फैलाने के लिए संघर्ष विराम के उल्लंघन के साथ-साथ घुसपैठ और बैट की कोशिशों के मामले बढ़ गए हैं. इन घटनाओं के बाद अमरनाथ यात्रा को दो सप्ताह पहले ही रोक दिया गया और श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को घाटी से जाने का निर्देश दिया गया है.

घाटी में पाँव पसारता उग्रवाद नहीं बल्कि सेना की उपस्थिती है मुफ़्ती की चिंता का सबब

हरदम पाकिस्तान का यशोगान करने वाली महबूबा मुफ़्ती तो मानों अभी भी तक रोटी भी ठीक से नहीं बोल पाती, चौमासे के दौरान जब भारत में विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक यात्राओं के कारण उत्तर भारत बहुत व्यास्त हो जाता है खासकर काश्मीर। इन्हीं दिनों पाकिस्तान की तरफ से घाटी में पाकिस्तान प्रायोजित उग्रवादी प्रवेश करते हैं। घाटी में सेना का आगमन महबूबा को अखरता है लेकिन वहीं उग्रवादियों के लिए यह पलक पांवड़े बिछाती है। काश्मीर कि यह इकलौती राजनेता हैं जिन्हें घाटी में सेना कि उपस्थिती नहीं मंजूर क्योंकि यह न केवल उग्रवाद को रोकती है अपितु क्षेत्र में नागरिकों के हित का भी ख्याल रखती है जो पिछले 70 वर्षों में इनके परिवार न रख पाये। पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार जम्‍मू और कश्‍मीर पर अपना रुख स्‍पष्‍ट करे. हमें कोई नहीं बता रहा है कि आखिर हो क्‍या रहा है.

नई दिल्‍ली : जम्‍मू-कश्‍मीर के मौजूदा हालात को लेकर पीडीपी अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. महबूबा मुफ्ती ने राज्‍य में आर्टिकल 35ए और धारा 370 के मुद्दे पर कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में केंद्र सरकार जो करने जा रही है, उसके नतीजे अच्‍छे नहीं होंगे. उन्‍होंने कहा कि नतीजे इतने खतरनाक हैं कि आने वाले समय में इस प्रदेश और पूरे मुल्क के लिए ये अच्‍छे नहीं होंगे. उन्‍होंने कहा कि सरकार जम्‍मू और कश्‍मीर पर अपना रुख स्‍पष्‍ट करे. हमें कोई नहीं बता रहा है कि आखिर हो क्‍या रहा है. 

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने पूरे के लोगों और सरकार को यह समझाने की पूरी कोशिश की कि अगर आर्टिकल 35ए और धारा 370 के साथ छेड़छाड़ की गई तो कितने खतरनाक नतीजे हो सकते हैं. हमने केंद्र सरकार से इस संबंध में अपील भी की, लेकिन सरकार से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. सरकार अपना रुख स्‍पष्‍ट करे.

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम लोगों ने आज शाम को सर्वदलीय बैठक के लिए होटल बुक किया था. लेकिन लेकिन सरकार और पुलिस की ओर से इसकी इजाजत नहीं मिली. पुलिस की ओर से सभी होटलों को एडवाइजरी जारी करके कहा गया है होटल में किसी भी राजनीतिक पार्टी की बैठक ना होने दी जाए. इसलिए आज शाम 6 बजे मेरे घर पर सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई है. 

उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर के ऊपर जैसी मुसीबत है, वो पहले कभी नहीं थी. जो बॉर्डर पर हो रहा है, नागरिकों की जान जा रही है, क्लस्टर बम का इस्तेमाल हो रहा है. ये तो इजराइल करता है, पता नहीं क्या हो रहा है. अलगाववादियों के साथ जो करना था, कर लिया, अब मुख्‍यधारा की पार्टियों के खिलाफ करप्शन को टूल बनाकर इस्तेमाल कर रहे हैं.