Thursday, January 2

चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि वे व्यापार युद्ध में उसे ‘कमजोर न समझे’ क्यों की वह यह लड़ाई अंत तक लड़ने में समर्थ है. यह मामला तब आगे बढ़ा जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी कि अगर चीन ने व्यापार समझौता नहीं किया तो वह बुरी तरह प्रभावित होगा. वहीं अब चीन भी समझौते के मूड में नहीं है, उसने भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर बदले में आयात शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया है.

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चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि वे व्यापार युद्ध में उसे ‘कमजोर न समझे’ क्यों की वह यह लड़ाई अंत तक लड़ने में समर्थ है. चीन ने यह रुख ऐसे समय दिखाया है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन से आने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ा कर 25 प्रतिशत कर दिया . उन्होंने चीन से आयात होने वाले बाकी सामान पर भी शुल्क बढ़ाने की धमकी दी है. चीन ने भी जबाव में 50 अरब डॉलर के अमेरिकी सामान पर प्रशुल्क की दरें बढ़ा दी हैं. अमेरिका ने पिछले साल चीन से 539 अरब डॉलर के सामान का आयात किया था जबकि चीन को अमेरिका का निर्यात महज 120 अरब डॉलर ही था.

दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब करीब 200 अमेरिकी कंपनियां अपना प्लांट चीन से हटाकर भारत में लगाने की चर्चा कर रही हैं. ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, ‘मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अपने अन्य सभी दोस्तों से खुलेआम कहना चाहता हूं कि अगर आपने व्यापार समझौता नहीं किया तो चीन बुरी तरह प्रभावित होगा, क्योंकि कंपनियां चीन को छोड़ अन्य देश में जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी.’ 

अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकी से बिदके चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने मंगलवार को कहा, ‘चीन बार बार कहता आ रहा है कि प्रशुल्क ऊंचा करने से समस्या हल नहीं होगी. व्यापार युद्ध शुरू करने से स्वयं और अन्य के लिए नुकसान ही होता है.’ चीन के प्रवक्ता ने यह भी कहा, ‘चीन व्यापार युद्ध की इच्छा या कामना नहीं करता पर उसे इससे किसी तरह का भय भी नहीं है.

चीन ने सोमवार को कहा कि वह 1 जून से वह 60 अरब डॉलर की वैल्यू के अमेरिकी गुड्स पर शुल्क लगाएगा, चीन के कैबिनेट टैरिफ पॉलिसी कमीशन ऑफ द स्टेट काउंसिल के एक बयान में कहा, ‘चीन अमेरिकी सामानों पर 5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक शुल्क लगाएगा. चीन 5,140 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाएगा.’

यदि किसी ने हमारे ऊपर युद्ध थोपा तो हम उसको अंत तक लड़ेंगे. हम किसी बाहरी दबाव में झुकने वाले नहीं है. हम अपने न्यायोचित अधिकारों की रक्षा का संकल्प और सामर्थ्य रखते हैं. दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध भड़कने के बाद यह चीन की सबसे कड़ी प्रतिक्रिया है .व्यापार वार्ता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , ‘11वें दौर की वार्ता के बाद मैं समझता हूं कि दोनों पक्ष बातचीत जारी रखने पर राजी हैं.’

ट्रंप ने अपने ट्वीट में चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया. ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने के अपने फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘हम सही हैं, हमें चीन के साथ जहां होना चाहिए हम वहीं हैं. याद रखिए, चीन ने हमारे साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत को तोड़ा है और फिर से बातचीत की कोशिश की.’ 

इससे पहले ट्रंप ने चीन के खिलाफ प्रशुल्क बढ़ाने के लिए कहा था कि हमने शुक्रवार तक शुल्क काफी ऊंचा कर दिया है . 200 अरब डॉलर के सामान पर यह 25 प्रतिशत हो गया है . इस तरह कुल 250 डॉलर पर 25 प्रतिशत शुल्क हो गया है . इसके अलावा हमारे पास 325 अरब डॉलर और बचा है जिस पर हम यदि चाहेंगे तो कार्रवाई कर सकते है.