प्रियंका के राजनीति में आते ही पूछताछ राजनाइटिक विद्वेष हुई

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने पिछले तीन दिनों में करीब 24 घंटे पूछताछ की है

कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से शनिवार को भी ईडी ने पूछताछ की. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब साढ़े आठ घंटे की पूछताछ के बाद शाम साढ़े आठ बजे वह ईडी के दफ्तर से निकले.

रॉबर्ट वाड्रा शनिवार सुबह लगभग दस बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के ईडी दफ्तर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि वाड्रा से भारत में उनकी संपत्तियों के बारे में सवाल पूछे गए. गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने पिछले तीन दिनों में करीब 24 घंटे पूछताछ की है.

विदेशों में वाड्रा ने कथित तौर पर अवैध रूप से संपत्ति खरीदने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग की थी. इसी के चलते ईडी ने उन्हें करीब 15 घंटों की पूछताछ के बाद तीसरे दिन भी बुलाया. सूत्रों के मुताबिक तीसरे दिन उनसे ब्रिटेन में अचल संपत्तियां खरीदने के संबंध में कई सवाल पूछे गए.

लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर

वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है

यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप से जुड़ा है. यह संपत्ति रॉबर्ट वाड्रा की है. जांच एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन की कई नई संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की हैं. उनमें 50 और 40 लाख ब्रिटिश पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं. हालांकि वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि राजनीतिक हित साधने के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.

अब कांग्रेस के हाथ लगी 10 करोड़ का लालच देने वाली औडियो क्लिप

कर्नाटक में वाकयी राजनैतिक घमासान मचा हुआ है या फिर यह एक चुनावी शगूफा मात्र है? यह सम्झना उतना ही कठिन है जितना कि कांग्रेस के बयानों पर यकीन करना। कुछ महत्त्व पूर्ण बातें जो शक पैदा करतीं हैं वह यह की कांग्रेस ही के एमएलए बिकाऊ हूँ की तख्ती गले में डाले घूमते है, उन्हे पार्टी अथवा सरकार से कोई नाराजगी नहीं?
दूसरे यह समझ नहीं आता कि जेडीएस के विधायक किस मिट्टी के बने हैं जिनहे खरीदने बेचने कि बात ही नहीं उठती कांग्रेस अपने घटक दल से ही यह नीति क्यों नहीं सीख लेती कि विधायकों को किस तरह से ईमानदार बनाया जाये
एक और बात जो समझ से परे है कि सरकार एचडी कुमारस्वामी कि अस्थिर होती है तो वह इल्ज़ाम कांग्रेस पर लगाते हैं.

कर्नाटक का राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. एक तरफ बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार के पास बहुमत नहीं है तो दूसरी तरफ कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी विधायकों की खरीद फरोख्त कर एचडी कुमारस्वामी की सरकार को अस्थिर करना चाहती है. शनिवार सुबह कांग्रेस नेताओं ने कर्नाटक में कथित ऑडियो टेप जारी होने के दावे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस पीसी में कांग्रेस ने सीधे पीएम मोदी, अमित शाह और बीएस येदियुरप्पा पर आरोप लगाए.

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘कर्नाटक से आई खबर को सुनकर पूरा देश हैरान है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया, जिसमें येदियुरप्पा जेडीएस विधायक के भाई से कर्नाटक की सरकार को अस्थिर करने की बात कर रहे हैं. यह मोदी जी और अमित शाह की गंदी राजनीति को दिखाता है.’

वेणुगोपाल ने कहा, ‘ऑडियो क्लिप में सुना जा सकता है कि बीएस येदियुरप्पा विधायकों को 10 करोड़ ऑफर कर रहे हैं. यह साफ है कि 18 विधायक हैं और इसमें 200 करोड़ का खर्च आएगा. वे 12 विधायकों को मंत्री का पद ऑफर कर रहे हैं और 6 को अलग-अलग बोर्ड का चेयरमैन बनाने की बात कर रहे हैं.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘वे इस्तीफा देने के बाद विधायकों को चुनाव खर्च के लिए भी पैसे देने की बात कर रहे हैं. उन्होंने अपने विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए स्पीकर को 50 करोड़ रुपए की पेशकश की. क्लिपिंग में येदियुरप्पा, अमित शाह और नरेंद्र मोदी जी के नामों का जिक्र भी कर रहे हैं.’

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले पर कहा कि किस हैसियत से कर्नाटक बीजेपी प्रमुख और पूर्व सीएम सुप्रीम कोर्ट के जजों से संपर्क कर केस को सही साबित करने की चर्चा कर रहे हैं? क्या नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने उन्हें इस बात का आश्वासन दिया है? सुरजेवाला ने पूछा कि क्या सुप्रीम कोर्ट बीजेपी का ‘जेबी दुकान’ बन गया है?

दरअसल, शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने एक ऑडियो टेप जारी किया था. इस ऑडियो के माध्यम से उन्होंने सरकार को गिराने के लिए बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप भी लगाया. कर्नाटक में कांग्रेस जेडीएस सरकार बनने के बाद से ही लगातार उठापटक जारी है.


राजीव कुमार से पूछताछ जारी अब कुनाल घोष की बारी

केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष से भी रविवार को शिलॉन्ग में पूछताछ करेगी

शारदा चिटफंड घोटाले मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ की. उनसे यह पूछताछ पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में की गई. हजारों करोड़ रुपए के शारदा चिटफंड स्कैम में सबूतों को नष्ट करने में भूमिका को लेकर राजीव कुमार सीबीआई के निशाने पर हैं.

इसके अलावा अब सीबीआई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व सांसद कुणाल घोष से भी पूछताछ करने वाली है. सीबीआई उनसे रविवार को शिलॉन्ग में ही सवाल-जवाब करेगी.
मेघालय में सीबीआई के जरिए तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद कुणाल घोष से पूछताछ की जाएगी. यह पूछताछ शिलॉन्ग के सीबीआई ऑफिस में 10 फरवरी को की जाएगी. इसके अलावा राजीव कुमार से एक बार फिर शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई के जरिए 10 फरवरी को पूछताछ की जाएगी. यह पूछताछ भी शिलॉन्ग में ही होगी.

सुप्रीम कोर्ट ने दिया था निर्देश

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बीते मंगलवार को राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया था. कोर्ट ने अपने निर्देश में कहा था कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर ‘शारदा चिटफंड घोटाले’ से जुड़े मामलों की जांच में सीबीआई के साथ ‘विश्वसनीय रूप से’ सहयोग करें. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.

राजीव कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफी करीबी हैं

रिपोर्ट्स में बताया गया था कि कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्टेट क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट के साथ मिलकर 80-100 सवालों की एक लिस्ट तैयार की थी. जो सीबीआई के अधिकारी राजीव कुमार से पूछे जाने हैं.

इनेलो सुप्रीमों चौधरी ओमप्रकाश चौटाला 12 को होगें रूबरू

Photo and News: Raj Kumar

पंचकूला, 9 फरवरी। इंडियन नैशनल लोकदल पार्टी के सुप्रीमों चौधरी ओमप्रकाश चौटाल 12 फरवरी को शाम 5 बजे पंचकूला सैक्टर-6 स्थित जाट भवन में पंचकूला जिलाभर के कार्यकत्र्ताओं से रूबरू होगें। उक्त जानकारी देते हुए इनेलो के पंचकूला जिलाध्यक्ष एवं कालका से पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने दी। उन्होंने कहा कि वो कार्यकत्र्ताओं के साथ आगामी राजनीतिक हालातों पर विचार विमर्श करेगें। कार्यकत्र्ताओं, पदाधिकारियों व नेताओं से आहवान करते हुए लोकप्रिय नेता के विचार सुनने के लिए भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। इनेलो के जिला सम्मेलन में इनेलो के अन्य वरिष्ठ नेता भी शिरक्त करेगें।

“बीजेपी की गूंगी बहरी सरकार का गारंटी शुदा इलाज़ केवल ही केवल भूपिंदर सिंह हुड्डा हैं ।”

“चौटाला तेरे राज जिरी गई ब्याज में और हुड्डा तेरे राज़ में जीरी गई जहाज़ में ”
“बीजेपी की गूंगी बहरी सरकार का गारंटी शुदा इलाज़ केवल ही केवल भूपिंदर सिंह हुड्डा हैं ।”

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान हित को सर्वोपरि रखा । 1991 के बाद हुड्डा ऐसे पहले मुख्यमंत्री रहे जिनके कार्यकाल में नहीं हुआ किसान आंदोलन । भारतीय किसान यूनियन को बनाया था, एक तरह से अप्रांसगिक, साढे नो साल में सरकार और किसानों के बीच नहीं हुआ किसी तरह का सीधा टकराव। जोकि भजनलाल, बंसीलाल और ओमप्रकाश चौटाला के शासनकाल में सबसे ज्यादा प्रासंगिक थी। और बहुत से आंदोलन हुए और किसानों की जान गयी, और बीजेपी सरकार में तो और भी बुरा हाल है सभी वर्ग ही आंदोलन की राह पर है।
हुड्डा ने गेंहू का MSP 600 से 1425 तक करवाया, गन्ने का भाव 117 से 310 किया। 15वें दिन पेमेंट दी। जबकि उनसे पिछली इनेलो+भाजपा सरकार के छह साल के राज में गन्ने का भाव 95 से 117 हुआ। अब भाजपा सरकार के तीन साल में 10 रुपए बढ़ा और पेमेंट भी अपनी सहयोगी इनेलो की तर्ज़ पर छह छह आठ आठ महीने में कर रही है। जब गेंहूँ का भाव 12% सालाना दर से बढ़ रहा था तब तो वर्तमान कृषि मंत्री धनखड़ कुर्ता निकालकर 2100 रुपये प्रति क्विंटल की मांग करते थे अब क्यों सांप सूंघ गया है? 2-4% सालाना बढ़ोतरी करवा के, बीमा लूट योजना शुरू करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। प्राइवेट बीमा कंपनी के एजेंट बन कर रह गए हैं । बीमा कंपनियों को अनाप शनाप शर्त लगाकर कुछ सौ करोड़ क्लेम के देने पड़ें और कई कई हजार करोड़ का फायदा हो तो ये लूट नही तो क्या है? जबकि बीमा भी बैंकों से जबरदस्ती पैसे काटकर किया गया हो।

हुड्डा ने तो धान, पॉपुलर, बाजरा, मूंग आदि सभी फसलों के उचित दाम दिलवाए। धान 6000 तक बिका जिससे जनता में एक कहावत बन गई थी ।”चौटाला तेरे राज जिरी गई ब्याज में और हुड्डा तेरे राज़ में जीरी गई जहाज़ में “पर खट्टर राज में न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नही मिला। पॉपुलर के रेट 1200 से 200-250 रुपए प्रति क्विंटल तक पिट गए पर आमजन के लिए न तो प्लाईवुड सस्ता हुआ न चावल। ना ही किसी भी फसल के पुरे ही दाम मिले, सिर्फ बड़े बड़े व्यापारियों और सत्ता के दलालों ने लूट की।। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने किसानो का डर निकाला था । काला कानून ख़त्म किया और कर्जे माफ़ किये ,कभी कोई नीलामी नहीं होने दी किसानो की जमीन की आज इस बेदर्द सरकार में बिलकुल विपरीत हो रहा है । किसान आत्महत्या करने की नौबत तक पंहुचा दिया है और कोई सुनने वाला नहीं है , हमने भी जनता में आम लोगो को कहते सुना की “बीजेपी की गूंगी बहरी सरकार का गारंटी शुदा इलाज़ केवल ही केवल भूपिंदर सिंह हुड्डा हैं ।
1999 के चुनावों में इनेलो किसानों के कर्जमाफी का वादा कर सत्ता में आई पर कर्जमाफी नहीं की पर हुड्डा साहब ने इनेलो के वादे को खुद पूरा कर कीर्तिमान स्थापित किया 1600 करोड़ के किसानों के बिजली के बिल माफ़ किये और 2136 करोड़ के किसानो के कर्ज माफ किये ।

JP Atray Memorial Cricket: RBI Mumbai V/s Minerva Academy

Today the match between RBI Mumbai & Minerva Academy, Chandigarh was inaugurated by Dr.K.P. (IPS) DGP of Haryana alongwith Sh. Mukul Kumar (IAS), DC, Panchkula, Sh.Kamaldeep Goyal (IPS) DCP of Panchkula. Sh.Vivek Atray (IAS) & Convenor of the Tournament & Sh.Sushil Kapoor Organising Secretary gave the details above the 24th Edition of All India JP Atray Memorial Cricket Tournament organised by Punjab Cricket Association & recognised by BCCI. The match was reduced to 30 overs a side because of a wet patch on the wickets.

प्रधान मंत्री के अरुणाचल दौरे से चीन भड़का, भारत ने दिया उचित जवाब

काश्मीर का एक हिस्सा जिसे पीओके के नाम से जाना जाता है सन 1947 में नहीं बांटा गया था भारत का अभिन्न अंग होते हुए भी पाकिस्तान के पास है जिस पर भारत के विरोध के बावजूद मनमाने ढंग से चीन निर्माण कर रहा है। जो की भारत के सामरिक हितों के खिलाफ है, चीन अपनी मर्ज़ी से वहाँ काम कर रहा है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में उसे भारतीय लोगों की मौजूदगी भी खलती है। चीन का विसतारवाद ही क्षेत्र की शांति में बाधक है।

बीजिंग: चीन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अरूणाचल प्रदेश के दौरे का शनिवार को ‘दृढ़ता से विरोध’ किया और कहा कि वह कभी इस संवेदनशील सीमांत प्रदेश को मान्यता नहीं देगा और भारतीय नेतृत्व को ऐसी किसी कार्रवाई से परहेज करना चाहिए जो ‘सीमा प्रश्न को जटिल’ बनाती हो.

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मोदी के अरूणाचल प्रदेश दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘चीन-भारत सीमा सवाल पर चीन का रूख सुसंगत और सुस्पष्ट है. चीन सरकार ने कभी तथाकथित ‘अरूणाचल प्रदेश’ को मान्यता नहीं दी है और वह चीन-भारत सीमा के पूर्वी खंड के भारतीय नेता के दौरे का दृढ़तापूर्वक विरोध करता है.’ 

चीनी विदेश मंत्रालय की वेबसाईट पर डाली गई प्रतिक्रिया में हुआ ने कहा,’चीन भारतीय पक्ष से आग्रह करता है कि वह दोनों देशों के साझे हितों को ध्यान में रखे, चीनी पक्ष के हितों और चिंताओं का सम्मान करे, द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार की गति बरकरार रखे और ऐसी कार्रवाई से परहेज करे जो विवाद को बढ़ा दे या सीमा प्रश्न को उलझा दे.’

भारत ने दिया करारा जवाब
भारत ने चीन की इस प्रक्रिया का करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश राज्य भारत का अभिन्न अंग है. नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा,’भारतीय नेता समय समय पर अरूणाचल प्रदेश का दौरा करते हैं जैसे वे भारत के अन्य भागों का दौरा करते हैं. इस सुसंगत रूख से अनेक मौकों पर चीनी पक्ष को अवगत कराया जा चुका है.’

उल्लेखनीय है कि चीन दावा करता है कि अरूणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है. भारत और चीन सीमा विवाद निबटाने के लिए अब तक वार्ता का 21 दौर पूरा कर चुके हैं.

पीएम मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में चार हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और उनकी आधारशिला रखी और कहा कि उनकी सरकार सीमांत राज्य के संपर्क सुधारने को बहुत महत्व दे रही है. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार राजमार्ग, रेल मार्ग, हवाई मार्ग और बिजली की स्थिति सुधारने को महत्व दे रही है जिसे पिछली सरकारों ने नजरअंदाज किया था.

COLLEGE STHAPANA DIVAS CELEBRATED AT GGSCW-26

News and Photos by: Rakesh Shah

The campus of Guru Gobind Singh College for Women, Sector 26, Chandigarh resounded with a melodious rendition of Gurbani Kirtan as the students and staff celebrated the College Sthapana Day. The three-day event marked the commemoration of the 550th birth anniversary of Guru Nanak Dev Ji and the celebration of the birth anniversary of Guru Gobind Singh Ji. The Kirtan was performed by Hazoori Raagi Bhai Sukhwant Singh Ji (Sri Darbaar Sahib) and by Bhai Inderpal Singh Ji (Chandigarh Wale). Gurmat Vichar were delivered by Singh Sahib Giani Jaswant Singh Ji, who expounded the tenets of Sikhism.

S. Gurdev Singh, President, S.E.S and S. Col.(Retd.) J.S. Bala, Secretary, S.E.S. graced the occasion and appreciated the efforts of the Principal, Dr. Jatinder Kaur, along with the staff and students in successfully organizing the function.

The programme culminated with Guru ka Langar prepared and served by the students and staff members of the college.

Police File

DATED 09.02.2019 :

One arrested for consuming liquor at public place

          A case FIR No. 33 U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place on 08.02.2019. This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Damage due to Negligence

A case FIR No. 39, U/S 336, 427 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh on the complaint of Sh. Surinder Kumar, SDO, Building Branch, Sec-17, Chandigarh against Balraj Singh owner of # 25, Sector 03, Chandigarh, Jai Arvind Singh, Ramsis Singh Architect, Mohit Vij Structure, Mohit Sachdeva Eng. and Contractor who carried out excavation of illegal basement at H.No. 25, Sector 03, Chandigarh without any safety measures due to which property (wall) of H.No. 27, Sector 03, Chandigarh got damaged. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 28, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Tejinder Singh R/o VPO Behnipal, Mansa, (PB) who alleged that driver of loading Auto No. CH-01TB-8163 hit to Complainant’s Mahindra Pick No. PB-31P-3541 in front of Plot No. 70, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 08.02.2019. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 29, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Shivani R/o # 1138/4, Gobind Pura, Mani Majra, Chandigarh who alleged that driver of Water Tanker Tractor No. CH-04L-3739 had hit to Complainant’s Activa Scooter No. CH-04L-6833 near Plot No. 121, back side Police Station, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 12.01.2019. Due to which complainant was got injured and got treatment from GMCH-32, Chandigarh. Alleged person arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 43, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of Kartar Singh R/o # 324, Sec-15A, Faridabad, Haryana who alleged that driver of unknown vehicle sped away after hitting to Complainant (Pedestrian) at Market, Sec-44/D, Chandigarh on 07.02.2019. Complainant got injured and admitted to GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 41, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh on the complaint of Dil Badadur R/o # 2587, Sector-24, Chandigarh who alleged that driver of Car No HR01-AD-6635 namely Gurdev Singh R/o # 47 DWS Colony Jalbehda Road, Ambala City (HR) hit to Complainant’s Activa Scooter No. CH01-AB-7932 near MCM College Sec-36, Chandigarh on 05.02.2019. Due to which complainant was got injured and got treatment from GH-16, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Missing/Abduction

          A lady resident of Mauli Complex, Chandigarh reported that her daughters age about 16 years and 14 years have been missing/abducted from near their residence since 07.02.2019. A case FIR No. 29, U/S 363, 366 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

          Madhav Singh R/o # 3232, Sector-35D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No PB30M-2905 while parked near Library, Sector-34, Chandigarh. A case FIR No. 44, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

          Rajiv Bansal R/o # 1308, Sector-37/B, Chandigarh reported that unknown person stolen away material worth approx. Rs. 3.5 lakhs i.e. Lapp Copper Flexible Wires 1.5 mm-25 coils (300 mtrs. each), 2.5 mm-15 coils (300mtrs.each) and 4.0 mm-30 coils (300 mtrs.each) from Disha Agencies, Plot No. 372, Phase-2, Industrial Area, Chandigarh on 07.02.2019. A case FIR No. 51, U/S 380 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

          Deepak Kumar R/o # 240, Ph-4, Mohali (PB) reported that unknown person stolen away Cash Rs. 10,000/-, Electrical Motors 15-20 Nos of 2H.P 3H.P, 100 Nos Scissors from his Factory premises i.e. Plot No. 110, Ph-2, Ind. Area, Chandigarh on night intervening 07/08.02.2019. A case FIR No. 52, U/S 380, 457 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

मूर्तियों पर खर्च हुए सार्वजनिक धन को मायावती को वापिस करना चाहिए : सर्वोच्च नयायालय

नोएडा में लगी हाथी की मूर्तियों के मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती पर सख्त टिप्पणी की

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीएसपी प्रमुख मायावती की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं. दरअसल नोएडा में लगी हाथी की मूर्तियों के मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती पर सख्त टिप्पणी की. उन्होंने मायावती के वकील को कहा कि अपने क्लाईंट को बता दीजिए की उन्हें मूर्तियों पर खर्च पैसे को सरकारी खजाने में वापस जमा कराना चाहिए. CJI ने इस मामले में कहा- हमारा प्रारंभिक विचार है कि मायावती को मूर्तियों का सारा पैसा सरकारी खजाने को भुगतान करना चाहिए.

वहीं मायावती की ओर से वकील सतीश मिश्रा ने कोर्ट से गुजारिश की कि इस केस की सुनवाई अब मई के बाद हो लेकिन चीफ जस्टिस ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा, हमें कुछ और कहने के लिए मजबूर न करें. अब इस मामले में 2 अप्रैल 2019 को सुनवाई होगी. आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई कर रहा है कि क्या मायावती और बीएसपी चुनाव चिन्ह की मूर्तिर्यों के निर्माण पर हुए खर्च को बीएसपी से वसूला जाए या नहीं.

याचिकाकर्ता रविकांत ने मायावती और बीएसपी चुनाव चिन्ह की मूर्तिर्यों के निर्माण पर सरकारी खजाने खर्च करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि मूर्ति निर्माण पर हुए करोड़ों के खर्च को बीएसपी से वसूला जाए. याचिकाकर्ता रविकांत ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि सरकारी धन को इस तरह नहीं खर्च किया जा सकता. सरकार की कार्रवाई अनुचित थी और इस पर सुनवाई होनी चाहिए. बता दें कि रविकांत ने साल 2009 में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर मूर्ति निर्माण पर हुए करोड़ों के खर्च को बीएसपी से वसूलने की मांग की थी.