रोज वैली और शारदा चिटफंड मामला क्या है जानें

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ के लिए सीबीआई उनकी तलाश कर रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी भी तय हो चुकी है. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि चिटफंड मामले में राजीव कुमार शक के घेरे में हैं. पूछताछ के लिए उन्होंने कुमार को दो बार समन भी भेजा, लेकिन वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में फरार पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के निवास पर सीबीआई के 40 अधिकारियों की एक टीम पहुंची थी. दरअसल, रोज वैली स्कैम 15000 करोड़ रुपए और शारदा चिट फंड में 2500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है.

रोज वैली घोटाला

रोज वैली घोटाले पर काफी वक्त से हड़कंप मचा हुआ है. इसमें कई बड़े नेताओं का नाम भी शामिल होने की बात सामने आ चुकी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर चूना लगाने वाले इस समूह के पैर राजनीति, रियल एस्टेट और फिल्म जगत तक पसरे हुए थे. दरअसल, रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों 2 अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और करीब 1 लाख निवेशकों को करोड़ों का चूना लगा दिया था. आशीर्वाद और होलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर ग्रुप ने लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया. जिसके बाद लोगों ने भी इनकी बातों में आकर इसमें निवेश कर दिया. ग्रुप एमडी शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं.

शारदा चिटफंड घोटाला

पश्चिम बंगाल की एक चिटफंड कंपनी शारदा ग्रुप ने लोगों को लुभावने ऑफर देकर चूना लगा दिया. शारदा चिटफंड ने लालच दिया कि सागौन से जुड़े बॉन्ड्स में निवेश कर 34 गुना ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकेगा. इसके लिए 25 साल का लॉकिंग पीरयड बताया गया था. मसलन, अगर आप 1 लाख रुपए का निवेश करते हैं तो 25 साल बाद आपको 34 लाख रुपए मिलते. हालांकि ये बस एक लोगों को लालच देकर ठगी करने का पैंतरा था. वहीं आलू के बिजनेस में 15 महीनों के भीतर ही रकम डबल करने का सपना भी इस ग्रुप ने दिखाया. लालच में आकर 10 लाख लोगों ने निवेश किया और आखिर में कंपनी पैसों के साथ फरार हो गई.

वहीं इन चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की SIT टीम का नेतृत्व 2013 में राजीव कुमार ने किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई सूत्रों का कहना है कि एसआईटी जांच के दौरान कुछ खास लोगों को बचाने के लिए घोटालों से जुड़े कुछ अहम सबूतों के साथ या तो छेड़छाड़ हुई थी या फिर उन्हें गायब कर दिया गया था. इसी सिलसिले में सीबीआई कुमार से पूछताछ करने चाहती है. राजीव कुमार पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं. रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई ने अब तक 80 चार्जशीट फाइल की हैं जबकि एक हजार करोड़ से ज्यादा रुपए रिकवर कर लिए गए हैं.

पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी ममता के साथ धरने पर बैठे

कोलकाता में चिटफंड घोटाले से जुड़ा जबरदस्त हंगामा सामने आया है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई हैं. बनर्जी को कल यानी सोमवार को पश्चिम बंगाल की विधानसभा में बजट भाषण देना था. अब वह धरना स्थल से ही विधानसभा को फोन के जरिए संबोधित करेंगी.

इसके अलावा खबर ये भी मिली है कि कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के जिन अधिकारियों को हिरासत में लिया था उन्हें छोड़ दिया गया है. साथ ही सीबीआई के दफ्तर के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी हटा लिया गया है.

दरअसल कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर चिटफंड घोटालों के मामले की पूछताछ के लिए रविवार को सीबीआई की एक टीम पहुंची लेकिन वहां तैनात पुलिस ने सीबीआई को घर में घुसने से रोक दिया. इस दौरान सीबीआई अधिकारियों और मौजूद पुलिस के बीच टकराव की स्थिति भी बन गई क्योंकि कोलकाता पुलिस सीबीआई के कुछ अधिकारियों को जबरदस्ती नजदीक के थाने में ले गई.

मामले के सामने आने के बाद बंगाल की सियासत में तूफान आ गया. खुद सीएम ममता बनर्जी राजीव कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंच गईं. सीबीआई ने शनिवार को दावा किया था कि राजीव कुमार फरार चल रहे हैं और शारदा व रोज वैली चिटफंड घोटालों के सिलसिले में उनकी तलाश की जा रही है. इस दावे के एक दिन बाद सीबीआई के करीब 40 अधिकारियों की एक टीम रविवार शाम कुमार के आवास पर पहुंची थी, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया.

कुछ ही देर बाद कोलकाता पुलिस के अधिकारियों की एक टीम सीबीआई अधिकारियों से बातचीत के लिए मौके पर पहुंची और यह पता लगाने की कोशिश करने लगी कि क्या उनके पास कुमार से पूछताछ करने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स थे.

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पुलिस कमिश्नर के घर के बाहर खड़े सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम इस मुद्दे पर अभी कोई बात नहीं करना चाहते. देखते हैं कि क्या होता है. थोड़ा इंतजार करें.’

बाद में सीबीआई अधिकारियों की एक छोटी सी टीम को बात करने के लिए शेक्सपियर सरनी पुलिस थाने ले जाया गया. कुछ और लोगों के मौके पर पहुंचने पर हंगामा हो गया. जिसके बाद सीबीआई अधिकारियों को जबरन पुलिस थाने ले जाया गया.

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस मामले पर क्या कहा

हंगामे के बीच सीएम ममता बनर्जी वहां पहुंच गईं. वह पहले ही राजीव कुमार के प्रति अपना समर्थन जता चुकी थीं. रविवार सुबह ही उन्होंने राजीव कुमार को देश का सबसे बेस्ट पुलिस ऑफिसर बताया था.

ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी, पुलिस और अन्य सभी संस्थाओं पर नियंत्रण हासिल करने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है. यह सारा विवाद पीएम मोदी की साजिश है इसलिए उनके घर पर सीबीआई भेजी गई.

ममता ने कहा, ये कार्यवाही पीएम मोदी के बंगाल दौरे के बाद हो रही हैं. उनके घर पर काम करने वालों से भी पूछताछ हो रही है. ये सब एनएसए अजीत डोभाल के इशारे पर हो रहा है लेकिन राजीव कुमार दुनिया के सबसे बेहतरीन अधिकारियों में से एक हैं.

बनर्जी ने यह भी कहा, ‘चिटफंड मामले में हमने जांच और गिरफ्तारी की, इसके बाद भी सीबीआई की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि कोलकाता के कमिश्नर के घर बिना वारंट के पहुंच गई.’ उन्होंने कहा कि यह भारतीय संघीय ढांचे पर हमला है इसलिए तमाम विपक्षी दल एक होकर मोदी हटाओ देश बचाओ की मुहिम चलाएं.

ममता की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी सामने आए. हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत नहीं की. ममता ने कहा कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है. सीबीआई बिना वारंट के पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंची थी.

उन्होंने कहा, ‘मैं इस घटना से दुखी हूं. देश में अपातकाल है और मैं संविधान बचाने के लिए हड़ताल पर बैठूंगी. बंगाल में कल बजट पेश होना है लेकिन मैं इस कार्यवाही के चलते मेट्रो सिनेमा के बाहर धरने पर बैठूंगी.’

ममता ने कहा, कोलकाता पुलिस प्रमुख के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध वाली है, प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पश्चिम बंगाल में तख्तापलट की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने यहां विपक्ष की रैली का आयोजन किया था. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर सीबीआई को निर्देश दे रहे हैं.

ममता बनर्जी ने चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई के साथ दस्तावेज साझा करने पर कहा, कानून-व्यवस्था राज्य का मामला है, हम क्यों आपको (सीबीआई) सब कुछ दे दें. मैं संविधान की रक्षा के लिए आज रात धरने पर बैठूंगी और इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन करूंगी.

क्या है चिटफंड घोटालों से जुड़ा पूरा मामला

सीबीआई के मुताबिक, चिटफंड घोटालों की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गठित एसआईटी की अगुवाई कर चुके आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार से गायब दस्तावेजों और फाइलों के बारे में पूछताछ करनी है, लेकिन उन्होंने जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए जारी नोटिसों का कोई जवाब नहीं दिया.

सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए पिछले दिनों कोलकाता आए चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था. रविवार को कोलकाता पुलिस ने एक बयान जारी कर उन खबरों को सिरे से खारिज किया था कि राजीव कुमार ड्यूटी से गायब हैं.

पुलिस ने अपने बयान में कहा था, ‘कृपया इस बात पर ध्यान दें कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर न केवल शहर में उपलब्ध हैं बल्कि नियमित तौर पर ऑफिस आ रहे हैं. सिर्फ 31 जनवरी 2019 को वह ऑफिस नहीं आए, क्योंकि उस दिन उन्होंने छुट्टी ली थी. इसलिए सभी संबंधित पक्ष इस बात पर गौर करें कि अगर बिना जांच के कोई खबर फैलाई जाती है तो कोलकाता के पुलिस कमिश्नर और कोलकाता पुलिस दोनों की मानहानि का मामला चलाया जाएगा.’

कोलकाता में पु‍लिस कम‍िश्‍नर के घर पहुंचे सीबीआई अधिकारियों को लिया ‘हि‍रासत’ में

कोलकाता: पश्‍च‍िम बंगाल में रविवार को उस समय अभूतपूर्व स्‍थ‍िति बन गई, जब कोलकाता पुलिस कमिश्‍नर राजीव कुमार से पूछताछ करने गई सीबीआई की टीम को राज्‍य पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इसके बाद सीबीआई की टीम को हिरासत में लेकर पुलिस स्‍टेशन ले जाया गया. ये मामला शारदा चिट फंड से जुड़ा हुआ है. इसी मामले से संबंधित कुछ फाइलें गायब थीं, इसलिए सीबीआई राजीव कुमार से पूछताछ करने गई थी. इसके बाद सीबीआई अफसरों को हिरासत में ले लिया गया.


West Bengal: Police detains the CBI team which had reached the residence of Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar. The team has now been taken to a police station.

कहा जा रहा है कि विद्यानगर पुल‍िस ने कोलकाता में सीबीआई दफ्तर पर कब्‍जा कर लिया है. उधर जब ये हाईप्रोफाइल ड्रामा चल रहा था, उसी समय मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पुलिस कम‍िश्‍नर से मिलने के लिए पहुंच गईं.

सीबीआई ने शनिवार को बताया कि राजीव कुमार फरार हैं और सीबीआई उनकी तलाश कर रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी भी तय हो चुकी है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई सूत्रों ने कहा, चिटफंड मामले में राजीव कुमार शक के घेरे में हैं. सूत्रों ने कहा, पूछताछ के लिए उन्होंने कुमार को दो बार समन भी भेजा, लेकिन वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में पिछले कुछ दिनों से कुमार चुनाव आयोग की मीटिंग में भी शामिल नहीं हो रहे, जिसकी वजह से सीईसी (CEC) ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. हालांकि इस मामले में कोलकाता पुलिस के सीनियर अधिकारियों का कहना है कि कुमार फरार नहीं हैं.

ममता बनर्जी ने मांगी EC से माफी

वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाद में संवाददातों के जरिए ईसी से माफी मांगते हुए कहा था कि कुमार फिलहाल छुट्टी पर हैं. ममता बनर्जी ने कहा, ये बहुत ही छोटी बात है. कुमार इस वक्त छुट्टी पर हैं. लेकिन फिर भी चुनाव आयोग ने पूछा है तो हम माफी मांगते हैं. इसके अलावा ममता बनर्जी ने ये भी कहा था कि ईसी ने हमसे कहा था कि वो सभी पुलिस अधिकारी जो अपनी पोस्ट पर 3 साल से ज्यादा समय से हैं या अपनी होम डिस्ट्रिक्ट में हैं तो उनका ट्रांसफर होना चाहिए. बनर्जी ने बताया कि इस मामले में 15 से 20 फरवरी तक काम पूरा हो जाएगा.

CBI ने भेजी थी डीजीपी को चिट्ठी

इससे पहले सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को चिट्ठी भेजी थी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि सीबीआई 4 पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करना चाहती है. इन चार लोगों में राजीव कुमार, रेलवे के इंस्पेक्टर जनरल तमल बासु, कोलकाता पुलिस के एडिशनल कमिश्नर विनीत कुमार गोयल और रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर पल्लब कांति घोष भी शामिल हैं.

क्यों पूछताछ करना चाहती है CBI ?

दरअसल ये सभी लोग चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की SIT टीम का हिस्सा थे. इस टीम का नेतृत्व 2013 में राजीव कुमार ने किया था. रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई सूत्रों का कहना है कि एसआईटी जांच के दौरान कुछ खास लोगों को बचाने के लिए घोटालों से जुड़े कुछ अहम सबूतों के साथ या तो छेड़छाड़ हुई थी या फिर उन्हें गायब कर दिया गया था. इसी सिलसिले में सीबीआई कुमार से पूछताछ करने चाहती है. राजीव कुमार पश्चिम बंगाल काडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं.

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई ने अबतक 80 चार्जशीट फाइल की हैं जबकि एक हजार करोड़ से ज्यादा रुपए रिकवर कर लिए गए हैं.

सुरजेवाला री – टर्न्स

कहा – 2019 में कांग्रेस सरकार बनने पर राजीव गांधी रेनी वैल प्रोजेक्ट को दोबारा चालू करेंगे; मेवात आईएमटी में मारूति की फैक्टरी लगवाएंगे; यूनिवर्सिटी की स्थापना करेंगे; गुडगाँव- अलवर रेल लाइन शुरू करवाएंगे

मेवात, 3 फरवरी

अखिल भारतीय कांग्रेस के कोर कमेटी सदस्य एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज देश व हरियाणा प्रदेश ‘फूट, लूट व झूठ’ नामक तीन चीजों से ग्रस्त है। दिल्ली में बैठे गुरू मोदी व उनके चेले खट्टर की जोड़ी के राज में बंटवारे, नफरत व विभाजन की राजनीति भाजपा का चेहरा, मोहरा और तरीका बन गया है और आज इस राजनीति को हराने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है।

सुरजेवाला रविवार को मेवात के बडख़ली चौक पर कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष आजाद मोहम्मद द्वारा आयोजित जनआक्रोश रैली में बतौर मुख्य वक्ता भारी जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। भीड़ और हाजिरी के लिहाज से बेहद सफल इस जनसभा में मेवात के हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया और कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त की।

रैली के नाम ‘जनआक्रोश रैली’ का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मेवात के अंदर मेवात के बुजुर्ग, नौजवान व महिलाओं में गुस्सा भरा पड़ा है।आज मेवात की जनता में पीड़ा साफ झलक रही है और उनकी आत्मा छलनी बनी हुई है। यहां के युवाओं को आंख के आगे अंधकार नजर आ रहा है, उन्हें आगे बढऩे का रास्ता नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि विकास न होने की पीड़ा व तकलीफ आज मेवात के जन-जन के अंदर है।

उमड़े भारी जनसैलाब से उत्साहित सुरजेवाला ने वायदा किया कि 2019 में कांग्रेस सरकार बनने पर राजीव गांधी रेनी वैल प्रोजेक्ट को दोबारा चालू किया जाएगा। इसके लिए भले ही हजारों करोड़ रुपये लग जाएं, भले ही यमुनानगर से मेवात के लिए पानी लाना पड़े, लेकिन कांग्रेस सरकार यहां पानी लाकर रहेगी। उन्होंने कहा कि मेवात की जनता आज पीने के पानी के लिए बूँद-बूँद को मोहताज है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब मेवात में राजीव गांधी रेनी वैल प्रोजेक्ट बनाया था। कांग्रेस सरकार ने 3 करोड़ लीटर पानी फरीदाबाद के आखिरी छोर से लाकर, 500-500 फुट के गहरे कुंए खोदकर, 350 बुस्टिंग पंप लगाकर और दिल्ली के चारों ओर 15 हजार किलोमीटर लंबी पाइप लाइन लगाकर मेवात की जनता को पानी मुहैया करवाया था। उन्होंने कहा कि लेकिन साढ़े 4 साल की इस खट्टर सरकार ने मेवात की जनता को पानी को मुहैया करवाना दूर, इस रेनी वैल प्रोजेक्ट को काटा मारकर ताला लगा दिया।

सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार ने मेवात के नौजवान को साढ़े 4 साल के अंदर रोजी, रोटी व रोजगार में हिस्सेदारी नहीं दी। उन्होंने सवाल किया कि क्या यहां के बेटे काबिल नहीं, क्या सरकार को इनमें शिक्षा और गुण नजर नहीं आते, इनका शरीर हाड मांस का ना नहीं बना, मन में अरमान नहीं, खून का रंग लाल नहीं, आगे बढ कर अच्छी जिंदगी जीने का अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे तो ड्राइवर की नौकरी कर लेते थे। जिससे उनको मेहनत व ईमानदारी की रोटी मिल जाती थी, लेकिन इस सरकार ने तो लगभग 50 हजार युवाओं के ड्राइविंग लाइसेंस रिकार्ड न मिलने के कारण रद्द कर दिए। उन्होंने दोहराया कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी, इन 50 हजार युवाओं के दोबारा टैस्ट लेकर उनके ड्राइविंग लाइसेंस दोबारा से बनाए जाएंगे।

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मेवात में आईएमटी बनाने के लिए 1,600 करोड़ की जमीन का अधिग्रहण किया। खट्टर सरकार यहां पर कोई फैक्टरी लगाना तो दूर, ईंट का एक रोड़ा भी नहीं लगवाया। इस सरकार ने 32 करोड़ रुपये खर्च करके गुडग़ांव में मोदी को बुलाकर एक कार्यक्रम किया और कहा कि इससे यहां पर उद्योग आएंगे, लेकिन यह सरकार आज तक 32 रुपये का निवेश तक नहीं ला पाई है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार बनी तो मेवात आईएमटी में जापान से बात करके मारूति की फैक्टरी लगाई जाएगी; मेवात में यूनिवर्सिटी की स्थापना करेंगे और गुडगाँव- अलवर रेल लाइन शुरू करवाएंगे।

सुरजेवाला ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं और खेती बाड़ी जानता हूं। इसके अलावा मैं एक और काम जानता हूं, वो है मोदी और खट्टर का इलाज। इसलिए ये लोग डरते हैं और डरे भी क्यों नहीं, क्योंकि हरियाणा के निवासी डराने धमकाने से डरता नहीं बल्कि अपनी छाती चौड़ी करके सामने खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं बल्कि उस ताकत से है, जो बंटवारे व भाईचारे को बिगाडऩे का काम कर रही है। मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा में जाति के नाम पर दंगे करवाए। जो काम गुरू दिल्ली में कर रहा है, वह काम चेला हरियाणा में कर रहा है, लेकिन अब ऐसी ताकतों को सत्ता से दूर करने का समय आ गया है।

इनेलो और जजपा पर भाजपा के हाथों में खेलने का आरोप लगते सुरजेवाला ने कहा कि अब प्रदेश में एक पार्टी से दो पार्टियां बन गई हैं और इन दोनों पार्टियों को दिया गया वोट सीधा मोदी व खट्टर को जाएगा। संसद से बाहर तो यह लोग भाजपा को कोसते हैं और अंदरखाते हर बार भाजपा का साथ देते हैं।उन्होंने राष्ट्रपति, स्पीकर व अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इनेलो और जजपा द्वारा भाजपा का साथ देने का उदाहरण देते हुए कहा कि इनकी दोगली नीति हम अनेक बार देख चुके हैं।

हरियाणा के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष आजाद मोहम्मद के अलावा पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, कांग्रेस महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान, कांग्रेस प्रवक्ता संजय छोक्कर, भूपेन्द्र फोगाट,ईश्वर नैन,वीरेन्द्र जागलान, मनोज चावला, यतिन घई, राजकुमार चौटानी, सतबीर पहलवान, मोहम्मदी बेगम, इब्राहिम इंजीनियर, फारूक अब्दुला, अरविंद खटाना, अनंत दहिया, गुलशन बग्गा, हरीश नंदा सहित अनेक नेताओं ने भी रैली को सम्बोधित किया

  • मार्गदर्शन सहीं हो तो दिए का प्रकाश भी सूरज का काम कर जाता है *…!!

अवार्ड वापसी गैंग फिर सक्रिय

मणिपुर के जाने माने फिल्मकार और कम्पोजर अरिबम श्याम शर्मा ने 2006 में प्राप्त पद्म श्री सम्मान को वापस कर दिया है. 

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले देश में एक बार फिर अवार्ड वापसी गैंग सक्रिय हो गया है. मणिपुर के जाने माने फिल्मकार और कंपोजर अरिबम श्याम शर्मा ने 2006 में प्राप्त पद्म श्री सम्मान को वापस कर दिया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने यह सम्मान नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में किया है. रविवार को इंफाल स्थित अपने आवास से अरिबम ने सम्मान को वापस करते हुए कहा कि ‘नागरिकता बिल के विरोध में उन्होंने ये सम्मान वापस करने का फैसला किया है. 

फिल्मकार अरिबम ने सम्मान वापस करते समय कहा कि, मणिपुर वासियों को इस वक्त सबसे अधिक सुरक्षा की जरूरत है. जहां एक तरफ लोकसभा में 500 से अधिक सदस्य हैं. वहीं सिर्फ एक या दो सदस्य ही लोकसभा में मणिपुर की तरफ से हैं. उत्तर पूर्वी हिस्से की आवाज सदन में नहीं पहुंचती. यहां के लोगों के लिए अधिक सुरक्षा और व्यवस्था की जरूरत है.

क्या है नागरिकता संशोधन बिल 
नागरिकता संशोधन विधेयक-2016 को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी के बाद ही असम में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है. प्रस्तावित विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है. असम के लोगों को मानना है कि नागरिकता संशोधन बिल 2016 को कैबिनेट की मिली स्वीकृति के बाद असम की संस्कृति और असमिया अस्तित्व खत्म हो जाएगा. विरोधियों का कहना है कि इस विधेयक की वजह से कि इसका संवेदनशील सीमावर्ती राज्य की भौगोलिक स्थिति पर विपरीत असर पड़ेगा. और विधेयक के प्रावधान से 1985 का असम समझौता खत्म हो जाएगा . जिसमें मार्च 1971 के बाद राज्य में प्रवेश करने वाले सभी अवैध प्रवासियों को वापस भेजे जाने का प्रावधान है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों. 

बिहार चुनाव के दौरान शुरू हुआ था अवार्ड गैंग
आापको बता दें कि इससे पहले साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने दावा किया था है कि उनके पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि 2015 का तथाकथित ‘अवार्ड वापसी’ अभियान का मकसद राजनीतिक था और उसका मकसद बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार को बदनाम करना था. हिंदी लेखक और कवि अशोक वाजपेई की अगुवाई में 2015 में 50 से अधिक साहित्यकारों ने अपने पुरस्कार यह कहते हुए वापस कर दिए थे कि मोदी सरकार के आने के बाद देश में असहिष्णुता बढ़ गई है.

पुरस्कार वापसी अभियान राजनीति से प्रेरित था ताकि मोदी सरकार बदनाम हो : विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अपनी पत्रिका दस्तावेज में दस पेज के एक लेख में इन बातों का जिक्र किया था. समाचार पत्र इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार अशोक वाजपेई ने इन दावों को खारिज किया था. वाजपेई कहा कि जिन लोगों ने पुरस्कार वापस किए, उनमें से ज्यादातर एक दूसरे को जानते तक नहीं थे और पुरस्कार इसलिए वापस किए गए क्योंकि देश में पैदा हुए हालात लेखकों से एकजुटता की मांग कर रहे थे.

लेखकों के तीन समूह
तिवारी ने ‘एवार्ड-वापसी की सच्चाई और इसके पीछे का पाखंड’ शीर्षक वाले अपने लेख में लिखा था कि चार महीने तक चल ये अभियान लेखकों के तीन समुहों द्वारा प्रेरित था. पहला- जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से घृणा करते थे, दूसरा- जो सरकार को बदनाम करना चाहते थे और तीसरा- ऐसे लेखक जो अपना प्रचार चाहते थे. तिवारी ने लिखा, ‘मेरे पास सबूत है कि अवार्ड वापसी स्वतःस्फूर्त नहीं था और इसे पांच लेखकों ने योजना बनाकर शुरू किया था. इसमें से कई ऐसे हैं जो पीएम मोदी के सत्ता में आने के पहले से एंटीमोदी सभा कर रहे थे.’

उन्होंने लिखा था कि ये अभियान पीएम मोदी, साहित्य अकादमी और खुद तिवारी के प्रति उनकी घृणा का परिणाम था. उन्होंने इस समय के मैसेज और पत्र भी प्रकाशित किए जो उन लेखकों ने भेजे थे, जिन पर पुरस्कार उनके साथ पुरस्कार वापस करने के लिए दबाव बना रहे थे. उन्होंने कहा कि इस अभियान को चलाने वाले कई लोग लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान लालू प्रसाद यादव की जीत का जश्न मना रहे थे.

Golden Jubilee Celebration of 51 Battalion CRPF

51 Battalion CRPF organized  Golden Jubilee Celebrations of its raising on 3rd  Feb’2019 at Battalion Headquarter Hallomajara Campus, Chandigarh.  51 Battalion CRPF was raised on this day at Ajmer ( Rajasthan) and has since served in all conflict theatres of Country including J&K, Chattisgarh, Tripura, Assam and is presently deployed in Chandigarh for Security & Law & order duties. 

  Padma Shri Milkha Singh was the Chief Guest on the occasion.   Sh. Nisar Mohamad, Commandant 51 Bn CRPF and other senior officers, jawans and their families were  present on the occasion.  During the occasion Padma Shri Milkha singh in his speech full of enthusiasm said he has great respect for forces of this country and lauded the efforts of CRPF in maintaining peace and security of the country. he wished 51 Battalion CRPF and its officers & jawans Good Luck in the service of the motherland. On the occasion he also called upon the children to follow his example of hard work and dedication and to bring  Olympic Gold medal  for the country. 

A mela was organized on the occasion in which Officers, jawans and their families participated with full enthusiasm.

मोदी के सहारे अपनी नैया पार लगाना चाहते हैं मनोहर लाल,मगर इस बार तो खुद मोदी की नैया भंवर में फंसी हुई है: योगेश्वर शर्मा

लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ साथ हों तो भी तैयार है आप : योगेश्वर शर्मा

चुनावों संबंधी तैयारी की बैठक में कार्यकर्ताओं से और जोश के साथ अपना काम करने को कहा

पंचकूला,3 फरवरी।  आम आदमी पार्टी का कहना है कि लोकसभा के साथ हों या फिर विधानसभा के अलग से चुनाव हों आप दोनों ही सूरत में चुनावों का सामना करने के लिए तैयार है। पार्टी का कहना है कि जहां तक भाजपा का सावाल है, वह तो लोकसभा के साथ ही विधानसभा के भी चुनाव करवाने का प्रयास करेगी ताकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की वैतरणी भी पार हो जाए। पार्टी का कहना है कि उसने अपने कार्यकर्ताओं से एकजुट लोगों से संपर्क करने के  कार्यक्रम में और तेजी लाने को कह दिया है।

 यह जानकारी आज यहां और कालका में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चुनावों की तैयारी संबंधी हुई बैठक के बाद लोकसभा अंबाला एवं जिला पंचकूला के प्रधान योगेश्वर शर्मा ने जारी एक ब्यान में दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने बजट में चुनावी घोषणाएं की हैं, उसे देखते हुए लगता है कि भाजपा हरियाणा विधानसभा के चुनाव भी आठ महीने पहले ही लोकसभा के साथ ही करवायेगी। क्योंकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को खुद पर भरोसा नहीं है और उन्हें लगता है कि एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उनकी नैया पार लगायेंगे। जबकि ऐसा इस बार होगा नहीं क्योंकि इस बार स्वयं मोदी की नैरूा भंवर में फंसी हुई है। उन्होंने कहा कि झूठ व लूट की हंाडी एक बार ही पकती है जोकि पिछले चुनावों में पक चुकी है। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता भाजपा व मोदी और मनोहर लाल के झूठ को अच्छे से समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनावों में जनता पिछले पांच सालों के झूठ व जुमलों का हिसाब जनता करेगी। उन्होंने कहा कि आप इस बार दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के साथ साथ हरियाणा में भी करिश्माई प्रदर्शन करेगी।

 इस अवसर पर विशेष रुप से आए पार्टी के अंबाला लोकसभा के पर्यवेक्षक दीपांकर पांडे ने कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीतियों को घर घर तक पहुंचाने की बात कही और साथ ही उन्हें चुनाव संबंधी पार्टी की रणनीति से आवगत करवाया। दीपांकर पाडे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र के मतदताओं को भाजपा की केंद्रग सरकार की ओर से पिछले दिनों पेश किये गये बजट की हकीकत से आवगत करवायें कि किस तरह से पांच साल तक झूठ बोलने और जुमले सुनाने वाले मोदी व उनकी सरकार ने इस बार भी जुमलों भरा बजट ही पेश किया है। जमीनी हकीकत से इसका दूर दूर तक का वास्ता नहीं है और यह बात लोब पिछले पांच सालों में देख व भुगत चुके हैं। इस अवसर पर पंचकूला के प्रधान सुशील मैहता, संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी कालका के प्रधान ईश्वर सिंह और संबठन मंत्री परवीन हुड़ा व अन्य पदाधिकारी भी उनके साथ थे।

शिवसेना हिन्दुस्तान चड़ीगढ ने छेड़ा चुनावी बिगुल

Photo & Story: Rajkumar

आज दिनांक 3/2/2019 को शिवसेना हिन्दुस्तान चड़ीगढ की एक बैठक श्री सनातन धर्म मंदिर रामदरबार चड़ीगढ में रखी गईं जिसकी अध्यक्षता पंजाब राज्य महासचिव एवं चड़ीगढ प्रदेश प्रमुख अजय सिंह चौहान जी के नेतृत्व हुई इस बैठक में चड़ीगढ पदाधिकारी व वाँड़ पदाधिकारी एवं सभी बलोक प्रमुखों ने भाग लिया बैठक में अजय चौहान कहा है कि लोक सभा 2019 के चुनाव की तैयारी शिवसेना हिन्दुस्तान चड़ीगढ ने कर दिया है 3 उम्मीदवारो लिस्ट पार्टी हाईकमान को भेजेगें ओर बहुत जल्दी शिवसेना हिन्दुस्तान के लोक सभा चुनाव के उम्मीदवार के नाम की घोषणा करगे,साथ में अजय चौहान यह भी कहा है कि श्री राम मंदिर का निर्माण श्री अयोध्या में कानून बनाकर( अध्यादेश ) तुरंत किया जाये,ओर अखिल भारतीय हिंदू मंदिर प्रबंधक एक्ट कानून बनाने की माँग भी कि,ओर शिवसेना हिन्दुस्तान ने किया ऐलान वाँड़ नंबर 23 की जनता के हित के लिए सांसद के चुनाव 2019 में रोड़ नहीं तो वोट नही कराएगी जागरूकता अभियान बैठक में उपस्थित पदाधिकारी हेलोमाजरा से महिला मड़ल प्रमुख अमरजित कोर,सगीता देवी,सावत्री देवी,रामदरबार से महिला मड़ल प्रमुख चंदा ठाकुर, वाँड़ नंबर 23 के युवा प्रमुख नितिन ठाकुर,चड़ीगढ उप प्रमुख ड़ा राजकुमार वर्मा,चड़ीगढ युवा प्रमुख अजीत चौहान,युवा उप प्रमुख अमीत अटवाल,युवा उप प्रमुख राहुल सकरवाल,वाँड़ नं 5 सेक्टर 25 के प्रमुख विरेन्द्र सिंह विरदी,उप प्रधान कमलेश कुमार,वाँड़ नं 13 के प्रमुख मनीश,बलोक प्रमुख राजकुमार पारचे,संगठन मंत्री संतोष कुमार राय,वाँड़ नं 24 के युवा प्रमुख शिवकुमार जयसवाल,मोली जागरा गाँव के प्रमुख कृष्ण चौहान,संजय शर्मा,प्रचार मंत्री राज शर्मा,वाँड़ 18 के प्रमुख रवि गोगलिया,वाँड़ नं 23 के प्रमुख ड़ा N.H SIDDIQUI ओर अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

व्यापारी वर्ग का संगठित होना जरूरी : विजय बंसल

रायपुरानी में व्यापारियों की बैठक को बंसल ने किया सम्बोधित।

रायपुरानी । अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री व हरियाणा प्रभारी विजय बंसल ने रायपुरानी के व्यापारियों की बैठक को एक निजी होटल में सम्भोधित किया।बैठक का आयोजन मंच के रायपुरानी ब्लाक अध्यक्ष राजिंदर गोयल ने किया जिसमें राज अग्रवाल,राकेश टीनू,श्याम लाल मंगला,अमित गोयल,पारुल गर्ग,किरण अग्रवाल, प्रवीण सरपंच,भीम सेन मक्कर,सतीश सैनी,सोनू राणा,नीरज अग्रवाल समेत रायपुरानी क्षेत्र के व्यापारी भारी तादाद में मौजूद रहे।इस मौके पर बंसल ने कहा कि व्यापारियों का संगठित होना जरूरी है,जिसके लिए देश मे अन्य वर्गों की भांति केंद्रीय व राज्य स्तरों पर व्यापारी कल्याण आयोग होना आवश्यक है।इसके साथ ही बन्सल ने राजिंदर गोयल को तुंरन्त प्रभाव से ब्लाक कमेटी बनाने के लिए कहा।बंसल का रायपुरानी पहुंचने पर व्यापारियों ने स्वागत किया।व्यापारियों ने बंसल को बताया कि नोटबन्दी,जीएसटी आदि व्यापारी विरोधीनीतियों से व्यापार पर काफी प्रभाव पड़ा है।इसके साथ ही मांग करी कि रायपुरानी से सहारनपुर तक बस सुविधा मुहैया करवाई जाए जिससे व्यापारियों को लाभ हो सके , मासिक पेंशन दी जाए, 5 लाख से 25 लाख तक का सामूहिक बीमा हो व प्रत्येक व्यापारी का 5 लाख तक का बीमा किया जाए।बन्सल ने आश्वस्त किया कि मंच के माध्यम से आवाज को उठाया जाएगा।

विजय बन्सल ने अपने सम्बोधन में कहा कि कालका विधानसभा में व्यापार व उद्योग दोनों खत्म हो चुका है।यहां दो बड़े उद्योग थे एचएमटी व एसीसी , एसीसी को 1997 में व एचएमटी का ट्रेक्टर प्लांट बन्द करदिया तथा मशीन टूल्स बन्द होने के कगार पर है जिससे कालका-पिंजोर का व्यापार खत्म होगया है।विजय बंसल ने कहा यहाँ रोजगार के साधन नही है जिसकी वजह से व्यापार प्रभावित हुआ पड़ा है।आज जरूरत है दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने हितों की रक्षा करना। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच , कालका विधानसभा के उद्यमियों व व्यापारियों की आवाज को उठाएगा।उद्योग व्यापार मंच ने हमेशा व्यापारी व उद्योगपतियों की आवाज को उठाया है।प्रदेश में व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन,2100 दुकानदारों को मुआवजा,दिवाली की समय दुकानदारों को मुआवजा दिलवाने जैसे व्यापारी व उद्योगपतियों के हित में काम करवाए है।

वही बन्सल ने कहा कि , भाजपा के शासन में व्यापारी व उद्योगपति त्राहि त्राहि कर रहा है जिसके लिए अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच आवाज उठाने के लिए एक बेहतर रास्ता है।

‘सा रे गा मा’ के विजेता रिंकू कालिया के गीतों ने बांधा समां

पंचकूला, 3 फरवरी ( ): जी टीवी के रियालिटी शो ‘सा रे गा मा’ के विजेता मशहूर गायक रिंकू कालिया ने हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित लाइव कॉन्सर्ट में अपने परफॉर्मेंस से लोगों पर जादू सा कर दिया। इस लाइव कॉन्सर्ट का आयोजन हरियाणा सरकार के सांस्कृतिक विभाग के सहयोग से सरकारी कालेज पंचकूला में किया था।लाइव शो की शुरुआत में गायक रिंकू  कालिया ने ‘ये नहीं थी मेरी किस्मत’ जैसे गालिब के क्लासिक से सभी मौजूद श्रोताओं का दिल अपने पहले ही परफॉर्मेंस से जीत लिया।

इसके बाद उन्होंने, ‘आज जाने की जिद न करो’, ‘दिल-ए-नादान’, ‘ये कागज की कश्ती’, ‘प्यार का पहला खत’ जैसे गानों से श्रोताओं को कुर्सी से बांध सा दिया।लाइव कॉन्सर्ट के दौरान रिंकू कालिया ने अपनी सुरीली आवाज से ‘रंजिश ही सही’, ‘आज जाने की जि़द’ और ‘कल चौदहवीं की रात थी’ जैसी गजलों के बाद लोकगीत’ ‘टप्पे’, ‘सुन चरखे दी’ और ‘दमा दम मस्त कलंदर’ पर भी बेहतरीन समां बांधा। इस आयोजन के गेस्ट ऑफ ऑनर थे और हरियाणा पुलिस के ए.डी.जी.पी. आर.सी. मिश्रा।