आज का पांचांग

पंचांग 30 जनवरी 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः1940,

मासः माघ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः दशमी अपराहन् 03.34 तक, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रःअनुराधा, सायं 04.40 तक, 

योगः ध्र्रव प्रातः 05.34 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः वृश्चिक, 

राहु कालःदोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,

सूर्योदयः07.15, 

सूर्यास्तः05.54 बजे।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

मोदी का PUBG लिंक

नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्‍ली के तालकटोरा स्‍टेडियम में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों से संवाद किया. पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ के दौरान बच्‍चों और अभिभावकों को परीक्षा के दबाव से दूर रहने के उपाय बताए. इसी दौरान उन्‍होंने देश-विदेश में खेले जा रहे एंड्रायड गेम PUBG का भी जिक्र किया.

दरअसल एक मां ने पीएम मोदी को बताया कि कक्षा 9 में पढ़ने वाला उनका बेटा ऑनलाइन गेम की दुनिया में खोया रहता है. इस समस्‍या के हल के लिए वह क्‍या करें. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देते हुए उनसे कहा ‘ये PUBG वाला है क्‍या? ये समस्‍या भी है और समाधान भी है. हम चाहते हैं कि हमारे बच्‍चे टेक्‍नोलॉजी से दूर चले जाएं, लेकिन इससे तो वे एक प्रकार से दूर जाना शुरू कर देंगे.’

पीएम मोदी ने आगे कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग हमारे विस्तार के लिए, हमारे सामर्थ्य में बढ़ोतरी के लिए होना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी ने इस दौरान कहा ‘हर माता-पिता को अपने बच्‍चों को प्रोत्‍साहित करना चाहिए. परीक्षा का महत्‍व तो है, लेकिन यह जीवन की परीक्षा नहीं है.’

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यह है PUBG
प्लेयर्स अननोन बैटल ग्राउंड (PlayerUnknow’s Battleground), यह एक एक्शन गेम है. इसे PUBG के नाम से ज्यादा पहचान मिली है. सोशल मीडिया पर PUBG गेम को लेकर काफी क्रेज है. PUBG एक मल्टी प्लेयर ऑनलाइन गेम है. यह एक रोमांचक और मार-धाड़ वाला गेम हैं. PUBG गेम के फीचर बेहद असली लगते हैं, जो सचमुच गेम में मौजूद होने का अहसास दिलाते हैं.

परीक्षा पे चर्चा 2.0


परीक्षा पे चर्चा 2.0 कार्यक्रम में पीएम मोदी ने छात्र-छात्राओं, अभिभावकोंं और शिक्षकों को संबोधित किया.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस साल होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्र-छात्राओं को तनाव से मुक्‍त रहने के टिप्‍स देने के लिए उनसे ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ की. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा ‘मेरे लिए ये कार्यक्रम किसी को उपदेश देने के लिए नहीं है. मैं यहां आपके बीच खुद को अपने जैसा, आपके जैसा और आपकी स्थिति जैसा जीना चाहता हूं, जैसा आप जीते हैं.’ यह कार्यक्रम दिल्‍ली के तालकटोरा स्‍टेडियम में हो रहा है. इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं, अभिभावक और शिक्षक भी शामिल हाेे रहे हैं. 

‘परीक्षा का महत्‍व तो है, लेकिन यह जीवन की परीक्षा नहीं’
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा ‘हर माता-पिता को अपने बच्‍चों को प्रोत्‍साहित करना चाहिए. परीक्षा का महत्‍व तो है, लेकिन यह जीवन की परीक्षा नहीं है.’ उन्‍होंने कहा कि अगर हम अपने आपको कसौटी के तराजू पर झौकेंगे नहीं तो जिंदगी में ठहराव आ जाएगा. ज़िन्दगी का मतलब ही होता है गति, जिंदगी का मतलब ही होता है सपने. प्रधानमंत्री ने कहा ‘जब मन में अपनेपन का भाव पैदा हो जाता है तो फिर शरीर में ऊर्जा अपने आप आती है और थकान कभी घर का दरवाजा नहीं देखती है. मेरे लिए भी देश के सवा सौ करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं.’

बच्‍चों पर दबाव ना डालें: पीएम मोदी
उन्‍होंने कहा ‘अभिभावकों की महत्‍वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन बच्‍चों पर दबाव बनाने से स्थिति बदल जाती है. लेकिन बच्‍चों की क्षमता को पहचानने की कोशिश करें. बच्‍चों पर दबाव ना डालें.’  एक अभिभावक के सवाल कि बच्‍चा मोबाइल गेम खेलता है, इस पर पीएम मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग हमारे विस्तार के लिए, हमारे सामर्थ्य में बढ़ोतरी के लिए होना चाहिए.

‘कसौटी कसती है, कसौटी कोसने के लिए नहीं होती’
पीएम मोदी ने अभिभावकों से कहा कि बच्‍चों के बड़े होने तक उनकी गतिविधियों पर नजर रखें, इससे उनके बड़े होने पर उनकी क्षमताओं का पता चलेगा. जो लोग सफल होते हैं, उन पर समय का दबाव नहीं होता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्होंने अपने समय की कीमत समझी होती है. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कसौटी बुरी नहीं होती, हम उसके साथ किस प्रकार से डील करते हैं, सब उस पर निर्भर करता है. मेरा तो सिद्धांत है कि कसौटी कसती है, कसौटी कोसने के लिए नहीं होती है.

‘आशा और अपेक्षा आगे बढ़ने के लिए अनिवार्य’
पीएम मोदी ने कहा ‘लक्ष्य ऐसा होना चाहिए, जो पहुंच में तो हो, पर पकड़ में न हो. जब हमारा लक्ष्य पकड़ में आएगा तो उसी से हमें नए लक्ष्य की प्रेरणा मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा कि निराशा में डूबा समाज, परिवार या व्यक्ति किसी का भला नहीं कर सकता है, आशा और अपेक्षा आगे बढ़ने के लिए अनिवार्य होती है.

उन्‍होंने कहा, ‘एक कविता में लिखा है, “कुछ खिलौनों के टूटने से बचपन नहीं मरा करता है.” इसमें सबके लिए बहुत बड़ा संदेश छुपा है. प्रधानमंत्री मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों से तनाव-रहित परीक्षा एवं संबंधित पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं.’
‘हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित करें’
प्रधानमंत्री ने बच्‍चों से कहा कि आप अपने रिकॉर्ड से ‘कॉम्पटीशन’ कीजिए और हमेशा अपने रिकॉर्ड ब्रेक कीजिए. इससे आप कभी निराश नहीं होंगे और तनाव में नहीं रहेंगे. मां-बाप और शिक्षकों को बच्चों की तुलना नहीं करना चाहिए, इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. हमें हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए.

देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का निधन

नई दिल्ली : देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक प्रकट किया है. उन्होंने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने जार्ज फर्नांडिस को सरल और निडर व्यक्तिव वाला नेता बताया, जिन्होंने सदैव दूरदर्शी सोच के साथ राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया. पीएम ने अपने ट्विट में लिखा है कि वह गरीबों और पिछड़ों के अधिकार के लिए लड़ने वाले सबसे असरदार आवाज थे.

पीएम मोदी ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. अपने दूसरे ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हम जार्ज फर्नांडिस को सबसे अहम और उग्र ट्रेड यूनियन नेता के तौर पर याद करते हैं, जिन्होंने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी. हम उन्हें एक ऐसे नेता के तौर पर याद करते हैं, जिन्होंने चुनाव के मैदान में मजबूत से मजबूत नेताओं को धूल चटाया. जार्ज साहब ने बतौर रेल और रक्षा मंत्री भारत को सुरक्षित और मजबूत किया.’

Narendra Modi✔@narendramodi George Sahab represented the best of India’s political leadership.

Frank and fearless, forthright and farsighted, he made a valuable contribution to our country. He was among the most effective voices for the rights of the poor and marginalised.

Saddened by his passing away.

पीएम मोदी ने कहा, ‘अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में जार्ज साहब ने कभी राजनीतिक विचारधारा से भटके नहीं. इमरजेंसी के दौरान उन्होंने जमकर खिलाफत किया. उनकी सादगी और विनम्रता उल्लेखनीय थी. मेरी संवेदना उनके परिवार, दोस्त और तमाम शोकाकुल लोगों के साथ है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’

इस मौके पर देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘जॉर्ज फर्नांडिस रक्षा और रेल मंत्री रहते हुए देश की सेवा की. उन्होंने कई मजदूर आंदोलन का नेतृत्व किया और उनके अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी. रक्षा मंत्री का उनका कार्यकाल सर्वश्रेष्ठ था.’

ANI✔@ANI
Rajnath Singh: #GeorgeFernandes ji served the nation in several capacities &held key portfolios like Defence&Railways at different times. He led many labour movements&fought against the injustice towards them. His tenure as Def Minister was outstanding.May his soul rest in peace.

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने देश के लिए अपना जीवन दे दिया. उन्होंने मजदूरों के लिए लड़ाई लड़ी. मैंने उन्हें अपना आइकन माना.

अविवादित ज़मीन ‘न्यास’को लौटाई जाये ताकि निर्माण आरंभ हो: केंद्र सरकार

केंद्र का कहना है कि राम जन्मभूमि न्यास से 1993 में जो 42 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी सरकार उसे मूल मालिकों को वापस करना चाहती है.

नई दिल्‍ली : अयोध्‍या विवाद पर केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को बड़ा कदम उठाते हुए  सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. इसमें मोदी सरकार ने कहा है कि 67 एकड़ जमीन सरकार ने अधिग्रहण की थी. इसपर सुप्रीम कोर्ट ने यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है. सरकार का कहना है कि जमीन का विवाद सिर्फ 2.77 एकड़ का है, बल्कि बाकी जमीन पर कोई विवाद नहीं है. इसलिए उस पर यथास्थित बरकरार रखने की जरूरत नहीं है. सरकार चाहती है जमीन का कुछ हिस्सा राम जन्भूमि न्यास को दिया जाए और सुप्रीम कोर्ट से इसकी इजाजत मांगी है.

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि वह अपने 31 मार्च, 2003 के यथास्थिति बनाए रखने के आदेश में संशोधन करे या उसे वापस ले. केंद्र सरकार ने SC में अर्जी दाखिल कर अयोध्या की विवादित जमीन को मूल मालिकों को वापस देने की अनुमति देने की अनुमति मांगी है. इसमें 67 एकड़ एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था, जिसमें लगभग 2.77 एकड़ विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि का अधिग्रहण किया था.

केंद्र का कहना है कि राम जन्मभूमि न्यास से 1993 में जो 42 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी सरकार उसे मूल मालिकों को वापस करना चाहती है. केंद्र ने कहा है कि अयोध्या जमीन अधिग्रहण कानून 1993 के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, जिसमें उन्‍होंने सिर्फ 0.313 एकड़ जमीन पर ही अपना हक जताया था, बाकि जमीन पर मुस्लिम पक्ष ने कभी भी दावा नहीं किया है.

अर्जी में कहा गया है कि इस्माइल फारुकी नाम के केस के फैसले में सुप्रीमकोर्ट ने कहा था कि सरकार सिविल सूट पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद विवादित भूमि के आसपास की 67 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने पर विचार कर सकती है. केंद्र का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला दिया है और इसके खिलाफ अपील सुप्रीम कोर्ट के सामने लंबित है, गैर-उद्देश्यपूर्ण उद्देश्य को केंद्र द्वारा अतिरिक्त भूमि को अपने नियंत्रण में रखा जाएगा और मूल मालिकों को अतिरिक्त जमीन वापस करने के लिए बेहतर होगा.

बता दें कि अयोध्‍या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 29 जनवरी को सुनवाई होनी थी, लेकिन इसके लिए बनाई गई जजों की बेंच में शामिल जस्‍ट‍िस बोबड़े के मौजूद न होने पर अब ये सुनवाई आगे के लिए टल गई है. अभी इस मामले में सुनवाई के लिए तारीख भी तय नहीं हुई है. इससे पहले पीठ के गठन और जस्‍ट‍िस यूयू ललित के हटने के कारण भी सुनवाई में देरी हुई थी.

इससे पहले 25 जनवरी को अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए चीफ जस्‍ट‍िस रंजन गोगोई ने नई बेंच का गठन कर दि‍या था. इस बैंच में CJI रंजन गोगोई के अलावा एसए बोबडे, जस्टिस चंद्रचूड़, अशोक भूषण और अब्दुल नज़ीर शामि‍ल हैं. पिछली बैंच में कि‍सी मुस्‍ल‍िम जस्‍ट‍िस के न होने से कई पक्षों ने सवाल भी उठाए थे.

इससे पहले बनी पांच जजों की पीठ में जस्‍ट‍िस यूयू ललित शामि‍ल थे, लेकिन उन पर मुस्‍लि‍म पक्ष के वकील राजीव धवन ने  सवाल उठाए थे. इसके बाद वह उस पीठ से अलग हो गए थे. इसके बाद चीफ जस्‍ट‍िस ने नई पीठ गे गठन का फैसला किया था. वहीं अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण की मांग कर रहे साधु-संतों की ओर से प्रयागराज में चल रहे कुंभ में परम धर्म संसद का आगाज सोमवार को हो चुका है. स्‍वामी स्‍वरूपानंद सरस्‍वती के नेतृत्‍व में 30 जनवरी तक प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में परम धर्म संसद का आयोजन होगा.

वहीं साधु और संतों ने इस संबंध में बड़ा ऐलान भी किया हुआ है. उनका कहना है कि राम मंदिर सविनय अवज्ञा आंदोलन के जरिये बनाया जाएगा. प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में इस समय साधु और संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. यहां विश्‍व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म संसद से पहले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती परम धर्म संसद का आयोजन कर रहे हैं. यह परम धर्म संसद कुंभ में 28, 29 और 30 जनवरी तक चलेगी. इसमें राम मंदिर निर्माण के लिए चर्चा और रणनीति बनेगी. बता दें कि विश्‍व हिंदू परिषद 31 जनवरी को राम मंदिर मुद्दे पर धर्म संसद का आयोजन कर रही है.

Punjab Cabinets nod to increased registration fee under the Registration Act, 1908

Chandigarh, January 29,2019:

With the aim of mopping up additional resources, the Punjab Cabinet led by Captain Amarinder Singh on Tuesday gave approval to enhance the registration fee of various documents related to a number of Sale Deeds under the Registration Act, 1908.

Fees of all the Articles of Article of Table of Registration Fees under the Registration Act, 1908 will be increased following the approval, barring under Article 1 (b) that relates to all compulsory registrable documents (other than leases of immovable property).

The State Government will now submit the draft notification to Legal and Legislative Affairs Department for issuing the requisite notification in this regard. The present and proposed revised fee of various documents is given below:

Documents Present Rate Proposed Rate
Article. 1.- For the Registration of Document. In Book 1, the registration of non-testamentary document relating to immovable property    
For all optionally Registrable documents except leases; Rs. 200.00 Rs. 400.00
For all compulsorily Registrable document (other than leases of immoveable property) 1 per cent of the value of the document, subject to a minimum of Rs.50/- and maximum of Rs.2,00,000/- 1 per cent of the value of the document, subject to a minimum of Rs.50/- and maximum of Rs.2,00,000/-
If the value or consideration be only party expressed (in addition to the advalorem fee as above on the value or consideration money expressed); andIf the value or consideration be not at all expressed Rs.200.00







  Rs.200.00
Rs.400.00







  Rs.400.00`
In Book No.3, register of wills and authorities to adopt- (a)- authorities to adopt- (b)- for the registration or will (3) In Book No.4, miscellaneous register for documents under clauses (d) and (f) of section 18 of the Registration Act 1908.   All non-testamentary instrument relating to Book IV including sale certificate presented for registration in original. For the registration of special power of attorneyFor the registration of a general power of attorney.For the registration of an adoption deed.For the registration of any other document, which cannot be brought under the ad valorem scale prescribed by the preceding clauses of the Table i.e. which is incapable of valuation; andFor the registration of Trust deed


  Rs.500.00 Rs.2000.00












  Rs.50.00   Rs.200.00   Rs.2000.00   Rs.100.00








  Half of the amount of stamp duty, payable on the deed of this nature, subject to a minimum of fifty rupees.



  Rs.1000.00 Rs.4000.00












  Rs.100.00   Rs.400.00   Rs.4000.00   Rs.200.00








  Full of the amount of stamp duty, payable on the deed of this nature, subject to a minimum of hundred rupees.
Article.II- For inspection or searches under section 57 :- General search for inspection of any number of entries or documents relation to one and the same property or executed by or in favour of one and the same individual:-    
For the first year in the books of which search is made Rs.20.00 Rs.40.00
For every other year in the books of which search is continued. Rs.10.00 Rs.20.00
Maximum Rs.500.00 Rs.1000.00
Article. III- For making or granting of copies of reasons, entries or documents (in English, Urdu, Punjabi or Hindi) before, on or after registration.   (i) When pages do not exceed five and not more than twenty years old.For every page in excess of five pages which are not more than twenty years oldWhen pages do not exceed five pages and are more than twenty years old.   For every page in excess of five pages which are more than twenty years old.Pasting fee







  Rs.200.00

  Rs.15.00


  Rs.500.00


  Rs.20.00


  Rs.100.00








  Rs.400.00

  Rs.30.00


  Rs.1000.00


  Rs.40.00


  Rs.200.00
Article IV- For discretionary registration under section 30:- By the Registrar of the District under sub-section (1);By the Registrar whose jurisdiction is extended to the whole of India.

  Rs.10.00   Rs.10.00


  Rs.20.00   Rs.20.00
Article V: For the issued of commission and for attending at private residence; 1) When a satisfactory certificate is produced as to sickness or infirmity 2) When the person to be examined is in jail 3) In all other cases



  Rs.14.00



  Rs.7.00   Rs.14.00




  Rs.30.00



  Rs.15.00   Rs.30.00
Article VI – For filing translations Rs.2.00 Rs.4.00
Article VII – For deposit, withdrawal and opening of sealed wills:-    
When deposited in sealed cover under section 42 Rs.2000.00 Rs.4000.00
When withdrawn under section 44 Rs.2000.00 Rs.4000.00
When open under section 45 Rs.2000.00 Rs.4000.00
Article VIII – For the authentication of a power of Attorney under section 33 If such power is generalIf special



  Rs.5.00   Rs.2.50




  Rs.10.00   Rs.5.00
Article X – For the safe custody of documents remaining unclaimed after registration or after registration is refused:- When application for return of registered documents or of a document the registration of which has been refused is made more than one month from the date of such registration of refusal & for delay in applying for the return of such document beyond one month for each forthight or fraction thereof:-

  If application be made on of after the first May & on or before 14th May    If application be made on or after the 15th May & on or before 28th May      If application be made on or after the 29th May & on or before 11th June.If application be made on or after the 12th June on or before the 25th June.







  Rs.0.75


















  Rs.0.75




  Rs.1.50



  Rs.2.25




  Rs.3.00







  Rs.10.00



















  Rs.10.00



  Rs.10.00



  Rs.10.00




  Rs.10.00

जैतो से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार रहे अवतार सिंह सहोता आम आदमी पार्टी में हुए शामिल

चण्डीगढ़, 29 जनवरी, 2019
2017 की विधान सभा चुनाव में जैतो से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार रहे अवतार सिंह सहोता ने आज रस्मी तौर पर आम आदमी पार्टी का पल्ला पकड़ लिया। चण्डीगढ़ में विधान सभा में विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, आम आदमी पार्टी पंजाब के कोर कमेटी के चेयरमैन प्रिंसिपल बुधराम, विधायक और विरोधी पक्ष के उप नेता सरबजीत कौर माणूंके, विधायक कुलतार सिंह संधवां, विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ, विधायक रुपिन्दर रूबी और विधायक कुलवंत सिंह पंडोरी ने सहोता का पार्टी में स्वागत किया।
इस मौके बोलते प्रिंसिपल बुद्ध राम ने कहा कि सहोता के आने से जैतो क्षेत्र में आम आदमी पार्टी को बल मिलेगा और पार्टी उनके राजनैतिक तजुर्बो का लाभ उठाएगी।
सहोता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ही पंजाब के लोगों की असली अर्थों में प्रतिनिधित्व कर सकती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब के लोगों के मुद्दे विधान सभा के अंदर और बाहर जोर शोर के साथ उठा रही है जिस कारण वह प्रभावित हो कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कनवीनर और दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल की तारीफ करते सहोता ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए जा रहे कामों की विश्व स्तर पर प्रशंसा हो रही है और दिल्ली में विश्व स्तरीय तकनीकें ला कर शिक्षा और सेहत का स्तर ऊंचा किया जा रहा है।

जजों की नियुक्ति: फ़ाइनल लिस्ट में बार-बार रिजेक्ट हुए नाम भी शामिल

जज के लिए 8 सीनियर वकीलों के नाम तय
-लेकिन, चार ऐसे वकील हैं, जिनके नाम पहले कोलिजियम से रिजेक्ट हुए हैं
-बड़ा सवाल, क्या अब उन नामों पर सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार करेगा

चंडीगढ़।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 8 सीनियर वकीलों को जज बनाने की कवायद शुरू हो गई है!  इन आठ वकीलों के नाम पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से फाइनल हो चुके हैं, इसके लिए अब आगे का प्रोसेस शुरू हो गया है। लेकिन, महत्चपूर्ण बात यह है कि इन आठ नामों से से 4 ऐसे नाम हैं, जिनका पहले भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से जज बनने के लिए नाम गए थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के कोलिजियम ने रिजेक्ट कर दिए। अब बड़ा सवाल यह है कि जो नाम पहले सुप्रीम कोर्ट रिजेक्ट कर चुका, क्या उन नामों पर दोबारा से कोलिजियम विचार करेगा।

बताया गया है कि जेएस पूरी, पुनीत बाली, विकास बाली, अलका सरीन, गिरीश अग्निहोत्री, सुवीर सहगल, कमल सहगल और आईपीएस दोआबिया का जज बनने की सूची में नाम शामिल है। लेकिन, खास बात यह है कि जेएस पूरी, सुवीर सहगल, कमल सहगल और गिरीश अग्निहोत्री ऐसे वकील हैं, जिनका पूर्व में सुप्रीम कोर्ट का कोलिजियम रिजेक्ट कर चुका है। रिजेक्ट हुए नामों को दोबारा भेजने से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हैरान है। लेकिन, देखने वाली बात यह है कि क्या पूर्व में रिजेक्ट हुए नामों पर सुप्रीम कोर्ट का कोलिजियम दोबारा से विचार करेगा

अफसरों ने ही खोल दी नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल: योगेश्वर शर्मा

आप के आरोपों की कर दी पुष्टि
एक बात तो साफ है कि भ्रष्ट अफसरों  को सरकार की है शह

पंचकूला,29 जनवरी:

आम आदमी पार्टी का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार के साढ़े चार सालों से भी ज्यादा समय में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है और भाजपा के भ्रष्टाचार मुक्त राज देने की बातें हवाहवाई होकर रह गई हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण पंचकूला का नगर निगम है। पार्टी का कहना है कि पंचकूला नगर निगम में भ्रष्टाचार किस कद्र व्याप्त है, इसका अनुमान तो इसके अपने दो अफसरों एक्सियन और एसडीओ के बीच मोबाईल पर हुई बहस की लीक हुई रिकार्डिंग से ही लगाया जा सकता है। पार्टी का कहना है कि अधिकारियों की बातचीत से स्पष्ट है कि किस तरह से बड़े अधिकारी अपने मातहतों से दबाब में काम करवाते हैं। पार्टी ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाये जाने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि आडियों में निगम में हुए इस घोटाले की आंच आला अधिकारियों पर भी स्पष्ट तौर पर आती सुनाई दे रही है।

आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के अंबाला लोकसभा एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि लीक हुई आडिय़ों से साफ हो गया है कि किस तरह से बड़े अधिकारी आपने मातहतों पर दबाब डालकर अपने चहेते ठेकेदारों की मानमानी को चलने देते हैं। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी भ्रष्टाचार की बात और क्या हो सकती है कि एक एक्सियन एक ठेकेदार का दो बार टेंडर रद्द कर देता है,क्योंकि उसे ठेकेदार के काम से भ्रष्टाचार की साफ बू आ रही थी, बावजूद उसके उसी ठेकेदार को काम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में गोलचक्करों के किये गये सौंदर्यीकरण में गोलमाल होने की आम आदमी पार्टी की ओर से जो आवाज उठाई गई थी, उस पर इन दो अधिकारियों के बीच हुई बातचीत ने मोहर लगा दी है कि किस तरह से इस सारे प्रोजैक्ट में पैसे का खेल खेला गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को पता है कि निगम में पिछले कई सालों से भ्रष्टाचार जोरों पर चल रहा है,मगर सरकार की ओर से भ्रष्ट अफस्रों को बचाया जा रहा है, यही वजह है  कि इन अधिकारियों के हौंसले इस कद्र बुलंद हो चुके हैं कि वे बेफि क्र होकर लूट को जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम में आज तक हुए सभी कार्यों की अगर निष्पक्ष जांच करवायी जाए तो एक बात तो तय है कि इसमें भ्रष्टाचार की एक एक कर सभी परतें खुलेंगी और भ्रष्ट अफसरों के साथ साथ उन्हें शह देने वाले अधिकारियों की भी पोल खुलेगी।

रायपुररानी पुलिस को मिली बड़ी सफलता,पुलिस के हत्थे 3 चोर

Kaoil Nagpal:
Updated ब्रेकिंग पंचकूला

रायपुररानी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, पुलिस के हत्थे 3 चोर,
शिबू,सुल्तान व सलीम तीनों ने कुछ दिन पहले रायपुररानी में रात के समय दुकान के ताले तोड़कर महंगे कपड़े किये थे चोरी

पुलिस ने आज तीनो आरोपियों को किया पंचकूला कोर्ट में पेश,

कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
Byte …Surinder singh , io , crime branch