खुद की तुलना जननायक से करते है और रात को सीएम का सपना संजोकर सोते है:-कर्ण चौटाला


युवा कार्यकर्ता संवाद में खचाखच भरी भीड़ को देखकर हुए गद्गद, भाजपा सरकार पर भी जमकर बरसे चौटाला, पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी एवं कुलभुषण गोयल ने भी किया संबोधित


पंचकूला, 4 दिसम्बर। जननायक चौ. देवीलाल वो महान इंसान थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री तक के पद का त्याग कर दिया था, लेकिन आज कुछ लोग जननायक चौ. देवीलाल से तुलना करते है और रात को सीएम का सपना लेकर सोते है, भला ऐसी सोच से कैसे प्रदेश का विकास हो सकता है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि उन लोगों की ऐसी सोच कैसे प्रदेश के हित में हो सकती है। इनेलो एक ऐसा परिवार है, जिसमें नेता से बढक़र कार्यकत्र्ता को सम्मान मिलता है, यहीं कारण है कि आज पार्टी चटन की तरह मजबूत है। उक्त दावा अपनो पर यह तंज नेता प्रतिपक्ष चौ. अभय चौटाला के बेटे कर्ण चौटाला ने आज पंचकूला सैक्टर-6 स्थित जाट भवन में पंचकूला युवा कार्यकत्र्ता संवाद सम्मेलन में युवाओं को संबोधित करते हुए कहें। इससे पूर्व पंचकूला पहुंचने पर युवा इनेलो नेताओं ने कर्ण चौटाला का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और पार्टी के जमकर नारे लगाएं।

कर्ण चौटाला ने संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला लोगों के हकों की बात कहीं थी कि हक मांगने से नही छीनने से मिलते है, लेकिन हमारे कुछ नेता इस पक्ति को अपने ऊपर ले चले और अपने स्वार्थ की बातें करने लगे। हरियाणा प्रदेश में युवा संवाद सम्मेलन चल रहे है और इन सम्मेलनों में युवाओं का भारी संख्या में पहुंचना कहीं न कहीं इनेलो की लोकप्रियता को दर्शाता है। इनेलो पार्टी ने हमेशा जनता के हितों की लड़ाई लडऩे का काम किया है और बड़ी गंभीरता के साथ प्रदेश की जनता के मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाया और जिन मुद्दों पर सरकार का नकरात्मक रवैया रहा, उन पर सरकार के सामने जमकर विरोध जताया। चौटाला ने कहा कि आज युवा वर्ग का सरकार शोषण करने पर तुली है, युवाओं को रोजगार नही मिल रहा है और न ही युवाओं को सरकार बेरोजगारी भत्ता दे पा रही है और इतना ही नही सरकार युवाओं की शिक्षा पर भी कोई ध्यान नही दे रही है, जिससे आज के वक्त की बात करें तो युवा सबसे ज्यादा पीडि़त है। इनेलो की सरकार बनने पर सरकार खासकर युवाओं की समस्याओं पर गंभीरता के साथ काम करेगी।

103 बुखार फिर भी चौटाला युवाओं के बीच विचार रखने पहुंचे—

मंच ने संबोधित करते हुए इनेलो युवा प्रदेशाध्यक्ष जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि कर्ण चौटाला को आज 103 बुखार था और जब उन्हें लेने के लिए उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर पहुंचने तो वो बुखार से कांप रहे थे, फिर विचार हुआ कि कार्यक्रम स्थगित कर दे, लेकिन कर्ण चौटाला नही माने और वो बुखार में ही युवाओं के बीच पार्टी की नीतियों का प्रचार करने के लिए पहुंच गए। हमारे नेताओं में जनता के दर्द की फिक्र है। चौटाला मंच से बुखार के चलते ज्यादा देर संबोधित कर नही पाए और उन्होंने करीब 10 मिनट में ही अपनी बात को खत्म कर दिया।

भीड़ को देख गद्गद् हुए नेता–

पार्टी में चल रहे विवाद के बाद पंचकूला में होने वाले युवा संवाद सम्मेलन पर हर किसी की नजर थी, लेकिन जब सम्मेलन में भारी संख्या में भीड़ उमड़ी तो जाट भवन छोटा पड़ गया और जितने लोग हॉल में थे, उतने ही लोग बाहर बैठकर नेताओं के विचार सुन रहे थे। जिला भर से भारी संख्या में पहुंचे युवाओं, पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों व समर्थकों का इनेलो जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी एवं पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष कुलभुषण गोयल ने आभार व्यक्त किया और संबोधित करते हुए भाजपा सरकार को लगातार जनता को पेश आ रही समस्याओं को लेकर भी कोसा। इनेलो नेताओं ने कहा कि आज लोगों को सडक़ पर सहुलियत नही मिल रही है और लोग विकास को लेकर तरस रहे है। सरकार की नीति और नीयत में खोट के चलते आज लगातार जनता त्रस्त है। इस मौके पर पर महिला विंग जिलाध्यक्ष सीमा चौधरी, बसपा जिलाध्यक्ष रोशनलाल कोच्चर, युवा जिलाध्यक्ष राजू राणा मौली, जिला परिषद् पार्षद देशराज पोसवाल सहित शीर्ष नेताओं ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर जिला प्रैस प्रवक्ता एवं शहरी प्रधान एसपी अरोड़ा, हलका प्रधान विजेन्द्र शर्मा कामी, हलका प्रधान रविन्द्रपाल मैहता, वरिष्ठ नेता बलवंत भींवर, मान सिंह चरनियां, विक्रम राणा, गफूर मोहम्मद इत्यादि वरिष्ठ नेता व पदधिकारी एवं भारी संख्या में युवा कार्यकत्र्ता व पदधिकारी मौजूद थे।

आप ने की विभिन्न पदों पर निुयक्तियां

 

पंचकूला,4 दिसंबर:

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अंबाला एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने आज विभिन्न पदाधिकारियों की नियुक्तियां की हैं। यह नियुक्तियां उन्होंने आपने आवास पर हुई पार्टी की एक बैठक में पंचकूला के संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी की सिफारिश पर की हैं। इनमें हरीशइंद्र मोहन को ट्रेड विंग का उपाध्यक्ष, अनिल कुमार को कर्मचारी सैल का प्रधान, सैलिंद्र शर्मा को पंचकूला विधानसभा का उपप्रधान, राजकुमार को टोका गांव का मंडल अध्यक्ष तथा संदीप सिंह को खटोली गांव का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। इन सबको इनकी निुयक्ति पर बधाई देते हुए योगेश्वर शर्मा व सुरेंद्र राठी ने उम्मीद जताई कि ये सभी  पार्टी की नीतियों को गांव गांव व अपने इलाके में पहुंचाने के लिए जी जान से काम करेंगे।

राजस्थान मे चुनावी फिजा कांग्रेस से भाजपा की तरफ बदली

दिनेश पाठक अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर। विधि प्रमुख विश्व हिन्दु परिषद

राजस्थान मे चुनावी रण सज चुका है प्रचार अपने चरम पर है सभी पक्षो द्वारा साम दाम दण्ड भेद की रणनीति चुनाव जीतने के लिये अपनायी जा रही है ताबडतोड रैलियो का आयोजन हो रहा है आमजन चुनावी चर्चाओ मे मशगूल है ! आज से 15 दिन पहले जहां भाजपा की हालत खराब थी वहीं कांग्रेस पूरी तरह आश्वस्त थी लेकिन जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती गयी चुनावी फिजा बदलती गयी !

आज फिजा पूरी तरह बदली नजर आ रही है 15 दिन पहले जहां कांग्रेस को 135 तक सीट तथा भाजपा को 50 सीट मिलने का कयास लगा जा रहा था वहीं आज स्थिति उलट गयी है अब भाजपा को 107 से 115 सीट मिलने की संभावना बताई जा रही है वही कांग्रेस 85 से 90 सीट पर आ टिकी है जिसका कारण भाजपा द्वारा प्रचार मे बढत लेना बताया जा रहा है भाजपा ने अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार मे झोंक दी है !

भाजपा को असली फायदा हुआ प्रदेश मे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ताबडतोड रैलिया करने का जिसमे जबरदस्त भीड देखने को मिल रही है वही भाजपा के पास स्टार प्रचारको की लम्बी फेहरिस्त है मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ,योगी आदित्यनाथ,वसुन्धरा,राजनाथ सिंह,नितिन गडकरी ,स्मृति ईरानी सहित लम्बी सूची है जो रात दिन एक किये हुये है जबकि कांग्रेस के पास स्टार प्रचारको मे राहुल गांधी के अलावा अशोक गहलोत और सचिन पायलेट के अलावा कोई दिग्गज नजर नही आ रहा !

प्रधान मन्त्री मोदी और अमित शाह दिन मे करीब 12 से 15 बडी रैलिया कर रहे और अन्य स्टार प्रचार भी लगभग इतनी ही रैलिया कर रहे है वही यह कमी कांग्रेस मे साफ नजर आ रही है! भाजपा जहां एकजुट नजर आ रही है और संघ के कार्यकर्ता भाजपा को जिताने मे लगे है तथा ज्यादातर नाराज नेताओ और कार्यकर्ताओं को मना लिया गया है और वो भाजपा के लिये चुनावी रण मे कंधे से कंधा मिलाकर समर्थन मे जुटे है वही कांग्रेस कार्यकर्ता गहलोत पायलेट गुट मे बंटा आ नजर आ रहा है वहीं कांग्रेस के अधिकतर बागी चुनाव मैदान मे डटे हुये है जिसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड सकता है !

राजस्थान मे तीसरी शक्ति के रूप मे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बैनीवाल भी अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज करा रहे है जिसका नुकसान सीधे तौर पर कांग्रेस को उठाना पडेगा ! आज से 15 दिन पहले सट्टा बाजार भी जहां कांग्रेस की 150 सीट बता रहा था भाजपा की 40 सीट बता रहा था वही सट्टा बाजार आज भाजपा की 110 सीट बता रहा है और कांग्रेस की 85 सीट बता रहा है ताजा सर्वे मे प्रदेश मे चुनावी फिजा कांग्रेस से भाजपा की तरफ मुडती दिख रही है !

हरियाणा में डीजी लॉकर की सुविधा हुई लागू जानें फायदे


न केवल आप अपनि गाड़ी के कागजात अपितु शिक्षा संबंधी(स्कूल केर्टिफिकटेस, डिग्रियाँ और डिप्लोमा इत्यादि)  और अपनी पहचान संबंधी(पासपोर्ट, आधार कार्ड, वॉटर कार्ड ओर पैन कार्ड इत्यादि) सभी कागजात भी भारत के सभी राज्यों में डिजिलाकर के द्वारा अथॉरिटी को ईख सकते हैं। 


कमल कलसी, चंडीगढ़

अगर आप हरियाणा में रहते हैं और यदि आप ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण और गाड़ियों की आरसी घर पर ही भूल गए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप बेझिझक काम करने जाइये क्योंकि सरकार का नया आदेश आया है। परिवहन विभाग हरियाणा सरकार ने किसी भी काम के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण और आरसी के मूल दस्तावेजों को साथ रखने या साथ लेकर चलने की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसी को लेकर प्रदेश के सभी इन्फॉर्समेंट एजेंसियों को हिदायतें जारी कर दी गई हैं।

अब आपको डिजिलॉकर/एम. परिवहन पर खाता खोलकर इसमें आप अपने वाहन के सभी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी रख सकते हैं। डिजिलॉकर से आम जनता को दो फायदे होंगे। एक तो दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे। दूसरा कभी भी, कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर इस लॉकर को खोलकर आप सम्बन्धित दस्तावेज सम्बन्धित अधिकारी को दिखा सकते हैं।
इस बात का रखना होगा ध्यान

आपको बता दें कि एम. परिवहन/डिजिटल लॉकर पर अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन स्टोर करके भौतिक दस्तावेजों को कम करना है। डिजिलॉकर में रखी सॉफ्ट कॉपी मौलिक दस्तावेजों की तरह ही पूर्णतया मान्य होगी और अब इसे कोई भी इन्फॉर्समेंट एजेंसी मानने से इन्कार नहीं कर सकेगी

स्टेट विजिलेंस ने पल्ला थाना के एक हवलदार चंद्रपाल को 10000 रूपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा,

फरीदाबाद :

स्टेट विजिलेंस ने आज सांय एक हवलदार को पल्ला थाना से एक स्कूटी छोड़ने के एवज में 10000 रूपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं। पकडे गए आरोपी हवलदार के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद, उसे सेंट्रल थाने के हवालात में बंद कर दिया हैं। यह स्कूटी एक शराब माफिया की थी।

डीएसपी विजिलेंस रतन सिंह बाली ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता बरुण चन्ना ने कहा कि वह बीते 30 नवंबर को उसके स्कूटी को शराब की पेटी ले जाते हुए पकड़ा था। इस संबंध में उसके खिलाफ केस दर्ज कर दिया और उसने अपनी जमानत अदालत से करवा ली, इसके बाद वह अपनी स्कूटी को छुड़वाने के लिए गया तो पल्ला थाना में तैनात हवलदार व जांच अधिकारी चंद्रपाल ने उससे स्कूटी छोड़ने के  एवज में 10000 रूपए रिश्वत की मांग की,जिसको देना उसने स्वीकार कर लिया। इस बीच में उसने उसे रंगे हाथों पकड़वाने हेतु शिकायत स्टेट विजिलेंस से कर दी। आज तय समय के अनुसार सांय को रिश्वत के 10000 रूपए देने के लिए पल्ला थाना में पहुंचा, जैसे ही उसने उसे रिश्वत के नगद 10000 रूपए दिए के तुरंत बाद उसे विजिलेंस की टीम ने हवलदार चंद्रपाल ने पकड़ लिया और उसके पास से रिश्वत के 10000 रूपए बरामद कर लिया। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि रिश्वत वाला नॉट 500 -500 रूपए के 20 नोट थे, सभी नोटों में केमिकल युक्त पाऊडर लगे हुए थे के बाद आरोपी हवलदार चंद्रपाल का हाथ धुलवाया गया। उनका कहना हैं कि आरोपी हवलदार चंद्रपाल के खिलाफ विभिन्न धाराओं  के तहत केस दर्ज कर आरोपी हवलदार को सेंट्रल थाने के हवालात में बंद कर दिया।

“डॉ के सी बांगड़ अपने मन मे किसी तरह का कोई वहम न पालें , जनता सारा वहम निकाल देगी”

पंचकूला।

“डॉ के सी बांगड़ अपने मन मे किसी तरह का कोई वहम न पालें , जनता सारा वहम निकाल देगी” कहना है, इंडियन नेशनल लोक दल के युवा नेता एवं हरियाणा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला के पुत्र कर्ण सिंह चौटाला का। जिसने भी गद्दारी कर के पार्टी का साथ छोड़ा है उसका हश्र जनता के हाथों बुरा ही हुआ है। प्रो सम्पत सिंह इसका उदाहरण हैं।

कर्ण चौटाला मंगलवार को पंचकूला में युवा संवाद सम्मेलन में भाग लेने के बाद पत्रकारों से रू ब रू हुए। डॉ बांगड़ पर निशाना साधते हुए कर्ण ने कहा आज बांगड़ जो भी है इनेलो की बदौलत है।

अपने दायित्व के बारे में बात करते हुए कर्ण ने कहा उन्हें युवाओं से संवाद बढाने का कार्यभार सौंपा गया है जिसे वह बखूबी निभाएंगे।
अपने चचरे भाई दुष्यंत चौटाला के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने पड़दादा चौधरी देवीलाल की बात अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलते हैं को गलत ढंग से अपनाया। चौधरी देवीलाल ने यह बात प्रदेश की जनता के लिए कही थी लेकिन दुष्यंत ने परिवार में ही लागू कर दी और मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए मान लिया। जो की सरासर गलत है।

युवाओ को सम्बोधित करते हुए कर्ण ने कहा कि हालांकि युवा आज बहुत तरक्की कर रहे हैं और बहुत जोश भी है परन्तु हर समय उन्हें बड़ों के मार्गदर्शन की आवश्यकता है उनकी छत्र छाया में रह कर ही तरक्की की जा सकती है ।

सरकार का खाकी कार्ड धारकों को तोहफा-मुकुल कुमार


अब 1600 रुपए की सब्सिडी सरकार की ओर से वितिय सहायता दी जाएगी। 


पंचकूला 4 दिसम्बर:
खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा जिला के  गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को गैस कनैक्शन मुहैया करवाने के साथ ओपीएच परिवारों को भी गैस कनैक्शन मुहैया करवाने की योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 26 जनवरी तक सभी खाकी कार्ड धारकों को गैस कनैक्शन जारी किए जाएगें। इसके बाद पंचकूला गैस कनैक्शन युक्त जिला बन जाएगा।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ओपीएच स्कीम में सभी खाकी कार्ड धारकों को गैस कनैक्शन की इस योजाना के तहत 1600 रुपए की वितिय सहायता सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई जाएगी। शेष 633 रुपए की राशि उपभोक्ताओं को स्वंय वहन करनी होगी। यह केवल सुरक्षा होज पाईप, ब्लू बुक आदि का चार्ज है। परन्तु इसमें चूल्हा व गैस की कीमत शामिल नहीं होती। इसके साथ साथ उन्होंने यह भी बताया कि वे अन्य प्राथमिक परिवार ओपीएच जिनके घर में पहले से कोई गैस कनैक्शन नहीं है और राशन कार्ड की मुखिया महिला है। ऐसे  पात्र  परिवारों को सरकार की ओर से इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
उपायुक्त बताया कि प्राथमिक परिवार जिनके पास खाकी कार्ड है तथा उनके पास पहले कोई एलपीजी गैस कनैक्शन नहीं है। ऐसे परिवारों को सब्सिडी वाला गैस सिलेण्डर उपलब्ध करवाया जा रहा है और ऐसे पात्र व्यक्ति गैस कनैक्शन अवश्य लें ताकि उन्हें सरकार की योजना का लाभ दिया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी परिवारों को गैस कनैक्शन मुहैया करवाना सरकार का मुख्य ध्येय है ताकि प्रदूषण रहित खाना पकाने हेतू इंधन उपलब्ध करवाया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि जिला के सभी पीले व गुलाबी कार्ड धारक परिवार जिनके पास एलपीजी गैस कनैक्शन नहीं है वे भी निर्धारित तिथि तक आवेदन पत्र जमा करके इस योजना का लाभ ले सकते है। इसके बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

Police File

DATED 04.12.2018 :

 

One arrested for consuming liquor at public place

A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place. Later he bailed out.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

One arrested under NDPS Act

Chandigarh Police arrested Vijay R/o # 2899/1, DMC, Chandigarh from near Shahpur Light Point, Chandigarh and recovered 05 Gm Heroine from his possession. A case FIR No. 235, U/S 21 NDPS Act has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Assault

A case FIR No. 368, U/S 341, 324 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh on the complaint of Saleem R/o # 388, Phase-2, BDC, Sector-26, Chandigarh who alleged that Mohhamad Naym R/o # 389, Phase-2, BDC, Sector-26, Chandigarh stabbed complainant near Pakiza Hotel, BDC, Sector-26, Chandigarh on 03.12.2018. Complainant got injured admitted in GH-16, Chandigarh. Alleged person has been arrested in this case. Later he bailed out. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

A lady resident of Village-Naya Gaon, Distt.-Mohali, Punjab reported that unknown person stolen away complainant’s Activa scooter No. CH-01AV-3255 while parked near SCF No.20, backside inner market, Sector-8, Chandigarh. A case FIR No. 234, U/S 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Sh. Monu Kumar R/o # 2189, Sector-52, Chandigarh reported that unknown person stolen away cash Rs.3000/- and 01 silver plate from Valmiki Mandir, Sector-52, Chandigarh on night intervening 02/03.12.2018. A case FIR No. 421, U/S 457, 380 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Sh. Suresh Kumar R/o # 1192, Chaman Colony, Dhanas, Chandigarh who is an employee in District Court, Sector-43, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s cash Rs.1600/-, D/L, R/C and documents from his civil dress which was kept in almirah in Ahlmad room, Distt. Court, Sector-43, Chandigarh. A case FIR No. 422, U/S 380 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

बीबी जागीर कौर बेटी के अपहरण और गर्भपात मामले में बरी

 

चंडीगढ, 4दिसम्बर:

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल की नेता बीबी जागीर कौर को मंगलवार को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बेटी हरप्रीत कौर के अपहरण और गर्भपात मामले में बरी कर दिया। विशेष सीबीआई अदालत ने इस मामले में जागीर कौर को 30 मार्च 2012 को पांच साल के कारावास की सजा सुनाई थी। बीबी जागीर कौर ने इस सजा के खिलाफ अपील की थी। हाईकोर्ट ने अपील पर सुनवाई पूरी कर पिछले अक्टूबर में फैसला सुरक्षित रख लिया था।

अपहरण और गर्भपात के घटनाक्रम में हरप्रीत कौर की मृत्यु हो गई थी। जस्टिस एबी चौधरी और जस्टिस कुलदीप सिंह की पीठ ने मंगलवार सुबह बीबी
जागीर कौर की अपील स्वीकार करते हुए पटियाला स्थित सीबीआई अदालत के पांच वर्ष कारावास और पांच हजार रूपए जुर्माने की सजा रद्द कर दी। बेटी
हरप्रीत कौर की मृत्यु मामले में बीबी जागीर कौर सह अभियुक्त थी। जागीर कौर के अलावा सीबीआई ने भी निचली अदालत के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की थी।

निचली अदालत ने अपने फैसले में यह माना था कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में कामयाब रहा है कि अभियुक्त दलविंदर कौर ढेसी,परमजीत सिंह रायपुर और निशान सिंह ने हरप्रीत कौर का अपहरण किया था। दलविंदर कौर ढेसी बीबी जागीर कौर की भरोसेमंद मित्र थी और बीबी जागीर कौर के राजनीतिक सहयोगी परमजीत सिंह रायपुर से सम्बन्धित थीं। निचली अदालत ने यह भी माना कि हरप्रीत कौर का गर्भपात कराने की साजिश बीबी जागीर कौर के साथ रची गई थी। बीबी जागीरकौर ने अपनी राजनीतिक और सामाजिक हैसियत से स्वयं को इस वारदात के मामले में सुरक्षित कर लिया। अभियुक्त दलविंदर कौर ढेसी,परमजीत सिंह रायपुर,निशान सिंह और अभियुक्त से सरकारी गवाह बने डॉ बलविंदर सिंह सोहल ने साजिश को अंजाम दिया। अभियुक्त वारदात के बारे में समय-समय पर बीबी जागीरकौर को सूचना दे रहे थे।

सीबीआई ने अपनी अपील में इस बात पर जोर दिया था कि निचली अदालत यह आकलन करने में नाकाम रही कि हरप्रीत कौर की मृत्यु हत्या का मामला है। हत्या और सबूत नष्ट करने के आरोप से बीबी जागीरकौर को मुक्त करना रिकॉर्ड के अनुसार सही नहीं था। सीबीआई ने अपनी अपील में कहा कि 18 मार्च 2000 को चंडीगढ से हरप्रीत कौर का अपहरण किया गया था। इसके बाद उसे फगवाडा में दलविंदर कौर ढेसी के निवास जसदिल मेनसन में रखा गया था। दलविंदर कौर ढेसी,परमजीत सिंह रायपुर और डॉ बलविंदर सिंह सोहल ने 20 मार्च 2000 को हरप्रीत की इच्छा के विरूद्ध उसका गर्भपात कराया था।

आस्थाओं के भंवर में मानवता

इंजीनियर एस॰ के॰ जैन 

शिर्डी का साईंमंदिर विवादों के घेरे में

मानव इस पृथ्वी पर कब और कैसे प्रकट हुआ कोई नहीं जानता। बताया जाता है की आदि काल में मानव जानवरों की तरह झुंडों में रहा करता था। धीरे धीरे मानव के मस्तिष्क ने बाकी सभी प्राणियों की तुलना में अधिक विकास किया। परिवारों ने रूप लिया और एक विकसित समाज बना। तब से मानव एक सभय प्राणी कहा जाने लगा। आज मनुष्य का मस्तिष्क वैज्ञानिकों की दृष्टि में ब्रह्मांड के बाद सबसे पेचीदा जैविक वस्तु माना जाता है। हलकी मनुष्य की उत्पत्ति ब्रह्मांड के बनने के बाद ही हुई है, ऐसा माना जाता है। बावजूद इसके मनुष्य का मस्तिष्क ब्रह्मांड के रहसय जानने में स्व्यं ही अग्रणी हुआ जा रहा है।

आज के न्यूटन कहे जाने वाले वैज्ञानिक स्वर्गीय स्टीफन हाकिन्स ने ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बारे में कई वैज्ञानिक खोजें कीं हैं। लेकिन अलावा इसके मनुष्य ने अपने आपको आस्थाओं के भँवर में उलझा लिया है। मान्यताओं, धारणाओं और अंधविश्वासों के चलते मानवता ने अपने आपको बाँट लिया है, जिसके फलस्वरूप इस धरती पर माने जाने वाले कई धर्मों ने जन्म लिया और लोग उनके अनुयायाई बनते चले गए। धर्मों के अंदर भी अलग अलग समुदायों ने अपनी जगह बनाई, वैचारिक बौद्धिकता आपस में टकराने लगी और विवाद खड़े होते गए।

आजकल महाराष्ट्र में स्थित शिर्डी आ साइन मंदिर विवादों के घेरे में है। साइन के नाम पर मज़हब और धर्म की राजनीति अपनी चरम सीमा पर है। ख़बर है की साईं बाबा संस्थान के टीआरएसटी पर आई गंभीर आरोप लगे हैं कि इसका भगवाकरण हो रहा है। शिर्डी से लाखों करोड़ों लोगों कि भावनाएं जुड़ीं हैं, हर रोज़ हजारों लोग साईं बाबा के दर्शनार्थ शिर्डी पहुँचते हैं। आस्था के इस केंद्र पर कई आरोप लगे जो कि इस प्रकार हैं:-

  1. शिर्डी के इस मंदिर की कई चीजों को भगवा रंग में रंगा जा रहा है। ट्रस्ट ने कहा है की नीले और सफ़ेद रंग की चीज़ें जल्दी गंदी हो जातीं हैं इसीलिए भगवा रंग किया जा रहा है वैसे तो रंग किसी की बपौती नहीं होते, फिर भी नीला, हारा और भगवा रंग कुछ एक समुदायों की पहचान मानी जाती है।

  2. साईं बाबा की समाधि के शताब्दी समारोह पर इसी वर्ष बनाए गए मुख्य स्तम्भ पर एक त्रिशूल है और इस पर ॐ चिन्हित है। ट्रस्ट का कहना है कि यह साईं के एक भक्त ने भेंट किया है, इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए, जबकि औ, और त्रिशूल भारत के सबसे बड़े समुदाय कि पहचान हैं।

  3. “सबका मालिक एक” के संदेश को बदल कर “ॐ सरी साईं नारायण नाम:” कर दिया गया है। मैनेजमेंट का कहना है कि “सबका मालिक एक” संदेश अभी भी कई जघों पर सुनहरी अक्षरों में लिखा है।

  4. चौथा आरोप यह है कि वहाँ मौजूद द्वारका मई मंदिर मस्जिद बोर्ड पर मस्जिद शब्द कोछोटे आकार में लिखा गया है, ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर और मस्जिद शब्द का साइज़ एक ही है।

इन विवादों का सच का है यह तो वक्त ही बतलाएगा। हमारे एष के अलग अलग धर्मों के लोग अपनी अपनी मान्यताओं के साथ श्रद्धा रखते हैं। साईं बाबा के श्रद्धालु सभी धर्मों में मौजूद हैं। भगवाकरन का आरोप लगाने वालों का कहना है कि संस्था के स्वरूप को ही बदल दिया गया है। इसमें एक धर्म को प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है। बाबा जिस मस्जिद में आए थे उसी मस्जिद को द्वारका माई कहा जाता है।

शताब्दी वर्ष ए दौरान पूजा स्थल पर त्रिशूल और ॐ के निशान मौजूद हैं। उस पर विवाद यह है कि यहाँ सभी धर्मों के निशान होने चाहियेँ। शिरी के साईं बाबा म्यूसियम में राखी गईं कई वस्तुओं पर ॐ के निशान मौजूद हैं। लेकिन ट्रस्ट पर आरोप लगाने वालों के विचार अलग हैं, कहा यह भी जाता है कि साईं बाबा द्वारका माई में अपने भक्तों द्वारा कुरान भी सुनते थे। लेकिन अब यहाँ कुरान शरीफ का पाठ बंद हो ज्ञ है और अः भी कहा जाता है कि यह स्थान कुरान पढ़ने के लिए उचित नहीं है। आरोप यह भी लगाया जा र्हहा है कि इस पर एक ही राजनाइटिक दल का वर्चस्व है, इसीलिए यह सब हो रहा है। लेकिन संस्थान के ट्रस्टी डॉ॰ राजेन्द्र सिंह ने इन आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि बाबा के ओनोन तरफ लिखा “सबका मालिक एक है” कहीं भी हटाया नहीं गया है। द्वारका माई को द्वारका माई ही पुकारा जाता है। न तो उसे मंदिर और न ही मस्जिद कहा जाता है। यह स्थान धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष और जाती निरपेक्ष है। संस्था के मुखा कार्यकारी अधिकारी अग्रवाल जी ने भी इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। कई लोगों का मानना है कि संस्थान में किसी के लिए भी कोई रोक टॉक नहीं है। खाने के लंगर से लेकर प्रसाद तक किसी भी हरम के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता।

मंदिर परिसर में साईं भक्त अब्दुल बाबा कि मज़ार भी है। यहाँ हिन्दू मुस्लिम और सीख समेत सभी आते हैं अब्दुल बाबा साईं के साथ 26 वर्षों तक रहे थे। ‘नज़ीर खान’ अब्दुल बाबा कि चौथी पीढ़ी के हैं जो मज़ार की सेवा कर रहे हैं। अब्दुल बाबा के वंशज नज़ीर खान का कहना है कि संस्थान पर आरोप लगाने वाले लोग एक खास विचारधारा से पीड़ित हैं, भक्तों का इससे कोई सरोकार नहीं है। साईं के ऐतिहासिक जीवन पर लोगों में मतभेद हो सकते हैं और लोगों को साईं बाबा कि शिक्षाओं पर ध्यान देने कि ज़रूरत है।

साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट  ने अपनी वेब साइट में साइनबाबा को भारत के महान संतों में से एक बताया है साईं का मतलब होता है साक्षात ईश्वर। साईं शिरडी में ही पीआरकेटी हुए और जीवन भर शिरडी ही में रहे। वर्ष 1918 में समाधि ली परंतु जन्म के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है, कोई निश्चित तिथि नहीं है। विश्व ज्ञानकोश यानि ‘BRITANICA ENCYCLOPEIDIA’ में लिखा है कि बाबा का जन्म वर्ष 1838 हो सकता है। साईं बाबा अपने हिन्दू भक्तों का सम्मान करते थे। सभी धर्मों के लोगों को उनकि आस्थानुसार उपासना करने कि इजाज़त दी थी। वेब साइट पर यह भी उल्लेख मिलता है कि बाबा के होंटों पर अल्लाह का उच्चारण होता था। अल्लाह के सामने सम्पूर्ण समर्पण कि बात करते थे और उनका मुख्य उद्देश्य था “अल्लाह मालिक एक”। हीरे धीरे बाबा के भक्तों कि संख्या महाराष्ट्र से बाहर उत्तर भारत के राजों में फैलती चली गयी। आज उत्तर भारत के बहुत से मंदिरों में देवी देवताओं के साथ साथ साईं बाबा कि मूर्ति भी खने को मिल जाती है। इस पर पहले भी काफी विवाद हो चुका है।

ENCLOPEDIA BRITANICA केई अनुसरसाइन फारसी का शब्द है और बाबा हिन्दी का। मुसलमान आदरणीय और पवित्र व्यक्तियों के लिए ‘साईं’ शब्द का प्रयोग करते हैं। साईं बाबा के बारे में यह भी कहा गया है कि बाबा एक ब्रहमीन के घर पैड हुए और बाद में उन्होने सूफी वाद को अपना लिया था। वह सर पर एक सफ़ेद रंग का सफा पहनते थे जिस मस्जिद मेंवाह रहते थे उसे उन्होने द्वारका माई का नाम दिया था। यह भी कहा जाता है कि उन्हे कुरान गीता और हिन्दू धर्मग्रंथों का अच्छा ज्ञान था

साईं बाबा ने अपने जीवन में एक बात बार बार कहि कि मैं सबको एक निगाह से देखता हूँ। वोह हिन्दू और मुसलमानों में कोई भेदभाव नहीं करते थे परंतु आज के माहौल में साईं बाबा का मंदिर भी रंगों से अछूता नहीं रहा।