Young man dies after incident at private spa pool at a home in Rotorua

Police are assisting St John at the scene


  • A young man has died after an incident in a private spa pool in Ohinemutu, Rotorua.

  • Police said emergency services were called to the property on Ariariterangi St about 9pm Tuesday.


Following the incident, a 24-year-old man has died and the matter has been referred to the Coroner.

Earlier tonight, St John spokeswoman Beverley Tse told the newsmen she couldn’t comment on the incident because it is taking place at a residential address.

 

Residents rage after Opito Bay pohutukawa tree poisoning

Opito Bay residents dismayed by the poisoning of their pōhutukawa trees, from left, John Sharp, Sue Rowsell, Jenny White, Yvonne Sharp, Helen Chapman, John Chapman and Jill Smith


Outrage and suspicion are sweeping a small Far North community after the poisoning of a row of beachfront pōhutukawa.

In recent weeks residents of Opito Bay, on the northern side of Kerikeri Inlet, noticed some of their trees are ailing. Several branches on one pōhutukawa are dead while other trees are shedding leaves.

A few days ago, however, a local realised their roots were riddled with holes and alerted the Far North District Council.

Drill holes show where Pohutukawa trees were poisoned at Opito Bay, Kerikeri.

An arborist inspected the trees on Wednesday and determined that someone had drilled holes in the roots and poured in poison.

The attack has shocked Opito Bay residents, who value the trees for their shade, prolific flowering and family history.

Yvonne Sharp, former Far North mayor, said she was shattered by the “disgusting and callous act of vandalism”. Her grandfather, Ralph Rowsell, bought the land at the tip of the peninsula about 65 years ago and many descendants still lived in the bay.

In the early 1970s the family planted a line of pōhutukawa trees along what used to be a “bleak and barren” shore to offer shade to families. The trees were now almost 50 years old and at least 15m tall.

The arborist told her the four affected trees, at the western end of the beach starting opposite Tikorangi Rd, would almost certainly die.

Sharp would not speculate on who could have poisoned the trees or why.

“I guess everyone has their thoughts … I do know that all our family members are aghast, they’re horrified. These trees mean a lot to us.”

She had been heartened, however, by people’s reactions as word spread of the attack.

A relative at the bay, Sue Rowsell, had seen a woman get out of her car, give the tree a tearful hug, and place flowers at its base.

Jenny White, Sharp’s sister, was also concerned about the effect on the tight-knit Opito Bay community.

“We’re going to get finger-pointing … It will create suspicion within the bay, which we’ve never had. It’s upsetting to think someone in our community could have done such a villainous thing.”

The trees’ demise would also make the shore vulnerable to erosion, she said.

Far North District Council asset manager Andy Finch said the trees would be inspected once a month with branches removed as they became unsafe.

Staff had spoken with Opito Bay residents in an effort to identify those responsible. He urged anyone with information to contact the council, confidentially, on communications@fndc.govt.nz.

In 2015 the previous government removed blanket protection for all trees on private urban land, except those listed as notable trees or in significant ecological areas.

However, the Opito Bay pōhutukawa are on a council reserve so are protected by the Resource Management Act and the Reserves Act.

Anyone found to have poisoned the trees could be prosecuted under either act. The RMA provides for fines of up to $300,000.

Earlier this month an Auckland man who lopped a pōhutukawa on his property was sentenced to 300 hours community service and fined $3500 because it was within a significant ecological area.

 

पंचकूला खटोली मर्डर केस में आज तीनों आरोपियों को किया कोर्ट में पेश मोहित समेत बाकी दो आरोपियों को किया कोर्ट में पेश

फोटो और ख़बर: कपिल नागपाल

पंचकूला खटोली मर्डर केस में आज तीनों आरोपियों को किया कोर्ट में पेश मोहित समेत बाकी दो आरोपियों को किया कोर्ट में पेश

फोटो : कपिल नागपाल

 

फोटो : कपिल नागपाल

जनक्रांति यात्राओं को मिले अभूतपूर्व समर्थन से हुड्डा बने प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता

चंडीगढ़:

लोकसभा चुनाव में करीब छह महीने और हरियाणा विधानसभा के चुनावों में साल भर का समय बचा है पर पिछले तीन महीने में प्रदेश का सियासी घटनाक्रम तेजी से बदला है। भाजपा सरकार द्वारा कई दांव पेंच खेलने के बावजूद इन हालातों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी मजबूत होकर उभरे हैं। जनक्रांति यात्रा के सातवें चरण में बरवाला में जिस तरह से भीड़ उमड़ी उससे सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज प्रदेश में हुड्डा के कद की बराबरी का नेता कोई नहीं है। जनक्रांति यात्रा में आने वाले जन सैलाब का आलम ये था कि बरवाला आने वाले सभी मार्गों पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही। बड़ी संख्या में लोग रैली समापन होने के बाद भी आते देखे गए। इंटक के सैकड़ों कार्यकर्ता रैली खत्म होने के बाद पहुंचे किंतु उनके हाथों में पार्टी के लहराते तिरंगे झंडों ने समां बांध दिया।

यात्रा में टोलियों के रूप में शरीक होते लोग जिस तरह नारेबाजी करते हुए और ढोल नगाड़ों की थाप पर थिरकते आ रहे थे वो चुनावी रैली का आभास करा रहे थे और भीड़ से गदगद जोश में भरे पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने दो पाटों के बीच फंसी इनेलो और अनुभवहीन प्रदेश भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उनके भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू होने और आगामी चुनावों में कांग्रेसी सरकार बनने के ऐलान पर उपस्थित लोगों ने नारों से आसमान गुंजा दिया। हुड्डा ने साफ कर दिया कि इनेलो की अंतर्कलह उनकी पारिवारिक जंग है और इनेलो नेताओं का जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले कर हुड्डा ने जता दिया कि भाजपा सरकार उनपर जितने मर्जी झूठे मुकदमे बनवा दे पर वे डगर से हिलने वाले नहीं हैं और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक रुकने वाले नहीं हैं।

जनक्रांति यात्रा में भारी संख्या में आये लोगों के बारे में राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि जनता के हुड्डा के प्रति लगाव की बड़ी वजह ये भी है कि उन्होंने अपने 10 साल के शासनकाल में कई ऐसी जनकल्याणकारी कामों को अमलीजामा पहनाया जिसे कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया था। जिसमें किसानों की कर्ज माफी, ट्यूबवेलों के 1600 करोड़ के बकाया बिलों की माफी, कर्ज अदायगी ना कर पाने पर किसानों की गिरफ्तारी पर रोक, शिक्षा के क्षेत्र में 12 विश्वविधालय, 5 मेडिकल कॉलेज, गरीबों के लिए 4 लाख 100-100 गज के प्लॉट, 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ना, 4 रेलवे लाइन मंजूर करवाने समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ नंबरदार और चौकीदारों को मानदेय प्रमुख हैं। जनक्रांति यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने जब अपना भविष्य का रोड मैप लोगों के सामने रख प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों, पिछड़ों के कर्जे माफ करने, बुढापा पेंशन तीन हजार माहवार करने, आधे दामों पर पूरी बिजली, बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी के लिए आवेदन निःशुल्क करने की घोषणा की तो लोगों ने जोरदार नारों और तालियों से उनका अभिवादन किया। जो इस बात का साफ संकेत था कि जनता उनकी बातों पर कितना विश्वास करती है। इस सफल आयोजन ने पार्टी को संजीवनी देने का काम किया है।

जहां तक कांग्रेसी नेताओं का सवाल है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शुमार हैं और पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। वे किसानों के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं इसीलिए पार्टी उनकी सेवाएं दूसरे राज्यों में लेती रही है। बरवाला के मंच से हुड्डा ने कांग्रेसजनों से राजस्थान के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बढ़ चढ़ कर प्रचार प्रसार करने का आह्वान किया। उन्होंने संदेश दिया कि राजस्थान के चुनाव परिणामों का हरियाणा की राजनीति पर दूरगामी असर पड़ेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को अपने सांसद पुत्र दीपेन्द्र सिंह हुड्डा का भी बखूबी साथ मिल रहा है। अपने सादगी भरे व्यवहार से उन्होंने आज प्रदेश के युवाओं समेत हर वर्ग में अपनी खास पहचान बना ली है। जनक्रांति यात्राओं की कमान संभाल दीपेंद्र हुड्डा ने अपने राजनैतिक कौशल और दक्षता का बेहतरीन परिचय दिया है। भाजपा और इनेलो पर उनके तीखे हमलों की आज चहुं ओर चर्चा हो रही है।

ये तो भविष्य के गर्भ में है कि हरियाणा में राजनीति किस करवट बैठेगी और आगामी चुनावों में किस पार्टी का परचम फहराएगा, पर अगर कार्यक्रमों में आई भीड़ को पैमाना माना जाए तो आज भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का कोई सानी नहीं है। प्रदेश के लगभग हर हिस्से में जनक्रान्ति यात्रा घूम चुकी है और उन्हें सब जगह भरपूर समर्थन मिला है। इससे तय हो गया है कि हुड्डा आज प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता हैं। राजनैतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी को हुड्डा को अब हरियाणा में अपना खेवनहार बनाना ही होगा।

खुद की तुलना जननायक से करते है और रात को सीएम का सपना संजोकर सोते है:-कर्ण चौटाला


युवा कार्यकर्ता संवाद में खचाखच भरी भीड़ को देखकर हुए गद्गद, भाजपा सरकार पर भी जमकर बरसे चौटाला, पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी एवं कुलभुषण गोयल ने भी किया संबोधित


पंचकूला, 4 दिसम्बर। जननायक चौ. देवीलाल वो महान इंसान थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री तक के पद का त्याग कर दिया था, लेकिन आज कुछ लोग जननायक चौ. देवीलाल से तुलना करते है और रात को सीएम का सपना लेकर सोते है, भला ऐसी सोच से कैसे प्रदेश का विकास हो सकता है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि उन लोगों की ऐसी सोच कैसे प्रदेश के हित में हो सकती है। इनेलो एक ऐसा परिवार है, जिसमें नेता से बढक़र कार्यकत्र्ता को सम्मान मिलता है, यहीं कारण है कि आज पार्टी चटन की तरह मजबूत है। उक्त दावा अपनो पर यह तंज नेता प्रतिपक्ष चौ. अभय चौटाला के बेटे कर्ण चौटाला ने आज पंचकूला सैक्टर-6 स्थित जाट भवन में पंचकूला युवा कार्यकत्र्ता संवाद सम्मेलन में युवाओं को संबोधित करते हुए कहें। इससे पूर्व पंचकूला पहुंचने पर युवा इनेलो नेताओं ने कर्ण चौटाला का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और पार्टी के जमकर नारे लगाएं।

कर्ण चौटाला ने संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला लोगों के हकों की बात कहीं थी कि हक मांगने से नही छीनने से मिलते है, लेकिन हमारे कुछ नेता इस पक्ति को अपने ऊपर ले चले और अपने स्वार्थ की बातें करने लगे। हरियाणा प्रदेश में युवा संवाद सम्मेलन चल रहे है और इन सम्मेलनों में युवाओं का भारी संख्या में पहुंचना कहीं न कहीं इनेलो की लोकप्रियता को दर्शाता है। इनेलो पार्टी ने हमेशा जनता के हितों की लड़ाई लडऩे का काम किया है और बड़ी गंभीरता के साथ प्रदेश की जनता के मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाया और जिन मुद्दों पर सरकार का नकरात्मक रवैया रहा, उन पर सरकार के सामने जमकर विरोध जताया। चौटाला ने कहा कि आज युवा वर्ग का सरकार शोषण करने पर तुली है, युवाओं को रोजगार नही मिल रहा है और न ही युवाओं को सरकार बेरोजगारी भत्ता दे पा रही है और इतना ही नही सरकार युवाओं की शिक्षा पर भी कोई ध्यान नही दे रही है, जिससे आज के वक्त की बात करें तो युवा सबसे ज्यादा पीडि़त है। इनेलो की सरकार बनने पर सरकार खासकर युवाओं की समस्याओं पर गंभीरता के साथ काम करेगी।

103 बुखार फिर भी चौटाला युवाओं के बीच विचार रखने पहुंचे—

मंच ने संबोधित करते हुए इनेलो युवा प्रदेशाध्यक्ष जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि कर्ण चौटाला को आज 103 बुखार था और जब उन्हें लेने के लिए उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर पहुंचने तो वो बुखार से कांप रहे थे, फिर विचार हुआ कि कार्यक्रम स्थगित कर दे, लेकिन कर्ण चौटाला नही माने और वो बुखार में ही युवाओं के बीच पार्टी की नीतियों का प्रचार करने के लिए पहुंच गए। हमारे नेताओं में जनता के दर्द की फिक्र है। चौटाला मंच से बुखार के चलते ज्यादा देर संबोधित कर नही पाए और उन्होंने करीब 10 मिनट में ही अपनी बात को खत्म कर दिया।

भीड़ को देख गद्गद् हुए नेता–

पार्टी में चल रहे विवाद के बाद पंचकूला में होने वाले युवा संवाद सम्मेलन पर हर किसी की नजर थी, लेकिन जब सम्मेलन में भारी संख्या में भीड़ उमड़ी तो जाट भवन छोटा पड़ गया और जितने लोग हॉल में थे, उतने ही लोग बाहर बैठकर नेताओं के विचार सुन रहे थे। जिला भर से भारी संख्या में पहुंचे युवाओं, पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों व समर्थकों का इनेलो जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी एवं पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष कुलभुषण गोयल ने आभार व्यक्त किया और संबोधित करते हुए भाजपा सरकार को लगातार जनता को पेश आ रही समस्याओं को लेकर भी कोसा। इनेलो नेताओं ने कहा कि आज लोगों को सडक़ पर सहुलियत नही मिल रही है और लोग विकास को लेकर तरस रहे है। सरकार की नीति और नीयत में खोट के चलते आज लगातार जनता त्रस्त है। इस मौके पर पर महिला विंग जिलाध्यक्ष सीमा चौधरी, बसपा जिलाध्यक्ष रोशनलाल कोच्चर, युवा जिलाध्यक्ष राजू राणा मौली, जिला परिषद् पार्षद देशराज पोसवाल सहित शीर्ष नेताओं ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर जिला प्रैस प्रवक्ता एवं शहरी प्रधान एसपी अरोड़ा, हलका प्रधान विजेन्द्र शर्मा कामी, हलका प्रधान रविन्द्रपाल मैहता, वरिष्ठ नेता बलवंत भींवर, मान सिंह चरनियां, विक्रम राणा, गफूर मोहम्मद इत्यादि वरिष्ठ नेता व पदधिकारी एवं भारी संख्या में युवा कार्यकत्र्ता व पदधिकारी मौजूद थे।

आप ने की विभिन्न पदों पर निुयक्तियां

 

पंचकूला,4 दिसंबर:

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अंबाला एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने आज विभिन्न पदाधिकारियों की नियुक्तियां की हैं। यह नियुक्तियां उन्होंने आपने आवास पर हुई पार्टी की एक बैठक में पंचकूला के संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी की सिफारिश पर की हैं। इनमें हरीशइंद्र मोहन को ट्रेड विंग का उपाध्यक्ष, अनिल कुमार को कर्मचारी सैल का प्रधान, सैलिंद्र शर्मा को पंचकूला विधानसभा का उपप्रधान, राजकुमार को टोका गांव का मंडल अध्यक्ष तथा संदीप सिंह को खटोली गांव का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। इन सबको इनकी निुयक्ति पर बधाई देते हुए योगेश्वर शर्मा व सुरेंद्र राठी ने उम्मीद जताई कि ये सभी  पार्टी की नीतियों को गांव गांव व अपने इलाके में पहुंचाने के लिए जी जान से काम करेंगे।

राजस्थान मे चुनावी फिजा कांग्रेस से भाजपा की तरफ बदली

दिनेश पाठक अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर। विधि प्रमुख विश्व हिन्दु परिषद

राजस्थान मे चुनावी रण सज चुका है प्रचार अपने चरम पर है सभी पक्षो द्वारा साम दाम दण्ड भेद की रणनीति चुनाव जीतने के लिये अपनायी जा रही है ताबडतोड रैलियो का आयोजन हो रहा है आमजन चुनावी चर्चाओ मे मशगूल है ! आज से 15 दिन पहले जहां भाजपा की हालत खराब थी वहीं कांग्रेस पूरी तरह आश्वस्त थी लेकिन जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती गयी चुनावी फिजा बदलती गयी !

आज फिजा पूरी तरह बदली नजर आ रही है 15 दिन पहले जहां कांग्रेस को 135 तक सीट तथा भाजपा को 50 सीट मिलने का कयास लगा जा रहा था वहीं आज स्थिति उलट गयी है अब भाजपा को 107 से 115 सीट मिलने की संभावना बताई जा रही है वही कांग्रेस 85 से 90 सीट पर आ टिकी है जिसका कारण भाजपा द्वारा प्रचार मे बढत लेना बताया जा रहा है भाजपा ने अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार मे झोंक दी है !

भाजपा को असली फायदा हुआ प्रदेश मे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ताबडतोड रैलिया करने का जिसमे जबरदस्त भीड देखने को मिल रही है वही भाजपा के पास स्टार प्रचारको की लम्बी फेहरिस्त है मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ,योगी आदित्यनाथ,वसुन्धरा,राजनाथ सिंह,नितिन गडकरी ,स्मृति ईरानी सहित लम्बी सूची है जो रात दिन एक किये हुये है जबकि कांग्रेस के पास स्टार प्रचारको मे राहुल गांधी के अलावा अशोक गहलोत और सचिन पायलेट के अलावा कोई दिग्गज नजर नही आ रहा !

प्रधान मन्त्री मोदी और अमित शाह दिन मे करीब 12 से 15 बडी रैलिया कर रहे और अन्य स्टार प्रचार भी लगभग इतनी ही रैलिया कर रहे है वही यह कमी कांग्रेस मे साफ नजर आ रही है! भाजपा जहां एकजुट नजर आ रही है और संघ के कार्यकर्ता भाजपा को जिताने मे लगे है तथा ज्यादातर नाराज नेताओ और कार्यकर्ताओं को मना लिया गया है और वो भाजपा के लिये चुनावी रण मे कंधे से कंधा मिलाकर समर्थन मे जुटे है वही कांग्रेस कार्यकर्ता गहलोत पायलेट गुट मे बंटा आ नजर आ रहा है वहीं कांग्रेस के अधिकतर बागी चुनाव मैदान मे डटे हुये है जिसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड सकता है !

राजस्थान मे तीसरी शक्ति के रूप मे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बैनीवाल भी अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज करा रहे है जिसका नुकसान सीधे तौर पर कांग्रेस को उठाना पडेगा ! आज से 15 दिन पहले सट्टा बाजार भी जहां कांग्रेस की 150 सीट बता रहा था भाजपा की 40 सीट बता रहा था वही सट्टा बाजार आज भाजपा की 110 सीट बता रहा है और कांग्रेस की 85 सीट बता रहा है ताजा सर्वे मे प्रदेश मे चुनावी फिजा कांग्रेस से भाजपा की तरफ मुडती दिख रही है !

हरियाणा में डीजी लॉकर की सुविधा हुई लागू जानें फायदे


न केवल आप अपनि गाड़ी के कागजात अपितु शिक्षा संबंधी(स्कूल केर्टिफिकटेस, डिग्रियाँ और डिप्लोमा इत्यादि)  और अपनी पहचान संबंधी(पासपोर्ट, आधार कार्ड, वॉटर कार्ड ओर पैन कार्ड इत्यादि) सभी कागजात भी भारत के सभी राज्यों में डिजिलाकर के द्वारा अथॉरिटी को ईख सकते हैं। 


कमल कलसी, चंडीगढ़

अगर आप हरियाणा में रहते हैं और यदि आप ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण और गाड़ियों की आरसी घर पर ही भूल गए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप बेझिझक काम करने जाइये क्योंकि सरकार का नया आदेश आया है। परिवहन विभाग हरियाणा सरकार ने किसी भी काम के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण और आरसी के मूल दस्तावेजों को साथ रखने या साथ लेकर चलने की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसी को लेकर प्रदेश के सभी इन्फॉर्समेंट एजेंसियों को हिदायतें जारी कर दी गई हैं।

अब आपको डिजिलॉकर/एम. परिवहन पर खाता खोलकर इसमें आप अपने वाहन के सभी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी रख सकते हैं। डिजिलॉकर से आम जनता को दो फायदे होंगे। एक तो दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे। दूसरा कभी भी, कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर इस लॉकर को खोलकर आप सम्बन्धित दस्तावेज सम्बन्धित अधिकारी को दिखा सकते हैं।
इस बात का रखना होगा ध्यान

आपको बता दें कि एम. परिवहन/डिजिटल लॉकर पर अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन स्टोर करके भौतिक दस्तावेजों को कम करना है। डिजिलॉकर में रखी सॉफ्ट कॉपी मौलिक दस्तावेजों की तरह ही पूर्णतया मान्य होगी और अब इसे कोई भी इन्फॉर्समेंट एजेंसी मानने से इन्कार नहीं कर सकेगी

स्टेट विजिलेंस ने पल्ला थाना के एक हवलदार चंद्रपाल को 10000 रूपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा,

फरीदाबाद :

स्टेट विजिलेंस ने आज सांय एक हवलदार को पल्ला थाना से एक स्कूटी छोड़ने के एवज में 10000 रूपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं। पकडे गए आरोपी हवलदार के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद, उसे सेंट्रल थाने के हवालात में बंद कर दिया हैं। यह स्कूटी एक शराब माफिया की थी।

डीएसपी विजिलेंस रतन सिंह बाली ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता बरुण चन्ना ने कहा कि वह बीते 30 नवंबर को उसके स्कूटी को शराब की पेटी ले जाते हुए पकड़ा था। इस संबंध में उसके खिलाफ केस दर्ज कर दिया और उसने अपनी जमानत अदालत से करवा ली, इसके बाद वह अपनी स्कूटी को छुड़वाने के लिए गया तो पल्ला थाना में तैनात हवलदार व जांच अधिकारी चंद्रपाल ने उससे स्कूटी छोड़ने के  एवज में 10000 रूपए रिश्वत की मांग की,जिसको देना उसने स्वीकार कर लिया। इस बीच में उसने उसे रंगे हाथों पकड़वाने हेतु शिकायत स्टेट विजिलेंस से कर दी। आज तय समय के अनुसार सांय को रिश्वत के 10000 रूपए देने के लिए पल्ला थाना में पहुंचा, जैसे ही उसने उसे रिश्वत के नगद 10000 रूपए दिए के तुरंत बाद उसे विजिलेंस की टीम ने हवलदार चंद्रपाल ने पकड़ लिया और उसके पास से रिश्वत के 10000 रूपए बरामद कर लिया। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि रिश्वत वाला नॉट 500 -500 रूपए के 20 नोट थे, सभी नोटों में केमिकल युक्त पाऊडर लगे हुए थे के बाद आरोपी हवलदार चंद्रपाल का हाथ धुलवाया गया। उनका कहना हैं कि आरोपी हवलदार चंद्रपाल के खिलाफ विभिन्न धाराओं  के तहत केस दर्ज कर आरोपी हवलदार को सेंट्रल थाने के हवालात में बंद कर दिया।

“डॉ के सी बांगड़ अपने मन मे किसी तरह का कोई वहम न पालें , जनता सारा वहम निकाल देगी”

पंचकूला।

“डॉ के सी बांगड़ अपने मन मे किसी तरह का कोई वहम न पालें , जनता सारा वहम निकाल देगी” कहना है, इंडियन नेशनल लोक दल के युवा नेता एवं हरियाणा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला के पुत्र कर्ण सिंह चौटाला का। जिसने भी गद्दारी कर के पार्टी का साथ छोड़ा है उसका हश्र जनता के हाथों बुरा ही हुआ है। प्रो सम्पत सिंह इसका उदाहरण हैं।

कर्ण चौटाला मंगलवार को पंचकूला में युवा संवाद सम्मेलन में भाग लेने के बाद पत्रकारों से रू ब रू हुए। डॉ बांगड़ पर निशाना साधते हुए कर्ण ने कहा आज बांगड़ जो भी है इनेलो की बदौलत है।

अपने दायित्व के बारे में बात करते हुए कर्ण ने कहा उन्हें युवाओं से संवाद बढाने का कार्यभार सौंपा गया है जिसे वह बखूबी निभाएंगे।
अपने चचरे भाई दुष्यंत चौटाला के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने पड़दादा चौधरी देवीलाल की बात अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलते हैं को गलत ढंग से अपनाया। चौधरी देवीलाल ने यह बात प्रदेश की जनता के लिए कही थी लेकिन दुष्यंत ने परिवार में ही लागू कर दी और मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए मान लिया। जो की सरासर गलत है।

युवाओ को सम्बोधित करते हुए कर्ण ने कहा कि हालांकि युवा आज बहुत तरक्की कर रहे हैं और बहुत जोश भी है परन्तु हर समय उन्हें बड़ों के मार्गदर्शन की आवश्यकता है उनकी छत्र छाया में रह कर ही तरक्की की जा सकती है ।